आमजन के हित में करें स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तारः मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि आमजन के हित में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित हो और उन्हें अपने घर के आस पास ही अच्छा इलाज मिले। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज रायपुर सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एनीमिया, मैटरनल प्रोग्राम और लेप्रोसी जैसी बीमारियों पर प्राथमिकता से काम किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजनों के इलाज में कोई कमी नहीं आएगी और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के खाली पदों को भी शीघ्र ही पीएससी और व्यापम के द्वारा भरा जाएगा।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य सरकार के गठन के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में की गयी उपलब्धियों की जानकारी देते हुए भविष्य की योजनाओं को भी मुख्यमंत्री के सामने रखा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों के उन्मूलन की दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है। टीबी उन्मूलन की दिशा में उपचार सफलता की दर 90 फीसदी है जबकि इस दौरान शत प्रतिशत टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन किया गया है। इसके साथ ही राज्य में मार्च 2025 तक टीकाकरण का 94 फीसदी लक्ष्य पूर्ण किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा एवं आयुक्त आयुष विभाग शिखा राजपूत तिवारी, प्रबंध संचालक एनएचएम एवं आयुक्त सह संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला, खाद्य एवं औषधि विभाग के नियंत्रक दीपक अग्रवाल, सीजीएमएससी प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई साहू समेत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हाईकोर्ट में 12 मई से 6 जून तक ग्रीष्म अवकाश, अत्यावश्यक मामलों की होगी सुनवाई

बिलासपुर- 12 मई सोमवार से 6 जून 2025 शुक्रवार तक हाईकोर्ट में ग्रीष्म अवकाश रहेगा. इस दौरान अवकाशकालीन जज मामलों की सुनवाई करेंगे. सोमवार 9 जून को कोर्ट पुनः खुलेगा. ग्रीष्म अवकाश में अत्यावश्यक मामलों की सुनवाई तथा पुराने मामलों को दायर तथा सूचीबद्ध करने की सुविधा रहेगी. चीफ जस्टिस के निर्देश पर हाईकोर्ट प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार ग्रीष्मावकाश के दौरान सभी सिविल, आपराधिक, रिट मामले दाखिल किए जाएंगे. किसी भी आपात स्थिति में मुख्य न्यायाधीश की स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात जज अपने बैठक दिवस को किसी अन्य जज के साथ बदल सकते हैं.

वेकेशन कोर्ट भी सुबह 10:30 बजे से संचालित होंगे. आपात स्थिति में न्यायालय निर्धारित अवधि के बाद भी सुनवाई जारी रखेंगे. ग्रीष्म अवकाश के दौरान, शनिवार, रविवार तथा छुट्टियों के दिनों को छोड़कर रजिस्ट्री प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहेगी. ग्रीष्म अवकाश के दौरान तत्काल सुनवाई के लिए आवेदन के साथ सभी नए रिट, सिविल, आपराधिक मामले सुने जाएंगे. नए तथा लंबित जमानत आवेदनों में तत्काल सुनवाई के आवेदन तथा ग्रीष्म अवकाश के दौरान सुनवाई के लिए अलग से आवेदन की आवश्यकता नहीं होगी.

जमानत आवेदनों के अलावा अन्य लंबित मामलों को भी प्रक्रिया अनुसार सूचीबद्ध किया जाएगा. वेकेशन कोर्ट में जिन मामलों की सुनवाई नहीं होगी, उन मामलों को अगले अवकाश न्यायाधीश के समक्ष सूचीबद्ध किया जाएगा. कोर्ट के बैठने के दिन से पहले कार्य दिवस पर दोपहर 1.30 बजे तक दायर किए गए मामलों, आवेदनों को उस बैठक के दिन सूचीबद्ध करने के लिए विचार किया जाएगा और कोर्ट बैठने के दिन से ठीक एक दिन पहले प्रकरणों की सूची प्रकाशित की जाएगी. अवकाश के दौरान 13, 15, 20, 22, 27 और 29 मई 2025 तथा 3 और 5 जून, 2025 को वेकेशन कोर्ट में प्रकरणों की सुनवाई होगी.

नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले भागा कबाड़ी, परिजनों ने थाने में दर्ज कराई नामजद रिपोर्ट…

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही- गौरेला में नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने का मामला सामने आया है. परिजनों ने मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराते हुए आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग गौरेला पुलिस से की है. पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी जल्द ही गिरफ्तार होंगे.

गौरेला के समता नगर निवासी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली उसकी नाबालिग बेटी 27 अप्रैल को आधी रात अचानक घर से लापता हो गई. परिजनों ने बेटी के संबंध में अपने सगे-संबंधियों के यहां पूछताछ की. नाबालिगक का कुछ भी पता नहीं चला.

इसी दौरान परिजनों को जानकारी मिली कि कबाड़ी का काम करने वाला वार्ड 7 निवासी राजेश सोनकर अपने साथी बृजेश सोनकर, छिनगी सोनकर और कान्हा नामदेव के साथ मिलकर नाबालिग को बहला-फुसलाकर कर ले गया है.

थाना गौरेला में 28 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है. चार दिन बिताने के बाद भी नाबालिग का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. अपनी बच्ची की सुरक्षा को लेकर चिंतित परिजनों ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की गुहार लगाई है.

भीषण सड़क हादसे में युवक की मौत, नशे में दौड़ा रहा था बाइक

सरगुजा- पत्थलगांव-अंबिकापुर मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा हुआ, जहां नशा और रफ्तार युवक सुलेश मांझी की मौत का कारण बन गया। पल्सर सवार युवक तेज रफ्तार में बेरीकेट्स को टक्कर मारते हुए खड़ी पिकअप से टकरा गया। दर्दनाक हादसे में सुलेश के सिर पर गंभीर चोट आई और उसकी मौत हो गई। हादसा सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम प्रतापगढ़ के पास हुआ है।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात युवक सुलेश तेज रफ्तार से बाइक चला रहा था। वह नशे की हालत में था। तेज रफ्तार और नशे के कारण युवक ने बाइक से नियंत्रण खो दिया। बाइक अनियंत्रित होकर पहले बेरिकेट्स से टकराई, फिर सामने खड़ी पिकअप से जा भिड़ी। जोरदार टक्कर में युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

मुख्यमंत्री ने विष्णु देव साय नवा रायपुर में एआई डाटा सेंटर पार्क का किया शिलान्यास

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर-22 में मेसर्स रैक बैंक के एआई डाटा सेंटर पार्क का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई उद्योग नीति के कारण कम समय में ही देश विदेश से स्थापना हेतु उद्योग आ रहे हैं, यही गति रही तो बहुत जल्द विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत का निर्माण हो जाएगा। यह वर्ष छत्तीसगढ़ की स्थापना का रजत जयंती वर्ष है, हमारी कोशिश रहेगी कि इसी साल स्थापना दिवस पर डाटा सेंटर का लोकार्पण हो जाये।

मुख्यमंत्री श्री साय ने एआई डाटा सेंटर की स्थापना करने जा रहे मेसर्स रैक बैंक प्रबंधन के प्रति बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एआई डाटा सेंटर छत्तीसगढ़ के लिए सूचना और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति लेकर आया है। यह हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जय विज्ञान, जय अनुसंधान के मंत्र को साकार करेगा और विकसित छत्तीसगढ़ की बुनियाद बनेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश का ग्रोथ इंजन छत्तीसगढ़ अपने कोयला, स्टील, आयरन ओर, ऊर्जा के लिए पहचाना ही जाता है। अब एआई, सेमीकंडक्टर और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री से हमें वैश्विक पहचान मिल रही है। विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा छत्तीसगढ़ बना रहे हैं, जहां के युवा सेमीकंडक्टर भी तैयार करेंगे और एआई सेवाएं भी देंगे। एआई डेटा सेंटर से प्रदेश में एआई आधारित सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा। उद्योग और व्यापार जगत के साथ इसका सीधा लाभ लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मिलेगा।

केंद्र सरकार के एआई मिशन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले साल इंडिया एआई मिशन को मंजूरी दी थी। हमें गर्व है कि साल भर के भीतर हमने एआई को लेकर मोदी जी के विजन पर ठोस काम करके दिखाया है। आज कई सारे उद्योग डाटा से संचालित होते हैं। मोबाइल क्रांति के बाद अब एआई का दौर है। हमारे जीवन के हर क्षेत्र को एआई प्रभावित कर रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ की एआई क्रांति देश के लिए मॉडल बनेगी। एआई डाटा सेंटर की स्थापना से एजुकेशन, चिकित्सा, मनोरंजन हो या कारखानों में होने वाला उत्पादन सभी को मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि एआई डाटा सेंटर की स्थापना से 500 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। जब कोई उद्योग लगता है तो रोजगार के कई दूसरे अवसर भी सृजित होते हैं। मेसर्स रैक बैंक द्वारा स्थापित यह एआई डाटा सेंटर 5 मेगावाट क्षमता का है। इस पूरी परियोजना में लगभग एक हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा। एआई डाटा सेंटर में ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएंगी। इससे एआई पर चलने वाले कंप्यूटर इंफ्रास्ट्रक्चर, सेमीकंडक्टर निर्माण को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम नवा रायपुर को आईटी मेडिसिटी और फार्मास्युटिकल हब के रूप में विकसित कर रहे हैं।

डिजिटल कौशल को बढ़ावा देने के कैबिनेट में लिए गए निर्णय पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दो दिन पहले ही हमारी कैबिनेट ने डिजिटल कौशल को बढ़ावा देने के लिए नवा रायपुर अटल नगर में स्टेट ऑफ आर्ट नाइलिट (State of Art NIELIT) की स्थापना के राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) को लगभग 10 एकड़ जमीन निःशुल्क आबंटित की है। आज एआई डाटा सेंटर के लिए भूमिपूजन हो या फिर कुछ दिनों पहले सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्टरिंग यूनिट का शिलान्यास। इससे पता चलता है कि हमारी सरकार ईज ऑफ डुईंग बिजनेस से स्पीड ऑफ बिजनेस की ओर कैसे आगे बढ़ रही है।

कुछ महीने पहले ही हम नई औद्योगिक नीति लेकर आए। इस नई नीति का कमाल देखिए पांच महीने में प्रदेश को साढ़े चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश मिल चुका है। नवा रायपुर की इस धरती पर आज हम जिस एआई डाटा सेंटर की नींव रख रहे हैं वह नई औद्यगिक नीति के कारण संभव हुआ है। क्योंकि अब प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए निवेशकों को अलग-अलग विभाग में चक्कर नहीं काटने पड़ते। राज्य में कोई बड़ा उद्योग लगाना हो या स्टार्टअप शुरू करना होगा, सिर्फ एक क्लिक करने पर ही कई सरकारी विभागों की मंजूरियां मिल जाती हैं। नई औद्योगिक नीति के जरिए हमने अगले पांच साल में लगभग चार लाख नये रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा प्रदेश ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर सकता है। हमारे पास आईटी, इंजीनियरिंग से जुड़े बेहतरीन संस्थान हैं। एनआईटी के साथ ही अब तो प्रदेश के आईटीआई में एआई आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाए जा रहे हैं। एआई डाटा सेंटर परियोजनाओं के लिए बिजली की उपलब्धता काफी अहम होती है। सौभाग्य से हमारा प्रदेश पावर प्लस स्टेट है। मेसर्स रैक बैंक द्वारा अपनी इस परियोजना में सौर ऊर्जा का भी काफी इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में प्रदेश का यह पहला एआई डाटा सेंटर देश में मॉडल बनेगा। पिछले दिनों मुझे मुंबई, दिल्ली, बैंगलुरु में इनवेस्टर मीट में शामिल होने का अवसर मिला। देशभर के उद्योगपति अब छत्तीसगढ़ में निवेश को लेकर उत्सुक हैं। एआई डाटा सेंटर छत्तीसगढ़ के विकास को गति देने के साथ युवा प्रतिभाओं की योग्यता को वैश्विक मंच प्रदान करेगा।

इस अवसर पर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, सीएसआईडीसी के चेयरमैन राजीव अग्रवाल, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, उद्योग सचिव रजत कुमार उपस्थित रहे।

शिक्षक पदोन्नति में गड़बड़ी : कूटरचना कर अपात्र भी बन गए प्रधानपाठक, डीईओ ने पांच शिक्षकों को जारी किया कारण बताओ नोटिस

पिथौरा- दो साल पहले प्रधानपाठक पद पर पदोन्नति की सूची में कुछ अनुभवहीन शिक्षक भी वरिष्ठता सूची में कूटरचना कर प्रधानपाठक पद पर पदोन्नत हो गए। मामले की जानकारी के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने पिथौरा विकासखंड के 5 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा विकासखण्ड में भी सहायक शिक्षकों को पदोन्नत कर प्रधानपाठक बनाने का आदेश जारी किया गया है परंतु अधिकांश सरकारी कामों की तरह इसमें भी कुछ चालाक शिक्षकों ने स्वयं ही वरिष्ठता सूची में कुट रचना कर सीनियर बन गए और इसी प्रमाणपत्र के कारण वे वास्तविक हकदार शिक्षकों को किनारे कर खुद प्रधान पाठक पद पर पदोन्नत हो गए। पूरे मामले की शिकायत कुछ पात्र वंचितों ने उच्चाधिकारियों से की थी। लिहाजा जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए विकासखण्ड के पांच शिक्षक जिनका नाम पदोन्नति सूची में है उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

इस मामले में स्थानीय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी डड़सेना ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से अभी की लिस्ट में पदोन्नत हुए शिक्षकों में दिनेश प्रधान प्रपा खैरखूँटा, गौरी नायक प्रपा पंडरीपानी, जयलाल भोई प्रपा विश्वासपुर, नारायण सिदार प्रपा कुदरीदादर एवं अभिमन्यु सिन्हा प्रधानपाठक नवाडीह को नोटिस जारी किया गया है। बहरहाल शासकीय नियुक्ति हो या ड्यूटी सभी कार्यों में गड़बड़ियों की शिकायत अब आम हो चुकी है। आखिर नियुक्ति, पदोन्नति हो या अन्य शासकीय आर्थिक कार्य सभी में कही न कही गड़बड़ियों की खबर सामने आ ही जाती है, जिससे सरकारी कार्यों में पारदर्शिता पर भी अब संदेह होने लगा है।

36 घंटे बाद तैरता हुआ मिला लापता मछुआरे का शव, जाल बिछाने के दौरान डूबकर हुई थी मौत

बालोद- 36 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाने के बाद लापता मछुआरे सोमन निसाद का शव तैरते हुआ मिला है। दरअसल, तांदुला डेम में सभी मछुआरे गुरुवार को मछली पकड़ने के लिए गए हुए थे। सोमन भी जाल बिछा रहा था, तभी अचानक मौसम ने करवट ली। तेज आंधी-तूफान के कारण डोंगा डेम में पलट गया और मछुआरा की पानी में डूबकर मौत हो गई।

घटना बालोद थाना क्षेत्र की है। ग्राम बोरिद सोमन निसाद (48 वर्ष) रोज की तरह गुरुवार को मछली पकड़ने तांदुला डेम में गया था, लेकिन तेज हवाओं और मौसम की खराबी के बाद वह लौटकर नहीं आया। जबकि अन्य मछुवारे वापस घर आ गए। स्थानीय ग्रामीणों को जब उसकी नाव और मछली पकड़ने का जाल किनारे पर लावारिस हालत में मिले, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लगातार गोताखोरों की टीम खोजबीन में जुटी हुई थी। आज सुबह डेम में तैरते शव को बाहर एसडीआरएफ ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है.

डिप्टी सीएम अरुण साव ने भारतमाला परियोजना के निर्माण का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों से गुणवत्ता की ली जानकारी, कहा-

रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज अचानक निर्माणधीन रायपुर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेसवे का औचक निरीक्षण करने अभनपुर पहुंचे, यहां उन्होंने निर्माणधीन ओवरब्रिज एवं सड़क का निरीक्षण किया। इस दौरान भारत माला प्रोजेक्ट एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सबसे पहले अभनपुर में निर्माणाधीन ओवरब्रिज कार्य का औचक निरीक्षण किया। मौके पर उपस्थित अधिकारियों से निर्माण की गुणवत्ता की जानकारी ली। साथ ही कार्य को निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करने की बात कही। इस दौरान अधिकारियों ने एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट कार्य की संपूर्ण जानकारी दी।

डिप्टी सीएम अरुण साव ब्रिज निरीक्षण के बाद ग्राम पंचायत भेलवाडीह के पास पहुंचे, यहां उन्होंने सड़क निर्माण के संबंध पूछताछ की। इस दौरान अधिकारियों से सड़क निर्माण में उपयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि, निर्माण में सभी मानकों का ध्यान रखा गया है।

उप मुख्यमंत्री साव ने निरीक्षण के बाद कहा कि भारत सरकार की यह क्रांतिकारी परियोजना है, इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा। इस हाइवे के बन जाने के बाद विशाखापट्टनम जाने में लंबी दूरी तय करना नहीं पड़ेगा। साथ ही यह आर्थिक गलियारा के रूप में महत्वपूर्ण साबित होगा।

गौरतलब है कि, रायपुर से विशाखापट्टनम तक 464 किमी लंबा 6 लेन का एक्सप्रेसवे का अधिकतर कार्य पूर्ण हो गया है। इस एक्सप्रेसवे के जरिए छत्तीसगढ़ से ओडिशा होते हुए आंध्र प्रदेश पहुंच सकेंगे। यह रायपुर को धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, कोरापुट और सब्बावरम शहर को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेसवे विशाखापट्टनम बंदरगाह पर समाप्त होगा। इसका निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत किया जा रहा है।

भारतमाला परियोजना में मुआवजा घोटाला

छत्तीसगढ़ में भारतमाला परियोजना के तहत राजधानी रायपुर से विशाखपट्टनम तक 950 किमी सड़क निर्माण किया जा रहा है. इस परियोजना में रायपुर से विशाखापटनम तक फोरलेन सड़क और दुर्ग से आरंग तक सिक्सलेन सड़क बनना प्रस्तावित है. इस सड़क के निर्माण के लिए सरकार ने कई किसानों की जमीनें अधिग्रहित की है. इसके एवज में उन्हें मुआवजा दिया जाना है, लेकिन कई किसानों को अब भी मुआवजा नहीं मिल सका है. विधानसभा बजट सत्र 2025 के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद इस मामले में जांच का फैसला लिया गया था.

क्या है भूमि अधिग्रहण नियम?

भूमि अधिग्रहण नियम 2013 के तहत हितग्राही से यदि 5 लाख कीमत की जमीन ली जाती है, तो उस कीमत के अलावा उतनी ही राशि यानी 5 लाख रुपए सोलेशियम के रूप में भी दी जाएगी. इस तरह उसे उस जमीन का मुआवजा 10 लाख दिया जाएगा. इसके तहत 5 लाख की यदि जमीन अधिग्रहित की जाती है तो उसके 10 लाख रुपए मिलेंगे और 10 लाख रुपए सोलेशियम होगा. इस तरह हितग्राही को उसी जमीन के 20 लाख रुपए मिलेंगे.

छत्तीसगढ़ के 12 मल्लखंब खिलाड़ी खेलो इंडिया यूथ गेम्स में लेंगे भाग, बिहार में 5 से 9 मई तक होगी प्रतियोगिता

रायपुर- खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार के बोधगया में 4 से 15 मई तक आयोजित होगी. इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के 12 मल्लखंभ खिलाड़ी शामिल होंगे. इन खिलाड़ियों में नारायणपुर जिले के 9 मल्लखंब खिलाड़ी शामिल हैं. ये सभी खिलाड़ी अबूझमाड़ मल्लखंब और स्पोर्ट्स अकादमी से जुड़े हैं. मल्लखंब की प्रतियोगिताएं 5 से 9 मई तक आयोजित होंगी.

खेल और युवा कल्याण अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार चयनित मल्लखंब खिलाड़ियों में 5 बालक और 4 बालिकाएं शामिल हैं. नारायणपुर जिले के चयनित खिलाड़ियों में ग्राम ओरछा की सरिता पोयाम, ग्राम मातला की मोनिका पोटाई, ग्राम कुंदला की दुर्गेश्वरी कुमेटी, ग्राम न्यानार की अनिता गोटा, ग्राम कुतुल के राकेश कुमार वढ़दा, ग्राम आसनार के मानू ध्रुव, ग्राम आसनार के राजेश कोर्राम, ग्राम पोकानार के मंगडू पोडियाम और ग्राम चिंगनार के मोनू नेताम शामिल हैं. उन्होंने बताया कि 2 मई को खिलाड़ियों और कोच मनोज प्रसाद, महिला कोच पूनम प्रसाद और मैनेजर सौरव पाल खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा लेने बिहार रवाना हुए.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण व संसाधन उपलब्ध कराने हेतु विशेष योजनाएं संचालित की जा रही हैं. नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ मल्लखंब और स्पोर्ट्स अकादमी में मल्लखंब खिलाड़ियों के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सहित सभी आवश्यक सुविधाएं दी जा रही है. जिससे वे राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन कर सके.

सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एक वर्दीधारी नक्सली ढेर, मौके से SLR और अन्य सामान बरामद

गरियाबंद- छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल ऑपरेशन अब और भी अधिक तीव्र और आक्रामक होते जा रहे हैं। शोभा थाना क्षेत्र के जंगलों में आज सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में जवानों ने एक वर्दीधारी नक्सली को मारा गिराया। जवानों को भारी पड़ता देख अन्य नक्सली फरार हो गए। मौके से एसएलआर हथियार समेत कई जरूरी सामान बरामद किया गया है। मारे गए नक्सली की पहचान डीवीसीएम आयतु उर्फ योगेश कोरसा के रूप में हुई है।

गरियाबंद एसपी ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि यह कार्रवाई सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई। नक्सलियों ने पहले फायरिंग की, जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। फिलहाल क्षेत्र में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है और सुरक्षा बल अलर्ट मोड पर है