एक्शन में लोक शिक्षण संचालनालय : अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों पर गिरेगी गाज, दो दिन में मांगी रिपोर्ट

रायपुर- छत्तीसगढ़ के लोक शिक्षण संचालनालय ने अनधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं. इस संबंध में संचालनालय ने सभी संभागीय संयुक्त संचालकों को पत्र जारी किया है.

पत्र में तीन माह या उससे अधिक समय से बिना अनुमति के अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची दो दिन के भीतर भेजने के निर्देश दिए गए हैं. लोक शिक्षण संचालक ने स्पष्ट किया है कि सूची की हार्ड कॉपी और सॉफ्ट कॉपी दोनों अनिवार्य रूप से भेजनी होगी.

Zora The Mall बनेगा रायपुर की नई पहचान, PVR LUXE में मिलेगा लग्जरी मूवी एक्पीरियंस, एक ही छत के नीचे 150 से ज्यादा ब्रांड्स

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज ज़ोरा मॉल की ऐतेहासिक शुरुआत हुई है, जो देश के टियर- 3 शहरों में राजधानी को स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है. डेढ़ सौ से भी ज्यादा नेशनल और इंटरनेशन ब्रांड ज़ोरा से जुड़कर एक परफेक्ट डेस्टिनेशन के रूप में तैयार होने जा रहा है. मॉल के साथ छत्तीसगढ़ के पहले और सबसे बड़े PVR LUXE की भी शुरूआत हुई है.

आज मॉल का भव्य शुभारंभ किया गया, जहां फाउंडर विजय झंवर और प्रमोद अरोड़ा ने मुख्य अतिथि सीएम विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का स्वागत किया. सीएम साय ने रिबन काटकर 12 साल से इस बहुप्रतीक्षित मॉल की शुरुआत की. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, टंकराम वर्मा, विधायक मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा मौजूद रहे.

PVR में मिलेगा मेट्रो सिटी जैसा लग्जरी फिल्म एक्सपीरियंस

यहां के आकर्षण का मुख्य केंद्र है छत्तीसगढ़ का पहला लक्जरी PVR मल्टीप्लेक्स, जहां फिल्म देखना अब सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि एक रॉयल एक्सपीरियंस होगा. लग्जरी स्क्रीन में सिर्फ 35 रिक्लाइनिंग सीटें हैं, जिनमें पांच स्मार्ट बटन दिए गए हैं – सीट को झुकाने से लेकर खाना ऑर्डर करने तक सब कुछ एक टच में…. यहां तक कि हाई-क्वालिटी स्क्रीन और डॉल्बी डिजिटल सराउंड साउंड से फिल्म का हर सीन रीयल फील देगा. PVR में कुल 5 स्क्रीन हैं, जिसमें चार मेन स्ट्रीम स्क्रीन और एक लक्स स्क्रीन . हर मेन स्ट्रीम ऑडिटोरियम को हरे, नीले और सुनहरे रंगों की थीम पर डिज़ाइन किया गया है. जिसमें फैब्रिक से तैयार की गई साइडवॉल्स, कोवलाइटिंग और अंतिम पंक्ति में प्रीमियम रिक्लाइनर सीटें हैं. ये कहना ग़लत नहीं होगा कि छत्तीसगढ़ वसियों को ये बेस्ट एक्सपीरियंस देगा.

खाने-पीने से लेकर कैफे का भी इंतजाम

यहां फिल्म देखते हुए आप कैफेटेरिया से खाना ऑर्डर कर सकते हैं, वो भी किफायती दरों में. दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर यहां प्रीमियम अनुभव मिलेगा.

बुक करें अपना प्राइवेट पीवीआर! रायपुर का यह पहला बुकेबल फैमिली पीवीआर है, जिसे ग्रुप या निजी आयोजनों के लिए बुक किया जा सकता है. बड़े शहरों की तुलना में इसकी कीमत काफी सस्ती है. जोरा द मॉल सिर्फ एक मॉल नहीं, बल्कि रायपुर की बदलती पहचान की एक झलक है. एक ऐसा ठिकाना, जहां हर उम्र के लोगों को शॉपिंग, एंटरटेनमेंट और लग्जरी का परफेक्ट कॉम्बिनेशन मिलेगा.

12 साल बाद ट्रेजर से बना ‘जोरा मॉल’, मिला नया कलेवर

कार्यक्रम में शामिल सीएम साय ने कहा कि “जोरा मॉल सिर्फ एक बिल्डिंग नहीं, बल्कि शहर के विकास का नया पड़ाव है. इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और रायपुर की शहरी छवि को नया मुकाम मिलेगा.” उन्होंने मॉल के संचालकों को बधाई देते हुए इसे राजधानी के लिए गौरव की बात बताया. वही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बताया कि यह मॉल पहले ‘ट्रेजर आईलैंड’ के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब 12 साल बाद इसका कायाकल्प हुआ है और यह मॉल छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मॉल्स में शुमार हो गया है.

फाउंडर विजय झंवर ने ज़ोरा मॉल को छत्तीसगढ़ और यहां आने वाले सभी टूरिस्ट के लिये एक डेस्टिनेशन के रूप में बताया है. उन्होंने बताया कि मॉल की शुरुआत में ही रन्ना गिल, कैफ़े दिल्ली हाइट्स, आइकोनिक के अंदर 15 इंटरनेशनल ब्रांड्स रायपुर आ चुकी है जो पहले नहीं थी. आने वाले समय में और भी ब्रांड्स इस मॉल से जुड़ेंगे और राजधानी को देश के विकसित शहरों के बीच जगह देने में सफल होंगे.

SECR का घूसखोर अफसर समेत 4 गिरफ्तार, 32 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप

रायपुर- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के मुख्य अभियंता (आईआरएसई: 2000) सहित चार लोगों को 32 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में अधिकारी के एक पारिवारिक सदस्य, एक निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक और उक्त कंपनी का एक कर्मचारी शामिल हैं. यह कार्रवाई रेलवे ठेकेदारों और अधिकारियों के बीच भ्रष्टाचार के नेटवर्क को तोड़ने के बाद की गई.

सीबीआई ने मुख्य अभियंता, निजी कंपनी, इसके प्रबंध निदेशक और कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोप है कि मुख्य अभियंता ने निजी कंपनी के पक्ष में रेलवे के ठेके और कार्य आदेशों में अनुचित लाभ देने के लिए रिश्वत ली. यह राशि उनके निर्देश पर उनके पारिवारिक सदस्य ने रांची में प्राप्त की.

जांच में पता चला कि निजी कंपनी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लिए विभिन्न निर्माण कार्य कर रही थी, जिसमें छोटे-बड़े पुल, रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी), और ट्रैक लाइनिंग जैसे कार्य शामिल थे. प्रबंध निदेशक ने अपने बेटे को बताया था कि मुख्य अभियंता के साथ मुलाकात के बाद 32 लाख रुपये की रिश्वत तय की गई थी, ताकि कंपनी के लंबित मामलों को उनके पक्ष में निपटाया जा सके.

सीबीआई ने 25 अप्रैल 2025 को जाल बिछाकर मुख्य अभियंता को तब पकड़ा, जब उनके पारिवारिक सदस्य ने निजी कंपनी के प्रतिनिधि से रांची में 32 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार की. रिश्वत की राशि सीबीआई ने पारिवारिक सदस्य के कब्जे से बरामद की.

वर्तमान में बिलासपुर और रांची सहित कई स्थानों पर तलाशी अभियान चल रहा है. तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और नकदी बरामद की गई है. जांच अभी जारी है.

पहलगाम पीड़ितों के साथ है देश की 140 करोड़ जनता, श्रद्धांजलि सभा में छलका आक्रोश और दर्द की असहनीय पीड़ा

अम्बिकापुर- पहलगाम में आतंकी हमले का दर्द, कष्ट, शोक, पीड़ा और आक्रोश पूरे देश को है, पूरी मानवता को है। हम 140 करोड़ भारतीय पीड़ित परिवारों के साथ हैं। यह बातें श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गये भारतीयों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कही। उन्होंने कहा कि धर्म पूछ कर निहत्थे पर्यटकों की हत्या करना बहुत ही दुखद है। ये आतंकी और उनके आका कश्मीर की अर्थव्यवस्था को निशाना बना रहे हैं। आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले चाहते हैं कि कश्मीर में बेरोजगारी बढ़े और उन्हें आतंक की फैक्ट्री चलाने का अवसर मिले। पहली बार पर्यटकों पर हमला हुआ जिससे कश्मीर के पर्यटन उद्योग को धक्का लगा है। पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठनों का करारा जवाब भारतीय सेना, भारत सरकार और देश की 140 करोड़ जनता देगी। श्रद्धांजलि सभा के दौरान दो मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना की गयी। सभा के दौरान सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

मिनीमाता के मूर्ति अनावरण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री

रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि सतनामी समाज एवं छत्तीसगढ़ के गौरव पूर्व सांसद स्वर्गीय मिनीमाता का जीवन जन सेवा एवं संघर्षों में व्यतीत हुआ है। उन्होंने गरीबों, दीन-हीनों एवं जरूरतमंदों की सेवा में आजीवन अपने आप को समर्पित किया था। उनका पूरा जीवन मानवता एवं जन कल्याण के लिए समर्पित रहा है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम भंडेरा में आयोजित स्वर्गीय मिनीमाता के मूर्ति अनावरण एवं सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। सांसद भोजराज नाग, विधायक कुंवर सिंह निषाद और डोमन लाल कोर्सेवाड़ा भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कार्यक्रम में कहा कि उस दौर में जब महिलाओं को अपने घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी, स्वर्गीय मिनीमाता को छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद बनने का गौरव हासिल हुआ था। उन्होंने कहा कि गरीबों और वंचित वर्गों के साथ-साथ पीड़ित मानवता की सेवा में मिनीमाता का योगदान अनुपम एवं अद्वितीय है। हम सभी को गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा की सीख मिनीमाता से लेना चाहिए।

सांसद भोजराज नाग ने वंचित वर्गों के कल्याण तथा समाज के नवनिर्माण में स्वर्गीय मिनीमाता के योगदानों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मिनीमता ने जीवन पर्यंत समाज में फैली कुरीतियों और विसंगतियों को दूर करने में बहुमूल्य भूमिका निभाई। विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने स्वर्गीय मिनीमाता के योगदानों को रेखांकित करते हुए उन्हें समाज के शोषित, पीड़ित एवं वंचित वर्गों का सच्चा हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि आप सबकी कृपा और आशीर्वाद से ग्राम भंडेरा के मेरे जैसे एक साधारण व्यक्ति को विधायक बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले समाज के प्रतिभाशाली लोगों का सम्मान किया गया। पूर्व मंत्री रमशीला साहू, पूर्व विधायक बिरेन्द्र साहू, राजेन्द्र राय, दयाराम साहू तथा नगर पंचायत गुण्डरदेही के अध्यक्ष प्रमोद जैन सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा सतनामी समाज के पदाधिकारी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

छत्तीसगढ़ निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम अब छत्तीसगढ़ दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम होगा, मुख्यमंत्री श्री साय ने की घोषणा

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में छत्तीसगढ़ निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष लोकेश कावड़िया को नए दायित्व के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम का नाम परिवर्तित कर छत्तीसगढ़ दिव्यांग जन वित्त एवं विकास निगम करने की घोषणा की। साथ ही मुख्य मंच से इस अवसर पर 15 दिव्यांग हितग्राहियों को ऋण, 11 दिव्यांग हितग्राहियों को ऋण अदायगी करने पर ब्याज सब्सिडी एवं श्रवण बाधित दिव्यांग को श्रवण यंत्र प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार दिव्यांगों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। दिव्यांगों के जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें दिव्यांग बच्चों का सर्वे कर उनके व्यवसाय एवं नए स्टार्टअप के लिए ऋण प्रदान कर मदद करनी चाहिए, ताकि उनके जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार आ सके।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि दिव्यांगजनो के जीवन में खुशहाली लाने के लिए हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान दंतेवाड़ा जिले में आए थे, तब दिव्यांगजनों से उनका विशेष लगाव देखने को मिला था। आज हमारी सरकार ने बेहद अनुभवी सामाजिक कार्यकर्ता को इसकी जिम्मेदारी दी है, जिसका सीधा लाभ दिव्यांग साथियों को मिलेगा।

महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने कहा कि हमारी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' के संकल्पों के आधार पर दिव्यांगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने एवं उनके कौशल विकास पर जोर दे रही है। इस अवसर पर उन्होंने लोकेश कावड़िया को नए दायित्व के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

पदभार ग्रहण समारोह में शासकीय दिव्यांग स्कूल माना के छात्र-छात्राओं द्वारा बहुत ही आकर्षक गीत गाया गया, जिसने सबका मन मोहा।इसके साथ ही राजनांदगांव के दिव्यांग स्कूल के श्रवण बाधित छात्रों द्वारा देशभक्ति नृत्य का मंचन भी किया गया।

इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, विधायक राजेश मूणत, मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, रायपुर नगर निगम महापौर मीनल चौबे सहित विभिन्न मंडल आयोगों के अध्यक्षगण, छत्तीसगढ़ निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में दिव्यांग छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

NIA की टीम पहुंची मृतक दिनेश मिरानिया के घर, पहलगाम आतंकी हमले की जुटाई जनाकारी

रायपुर- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तेजी ला दी है. इसी कड़ी में NIA की टीम आज रायपुर के समता कॉलोनी स्थित मृतक दिनेश मिरानिया के घर पहुंची. टीम ने परिजनों से मुलाकात की.

इस दौरान एनआईए की टीम ने दिनेश मिरानिया की पत्नी नेहा मिरानिया, पुत्र शौर्य और पुत्री लक्षिता से पूछताछ कर घटना के समय की परिस्थितियों के बारे में विस्तृत जानकारी ली.

बता दें कि समता कॉलोनी, रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया (45 वर्ष) को आतंकियों ने कश्मीर बैसरन घाटी में उसी दिन गोली मारी, जिस दिन उनकी शादी की सालगिरह थी. दिनेश पत्नी नेहा, बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ शादी की सालगिरह सेलीब्रेट कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे पूरे परिवार का खुशहाल पल दर्दनाक त्रासदी में बदल गया.

रेलवे ठेकेदार के घर CBI का छापा, 10 सदस्यीय टीम कर रही है दस्तावेजों की जांच

बिलासपुर- केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एक टीम ने रेलवे से जुड़े कार्यों में शामिल ठेकेदार कंपनी झाझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड पर शुक्रवार को छापा मारा. यह कार्रवाई सुबह के समय शुरू हुई, जिसमें 8 से 10 सदस्यों वाली CBI टीम मौके पर जांच कर रही है.

सूत्रों के अनुसार, यह छापा रेलवे प्रोजेक्ट्स में संभावित गड़बड़ियों और अनियमितताओं की जांच के तहत मारा गया है. झाझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड रेलवे के कई बड़े निर्माण कार्यों को ठेके पर अंजाम देती है और हाल के वर्षों में इस कंपनी को करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट आवंटित किए गए हैं.

CBI अधिकारियों ने कंपनी के कार्यालय में दस्तावेजों की गहन तलाशी ली और कई महत्वपूर्ण फाइलों व डिजिटल डेटा को जब्त किया. इस दौरान कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई.

हालांकि, अभी तक CBI की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन यह कार्रवाई बड़े रेलवे ठेकों में भ्रष्टाचार की आशंका को लेकर की जा रही बताई जा रही है. जांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि CBI आने वाले दिनों में और भी ठिकानों पर छापेमारी कर सकती है.

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आतंकी हमले में मारे गए कारोबारी दिनेश मिरानिया के परिवार से की मुलाकात, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

रायपुर-  जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में रायपुर के समता कॉलोनी निवासी कारोबारी दिनेश मिरानिया की दुखद मौत के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज उनके निवास पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दिनेश मिरानिया की पत्नी नेहा और बेटे शौर्य से मुलाकात की और इस त्रासदी पर शोक जताया.

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बारीकी से इस घटना के बारे में जानकारी ली और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. बता दें कि समता कॉलोनी, रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया (45 वर्ष) को आतंकियों ने कश्मीर बैसरन घाटी में उसी दिन गोली मारी, जिस दिन उनकी शादी की सालगिरह थी. दिनेश पत्नी नेहा, बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ शादी की सालगिरह सेलीब्रेट कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे पूरे परिवार का खुशहाल पल दर्दनाक त्रासदी में बदल गया.

शहर सीरतुन्नबी कमेटी रायपुर ने किया पहलगाम हमले का पुरजोर विरोध और आतंकियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग

रायपुर- आज जुम्मा की नमाज के बाद शहर सीरतुन्नबी कमेटी रायपुर के अध्यक्ष मोहम्मद सोहेल सेठी के नेतृत्व में शहर का मुस्लिम समाज औलिया चौक पर एकत्र होकर जुलूस की शकल में अम्बेडकर साहब की प्रतिमा तक गए, जहाँ भीम आर्मी के लोगों ने भी इस जुलूस में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस जुलूस में पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकियों को फांसी की मांग के नारे लगते रहे।

सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित मुस्लिम समाज के लोगों ने पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी और हमले में शामिल आंतकियों के उपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए ए.डी.एम को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा ।

अध्यक्ष मोहम्मद सोहेल सेठी ने कहा कि शहर सीरतुन्नबी कमेटी रायपुर के बैनर तले पूरा मुस्लिम समाज एकत्र होकर इस घटना की पुरजोर निंदा करता है और आतंकियों और उनके आकाओं को फांसी की मांग करता है। आगे मोहम्मद सोहेल सेठी ने कहा कि हर मुस्लिम आतंकी नहीं होता, यह एक बार फिर साबित हुआ, मरहूम सैय्यद आदिल ने आतंकियों की बंदुक छीनते हुए निहत्थों की हत्या का विरोध किया और शहीद हो गए।

इस जुलूस में काजिए शहर मौलाना मोहम्मद अली फारूकी, पूर्व महापौर एजाज़ ढेबर, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज, हज कमेटी के अध्यक्ष असलम खान, जामा मस्जिद के मुतवल्ली अब्दुल फहीम, शेख निजामुद्दीन, हाजी बदरूद्दीन खोखर, नईम अशरफी रिजवी, पार्षद शेख मुशीर, डॉ. मुजाहिद अली फारूकी, अशफाक कुरैशी मुतवल्ली, इस्माईल बापू मुतवल्ली, राहिल रऊफी, शेख अमीनुद्दीन, कामरान अंसारी, अमजद, अनीस रजा मुतवल्ली, हाजी परवेज अख्तर, रफीक नियाजी, याकूब गनी, अमीन शेख, एजाज खान, इस्हाक सेठी, इस्माईल अहमद, अशफाक अहमद, फिरोज खान, मो. इसरार, नूरूद्दीन, शोबी मलिक, कैय्यूम अहमद, जिया कुरैशी, करीम सेठी व अन्य मस्जिदों के मुतवल्ली व समाज के गणमान्य नागरिक इस विरोध में उपस्थित थे।