श्रीनगर पहुंचे सेना प्रमुख, करेंगे सुरक्षा स्थिति की समीक्षा, पहलगाम हमले के घायलों से मिलने राहुल भी पहुंच रहे अनंतनाग

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए पड़ोसी देश पर कई प्रहार किए हैं। जिसमें सिंधु नदी समझौता स्थगित करना भी शामिल हैष इस मुद्दे पर शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह अपने आवास पर एक बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल समेत कई सीनियर केंद्रीय मंत्री शामिल हो सकते हैं। इस बीच, भारत ने पाकिस्तान को औपचारिक पत्र लिखकर सिंधु जल संधि को निलंबित करने की सूचना दे दी है। वहीं सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी आज श्रीनगर पहुंच गए हैं। वह 15 कोर में सुरक्षा बैठक की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वह आतंकी हमले वाली जगह पर भी जाएंगे। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी जम्मू-कश्मीर जाएंगे।

आर्मी चीफ पहुंचे श्रीनगर

पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान लेने वाले आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबल एक्टिव हो गए हैं। आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी श्रीनगर पहुंच चुके हैं। वे घाटी में सुरक्षा की समीक्षा करने के साथ ही आतंकवादियों और उनके गढ़ को तबाह करने की रणनीति भी बनाएंगे। उनका कश्मीर घाटी में तैनात वरिष्ठ सैन्य कमांडरों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक करने का कार्यक्रम है। वह घाटी में चल रही सुरक्षा स्थिति और पाकिस्तान सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ़ कंट्रोल) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के प्रयासों की समीक्षा करेंगे।

यूएस दौरे रद्द कर देश लौटे राहुल गांधी

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। राहुल गांधी अमेरिका की यात्रा पर थे लेकिन यात्रा बीच में छोड़कर गुरुवार सुबह वे दिल्ली लौट आए थे। राहुल गांधी से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अपनी-अपनी विदेश यात्रा बीच में रद्द कर दी थी। पीएम मोदी सऊदी अरब तो सीतारमण अमेरिका के दौरे पर थीं।

गुस्से में देश

पहलगाम आतंकी हमले में हिंदुओं की बर्बर हत्या की गई। इससे लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को देशभर में प्रदर्शन हुए। शुक्रवार को भी देश भर में प्रदर्शन होगा। शुक्रवार को भी दिल्ली बंद का ऐलान किया गया है। दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर लोगों ने प्रदर्शन किया। करीब 300 लोगों ने उच्चायोग के समक्ष नारेबाजी की।

मिट्टी में मिला देंगे’, पहलगाम हमले में शामिल आसिफ का घर बम से उड़ाया, आदिल के घर चला बुलडोजर

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पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निहत्‍थे पर्यटकों की हत्‍या के बाद भारत का सख्‍त रुख सामने आ चुका है। देश बेकसूरों की “बलि” बदला लेकर रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिला की धरती से साफ शब्‍दों में कहा कि जिन्‍होंने इस हमले को अंजाम दिया है, उन्‍हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। इस बीच पहलगाम हमले के संदिग्‍ध आतंकवादियों के खिलाफ एक्‍शन शुरू हो गया है। अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के त्राल के गोरी इलाके में एक आतंकी के घर को बम से उड़ाया गया है, जबकि दूसरे संदिग्ध के घर को बुलडोर से गिराया गया है।

त्राल में जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकी आसिफ के घर पहुंची। बताया जा रहा है कि उसके घर में विस्फोटकों का जखीरा था, जिसमें धमाका हुआ। इसके अलावा एक आतंकी आदिल के घर पर भी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुलडोजर से कार्रवाई की और उसे ध्वस्त कर दिया।

हमले के बाद आसिफ-आदिल का वीडियो हुआ था वायरल

सुरक्षाबलों ने त्राल में जिन आतंकियों पर एक्शन लिया है। वे दोनों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं। बीते 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले से जुड़े वीडियो में दोनों नजर आए थे। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद आतंकियों का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे सुरक्षा बलों को चुनौती देते नजर आ रहे हैं।

आसिफ और आदिल सहित हमले में शामिल अन्य आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकियों तक पहुंचने के लिए अब तक 2000 लोगों से पूछताछ की है। इसके साथ ही काफी लोगों को हिरासत में भी लिया है।

26 लोगों की नृशंस हत्या

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की जान ले ली थी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखा और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।

पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर की फायरिंग, भारत ने पड़ोसी देश की चौकियों से हुई गोलीबारी का दिया जवाब

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पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तानी सेना के बीच तनातनी शुरू हो गई है। पाकिस्तान की सेना ने कुछ जगहों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू की। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान डरा हुआ है। वह भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से छटपटा रहा है। इस बीच पड़ोसी मुल्क की ओर से फायरिंग की गई है।

गुरुवार की रात को पाकिस्तानी आर्मी ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारत के 8 चौकियों पर रात भर फायरिंग करती रही। गोलीबारी छोटे हथियारों के जरिए की गई। भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना ने इसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया। फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

इससे पहले पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के साथ शिमला समझौते और अन्य द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित कर दिया, सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी और भारतीय एयरलाइन के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। इसके साथ ही उसने कहा कि सिंधु जल संधि के तहत उसके लिए निर्धारित पानी के प्रवाह को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध छेड़ने के समान माना जाएगा।

पाकिस्तान ने भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई के बाद ये कदम उठाया। दरअसल, पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत ने जवाब में पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें सिंधु जल समझौता, पाकिस्तानियों के वीजा रद्द और भारत खाली करने के आदेश से लेकर कई तरह के प्रतिबंध शामिल हैं। वहीं, पीएम मोदी ने गुरुवार को साफ कर दिया कि इस कुकृत्य के जिम्मेदार को ‘मिट्टी में मिला देंगे।’ इस हमले से भारत अभी उबर नहीं पाया था कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नापाक हरकत कर दी।

शाह और जयशंकर ने की राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात, पहलगाम अटैक के बीच लाल फाइल दे रही खास संकेत

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पहलगाम हमले के बाद केन्द्र सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है। देश की राजधानी में घटनाएं तेजी से घट रही है। दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है। सर्वदलीय बैठक से पहले अमित शाह और विदेश मंत्री जयशंकर इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।

लाल रंग की फाइलें क्या कह रही?

राष्ट्रपति भवन ने बैठक की एक तस्वीर शेयर करते हुए 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।'

इस तस्वीर में अमित शाह और जयशंकर जब राष्‍ट्रपत‍ि से मुलाकात कर रहे थे तो उनके हाथ में लाल रंग की फाइलें देखी गईं। आमतौर पर सरकारी बैठकों में लाल या हरी रंग फाइलें बेहद संवेदनशील और सीक्रेट डॉक्‍यूमेंट के ल‍िए होती हैं।

पीएम मोदी ने दी चेतावनी

गृहमंत्री और विदेश मंत्री एक साथ राष्ट्रपति से मिलते हैं, खासकर ऐसे समय में जब पीएम ने कड़ा बयान दिया है। गुरूवार को बिहार के मधुबनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, देश के दुश्मनों ने भारत की आस्था पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने यह हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र का एक्शन जारी

वहीं, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमले के बाद बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने कई अहम फैसले लिए हैं। इसमें पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। वहीं अटारी बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। जबकि भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके साथ पाकिस्तान के राजनायिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही सेना को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।

सिंधु नदी का पानी मोड़ना युद्ध की घोषणा जैसा”, पाकिस्तान की गीदड़भभकी, भारत के खिलाफ किए कई ऐलान

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पहलगाम में हुए हमले के बाद तनाव को बढ़ाते हुए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कई घोषणाएं की हैं। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के बाद अब पाकिस्तान ने भी गीदड़भभकी देने की कोशिश की है। इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पाकिस्तान ने कई बड़े फैसलों का ऐलान किया है। इसमें भारत के साथ व्यापार पर रोक, वाघा बार्डर को बंद करना, भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल पर रोक का फैसला किया गया है।

भारत पर आतंकवाद फैलाने जैसा गंभीर आरोप

इस्लामाबाद ने कहा कि यह कदम नई दिल्ली के पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद को बढ़ावा देने, अंतरराष्ट्रीय हत्याओं में शामिल होने और कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों की अवहेलना करने के "प्रकट व्यवहार" का सीधा जवाब है। बयान में कहा गया है, "जब तक भारत अपने प्रकट व्यवहार से बाज नहीं आता, तब तक पाकिस्तान भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित रखने के अधिकार का प्रयोग करेगा।"

भारत के बयान को बताया राजनीति से प्रेरित

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बैठक में भाग लेने वालों ने राष्ट्रीय सुरक्षा माहौल और क्षेत्रीय स्थिति, खासकर पहलगाम हमले के मद्देनजर चर्चा की। बयान में कहा गया, "पर्यटकों की जान जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए समिति ने 23 अप्रैल 2025 को घोषित भारतीय उपायों की समीक्षा की और उन्हें एकतरफा, अन्यायपूर्ण, राजनीति से प्रेरित, बेहद गैरजिम्मेदाराना और कानूनी योग्यता से रहित बताया।

सिंधु जल संधि पर बोला पाकिस्तान

पीएमओ के बयान में कहा गया है, पाकिस्तान सिंधु जल संधि को स्थगित रखने की भारत की घोषणा को पूरी तरह से खारिज करता है। बयान में कहा गया है कि यह संधि एक बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय समझौता है, जिसमें एकतरफा निलंबन का कोई प्रावधान नहीं है। एनएससी ने जोर देकर कहा, पानी पाकिस्तान का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित है, यह उसके 240 मिलियन लोगों की जीवनरेखा है और इसकी उपलब्धता को हर कीमत पर सुरक्षित रखा जाएगा। इसने चेतावनी दी, सिंधु जल संधि के अनुसार पाकिस्तान के पानी के प्रवाह को रोकने या मोड़ने का कोई भी प्रयास और निचले तटवर्ती क्षेत्र के अधिकारों का हनन युद्ध की कार्रवाई के रूप में माना जाएगा और राष्ट्रीय शक्ति के पूरे स्पेक्ट्रम में पूरी ताकत से इसका जवाब दिया जाएगा।

भारत के लिए एयरस्पेश किया बंद

बयान में आगे कहा गया है कि, पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र तत्काल प्रभाव से सभी भारतीय स्वामित्व वाली या भारतीय संचालित एयरलाइनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। भारत के साथ सभी व्यापार, जिसमें पाकिस्तान के माध्यम से किसी तीसरे देश के लिए या उससे होने वाला व्यापार भी शामिल है, तत्काल निलंबित कर दिया गया है।

पाकिस्तान ने वाघा सीमा चौकी को बंद किया

पाकिस्तान ने कहा है कि वह वाघा सीमा चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद करेगा। इस मार्ग से भारत से सीमा पार सभी पारगमन, बिना किसी अपवाद के निलंबित रहेंगे। जो लोग वैध समर्थन के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे तुरंत लेकिन 30 अप्रैल 2025 से बाद में नहीं, वापस लौट सकते हैं।

सिखों को छोड़ भारतीय नागरिकों का वीजा निरस्त

पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को जारी किए गए सार्क वीजा छूट योजना के तहत सभी वीजा निलंबित कर दिए हैं और सिख धार्मिक तीर्थयात्रियों को छोड़कर उन्हें तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। एसवीईएस के तहत वर्तमान में पाकिस्तान में भारतीय नागरिकों को 48 घंटे के भीतर बाहर निकलने का निर्देश दिया सलाहकारों के सहायक कर्मचारियों को भी भारत लौटने का निर्देश दिया गया है।

पहलगाम अटैक पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने अपनी ही सरकार को घेरा, पूछ लिया ये सवाल

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जम्मू कश्मीर की पहलगाम घाटी में मंगलवार को आतंकवादियों ने खूनी खेल खेला। इस आतंकी हमले में 28 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस घटना की पूरी दुनिया निंदा कर रही है। पहली बार किसी पाकिस्तान क्रिकेटर ने इस मामले मे चुप्पी तोड़ी। आतंकवादियों की कायराना हरकत के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को लताड़ लगाई है।

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए दुख जताया है। इसके साथ उन्होंने पीएम शहबाज शरीफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कनेरिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, 'अगर सच में पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है तो प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी है। आपने अपनी सेना को क्यों अचनाक हाई अलर्ट पर रख दिया है। क्योंकि सच क्या है आप जानते हैं। आप आतंकियों को पालते हैं और रखते हैं। आपको शर्म आनी चाहिए।

दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए साल 2000 में टेस्ट में डेब्यू किया था। दानिश पाकिस्तान के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज में से एक रहे हैं। हालांकि, टीम में धर्म के नाम पर भेदभाव और फिक्सिंग कांड के कारण उनका करियर जल्दी समाप्त हो गया। इसके साथ ही दानिश ने अब पाकिस्तान छोड़ दिया है। वह अपने परिवार के साथ अमेरिका शिफ्ट हो गए हैं। दानिश कई मौकों पर पाकिस्तान क्रिकेट और भारत के खिलाफ पाकिस्तान की तरफ से कायराना आतंकी हमले का खुलकर विरोध कर चुके हैं।

पहलगाम हमले के बीच भारत ने किया मिसाइल परीक्षण, पाकिस्तान की “नींद” होगी हराम

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भारत ने गुरुवार को आईएनएस सूरत युद्धपोत से मिसाइल की टेस्टिंग की है। टेस्टिंग सफल रही। सतह से समुद्र पर वार करने का सफल परीक्षण किया गया। भारत ने ये परीक्षण तब किया है जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश गुस्से से भरा हुआ है। वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान डरा हुआ है। जी हां, भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने 24-25 अप्रैल को कराची तट से दूर अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर अपनी तटरेखा पर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था।

भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस सूरत ने समुद्र में लक्ष्य की सटीकता से सफल परीक्षण किया।भारतीय नौसेना ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी। भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक आईएनएस सूरत ने समुद्र में लक्ष्य को सफलतापूर्वक टारगेट किया।

भारतीय नौसेना ने एक्स पोस्ट में इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि 'ये हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर साबित हुआ। आत्मनिर्भर भारत के लिए गर्व का क्षण है।'

आईएनएस सूरत, विशाखापत्तनम-क्लास डिस्ट्रॉयर श्रेणी का युद्धपोत है और इसे मेक इन इंडिया पहल के तहत बनाया गया है। यह जहाज आधुनिक रडार, सेंसर और हथियार प्रणालियों से लैस है। यह मिसाइल करीब 70 किमी तक के लक्ष्यों को नष्ट कर सकती है। इसका इस्तेमाल भारत की तीनों सेनाएं- थल सेना, नौसेना और वायुसेना करती है। ये मिसाइल लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज मिसाइलों को हवा में नष्ट करने की क्षमता रखती है। इसमें मल्टी-फंक्शन रडार और कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम लगाया गया। इसमें ट्रैकिंग और निशाना साधने की क्षमता है। यह मिसाइल प्रणाली भारत की वायु रक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाती है और देश की आत्मनिर्भरता को भी दर्शाती है।

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की ओर से मिसाइल टेस्ट किया गया था। पाकिस्तान ने भी अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करते हुए कराची के पास अरब सागर क्षेत्र में एक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया। पाकिस्तान ने इस परीक्षण के लिए नो-फ्लाई जोन घोषित किया था और इसकी आधिकारिक जानकारी पहले ही दे दी थी। यह परीक्षण ऐसे समय हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले के बाद तनाव बढ़ा हुआ है।

पहलगाम हमले का जश्न मनाने की थी तैयारी? पाकिस्तान उच्चायोग में केक ले जाता दिखा कर्मचारी

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पूरी दुनिया पाकिस्तान के आतंक प्रेम को जानती है। पहलगाम में दहशतगर्दों ने जिस तरह नरसंहार किया उससे पूरा देश गमगीन है। भारत ही नहीं दुनियाभर के देश इस हमले की निंदा कर रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाले वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पाकिस्तान उच्चायोग का एक कर्मचारी केक अंदर लेकर जा रहा है। जिसे मीडियो वालों ने घेर लिया और सवाल पूछने लगे। इस पर शख्स ने चुप्पी साध रखी थी कुछ नहीं बोला।

पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने कड़े फैसले लेते हुए पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। सरकार के फैसले के बाद गुरुवार सुबह पुलिस नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर से बैरिकेड्स हटाने पहुंची थी। इस दौरान उच्चायोग का एक कर्मचारी केक ले जाते नजर आया।

मीडिया ने जब कर्मचारी से केक ले जाने को लेकर सवाल किए तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। कर्मचारी से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान उच्चायोग में हमले का जश्न मन रहा है तो वह नीचे सिर करके केक लेकर उच्चायोग के अंदर चला गया।

पाकिस्तान दूतावास में केक लेकर जाने को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान खुश है। सच्चाई क्या है ये तो कोई नहीं जानता, लेकिन पाकिस्तान कर्मचारी का जवाब न देना कई सवाल खड़े करता है।

बता दें कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार शाम को कैबिनेट सुरक्षा समिति (सीसीएस) की एक आपात बैठक बुलाई गई थी। सीसीएस की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए गए है। इसी के तहत नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को 'अवांछित व्यक्ति' घोषित किया गया है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ना होगा। इसी तरह भारत भी इस्लामाबाद में स्थित अपने सैन्य सलाहकारों और पांच सहायक कर्मचारियों को वापस बुलाएगा। दोनों देशों के उच्चायोगों की कुल कर्मचारि‍यों की संख्या को 55 से घटाकर 30 किया जाएगा, जो 1 मई तक प्रभावी किया जाएगा।

मिट्टी में मिलाने का वक्त आया', बिहार से पीएम मोदी का पाकिस्तान को कड़ा संदेश

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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार से पूरे देश को बड़ा संदेश दिया। पहलगाम हमले में 28 लोगों की जान गंवाने के बाद पीएम मोदी का बिहार के मधुबनी जिले में पहला संबोधन था।उन्होंने कहा कि पहलगाम के आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। पीएम मोदी ने मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर कई परियोजनाओं की शुरुआत की और कुछ सेमी-हाई-स्पीड रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाई। साथ ही जनसभा को संबोधित किया।

कल्‍पना से भी बड़ी सजा मिलेगी-पीएम मोदी

जनसभा में मोदी ने पहले पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी फिर भाषण की शुरुआत की। पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ कह दिया कि देश के दुश्मनों ने भारत की आत्‍मा पर हमला करने का दुस्‍साहस किया है। मैं साफ कह रहा है, जिन्‍होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों और इसकी साजिश रचने वालों को उनकी कल्‍पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।

भारत हर आतंकी को ढूंढकर सख्त सजा देगा-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि इंडिया के स्प्रिट को आतंकवाद से नहीं तोड़ा जा सकता है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंक के आकाओं की कमर तोड़ कर रहेगी। दोस्तों आज हम बिहार से पूरी दुनिया को कह रहे हैं कि भारत हर आतंकी को ढूंढ निकालेगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा देंगे। हम आतंक को किसी भी हालत में नहीं सहेंगे।

पहलगाम में जान गंवाने वालों को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने अपनी बात शुरू करने से पहले 22 अप्रैल को जिन लोगों की जान गई, उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लोगों से कुछ पल मौन रखने की प्रार्थना की। पीएम ने कहा कि 22 अप्रैल को कश्‍मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्‍यथित है। सब दुखी हैं। सभी पीड़ित परिवारों के साथ देश खड़ा है। जिन परिवारजनों का इलाज चल रहा है, वे जल्‍द स्‍वस्‍थ हों, इसका प्रयास भी सरकार कर रही है। इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा, भाई तो किसी ने जीवनसाथी खोया। ये सभी अलग अलग जगहों से थे।

भारत के एक्शन से तिलमिलाया पाकिस्तान, पीएमओ ने बुलाई एनएससी की बैठक

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22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत की ओर से पहले ही संदेश दिया जा चुका है “आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को लगातार पनाह दी जा रही है। एक बार फिर पहलगाम मे हुए हमले के बाद सीमा पार से लिंकेज सामने आया है। जिसके बाद सरकार जवाब में भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित कर दी, अटारी चेक पोस्ट बंद किया, पाकिस्तानी नागरिकों के SAARC वीजा रद्द किए, और दोनों देशों के उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या घटाने का फैसला लिया। यही नहीं भारत में पाकिस्तान का एक्स अकाउंट बी रद्द कर दिया गया है। इस बातों से तिलमिलाए पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है।

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने देर रात एक पोस्ट में एनएससी बैठक के बारे में जानकारी दी। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने एक्स पर किए गए एक पोस्ट में बताया कि नेशनल सिक्योरिटी इस बातचीत का अहम टॉपिक होने वाला है। उन्होंने लिखा, "प्रधानमंत्री मोहम्मद शाहबाज शरीफ ने आज शाम को भारत सरकार के बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए गुरुवार सुबह 24 अप्रैल को नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई है।"

इधर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के को लेकर दिल्ली में 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। ये मीटिंग रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में होगी। सर्वदलीय बैठक में हमले के बाद के हालात, सुरक्षा उपायों और आगे की रणनीति पर बातचीत होगी। जिसमें तमाम दलों के नेता शामिल होंगे।

हमले के पीछे सीमा पार की साजिशें

इससे पहले बुधवार शाम को कैबिनेट सुरक्षा समिति (सीसीएस) की एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यह बैठक दो घंटे से अधिक समय तक चली। बैठक में अन्य लोगों के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए।

बैठक में यह बताया गया कि इस हमले के पीछे सीमा पार की साजिशें हैं। यह हमला उस समय हुआ, जब केंद्रशासित प्रदेश में सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न हुए थे और क्षेत्र आर्थिक विकास की ओर अग्रसर है।

सीसीएस ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए कई कड़े कदम

हमले की गंभीरता को देखते हुए सीसीएस ने कई कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया और पाकिस्तान को साफ संदेश दिया। इन फैसलों में सिंधु जल संधि रद्द करना, भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग में राजनयिकों की संख्या में कटौती, पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने के आदेश समेत कई निर्णय लिए गए। पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सेना, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित किया गया है।