पर्यावरण संकट: थर्मल पावर प्लांट पर विरोधों का साया

मीरजापुर। सदर तहसील क्षेत्र के ददरी खुर्द गांव के किसानों ने आदानी के 1600 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट को लेकर विरोध तेज़ कर दिया है। पिछले दिनों हुए जनसुनवाई को 'गैरकानूनी' करार देते हुए मुख्यमंत्री सहित जिलाधिकारी मीरजापुर से इसकी शिकायत करते हुए जांच कर अविलंब रोक लगाने की मांग की है।

ग्रामीणों का आरोप है कि आपाधापी और 'भाड़े की भीड़' के बीच सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में प्रभावित समुदायों को पहले से कोई सूचना या जानकारी भी देना मुनासिब नहीं समझा गया है। मजे की बात तो यह है कि यूपीपीसीबी की वेबसाइट पर भी कोई सूचना नहीं है।

बताते चलें कि आदानी की कंपनी द्वारा मिर्ज़ापुर थर्मल एनर्जी (यूपी) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के ददरी खुर्द गांव के वन क्षेत्र में 1600 (2×800) मेगावाट की कोयला आधारित अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना स्थापित करने का प्रस्ताव को लेकर 11 अप्रैल 2025 को पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई का आयोजन किया गया था। जिसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व उर्जा राज्यमंत्री एवं मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) शिव प्रसाद शुक्ला, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी सोनभद्र व अडानी ग्रुप के चेयर पर्सन दिनेश सिंह मौजूद रहें। इस जनसुनवाई में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी एवं जिले के गणमान्य लोगों के उपस्थित होने का दावा करते हुए कहा गया कि, इस पावर प्लांट के लगने से क्षेत्र के काफी लोगों को रोजगार एवं जिले का विकास होगा।

मड़िहान के भाजपा विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने विकास का दावा करते हुए महिलाओं को रोजगार मिलने तक की बात तो कह डाली, लेकिन इससे होने पर्यावरणीय नुकसान, देवरी मड़िहान के जंगलों में वास करने वाले जंगली जीव-जंतुओं के जीवन पर मंडराने वाले खतरा, जंगलों के नष्ट होने के बाद होने वाली परेशानियों तथा भू-गर्भ जल की निकट भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्या पर बोलना उचित नहीं समझा है। इस जनसुनवाई के बीच काफी संख्या में जुटे लोगों ने खुलकर विरोध करते हुए स्थानीय लोगों को न बुलाकर बाहरी लोगों खासकर राजगढ़ विकासखंड क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों के लोगों को एक सोची-समझी रणनीति के तहत बुलाएं जाने का खुला आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी के लोग शुरू से ही जनहितों की अनदेखी करती आईं है।

गौरतलब हो कि इसी स्थल पर पूर्व में वेलस्पन पावर एनर्जी ने किसानों की भूमि को हथियाने के लिए कुचक्र रच धनबल-बाहुबल के बल पर अपना कानून थोपने का भरपूर प्रयास किया था, जिसे आखिरकार भारी विरोध के बाद भागना पड़ा था। अब वही काम आदानी की कंपनी मिर्ज़ापुर थर्मल एनर्जी (यूपी) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।बताया जा रहा है कि इस परियोजना को लेकर पड़ने वाले पर्यावरणीय प्रभाव की आशंका से आशंकित लोगों ने सवाल उठाया है कि, क्या यह ईआईटी अधिसूचना, 2006 का उल्लंघन नहीं है? इतिहास दोहराया जा रहा है! 2016 में एनजीटी ने इसी स्थल के लिए पहले दी गई पर्यावरण स्वीकृति को रद्द कर दिया था, और इस समय गैरकानूनी निर्माण को लेकर एक मामला पहले से ही ट्रिब्यूनल में लंबित है। दूसरी ओर स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक आदानी की कंपनी मिर्ज़ापुर थर्मल एनर्जी द्वारा किये जा रहे अवैध कंस्ट्रक्शन को लेकर एनजीटी में मामला लंबित है, 23 मई को अगली सुनवाई भी होनी है। ऐसे में इसके पूर्व यह जनसुनवाई किस बात की? ग्रामीण सवाल करते हैं अभी एनजीटी की रिपोर्ट आई नहीं और जनसुनवाई कर ली गई, क्यों भाई आखिरकार इतनी जल्दबाजी क्यों? ददरी खुर्द गांव के किसान रमाशंकर, कृपाशंकर, शरणशंकर सिंह, रामाज्ञा सिंह इत्यादि ने बताया कि पर्यावरणीय जनसुनवाई में अनियमितता, अपारदर्शिता एवं पर्यावरणीय नियमों के उल्लंघन का किया गया है।

जिसको लेकर जिलाधिकारी मिर्ज़ापुर व क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इस संबंध में शिकायत पत्र लिखा गया है। तथा मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है।

किसानों का कहना है कि पर्यावरण प्रभाव आंकलन (Draft EIA) रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है, जबकि पर्यावरणीय जनसुनवाई से पूर्व इसका प्रकाशन एवं सार्वजनिक अवलोकन के लिए उपलब्ध कराना अनिवार्य है। वहीं उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय या किसी भी सार्वजनिक पोर्टल पर 11 अप्रैल 2025, प्रातः 11 बजे तक यह रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई गई थी। न तो स्थानीय समाचार पत्रों में सूचना प्रकाशित की गई, और न ही ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार किया गया, जो कि जनसुनवाई प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।

सब कुछ गुपचुप तरीके से किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक यह क्षेत्र पर्यावरण एवं जैवविविधता की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है, एवं प्रस्तावित परियोजना से स्थानीय भू-परिस्थितिकी, जल स्रोत, वनभूमि तथा ग्रामीण जीवन पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ने की आशंका है।

गौरतलब हो कि इससे पूर्व भी वेलस्पन पावर प्रोजेक्ट मिर्जापुर के मामले में पर्यावरणीय नियमों की अनदेखी सामने आई थी, जिसके फलस्वरूप राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ‌द्वारा उक्त परियोजना को निरस्त कर दिया गया था। इलाके के किसानों, ग्रामीणों की मांग है कि, 11 अप्रैल 2025 को संपन्न जनसुनवाई को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए, Draft EIA रिपोर्ट सहित सभी संबंधित दस्तावेज़ों को सार्वजनिक डोमेन में अविलंब जारी किया जाए. इस प्रकरण की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी अनियमितताएं न हों।

----पावर प्रोजेक्ट से उत्पन्न होगी जल की समस्या--

जितेन्द्र सिंह, शांति सिंह, सुषमा, ममता, इन्दु इत्यादि किसानों सहित जल-जंगल, जमीन एवं पर्यावरण पर काम करने वाले लोगों ने पूर्व में वेलस्पन पावर एनर्जी को लेकर जो चिंताएं जताई गई थी अब वही चिंताएं अडानी कंपनी के थर्मल पावर प्रोजेक्ट को भी लेकर जताई जा रही हैं. जिनका कहना है मड़िहान के जंगलों के नष्ट होने से महज जंगली जीव जंतुओं, पर्यावरण को ही खतरा होने वाला नहीं है, बल्कि आसपास के इलाकों में पानी का संकट भी गहरा जाएगा जिसका सीधा असर खेती-किसानी से लेकर आस-पास के रहवासियों के नित्य जीवन पर भी सीधा असर डालेगा. जिससे पलायन, भुखमरी जैसी संभावनाओं को भी बल मिल सकता है। जानकार बताते हैं कि मिर्ज़ापुर के मड़िहान का जंगल वन प्रभाग द्वारा वर्ष 2019 में “भालू संरक्षण रिजर्व” के लिए भी प्रस्तावित किया गया था, किंतु राज्य सरकार ने इस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं किया है. वहीं अडानी समूह के पावर प्लांट को जहां तैयार किया जाना है वह स्थल मड़िहान वन रेंज के बीचों-बीच में है. जहां कई संरक्षित वन्यजीव रहते हैं। 2019 में डीएफओ (DFO) ने इसको भालू संरक्षण रिजर्व घोषित करने के लिए उत्तर प्रदेश वन विभाग को प्रस्ताव भी भेजा था. यह जंगल पूरे भारत वर्ष के लिए प्राचीन प्राकृतिक संपदा है, तो यहां पर पाए जाने वाले कई जंगली जानवर उत्तर प्रदेश में दुर्लभ भी हैं।

देश के मिर्जापुर जिले में घरेलू एलपीजी सिलेंडर का बड़े स्तर पर हो रहा अवैध इस्तेमाल

मिर्ज़ापुर‌। जो ग्राहक निर्धारित गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं कर पाते, उनके शेष सिलेंडरों की हो रही कालाबाजारी, सरकार को 13 फीसदी जीएसटी का नुकसान पहुंचाया जा रहा, ब्लास्ट का खतरा, घातक हो सकते हैं परिणाम ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेषन ने पत्रकार वार्ता में किया खुलासा, जताई ठोस कार्यवाही की जरूरत

ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन सोळंके और कार्यकारी संचालक इनके आदेषानुसार देश में शहर-शहर जाकर जन जागरूकता के कार्यक्रम कर रही है।

इस कार्यक्रम में मिर्जापुर वासियों को जगाने और जागरूक करने की दृष्टि से मिर्जापुर में प्रेस वार्ता के माध्यम से फाउंडेशन द्वारा पत्रकार वार्ता कर घरेलू गॅस सिलेंडर से कमर्शियल गैस सिलेंडर एंवम एलपीजी वाहनो में भरे जाने का खुलासा किया गया तथा शासन प्रशासन से कार्रवाई की मांग की गई।

60 फीसदी घरेलू सिलेंडरों का हो रहा व्यावसायिक इस्तेमाल

ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के विभागीय जनसंपर्क अधिकारी अक्षय मिश्रा ने बताया कि घरेलू गैस सिलेंडर एक बेहद सुरक्षित और गैर-प्रदूषणकारी ईंधन है। वर्तमान समय में देश में 75 प्रतिशत नागरिक इसका उपयोग घरेलू उपयोग के लिए कर रहे हैं। 60 प्रतिशत घरेलू सिलेंडरों का उपयोग अवैध रूप से व्यावसायिक स्थानों पर किया जा रहा है। इनमें 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडरों का उपयोग 35 प्रतिशत है जबकि 16 किलोग्राम या अन्य व्यवसायिक सिलेंडरों के मामले में 25 प्रतिशत कच्चे बिल का उपयोग खतरनाक तरीके से किया जा रहा है।

घरेलू सिलेंडरों का एलपीजी वाहनों में इस्तेमाल खतरनाक ..

उन्होंने बताया कि देश में घरेलू सिलेंडरों का इस्तेमाल एलपीजी वाहनों में भी खतरनाक तरीके से किया जा रहा है। ऑटो एलपीजी वाहनों की दैनिक खपत की तुलना में 70 फीसदी चालक इलेक्ट्रिक मोटर पंप की मदद से बेहद खतरनाक तरीके से घरेलू सिलेंडर में एलपीजी भरते हैं। पहले भी बड़े हादसे हो चुके हैं लेकिन ऑटो एलपीजी पंपों से सिर्फ 30 फीसदी अधिकृत एलपीजी ही बेची जा रही है। आज ऑटो एलपीजी 52रु. रुपये प्रति लीटर बिकता है और इसका माइलेज भी अच्छा है।

आज तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एलपीजी गैस सीधे टैंकरों से ली जा रही है और लगभग 15 फीसदी सिलेंडरों में इसे भरा जाता है। ये बहुत खतरनाक है। पिछले 10 वर्षों में यह राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर 6.7 बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बना है। इससे लोगों के साथ.साथ सरकार को भी निजी क्षति हुई है और 65 लोगों की जान भी गई हैए फिर भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है और सिर्फ अस्थायी कार्रवाई की जा रही है। हर राज्य में एलपीजी से जुड़ी शिकायतों और दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए राज्य स्तर और जिला स्तर पर सतर्कता समिति जैसी समितियां बनाई गई हैं और दुख की बात है कि उन्हें भी नजरअंदाज किया जा रहा है।

उज्ज्वला लाभार्थी पूरे 12 सिलेंडर नहीं ले रहे

फाउंडेशन द्वारा बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 2014 से अब तक लगभग 6.58 करोड़ लोगों को 100 रुपये शुल्क के साथ एलपीजी सिलेंडर दिया गया है और एलपीजी सिलेंडर की खरीद पर भारी छूट भी दी जा रही है। लेकिन अक्सर देखा जा रहा है कि उज्ज्वला लाभार्थी पूरे 12 सिलेंडर नहीं ले रहे हैं। वितरक इसका दुरुपयोग कर रहे हैं और अनुचित लाभ उठा रहे हैं।

सरकारी खजाने को पहुंच रहा करोड़ों रुपये का नुकसान

विनय पांडेय ने बताया कि 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर पर सरकार सिर्फ 5 फीसदी जीएसटी लगाती हैए जबकि 16 किलो और 5 किलो के कमर्शियल गैस सिलेंडर पर 18 फीसदी जीएसटी लगाती है। इसके अलावा ऑटो एलपीजी यानी गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली एलपीजी पर भी 18 फीसदी जीएसटी लगता है। इसलिए सरकार को एलपीजी सिलेंडर की बिक्री से हर साल करोड़ों रुपये का जीएसटी मिलता है।

घरेलू गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड ट्रैकिंग प्रारंभ करने की मांग

देश में घरेलू एलपीजी सिलेंडर का बड़े स्तर पर अवैध इस्तेमाल किया जा रहा है। जो ग्राहक निर्धारित गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं कर पाते, उनके शेष सिलेंडरों की कालाबाजारी हो रही है। इसकी अवैध बिक्री रोकने से जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी हो सकती है।

क्यूआर कोड से करें ट्रैकिंग

कमर्शियल सिलेंडर महंगे होते जा रहे हैं और कमर्शियल लोग घरेलू गैस सिलेंडर का चोरी छिपे इस्तेमाल करते हैं। प्रशासन भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने घरेलू गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड से ट्रैकिंग प्रारंभ करने की मांग उठाईए ताकि घरेलू सिलेंडर के अवैध इस्तेमाल पर रोक लगाई जा सके। इस प्रेस वार्ता में अक्षय मिश्रा, विनय पांडे उपस्थित थे।

बीस लीटर कच्ची शराब के साथ एक गिरफ्तार

मीरजापुर। ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के गलरा गांव से मंगलवार सुबह पुलिस ने 20 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति क्षेत्र के मझिगवां गांव से जरकिन में बीस लीटर अवैध कच्ची शराब लेकर गलरा गांव की ओर जा रहा है। मुखबिर की सूचना पर गलरा गांव स्थित गड़बड़ा धाम गेट के पास से एसआई भरत राय व कांस्टेबल वेद प्रकाश ने बीस लीटर कच्ची शराब के साथ युवक को धर दबोचा।

पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम योगेन्द्र उर्फ दाढ़ी कोल निवासी मझिगवां बताया। प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि 20 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ मझिगवां गांव निवासी योगेन्द्र कोल को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनयम के तहत कार्रवाई की गई है।

पुलिस व माफियाओं का गठजोड़ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए बना ख़तरा

मीरजापुर। जिगना थाना क्षेत्र में सोमवार को पत्रकार के ऊपर हुए हमले के विरोध में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय ओझा के नेतृत्व में पत्रकारों ने डीएम और एसपी को ज्ञापन सौंपकर बालू माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। डीएम एसपी ने कार्यवाही का का आश्वासन दिया ।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय ओझा ने कहा कि मीरजापुर जनपद में पुलिस व माफियाओं का गठजोड़ पत्रकारों के उत्पीड़न का कारण बन रहा है।जिगना थाना क्षेत्र के पत्रकार साथी प्रमोद सिंह ने कछुआ सेंचुरी प्रतिबंधित बालू खनन क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ समाचार प्रकाशित किया था जिसका संज्ञान लेकर उप जिलाधिकारी सदर ने बालू माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही करने का आदेश जारी किया था जिससे क्रुद्ध होकर माफियाओं ने पत्रकार प्रमोद सिंह के ऊपर प्राणघातक हमला कर दिया।

पत्रकारों के दबाव में किसी प्रकार से मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया मगर बालू माफिया खुलेआम घूम रहे हैं।इसी तरह कुछ दिन पहले सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त दुर्व्यवस्थाओं के खिलाफ समाचार प्रकाशित करने डाक्टर की तहरीर पर बगैर जांच किए राजगढ़ थानाध्यक्ष ने फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रायः यह देखा जा रहा है कि सुनियोजित तरीके लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। पत्रकारों द्वारा प्रकाशित खबरों पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही कर दी जाती है मगर थाना स्तर थानाध्यक्ष व माफियाओं के गठजोड़ का खामियाजा पत्रकारों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मीरजापुर में पुलिस व माफियाओं के गठजोड़ की संगठन कड़े शब्दों में निन्दा करता है और 25 अप्रैल तक थानाध्यक्ष राजगढ़ व जिगना के माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तों मजबूरन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर आमरण अनशन करने को बाध्य होना पड़ेगा।

जिलाधिकारी व एसपी ने संगठन को आश्वस्त किया हैं कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान जिलाध्यक्ष अजय ओझा के अलावा राहुल तिवारी, प्रमोद सिंह, जितेन्द्र बिंद, शिवम् मालवीय, सारिका दुबे, वीपी सिंह, रवि यादव, दयाशंकर, आशुतोष तिवारी, कृष्ण कुमार अग्रहरि, रघुबर मौर्या, सुभाष, सतेन्द्र कुमार आदि मौजूद थे

विधि-विधान पूर्वक सम्पन्न कराया गया 16 बटुकों का उपनयन संस्कार

मीरजापुर। श्री बरुली महावीर संयुक्त क्षेत्र रसौरा, वीरशाहपुरा के तत्वाधान में जगत जननी मां विंध्यवासिनी देवी व बरुली महावीर के असीम अनुकंपा से 16 बटुकों का सामूहिक उपनयन संस्कार बरुली महावीर प्रांगण में सोमवार को आयोजित किया गया। जहां पूरे विधि विधान पूर्वक बरुली महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा विद्वानों की उपस्थिति में आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत पांडे के सानिध्य में संपूर्ण कार्यक्रम संपन्न कराया गया।

इस दौरान सामूहिक उपनयन संस्कार की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए सनातन संस्कृति और प्राचीन परंपराओं पर वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किया। इस मौके पर कैलाश नाथ पांडेय, प्रमोद कुमार दुबे, कृष्ण मोहन दुबे, पवन पाठक, प्रकाश चंद्र दुबे, शशिकांत मिश्रा सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

पशु आश्रय स्थल क़े मवेशीयो क़े लिए पुआल की कुटी कटवाने क़े दौरान पुआल में लगी आग

मीरजापुर।हलिया थाना क्षेत्र क़े देवरी के पास झगरहा गांव में सोमवार की शाम पशु आश्रय स्थल क़े मवेशियों क़े लिए पुआल की कुट्टी कटवाने क़े दौरान संदिग्ध परिस्थितिओ क़े पुआल में आग लग गई धीरे धीरे आग बिकराल रूप धारण कर लिया आग की लपटे देखकर श्रमिकों ने शोर मचाना शुरू कर दिया लेकिन तब तक आग पुआल भूसे में विकराल रूप से पकड़ लिया था फायर बिग्रेड को सूचना दिया।

जिला मुख्यालय से फायर बिग्रेड की बड़ी गाड़ी आई लेकिन अदवा बांध पर पार नहीं होने पर छोटी ग़ाडी को सूचना दिया गया जब तक फायर बिग्रेड की छोटी गाड़ी जिला मुख्यालय से आती तब तक पुआल सहित कुटी मशीन, थ्रेसर आग की चपेट में आकर जल गई श्रमिकों ने ट्रैक्टर को किसी तरह आग से बचा लिया है ग्राम पंचायत बरया क़े ग्राम प्रधान प्रतिनिधि धनंजय पाण्डेय द्वारा पशु आश्रय स्थल क़े मवेशीयो क़े लिए पुआल की कुट्टी कटवाया जा रहा था की पुआल में संदिग्ध परिस्थितिओ में आग लग गई।

पुआल में आग की लपटे देखकर श्रमिकों ने शोर मचाते हुए ट्रैक्टर को आग से बचाया और फायर बिग्रेड को सूचना दिया सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड वाहन क़े कर्मी राजदेव दूबे, सुभाष तिवारी, महेंद्र यादव, विनोद कुमार, संजय भारती फायर बिग्रेड की बड़ी गाड़ी को लेकर आग को बुझाने क़े लिए अदवा बांध पर पहुँचे लेकिन फायर बिग्रेड की बड़ी गाड़ी अदवा बांध से पार नहीं हो सकी जिस पर कर्मियों ने फायर बिग्रेड क़े छोटे वाहन को जिला मुख्यालय से बुलाया फायर बिग्रेड वाहन क़े कर्मी विनोद तिवारी, वेद प्रकाश, समर दूबे प्रदीप कुमार जब तक वाहन लेकर मौके पर पहुंचते तब तक आग से पुआल व पुआल काटने की मशीन, थ्रेसर आग से जल गई है आगजनी से लाखों रूपये की क्षति हुईं है। आग किन परिस्थितिओ में आग लगी है पता नहीं चल सका है। किसान ने तहसील प्रसाशन से मुआवजे की मांग की है।

दरोगा विद्यासागर के अपराध,काली कमाई ने बेटे को बना दिया अपराधी

जौनपुर। बहुत पुरानी कहावत है "कि बाप का खाया बेटा भरता हैं" लेकिन यह कहावत बिल्कुल फिट बैठ रही हैं. थानागद्दी चौकी पर तैनात प्रमोटी दारोगा विद्यासागर सिंह के बेटे आदित्य सागर के खिलाफ पड़ोसी वाराणसी जिले के चोलापुर थाने में गंभीर धाराओं में आरोपी बनाया हैं।

जानकारी के मुताबिक विद्यासागर सिंह सिपाही से प्रोन्नत होकर दरोगा बने। अल्प समय के लिए दरोगा की कुर्सी व कंधे पर सितारे लगते ही शरीर में ऐंठन होने लगी। फिर खाकी में अपराध व अवैध कामों को संरक्षण देकर के धन बटोरने में जुट गया। विभागीय लोग बताते हैं कि विद्यासागर के बेटे बेरोजगार हैं। जिससे विद्यासागर को हरवक्त बेटे को सजोने संवारने में जुट रहता हैं। जिसके लिए हरसंभव प्रयास करके अपराध में धंसता गया। खुद का सिंडिकेट तैयार लिया। जिसमें कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी शामिल किया। जिससे किसी भी घटना को दबाते हुए,वसूली को प्रायोजित तरीके से कराई जा सके।

विद्यासागर ने अपराध से अर्जित काली कमाई से एक कृषि कार्य में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर UP62AS9996 लिया। जिससे कमर्शियल उपयोग में लेने लगा। ट्रैक्टर को अपराधिक सिंडिकेट के इशारे पर अवैध कामों में धकेल दिया। अवैध व अपराध से अर्जित राशि ने ज्यादा दिन तक विद्यासागर का साथ नहीं दिया। कुछ माह बाद चोलापुर पुलिस ने हिट एंड रन का मामला आदित्य सागर के खिलाफ दर्ज करते हुए,चार्जशीट न्यायालय में भेज दिया।

कप्तान ने कतरे पर,भेजा खेतासराय

अपराध में धंसते जा रहे विद्यासागर को स्थानीय अधिकारियों का प्रश्रय था. जिससे विद्यासागर आराम से अपने कामों को अंजाम दे रहा था। लगातार शिकायतों को देखते हुए,कप्तान ने विद्यासागर का ट्रांसफर खेतासराय कर दिया। ट्रांसफर की बात सुनकर विद्यासागर के होश उड़ गए। अपराधिक सिंडिकेट के साथ विद्यासागर ने कई चौखटों पर माथा टेकते हुए,ट्रांसफर रुकवाने की गुहार की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चूंकि खेतासराय में अवैध कमाई बंद हो चुकी हैं। सिंडिकेट भी बिखर चुका हैं। विभाग के अनुसार विद्यासागर केराकत थाना क्षेत्र के सरकी चौकी पर आने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं। जिससे सिंडिकेट व अपराधिक गतिविधि से काली कमाई की जा सके।

धूम धाम से मनी डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती

मीरजापुर।भारतीय संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर सोमवार को क्षेत्रीय लोगों ने गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली। ड्रमंडगंज के पटेहरा गांव से पूर्व विधायक सूर्य भान के नेतृत्व में क्षेत्रीय लोगों ने गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा यात्रा निकाली। शोभायात्रा पटेहरा गांव से प्रारंभ होकर रतेह,सेमरा कलां होते हुए ड्रमंडगंज बाजार पहुंची जहां शोभा यात्रा का समापन किया गया। जिला पंचायत सदस्य राकेश पुंज ने कहा कि बाबा साहब ने दलितों और समाज के शोषित वर्ग के उत्थान के लिए आजीवन कार्य किया।

संविधान निर्माण में उनके द्वारा किए गए कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा। पूर्व विधायक सूर्य भान ने बाबा साहब के दलितों के उत्थान के लिए किए योगदान पर प्रकाश डाला। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रभारी निरीक्षक ड्रमंडगंज अरविंद सरोज पुलिसकर्मियों संग मौजूद रहे। इसी तरह ड्रमंडगंज में प्रधान कौशलेंद्र गुप्ता, गलरा पंचायत भवन पर प्रधान प्रतिनिधि अरूण मिश्र व ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र प्रसाद, महोगढ़ी गांव में प्रधान सुरेश केशरी ने भीम राव अम्बेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं मड़वा धनावल गांव के प्रधान रमेश सिंह ने ग्रामीणों संग गांव स्थित डॉ अम्बेडकर पार्क में उनके प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।

अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक चालक अधेड़ की हुई मौत, परिजनों में कोहराम

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ड्रमंडगंज घाटी के बड़का मोड़ घुमान के पास रविवार की रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब अज्ञात वाहन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल बाइक चालक अधेड़ की मौत हो गई।

प्रयागराज जिला के कोरांव थाना क्षेत्र के सेमरिहा गांव निवासी निवासी जितेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मैनेजर सिंह हाल मुकाम कटरा देवहट थाना ड्रमंडगंज की रविवार की रात लहुरियादह गांव से बाइक से अपने घर जा रहे थे जैसे ही ड्रमंडगंज घाटी के बड़का मोड़ घुमान से सौ मीटर पहले पहुंचे तो किसी अज्ञात वाहन का धक्का लगने से बाइक सहित सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज एसआई अखिलेश यादव ने घटना की जांच पड़ताल करते हुए घायल को उपचार हेतु एंबुलेंस से सीएचसी लालगंज भिजवाया। एंबुलेंस सेवा 108 के पायलट दिलीप यादव ईएमटी मिथिलेश कुमार घायल को लेकर सीएचसी लालगंज पहुंचे जहां चिकित्सक ने देखते ही जितेन्द्र प्रताप सिंह को मृत घोषित कर दिया। बाइक चालक के मौत की खबर पाकर परिजनों में कोहराम मच गया। मृत बाइक चालक जितेन्द्र प्रताप उर्फ मैनेजर सिंह की पत्नी की दस वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। मृतक खेती किसानी कर परिवार का जीविकोपार्जन करता था।मृतक को दो पुत्र हैं।इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि रविवार की देर रात ड्रमंडगंज घाटी में नीचे उतरते समय बड़का मोड़ घुमान पर किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक चालक की मौत हो गई।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है घटना की जांच पड़ताल की जा रही है।

युवती ने छेड़खानी व जान से मारने की धमकी देने वाले युवक के विरुद्ध दर्ज कराया मुकदमा

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने गांव के युवक पर छेड़खानी करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया है।दी गई तहरीर में युवती ने आरोप लगाया कि बीते 6 अप्रैल की शाम साढ़े सात बजे के करीब अपनी सहेली के साथ शौच करने खेत की ओर जा रही थी कि गांव निवासी शिवा उर्फ बऊ कोल हम दोनों का हाथ पकड़कर छेड़खानी करने लगा शोरगुल मचाने पर गाली गलौज देते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकला।

युवक मनबढ़ किस्म का है और आए दिन छेड़खानी करता है। पुलिस ने युवती की तहरीर पर छेड़खानी व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि युवती की तहरीर पर महुगढ़ी गांव निवासी शिवा उर्फ बऊ कोल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।