धनबाद: स्वर्गीय कामरेड गुरुदास चटर्जी के शहादत दिवस पर उमड़े लोगों की भीड़, दी गयी श्रद्धांजलि

धनबाद: स्वर्गीय कामरेड गुरुदास चटर्जी के शहादत दिवस पर सोमवार 14 अप्रेल को हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मोटरसाईकिल, कार, टेम्पू व बस के माध्यम से देवली के लिए विधायक अरुप चटर्जी के नेतृत्व में पहुंचे इसके पूर्व विधायक अरुप चटर्जी ने मुग़मा पार्टी आफिस, निरसा पार्टी आफिस में शहीद कामरेड गुरुदास चटर्जी के तस्वीर पर माल्यार्पण की गयी। 

उसके बाद सभी कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। रैली के दौरान सभी कार्यकर्ता माथे पर भाकपा माले की पट्टी बांधे हुए गुरुदास चटर्जी अमर रहे के नारे लगाते हुए निकल पड़े।

इस दौरान विधायक अरुप चटर्जी ने कहा की स्वर्गीय कामरेड गुरुदास चटर्जी का 25 वां शहादत दिवस मनाया जा रहा है। 25 साल पहले ज़ब धनबाद से पार्टी का मीटिंग कर वापस लौट रहे थे। तभी देवली में भु माफियाओं द्वारा गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। अपने चहेते नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए शहादत स्थल में लगभग 20 से 25 हजार कार्यकर्ताओं जुटान है। हमलोग उनके बताये गए मार्ग पर चल रहे है आगे भी चलते रहेंगे।

झारखंड में अब शराब होंगे महंगे,पॉपुलर ब्रांड्स की कीमतों में भारी बढ़ोतरी

झारखंड सरकार ने राज्य में शराब के पॉपुलर ब्रांड्स की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का फैसला लिया है। रॉयल स्टैग, रॉयल चैलेंज, ब्लेंडर्स प्राइड, सिग्नेचर जैसे ब्रांड्स की कीमतों में अब 10 रुपये से लेकर 60 रुपये तक की वृद्धि देखने को मिलेगी।

उत्पाद शुल्क विभाग ने नई संशोधित दरों की अधिसूचना जारी कर दी है, जिसे मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिलते ही लागू किया जाएगा। इस कदम का असर शराब की बिक्री से होने वाले राजस्व पर सकारात्मक रूप से पड़ने की उम्मीद है।

देशी शराब को मिलेगा बढ़ावा, महुआ से बनेगी सस्ती शराब

राज्य सरकार देशी शराब को बढ़ावा देने की दिशा में भी बड़ा कदम उठा रही है। अब महुआ से निर्मित देशी शराब को विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। विदेशी शराब की तुलना में यह देशी शराब काफी सस्ती होगी, जिसकी कीमतें 10 से 25 रुपये तक तय की गई हैं।

विभाग का मानना है कि इससे महुआ शराब के पारंपरिक कारीगरों को रोजगार मिलेगा और राज्य को राजस्व में भी बढ़ोत्तरी होगी। अनुमान है कि 2024-25 तक देशी शराब की खपत बढ़कर 14.79 लाख एलपीई से अधिक हो जाएगी, जबकि 2019-20 में यह आंकड़ा केवल 1.16 लाख एलपीई था।

विदेशी शराब पर भी बदलाव, बाहर से आयातित ब्रांड होंगे सस्ते

दूसरी ओर, विदेश में बनी विदेशी शराब (IMFL) अब राज्य में सस्ती मिलेगी। सरकार ने इसकी कीमतों में 1000 रुपये से 8000 रुपये तक की कटौती का प्रस्ताव रखा है, जिससे उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाली शराब कम कीमत पर मिल सकेगी।

इस फैसले से झारखंड में रॉयल ग्रीन, सैम्पसन, सायना जैसे किफायती ब्रांड्स की मांग बढ़ सकती है, क्योंकि अब इनकी कीमतें सीधे आम उपभोक्ताओं के बजट में आएंगी।

390 ब्रांड्स की दरों में बढ़ोतरी, 149 ब्रांड्स में 26% तक उछाल

राज्य में कुल 562 शराब ब्रांड्स उपलब्ध हैं, जिनमें से 390 ब्रांड्स (करीब 69%) की कीमतें बढ़ाई गई हैं। वहीं, 149 ब्रांड्स की कीमतों में 26% तक की वृद्धि हुई है। इनमें अधिकतर मिड-सेगमेंट और प्रीमियम ब्रांड्स शामिल हैं, जैसे कि रॉयल स्टैग और ओल्ड मंक।

वहीं कुछ ब्रांड्स में मामूली वृद्धि करते हुए 10 से 25 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है, जिससे आम उपभोक्ताओं पर ज्यादा बोझ न पड़े।

राज्य को मिलेगा 1300 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व

उत्पाद विभाग ने अनुमान लगाया है कि नई दरों के लागू होने से राज्य को लगभग 1300 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है। इससे राज्य सरकार को सामाजिक योजनाओं और बुनियादी ढांचे के विकास में आर्थिक मजबूती मिलेगी।

उम्मीद की जा रही है कि इससे शराब कारोबार को और अधिक संगठित और लाभकारी बनाया जा सकेगा।

झारखंड में शराब की कीमतों में बदलाव केवल कीमतों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सरकार की नीति और राजस्व में वृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है। देशी शराब को बढ़ावा देना और विदेशी शराब की कीमतों को तर्कसंगत बनाना, राज्य की आर्थिक रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा।

फर्जी विज्ञापन द्वारा युवाओं सेकिया जा रहा है ठगी का प्रयास,NHM निदेशक ने की अपील, किसी फर्जी विज्ञापन से रहे सावधान


झारखंड में एक तो बेरोजगारी चरम पर है।युवकों की नौकरी नहीं लग रही , jpsc और jssc पर तरह तरह के आरोप लग रहे है। जो परीक्षा संचालित किए जाते है उनपर पर्चा लीक होने का आरोप लग रहे है ऐसे में बेरोजगार की ठगने का नया हथकंडा अपनाया जा रहा है।

क्या है मामला

बेरोजगार युवाओं को ठगने के लिए ठग अलग-अलग हथकंडे अपनाते रहते हैं. मामला झारखंड में एक फर्जी वेबसाइट की है. जिसके माध्यम से बेरोजगार युवाओं से नौकरी के नाम पर ठगी की जा रही है. इस फर्जी वेबसाइट पर झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति के नाम पर विभिन्न पदों की नियुक्तियों के लिए आवेदन मांग रही है.

NHM निदेशक ने की अपील

फर्जी विज्ञापन निकाल कर बेरोजगार युवाओं से परीक्षा फीस के नाम पर पैसे ऐंठने की जानकारी झारखंड के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) और स्वास्थ्य विभाग तक पहुंच चुकी है. इस दौरान NHM के अभियान निदेशक अबु इमरान ने युवा वर्ग से अपील कर कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने वाले फर्जी विज्ञापनों से सावधान रहें.

अभियान निदेशक को विभिन्न माध्यमों से जानकारी मिली थी कि ‘ई-औषधि’ नाम के एक फर्जी विज्ञापन के माध्यम से प्रोजेक्ट मैनेजर और अन्य पदों पर भर्ती निकाली गई है.जबकि ये विज्ञापन के तरफ से नही निकाला गया है।

विज्ञापन से विभाग का कोई लेना देना नहीं

अबू इमरान ने कहा कि इस विज्ञापन से झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग और इसके अनुषंगी इकाइयों का कोई लेना देना नहीं है. यह विज्ञापन फर्जी है और राज्य के बेरोजगार युवा इस फर्जी विज्ञापन के झांसे में न आएं. अभियान निदेशक अबु इमरान ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में जांच और कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

विभाग की ये है प्रक्रिया

अबु इमरान ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और इसके अनुषंगी इकाइयों में भर्ती विज्ञापन आईपीआरडी द्वारा जारी की जाती है. विज्ञापन की जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड की अधिकृत वेबसाइट https://jrhms.jharkhand.gov.in/ पर भी दी जाती है.

इस वेबसाइट को बताया फर्जी

झारखंड राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से बताया गया है कि e-aushadhijharkhand.online यह एक फर्जी वेबसाइट है. इस संदर्भ में आयुष निदेशालय की निदेशक सीमा उदयपुरी ने भी स्पष्ट किया है कि आयुष निदेशालय के द्वारा e-aushadhi के लिए कोई भी नियुक्तियां नहीं निकाली गई है।

परीक्षा और नियुक्ति के लिए न ही किसी तरह की राशि की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि e- aushadhijharkhand.online वेबसाइट पर दिए गए सभी नियुक्ति फर्जी हैं और आयुष निदेशालय द्वारा ऐसी कोई भर्ती नहीं की जा रही है. यह वेबसाइट पूर्ण रूप से फर्जी है.

रांची रेल डिविजन में विकास कार्यों को लेकर कई ट्रेनें रद्द


रांची रेल डिविजन में विकास कार्यों को लेकर कई ट्रेनें रद्द रहेंगी. ट्रेन संख्या 18602-18601 हटिया-टाटानगर-हटिया, ट्रेन संख्या 58663-58664 हटिया-सांकी-हटिया पैसेंजर व ट्रेन संख्या 58665-58666 हटिया-सांकी-हटिया पैसेंजर 13, 14, 16, 17, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27, 28 व 30 अप्रैल को तथा 01, 03, 04, 05, 07, 08, 10, 11, 12, 14, 15, 17, 18, 19, 21, 22 व 24 मई को रद्द रहेगी. 

वहीं, ट्रेन संख्या 13503-13504 वर्द्धमान-हटिया-वर्द्धमान मेमू 13, 14, 16, 17, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27, 28 व 30 अप्रैल को तथा 01, 03, 04, 05, 07, 08, 10, 11, 12, 14, 15, 17, 18, 19, 21, 22 व 24 मई को चंद्रपुरा स्टेशन तक ही आयेगी और वहीं से रवाना होगी.

 ट्रेन संख्या 18614 चौपन-रांची एक्सप्रेस 13, 16, 20, 23, 27 व 30 अप्रैल तथा 04, 07, 11, 14, 18 व 21 मई को परिवर्तित मार्ग बड़काकाना-मेसरा, टाटीसिलवे होकर चलेगी. वहीं, ट्रेन संख्या 12874 आनंद विहार-हटिया एक्सप्रेस 15, 16, 18, 22, 23, 25, 29, 30 अप्रैल व 02, 06, 07, 09, 13, 14, 16, 21 व 23 मई को बड़काकाना-मेसरा-टाटीसिलवे होकर चलेगी.

धनबाद के कतरास में ट्रांसफार्मर में लगी भीषण आग, स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर जताई नाराजगी

धनबाद : कतरास के सब्जी पट्टी क्षेत्र के गुजराती धर्मशाला के समीप स्थित ट्रांसफार्मर में रविवार शाम करीब 5:30 बजे अचानक भीषण आग लग गई। आग लगने के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और बाजार में भगदड़ की स्थिति बन गई।

स्थानीय लोगों के अनुसार ट्रांसफार्मर में पिछले दो दिनों से चिंगारी दिख रही थी। लेकिन बिजली विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। ट्रांसफार्मर के नीचे सब्जी की दुकानें भी लगी होती हैं और यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग सब्जी खरीदने आते हैं। ऐसे में यह एक बड़ा हादसा बन सकता था। शाम होते ही अचानक से ट्रांसफार्मर में आग भड़क गई और देखते ही देखते लपटें उठने लगीं। 

मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी। जिसके बाद विभाग के मिस्त्री पहुंचे और आग पर काबू पाने के लिए बालू डालकर बुझाने की कोशिश शुरू की।

स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर नाराज़गी जताई और मांग की कि इलाके में लगे जर्जर ट्रांसफार्मरों की नियमित जांच की जाए ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।

झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोलकाता में दो दिवसीय झारखंड टूरिज्म रोड शो आयोजित

झारखंड के पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं एवं सरकार द्वारा दिये जाने वाले प्रोत्साहन सें पर्यटन मंत्री ने निवेशकों को कराया अवगत

 कोलकाता में आयोजित दो दिवसीय झारखंड टूरिज्म रोड शो-2025 के जरिए पर्यटकों को आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि पर्यटन रोड शो ने साझेदारी और संभावनाओं के नए द्वार खोले हैं. झारखंड आनेवाले पर्यटकों में सर्वाधिक पर्यटक पश्चिम बंगाल से होते हैं. इसलिए उन्होंने टूरिज्म की इस नई यात्रा की शुरुआत कोलकाता से की है.

 कोलकाता में आयोजित दो दिवसीय झारखंड टूरिज्म रोड शो न केवल निवेशकों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के लिए एक मंच बना, बल्कि यह झारखंड और बंगाल के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक रिश्ते का जीवंत प्रमाण भी बना. पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि झारखंड और बंगाल सिर्फ पड़ोसी राज्य नहीं हैं बल्कि साझी विरासत के दो पन्ने हैं. चैतन्य महाप्रभु की यात्राओं से लेकर ब्रिटिश बंगाल प्रेसिडेंसी तक, हमारी परंपराएं, स्वाद और संस्कार गहराई से जुड़े हुए हैं. झारखंड के गांवों में जब कोई पर्यटक बंगाल से आता है, तो लोग उन्हें चेंजर कहते हैं. यह सिर्फ एक शब्द नहीं, हमारी सांस्कृतिक निकटता की पहचान है.

उन्होंने कहा कि हमारे देश की परंपरा रही है कि शुरुआत चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हो, आखिरकार हम विजय प्राप्त करते हैं. झारखंड सरकार का यह रोड शो केवल एक प्रस्तुति नहीं था, यह एक आमंत्रण था. आइए झारखंड, जहां झरने सिर्फ पानी नहीं, संगीत बहाते हैं,… जहां पहाड़ केवल ऊंचाई नहीं, कहानियां समेटे हैं… और जहां हर यात्रा एक अनुभव है.

पर्यटन मंत्री ने की उच्चस्तरीय बैठक

झारखंड पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ मंत्री ने कई प्रतिष्ठित समूहों Ambuja Neotia, Polo Towers, Shriram Ozone, Peerless Hotels, Hotel Sonar Bangla, Conveyor & Ropeway Services, और Sumi Yashshree Hotels & Resorts के साथ उच्च स्तरीय B2G बैठकें कीं. इनमें झारखंड में पर्यटन निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और साझेदारी के अनेक पहलुओं पर सार्थक संवाद हुआ.

पर्यटन सचिव ने निवेश और प्रोत्साहन से कराया अवगत

कार्यक्रम में पर्यटन सचिव मनोज कुमार ने प्रेजेंटेशन दिया, जहां उन्होंने झारखंड में पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं एवं सरकार द्वारा दिये जाने वाले प्रोत्साहन से सभी को अवगत कराया

नक्सलियों के विनाश का टाइमलाइन फिक्स, केंद्र सरकार ने दी ऑफर, या तो आत्मसमर्पण कर पैसे और सम्मान लो या फिर मरने के लिए तैयार रहो

नक्सलियों का नाश अब करीब है। देश के गृहमंत्री ने तो टाइमलाइन भी फिक्स कर दिया है, अगले साल मार्च तक पूरे देश से नक्सलियों का सफाया हो जायेगा। लिहाजा अब नक्सलियों को आखिरी चांस दिया जा रहा है कि वो अगर चाहें तो आत्मसमर्पण कर अपनी जान बचा सकते हैं। अब उन्हें जान बख्शने के साथ-साथ सरकार उन्हें पैसे भी ऑफर कर रही है।

छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलियों के लिए नया ऑफर दिया है। सरकार ने ऐलान किया है कि हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सुरक्षा के साथ-साथ उन्हें लाखों रूपए की प्रोत्साहन राशि भी दिया जायेगा। आत्मसमर्पण करने वालों को शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण और रोजगार व्यवसाय से जोड़ा जाएगा। इस नई नीति के जरिए छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवादियों को समाज की मुख्य धारा में लाकर उन्हें सम्मानजनक जिंदगी जीने का अवसर सुलभ करा रही है।

नई नीति में आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं उनके परिवार के प्रति उदार और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने ऐसे प्रावधान किए है, जिससे उनके जीवन को सुरक्षित और भविष्य बेहतर बनाया जा सके। छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण/पीड़ित राहत-पुनर्वास नीति 2025” को लागू करना वास्तव में छत्तीसगढ़ सरकार की राज्य में शांति बहाली, विकास और सामाजिक समरसता की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का कहना है कि जो हथियार छोड़ेंगे, उन्हें भय नहीं, बल्कि सम्मान मिलेगा। वर्षों से जंगल-जंगल भटक रहे युवा, जो किसी भ्रम या दबाववश नक्सली संगठन में शामिल हो गए हैं, उनके लिए यह नीति एक नया जीवन शुरू करने का द्वार है। आत्मसमर्पण कर वे न केवल खुद का, बल्कि अपने परिवार और समाज का भविष्य भी सुरक्षित कर सकते हैं।

4 लाख से 5 लाख तक मिलेंगे नक्सलियों को

नई नीति में हथियारों के साथ आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार ने लाखों रूपए की मुआवजा राशि देने का प्रावधान किया है। एलएमजी के साथ आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को 5 लाख रुपये मुआवजा के तौर मिलेगा। इसी तरह एके-47/त्रिची असॉल्ट रायफल पर 4 लाख रुपये, मोर्टार पर 2.50 लाख रुपये, एसएलआर/ इंसास रायफल पर 2 लाख रुपये, एक्स 95 असाल्ट रायफल/एमपी-9 टेक्टिल पर 1.50 लाख रूपए, थ्री नाट थ्री रायफल पर 1 लाख रूपए, एक्स-कैलिबर पर 75 हजार रूपए, और यूबीजीएल अटेचमेंट पर 40 हजार रूपए, 315/12 बोर बंदुक पर 30 हजार रूपए, ग्लॉक पिस्टल पर 30 हजार रूपए के साथ ही अन्य छोटे हथियारों जैसे कार्बाइन, रिवॉल्वर, वायरलेस, डेटोनेटर आदि पर भी मुआवजा राशि का प्रावधान है।

IED की सूचना देने वालों को भी दिया जायेगा ईनाम 

हर आत्मसमर्पणकर्ता नक्सली को, भले ही उसके पास हथियार हों या न हों, उसे 50 हजार रूपए की नगद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यदि कोई आत्मसमर्पित नक्सली, नक्सलियों द्वारा छिपाए गए आईईडी या विस्फोटकों की सूचना देकर उन्हें बरामद कराता है, तो उसे 15,000 से 25,000 तक की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। बड़े हथियार डंप या विस्फोटक सामग्री की जानकारी देने पर एक लाख तक का इनाम मिलेगा। आत्मसमर्पणकर्ता यदि विवाह करने के इच्छुक हैं तो उसको एक लाख की विवाह अनुदान राशि भी दी जाएगी। यदि पति और पत्नी दोनों आत्मसमर्पित नक्सली हैं, तो उन्हें एक इकाई मानते हुए यह लाभ दिया जाएगा।

नौकरी भी मिलेगा नक्सलियों को 

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा घोषित इनामी सूची में शामिल नक्सली के आत्मसमर्पण पर उन्हें पूरी इनामी राशि नियमों के अनुसार प्रदान की जाएगी। राज्य सरकार की इस नीति के साथ-साथ भारत सरकार की पुनर्वास योजनाओं का लाभ भी आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिलेगा। इस नीति में यह सुनिश्चित किया गया है कि उन्हें समाज में दोबारा स्थापित होने के लिए हरसंभव मदद मिले। आत्मसमर्पणकर्ता को सिर्फ प्रोत्साहन राशि, मुआवजा, ईनाम ही न मिले बल्किे उसे इसके साथ शिक्षा, पसंद के अनुसार रोजगार-व्यवसाय के लिए कौशल प्रशिक्षण, स्वरोजगार और सामाजिक सम्मान भी मिेले।

देवघर में स्थापित होंगे हनुमान की 108 फ़ीट की ऊंची प्रतिमा, राज्यपाल व RSS के सरकार्यवाह होंगें शामिल

देवघर जिले के श्री मंगलधाम में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित हुई। इसको लेकर भूमि पूजन 12 अप्रैल को किया गया। सेवा फाउंडेशन की ओर से आयोजित होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुख्य वक्ता सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष गंगवार शामिल होंगें।

 

इसके साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष डा. आशीष गौतम, विशिष्ट सहयोगी दिल्ली के निखिल नंदा व सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष जयप्रकाश देवालिया सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।

108 फीट प्रतिमा का निर्माण दिल्ली के निखिल नंदा के सहयोग से किया जाएगा। 12 अप्रैल को सुंदरकांड पाठ, सामूहिक 108 हनुमान चालीसा पाठ, हवन, संगीतमय हनुमान आराधना का आयोजन होगा।

पश्चिमी सिंहभूम आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए झरखण्ड जगुआर के जवान सुनील धान को सीएम और राज्यपाल ने दी श्रद्धांजलि

रांची : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान के पार्थिव शरीर पर आज टेंडरग्राम रांची स्थित झारखंड जगुआर मुख्यालय में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 

इस दौरान गृह सचिव, डीजीपी, रांची डीसी, SSP, सीआरपीएफ के आईजी, समेत पुलिस मुख्यालय के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र जराइकेला क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ और जगुआर के एक एक जवान घायल हो गए थे। जिन्हें बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया। 

इलाज के दौरान झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान घायल शहीद हो गए। जबकि एक जवान विष्णु सैनी का इलाज चल रहा है। जिनका इलाज चल रहा है।  

श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अब अंतिम चरण पर है। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हमने अपने कई जवानों को खो दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

रिपोर्टर जयंत कुमार

लातेहार में नक्सलियों की टूटी कमर, टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर समेत 6 नक्सली गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद


रांची डेस्क : लातेहार पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने टीएसपीसी के सब-जोनल कमांडर समेत 6 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग अलग-अलग नाम बदलकर चतरा, पलामू और लातेहार जिले में व्यवसायियों और अन्य लोगों से रंगदारी मांगते थे। 

गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने चार राइफल, एक पिस्तौल और 1100 से अधिक गोलियां बरामद की हैं। गिरफ्तार नक्सलियों में टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर नारायण भोक्ता उर्फ आदित्य जी और आलोक यादव उर्फ अमरेश यादव, एरिया कमांडर अमित दुबे उर्फ छोटे बाबा, महेंद्र ठाकुर, संजय उरांव उर्फ भगत सिंह और इमरान अंसारी शामिल हैं।

लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी की टीएसपीसी के हार्डकोर नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने को लेकर जंगल मे योजना बना रहे है। सूचना के बाद बालूमाथ डीएसपी विनोद रवानी के नेतृत्व में पुलिस ने टीम गठित की गई। पुलिस के द्वारा गठित टीम ने घेराबंदी कर नक्सलियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के पास से अलग-अलग हथियारों के 1102 बुलेट्स, थ्री फिफ्टीन के 4 राइफल, एक ऑटोमैटिक रिवॉल्वर, 3 पाउच, एक मोटरसाइकिल के अलावा टीएसपीसी का खाली लेटर पैड और पर्चा समेत कई सामान बरामद हुए हैं।

वही इस पूरे मामले की जानकारी लातेहार एसपी कुमार गौरव ने दी। बताया गया कि गिरफ्तार नक्सली पिछले कुछ दिनों से इलाके में आतंक मचाने की कोशिश में लगे थे। गिरफ्तार नक्सली जिले के कई महत्वपूर्ण घटनाओं में शामिल था और पहले भी जेल जा चुका है। 

रिपोर्टर जयंत कुमार