दुमका : गोपीकांदर में दोहरा हत्याकांड से सनसनी! घर में सोये दम्पत्ति की धारधार हथियार से हत्या, जाँच में जुटी पुलिस


दुमका : झारखण्ड के दुमका जिला अंतर्गत गोपीकांदर थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती पहाड़पुर गांव में बीती रात अज्ञात अपराधियों द्वारा एक दम्पत्ति की धारधार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी गयी। इस दोहरे हत्याकांड से गांव में दहशत है तो वहीं परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। पति मोहन सोरेन और उसकी पत्नी बोरोनिका हेंब्रम अपने घर में सोए हुए थे। दोनों निःसंतान है। घटना के वक्त घर में कोई और सदस्य मौजूद नहीं थे।

घटना की सूचना मिलते ही गोपीकांदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल मोहन सोरेन को तत्काल दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचाया जबकि पत्नी बोरोनिका हेंब्रम की मौके पर मौत हो गयी थी। वहीं इलाज के क्रम में मोहन सोरेन ने भी दम तोड़ दिया। इधर, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय इकुड डुंगडुंग के नेतृत्व में डॉग स्क्वॉड और एफएसएल की टीम ने घटनास्थल की जाँच कर जरुरी साक्ष्य जुटाया। 

पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। डॉग स्क्वॉड टीम और एफएसएल की टीम की मदद लेकर वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाया जा रहा है। कहा कि घटना के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है, पुलिस हर बिंदु पर जाँच कर रही है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : टीजीटी व पीजीटी शिक्षकों के पदों को सरेंडर करने का विरोध, छात्र समन्वय समिति ने सीएम व शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला

दुमका : छात्र समन्वय समिति ने सूबे के हेमंत सरकार द्वारा टीजीटी व पीजीटी शिक्षकों के पदों को सरेंडर और वेतनमान में कटौती करने के निर्णय का विरोध किया है।

छात्र समन्वय समिति ने सरकार के निर्णय को छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। विरोध में शनिवार को संगठन के नेतृत्व में छात्रों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पुतला फूंका।

छात्र नेता श्याम देव हेमब्रम ने कहा कि बीते 8 अप्रैल 2025 को सरकार ने कैबिनेट की बैठक में झारखंड के टीजीटी और पीजीटी शिक्षको के तकरीबन 9000 पदों को समाप्त करने का निर्णय लिया। 

सरकार के इस निर्णय से झारखंड के शिक्षक नियुक्ति की तैयारी कर रहे है लाखों छात्रों पर प्रभाव पड़ेगा। कहा कि शिक्षक केवल एक पेशा नहीं बल्कि चरित्र निर्माणकर्ता और कर्तव्यपूर्ण जिम्मेदारी है। शिक्षक आने वाले छात्रों व युवाओं के भविष्य संवारने का काम करते है। ऐसे में सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त रहे। इस निर्णय से सरकारी शिक्षा व्यवस्था और निजी शिक्षा व्यवस्था को ही एक तरफ से मजबूती मिलेगी। 

कहा कि जहां सांसद विधायक अपने वेतन में बढ़ोतरी कर रही है वहीं शिक्षकों की वेतन में कटौती करना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्राथमिक विद्यालय से लेकर उच्चतर स्तर पर शिक्षकों की भारी कमी है। एक और जहां शिक्षा व्यवस्था के मामले में झारखंड पूरे देश स्तर पर नीचे से तीसरे या चौथे स्थान पर है। सैकड़ो विद्यालय को अपग्रेड किया गया परंतु उनमें शिक्षकों की नियुक्ति का कोई पहल नहीं किया गया है।

 छात्र नेता श्यामदेव हेमब्रम ने कहा कि सरकार द्वारा बिना शिक्षा के समृद्ध और विकसित झारखंड बनाने का सपना संभव नहीं है। राज्य सरकार ने न केवल पदों को सरेंडर किया गया बल्कि इन पदों को माध्यमिक सहायक का नाम देकर उनकी वेतनमान में भारी कटौती कर दी गई। यह कहीं ना कहीं शिक्षा व्यवस्था में कटौती है। इस निर्णय से लाखों छात्रों में आक्रोश है जहां एक और झारखंड में किसी भी प्रकार की नहीं बहाली नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो रही है। इसके विपरीत पदों को खत्म करवाया जा रहा है। कहा कि अगर सरकार इस समस्या का जल्द समाधान नहीं करती है तो पूरे झारखंड में छात्र उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे और इसकी सारी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री की होगी।

मौके पर रितेश मुर्मू, विष्णु मुर्मू, महादेव हेम्ब्रम, दानियाल मुर्मू, बबलू टुडू, रफाएल हेम्ब्रम, मुकेश मुर्मू, बाबुधन टुडू, राजीव हांसदा, आमोद बास्की, इलियास मुर्मू, बाबुधन हांसदा, स्टीफन टुडू, कालेन्द्र टुडू, हरेंद्र हेम्ब्रम आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जनता को बताएगी हेमंत सरकार की नाकामी, भाजपा ने तय की नई रणनीति

दुमका : विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा लगातार नई रणनीतियाँ बना रही है। भाजपा अब हर विधानसभा स्तर पर हेमंत सरकार की नाकामियों को लेकर जनता के बीच जाएगी और केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनायेगी। गुरुवार को अग्रसेन भवन में भाजपा के दुमका विधानसभा स्तरीय सक्रिय सदस्यों के सम्मेलन में पार्टी नेताओं ने कार्यकर्ताओं को कई मंत्र दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह बिट्टू ने की। वहीं मंच संचालन जिला महामंत्री डॉ० पवन केसरी ने किया तथा सम्मेलन के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष मार्शल ऋषिराज टुडू द्वारा किया गया।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी का वोट का प्रतिशत बढ़ा था लेकिन उस बढ़त को पार्टी जीत में तब्दील नहीं कर पायी। कहा कि पिछले करीब 6 सालों में झारखण्ड का जिस रफ्तार से विकास होना था वो नहीं हो पा रहा। हेमंत सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है और जनता अब अपने को ठगा सा महसूस कर रही है। कहा कि भारतीय राजनीति में भाजपा ने आमूलचूल परिवर्तन किया है। भाजपा ने परिवारवाद और जातिवाद से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद, विकासवाद और अंत्योदय को राजनीति की मुख्यधारा में स्थापित किया है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बीते 11 वर्षों में विकसित भारत की ओर तेज़ गति से अग्रसर हुआ है। यह यात्रा मात्र आर्थिक प्रगति की नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, जनकल्याण और आत्मनिर्भरता की है। मोदी सरकार की जनहितकारी योजनाएं आज अंतिम व्यक्ति तक पहुंचकर उसके जीवन में बदलाव ला रही हैं।

पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि भाजपा की सबसे बड़ी ताकत उसका कैडर आधारित संगठन है। हम सत्ता के लिए नहीं बल्कि सेवा के लिए राजनीति करते हैं। चुनावी सफलता का मूल मंत्र हमारी कार्यपद्धति, अनुशासन और कार्यकर्ताओं की समर्पित भावना है। कहा कि झारखंड में भाजपा निरंतर संगठनात्मक विस्तार कर रही है, और प्रत्येक गांव, टोला और बूथ तक हमारी मजबूत उपस्थिति इसका प्रमाण है।

सम्मेलन को पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य

अनुज आर्या ने भी संबोधित किया। 

सम्मेलन में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमरेंद्र सिंह, डॉ अंजुला मुर्मू, निवास मंडल,डॉ अमिता रक्षित, जिला मंत्री गुंजन मरांडी, सोनी हेंब्रम, सुजीत यदुवंशी, दिनेश सिंह, मंडल अध्यक्ष गणपति पाल, सहदेव मरांडी, मणिलाल गृही, नरेश चंद्र मंडल, मोर्चा अध्यक्ष रूपेश मंडल, श्रीधर दास, ममता साह, ओम केसरी, अमन राज, मनीष कुमार, बिक्की राउत, पूर्व नगर अध्यक्ष मृणाल मिश्रा, पंकज वर्मा, अजय गुप्ता, रामवतार भलोटीया, नीतू झा, गायत्री जायसवाल, टिंकू गण जूही शाह, रानी सिंह, दीपाली मंडल, प्रवीण भदौरिया, आनंद कुमार, इंद्रजीत कुमार, अरविंद दुबे सहित सभी शक्तिकेंद्र, बूथ के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सागबेहरी में टीआरवाई कल्याण अस्पताल द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, 110 लोगों की स्वास्थ्य जाँच


दुमका : कल्याण विभाग द्वारा संपोषित एवं टीआरवाई संस्था द्वारा संचालित गांदो कल्याण अस्पताल के तत्वावधान में सोमवार को सागबेहरी गांव में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में करीब 110 से अधिक लोगों को निःशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी गयी।

अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शिविर में लोगों की स्वास्थ्य जाँच कर उचित परामर्श देने के साथ ही स्वस्थ्य जीवनशैली पर मार्गदर्शन प्रदान की।

मौके पर डॉ आधीश, डॉ एम एन जमाल, डॉ शंकर, अस्पताल प्रशासक बिपिन कुमार, ए एन एम अनीता मुर्मू, समीर किस्कू एवं सूरज मरांडी सहित स्थानीय लोग उपस्थित थे। बता दें कि संस्था द्वारा समय समय पर पिछड़े क्षेत्रों में निःशुल्क शिविर का आयोजन कर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जाती है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : रामनवमी की पूर्व संध्या पर शहर में फ्लैग मार्च, लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी मनाने की अपील


दुमका : रामनवमी को लेकर दुमका में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। सुरक्षा के लिहाज से प्रशासनिक स्तर पर हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। चौक चौराहो पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए है।

रामनवमी की पूर्व संध्या पर शनिवार को दुमका शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च में प्रशासन के आलाधिकारियों के साथ ही सीआरपीएफ एवं झारखण्ड पुलिस के जवान शामिल हुए। फ्लैग मार्च के माध्यम से लोगो को यह संदेश देने की कोशिश की गयी कि प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से तैयार है। अधिकारियों द्वारा लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से रामनवमी का पर्व मनाने की अपील की गयी। 

वहीं दुमका के उपायुक्त आंजनेयुलू डोड्डे और एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार सहित एसडीओ कौशल कुमार एवं अन्य अधिकारीयों ने रामनवमी को लेकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और विभिन्न अखाड़ा समितियों से मिले और कई जरुरी निर्देश दिया। एसपी श्री खेरवार ने कहा कि रामनवमी को लेकर जिले में सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गयी है। शहर में जिन मार्गो से अखाड़ा समितियों द्वारा जुलूस शोभायात्रा निकाली जाएगी, उसका जायजा लिया गया। सभी शोभायात्रा के साथ दंडाधिकारी एवं पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेंगे ताकि विधि व्यवस्था की किसी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं हो।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : विधि व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई, डीजे पर बैन, रामनवमी पर प्रशासन का दिशा निर्देश जारी

दुमका : रामनवमी को देखते हुए उपायुक्त ने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। खासकर फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और सभी स्वास्थ्य केंद्रों को विशेष हिदायत दी गयी है। रामनवमी पर डीजे पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गयी है। शुक्रवार को इंडोर स्टेडियम में उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे की अध्यक्षता में रामनवमी पर्व को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की हुई बैठक में अखाड़ा समितियों को कई निर्देश दिया गया।

उपायुक्त श्री डोड्डे ने कहा कि रामनवमी के दौरान निकाले जाने वाले जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से निकाली जाय।प्रशासन के साथ आमलोगों का सहयोग शांतिपूर्ण आयोजन के लिए जरुरी है। बिना अनुमति के किसी प्रकार का जुलूस नहीं निकाला जाएगा। कहा कि डीजे का इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।निर्धारित रुट पर ही जुलूस निकाली जाय। लाइसेंसधारी एवं बिना लाइसेंसधारी समिति अनुमति प्राप्त कर ही जुलूस निकालेंगे। सभी जुलूस के साथ एक वीडियोग्राफर उपलब्ध रहेंगे, जो पूरे जुलूस की वीडियोग्राफी करेंगे।

सभी समितियां अपने सदस्यों की सूची उपलब्ध कराएंगे तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी सदस्य अपना पहचान पत्र निश्चित रूप से लगाये रखेंगे। कहा कि समिति के सदस्य जुलूस के साथ चलने वाले ट्रैक्टर के सभी जरूरी दस्तावेज, ट्रैक्टर के ड्राइवर का ड्राइविंग लाइसेंस, ट्रैक्टर मालिक का पहचान पत्र निश्चित रूप से जमा करेंगे।उन्होंने कहा कि नो एंट्री पॉइंट को चिन्हित कर लें ताकि जुलूस एवं वाहनों के आवागमन में परेशानी नहीं हो।

उन्होंने समिति के सदस्यों से कहा कि रामनवमी को पूरे उत्साह से मनाएं एवं झंडे की ऊंचाई का विशेष ध्यान रखें ताकि हाई टेंसन तारों के संपर्क में नहीं आये। कहा कि प्रखंड स्तर पर आयोजित शांति समिति के बैठक कर प्रोसिडिंग निश्चित रूप से भेज दें। संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर के बताएं ताकि फ़ोर्स एवं मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की जा सके।

उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्र अलर्ट मोड में रहेंगे। विधुत विभाग सभी विधुत तार दुरुस्त हैं इस आशय का प्रमाण पत्र निर्गत करेंगे। विधुत विभाग पावर स्टेशन का नंबर शेयर कर देंगे ताकि आमलोग विषम परिस्थिति में संपर्क कर सकें।

नगर परिषद को निदेश दिया कि अतिक्रमण मुक्त कराते हुए पेयजल सहित जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। कहा कि मजिस्ट्रेट एवं पुलिस फ़ोर्स अगर अपने प्रतिनियुक्त स्थल से अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। कहा कि किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं दें।सोशल मीडिया पर किसी प्रकार के अफवाह नहीं फैलाएं। सोशल मीडिया के निगरानी जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी एवं अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित करते हुए नियमानुसार कार्रवाई भी की जायेगी।

पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी पर्व को मनाएं। ऐसा कोई कार्य नहीं करें जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़े।ऐसा कोई गाना नहीं बजाएं जिससे विधि व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो। जो भी गाना जुलूस के दौरान बजाएं जाएंगे उसकी जांच अवश्य करा लें। जब तक जुलूस अपने गंतव्य स्थान पर नहीं पहुँच जाए तब तक कोई भी पुलिस के अधिकारी अपने प्रतिनियुक्त स्थल को नहीं छोडेंगे। जुलूस मार्ग पर किसी भी प्रकार का ईंट, बालू, पत्थर सहित कोई भी बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन मटेरियल नहीं रहे इसे सुनिश्चित किया जाय। कहा कि समिति के सदस्यों का व्हाट्सएप ग्रुप बना लें ताकि संदेश कम समय में सभी तक पहुँच सके। जुलूस में सम्मलित वाहनों के ड्राइवर का नंबर निश्चित रूप से रख लें। कहा कि विधि व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनपर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का कार्य किया जयेगा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सीआरपीएफ से सेवानिवृत मो जाफ़र का स्वागत, केक काटकर परिवार व मित्रों संग साझा की खुशियाँ

दुमका : सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) से सेवानिवृत मो जाफ़र हुसैन के दुमका पहुँचने पर उनके परिवार के सदस्यों एवं मित्रों ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर मो जाफ़र हुसैन के बंदरजोरी स्थित आवास में उनके सम्मान में हैपी रिटायरमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मौके पर जामा की झामुमो विधायक डॉ लुईस मरांडी, नगर थाना प्रभारी नंद प्रसाद, सहित मो फरीद, मो कामरान, मो मुर्शरफ, शमीम, सोनम, मो कैफ, मो वसीम एवं उनके परिवार के सदस्य एवं एवं अन्य उपस्थित थे। मो जाफ़र ने केक काटकर रिटायरमेंट की खुशियाँ सभी के साथ साझा किया।

विधायक डॉ लुईस मरांडी ने मो जाफ़र हुसैन को अंग वस्त्र प्रदान कर उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। मो जाफ़र हुसैन की प्रारम्भिक शिक्षा दुमका से हुई थी। साल 2003 में उन्होंने सीआरपीएफ में योगदान दिया और मार्च 2025 में सेवानिवृत हुए। सेवानिवृति के बाद मो जाफ़र व्यवसाय से जुड़ना चाहते है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : ए एन कॉलेज के पास से 7 साइबर अपराधी गिरफ्तार, 12 मोबाइल समेत अन्य सामान जब्त, 15 दिनों में 16 गिरफ्तार

दुमका : झारखण्ड के दुमका में सात साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दुमका जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत ए0 एन0 कॉलेज के पास एक निर्माणाधीन मकान में मंगलवार को साइबर ठगी की योजना बनाते वक्त इन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

पुलिस ने इन अपराधियों के पास से 12 मोबाइल, 2 लैपटॉप, 12 हजार रूपये नगद सहित अन्य सामान बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों में से अधिकांश पढ़े लिखे युवा है। पुलिस ने फिलहाल सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

दुमका के पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों द्वारा फर्जी कस्टमर केयर और फर्जी एपीके फ़ाइल बनाकर साइबर ठगी की जाती थी। पुलिस अब पता लगाने में जुटी है कि इन अपराधियों द्वारा अब तक कितने लोगों से ठगी की गयी है।

कहा कि मंगलवार को कॉलेज के पास निर्माणाधीन मकान में इन अपराधियों द्वारा गैंग बनाकर साइबर ठगी की योजना बनाये जाने की सूचना पुलिस को मिली। मुफ्फसिल थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु आईपीएस डॉ सैय्यद मुस्तफा हाशमी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने छापेमारी कर सभी साइबर अपराधियों को मौके से गिरफ्तार किया।

बता दें कि बीते 15 दिनों में पुलिस ने दुमका जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों से अब तक करीब 16 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

टीम में थाना प्रभारी के अलावा पुअनि नंदन सिंह, रविशंकर, रौशन कुमार एवं निरंजन कुमार, सअनि बबन प्रसाद सिंह एवं विनीत कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : पिछड़ा वर्ग आयोग ने की जाँच, नगर निकायों में पिछड़े वर्ग के आरक्षण के मुद्दे पर अधिकारियों संग चर्चा

दुमका : झारखण्ड पिछड़ा वर्ग आयोग की टीम ने नगर निकायों में पिछड़े वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन को जरुरी दिशा-निर्देश दिया है।

आयोग की टीम गुरुवार को दुमका पहुंची और जिले में नगर निकायों में पिछड़े वर्गों को आरक्षण देने की पात्रता निर्धारण तथा तथा हिन्दू धुनीया, जोल्हा, नदाफ जाति को अत्यन्त पिछड़े वर्गों की सूची में समावेशित करने के लिए डोर-टू-डोर सर्वेक्षण कर जांच की। टीम ने दुमका नगर परिषद के रसिकपुर, मौचीपाड़ा, जरमुंडी प्रखंड के पेटसार गाँव का दौरा कर घर-घर जाकर सत्यापन कार्य किया।

आयोग की टीम ने परिसदन में अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की। बैठक में ट्रिपल टेस्ट सर्वे के नोडल पदाधिकारी व अनुश्रवण समिति के साथ चर्चा की गई।आयोग के सदस्य नंदकिशोर मेहता, लक्ष्मण यादव, संजीव कुमार, प्रशाखा पदाधिकारी विनोद कुमार सिंह समेत

नोडल पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता संग अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे

टीम के मुताबिक यह सर्वेक्षण पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण नीति के सही कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया। आयोग की टीम ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि समाज के सभी वर्गों को न्यायोचित प्रतिनिधित्व मिले और आरक्षण नीति प्रभावी रूप से लागू हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्वेक्षण की सटीकता और निष्पक्षता बनाए रखते हुए रिपोर्ट तैयार की जाए। इस जांच का उद्देश्य पिछड़े वर्गों की वास्तविक सामाजिक-आर्थिक स्थिति का आकलन करना और आरक्षण नीति को सही ढंग से लागू करना है।

इधर संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल द्वारा राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य लक्ष्मण यादव और नंदकिशोर मेहता को परिसदन भवन में ज्ञापन सौंपा गया। संगठन ने आयोग सदस्यों के साथ झारखण्ड राज्य में नौकरी एवं शिक्षा में समुचित आरक्षण और ट्रिपल टेस्ट में खामी पर चर्चा भी की।

मोर्चा के अध्यक्ष असीम मंडल ने कहा कि झारखंड गठन के बाद से ही दुमका सहित सात जिलों लातेहार, सिमडेगा, गुमला, लोहरदंगा, खुटी, पश्चिम सिंहभूम में पिछड़ा वर्ग का आरक्षण शून्य कर दिया गया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ट्रिपल टेस्ट में सिर्फ औपचारिकता पूरी की जा रही है। धरातल पर कार्य नहीं हो रहा है। प्रधान महासचिव डॉ अमरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि मोर्चा की प्रमुख मांग झारखण्ड में जातिगत जनगणना करा कर अविलंब पिछड़ों को आबादी के अनुरूप आरक्षण देने, पिछड़ा वर्ग आयोग के अनुशंसा के आलोक में तत्काल दुमका और झारखण्ड में पिछड़ा वर्ग को 36% आरक्षण देने की मांगे शामिल है

प्रतिनिधि मंडल में केंद्रीय अध्यक्ष असीम कुमार मंडल, प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव, महासचिव रंजीत जायसवाल, कोषाध्यक्ष अजीत मांझी, बुद्धिजीवी मंच के शिवनारायण दर्बे, बिहारी यादव शामिल थे।

वहीं सिविल सोसायटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को ज्ञापन सौंपकर नगर निकाय चुनाव में घर-घर जाकर प्रत्येक पिछड़ा व अत्यंत पिछड़ा वर्ग के परिवार की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक स्थितियों का सर्वे सही तरीके से कराने की मांग की। साथ ही अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा और अन्य सदस्यों ने आयोग के सदस्य द्वय के साथ चर्चा कर दुमका नगर परिषद और ट्रिपल टेस्ट से संबंधित अधिकारियों के द्वारा कागज पर ही सर्वे कर लीपा-पोती किए जाने की शिकायत की। प्रतिनिधिमंडल में सिविल सोसायटी दुमका के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा,उपाध्यक्ष प्रेम केशरी, सचिव संदीप कुमार जय बमबम, लक्ष्मी नारायण साह, रामाकांत साह, अधिवक्ता संजीव कुमार दास विभीषण राउत आदि शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : रेलवे स्टेशन में कोयले के भंडारण ने बढ़ायी मुसीबत, बढ़ते प्रदूषण से स्थानीय लोगों में आक्रोश, डीसी ने गुड्स शेड्स का लिया जायजा


दुमका : दुमका रेलवे स्टेशन में कोयला के भंडारण और परिवहन की वजह से बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ स्थानीय लोग लगातार आंदोलनरत है तो वहीं अब जिला प्रशासन ने भी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए रेलवे के संबंधित अधिकारियों को कई निर्देश दिया। 

उपायुक्त अंजनेयुलु दोड्डे के नेतृत्व में जिला स्तरीय संयुक्त कमेटी ने दुमका रेलवे स्टेशन में कोयला के भंडारण और परिवहन के कारण होने वाले प्रदूषण के रोकथाम को लेकर सोमवार को स्टेशन के गुड्स शेड का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कोयला के भंडारण एवं परिवहन से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए रेलवे को दिये गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की। अधिकारियों से बात करते हुए उपायुक्त ने पर्यावरण मंजूरी की शर्तों का अनुपालन तथा प्रतिवादी संख्या 5 द्वारा कोयले के परिवहन के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय और इस न्यायाधिकरण द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्टोन चिप्स साइडिंग व अन्य जगहों पर लगे वाटर स्प्रिंकलर तथा रास्ते में वाटर टैंकर के माध्यम से लगातार पानी का छिड़काव करने का निर्देश दिया। 

मौके पर पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारी, प्रदूषण विभाग के अधिकारी सहित अन्य उपस्थित थे।

इधर, दुमका के रेलवे साइडिंग से कोयला के परिवहन से होने वाले प्रदूषण एवं अन्य समस्याओं के कारण इसे बिना आबादी वाले क्षेत्र में स्थानांतरण करने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर में रविवार को स्थानीय लोगो ने धरना प्रदर्शन किया।

स्थानीय लोगों द्वारा कोयला रैक हटाने की मांग साल 2021 से ही की जा रही है लेकिन अब तक इस मामले में किसी तरह से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। गौरतलब है कि रसिकपुर और आस पास के लगभग बीस से अधिक गांवों में इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक रेलवे स्टेशन पर बने कोयला रैक से घरों से दूरी 50 (पचास)से 100 (सौ)गज की है और पिछले कुछ वर्षों से दुमका रेलवे स्टेशन पर कोयला लोडिंग का कार्य काफी तेजी से किया जा रहा है और बीजीआर कंपनी द्वारा ना कोयला के ऊपर न रोड पर पानी का छिड़काव किया जाता है न ही रोड सेफ्टी का ध्यान दिया जाता है जिससे सभी मोहल्ला वासी काफी परेशान है।

साथ ही रेलवे से यात्रा करने वाले यात्रियों के साथ-साथ पूरा दुमका नगर क्षेत्र एवं 10 (दस) से 20 (बीस )गांव की घनी आबादी कोयले के धूल एवं प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं साथ ही 50 (पचास)से 100(सौ) गज की दूरी पर स्कूल एवं कॉलेज हैं।

आंदोलनकारियों ने कहा है जब तक दुमका रेलवे स्टेशन पर बने कोयला रैक नहीं हटाया जाएगा आंदोलन जारी रहेगा। 

मौके पर संजय मंडल, रवि शंकर मंडल, मनोज पंडित, एन एन पंडित, अमन सिंह, विष्णु यादव , गोवर्धन मंडल, ध्रुव मंडल, शैलेश कापरी , मनोज भगत, आशीष नायक , जिमी यादव, निरंजन यादव, चंदन तिवारी, लक्ष्मण पंडित उपेंद्र चौधरी, अभय गुप्ता, लक्ष्मण सिंह, आकाश यादव, संजीत वर्मा, टिंकू यादव, विक्रम शर्मा, संजीव वर्मा, रोहित कुमार दास, विक्की डी रंजन, विशाल मंडल, कालू केवट, रंजीत यादव, अजय कुमार, विनोद यादव आदि मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)