दुमका : टीजीटी व पीजीटी शिक्षकों के पदों को सरेंडर करने का विरोध, छात्र समन्वय समिति ने सीएम व शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला
![]()
दुमका : छात्र समन्वय समिति ने सूबे के हेमंत सरकार द्वारा टीजीटी व पीजीटी शिक्षकों के पदों को सरेंडर और वेतनमान में कटौती करने के निर्णय का विरोध किया है।
छात्र समन्वय समिति ने सरकार के निर्णय को छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। विरोध में शनिवार को संगठन के नेतृत्व में छात्रों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पुतला फूंका।
छात्र नेता श्याम देव हेमब्रम ने कहा कि बीते 8 अप्रैल 2025 को सरकार ने कैबिनेट की बैठक में झारखंड के टीजीटी और पीजीटी शिक्षको के तकरीबन 9000 पदों को समाप्त करने का निर्णय लिया।
सरकार के इस निर्णय से झारखंड के शिक्षक नियुक्ति की तैयारी कर रहे है लाखों छात्रों पर प्रभाव पड़ेगा। कहा कि शिक्षक केवल एक पेशा नहीं बल्कि चरित्र निर्माणकर्ता और कर्तव्यपूर्ण जिम्मेदारी है। शिक्षक आने वाले छात्रों व युवाओं के भविष्य संवारने का काम करते है। ऐसे में सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त रहे। इस निर्णय से सरकारी शिक्षा व्यवस्था और निजी शिक्षा व्यवस्था को ही एक तरफ से मजबूती मिलेगी।
कहा कि जहां सांसद विधायक अपने वेतन में बढ़ोतरी कर रही है वहीं शिक्षकों की वेतन में कटौती करना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्राथमिक विद्यालय से लेकर उच्चतर स्तर पर शिक्षकों की भारी कमी है। एक और जहां शिक्षा व्यवस्था के मामले में झारखंड पूरे देश स्तर पर नीचे से तीसरे या चौथे स्थान पर है। सैकड़ो विद्यालय को अपग्रेड किया गया परंतु उनमें शिक्षकों की नियुक्ति का कोई पहल नहीं किया गया है।
छात्र नेता श्यामदेव हेमब्रम ने कहा कि सरकार द्वारा बिना शिक्षा के समृद्ध और विकसित झारखंड बनाने का सपना संभव नहीं है। राज्य सरकार ने न केवल पदों को सरेंडर किया गया बल्कि इन पदों को माध्यमिक सहायक का नाम देकर उनकी वेतनमान में भारी कटौती कर दी गई। यह कहीं ना कहीं शिक्षा व्यवस्था में कटौती है। इस निर्णय से लाखों छात्रों में आक्रोश है जहां एक और झारखंड में किसी भी प्रकार की नहीं बहाली नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो रही है। इसके विपरीत पदों को खत्म करवाया जा रहा है। कहा कि अगर सरकार इस समस्या का जल्द समाधान नहीं करती है तो पूरे झारखंड में छात्र उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे और इसकी सारी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री की होगी।
मौके पर रितेश मुर्मू, विष्णु मुर्मू, महादेव हेम्ब्रम, दानियाल मुर्मू, बबलू टुडू, रफाएल हेम्ब्रम, मुकेश मुर्मू, बाबुधन टुडू, राजीव हांसदा, आमोद बास्की, इलियास मुर्मू, बाबुधन हांसदा, स्टीफन टुडू, कालेन्द्र टुडू, हरेंद्र हेम्ब्रम आदि उपस्थित थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Apr 14 2025, 14:29