अलोपीबाग गुरुद्वारा संगत में खालसा पंथ का सृजना दिवस"बैसाखी"पर्व बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार से मनाया गया

विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज : –अलोपीबाग गुरुद्वारा संगत द्वारा खालसा पंथ का सृजना दिवस "बैसाखी"पर्व पर अलोपीबाग गुरुद्वारा में बड़ी श्रद्धा,सत्कार से मनाया गयाl प्रातःकाल से ही संगत गुरुद्वारे में पहुंचकर गुरु के चरणों का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए गुरबाणी के अमोलक शब्द-कीर्तन की विभिन्न प्रस्तुतियों से संगत निहाल होती रही उपस्थित संगत ने वाहेगुरू,वाहेगुरू के सामूहिक जाप तथा पारंपरिक जयकारों की
गूंजार से वातावरण को गुरु वाणी मय बना दियाl
प्रयागराज महापौर एव महानगर अध्यक्ष भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे माथा टेकर पंक्तिबद्ध बैठकर शब्द-कीर्तन श्रवण किया। खालसा पंथ का सृजना दिवस "बैसाखी"पर्व की संगतों को लख-लख बधाइयां देते हुए अध्यक्ष परमजीत सिंह ने कहा कि आज्ञा भई अकाल की,तभै चलायो पंथ,सभ सिखन को हुकुम है,गुरु मान्यो ग्रन्थ।
संगत ने प्रयागराज के वरिष्ठ समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह को अंगवस्त्रम,पुष्पमाला,मोमेंटो देते हुए बोले सो निहाल-सत श्री अकाल के जयकारों सहित सम्मानित किया।
संगत के द्वारा वाहेगुरु-वाहेगुरु का सामूहिक उच्चारण करते हुए गुरुवाणी के अनमोल कीर्तन से समूह संगत सराबोर होती रहीl गुरु मर्यादा,भक्तिभाव,पाठ,शब्द-कीर्तन,गुरु इतिहास के साथ ही गुरु के चरणों में अरदास करते हुए हुकुमनामा के उपरांत गुरु का अटूट लंगर बरता गयाl
खालसा सृजना दिवस (बैसाखी)पावन पर्व के तीन दिवसीय गुरमत आध्यात्मिक समागम गुरुद्वारा साहिब अलोपीबाग मे लगातार (जलपात्र)पंछियों-चिड़ियों के लिए विशेष प्रकार की सेवा होती रही जिसमें गुरुद्वारे की तरफ से श्रद्धालुओं को मिट्टी का (जलपात्र)बर्तन देकर अपने-अपने घरों की छत व दीवारों आदि स्थानों पर दाना पानी रखने के लिए प्रेरित किया गया।इस अवसर पर परमजीत सिंह,गुरुदीप सिंह सरना,सरदार पतविंदर सिंह,परमिंदर सिंह बंटी,मनु सिंह चावला,कुलदीप सिंह बग्गा,बलजीत सिंह,हरजीत सिंह कथुरिया,त्रिलोचन सिंह बग्गा,हरमनजी सिह,जसविंदर सिंह नीतू,कुलदीप सिंह खालसा,लखविंदर सिंह,राजेंद्र सिंह ग्रोवर,गुरबख्श सिंह,जसवीर सिंह,मनजीत सिंह खालसा,सुदर्शन सिंह,प्रेमजीत गुुजराल,हरमनजी सिंह,जसवीर कौर,अंजु गुलजार,सरगम कौर,दलजीत कौर सहित बड़ी संख्या मे महिलाएं,पुरुष,युवा-युवतियों व बच्चे श्रद्धालु उपस्थित रहेl



Apr 13 2025, 19:46