सरपंच के खिलाफ खोला मोर्चा: राजधानी में पेड़ों की अवैध कटाई का अनोखा विरोध, कॉलोनीवासियों ने कैंडल मार्च निकालकर पेड़ों को दी श्रद्धांजलि

रायपुर- रायपुर में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई का अनोखा विरोध कॉलोनीवासियों द्वारा किया गया है. कॉलोनी में 200 से अधिक पेड़ों की कटाई के विरोध में आज 50 से अधिक लोग एकजुट होकर कैंडल मार्च निकाला और काटे गए पेड़ों को श्रद्धांजलि देकर अपना विरोध प्रकट किया.

दरअसल, मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के दोंदेखुर्द हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का है, जहां नव-निर्वाचित सरपंच पर स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि कॉलोनी में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कराई जा रही है. स्थानीय लोगों ने बातचीत में बताया कि कई सालों से वे पेड़ों की देखभाल करते आए हैं. इनसे क्षेत्र का भूजल स्तर बना रहता है, साथ ही प्रकृति की खूबसूरती भी बनी रहती है. लेकिन विगत कुछ दिनों से लगातार कटाई कर पेड़ों का सफाया किया जा रहा था.

सृष्टि सेवा संकल्प स्वयंसेवी संस्थान ने पेड़ों की कटाई रोकने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा. अपने पत्र में संस्थान ने लिखा है कि दोंदेखुर्द के सरपंच का लकड़ियों का काम है, कटाई के बाद तत्काल सभी पेड़ों को गाड़ियों में कॉलोनी से शिफ्ट कर दिया गया. ऐसे में व्यापारिक उद्देश्य से पेड़ों की कटाई की गई है. संस्थापक नीमा गुप्ता ने बताया कि पहले वन विभाग को जानकारी दी गई थी. उड़नदस्ता द्वारा मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया गया, लेकिन राजस्व के क्षेत्र में आने का हवाला देकर प्रशासन का रुख करने कहा गया. पत्र लिखने के बाद जब तक प्रशासन की ओर से संज्ञान लिया गया, तब तक कई पेड़ काटे जा चुके थे.

पेड़ काटने वाले की हो जांच

स्थानीय लोगों ने यह मांग की है कि पेड़ों की कटाई कराने वाले की सख्ती से जांच होनी चाहिए, ताकि आगे फिर ऐसी परिस्थिति निर्मित न हो और पर्यावरण को भी हानि न पहुंचे.

मुख्यमंत्री ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर उन्हें किया नमन

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समाज सुधारक, विचारक, लेखक और दार्शनिक महात्मा ज्योतिबा फुले की 11 अप्रैल को जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने कहा है की ज्योतिबा फुले जी ने महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिए कई कार्य किए। दलितों के प्रति भेद-भाव समाप्त कर उन्हें समाज में स्थान दिलाने के लिए महात्मा फुले ने सत्यशोधक समाज की स्थापना की। उन्होंने न सिर्फ महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया, बल्कि अपनी धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को भी शिक्षा दिलाई जिससे वे भारत की पहली अध्यापिका बनीं।

श्री साय ने कहा कि महात्मा फुले समाज को अंधविश्वास और कुप्रथाओं से मुक्त करना चाहते थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति व्यवस्था और उस पर आधारित भेदभाव के प्रबल विरोधी थे। उन्होंने समाज को कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए सभी वर्गों की शिक्षा पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन और विचार मूल्य हमें मानवता की सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे

जोड़ प्रत्यारोपण अब होगा ज्यादा सटीक : रामकृष्ण केयर हाॅस्पिटल में छत्तीसगढ़ का सबसे अत्याधुनिक आर्थो रोबोट का हुआ शुभारंभ

रायपुर- उन्नत रोगी देखभाल की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाते हुए रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल ने आज वेलीस robotic assisted solution -orthopedic robot का शुभारंभ किया. यह ऑर्थोपेडिक रोबोट छत्तीसगढ़ के सबसे अत्याधुनिक रोबोट में से एक है, जो घुटने और कूल्हे के जोड़ प्रत्यारोपण से पीड़ित रोगों के लिए सर्जरी में अधिक सटीकता, छोटा चीरा और तेज रिकवरी व डिस्चार्ज का भरोसा देता है. इसमें CT scan और स्कैनोग्राम करवाने की जरूरत नहीं है. मरीज रेडिएशन से वंचित रहते हैं. साथ ही स्कैन के खर्चे से भी बच पाते हैं.

आज रामकृष्ण केयर हास्पिटल में रोबोट के शुभारंग समारोह में रामकृष्ण केयर अस्पताल के मेडिकल एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. संदीप दवे के साथ डॉ. पंकज धबलिया (HOD- आर्थोपेडिक्स, ट्रामा, जोड़ प्रत्यारोपण एवं स्पोर्ट्स इन्जुरी), डॉ. अंकुर सिंघल (चीफ रोबोटिक जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन), डॉ. प्रतीक धबलिया (रोबोटिक जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन). डॉ. सुमन नाग (आर्थोस्कोपी, एवं स्पोर्ट्स इन्जुरी) डॉ. ललित जैन (कंसल्टेन्ट आथर्थोपेडिक्स) एवं हॉस्पिटल के अन्य वरिष्ठ कंसल्टेन्ट, OT टीम एवं नर्सिंग टीम उपस्थित थे।

ये है रोबोट की खासियत

इस रोबोट में उन्नत तकनीक शामिल है, जो सर्जन को प्रत्येक रोगी की विशिष्ट शारीरिक रचना के लिए व्यक्तिगत रूप से बढ़ी हुई सर्जिकल के साथ घुटने के प्रतिस्थापन को करने में मदद करती है. इससे उन्हें अपने बाधितचाप में सहायता मिलती है. चूंकि यह जोड़ प्रत्यारोपण तकनीक Image free है. इसमें CT Scan एवं Scanogram करवाने की जरूरत नहीं है. इससे मरीज रेडियेशन से वचित रहते हैं और Scan के खर्च से भी बचते हैं.

रामकृष्ण केयर अस्पताल मध्यभारत के सबसे अतिथित अस्पताल में से एक है, जो छत्तीसगढ़ के दिल रायपुर में स्थित है. यह अस्पताल स्वास्थ्य सेवा उत्कृष्टता का प्रतीक है, जो रोगी केंद्रित देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. अत्याधुनिक तकनीक और उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों, नर्सों और सहायक कर्मचारियों की एक टीम से लैस, अस्पताल किफायती कीमतों पर निदान, उपचार और देखभाल के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करता है. अस्पताल में 400 से अधिक बेड हैं, जिनमें 125 से अधिक आईसीयू बेड शामिल हैं, जिनमें सभी उन्नत और आधुनिक जीवन रक्षक और नैदानिक उपकरण है, जिनमें अत्यधिक कुशल डॉक्टर और देखभाल कर्मचारी है. सभी प्रमुख विशेषताओं में सबसे आधुनिक तकनीक के साथ एक समर्पित और अथक आपातकालीन विभान के साथ अस्पताल छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के लिए किसी भी आपात स्थिति और विशेष देखभाल के लिए पहली पसंद है.

मुख्यमंत्री खल्लारी में कंवर-पैंकरा समाज के महासभा में हुए शामिल, 55 लाख रूपए के विकास कार्यों की घोषणा की

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज महासमुंद जिले के खल्लारी ग्राम में आयोजित आदिवासी कंवर-पैंकरा समाज महासभा एवं वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए। इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री का कंवर समाज के प्रतिनिधियों ने पारंपरिक आदिवासी रीति-रिवाजों से आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर महासभा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खल्लारी माई, भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी, राम जानकी भगवान एवं कंवर समाज की जयघोष के साथ अपने उद्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने समाज के प्रति आभार व्यक्त करते हुए माता खल्लारी और राम जानकी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जंगल सत्याग्रहियों की भूमि को नमन करते हुए कहा कि मैं आप सभी का आशीर्वाद लेने आया हूं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जंगल सत्याग्रह के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिजनों को शॉल, श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने इस मौके पर 55 लाख रूपए के विकास कार्यों की घोषणा की, जिनमें राम-जानकी मंदिर परिसर में शेड निर्माण के लिए 20 लाख रुपये, कंवर समाज के छात्रावास निर्माण के लिए 25 लाख रुपये तथा सर्व-सुविधायुक्त शौचालय निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनजातियों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहे हैं। आदिवासियों, विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास और कल्याण के लिए पीएम जनमन योजना और धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना शुरू की गई है। उन्होंने समाज से अपील की कि शिक्षा को प्राथमिकता दें और नशा मुक्ति की दिशा में कदम उठाएं। मुख्यमंत्री श्री साय ने समाज के युवाओं को कौशल विकास और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 15 महीने की हमारी सरकार द्वारा अनेक विकास कार्य किए गए हैं। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए, जिनमें से 14 लाख आवास पूरे हो चुके हैं। प्रधानमंत्री द्वारा एक ही दिन में 3 लाख आवासों में गृह प्रवेश कराया गया। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की गई और धान के मूल्य की अंतर राशि के रूप में 12 हजार करोड़ रुपये प्रदाय किए गए। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को लाभ दिया जा रहा है। जिनका नाम छूट गया है, उन्हें भी जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए संचालित योजनाओं, रामलला दर्शन योजना, और मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी को हमारी सरकार पूरा कर रही है। उन्होंने बताया कि आवास प्लस सर्वे एप शुरू किया गया है, जिससे जिनके पास घर नहीं हैं, वे भी सर्वे में अपना नाम जुड़वा सकते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को विकसित करना हमारा लक्ष्य है।

कार्यक्रम में सांसद रूप कुमारी चौधरी, महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, पूर्व सांसद चुन्नी लाल साहू, पूर्व विधायक प्रीतम सिंह दीवान, छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर, येतराम साहू, कंवर पैकरा समाज के प्रदेश अध्यक्ष हरबंश मिरी अनेक जनप्रतिनिधि, बड़ी संख्या में सामाजथित थे।

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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रवास पर आए केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी से सौजन्य मुलाकात की

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर आए केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी से आज रात यहां एक निजी होटल में सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री अरूण साव और रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी उपस्थित थे।

प्रदेश-व्यापी सुशासन तिहार: तीन दिन में मिले तीन लाख से अधिक आवेदन, गांव-गांव, शहर-शहर में लगी समाधान पेटियां

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में जनता-जनार्दन की समस्याओं के निदान और उनसे रूबरू मुलाकात के लिए सुशासन तिहार के तहत गांव-गांव, शहर-शहर आवेदन लिए जाने का सिलसिला जारी है। आम जनता से 11 अप्रैल तक लिए जाएंगे। आवेदन प्राप्त करने के प्रथम चरण में तीन दिनों में तीन लाख 18 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें 2 लाख 89 हजार 648 आवेदन विभिन्न मांगों से संबंधित है जबकि शिकायतों से संबंधित आवेदनों की संख्या मात्र 19 हजार 375 है। यहां यह उल्लेखनीय है कि सुशासन तिहार तीन चरणों में आयोजित होगा। प्रथम चरण में 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आम जनता से ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों के कार्यालयों में सीधे आवेदन लिए जा रहे हैं। लोग अपनी समस्याओं एवं मांगों से संबंधित आवेदन अपने-अपने जिलों में ऑनलाईन, शिविर एवं समाधान पेटी में डाल रहे हैं।

जनसमान्य की समस्याओं से संबंधित आवेदनों को भरने के लिए ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायो के कार्यालयों में अधिकारी कर्मचारी की ड्यूटी भी लगाई गई है, ताकि लोगों को अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन देने में किसी भी तरह की परेशानी न हो। सुशासन तिहार के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन पोर्टल एवं कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए भी आवेदन प्राप्त किए जाने की व्यवस्था है। विकासखंडों और जिला मुख्यालयों में भी आवेदन प्राप्त करने हेतु समाधान पेटी रखी गई है, जहां लोग अपनी समस्याओं के संबंध में आवेदन डाल रहे है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा सुशासन एवं पारदर्शिता के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सुशासन तिहार-2025 का आयोजन एक महत्वपूर्ण पहल है। सुशासन तिहार-2025 के तहत सभी प्राप्त आवेदनों की सॉफ्टवेयर में प्रविष्टि कर संबंधित विभागों को सौंपा जाएगा, और एक माह के भीतर उनका निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि सुशासन तिहार 2025 का उद्देश्य जनसामान्य की समस्याओं का प्रभावी एवं त्वरित समाधान, शासकीय कार्यों में पारदर्शिता और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना है। मुख्यमंत्री श्री साय ने पूर्व में ही सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे सुशासन तिहार के सुव्यवस्थित आयोजन और इसके अंतर्गत प्राप्त होने वाले आवेदनों के तत्परता से निराकरण को सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर निराकरण की स्थिति और गुणवत्ता की समीक्षा भी की जाएगी।

सुशासन तिहार के तीसरे चरण में प्रत्येक जिले की 8 से 15 ग्राम पंचायतों के मध्य समाधान शिविर आयोजित होंगे। नगरीय निकायों में भी आवश्यकतानुसार शिविरों का आयोजन किया जाएगा। शिविरों में आमजन को उनके आवेदन की स्थिति से अवगत कराया जाएगा, तथा यथासंभव आवेदन का त्वरित निराकरण भी वहीं किया जाएगा। शेष समस्याओं का निराकरण एक माह के भीतर कर सूचना दी जाएगी।

समाधान शिविरों में जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और हितग्राहीमूलक योजनाओं के आवेदन प्रपत्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इस अभियान में सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारी स्वयं शिविरों में उपस्थित रहकर आमजन से संवाद करेंगे, और विकास कार्यों व योजनाओं से मिल रहे लाभ का फीडबैक लेंगे। साथ ही औचक निरीक्षण के माध्यम से चल रहे निर्माण कार्यों की वास्तविक स्थिति और गुणवत्ता का भी मूल्यांकन किया जाएगा।

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल, कहा- प्रदेश में अब सुशासन नहीं “गुंडाराज” है, निर्भया कांड से की तुलना

दुर्ग- मोहन नगर थाना क्षेत्र में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और हत्या (Rape and Murder Case) के बाद प्रदेश की सियासत में उबाल आ चुका है। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस घटना को “निर्भया कांड से कम नहीं” बताया और कहा कि प्रदेश में अब सुशासन नहीं बल्कि “गुंडाराज” चल रहा है।

पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद दीपक बैज ने पत्रकारों से कहा कि 6 अप्रैल, दुर्गा अष्टमी और राम नवमी के शुभ दिन, हमारी छह साल की बच्ची जो कन्या भोज में शामिल होने के लिए सुबह घर से निकली थी, वह शाम और देर रात तक घर नहीं लौटी। मासूम बच्ची का शव एक कार में मिला, जिसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। प्राइवेट पार्ट पर भी गंभीर चोट पहुंचाई गई थी और शरीर पर एसिड अटैक के भी प्रमाण मिले हैं। यह घटना पूरी तरह से निर्भया कांड जैसी ही बर्बर और अमानवीय है।

दीपक बैज ने उठाएं सवाल

दीपक बैज ने कहा कि घटना दिन के समय हुई, फिर बच्ची की लाश रात के वक्त कार में कैसे मिली? इस घटनाक्रम के दौरान किसी ने कुछ देखा क्यों नहीं? जिस स्थान पर यह कार खड़ी थी, वहाँ तो दरवाजा तक नहीं है। ऐसे कई सवाल हैं जो परिवारवालों और आम जनमानस के मन में उठ रहे हैं। परिजनों का कहना है कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर बिल्कुल भरोसा नहीं है। इस प्रकार की घटना को कोई अकेला व्यक्ति अंजाम नहीं दे सकता, इसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं। परिजनों ने मामले की CBI जांच की मांग की है।

छोटी बच्ची से पूछताछ के नाम पर की मारपीट

दीपक बैज ने बताया कि परिवार का यह भी आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने घर की छोटी बच्ची को पूछताछ के नाम पर रात ढाई बजे उठा लिया और उसके साथ मारपीट की। घर के अन्य सदस्यों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया है। पूरे प्रदेश में पुलिस प्रताड़ना का दौर चल रहा है। बलरामपुर, धमतरी और लोहारीडीह जैसी घटनाओं के बाद पुलिस ने यहाँ भी ऐसी ही अमानवीयता को दोहराने की कोशिश की है। इस प्रदेश में अब सुशासन नहीं, बल्कि गुंडाराज का माहौल बन चुका है। सरकार का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति अब तक इस संवेदनशील मामले को संज्ञान में लेने नहीं आया है। कांग्रेस पार्टी ने इस जघन्य घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि इस सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है।

कंवर-पैकरा समाज की नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के सम्मान समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज धमतरी जिले के रांकाडीह में आयोजित कंवर पैकरा समाज के नवनिर्वाचित आदिवासी पंचायत जनप्रतिनिधियों के सम्मान समारोह और धमतरी राज कंवर पैकरा समाज का वार्षिक महासभा में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर नगरीय निकाय निर्वाचन और त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन में विजयी जनप्रतिनिधियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने गहिरागुरू बाबा द्वारा समाज कल्याण के लिए किये गये कार्यों को बताते हुए उनसे प्रेरणा लेकर समाज कल्याण के लिए कार्य करने की बात कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कंवर एवं पैकरा समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है, हम सभी को मिलकर इस गौरवशाली इतिहास को संजोए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा की आज समाज के अनेक लोग विभिन्न क्षेत्रों में काम कर समाज का नाम रौशन कर रहे है। उन्होंने समाज के लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि मदिरापान और मांस से दूर रहकर विकास में सहभागी बनें।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के तहत् किये गये वादों को पूरा करने में कोई कमी नहीं की है। हमने शपथ लेते ही 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृत प्रदान की। वहीं धमतरी जिले में 40 हजार आवासों की स्वीकृति जल्द ही दी जायेगी। राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों से 3100 रूपये क्विंटल की दर से धान की खरीदी की और उसके बोनस की अंतर राशि भी एक सप्ताह के भीतर उन्हें प्रदान कर दी है। इसके साथ ही लंबित 2 वर्षाे का धान बोनस भी किसानो को दिया गया, जिसका लाभ प्रदेश के किसानों को मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं को एक हजार रूपये प्रदान किये जा रहे हैं, जल्द ही ऐसी महिलायें जो नवविवाहित है या जिनका नाम नहीं जुड़ पाया है, उन्हें भी जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि तेन्दूपत्ता खरीदी में भी हमने प्रति मानक बोरा की दर में वृद्धि करते हुए 5500 रूपये किया है। रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत् प्रदेश के लोगों को धार्मिक स्थानों पर जाने का अवसर मिल रहा है। भूमिहीन ग्रामीण कृषि मजदूर योजना के तहत् भी प्रदेश के पात्र हितग्राहियों को सहायता राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक नीति और प्रदेश में संचालित उच्च शैक्षणिक संस्थानों और विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम को कांकेर लोकसभा सांसद भोजराज नाग, प्रदेश अध्यक्ष कंवर समाज हरिवंश सिंह मिरी, कंवर समाज के अध्यक्ष विश्राम जी दाउ और अन्य अतिथियों ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक सिहावा पिंकी धुव, पूर्व विधायक सिहावा श्रवण मरकाम सहित अनेक समाज के पदाधिकारी और ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मंत्रिमंडल विस्तार टला!: केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा नाम, स्थानीय नेताओं में नहीं बन पाई सहमति

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में लंबे समय से कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा चल रही है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दो दिन पहले इस पर कहा था कि कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. लेकिन अब नई अपडेट सामने आई है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही इसके होने के आसार हैं. विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही इस मसले पर प्रदेश नेतृत्व के साथ बैठक कर अंतिम निर्णय ले सकता है.

पार्टी और सरकार से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो भले ही कैबिनेट विस्तार का राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से सीधे तौर पर कोई संबंध नहीं है, लेकिन इससे जुड़ी कुछ अहम सिफारिशों और समन्वय को लेकर केंद्रीय नेतृत्व बैठक करना चाहता है. यही वजह है कि यह विस्तार फिलहाल कुछ दिनों के लिए टल गया है.

बताया जा रहा है कि भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव इसी माह होने वाला है और इसके बाद ही छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा. इसी क्रम में हाल ही में प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन और राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ दो दिन तक गहन मंत्रणा की थी. इस बैठक में संगठन महामंत्री अजय जामवाल और पवन साय भी मौजूद थे. बैठक के बाद जल्द विस्तार की अटकलें तेज हो गई थीं.

सीएम विष्णुदेव साय पहले ही साफ कर चुके हैं कि मंत्रिमंडल में फेरबदल जल्द किया जाएगा. बता दें कि सरकार में मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री हैं. बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से एक पद रिक्त हुआ था. इस लिहाज से 2 मंत्री पद रिक्त माने जाते रहे हैं, लेकिन हरियाणा फार्मूला लागू होने के बाद एक अतिरिक्त मंत्री पद राज्य में बढ़ जाएगा. इस लिहाज से मंत्रिमंडल की कुल संख्या 14 की हो जाएगी.

भाजपा के सोशल मीडिया ग्रुपों में चल रहे मैसेज के अनुसार भी यह जानकारी वायरल हो रही है कि तीन नए मंत्री शपथ लेंगे. वायरल मैसेज में शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम अमर अग्रवाल, पुरंदर मिश्रा और गजेंद्र यादव हैं. गजेंद्र यादव संघ बैकग्राउंड के साथ-साथ यादव समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. राज्य में ओबीसी वर्ग में साहू समाज के बाद सर्वाधिक संख्या यादवों की हैं. ऐसे में उनका मंत्री बनाया जाना लगभग तय है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. उनका मंत्री बनना लगभग तय है. तीसरे नाम को लेकर सबसे ज्यादा असमंजस का दौर है. सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में पुरंदर मिश्रा को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है, लेकिन इस दौड़ में रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर भी रेस का हिस्सा रहे हैं. लेकिन तीसरे मंत्री के नाम को लेकर संगठन के भीतर काफी खींचतानी जारी है.

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर को लाया गया भारत, सीएम साय बोले – ये बड़ी जीत है…

रायपुर- 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाया गया है. इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, ये बड़ी जीत है. ये खुशी का दिन है. अब आगे की जानकारी भी मिलेगी.

सुशासन तिहार को लेकर मुख्यमंत्री साय ने कहा, अभी प्रदेश में सुशासन तिहार मना रहे हैं. यह तिहार आठ तारीख से शुरू हुआ है. 11 अप्रैल तक लोगों की समस्याओं का आवेदन ले रहे हैं. आम जनता ऑनलाइन भी अपनी समस्या को रख सकते हैं. 11 तारीख के बाद एक माह में इन सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा.

सीएम साय ने कहा, मई से जगह-जगह समस्या निवारण शिविर लगाया जाएगा. इस शिविर में मैं स्वयं, मंत्री, सांसद, विधायक सभी शामिल होंगे. सुशासन तिहार में जनता की समस्याओं का हम सभी समाधान करने का प्रयास करेंगे.