सीएचओ परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में ईओयू ने मास्टरमाइंड समेत दो को दबोचा, 34 पहले किये जा चुके है गिरफ्तार
डेस्क : स्वास्थ्य विभाग के कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने सोमवार की देर शाम मास्टरमाइंड रविभूषण सहित दो को गिरफ्तार कर लिया। वहीं इससे जुड़े आरोपियों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी के दौरान देर रात दो लोगों को उठाया गया। हालांकि ईओयू ने सोमवार की देर रात तक गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों के मुताबिक, इकाई आरोपियों की तलाश में पटना के आस-पास सहित कई इलाकों में छापेमारी में देर रात तक जुटी रही। अलग-अलग टीमों को जांच में लगाया गया है।
मालूम हो कि बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति ने 4500 पदों पर कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर की बहाली को लेकर एक-दो दिसंबर 2024 को परीक्षा आयोजित की थी। यह परीक्षा पटना के 12 ऑनलाइन केंद्रों पर ली गयी। सॉल्वर गैंग ने सभी 12 ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों के केंद्राधीक्षक, परीक्षा ले रही निजी एजेंसी और तकनीकी लोगों के साथ साठ-गांठ कर उसे मैनेज कर रखा था।
जांच के दौरान इस मामले में नालंदा के रविभूषण गिरोह की भूमिका सामने आयी। परीक्षा के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद स्वास्थ्य समिति ने परीक्षा रद्द कर दी थी। मामले में ऑनलाइन सेंटर संचालक, केंद्राधीक्षक, आईटी मैनेजर, सपोर्ट स्टाफ व नौ अभ्यर्थी सहित 36 लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है। मास्टरमाइंड रविभूषण को गिरफ्तार कर लिया गया है पर कई केंद्र संचालक फरार हैं।
Apr 08 2025, 13:14