नैमिषारण्य तीर्थ विकस के लिए प्रमुख सचिव ने दिए अहम निर्देश
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र के विकास कार्यों में तेजी लाने के उद्देश्य से प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक लोक निर्माण विभाग अतिथि गृह, नैमिषारण्य में संपन्न हुई, जिसमें पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग और कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक के दौरान नैमिषारण्य के प्रमुख स्थलों जैसे ललिता देवी मंदिर, चक्रतीर्थ और कॉरिडोर के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। कल्ली चौराहे से नैमिषारण्य तक आने वाले मुख्य मार्ग के सुधार और विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई। प्रमुख सचिव ने कार्यों की गति बढ़ाने और उन्हें तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही गोमती नदी के राजघाट से रुद्रावर्त तक नौका संचालन को बढ़ावा देने और जलमार्ग को सुगम बनाने की योजनाओं पर विचार किया गया। तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए हेलीपैड मार्ग के सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्यों को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए। भूमि संबंधी मुद्दों के त्वरित समाधान के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। अधिग्रहीत भूमि का मुआवजे का भुगतान मानक के अनुसार समय सीमा में कराया जाए। भविष्य में नैमिषारण्य आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यातायात को सुगम बनाने के लिए सड़क, जलमार्ग और हवाई मार्ग को आपस में जोड़ने की योजना पर बल दिया गया। इसके अलावा, तीर्थ क्षेत्र में स्वच्छता, बिजली, पानी और विश्राम स्थलों जैसी आधुनिक सुविधाओं के विस्तार पर भी चर्चा हुई।
इस बैठक में जिलाधिकारी अभिषेक आनंद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नीतीश कुमार सिंह, उपनिदेशक पर्यटन कल्याण सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। सभी अधिकारियों ने नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित आध्यात्मिक स्थल के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया, जिससे श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाएं मिल सकें और क्षेत्र का धार्मिक एवं पर्यटन महत्व और अधिक बढ़ सके।तत्पश्चात प्रमुख सचिव ने नैमिषारण्य में हैलीपेड का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखीं एवं संबंधित को निर्देशित किया कि हैलीपेड के अन्दर एवं बाहर निर्देश तालिका लगायी जाये, जिससे आने जाने वाले लोगों को सुविधा हो सके। उन्होंने संबंधित को निर्देशित करते हुये कहा कि हैलीपेड के परिसर में कम ऊंचाई वाले पेड़ पौधे ही लगाये जायें। उन्होंने कहा कि मेन रोड पर पेड़ पौधे लगाये जाये और जो पेड़ पौधे पहले से लगे हुये हैं, उनको बचाये रखने हेतु विशेष उपाय किये जायें।
उन्होंने प्रस्तावित वेदारण्य और वेद विज्ञान केन्द्र का भी निरीक्षण करते हुये आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित को दिये। डोरमेट्री के निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने संबंधित को निर्देशित किया कि डोरमेट्री के चारो ओर पेड़ पौधे लगाये जायें। साथ ही संबंधित को निर्देशित किया कि नक्शे के अनुसार ही कार्य किये जायें तथा जो कार्य नक्शे के विपरीत हैं उन्हें हटवाते हुये नक्शे के अनुसार ही बनवाया जाये। ध्रुव तालाब का निरीक्षण करते हुये निर्देशित किया कि तालाब की साफ-सफाई निरन्तर की जाये तथा तालाब के अन्दर कमल के पौध लगाये जायें।
तालाब के आस-पास खाली स्थान पर आवलें जैसे फलदार वृक्ष लगाये जायें। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि ध्रुव तालाब के परिसर में यात्रियों के बैठनें हेतु समुचित व्यवस्था की जाये और जो भी नाले खुले हुये हैं उन्हें ढका जाये। ध्रुव तालाब के बाहर खाली पड़ी जगह को पार्किंग में बलदने हेतु निर्देशित किया। राजघाट के निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने काराये जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुये सत्संग भवन को भी देखते हुये उसमें लगे हुये उपकरणों की कम्पनियों के बारे में जानकारी लिया।निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी नीतीश कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी मिश्रिख शैलेन्द्र मिश्रा, उप निदेशक पर्यटन कल्याण सिंह सहित संबंधित अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
Apr 03 2025, 18:42