श्रीलंका दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, रक्षा समझौते के अलावा और क्या होगा खास?
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थाईलैंड और श्रीलंका की यात्रा पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी 3 अप्रैल से 6 अप्रैल तक विदेश यात्रा पर रहेंगे। वे पहले थाईलैंड जाएंगे और उसके बाद वहां से श्रीलंका के दौरे पर निकलेंगे।विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैंतोगटार्न शिनावात्रा के निमंत्रण पर 4 अप्रैल को बैंकाक में होने वाले छठी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस बार बिम्सटेक की मेजबानी थाईलैंड कर रहा है। थाईलैंड का दौरा खत्म करने के बाद पीएम मोदी कोलंबो पहुंचेंगे।
पीएम मोदी 4-6 अप्रैल तक राजकीय यात्रा पर श्रीलंका जाएंगे। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायका ने पद संभालने के बाद पिछले दिनों सबसे पहले भारत दौरा किया था, तब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका आने का निमंत्रण दिया था। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच एक रक्षा समझौता होने की संभावना है। इसके साथ ही ऊर्जा, स्वास्थ्य और डिजिटलीकरण जैसे कई क्षेत्रों में भी समझौते की उम्मीद है।
भारत और श्रीलंका के बीच ये पहला रक्षा समझौता होगा। इस बारे में चर्चा पहले ही हो चुकी है जब श्रीलंका के राष्ट्रपति अरुणा कुमार दिस्सानायके पिछले साल दिसंबर में भारत आए थे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह समझौता इस यात्रा के दौरान हो जाएगा। भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा सहयोग में नौसेना का सहयोग शामिल है। इसके अलावा, भारतीय सेना श्रीलंका के सैनिकों को प्रशिक्षण भी देगी। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती उपस्थिति की पृष्ठभूमि में इससे द्विपक्षीय रक्षा संबंध बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वित्तीय सहायता से कार्यान्वित विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए अनुराधापुरा भी जाएंगे। बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायका ने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में भारत का राजकीय दौरा किया था। अब श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में दिसानायका द्वारा मेजबानी किए जाने वाले मोदी पहले विदेशी नेता होंगे।
प्रधानमंत्री की श्रीलंका यात्रा, दिसानायका की भारत यात्रा के तीन महीने बाद हो रही है, जिस दौरान उन्होंने मोदी को स्पष्ट रूप से बताया था कि द्वीपीय राष्ट्र अपनी भूमि का उपयोग नई दिल्ली के सुरक्षा हितों के विरुद्ध नहीं होने देगा।
Mar 31 2025, 09:57