वर्ल्ड टीबी-डे पर निकाली गई जागरूकता रैली, बताएं गए बचाव के उपाय
–टीबी रोग से घबराने नहीं, यह रोग असाध्य रोग नहीं, बल्कि नियमित दवा का सेवन करें: डॉक्टर सुदीप

मीरजापुर। जनपद के विभिन्न विकास खंडों में विश्व टीबी दिवस अवसर पर जागरूक रैली निकालते हुए विविध प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिले लालगंज व कछवां में लोगों को क्षय रोग से बचाव के लिए जागरूक कार्यक्रम चलाया गया। क्षय रोग नियंत्रण की दिशा में जनपद में टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ टीबी प्रभावित कई मरीजों को समाज के सम्मानित जनों के माध्यम से पोषण पोटली भेंट कराते हुए उन्हें गोद दिलाने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कछवां क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आशाओं तथा कछवां क्रिश्चियन हॉस्पिटल कर्मियों के माध्यम से नगर के आम जनमानस को टीबी रोग से जागरूक करने के लिए संयुक्त रैली निकाली गई। रैली को जिले के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर सुदीप कुमार सिंह द्वारा हरी झंडी दिखाते हुए रवाना किया गया। इस दौरान कछवां क्षेत्र के टीबी चैंपियन राकेश कुमार द्वारा स्वयं 5 एवं नगर पालिका पूर्व चेयरमैन डॉक्टर पंधारी यादव द्वारा 6 इलाज ले रहे टीबी मरीजों को गोद भी लिया गया। उक्त अवसर पर डिप्टी सीएमओ डॉक्टर सुदीप द्वारा कहा गया कि वर्ल्ड टीबी डे का आयोजन 24 मार्च 1882 को डॉ रॉबर्ट कोच के द्वारा टीबी के बैक्टीरिया की खोज की गई थी, जिसके सम्मान में हर साल 24 मार्च को यह अवसर लोगों को जागरुक करते हुए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि टीबी ग्रसित मरीजों को इस रोग से घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह रोग असाध्य रोग नहीं है। क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा लोगों को टीबी के संपूर्ण लक्षणों से परिचित कराते हुए सरकारी स्तर से नि: शुल्क प्रदान की जा रही समस्त सुविधाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कछवां में कुल 11 एवं सीटी ब्लाक में इंटरनल ग्रेस ट्रस्ट सोसायटी प्रबंधक विजय कुमार द्वारा 75 टीबी मरीजों को गोद लिया गया। इस अवसर पर क्षय विभाग के प्रदीप कुमार, शमीम अहमद, पंकज सिंह, आशुतोष तिवारी, अवध बिहारी कुशवाहा, सावित्री देवी, विनोद कुमार, मनभावन, आकाश, नीरज के साथ-साथ क्रिश्चियन अस्पताल के प्रबंधक शंकर रामचंद्रन, डॉक्टर जॉर्ज, रामपाल, प्रेम कुमार उपस्थित रहे। इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में विश्व टी बी दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। अधीक्षक डॉक्टर संजय ने संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों और स्वास्थ्य केंद्र पर आए हुए लोगों को शपथ दिलाई। इस दौरान उपस्थित लोगों को टीबी बीमारी के लक्षण जांच दवा उपचार फॉलोअप और टीबी मरीजों के सहयोग के लिए निश्चय मित्र बनने की जानकारी देते जागरूक किया गया। केन्द्र के मेडिकल ऑफिसर ट्यूबरकुलोसिस डॉक्टर मनिंदर सिंह ने बताया की लोगों को जागरूकता से टीबी का खात्मा किया जा सकता है। कहा १५ दिन से लगातार खांसी का आना टीबी के लक्षण हो सकते हैं, ऐसे लक्षण दिखे तो छुपाना या डरना नहीं चाहिए तुंरत स्वास्थ्य केंद्र जाकर अपने बलगम की जांच करानी चाहिए। जांच बिलकुल निः शुल्क है। इस दौरान डाक्टर योगेश कुमार दुबे ने कहा कि मरीज को बीच में दवा नहीं छोड़े पूरा इलाज ले। अगर कोई मरीज दवा को छोड़ देता है तो वह एमडीआर में चला जाता है। इलाज के दौरान पोषण योजना के लिए भारत सरकार ने मरीजों को १००० रुपए प्रति माह दिया जाता है जब तक उपचार चलती है।
साथ ही वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक शमीम अहमद ने बताया कि टीबी एक गंभीर और संक्रमण बीमारी है। जिसका शिकार होने पर लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है। कहा लोगों को टीबी के प्रति जागरूक होना बहुत जरुरी है आज कल लोगों के बदलती जीवन शैली, खानपान के कारण भी इस पर असर पड़ रहा है। डॉक्टर कैलाश बिंद ने बताया कि टीबी मरीज के घर के लोगों को भी टीपीटी की दवा दिया जा रहा है, जिससे घर के लोगों को और समाज के लोगों को टीबी होने से बचाया जा सके। धूम्र पान नशीली दवाओं का सेवन कुपोषण और मलिन बस्तियों में असुरक्षित रहने वाले लोगों को टीबी ग्रसित होने की समस्या अधिक होती है। सबके सहयोग से हम भारत से २०२५ तक टी बी मुक्त ग्राम पंचायत और टीबी मुक्त भारत बना सकते है। इस दौरान डॉक्टर मनिंदर सिंह। डॉक्टर ऋचा सिंह, डॉक्टर पंकज डॉक्टर, योगेश दुबे, डाक्टर प्रतिभा सिंह, डॉक्टर अशोक यादव, शमीम अहमद वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक, नीरज एलटी, राजेश एल टी मुकेश सिंह, अवधेश द्विवेदी, एसएन सरोज, फार्मासिस्ट वीरेन्द्र आजाद आशा लक्ष्मी देवी अभिषेक यादव सिद्धार्थ उपाध्याय ममता देवी आशा पूनम सूर्यबली बाबूलाल नासिर खान साहब अहमद सुशीलकांत दुबे भोला अनिल बीसीपीएम इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
Mar 27 2025, 18:37