यूरोप, बांग्लादेश और पाकिस्तान की जनसंख्या के बराबर तो श्रद्धालु इस बार महाकुंभ में आए : विक्रम सिंह

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी डा. विक्रम सिंह ने बताया कि अपने सेवाकाल के दौरान वह भी कई बार कुंभ का हिस्सा रहे हैं। महाकुंभ-2025 के सफल आयोजन एवं यहां आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि पूरे यूरोप, बांग्लादेश और पाकिस्तान की जनसंख्या के बराबर तो श्रद्धालु इस बार महाकुंभ में दर्शन को आए थे। यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं हैं, जो उत्तर प्रदेश पुलिस ने कर दिखाया है।

महाकुंभ के सफल आयोजन पर पीएम की सराहना

उन्होंने मंगलवार को पॉडकास्ट के आठवें एपिसोड में आईपीएस वृंदा शुक्ला से महाकुम्भ भ्रमण, अपने सेवाकाल एवं निजी जीवन के अनुभवों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने सफल आयोजन के लिए स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने डीजीपी प्रशांत कुमार और अन्य उच्चाधिकारियों की सराहना की है। यूपी पुलिस ने हाल ही में "बियॉन्ड द बैज" नाम से एक पॉडकास्ट शुरू किया है।श्री सिंह ने बताया कि आगरा में एसपी देहात के पद पर तैनाती के दौरान डकैती प्रभावित क्षेत्र जैसे चंबल के बीहड़ और बुंदेलखंड में एंटी डकैती ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसमें वह शामिल थे। 15 दिन तक लगातार बीहड़ में कांबिंग के उपरान्त जब वह वापस घर आए थे तो उनकी पत्नी भी उनको पहचान नहीं पाई थी। क्योंकि कांबिंग के दौरान उनके बाल और दाढ़ी बढ़ी हुई थी, कपड़े गंदे, मैले और कीचड़ से सने हुए थे।

250 मजनुओं को पकड़ा, मिली बधाईयां

पूर्व डीजीपी ने बताया कि नोएडा में तैनाती के दौरान पता चला कि स्कूल, कोचिंग के बाहर खड़े मनचले युवक छात्राओं से छेड़खानी करते हैं। इस मामले को संज्ञान में लेकर स्कूल के आस पास घूमने वाले आवारा किस्म के लड़कों को चिन्हित करने उनके विरुद्ध ऑपरेशन मजनू अभियान चलाया। इस अभियान के पहले दिन ही 250 मजनुओं को पकड़ा गया। इस अभियान के लिए 06 अलग अलग एजेंसियों से उन्हें बधाई मिली थी।

अपने सेवा काल के कई संस्मरणों काे याद किया

डा. सिंह ने पॉडकास्ट में अलकायदा के आतंकी सैयद मोहम्मद उमर शेख से हुए एनकाउंटर, 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सेना से पलायन किए हुए 80 सिख सैनिकों के आत्मसमर्पण कराए जाने की घटना, उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हाल ही में भर्ती किए गए 60 हजार सिपाहियों की भर्ती की निष्पक्ष, पारदर्शी व त्रुटि रहित प्रक्रिया सहित अपने सेवा काल के कई संस्मरणों के बारे में विस्तार से बताया।

पुलिस की सेवा कोई काम नहीं, एक तपस्या है

पूर्व डीजीपी ने फील्ड में काम करने वाले अधिकारियों को संदेश देते हुए कहा कि, "पुलिस की सेवा न तो कोई काम है और न जॉब है, यह एक तपस्या है। और एक तपस्वी के रूप में आप सभी सम्मान के हकदार है।" अपने लिए काम करे, अपनी कार्यकुशलता को बढ़ाएं, ताकि आप विभाग के लिए अपरिहार्य बन जाए ।

अपने बचपन के दिनों को याद किया

आखिरी में उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए बताया गया कि इनकी पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से हुई थी। लेकिन घर में केवल हिंदी भाषा का ही प्रयोग होता था और घर में सख्त अनुशासन था। प्रयागराज में निवास के दौरान उनको प्रसिद्ध लेखक एवं कवि जैसे प्रेमचंद के पुत्र अमृतराय, उपेंद्रनाथ अश्क, हरिवंश राय बच्चन, सुमित्रानंदन पंत, महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, फिराक गोरखपुरी आदि का सानिध्य प्राप्त हुआ था।

राजधानी में थम नहीं रही दुष्कर्म की घटनाएं , मोनलालगंज में किशोरी के साथ दुकानदार ने किया गलत काम

लखनऊ। राजधानी में दुष्कर्म व छेड़छाड़ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। हाेली के बाद से दुष्कर्म व छेड़छाड़ की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है। पुलिस एक का खुलासा करके फुर्सत नहीं पा रही है कि दूसरी दुष्कर्म की वारदात हो जा रही है। अब कुछ ऐसा ही मामला मोहनलालगंज में सामने आया है। यहां पर एक दुकानदार ने सामान लेने गई किशोरी को अपने घर ले जाकर उसके साथ गलत काम किया। मंगलवार को किशोरी के चाचा की तहरीर पर आरोपी दुकानदार को हिरासत में लिया गया है।

रात्रि के समय दुकान पर सामान लेने गई थी किशोरी

पुलिस के मुताबिक इलाके के एक गांव में 14 मार्च को रात आठ बजे किशोरी दुकान पर सामान लेने गई थी तभी दुकानदार परमेश्वर किशोरी को बहाने से अपने घर के अंदर ले गया और उसके साथ गलत काम किया।किशोरी ने घर पहुंचकर घटना की जानकारी अपनी मां और सौतेले पिता को दी तो दोनों ने लोकलाज के भय से मामले को दबा दिया। किशोरी के साथ हुए गलत काम की जानकारी किशोरी के सगे चाचा व चाची को हुई तो दोनों मंगलवार को गांव पहुंचे और घटना पर विरोध जताया जिसके बाद किशोरी की मां ने मंगलवार को पुलिस से शिकायत की तब जाकर मामला प्रकाश में आया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

नौकर से डॉक्टर के छह साल के बेटे के साथ किया गलत काम

महानगर इलाके में रहने वाले एक डॉक्टर के छह साल के बेटे से उनके नौकर सीतापुर के परसिया निवासी अमित कुमार ने गलत हरकत की। घटना के वक्त बालक फ्लैट में अकेला था। माता-पिता जब काम से लौटे तो बच्चे ने आपबीती बताई। पीड़ित की तहरीर पर केस दर्ज कर महानगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, वहां से उसे जेल भेज दिया गया। इसी प्रकार से गुडंबा निवासी महिला ने सचिन निषाद, अमन व उसके 10 दोस्तों पर उनसे छेड़छाड़ करने, विरोध पर उनकी बुआ व फूफा को पीटने का आरोप लगो हुए महानगर थाने में केस दर्ज कराया है।

पड़ोसी में महिला के मुंह में कपड़ा ठूसकर किया दुष्कर्म

मलिहाबाद के रहीमाबाद थाने में मंगलवार को एक महिला ने तहरीर कि सोमवार की रात पड़ोस में रहने वाला युवक शानू उनके घर में घुसा और मुंह में कपड़ा ठूसकर उनके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने जब विरोध किया तो युवक ने गला दबाकर मारपीट की। जिससे वह बेहोश हो गई और शानू फरार हो गया। रहीमाबाद प्रभारी निरीक्षक अनुभवन सिंह ने बताया कि महिला द्वारा तहरीर दी गई है। दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

मर्चेंट नेवी के कैप्टन समेत चार ने फांसी लगाकर दी जान,वजह स्पष्ट नहीं

लखनऊ। राजधानी में मंगलवार को अलग-अलग थानाक्षेत्र में मर्चेंट नेवी के कैप्टन समेत चार ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चारों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चारों मामलों में आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। साथ ही मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस चारों मामले में खुदकुशी करने के कारणों की जांच पड़ताल कर रही है।

नौ मार्च को छुट्टी लेकर आये थे घर

विभूतिखंड थानाक्षेत्र में मंगलवार को मर्चेट नेवी के कैप्टन प्रत्यूष कुमार यादव उग्र करीब 48 ने अपने ही फ्लैट में फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। प्रत्यूष अपने दो बेटों के साथ प्लैट में रहते थे तथा पत्नी जूही यादव विवाद के कारण अलग रहती है। प्रत्यूश मासक लाइन प्राइवेट कंपनी में मर्चेट नेवी के कैप्टन थे। जयेश ने बताया कि पिता नौ मार्च को छुट्टी पर आए थे।इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह के मुताबिक उनका मोबाइल कब्जे में लिया गया है। जयेश भी कुछ बता नहीं सके हैं। न तो तहरीर दी है और न किसी पर आरोप लगाया है। फिर भी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

दो दिन से लापता पीयूष का शव पेड़ से लटका मिला

नगराम थानाक्षेत्र निवासी श्रवण कुमार उम्र करीब 30 वर्ष पुत्र पीयूष मिश्र का शव गावं के पास एक बाग में मिला। पीयूष दो दिन से लापता थे। पीयूष का शव चिलवल पेड़ पर गमछे में लटका हुआ मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण का शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस खुदकुशी करने के कारणों की जांच कर रही है। परिजनों ने बताया कि पीयूष एक मिलनसार व्यक्ति थे। उनका किसी से काेई विवाद नहीं था। अाखिर पीयूष ने क्यों मौत को गले लगाया यह बात परिजन भी नहीं समझ पा रहे है।

निर्माणाधीन मकान के आंगन में भानु प्रताप मौर्य का लटा मिला शव

बिजनौर थानाक्षेत्र में एक युवक ने निर्माणाधीन मकान में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। मृतक की पहचान सरोजनी नगर के मखदूम नगर बदाली खेड़ा निवासी भानु प्रताप मौर्य उम्र करीब 28 वर्ष के रूप में हुई। यह आनलाइन शिकायतों पर धर्म कांटा की मरम्मत का काम करता था। सोमवार की सुबह घर से निकले अौर जब देरात तक वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने उनके मोबाइल पर संपर्क किया तो फाेन नहीं उठा। मंगलवार को मुल्लाही खेड़ा स्थित निर्माणाधीन मकान में जाकर देखा तो आंगन में लगी लोहे की जाल की रस्सी के सहारे भाून का शव लटका देख परिजनों के होश उड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। बताया जा रहा है कि भानु प्रताप डिप्रेशन के शिकार थे।

नवविवाहित युवक की मौत से क्षेत्र में सनसनी

मलिहाबाद थानाक्षेत्र में एक नवविवाहित युवक श्रवण उम्र करीब 24 वर्ष ने पेड से फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि श्रवण की 15 दिन पहले शादी हुई थी। मंगलवार को सुबह किसी काम से बाहर निकला। दोपहर को ग्रामीणों ने उसका शव बाग में एक पेड़ से फांसी के फंदे से लटका देखा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस का कहना है कि युवक की मौत को कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही स्पष्ठ हो पाएगा।

यूपी सिपाही भर्ती : जल्द शुरू होगी अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग, वंदना रानी व योगेंंद्र ने किया टॉप

लखनऊ । यूपी सिपाही भर्ती के लिए परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है। जिसमें बुलंदशहर की वंदना रानी और महोबा के योगेंद्र ने टॉप किया है। पुलिस भर्ती बोर्ड ने टॉप-5 में आने वाले महिला व पुरुष अभ्यर्थियों की सूची जारी की है। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अब जल्द ही सफल अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग शुरू होने वाली है। ऐसे में अभ्यर्थी अभी से ही ट्रेनिंग के लिए तैयार रहे। चूंकि इस भर्ती के तहत कुल 60,244 सिपाहियों की नियुक्ति की जा रही है।

बुलंदशहर की दीपांशी व सुल्तानुपर के अब्दुल्ला दूसरे स्थान पर रहे

बता दें कि पुलिस भर्ती परीक्षा में पुरुषों में महोबा के योगेंद्र कुमार ने सर्वाधिक अंक हासिल किए, जबकि महिलाओं में बुलंदशहर की वंदना रानी सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं। वहीं बुलंदशहर की दीपांशी शर्मा दूसरे स्थान पर रहीं। पुरुषाें में सुल्तानपुर के अब्दुल्ला अली दूसरे स्थान पर रहे। जबकि तीसरे स्थान पर काशी के मनीष त्रिपाठी और आगरा की मनीष त्रिपाठी ने सफलता हासिल की है। इसी प्रकार से पुरुषों में चौथे व पांचवे स्थान अरविंद सिंह गिल मेरठ से और गोरखपुर से मिथिलेश भट्ट और महिला वर्ग में चौथे व पांचवे स्थान पर कानपुर देहात से दीपाली देवी, महोबा से पूजा है।

बोर्ड अध्यक्ष ने सफल अभ्यर्थियों को दी शुभकामनाएं

उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सिपाही भर्ती की परीक्षा पूरी शुचिता के साथ संपन्न कराई गई है। बोर्ड ने इस बार नकल माफिया और सॉल्वर गिरोह की सेंधमारी को रोकने के लिए कई बड़े कदम उठाए थे, जिसकी वजह से परीक्षा के दौरान कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई। उन्होंने सफल अभ्यर्थियों को बोर्ड की तरफ से शुभकामनाएं दी हैं।

जानिये क्या है मेडिकल परीक्षण और ट्रेनिंग प्रक्रिया

सफल उम्मीदवारों का सबसे पहले उनके संबंधित जिलों में मेडिकल परीक्षण होगा। इस जांच में शारीरिक फिटनेस और स्वास्थ्य से जुड़े मानकों की समीक्षा की जाएगी। केवल योग्य अभ्यर्थी ही ट्रेनिंग में शामिल हो पाएंगे। मेडिकल परीक्षण की तारीखें जल्द ही यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होंगी। परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण मई माह से शुरू हो सकता है। चूंकि अभी हाल में डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रशिक्षण निदेशालय के साथ प्रशिक्षण के बारे में तैयारियों का जायजा भी लिया था।

दो चरणों में होगी ट्रेनिंग की प्रक्रिया

ट्रेनिंग प्रक्रिया दो चरणों में होगी। अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल फिटनेस और चरित्र प्रमाण पत्र जमा कराने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।प्रारंभिक दो महीने की ट्रेनिंग पुलिस लाइन में दी जाएगी, जिसके बाद उम्मीदवारों को क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (RTC) में भेजा जाएगा। वहां उन्हें पुलिसिंग की बुनियादी तकनीकें, हथियारों का प्रशिक्षण, परेड और अन्य आवश्यक कौशल सिखाए जाएंगे।

ट्रेनिंग के लिए अन्य राज्यों में भेज जा सकते हैं अभ्यर्थी

भर्ती संख्या अधिक होने के कारण, राज्य के सभी RTC केंद्रों में जगह कम पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में कुछ अभ्यर्थियों को दूसरे राज्यों के ट्रेनिंग सेंटर में भेजा जा सकता है। इससे पहले भी जब 35,000 सिपाहियों की भर्ती हुई थी, तब कुछ को अन्य राज्यों में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था।

कब हुई थी पुलिस भर्ती परीक्षा

यह भर्ती परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त 2024 को आयोजित की गई थी। परीक्षा के बाद दस्तावेज़ों की जांच, शारीरिक मानक परीक्षण (PST) और शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) भी कराई गई। इसके बाद मेरिट लिस्ट जारी कर सफल अभ्यर्थियों का चयन किया गया।अब अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट के बाद ट्रेनिंग प्रक्रिया में भाग लेना होगा। मेडिकल परीक्षण और ट्रेनिंग से जुड़ी सभी अपडेट्स यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in पर जारी की जाएंगी। इसलिए अभ्यर्थी अभी से ही ट्रेनिंग पर जाने के लिए अपनी कमर कस लीजिए।

महोबा के योगेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में किया प्रदेश टॉप

लखनऊ। यूपी के बुंदेलखंड के महोबा के होनहार छात्र योगेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा में कामयाबी की इबारत लिखी है। कड़ी मेहनत की दम पर बिना कोचिंग के ही योगेंद्र ने परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। होनहार को बधाई देने वालों का तांता लगा है। परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है। मंगलवार को घर में बधाई देने वालों का तांता लगा है।

समूचे बुंदेलखंड का नाम रोशन किया

जनपद के खरेला थाना क्षेत्र के गांव पाठा निवासी योगेंद्र सिंह ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर जनपद समेत समूचे बुंदेलखंड का नाम रोशन किया है। पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती के लिए पिछले वर्ष लिखित परीक्षा कराई गई थी। जिसके बाद शारीरिक दक्षता व दौड़ कराई गई।

पिता महानगर में करते हैं काम

मामा कुबेर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि योगेंद्र सिंह के पिता कामता सिंह सिजौरा गांव के रहने वाले हैं जो कि फरीदाबाद में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। योगेंद्र का जन्म अपने ननिहाल पाठा गांव में हुआ जहां रहकर उसने अपनी पढ़ाई की । बताया जाता है कि योगेंद्र शुरू से ही पढ़ाई में बेहद होशियार रहा है।

पॉलिटेक्निक के बाद किया स्नातक

योगेंद्र ने जनपद मुख्यालय के डीएवी इंटर कॉलेज में हाईस्कूल में 84 फीसदी अंक व इंटरमीडिएट परीक्षा 85 फीसदी अंकों के साथ पास की। इसके बाद इलेक्ट्रिकल से पॉलीटेक्निक किया और राजकीय महाविद्यालय चरखारी से स्नातक किया।योगेंद्र अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र है। जबकि उसकी दो बहनों आशा व रोहिणी की शादी हो चुकी है।

कड़ी मेहनत के दम पर पाई सफलता

योगेंद्र ने बताया कि पुलिस भर्ती के लिए कड़ी मेहनत के साथ उसने प्रति दिन आठ से दस घंटे पढ़ाई की। लिखित परीक्षा पास करने के बाद उसने शारीरिक दक्षता परीक्षा की मेहनत के साथ तैयारी की। कीरत सागर क्लब में तैयारी की है। जहां युवा ग्रुप बनाकर तैयारी करते हैं और एक-दूसरे को निशुल्क ज्ञान देते हैं।और इसके साथ ही पुस्तकालय का सहारा लिया।

पूर्व में तीन सरकारी नौकरियों में हो चुका चयन

पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रदेश में टॉप करने वाले योगेंद्र का एक वर्ष पूर्व इनकम टैक्स विभाग में ग्रुप डी में चयन हो चुका है और इसके साथ ही रेलवे में एसआई व पुलिस में रेडियो ऑपरेटर की परीक्षा भी पास कर चुका है। इसके बाद भी पुलिस भर्ती की तैयारी करता रहा। जहां बिना कोचिंग की तैयारी के एक-दूसरे से ज्ञान हासिल कर सफलता पाई है।

यूपी 11 पीपीएस के ट्रांसफर के बाद अब 12 IPS अफसरों का तबादला

लखनऊ ।होली का त्यौहार खत्म होते ही यूपी में आईपीएस व पीपीएस का स्थानांतरण शुरू हो गया है। सोमवार को दिन में पीपीएस अफसरों के तबादले के बाद देर रात12 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर कर दिया गया । इसमें सबसे अधिक खास बात यह है कि टांसफर होने वाले सभी 2011 बैच के अधिकारी हैं। आईपीएस हेमंत कुटियाल को सेनानायक स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स, लखनऊ से डीआईजी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स में तैनात की गया है। इसी प्रकार से 41 वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद की सेनानायक शालिनी को डीआईजी पीएसी सेक्टर मुरादाबाद भेजा गया है। जिन 12 आईपीएस का तबादला किया गया है सभी इसी साल एसएसपी से डीआईजी के पद पर प्रमोद हुए थे।

अरुण कुमारको डीआईजी पीएसी सेक्टर अयोध्या की मिली जिम्मेदारी

गौतमबुद्धनगर 49 वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक स्वप्रिल ममगैन को डीआईजी पीएसी मेरठ सेक्टर, सोनभद्र 48 वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक डा. प्रदीप कुमार को डीआईजी पुलिस भर्ती बोर्ड लखनऊ, बाराबंकी 10वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक अरुण कुमार श्रीवास्तव को डीआईजी पीएसी सेक्टर अयोध्या, डीसीपी वाराणसी कमिश्नरेट सूर्य कांत त्रिपाठी को डीआईजी फायर सर्विसेज, मिर्जापुर 39वीं पीएसी के सेनानायक विकास कुमार वैद्य को डीआईजी स्थापना डीजीपी मुख्यालय तैनात किया गया है।

पीएसी मुख्यालय की डीआईजी सुनीता सिंह बनीं

रायबरेली पीएसी के सेनानायक राजेश सक्सेना को पीटीसी सुल्तानपुर का डीआईजी,कानपुर37 वीं वाहिनी पीएसी की सेनानायक सुनीता सिंह को डीआईजी पीएसी मुख्यालय लखनऊ, वाराणसी के डीसीपी हृदेश कुमार को डीआईजी ईओडब्लू लखनऊ बनाया गया है। लखनऊ के डीसीपी तेज स्वरूप सिंह को डीजीपी मुख्यालय में डीआईजी कार्मिक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसपी पुलिस मुख्यालय लखनऊ कमला प्रसाद यादव को डीआईजी भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ नियुक्त किया गया है।

अपर्णा कुमार को पुलिस महानिरीक्षक मानवाधिकारी की जिम्मेदारी

प्रतीक्षारत पुलिस महानिरीक्षक डॉ प्रीतिन्दर सिंह को पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, मध्य जोन, लखनऊ बनाया गया है। अपर्णा कुमार को पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, मध्य जोन, लखनऊ से पुलिस महानिरीक्षक, मानवाधिकार, उप्र, लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं अशोक कुमार को पुलिस उपायुक्त/अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, गौतमबुद्धनगर से पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय अभिसूचना, गोरखपुर बनाया गया है।

एल.वी. एंटनी देव कुमार को अपर पुलिस महानिदेशक, सीबीसीआईडी, उप्र, लखनऊ से अपर पुलिस महानिदेशक, नियम एवं ग्रन्थ, उप्र, लखनऊ बनाया गया है।

अतुल शर्मा को पीएसी अनुभाग, कानपुर की जिम्मेदारी दी गई

प्रतीक्षारत पुलिस उपमहानिरीक्षक अतुल शर्मा को पुलिस उपमहानिरीक्षक, पीएसी अनुभाग, कानपुर की जिम्मेदारी दी गई है। शैलेंद्र कुमार राय को पुलिस अधीक्षक, कानून एवं व्यवस्था, उप्र, लखनऊ से पुलिस अधीक्षक, लोक शिकायत, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उप्र, लखनऊ बनाया गया है। वहीं देवेंद्र कुमार को सहायक पुलिस अधीक्षक, बरेली से अपर पुलिस अधीक्षक, नगर, शाहजहांपुर भेजा गया है। आयुष श्रीवास्तव को सहायक पुलिस अधीक्षक, जौनपुर से अपर पुलिस अधीक्षक, नगर, जौनपुर की जिम्मेदारी मिली है। आलोक कुमार को सहायक पुलिस अधीक्षक, झांसी से सहायक पुलिस अधीक्षक, संभल की जिम्मेदारी दी गई है।

अजय प्रताप को पीएसी सोनभद्र भेजा

बजरंग बली को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, मथुरा से सेनानायक 37वीं वाहिनी पीएसी, कानपुर भेजा गया है। दिनेश यादव को पुलिस अधीक्षक/उप सेनानायक, 41वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद से सेनानायक, 41वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद बनाया गया है। अजय प्रताप को पुलिस अधीक्षक/उप सेनानायक, 25वीं वाहिनी पीएसी रायबरेली से सेनानायक, 48वीं वाहिनी पीएसी सोनभद्र भेजा गया है। वहीं नैपाल सिंह को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, खीरी से सेनानायक 39वीं वाहिनी पीएसी, मीरजापुर की जिम्मेदारी दी गई है।

लाल भरत कुमार पाल को पीएसी गौतमबुद्धनगर की दी गई जिम्मेदारी

इसके अलावा कमलेश बहादुर को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक यूपीपीसीएल, आगरा से सेनानायक 25वीं वाहिनी पीएसी, रायबरेली भेजा गया है। राकेश कुमार सिंह को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण विद्यालय, पीटीएस, जालौन से सेनानायक 10वीं वाहिनी पीएसी, बाराबंकी भेजा गया है। वहीं लाल भरत कुमार पाल को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक एएनटीएफ, लखनऊ से सेनानायक 49वीं वाहिनी पीएसी, गौतमबुद्धनगर की जिम्मेदारी दी गई है।

अनिल कुमार यादव पुलिस कमिश्ननरेट वाराणसी गए

अनिल कुमार यादव को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, चन्दौली से पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नरेट, वाराणसी की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं रोहित मिश्रा को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, बुलन्दशहर से पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उप्र, लखनऊ भेजा गया है। इसके अलावा शिवराम यादव को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, प्रशिक्षण विद्यालय, पीटीएस, मेरठ से पुलिस अधीक्षक, पीटीएस, मेरठ बनाया गया है। दीपेंद्र नाथ चौधरी को पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, देवरिया से पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नरेट, कानपुर बनाया गया है।

योगी के कथन को चरितार्थ कर रही लखनऊ पुलिस, चौबीस घंटे के अंदर दो एनकाउंटर

लखनऊ। बहिन और बेटियों की अस्मत के साथ खिलवाड़ करने वाला चाहे जितना बड़ा हो उसे बक्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कथन को लखनऊ पुलिस चरितार्थ कर रही है। राजधानी में चौबीस घंटे के अंदर पुलिस ने दो एनकाउंटर किया है। यह दोनों एनकाउंटर दुष्कर्म के आरोपियों का किया गया है। पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मारी है। इन दोनों के द्वारा किशोरी और युवती के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। इस वारदात के बाद पुलिस हरकत में आ गई और एनकाउंटर का खेल शुरू कर दिया।

विभूतिखंड थानाक्षेत्र से एनकाउंटर को हुई शुरूआत

पहला एनकाउंटर विभूतिखंड थानाक्षेत्र में हुआ। शनिवार की रात किशोरी के साथ दरिंदगी करने वाला आरोपी मुठभेड़ में घायल हो गया।आरोपी दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद लखनऊ से बाहर भागने की फिराक में खरगापुर में ट्रेन पकड़ने वाला था कि पुलिस की टीम पहुंच गई। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के एक पैर में गोली लगने से घायल हो गया। घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने रोका तो शुरू कर दी फायरिंग

डीसीपी पूर्वी शंशाक सिंह ने बताया कि 15/16 की रात्रि को विभूतिखंड पुलिस को सूचना मिली कि किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना कारित करने वाला मुख्य आरोपी मो. सरजू शेख हनीमैन क्रासिंग के पास खरगापुर में किसी ट्रेन को पकड़ने वाला है। पुलिस की टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मौके पर पहुंची और मुख्य दुष्कर्म आरोपी सरजू को पकड़ने का प्रयास किया तो पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा हेतू फायरिंग की तो आरोपी के एक पैर में गोली लग गई और घायल हो गया। उपचार के लिए सीएचसी पर भर्ती कराया गया है। मौके पर फोरेंसिक की टीम व अन्य थानों की टीम मौजूद है।

गैंगरेप का मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल

दूसरी मुठभेड़ गोसाईगंज थानाक्षेत्र में हुई। यहां पर मानसिक रूप से कमजोर दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में रविवार रात दोनों मुख्य आरोपियों आजमगढ़ के संदीप यादव और उसके साथी गोसाईंगंज के मायाराम की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। जवाबी कार्रवाई में संदीप के दाहिने पैर में गोली लगी। मायाराम को मौके से गिरफ्तार किया गया। जिसकी तलाश जारी है। घायल को संदीप यादव को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभियुक्त के कब्जे से एक तमंचा 315 बोर व दो खोखा कारतूस बरामद किया है।

14 मार्च को अभियुक्तों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को दिया था अंजाम

बता दें कि 15 मार्च को को एक व्यक्ति द्वारा थाना गोसाईगंज में सूचना दिया गया कि उसकी मंद बुद्धि पुत्री 14 मार्च को समय 12 बजे घर से सामान लेने के लिए पड़ोस की दुकान पर जा रही थी रास्ते में संदीप यादव व अन्य ने उसे पकड़ कर सुनसान स्थान पर ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किये। इस सूचना पर थाना गोसाईगंज में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जिसकी विवेचना पुलिस उपायुक्त दक्षिणी के आदेश के क्रम में सहायक पुलिस आयुक्त मोहनलालगंज को सुपुर्द हुई। अभियुक्तगण घटना के पश्चात फरार हो गये थे। अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के लिए थाना मोहनलालगंज में 6 टीमो का गठन किया गया था।

अपराधियों के साथ सख्ती से निपटने का काम कर रही पुलिस

राजधानी में लूट, चोरी, दुष्कर्म की वारदात भले ही नहीं थम पा रही है लेकिन पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में जरा सी देरी नहीं कर रही है। इधर बदशाम घटना को अंजाम दे रहे है उधर पुलिस उन्हें पकड़ने का काम कर रही है। इस सप्ताह में लगभग आधा दर्जन घटनाओं का पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बदमाश पुलिस की चुंगल से बचकर नहीं जा पा रहे है। इसके बाद भी बदमाश वारदात करने से बाज नहीं आ रहे है। इसलिए पुलिस अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए ऑपरेशन लगड़ा चला रही है। अब वारदात करने वाले अपराधियों को पुलिस सीधे गोली मारने का काम कर रही है।

विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों व आयोजनों में भाग लेकर छिपने वाले अपराधियों की अब खैर नहीं, डीजीपी ने जारी किया दिशा निर्देश

लखनऊ । यूपी में अपराध की घटना को कारित करने के बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों व आयोजनों में भाग लेकर छिपने वाले अपराधियों की अब खैर नहीं है। चूंकि प्रदेशभर में होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों पर पुलिस की सतर्क दृष्टि रहेगी । क्योंकि पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार द्वारा प्रदेश के जनपद एवं कमिश्नरेट में आयोजित होने वाले विभिन्न धर्मों के कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले लोगों के सम्बन्ध में सतर्कता व अभिसूचना संकलन के लिए दिशा निर्देश जारी किया है।

डीजीपी ने ऐसे कार्यक्रमों पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए जारी किया फरमान

डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जनपद, कमिश्नरेट में विभिन्न धर्मो के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जिसमें दूसरे जनपदों व प्रान्तों से बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित होने के लिए आवागमन करते हैं। प्रदेश के जनपद, कमिश्नरेट से भी लोग इस प्रकार के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए विभिन्न स्थानों पर जाते है। इस सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा अवगत कराया गया है तथा पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछतांछ व छानबीन से पाया गया है कि कतिपय घटनाओं में कुख्यात एवं शातिर अपराधियों द्वारा घटना कारित करने के पश्चात अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए विभिन्न राज्यों, जनपदों में धार्मिक कार्यक्रमों का उपयोग छिपने में किया जा रहा है।

एसटीएफ जांच व पूछताछ में निकल कर आई चौकाने वाली बात

जिसके दृष्टिगत प्रदेश के जनपद, कमिश्नरेट में धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व सतर्कता के लिए प्रभावी अभिसूचना संकलन किया जाना सुनिश्चित करें।पूर्व में जनपद शामली में एसटीएफ व जनपदीय पुलिस के साथ बदमाशों की पुलिस मुठभेड़ की घटना में निरीक्षक सुनील कुमार शहीद हुये थे। घटना की छानबीन में यह पाया गया था कि उक्त घटना के अपराधियों द्वारा घटनाओं को कारित करने के पश्चात गिरफ्तारी से बचने के लिये धार्मिक आयोजनों का सहारा लिया जाता था, जिसके दृष्टिगत यह महत्वपूर्ण निर्देश निर्गत किये जा रहे हैं।

कार्यक्रमों में आने वालों पर रखी जाए सतर्क दृष्टि

समस्त कमिश्नरेट व जनपद में आयोजित होने वाले इस प्रकार के कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के लिए आने-जाने वाले बाहरी संदिग्ध व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। इस सम्बन्ध में जनपदीय अभिसूचना तन्त्र व सोशल मीडिया सेल को सक्रिय व सतर्क कर दिया जाये। जनपदीय पुलिस एवं स्थानीय अभिसूचना इकाई द्वारा आने व आने वाले सदस्य व व्यक्तियों की गतिविधियों पर निगरानी कर सतर्क दृष्टि रखी जाये। कार्यक्रमों के आयोजकों से वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर संवाद स्थापित करते हुये व्यक्तियों का विवरण संकलित किये जाने के सम्बंध में समुचित ब्रीफ कर यह सुनिश्चित किया जाये कि ऐसे कार्यक्रमों में सम्मिलित होने वाले सभी व्यक्तियों का विवरण आयोजकों के पास मौजूद हो, जिसे मांगे जाने पर वह स्थानीय पुलिस व आसूचना संगठन को उपलब्ध करा सके।

धार्मिक अायोजनों में शामिल होने वालों को चेक हो आधार कार्ड

अपराधी अपराध करने के उपरान्त धार्मिक आयोजनों की आड़ में छिप न सके, इसके लिये धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित होने के लिए आने जाने वाले व्यक्तियों के पूर्ण विवरण का एक रजिस्टर बना लिया जाये तथा आने एवं जाने वालों का फोटो पहचानपत्र एवं आधार कार्ड भी चेक किया जाये। इनमें अंकित प्रविष्टियों का सत्यापन इनके मूल निवास स्थान से भी कराया जाये। प्रत्येक माह राजपत्रित अधिकारी द्वारा अपने-अपने सर्किल के थाना क्षेत्रों में आने वाले व्यक्तियों से सम्बन्धित रजिस्टर का अवलोकन व निरीक्षण करें तथा किसी भी आपराधिक प्रकृति के संदिग्ध व्यक्ति के पाये जाने पर नियमानुसार विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।

"मेयर और सभासदों के बीच तकरार जारी, कार्यकारिणी बैठक फिर स्थगित"

लखनऊ :– नगर निगम के बजट पर चर्चा के लिए 18 मार्च को प्रस्तावित कार्यकारिणी बैठक को फिर स्थगित कर दिया गया है। इससे पहले 10 मार्च को भी कार्यकारिणी सदस्यों के बहिष्कार के कारण यह बैठक नहीं हो पाई थी।

सूत्रों के अनुसार, यह बैठक मेयर और भाजपा पार्षदों के बीच चल रहे तकरार के कारण स्थगित की गई है। नई बैठक की तारीख 22 मार्च के बाद निर्धारित की जा सकती है। बताया जा रहा है कि इस दौरान लखनऊ मंडल के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की अगुआई में एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें नाराज पार्षदों से बातचीत कर उन्हें मनाने और समझौता कराने का प्रयास किया जाएगा।

मेयर और बीजेपी के पार्षदों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर पार्टी की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाते रहे हैं। इस विवाद के बीच, नए वित्तीय वर्ष 2025-26 के प्रस्तावित बजट को लेकर पार्षदों की नाराजगी और बढ़ गई है। उनका आरोप है कि अफसर 4200 करोड़ के बजट में सफाई मद को 800 करोड़ रुपये तय करके निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। 10 मार्च को कार्यकारिणी की बैठक बुलायी गई थी, लेकिन बीजेपी के आठ और सपा के दो सदस्य इस बैठक से नदारद हो गए थे, जिसके कारण बैठक स्थगित करनी पड़ी।

भाजपा ने 72 जिलाध्यक्षों का किया ऐलान ,विजय मौर्या को सौंपी गई लखनऊ की कमान

लखनऊ ।भारतीय जनता पार्टी ने करीब दो महीने की मशक्कत के बाद रविवार को यूपी में 72 जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी। इस बार पार्टी ने जातीय समीकरण साधने के साथ विपक्ष के पीडीए फॉर्मूले को मात देने की रणनीति अपनाई है। भाजपा ने महिलाओं की भागीदारी पर भी ध्यान रखा है। पार्टी ने छह महिलाओं को जिलाध्यक्ष बनाया है। भाजपा ने युवा चेहरों को तरजीह देते हुए दलित और ओबीसी कार्ड खेला है। भाजपा ने विजय मौर्या को लखनऊ की कमान सौंपी है। आगरा में भाजपा महानगर अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष की घोषणा हुई है।

आगरा भाजपा महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी राजकुमार गुप्ता को दी गई है। आगरा भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत पोनिया को बनाया गया। वहीं कासगंज की जिम्मेदारी नीरज शर्मा को मिली है। अमेठी जिलाध्यक्ष सुधांशु शुक्ला को बनाया गया। वहीं मुरादाबाद में पुनः एक बार आकाश पाल जिलाध्यक्ष बने। बुलंदशहर में पार्टी ने फिर विकास चौहान पर भरोसा जताया है। इसके अलावा इटावा की कमान अन्नु गुप्ता को दी गई है। वहीं गाजीपुर की जिम्मेदारी ओमप्रकाश राय को मिली है। ललितपुर का जिलाध्यक्ष हरीशचन्द्र को बनाया गया है। वहीं गिरीश मंडुला मुरादाबाद महानगर अध्यक्ष बनाए गए हैं। गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष मंयक गोयल को बनाया गया है। महराजगंज की जिम्मेदारी संजय पांडे को दी गई। उन्नाव का जिलाध्यक्ष अनुराग को बनाया गया है।

जिलाध्यक्षाें की सूची -बुलंदशहर- विकास चौहान,इटावा- अन्नू गुप्ता ,गाजीपुर- ओमप्रकाश राय, ललितपुर - हरिश्चंद्र रावत ,अमेठी- सुधांशु शुक्ला,आगरा- महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ,आगरा जिला- प्रशांत पोनिया, मुरादाबाद- आकाश पाल (रिपीट),मुरादाबाद महानगर- गिरीश भंडुला,कासगंज- नीरज शर्मा , गाजियाबाद महानगर- मयंक गोयल, लखनऊ जिला- विजय मौर्या,रायबरेली- बुद्धि लाल,गोरखपुर जिला अध्यक्ष- जनार्दन तिवारी ,गोरखपुर महानगर अध्यक्ष- देवेश श्रीवास्तव,आजमगढ़- ध्रुव सिंह ,लालगंज- विनोद राजभर,नोएडा- महेश चौहान,गौतम बुद्ध नगर- अभिषेक शर्मा , फिरोजाबाद महानगर - सतीश दिवाकर ,उन्नाव- अनुराग अवस्थी, लखनऊ- आनंद द्विवेदी, मैनपुरी- ममता राजपूत,इटावा- अरुण कुमार गुप्ता,मथुरा- निर्भय पांडेय,मथुरा (महानगर अध्यक्ष) - राजू यादव, इटावा- अन्नू गुप्ता,ललितपुर- हरिश्चंद्र रावत,रामपुर- हरीश गंगवार,बहराइच - ब्रजेश पांडेय (दूसरी बार),फर्रुखाबाद- फतेह चंद्र वर्मा,गाजीपुर- ओम प्रकाश राय,अमेठी- सुधांशु शुक्ला,उन्नाव- अनुराग अवस्थी, हरदोई- अजीत सिंह बब्बन,सुल्तानपुर- सुशील त्रिपाठी,औरैया- सर्वेश कठेरिया,गोरखपुर- जनार्दन तिवारी, कासगंज- नीरज शर्मा,वाराणसी महानगर- प्रदीप अग्रहरि,गाजीपुर- ओमप्रकाश राजभर ,प्रतापगढ़- आशीष श्रीवास्तव,भदोही- दीपक मिश्रा, मछली शहर- डॉ. अजय कुमार सिंह, सुल्तानपुर- सुशील त्रिपाठी, अमेठी - सुधांधु शुक्ल, प्रयागराज गंगापार- निर्मला पासवान, प्रयागराज यमुनापार- राजेश शुक्ला, प्रयागराज महानगर- संजय शुक्ला,सोनभद्र - नंदलाल गुप्ता, कानपुर महानगर उत्तर- अनिल दीक्षित,कानपुर महानगर दक्षिण- शिवराम सिंह चौहान,कानपुर देहात- रेणुका सचान,कानपुर ग्रामीण - उपेंद्र नाथ पासवान,बहराइच- बृजेश पांडेय (दोबारा), बिजनौर-भूपेंद्र सिंह चौहान 'बॉबी',गोंडा- अमर किशोर कश्यप उर्फ बमबम,संभल—हरेंद्र चौधरी, सहारनपुर- महानगर- शीतल विष्णोई,मुजफ्फरनगर- सुधीर सैनी,झांसी जिला- प्रदीप पटेल, महोबा- मोहनलाल कुशवाह, चित्रकूट- महेन्द्र कोटार्य,संत कबीरनगर- नीतू सिंह,महाराजगंज- अशोक उर्फ़ संजय पांडेय, मऊ- रामाश्रय मौर्य,कुशीनगर- दुर्गेश राय, बस्ती- विवेकानंद मिश्रा,बलिया- संजय मिश्रा,मेरठ महानगर- विवेक रस्तोगी,शाहजहांपुर ज़िला- कृष्ण चंद मिश्रा, शाहजहांपुर महानगर- शिल्पी गुप्ता बनाये गये है।

दूसरी तरफ जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सभी को उज्ज्वल कार्यकाल के लिए बधाई दी है।मुख्यमंत्री योगी ने एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सभी नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष गण को हार्दिक बधाई!पूर्ण विश्वास है कि आप सभी भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों का पालन करते हुए संगठन को और अधिक मजबूत करेंगे और उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री के सुरक्षा एवं सुशासन के अभियान को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे।