*गांवों कस्बों में नहीं होती नियमित सफाई और छिड़काव*
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खजनी गोरखपुर।ब्लाॅक क्षेत्र के गांवों तथा कस्बों में नियमित सफाई और छिड़काव नहीं होता है। ठंडी का मौसम बदलते ही गांवों गलियों में बिखरे सूखे पत्ते संपर्क मार्गों के किनारे उगी झाड़ियों, खेतों में उगी फसलों के झुरमुट तथा प्लास्टिक की थैलियों के कचरों से मच्छरों का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ गया है। होली के त्योहार के बाद इलाके में मच्छरों का प्रकोप बेतहाशा बढ़ गया है, जिनके काटने से लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार भी होते रहें हैं। लोगों को मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी लगाने और अपने आसपास सफाई रखने की सलाह दी जाती है, किंतु इलाके में मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव की कोई स्थाई व्यवस्था नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांवों, कस्बों में बीते कई वर्षों से छिड़काव के लिए फागिंग मशीनें नहीं हैं।
पंचायत राज विभाग के सफाईकर्मियों द्वारा गांवों कस्बों में नियमित सफाई और फागिंग नहीं की जाती। इलाके के केशव सेठ, अशोक गौड़, महेश मोदनवाल, नरेंद्र कुमार, सत्येंद्र कुमार, विरेन्द्र, त्रिपुरारी गुप्ता, मनोज, पिंटू, गणेश, राजेश, सुनील सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि बीते 5/6 वर्षों से ब्लाॅक के 85 गांवों में से किसी भी गांव में मच्छरों से बचाव के लिए छिड़काव नहीं कराया गया है। मच्छरों के कारण बीमारियां फैलने के भय से लोग लंबे समय से छिड़काव की मांग करते आ रहे हैं। इन दिनों घनी आबादी वाले सभी बड़े कस्बों, गांवों में शाम ढलते ही सिर्फ़ मच्छरों का शोर सुनाई दे रहा है। बिना क्वाॅयल जलाए भोजन करना या मच्छरदानी के बगैर रात में सो पाना मुश्किल हो गया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
इस संदर्भ में बीडीओ खजनी रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि अभियान चला कर सफाई कराई जाएगी, मीटिंग में सभी ग्रामप्रधानों को अपने गांव के लिए फागिंग मशीनें ख़रीदने का निर्देश दिया गया था। पुनः एक बार उन्हें निर्देशित किया जाएगा।
Mar 16 2025, 19:48