वनीला आइसक्रीम का राज: जानें कैसे तैयार होता है यह स्वादिष्ट फ्लेवर और कहां से आता है भारत में इसका आयात
इस समय मार्च का महीना चल रहा है और गर्मियों का मौसम नजदीक आ गया है. बाजारों में आइसक्रीम दिखाई देने लगी है. जब हम आइसक्रीम की बात करते हैं तो बच्चों से लेकर बड़ों तक को आइसक्रीम का वनीला फ्लेवर काफी पंसद होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस वनीला फ्लेवर की आइसक्रीम को आप बड़े ही शौक से खाते हैं, वो कैसे तैयार की जाती है? भारत में कहां-कहां इसकी खेती होती है, किन देशों से भारत इसको आयात करता है
जब आप वनीला आइसक्रीम खा रहे होते हैं तो आप एक तरह के फूल से तैयार की गई आइसक्रीम का लुत्फ उठा रहे होते हैं. वनीला ऑर्किड एक तरह का फूल होता है. आइसक्रीम में वनीला का अर्क यानी Extractडाला जाता है और यह अर्क वनीला ऑर्किड के बीज से तैयार किया जाता है.
कैसे होती है खेती?
आइसक्रीम वाली वनीला सिंथेटिक होती है. प्राकृतिक वनीला की कीमत काफी ज्यादा होती है, वनीला के बीज की कीमत 1 किलोग्राम लगभग 40 हजार रुपये होती है. वनीला ऑर्किड परिवार का सदस्य है और यह बेल में उगता है. वनीला की फसल को नमी, छाया और मध्यम तापमान की जरूरत होती है. इसकी खेती के लिए 25-35 डिग्री का तापमान की जरूरत होती है. इसी के साथ वनीला की फसल पूरे 3 साल बाद पैदावार देना शुरू करती है.
वनीला की बेल अपने खेत में लगाने के लिए किसान इसकी कटिंग या बीज का इस्तेमाल करते हैं. कटिंग को लगा कर उसके ऊपर से खाद डाली जाती है, बेल को फैलाने के लिए तार बांधी जाती है. वनीला को लगाने के बाद लगातार खाद डालनी चाहिए और 2 दिन के अंदर में पानी देना चाहिए. फूल से लेकर इसकी फलियों को पूरी तरह से उगने में 9 से 10 महीने का समय लगता है.
कहां-कहां होती है खेती?
वनीला की खेती इतनी आसान नहीं होती है और इसकी खेती के लिए एक खास तरह के वातावरण की जरूरत होने के साथ इसकी खेती के लिए खास ध्यान रखना होता है. इस खेती में लंबा समय भी लगता है. भारत में दक्षिण के हिस्सों में वनीला की खेती होती है. केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु समेत अंडमान और निकोबार आईलैंड में इसकी खेती होती है.
भारत में वनीला की खेती के लिए बहुत अधिक देखभाल और ध्यान देने की जरूरत होती है, फूल केवल एक दिन के लिए खिलते हैं और फिर प्रत्येक फूल को हाथ से परागित किया जाता है. पकी हुई फलियां तब चुनी जाती हैं जब वो 9-10 महीने की हो जाती हैं और अभी भी हरे रंग की होती हैं. इसी के बाद की तरह से ट्रीटमेंट करके वनीला का एक्सट्रैक्ट तैयार किया जाता है.
आयात किन किन देशों से होता है
भारत वनीला का 18वां सबसे बड़ा इम्पोर्टर है. साल 2023 में भारत ने 34 करोड़ से अधिक का वनीला का आयात किया. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस देश की यात्रा पर जा रहे हैं वहां से भी भारत बड़ी तादाद में वनीला का आयात करता है. पीएम मोदी 11-12 मार्च को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए देश की यात्रा पर जा रहे हैं. इस मौके पर पीएम मोदी वहां मुख्य अतिथि होंगे. वनीला के लिए भारत मॉरीशस पर भी निर्भर है. भारत के लिए मॉरीशस वनीला का तीसरा सबसे बड़ा आयातक है.
मॉरीशस ने कितना किया आयात?
साल 2023 में भारत ने सबसे ज्यादा वनीला का आयात ईस्ट अफ्रीका के देश युगांडा से किया. युगांडा से भारत ने 17.18 करोड़ इम्पोर्ट किया. युगांडा के बाद मेडागास्कर से भारत ने 5.89 करोड़ का आयात किया. इसी के बाद जिस देश में पीएम मोदी जाने वाले हैं वहां से भारत ने 4.34 करोड़ का आयात किया. यूके से 3.63 करोड़ और अमेरिका का 90.47 लाख आयात किया. 2022 और 2023 के बीच भारत के लिए वेनिला के सबसे तेजी से बढ़ते आयात बाजार युगांडा 14.24 करोड़, मॉरीशस 4.34 करोड़ और यूनाइटेड किंगडम 3.46 करोड़ थे.
किन देशों को भारत करता है निर्यात?
निर्यात 2023 में, भारत ने $4.38M वनीला का निर्यात किया, जिससे यह दुनिया में वनीला का 14वां सबसे बड़ा निर्यातक बन गया. इसी साल वनीला भारत में 971वां सबसे अधिक निर्यात किया जाने वाला प्रोडक्ट था. भारत अमेरिका ($2.89 मिलियन), पोलैंड ($678k), फ्रांस ($377k), जर्मनी ($242k), और सऊदी अरब ($60.6k) को निर्यात करता है.
Mar 12 2025, 09:27