ऑपरेशन साइबर कवच के दृष्टिगत जनपदीय साइबर सेल द्वारा पीड़ितों की फ्राॅड गयी 90,000 कराए गए वापस

गोण्डा। जनपद गोण्डा में साइबर फ्रॉड अपराध की रोकथाम के संबंध में त्वरित कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के मार्गदर्शन में जनपदीय साइबर सेल टीम द्वारा पीड़ितों के फ्रॉड गयी धनराशि को सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए धनराशि 90,000/- (नब्बे हजार रू0) पीड़ितों के खाते में वापस करायी गयी।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

आवेदक कैलाश सिंह निवासी एलबीएस चैराहा थाना को0 नगर जनपद गोण्डा के साथ क्रेडिट कार्ड से 80000 ठगी हो जाने, आवेदक शुभम तिवारी निवासी बनवरिया थाना कोतवाली नगर गोण्डा के साथ 2800 रूपये, आवेदक निजामुद्दीन निवासी थाना वजीरगंज के साथ 4900 रू0, आवेदक अब्दुल रहमान निवासी थाना खोड़ारे के साथ 4967 रूपये, आवेदक राहुल सिंह नि0 थाना को0 नगर के साथ 2927 रूपये, आवेदक दिवाकर प्रसाद शर्मा निवासी झंझरी ब्लाक थाना कोतवाली नगर गोण्डा के साथ 2537 रूपये की ठगी हुई थी।

साइबर फ्राॅड के उपरान्त पीड़ितों द्वारा इसकी शिकायत जनसुनवाई के दौरान पुलिस अधीक्षक गोण्डा के समक्ष की गयी थी। जिस पर साइबर सेल द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए पीड़ितों के 90,000/- रू0 की धनराशि वापस करायी गयी। पीड़ितों द्वारा अपने रूपये वापस पाकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक व साइबर सेल टीम को धन्यवाद दिया गया।

नोट- साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल 1930 पर सूचना अंकित कराये, सूचना विलम्ब से देने पर साइबर अपराधियों द्वारा धन निकाल लिया जाता है। धन निकलने के उपरान्त पैसे वापस होने की सम्भावना बहुत कम होती है। लोगो को साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओ0टी0पी0, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थाना पर गठित साइबर सेल को सूचना दें एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएँ।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साइबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करे।

रेल यात्रियों को चढने एवं उतरने के साथ- साथ जान माल का खतरा बन गया

गोण्डा। पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत गोंडा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर विगत काफी समय से अवैध वेंडर चल रहे हैं, जिससे रेल यात्रियों को चढने एवं उतरने के साथ- साथ जान माल का खतरा बन गया है, इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे क्षेत्रीय परामर्श दात्री समिति के सदस्य पंकज कुमार श्रीवास्तव ने महाप्रबंधक से शिकायत कर अवैध वेडरिंग पर रोक लगाने हेतु आग्रह किया था।

भाजपा नेता पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया की गोंडा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर वर्तमान समय में सैकड़ो की संख्या में वेंडर और राजकीय रेलवे पुलिस एवं रेल सुरक्षा बल तथा कुछ रेलवे अधिकारियों की सहायता पर रेल यात्रियों के साथ सौतेला व्यवहार करने में सम्मिलित है जिससे गुणवत्तापूर्ण खानपान नहीं मिल पा रहा है, इसके अतिरिक्त ट्रेन आने पर चढ़ने - उतरने पर रेल यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है, जिसमें राजकीय रेलवे पुलिस का संरक्षण प्राप्त है जबकि रेलवे बोर्ड द्वारा खुले पदार्थ की बिक्री पर अंकुश लगाने हेतु अवैध वेंडर पर रोक लगाने के लिए समय-समय पर आवश्यक कदम उठाए जाते हैं लेकिन गोंडा जंक्शन पर पुलिस सुरक्षा कर्मियों की कृपा से अवैध वेंडर अपनी मनमानी पर उतारू है।

रेल यात्रियों के खानपान एवं सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले अवैध वेंडरो एवं उनको संरक्षण देने वालो पर रेलवे एवं सिविल प्रशासन के उच्च अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं की गई तो रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एवं पुलिस महानिरीक्षक राजकीय रेलवे पुलिस से मिलकर कार्यवाही कराई जाएगी।

डीएम ने की जनपद के एक्स-रे संचालक एवं एक्स-रे टेक्निशियन के साथ बैठक

गोण्डा। मंगलवार को जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित 100 दिवसीय टीवी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत X-RAY प्राइवेट एवं पब्लिक पार्टनर के साथ बैठक आयोजित की गई।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के सभी एक्स-रे संचालकों एवं एक्स-रे टेक्नीशियन के साथ बैठक कर यह अपील किया है कि आप सभी लोग एक सहयोग के रूप में जनपद के कम से कम 25 से 30 टीवी मरीजों का प्रतिदिन नि:शुल्क एक्स-रे जरूर करें, और यदि वह मरीज बीमारी से ग्रसित है तो उसकी सूचना सीएमओ कार्यालय जिला अस्पताल को जरूर दें एवं मरीज के मोबाइल पर उसका अपडेट जरूर भेज दें। इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों को यह भी अवगत कराया है कि जिन-जिन लोगों के द्वारा टीवी के मरीजों को गोद लिया गया है वह सभी लोग टीवी के मरीजों को पोषण पोटली समय से जरूर दें।

बैठक में जनपद के एक्सरे एवं पब्लिक पार्टनर के साथ बैठक कर जनपद के सभी टीवी मरीजों के एक्सरे होने के संबंध में बैठक कर उनको अवगत कराया गया कि जनपद के टीवी मरीजों को शतप्रतिशत गोद लिया जाय। साथ ही उनके उपचार पर विशेष ध्यान दिया जाय। इसके साथ ही टीवी मरीजों के एक्सरे कर उनको इस बिमारी से मुक्त कराया जाय।

बैठक में उन्होंने यह भी बताया है कि इस बिमारी तथा उपचार के संबंध में लोगों को जागरूक किया जाय, ताकि लोगों को टीवी की बीमारी से पूरी तरह से मुक्त कराया जा सके। बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि टीवी के मरीजों को उपचार तथा दवा का बराबर सेवन करने के संबंध में भी उनको जागरूक किया जाय।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आदित्य वर्मा, डीसीपीएम डॉक्टर आरपी सिंह, सीएचसी अधीक्षक छपिया, बेलसर, परसपुर, इटियाथोक, खरगूपुर, नवाबगंज सहित जनपद के समस्त एक्सरे संचालक एवं एक्सरे टेक्निशियन व अन्य सभी लोग उपस्थित रहे।

*रसोईयों का मानदेय त्यौहार से पहले देने के दिये निर्देश-डीएम*

गोण्डा। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों और खंड शिक्षा अधिकारियों तथा एआरपी के साथ जिला अनुश्रवण समिति की बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने लापरवाह अधिकारियों को चेतावनी देते हुए सख्त निर्देश दिए कि विभाग के सभी कार्यों का सम्पादन समय से कराया जाय।

डीएम ने अतिरिक्त कक्ष निर्माण, मिड डे मील, विद्यालयों में विद्युतीकरण, बीआरसी की मरम्मत और ऑपरेशन कायाकल्प के 19 पैरामीटर की समीक्षा की। उन्होंने जिला और ब्लॉक टास्क फोर्स के अधिकारियों को निर्धारित निरीक्षण लक्ष्य पूरा करने की भी बात कही।

जिलाधिकारी ने कहा कि निपुण भारत मिशन में प्रदर्शन के अनुसार अधिकारियों की सूची बनाई जाए, ताकि जिम्मेदारी तय की जा सके। इसके अलावा, कार्यदायी संस्था को निर्देश दिया गया कि विद्यालयों का निर्माण समय से पूरा किया जाए और गुणवत्ता से समझौता न किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह निर्देश दिया है कि रसोईया का मानदेय त्यौहार से पहले ही दे दिया जाय। इसके लिए समस्त खंडशिक्षा अधिकारियों को उनकी उपस्थिति दो दिन के अंदर भेजने के निर्देश दिये हैं।

बैठक में सभी बीईओ को निर्देश दिये हैं कि बच्चों के अपार आईडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाकर समय से पूर्ण करें। ताकि सभी बच्चों को समय से योजनाओं का मिल सके।

बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि निर्माणाधीन विद्यालय जिनका निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। उनका हैण्डओवर पूरी गुणवत्ता चेक करने के बाद ही लिया जाय।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्रशेखर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी, एडीपीएम पंचायत राज विभाग, समस्त खण्डशिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

त्यौहारों को सकुशल व शांतिपूर्वक मनाने की अपील

गोण्डा। आज पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय द्वारा थाना वजीरगंज पर आगामी त्यौहार होली व रमज़ान के दृष्टिगत संभ्रांत व्यक्तियों के साथ पीस कमेटी की मीटिंग कर त्यौहारों को सकुशल व शांतिपूर्वक मनाने की अपील की गई।

संस्था की सदस्यता लेने के 210 दिन बाद सदस्यों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती

बेलसर, (गोंडा)। उमरी बेगमगंज में मां बाराही गौरी मंगला मदद फाउंडेशन द्वारा गरीब लोगों की मदद के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा नेता त्रियुगी नारायण शुक्ला ने कहा कि यह फाउंडेशन गरीबों और महिलाओं को स्वावलंबी बनने का मौका प्रदान कर रहा है। फाउंडेशन के संस्थापक अमर कुमार ने बताया कि संस्था की सदस्यता लेने के 210 दिन बाद सदस्यों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है, जैसे कि सड़क दुर्घटना के बाद ऑपरेशन के लिए, दुर्घटना में मृत्यु के बाद नॉमिनी को सहायता, सदस्य की एक संतान के विवाह के लिए और शिक्षा के लिए सहायता।

इस कार्यक्रम में 15 सदस्यों को चेक देकर सहयोग किया गया, जिनमें परसपुर मरचौर निवासी पूजा पाठक, सकरौर निवासी नीता मिश्रा, डिक्सिर की कैलाश देवी सहित अन्य शामिल हैं। फाउंडेशन के अध्यक्ष रंजन मिश्रा और अन्य कार्यकर्ता भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। फाउंडेशन के संस्थापक अमर कुमार ने बताया कि भविष्य में संस्था द्वारा वृद्धाश्रम का संचालन शुरू किया जाएगा और मां वराही मंदिर प्रांगण में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।

परसपुर मरचौर निवासी पूजा पाठक सकरौर निवासी नीता मिश्रा डिक्सिर की कैलाश देवी ऐली परसौली की शिव देवी व करनैलगंज की शिवपति को 50-50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया; वही जफरापुर की शिवपता शैल कुमारी, बरई गोंदहा बालपुर की सुमित्रा, डिक्सिर की सबरूनिशा को 25-25 हजार रुपए तथा उमरी जेठासी की शिवकुमारी, बेलई अमदही की मंजू सिंह जनपद बहराइच मिहीपुरवा की तारा देवी नानपारा की मुर्ग देवी, डिक्सिर की चमेली देवी व अकौनी की श्यामा को 11-11हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया।

देवीपाटन मंडल का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र सक्रिय, 75 कुंतल कचरे का निस्तारण पूरा

गोण्डा । देवीपाटन मंडल के पहले प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (Plastic Waste Management Unit - PWMU) ने अब तक 75 कुंतल प्लास्टिक कचरे का सफलतापूर्वक निस्तारण कर दिया है। इस कचरे में सिंगल यूज़ प्लास्टिक (SUP) और प्लास्टिक की बोतलें शामिल थीं।

निस्तारित प्लास्टिक कचरे का उपयोग अब PWD, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और जिला पंचायत द्वारा सड़क निर्माण में किया जाएगा। इसके लिए कवायत शुरू कर दी गई है। यह पहल न केवल जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान को भी मजबूती मिली है।

प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र: उद्देश्य और कार्यप्रणाली

यह केंद्र स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्थापित किया गया है और 4R सिद्धांत – Refuse, Reduce, Reuse, Recycle के आधार पर कार्य करता है।

रिसाइकिल योग्य प्लास्टिक को स्क्रैप डीलरों के माध्यम से पुनः उपयोग में लाया जाता है।

गैर-रीसाइक्लेबल प्लास्टिक को विखंडित कर सड़क निर्माण और सीमेंट उद्योगों में इस्तेमाल किया जाता है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने की अपील

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा, "यह केंद्र प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन का एक बेहतरीन उदाहरण है। हम सभी को प्लास्टिक कचरे के सही निस्तारण में सहयोग करना चाहिए, ताकि हमारा जिला स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बन सके।"

रोजगार के अवसर और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा

इस केंद्र से न केवल प्लास्टिक कचरे का सही निस्तारण हो रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे प्लास्टिक कचरे को इधर-उधर फेंकने की बजाय इसे सही तरीके से डिस्पोज करें और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग दें।

*गोण्डा जिला अस्पताल में 6 मार्च को होगा उद्घाटन, महिलाओं को मिलेगा रोजगार*

गोण्डा। अब जिला अस्पताल में आने वाले जरूरतमंद मरीजों और उनके तीमारदारों को सस्ते दरों पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर ‘शक्ति रसोई’ की शुरुआत की जा रही है। 6 मार्च को जिला अस्पताल परिसर में इसका उद्घाटन किया जाएगा। इस रसोई का संचालन दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत किया जाएगा, जिसके लिए सभी आवश्यक संसाधन सूडा (SUDA) द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।

पौष्टिक भोजन के साथ महिलाओं को मिलेगा रोजगार

इस रसोई का संचालन ‘रंजना स्वयं सहायता समूह’ द्वारा किया जाएगा, जिसमें सीमा, नुसरत और सोनी शामिल हैं। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी। ‘शक्ति रसोई’ का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों और कमजोर वर्गों को राहत प्रदान करना है। यहां सस्ते, स्वच्छ और संतुलित भोजन की व्यवस्था की जाएगी, ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को भोजन की समस्या का सामना न करना पड़े।

सामाजिक समरसता को मिलेगा बढ़ावा

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल को सामाजिक सहयोग का अनूठा उदाहरण बताते हुए कहा कि ‘शक्ति रसोई’ से जरूरतमंदों को पौष्टिक भोजन मिलेगा और महिलाओं को रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। यह योजना समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।शक्ति रसोई की इस पहल का स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे गरीबों को राहत मिलेगी और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।

जनपद की तीसरी शक्ति रसोई

गोण्डा में शक्ति रसोई की यह तीसरी इकाई होगी। इससे पहले लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज परिसर और कलेक्ट्रेट परिसर में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है।

गरीब असहाय लोगो की सेवा करना एक पुनीत कार्य

मनकापुर(गोडा)। गरीब असहाय लोगो की सेवा करना एक पुनीत कार्य है ऐसे कार्य मे सब लोगो को बढ-चढ कर भागेदारी करनी चाहिए।यह विचार सोमवार को सीएचसी मनकापुर परिसर मे विदेश राज्यमंत्री व गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिह उर्फ राजा भैय्या के प्रतिनिधि यूपी सिह ने टीवी मरीजो को निःशुल्क टीवी मरीज किट वितरण के पूर्व कही । उन्होने कहा कि आज के युग में डाक्टर के बताये गये खान-पान पर निर्भर रह कर ही पुरुष व महिला स्वस्थ रह सकते हैं उसी कडी मे राजा भैय्या के निर्देश व उनके सहयोग से पचास टीवी मरीजो के खाने के लिए चना ,गुड ,मूंगफली, सोयाबीन, दलिया का किट दिया गया ।

ब्लाक प्रमुख जगदेव चौधरी ने कहा कि समाज के सभी जनप्रतिनिधि समाज सेवी व सक्षम लोग टीवी मरीजो के लिए भी अपने सहयोग से टीवी किट वितरित करा कर पुण्य के भागेदार बने और सर्व समाज के लोग भी आप के द्वारा किये गये पुनीत कार्य से भी वितरित करने की प्रेरणा लेगें । राजा भैय्या के इस पहल को हम अपने स्तर से ग्राम प्रधान, वीडीसी व ब्लाक के सहयोग से टीवी किट वितरित कराया जायेगा । कोट प्रबंधक हरीश पान्डेय ने कहा कि राजा भैय्या का यह पहल बहुत सराहनीय कार्य है हम लोगो को भी इस पुनीत कार्य मे हिस्सा लेना चाहिए।

जिससे पीडित मरीज का आंशिक सहयोग हो सके आज निःशुल्क किट वितरित कराने सीएचसी अधीक्षक डाo एसएन सिह, डाo आलोक चौधरी, डाo आलोक गुप्ता, डा०रविश रिजवी, महिला डाo किरन कसौधन डा० नीरज गुप्ता, डा० मनोज कुमार रस्तोगी एआरओ सौरभ पान्डेय के सहयोग से भी टीवी मरीज निःशुल्क किट वितरण किया गया । इस मौके पर दुर्गेश कुमार सिह, अमित दूबे कुलदीप वरिष्ठ क्षय रोग पर्यवेक्षक लालमन, एपी चौधरी, वीएन मिश्रा, वीसीपी चंचलराम ,सुशील साहू आदि लोग मौजूद रहे । वही सीएचसी अधीक्षक डाo एसएन सिह ने जिन टीवी मरीजो का कार्ड बना है उन्हे सूचना देकर जनसहयोग निःशुल्क किट वितरित किया जायेगा।

गोंडा में 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर केएमसी यूनिट शुरू, 7 पर काम जारी

गोंडा। जिले में नवजात शिशुओं की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर कंगारू मदर केयर यूनिट (KMC Unit) शुरू की जा चुकी हैं, जबकि 7 सीएचसी पर निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह यूनिट विशेष रूप से कमजोर और समय से पहले जन्मे नवजातों के लिए बनाई गई हैं, जहां मां और शिशु को एक ही स्थान पर सभी आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। इस पहल का उद्देश्य नवजात मृत्यु दर को कम करना, स्तनपान को बढ़ावा देना और माताओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करना है।

गोंडा जिले में पहली बार नवजात शिशुओं को ऐसी विशेष सुविधा मिलने से माताओं को भी राहत मिलेगी, और नवजातों को सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन की बेहतर शुरुआत मिलेगी।

पहली बार नवजात शिशुओं को मिलेगी ऐसी व्यवस्था

गोंडा जिले में पहली बार नवजात शिशुओं के लिए ऐसी आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक कमजोर नवजातों को केवल एनबीएसयू (Newborn Stabilization Unit) में भर्ती किया जाता था, लेकिन केएमसी यूनिट की शुरुआत से माताएं अपने शिशु की देखभाल में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी। यह व्यवस्था त्वचा से त्वचा के संपर्क (Skin-to-Skin Contact) के जरिए नवजातों को ऊष्मा, पोषण और सुरक्षा प्रदान करेगी।

मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) की अनूठी पहल

गोंडा जिले में जिलाधिकारी नेहा शर्मा के प्रयासों से मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) की स्थापना की गई है, जिसमें मां और नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। अब डिलीवरी रूम, बीमार नवजातों के लिए एनबीएसयू और केएमसी यूनिट एक साथ होंगे, जिससे माताओं और नवजातों को अलग-अलग स्थानों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे चिकित्सकीय देखभाल सुचारू होगी और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।

इन 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू हुई सुविधा

सीएचसी खरगूपुर

सीएचसी कर्नलगंज

सीएचसी वजीरगंज

सीएचसी मनकापुर

सीएचसी इटियाथोक

सीएचसी छपिया

सीएचसी कटरा बाजार

सीएचसी नवाबगंज

सीएचसी तरबगंज

इसके अलावा, परसपुर, हलधरमऊ, बेलसर, मुजेहना, पंडरी कृपाल, बभनजोत और काजीदेवर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में केएमसी यूनिट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इन केंद्रों पर इस महीने के अंत तक यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

जनवरी 2025 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य

केएमसी यूनिट्स की स्थापना के लिए जनवरी 2025 में कार्य शुरू किया गया था। सरकार और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से इन यूनिट्स का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया गया, ताकि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जा सके।

गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, "यह पहल जिले के नवजात शिशुओं और माताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। केएमसी यूनिट से कमजोर और समय से पहले जन्मे शिशुओं को बेहतर देखभाल मिलेगी, जिससे शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। स्वास्थ्य विभाग इस योजना को जल्द पूरा करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहा है।"

मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अंकिता जैन ने इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा, "केएमसी यूनिट न केवल नवजातों के लिए बल्कि माताओं के लिए भी लाभकारी है। इससे स्तनपान को बढ़ावा मिलेगा और माताओं को अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताने का अवसर मिलेगा। सरकार इस सुविधा को जल्द से जल्द हर स्वास्थ्य केंद्र में लागू करने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।" उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इन केंद्रों की नियमित निगरानी कर रहा है, ताकि सभी माताओं और नवजातों को यह सुविधा उपलब्ध हो सके।

केएमसी यूनिट से उपलब्ध हैं यह लाभ

कम वजन वाले और समय से पहले जन्मे शिशुओं को बेहतर देखभाल मिलेगी।

मां और शिशु के बीच भावनात्मक संबंध मजबूत होगा।

स्तनपान को बढ़ावा मिलेगा, जिससे शिशु को आवश्यक पोषण मिलेगा।

निःशुल्क चिकित्सा सुविधा से ग्रामीण परिवारों को राहत मिलेगी।

शिशु मृत्यु दर में कमी लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।