सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील ने आत्महत्या की दी धमकी,भड़के जज ने दी सख्त चेतावनी

डेस्क:–देश के शीर्ष न्यायालय सुप्रीम कोर्ट में उस समय अजब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब सुनवाई के दौरान जस्टिस अभय एस ओका के सामने वकील ने आत्महत्या की धमकी दी। जस्टिस अभय एस ओका (Abhay Shreeniwas Oka) की पीठ के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए वकील ने अपनी दलीलें रखते हुए यह धमकी दी। वकील की इस धमकी के बाद जस्टिस ओका भड़क उठे उसके बाद सख्त चेतावनी दी। जस्टिस ओका ने कहा कि हम बार के मेंबर की ओर से इस तरह का आचरण बर्दाश्त नहीं करेंगे।

धमकी देने वाले वकील से जस्टिस ओका ने कहा कि आप अदालत को कैसे धमकी दे सकते हैं। अगर हम आपकी प्रार्थना स्वीकार नहीं करेंगे तो आप आत्महत्या कर लेंगे? आप एक वकील हैं। हम बार काउंसिल से आपका लाइसेंस कैंसल करने और एफआईआर दर्ज करने के लिए कहेंगे।

दरअसल एक मामले की सुनवाई जस्टिस अभय एस ओका की पीठ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर रही थी। जब दो वकीलों के आपसी झगड़े की सुनवाई के दौरान एक अधिवक्ता ने खुदकुशी की धमकी दे डाली। इस पर जस्टिस ओका ने वकील से कहा कि हम आपको चेतावनी दे रहे हैं। अगर आप कोर्ट को धमकाते हैं तो हम आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश देंगे। हम बार के मेंबर की ओर से इस तरह का आचरण बर्दाश्त नहीं करेंगे। न्यायमूर्ति अभय एस. ओका और न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां की पीठ ने वकील से कहा कि वह सात मार्च तक लिखित माफीनामा दाखिल करें वरना परिणाम भुगतने को तैयार रहें।

इसके बाद वकील ने अपना वीडिया कान्फ्रेंस लिंक कथित तौर पर बंद कर दिया। पीठ ने कहा कि अब वह चले गए हैं. पीठ ने मामले की सुनवाई स्थगित कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट कक्ष में मौजूद उनके वकील से उनके आचरण के लिए माफी मांगने को कहा। जब मामला फिर से सुनवाई के लिए आया, तो वकील वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश हुए और कहा कि मैं दिल से माफ़ी मांगता हूं। मैं भावुक हो गया था।

हालांकि, जस्टिस ओका ने कहा कि नहीं, हम शुक्रवार (7 मार्च) तक लिखित माफी चाहते हैं। पीठ ने कहा कि वह वकील को माफी मांगने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं, लेकिन उसने उसे अनुपालन नहीं करने की स्थिति में होने वाले परिणामों को लेकर आगाह किया।
झारखंड का एक रहस्यमयी घर, जहां अपने आप लग रही है आग, आखिर क्या है वजह?


डेस्क:–झारखंड के धनबाद शहर  का एक घर इन दिनों लोगों के लिए रहस्यमयी बना हुआ है। पिछले पांच दिन से इस रहस्यमयी घर में अचानक आग लग जा रही है। हीरापुर स्थित मास्टर पाड़ा के बनर्जी निवास में बीते पांच दिनों से अपने आप आग जा रही है। घर में रखे सामानों में अचानक आग लग रही है, लेकिन अब इसके पीछे का कारण अब तक पता नहीं चल पाया है। घर में पूरा परिवार रह रहा है, लेकिन किसी को पता नहीं कि आखिर ये आग कैसे लग रही है।

रविवार को भी घर में अचानक आग लग गई। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने फायर ब्रिगेड टीम को बुलाकर तुरंत काबू पाया। अग्निशमन विभाग को भी आग लगने का कारण पता नही चल पाया है।

परिवार के लोग ने बताया कि बीते कुछ दिनों से यह रहस्यमयी आग लगने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। शनिवार और रविवार को पांच से अधिक बार आग लग चुकी है। स्थिति इतनी भयावह हो गई कि इन्वर्टर की बैटरी तक ब्लास्ट हो गई। परिवार वालों के अनुसार, जमीन गर्म होते ही आग लग जाती है, यहां तक कि बर्तन में रखे चावल, मैगी का पैकेट छूने पर भी आग पकड़ ले रहा है।

परिवार वालों ने बताया कि कई कई बार फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन उनके जाने के बाद फिर आग भड़क उठी। परिवार ने इलेक्ट्रिक मिस्त्री को भी बुलाया, लेकिन आग लगने की असली वजह का अब तक कोई पता नहीं चल सका। ऐसे में इस रहस्यमयी आग से पूरा परिवार दहशत में है। साथ ही स्थानीय प्रशासन भी इस अनोखी घटना की जांच में जुटा है।

फायर ब्रिगेड की टीम ने दो दिनों तक घंटों जांच की, लेकिन इसके बावजूद भी किसी तरह का कोई नतीजा नहीं मिल सका। विभाग ने अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है।

अब इस घटना की जांच के लिए सिंफर के वैज्ञानिकों को पत्र लिखा गया है। साथ ही एसएसपी को भी जांच की जिम्मेदारी दी गई है। सिंफर देश के नामी शोध संस्थानों में से एक है, ऐसे में अब सिंफर के वैज्ञानिक यह पता लगाएंगे कि घर में रखे सामान में अपने आप आग कैसे लग रही है।

घर के मालकिन कृष्णा चौधरी ने बताया कि 27 तारीख को इन्वर्टर की बैटरी फटने से आग लग गई। हम लोगों ने इसे मामूली घटना समझा लेकिन उसके बाद घर के सूटकेस में आग लग गई। 28 फरवरी को घर बंद कर परिवार के सभी लोग बाहर गए थे। वापस लौटकर देखा तो मैट्रेस जल रहा था, पूरा कमरा धुंआ से भर गया था और काला पड़ गया था। इसके अलावा कुछ और नहीं जला। इसके बाद कभी कपड़े, कभी कैलेंडर तो कभी अन्य सामानों में आग लग रही है।

एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर शराब की दुकानें बंद की जाए,साथ ही  बड़े साइन बोर्ड हटाने के निर्देश


डेस्क:–उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली की तैयारियों का जायजा लेने के  लिए लखनऊ में अधिकारियों के साथ बैठक की, इस दौरान CM योगी ने  निर्देश देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेस-वे और हाईवे के किनारें शराब की दुकाने बंद की जाए साथ ही हाईवे में लगे शराब की दुकानों के बड़े बड़े साइन बोर्ड को भी छोटा किया जाए।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सड़क सुरक्षा परिषद बैठक की भी अध्यक्षता की, इस दौरान सड़क हादसों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए है। CM योगी ने आदेश देते हुए कहा कि बिना परमिट की गाड़िय़ों को बॉर्डर पर ही रोका जाए, साथ ही लंब दूरी पर जाने के लिए दो ड्राइवर होने चाहिए। जिससे सड़क हादसों को कम किया जा सकता है।

CM योगी ने उत्तर प्रदेश के 93 NHAI पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन सभी  NHAI में सिर्फ 4 सड़कों पर ही कैमरा लगाए गए है, लेकिन अब सभी सड़को पर कैमरा लगाए जाए, सड़क पार करने के लिए फुट ओवर ब्रिज बनाए जाए। साथ ही प्रदेश मे चल रहे ई-रिक्शा पर कड़ी निगरानी रखा जाए क्योंकि कम उम्र और नाबालिग बच्चें भी ई-रिक्शा चला रहें है। इन्हें रोकने के लिए CM योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है और सभी ई-रिक्शा का वैरीफिकेशन कराने के लिए भी निर्देश दिए गए है।

ड्रग तस्करों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू, कुलगाम के चार तस्कर गिरफ्तार

डेस्क:–जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में ड्रग तस्करी के मामले में चार कुख्यात ड्रग तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्‍हें जेल भेज द‍िया गया है। पुलिस के अनुसार, कुलगाम जिले की पुलिस ने कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर द्वारा जारी चार पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट के वारंट को सफलतापूर्वक निष्पादित किया। ये वारंट चार कुख्यात नशा तस्करों के खिलाफ थे। इनमें गुड्डर गांव के फैयाज अहमद खान, किलम गांव के नसीर अहमद शान, यमराज गांव के तारिक अहमद राथर, और रामभामा गांव के गुलाम नबी लोणे शामिल हैंं।

बयान में कहा गया, " आरोपियों को उधमपुर, पुंछ, कठुआ और राजौरी जिलों की जिला जेलों में बंद कर दिया गया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलगाम द्वारा सामग्री रिकॉर्ड, डोजियर और संबंधित दस्तावेजों को प्रस्तुत करने के बाद शुरू की गई। ये निर्णायक कार्रवाई जिले में मादक पदार्थों की तस्करी और दुरुपयोग को खत्म करने के लिए कुलगाम पुलिस की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। बयान में कहा गया है कि पीआईटी एनडीपीएस अधिनियम के तहत इन अपराधियों की हिरासत नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों में शामिल लोगों को एक सख्‍त संदेश देती है।"

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ड्रग तस्करों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों का मानना है कि युवाओं को इन पदार्थों की लत लगाकर उनका भविष्य बर्बाद करने के अलावा ड्रग तस्करी से प्राप्त धन का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए भी किया जाता है। मादक पदार्थ तस्करों और मादक पदार्थ विक्रेताओं के खिलाफ अपने व्यापक अभियान में, पुलिस प्रथम दृष्टया साक्ष्य जुटाकर उनकी संपत्तियां भी जब्त कर रही है।

दक्षिण कश्मीर के इलाकों में आतंकवादियों, उनके समर्थकों और ड्रग तस्करों की ज्यादातर संपत्तियां जब्त की गई हैं। दक्षिण कश्मीर के जिलों के इन्हीं इलाकों में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और जम्मू-कश्मीर के केंद्रीय शासन के अधीन आने से पहले बड़ी संख्या में आतंकवादी सक्रिय थे।
करीमनगर  और नलगोंडा सीटों पर एमएलसी चुनाव की मतगणना शुरू


डेस्क:–तेलंगाना के डॉ. बीआर अंबेडकर स्टेडियम में एमएलसी चुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है। संयुक्त जिलों के अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा चुका है और इस बार की मतगणना में माइक्रो ऑब्जर्वर, पर्यवेक्षक और मतगणना सहायकों की नियुक्ति की गई है।

कुल 21 टेबल स्नातक मतों और 14 टेबल शिक्षकों के लिए तैयार किए गए हैं। हर टेबल पर एक माइक्रो ऑब्जर्वर, एक पर्यवेक्षक और दो मतगणना सहायक ड्यूटी पर होंगे।

स्टेडियम में एक स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को कड़ी कर दी गई है। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। स्टेडियम के बाहर एक विशेष एलईडी स्क्रीन लगाई गई है, ताकि परिणाम को आसानी से देखा जा सके।

करीमनगर जिला कलेक्टर पामेला सतपथी और जिला चुनाव रिटर्निंग अधिकारी की देखरेख में सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है।

एक माइक्रो ऑब्जर्वर ने बताया कि चुनाव की मतगणना प्रक्रिया में पर्यवेक्षकों के लिए लंबा समय लग सकता है, इसलिए कर्मचारियों को 3 शिफ्टों में ड्यूटी पर तैनात किया गया है।

वहीं, नलगोंडा के अरजालाबावी स्टेट गिडिंग्स इंस्टीट्यूट गोदाम में भी शिक्षक एमएलसी चुनाव की मतगणना के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। इस चुनाव में कुल 19 उम्मीदवार मैदान में हैं और 24,139 मतों की गिनती की जाएगी। मतगणना के लिए 25 टेबल लगाए गए हैं, जिनमें से प्रत्येक टेबल पर 1,000 मतों की गिनती की जाएगी।

स्ट्रांग रूम को सुबह 7 बजे खोला गया और मतपेटियों से 25-25 मतों को बंडल में बांधकर ड्रम में डाला गया। 200 मतदान केंद्रों से संबंधित मतपेटियों को लाकर बंडल किया गया।

350 कर्मचारी और 250 पुलिसकर्मी मतगणना केंद्र पर तैनात किए गए हैं।

मतगणना की प्रक्रिया तीन चरणों में होगी और हर चरण में 25 टेबलों पर मतों की गिनती की जाएगी।
महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र आज से होगा शुरू, 10 मार्च को पेश होगा बजट

डेस्क:–महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र सोमवार सुबह 11 बजे से शुरू होगा। यह सत्र 26 मार्च को समाप्त होगा। उपमुख्यमंत्री अजित पवार 2025-26 का बजट 10 मार्च को पेश करेंगे। बजट सत्र से पहले एक प्री-सेशन मीटिंग हुई। इसमें विपक्ष का कोई सदस्य नहीं पहुंचा। इस पर उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि हम विपक्ष के सहयोग के बिना ही सदन को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश करेंगे।

बजट सत्र की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार और उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महायुति गठबंधन को लेकर विपक्ष के अफवाहों पर विराम लगाया था।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, " महायुति सरकार में सब ठीक है और सत्तारूढ़ सहयोगी भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच कोई कोल्ड वार नहीं है। उन्होंने इसे अफवाह करार दिया था। इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दावा किया था कि महायुति सहयोगियों के बीच कोई शीत युद्ध नहीं है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने विपक्ष से सफलतापूर्वक मुकाबला किया है और हमें विधानसभा चुनाव में भारी जीत मिली है। हम विपक्ष से लड़ेंगे, लेकिन मीडिया से नहीं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री फडणवीस ने शिंदे सरकार द्वारा पहले लिए गए विभिन्न निर्णयों पर रोक लगाने संबंधी खबरों का भी खंडन किया था। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार सत्र के दौरान संतुलित बजट पेश करेगी, जिसमें पूंजीगत व्यय बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय संकट के बावजूद राज्य सरकार लाडकी बहिण योजना सहित जन कल्याण और विकास योजनाओं को बंद नहीं करेगी।

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मोनालिसा का डांस वीडियो हुआ वायरल, फैंस हुए दीवाने

डेस्क:–प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले में वायरल हुई मोनालिसा कि किस्मत यूं पलटी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। सिर्फ माला बेचकर अपना घर चलाने वाली मोनालिसा के करियर ने कुछ ऐसा मोड़ लिया कि इस महाकुंभ के जरिए उनके लिए बॉलीवुड के दरवाजे भी खुल गए। फिल्म बनाने के लिए (Monalisa Viral Video) डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने मोनालिसा के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया है। इसके साथ ही, मोनालिसा को अब कई जगहों से गेस्ट के तौर पर बुलाया जाने लगा है। फिल्मों में अपनी जगह बनाने से पहले, मोनालिसा पढ़ाई और एक्टिंग की कला सीख रही हैं। हाल की वायरल वीडियो में मोनालिसा स्टेज पर डांस परफॉर्मेंस करते हुए नजर आ रही हैं।

वायरल गर्ल मोनालिसा शिवरात्रि पर नेपाल गई हुईं थी। दरअसल मोनालिसा को नेपाल के एक इवेंट में बुलाया गया था। इस बीच मोनालिसा ने वहां स्टेज पर “मेरा मूड नहीं है…” गाने पर डांस परफॉर्मेंस भी दी। नेपाल में मोनालिसा ने वहां के लोगों से बात चीत की। हर हर महादेव और नमस्ते के साथ (Viral Mahakumbh Girl Monalisa) मोनालिसा ने लोगों को आई लव यू भी बोला। आपको बता दें कि मोनालिसा को अपनी फिल्म में एक्टिंग का मौका देने वाले डायरेक्टर सनोज मिश्रा भी इस इवेंट में गए हुए थे।

वायरल वीडियो को मोनालिसा ने खुद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “मेरी डांस वाली वीडियो...”। खबर लिखे जाने तक वीडियो पर 36 हजार से भी ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं। वहीं लोग (Monalisa Dance Video) इस वीडियो को देख कर रिएक्शन भी दे रहे हैं। एक तरफ कुछ लोग उनके डांस की प्रशंसा कर रहे हैं और मोनालिसा को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं। वहीं कुछ लोग उन्हें ट्रोल भी कर रहे हैं।

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छपरा में फिल्मी स्टाइल में दो लोगों की हत्या,हाथ बांधकर घुटने पर बैठाया, फिर सिर में मारी गोली

डेस्क:–बिहार में अपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बीते शुक्रवार छपरा में फिल्मी स्टाइल में दो लोगों की हत्या कर दी गई। इस डबल मर्डर से इलाके में सनसनी फैल गई है। घर से 35 किलोमीटर दोनों का शव मिला। घटनास्थल से एक मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है। अभी तक हत्यारों का कुछ पता नहीं है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

बताया जा रहा है कि छपरा के जलालपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मकनपुरा चंवर में बीती रात दो युवकों की फिल्मी स्टाइल में हत्या कर दी गई। पहले उनके हाथ बांधकर उन्हें घुटने पर बैठाया फिर एक के सिर में गोली मार दी, जबकि दूसरे युवक के सीने में गोली मारी।  शनिवार सुबह सड़क किनारे लोगों को शव  मिला, तो इलाके हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। मृतकों के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया है, जिससे उनकी पहचान की गई। मृतकों की पहचान मसरख खान क्षेत्र के कवलपुरा गांव निवासी फारुख और अशरफ के रूप में हुई है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शुरूआती जांच में प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला लग रहा है। हालांकि हर एंगल से जांच की जा रही है। हत्यारों का पता लगाने के लिए एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लैब) और डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए सारण रेंज के डीआईजी नीलेश कुमार भी मौके पर पहुंचे और जांच का जायजा लिया। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और जल्द ही इस हत्याकांड का खुलासा करने का दावा कर रही है।
हरियाणा के हिसार से एक हैरान कर देने वाला मामला आया सामने,प्रॉपर्टी के लिए बेटी बनी मां की जान की दुश्मन

डेस्क:–हरियाणा के हिसार से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेटी ही अपनी मां को जान लेने पर उतारू हो गई। दरअसल सगी बेटी ने प्रॉपर्टी के लालच में अपनी ही मां के साथ ऐसा व्यवहार किया, जिसे दिखकर किसी की भी रूह कांप जाएगी। आरोपी बेटी की इस हरकत का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने लोगों को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि किस तरह एक बेटी अपनी ही मां पर जानलेवा हमला कर रही है और उनके साथ मारपीट कर रही है। वीडियो में दिख रही महिला अपनी मां से प्रॉपर्टी उसके नाम पर करने का मांग कर रही है। लोग इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने भी मामले में गंभीरता दिखाते हुए बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

सोशल मीडिया पर इस घटना का जो वीडियो सामने आया है उसको देखकर सभी लोग हैरान रह गए हैं। यह पूरा मामला हरियाणा के हिसार का बताया जा रहा है। वीडियो में दिख रही आरोपी बेटी की पहचान रिटा के नाम से हुई है। इस घटना को लेकर पीड़ित मां के बेटे अमरदीप सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अमरदीप सिंह ने बताया कि वीडियो में दिख रही लड़की उसकी बहन है। करीब 2 साल पहले उसकी शादी हुई थी और शादी के 15 दिन बाद वह मायके आजाद नगर वापस लौटकर आ गई थी। इसके बाद वह मां पर लगातार दबाव बनाने लगी की वह घर उसके नाम पर कर दें। लेकिन जब इस बात का मां ने विरोध किया तो वह मां को अपश्ब्द कहने लगी और उनके साथ मारपीट कर उन्हें प्रताड़ित करने लगी। अमरदीप ने आगे कहा कि रिटा ने मां के साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी।

पीड़ित महिला के बेटे अमरदीप ने बताया कि रिटा उनकी मां को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगी। सोशल मीडिया पर भी जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें भी रिटा अपनी मां के साथ मारपीट करती हुई नजर आ रही है। इतना ही नहीं वह अपनी बुजुर्ग मां को एक के बाद एक कई थप्पड़ मारती है और जब इस से भी उसका मन नहीं भरता तो वह अपनी मां को दांतों से काटती है। वीडियो में कभी वह अपनी मां के बाल पकड़कर घसीटती है तो कभी उनके साथ गाली-गलौज करती है। इस वीडियो को देखकर लोगों का दिल दहल गया है। पीड़ित महिला के बेटे ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र में मौजूद मकान रिटा ने चालाकी से अपने नाम पर करवा लिया और उसे 65 लाख रुपये में बेच दिया। मकान बेचकर उसने वह पैसे भी हड़प लिए। पीड़िता के बेटे ने पुलिस से मदद मांगी है और कहा है कि उनकी बहन ने मां को घर में बंधक बनाया हुआ है और उनका खाने-पीना बंद किया हुआ है। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने इसकी कड़ी आलोचना की है और आरोपी बेटी के खिलाफ पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
हिमाचल सरकार के मंदिर आय फरमान का संतों ने किया विरोध

डेस्क:–उज्जैन अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महंत रामेश्वर दास महाराज ने हिमाचल प्रदेश सरकार के उस फरमान का विरोध किया, जिसमें कहा गया है कि मंदिरों से होने वाली आय को सरकारी योजनाओं के लिए दिया जाए।

हिमाचल सरकार के इस फरमान पर न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान रामेश्वर दास महाराज ने कहा कि हमारा राज्य सरकार को सुझाव है कि जो भी बड़े मंदिर प्रदेश में हैं, उनसे जो आय होती है उसका उपयोग मंदिर के काम-काज में लगाना चाहिए। इसके अलावा जो पैसा बचता है वह पैसा छोटे मंदिरों के उपयोग में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसलिए, सरकार को मंदिरों की आय को नहीं लेना चाहिए। क्योंकि, बहुत ऐसे मंदिर हैं जहां पर आय का स्त्रोत नहीं है। सरकारी योजनाओं के लिए मंदिर का पैसा लेना उचित नहीं है। हम सरकार के फरमान से सहमत नहीं हैं।

बता दें कि हिमाचल सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है। सरकार ने अपने अधीन 35 मंदिरों को फरमान जारी कर कहा है कि सरकारी योजनाओं के लिए पैसे दें। सरकार के इस फरमान का विपक्ष ने विरोध किया है। भाजपा ने कहा है कि विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को लेकर विधानसभा से लेकर सड़क तक आवाज उठाएंगे। वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के इस फरमान पर देशभर के हिंदू-संत भी नाराज हो गए हैं।

हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार एक तरफ सनातन का विरोध करती है, हिंदू विरोधी बयान देती है और दूसरी तरफ देवी-देवताओं के मंदिरों से ही पैसा लेकर सरकार की फ्लैगशिप योजना चलाना चाह रही है। राज्य सरकार द्वारा मंदिरों से पैसा मांगा जा रहा है, इसके लिए अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है कि जल्दी से जल्दी पैसा सरकार को भेजा जाए। सरकार के इस फैसले का भाजपा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि मंदिर और ट्रस्ट के लोगों के साथ आम जनता को भी कांग्रेस सरकार के इस फैसले का विरोध करना चाहिए।