*कार्य के साथ कार्यकर्ताओं की भी चिंता करते थे राम विलास -श्रीप्रकाश*
आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यालय प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैय्या' सदन पर संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता स्व0 राम विलास मिश्र की श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वक्ताओं ने उनके जीवन संबंधित संस्मरण सुनाए । *विभाग सामाजिक समरसता संयोजक कृपाशंकर द्विवेदी जी ने* कहा -- स्व0 राम विलास जी संघ सरिता में स्वयं को डाल दिया। वे सामान्य कृषक परिवार से गांव के कार्यकर्ता थे।
कार्य करते हुए मंडल कार्यवाह बने तो संवेदनशील स्थानों पर भी कूरेभार में बाइस शाखाएं खड़ी की । स्वयंसेवक के परिवार तक निकटता रखते थे। स्वयंसेवकों के संकट में राम विलास जी खङे रहते थे। मुश्किल कार्य आसानी से निपटा लेते थे। स्वाभिमानी व्यक्तित्व के स्व0 राम विलास जी सतत् चलने वाले थे । श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में बढ़-चढ़कर कर हिस्सा लिया। संघ में अपार विश्वास रखते थे। शिशु मंदिर में आचार्य रहते हुए भी पूरा परिश्रम किया। कई विद्यालयों को खङा किया। छोटी सी दुकान थी।उनका संदेश होता था कि अपने लिए स्वावलंबी व मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दीजिए। *ज्योति जला निज प्राण की, बाती गढ़ बलिदान की ......* सह जिला कार्यवाह शक्ति जी संचालन करते हुए बोले।
*विभाग पर्यावरण संयोजक श्री राकेश जी* ने कहा - राम विलास जी संघ को जीने वाले थे। संघ के लिए समर्पित जीवन था। अंतिम शब्द उन्होंने जय श्रीराम कहा । महाकुंभ से रामजन्मभूमि दर्शन को जा रहे श्रद्धालुओं की सेवा करते हुए दुर्घटना में परलोक वासी हो गए। उनका विचार और कृतित्व बहुत ही सुन्दर था। बहुत अभाव में जीवन जीते हुए भी उन्होंने अपने लिए कभी कुछ किसी से कहते नहीं थे। *भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ आर0ए0 वर्मा* ने कहा - रामविलास जी समाज व स्वयंसेवकों के लिए संघर्षरत रहते थे। आज़ हमारे बीच में नहीं है लेकिन एक उदाहरण दे गए कि कैसे समाज की चिंता करें। *विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश जी* ने "कबिरा जब पैदा हुए जग हंसे हम रोए..." से शुरुआत करते हुए कहा उनकी जितनी सराहना करूं तो समय कम पङेगा। उनमें स्वयंसेवक के सभी गुण थे। कार्य की चिंता करते हुए, कार्यकर्ताओं की भी चिंता करते थे । यह उनके भीतर कूट-कूट कर भरा था। उनका असमय जाना संघ और समाज के लिए अपूर्णीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है। राम विलास जी का जीवन अनुकरणीय व विराट व्यक्तित्व था। राम विलास जी हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनके द्वारा संघ और समाज के लिए किया गया कार्य आज उनकी याद दिला रहा है और दिलाता रहेगा। ईश्वर से विनती करते हुए कि ईश्वर उनको अपने श्रीचरणों में स्थान दें व परिजनों को सहनशक्ति प्रदान करे। *जिला संघचालक डॉ अवधेश तिवारी जी* कहा - रामविलास जी के लिए हर काम आसान था । श्रम चाहे जितना करना पङे कभी हार नहीं मानते थे। काम को पूरा करने के बाद ही छोङते थे। संघ का स्वयंसेवक कैसे जीवन जीता है इस बात के उदाहरण राम विलास जी थे। वक्ताओं के उद्बोधन पश्चात सभी ने क्रमशः स्व0 रामविलास जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया और दो मिनट का मौन रखा। तत्पश्चात पूर्णता मंत्र हुआ । अंत में विभाग संघचालक डॉ0 ए0के0 सिंह जी ने राम विलास जी को प्रत्येक कार्यकर्ता व समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए श्रद्धांजलि सभा के समापन की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन सह जिला कार्यवाह शक्ति पाठक ने किया। इस अवसर पर नगर संघचालक अमरपाल, जिला प्रचारक आशीष, माता प्रसाद शुक्ल, अभिषेक शुक्ल, नगर कार्यवाह अजय, शशिकांत पांडेय, रूपेश सिंह, अर्जुन सिंह, अशोकलाल श्रीवास्तव, सीए सौरभकांत, डॉ राजीव उपाध्याय निदेशक केएनआईटी, शुभेंदु राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एबीवीपी, लक्ष्मण, सत्यदेव सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विचार परिवार के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
Mar 03 2025, 18:50