तीन अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को आतंकवाद से जुड़े होने के आरोप में किया गिरफ्तार

डेस्क:–पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि उसने मालदा जिले के बामनगोला से तीन अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को आतंकवाद से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने तीनों को जिस स्थान से गिरफ्तार किया गया, वह बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 10 किलोमीटर दूर है और यह बामनगोला पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

पुलिस ने तीनों को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया। सूचना में बताया गया कि वे अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हैं, जो कुछ दिन पहले किसी खास इरादे से भारतीय सीमा में घुसे थे। जिस स्थान से उन्हें गिरफ्तार किया गया वह सड़क और रेलवे नेटवर्क दोनों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों ने माना कि वे बांग्लादेशी हैं और कुछ दिन पहले ही भारतीय सीमा में दाखिल हुए हैं। लेकि‍न भारत आने के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। जांच अधिकारियों को उनके आतंकि‍यों से संबंध होने का संदेह है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए मालदा रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक दीप नारायण मुखोपाध्याय बामनगोला थाने गए और उनसे पूछताछ की। हालांकि, उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करने से इनकार कर दिया। हाल ही में, पड़ोसी देश बांग्लादेश में संकट की स्थिति के मद्देनजर, राज्य और केंद्र दोनों की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकट गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है।
पुणे के बस स्टैंड पर हुए दुष्कर्म मामले के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

डेस्क:– पुणे के स्वारगेट बस स्टैंड पर हुए दुष्कर्म मामले के आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोपी को शुक्रवार की रात को पुणे पुलिस ने पुणे की शिरूर तहसील से आधी रात के आसपास हिरासत में लिया। वहीं, पुलिस अब उससे पूछताछ करेगी।

हिस्ट्रीशीटर गाडे (37) ने मंगलवार सुबह एसटी बस के अंदर कथित तौर पर महिला के साथ दुष्कर्म किया था और फरार हो गया था। पुलिस ने गुरुवार को पुणे जिले के शिरूर तहसील में स्थित गन्ने की फसल के इलाकों में तलाशी अभियान के तहत खोजी कुत्तों और ड्रोन को भी तैनात किया था।

गाडे, पुणे और अहिल्यानगर जिले में चोरी, डकैती और चेन-स्नैचिंग के आधा दर्जन मामलों में नामित है। वह एक अपराध में 2019 से जमानत पर बाहर है। आरोपियों को पकड़ने के लिए राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस की 13 टीमें तैनात की गईं।

पुलिस ने आरोपी की सूचना देने वाले के लिए 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। सूचना देने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाएगा। बता दें कि आरोपी गाडे के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। वह 2019 में जमानत पर बाहर आया था। उसके खिलाफ पुणे और अहिल्यानगर में चोरी, डकैती और स्नेचिंग के मामले दर्ज हैं।

घटना मंगलवार को सुबह 6 बजे के आस-पास हुई। युवती बस स्टैंड पर खड़ी होकर सतारा जिले के फलटण जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी। तभी आरोपी ने उसे अपनी बातों में ले लिया और स्टैंड पर ही खड़ी दूसरी खाली बस में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी सब्जियों से भरे ट्रक में बैठकर फरार हो गया। वह अपने घर की तरफ भागा, जहां उसने कपड़े और जूते बदल लिए। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंद ने कहा कि ऐसे लोगों को फांसी पर लटका देना चाहिए।

पुणे दुष्कर्म कांड राजनीतिक मुद्दा भी बनता जा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) एवं राकांपा (शरदचंद्र पवार) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को स्वारगेट बस अड्डे पर जाकर तोड़फोड़ की, और बस अड्डे की सुरक्षा में लापरवाही बरतनेवाले अधिकारियों को हटाने की मांग की।
आजमगढ़ पुलिस ने अवैध हथियारों की फैक्ट्री का किया पर्दाफाश, सात तमंचे साथ आरोपी गिरफ्तार

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी लालधारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से सात निर्मित, तीन अर्धनिर्मित तमंचे और अन्य सामान बरामद किया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि थाना तहबरपुर पुलिस और एसओजी को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अवैध शस्त्र बनाना का काम करता है। सूचना पर टीम ने दबिश दी और लालधारी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।

लालधारी के पास से सात निर्मित तमंचा, तीन अर्धनिर्मित तमंचे, 315 बोर का एक मिस कारतूस, छह नाल अर्धनिर्मित और इसके अलावा 167 सामान व औजार बरामद किए हैं। इन औजारों का तमंचा बनाने में उपयोग किया जा रहा था। उसमें 1 ड्रिल मशीन, 10 ड्रिल मशीन के बिट (वर्मा), 2 ड्रिल मशीन का पाना, 1 ग्राइंडर मशीन, रेगमार्क के 6 पीस, 6 सरिया काटने की डिस्क, एक पांच किग्रा का बाट, 10 प्लास, एक बड़ा हथौड़ा, सुम्मी, छेनी, आरी, 13 पेचकस, स्प्रिंग, एक नाल का होल सेट करने वाला ठासा इस तरह कुल 167 सामान शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि आरोपी पूर्व में भी अवैध शस्त्र बनाने के लिए जेल जा चुका है। उसके खिलाफ पूर्व में 12 मुकदमें दर्ज हैं। आरोपी के गिरोह की जानकारी पुलिस द्वारा की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि आसपास के जिलों से जो भी उसे ऑर्डर देते था, उसके लिए तमंचा बनाता था। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जिन लोगों ने आरोपी से तमंचा खरीदा है, इसकी भी जांच की जा रही है। उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
संभल हिंसा के 17 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। इस मामले में जेल में बंद 17 आरोपियों की कोर्ट ने गुरुवार को जमानत याचिका खारिज कर दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट इससे पहले 42 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर चुका है। बवाल के आरोप में जेल में बंद अब तक कुल 59 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है। कोर्ट का कहना है कि सभी आरोपियों पर गंभीर आरोप हैं। शासकीय अधिवक्ता हरिओम प्रकाश सैनी ने गुरुवार को बताया कि शाही जामा मस्जिद प्रकरण में 29 लोगों के प्रार्थना पत्र पहले खारिज हो चुके हैं। कोर्ट में आज 17 जमानत याचिकाओं पर सुनवाई हुई है। सभी 17 याचिकाओं को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कुल मिलाकर अब 59 आरोपियों की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है।

जानकारी के अनुसार, संभल हिंसा मामले में 80 आरोपी जेल में बंद हैं। हालांकि, आरोपी पक्ष के वकीलों ने हाल में जमानत याचिका खारिज होने पर हाईकोर्ट जाने की बात कही थी। संभल के एसपी कृष्ण बिश्नोई ने शुक्रवार (21 फरवरी) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया था कि 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा के मामले में अब तक कुल 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें से सात मामले संभल कोतवाली, चार मामले नखासा थाने और एक जीरो एफआईआर मुरादाबाद में दर्ज की गई है। छह मामलों में पुलिस ने चार्जशीट पेश कर दी है। सबसे पहले लिखी गई दो एफआईआर में उपनिरीक्षक शाह फैसल की पर्सनल बुलेट और सरकारी गाड़ियों को आग लगाने का प्रयास किया गया। सरकारी गाड़ी जल गई, जबकि उपनिरीक्षक की पर्सनल गाड़ी को जलने से बचा लिया गया। सीसीटीवी के आधार पर इस मामले में 23 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।

योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सफल हुआ महाकुंभ:सतुआ बाबा

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य और दिव्य महाकुंभ का 26 फरवरी महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आखिरी स्‍नान के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।

महाकुंभ के समापन पर जगत गुरु संतोष दास सतुआ बाबा ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेला देश की एकता के प्रतीक के रूप में इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। करोड़ों लोगों ने महाकुंभ आकर अपना विश्वास प्रकट किया और एकता का संदेश दिया है। 60 करोड़ से अधिक लोग महाकुंभ में पवित्र स्नान कर अपने घर लौटे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने समर्पण और नेतृत्व के माध्यम से इस कुंभ को अपने दैनिक कार्यक्रम में शामिल किया और सुनिश्चित किया कि हर विभाग इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास करें, जिसे दुनिया ने स्वीकार किया। 13 अखाड़ों के सभी महापुरुषों ने दिव्य और भव्य महाकुंभ में पवित्र स्नान किया। भारत में सनातन से जुड़े सभी लोग यहां पर पहुंचे। इतिहास के पन्नों पर यह महाकुंभ अमर रहेगा। इस कुंभ से विश्व में शांति का संदेश गया है।

बता दें कि इस महाकुंभ में तीन अमृत स्नान हुए। राजनीति से जुड़े दिग्गज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचे। फिल्म, खेल जगत के चेहरे भी कुंभ में सनातन परंपरा से रूबरू होते हुए नजर आए। विदेशों से भी लोग यहां पहुंचे। सभी ने भव्य और दिव्य महाकुंभ का अनुभव लिया। यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार और मेला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था को सराहा। रेलवे द्वारा मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।
महाकुंभ संपन्न, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कर्मचारियों का जताया आभार

डेस्क:–संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान के साथ संपन्न हो गया है। महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इस बीच, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सुबह प्रयागराज जंक्शन पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी।

महाकुंभ के दौरान रेलवे ने देशभर से कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया। इस दौरान रेलवे की ओर से प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिसके चलते करोड़ों श्रद्धालु अपने गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुंच पाए। रेलवे की इस उपलब्धि के मद्देनजर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन का दौरा कर यहां तैनात लोगों से मुलाकात की और महाकुंभ के दौरान किए गए कामों के लिए उनकी सराहना भी की।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाकुंभ के दौरान रेलवे प्रशासन, सीआरपी और जीआरपी ने सभी विभागों में अच्छा काम किया है। मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने एकजुट होकर मेहनत की। ये महाकुंभ हमारी आस्था और एकता का प्रतीक है। मैं पीएम मोदी का आभार जताता हूं, जिनके नेतृत्व में इतना बड़ा धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ।

उन्होंने कहा, "दुनियाभर से लोग यहां आए और उन्होंने महाकुंभ में स्नान किया। रेलवे की तरफ से 13 हजार ट्रेनें चलाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन 16 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन किया गया। रेलवे ने करीब साढ़े 4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को लाने और ले जाने का काम किया।
Xiaomi 15 ULTRA  दमदार फीचर्स के साथ जल्द होगा लॉन्च


डेस्क:–Xiaomi कंपनी जल्द ही अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन लॉन्‍च करने की तैयारी में है। Xiaomi ने स्मार्टफोन 15 ULTRA को लॉन्‍च करने की तारीख पक्की कर दी है। बता दें कि Xiaomi 15 ULTRA सबसे पहले चीन के बाजार में लॉन्‍च किया जाएगा। 27 फरवरी को चीनी बाजार में इस स्मार्टफोन को लॉन्‍च किया जाएगा। भारतीय बाजार में यह स्मार्टफोन 3 मार्च को लॉन्‍च किया जाएगा।

Xiaomi 15 ULTRA में कई बड़े फीचर जैसे 6000 MAH की बड़ी बैटरी, बैटरी को चार्ज करने के लिए 50W का चार्जिंग सपोर्ट, क्वाड कर्वड डिस्पले, दमदार SNAPDRAGON 9 ELITE प्रोसेसर और बेहतर फोटो कैप्चर करने के लिए 200MP का पेरिस्पोक लैंस, 50MP का मेन, अलट्रा वाईड और टेलिफोटो लैंस मिलने की उम्मीद है।

Xiaomi 15 ULTRA को 27 फरवरी की शाम 7 बजे चीन में एक इवेंट के दौरान लॉन्च किया जाएगा। वहीं भारत में इस स्मार्टफोन को 2 मार्च में लॉन्च किया जा सकता है। कीमत की बात करें तो भारतीय बाजार में इस स्मार्टफोन की कीमत लगभग 1 लाख रुपये से अधिक हो सकती है। वहीं भारतीय बाजार में मौजूद Xiaomi 14 Ultra की कीमत लगभग 1 लाख रुपये है।
साइबर अपराध रोकने के लिए Google का नया कदम, अब SMS से नहीं, QR कोड से होगा वेरिफिकेशन

डेस्क:–देशभर में बढ़ते साइबर अपराध को लेकर Google, सिक्योरिटी पर खास ध्यान रखता है। अब Google ने Gmail में प्राइवेसी को बढ़ाने के लिए QR कोड से वेरिफिकेशन को जल्द लागू करने वाला है। बता दें कि अभी 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन SMS के जरिए किया जाता है। लेकिन अब इस ऑथेंटिकेशन को बंद कर दिया जाएगा। इसके बदले QR कोड टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को लागू किया जाएगा।

Gmail को अधिक सुरक्षित करने के लिए QR कोड टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का प्रयोग किया जाएगा। यूजर्स को Gmail लॉगिन करने के लिए स्मार्टफोन के कैमरा से QR कोड को स्कैन करने पड़ेगा, जिससे यूजर्स सुरक्षित तरीके से Gmail को लॉगिन कर सकते है। इस बारे में Gmail के प्रवक्ता रॉस रिचेंडरफर ने जानकारी देते हुए कहा कि SMS से जुड़े बढ़ते दुरुपयोग को रोकने के लिए QR कोड टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का कदम उठाया गया है।

SMS से आधारित 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की शुरूआत वर्ष 2011 में की गई थी लेकिन अब बढ़ते साइबर अपराध के कारण यह टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अब इतना सुरक्षित नहीं है। पहले Gmail लॉगिन करने के लिए 6 अंको का OTP आता था उसके आधार पर Gmail लॉगिन किया जाता था। अब सुरक्षा के कारण QR कोड टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का प्रयोग किया जाएगा।

महाकुंभ में वायु प्रदूषण नियंत्रण का बना रिकॉर्ड,महाकुंभ में 62 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

डेस्क:–प्रयागराज महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई है। श्रद्धालुओं की हजारों की संख्या में चार पहिया वाहन भी महाकुंभ क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं, बावजूद इसके महाकुंभ नगर की आबोहवा प्रदूषित नहीं हुई है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की तरफ से जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स से यह बात सामने आई है।महाकुंभ में देश की 60 फीसदी से अधिक आबादी संगम के पावन जल में पुण्य की डुबकी लगाकर चली गई। लाखों चार पहिया वाहन भी यहां रहे। बावजूद इसके महाकुंभ क्षेत्र की आबोहवा सेहत के लिए खराब नहीं हुई है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों से इसे बल मिला है।


केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के पर्यावरण कंसल्टेंट इंजीनियर शहीक शिराज ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि महाकुंभ के दौरान वायु की गुणवत्ता के मामले में महाकुंभ क्षेत्र ग्रीन जोन में बना हुआ है। उनके मुताबिक, 13 जनवरी पौष पूर्णिमा को महाकुंभ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 67 था। इसी तरह 14 जनवरी मकर संक्रांति को 67, 29 जनवरी मौनी अमावस्या को 106, 03 फरवरी बसंत पंचमी को 65 और 12 फरवरी माघी पूर्णिमा को 52 रहा है। गौरतलब है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के अंदर अच्छा माना जाता है और 100 से 150 के बीच मॉडरेट। इस तरह महाकुंभ में केवल मौनी अमावस्या की हवा की गुणवत्ता थोड़ी सी मॉडरेट थी। इसके अलावा सभी दिनों हवा की गुणवत्ता अच्छी रही है। महाकुंभ के दौरान 42 दिन पूरा क्षेत्र ग्रीन जोन में रहा है।

प्रयागराज महाकुंभ आने के लिए अभी भी आस्था का जनसैलाब उमड़ रहा है। डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों का भी रेला है, बावजूद इसके लगातार 42 दिन से शहर वायु की गुणवत्ता को लेकर ग्रीन जोन में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के अधिकृत ऐप समीर में दर्ज देश के विभिन्न शहरों की जनवरी और फरवरी के महीने की वायु गुणवत्ता की रिपोर्ट के तुलनात्मक आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान महाकुंभ की स्थिति चंडीगढ़ से भी बेहतर रही है। पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को चंडीगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक 253 , 14 जनवरी मकर संक्रांति को 264, 29 जनवरी को 234, 3 फरवरी बसंत पंचमी को 208 और 12 फरवरी माघ पूर्णिमा को 89 था।

महाकुंभ के समय वायु प्रदूषण में इस नियंत्रण की वजह नगर निगम प्रयागराज की नियमित मॉनिटरिंग और इस बार की गई कई पहल मानी जा रही है। नगर निगम प्रयागराज के अवर अभियंता राम सक्सेना बताते हैं कि वायु प्रदूषण की समस्या से बचने के लिए नगर निगम ने 9,600 कर्मियों को काम में लगाया। इसके अलावा, 800 से अधिक स्वच्छता कर्मी भी पूरे समय सक्रिय रहे। वॉटर स्प्रिंकलर से लगातार पानी का छिड़काव उन इलाकों में किया गया, जहां वायु प्रदूषण की संभावना थी। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा रात में शहर की सड़कों की धुलाई की जाती रही। जल निगम से 10 हजार लीटर के 8 बड़े और तीन हजार लीटर के 4 छोटे पानी के टैंकर लिए गए। शहर के व्यस्ततम चौराहों में शामिल एमएनआईटी चौराहा तेलियरगंज, झूंसी आवास विकास और नगर निगम कार्यालय में तीन जगहों पर एंटी पलूशन सेंसर लगाए गए, जहां प्रतिदिन स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव होता रहा।

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गिनीज बुक में दर्ज होगा महाकुंभ का स्वच्छता अभियान

डेस्क:–चार्टर्ड अकाउंटेंट धीरज अग्रवाल ने कहा कि किसी भी मेले में एक समय में 12,000 से 15,000 सफाई कर्मियों का एक जगह पर इकट्ठा होना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने आगे कहा कि एक मेले में एक ही समय में 12,000 से 15,000 लोगों का एक साथ काम करना बड़ी बात है, यह विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है।

4 घाटों पर तीन से चार हजार सफाई कर्मी हैं और हमारी चार टीम लगी हुई हैं और वो चेक कर रही हैं। हमें यहां पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की तरफ से आउटर अपॉइंट किया गया है। हर सफाई कर्मचारी को क्यू आर कोड दिया गया और उसको स्कैन किया जाएगा। हम गिनती करके गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स वालों को अपनी फाइनल रिपोर्ट देंगे। जिससे ये मालूम हो जाएगा कि कुल कितने लोगों ने एक साथ काम किया। महाकुंभ में 60 से 65 करोड़ लोग एक साथ आए हुए हैं। 12 से 15 हजार लोगों का एक साथ काम करना ये भी बड़ी उपलब्धि है।

वहीं, प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि सनातन संस्कृति का यह पावन पर्व महाकुंभ सामाजिक एकता का कुंभ है। स्वच्छता का कुंभ है। पर्यावरण संरक्षण का कुंभ है। ऐसे अनेक प्रकार के संदेश इस महाकुंभ के पावन अवसर पर गए हैं। एक तरफ जहां लोग आस्था लेकर के मां गंगा, जमुना, सरस्वती में पवन डुबकी लगा रहे हैं और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लेकर के जा रहे हैं। निश्चित रूप से इस सकारात्मक ऊर्जा से पूरे समाज, पूरे देश और पूरे विश्व के अंदर एक सामाजिक परिवर्तन होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया तो स्वयं अपने हाथों में झाड़ू उठाई। तमाम विरोधियों ने कहा कि पीएम मोदी के पास कोई दूसरा काम नहीं है क्या? लेकिन आप कल्पना कीजिए कि इस मुहिम से देश के करोड़ों जो निर्धन गरीब परिवार थे उनको बहुत बड़ी राहत मिली है। स्वच्छ भारत मिशन के अभियान से जो अनेक प्रकार के सैकड़ों प्रकार की संक्रामक बीमारियां थी, उनका उन्मूलन हुआ है।