लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शूटर जीतू एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर

लखनऊ । यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट की बदमाशों के साथ थाना मुंडाली मेरठ क्षेत्र में मुठभेड़ हुई है। जिसमे एक बदमाश गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसको उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है । घायल बदमाश की पहचान जीतू उर्फ जितेन्द्र निवासी आसौंदा सिवान थाना आसौंदा जिला झज्झर हरियाणा के रूप में हुई है। जिस पर गाजियाबाद से थाना टीला मोड़ के 2023 के हत्या के केस में वांछित होने पर एक लाख का ईनाम घोषित हो रखा था ।

जेल में रहने के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया था

एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि जितेंद्र ने 2016 में झज्झर में एक डबल मर्डर कर रखा था । जिसमे उसको आजीवन कारावास हो गया था । इसी मुकदमे में 2023 में पैरोल पर आया था पर पैरोल जम्प करके फरार हो गया और सुपारी लेकर थाना तिलामोड़ ग़ाज़ियाबाद में कई गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसमे 2023 से फरार चल रहा था । जेल में रहने के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया और फरारी के बाद गैंग के सदस्यों के साथ काम करने लगा था।

अंधरे का फायदा उठाकर जीतू के अन्य साथी फरार

अमिताभ यश ने बताया कि बुधवार की तड़के सुबह एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में जीतू को गोली लग गई। जिसकी वजह से वह जमीन पर गिर गया, जबकि उसके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग निकले। एसटीएफ की टीम ने घायल जीतू को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जीतू पर कुल आठ मुकदमे दर्ज है।

आपराधिक इतिहास

1- केस नम्बर 333/16 us 379 A IPC , 25 Arms Act थाना सदर , बहादुर गढ़ झज्झर हरियाणा ( दिनाक 29-8-18 को पाँच साल की सजा कोर्ट से हुई )

2- केस नम्बर 609/16 us 398/401 ipc 25 Arms Act थाना सदर बहादुरगढ़ झज्झर हरियाणा

3- केस नम्बर 376/16 us 449/302/120B IPC 25 Arms Act थाना सदर बहादुरगढ़, झज्झर ( दिनाक 3-2-18 को कोर्ट से आजीवन सजा हुई )

4- केस नम्बर 341/16 us 392/ 397/342/379 IPC 25 Arms Act थाना सदर , बहादुरगढ़ झज्झर हरियाणा ( दिनांक 29-8-18 को कोर्ट से दस वर्ष की सजा हुई )

5- केस नम्बर 697/16 us 394/34 IPC , 25 Arms Act थाना सदर झज्झर

6- केस नम्बर 293/16 us 392/34 IPC थाना कंझवाला दिल्ली ( वांछित)

7- केस नम्बर 394/16 us 382/24/411 IPC थाना विकासपुरी दिल्ली

8- केस नम्बर 611/23 us 147/148/149/302/34 IPC,थाना तिलामोड़ गाजियाबाद

पुलिसकर्मियों को चाहिए की जो भी समय मिले उसमें ध्यान और योग व मार्निंग वाक जरूर करें: पूर्व डीजीपी

लखनऊ । डीजीपी प्रशान्त कुमार के निर्देश पर एक अभिनव पहल करते हुए पुलिस द्वारा “Beyond the Badge” नामक पॉडकास्ट के श्रृंखला की शुरूआत की गयी है। उक्त पॉडकास्ट के पांचवें एपिसोड में डीएसपी तनु उपाध्याय से यूपी पुलिस के पूर्व DGP ओपी सिंह द्वारा महाकुम्भ सहित अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस का लाइफ तनावपूर्ण व्यवस्था रहती है। ऐसे में पुलिसकर्मियों को चाहिए की जो भी समय मिले उसमें ध्यान और योग व मार्निंग वाक जरूर करें।

पूर्व डीजीपी ने अपने अनुभवों को किया साझा

महाकुम्भ पर चर्चा के दौरान ओ.पी. सिंह द्वारा बताया गया कि रिटायरमेंट के बाद यह उनका पहला कुंभ है। वर्ष 1977 में उन्होंने सर्वप्रथम कुंभ का एक छात्र के रूप में भ्रमण किया था, तत्समय वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक कर रहे थे, तत्पश्चात 1989 के कुंभ में एक पुलिस अधिकारी के रूप में कुंभ को नजदीक से देखा तब वह एसपी सिटी इलाहाबाद के पद पर नियुक्त थे, इसके उपरांत वर्ष 1995 के कुंभ के दौरान बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इलाहाबाद के रूप में उनके द्वारा न केवल कुंभ को नजदीक से देखा गया बल्कि भीड़ एवं यातायात प्रबंधन की योजनाओं को बनाकर उनको लागू किया गया ।

पुलिस अधिकारी के रूप में कुंभ से उनका बहुत पुराना नाता रहा

2019 के कुंभ में उन्होंने डीजीपी के रूप में कुंभ से संबंधित समस्त कार्यवाहियों एवं व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करके कुम्भ को सकुशल सम्पन्न कराया गया था । इनके द्वारा बताया गया कि कुंभ का अनुभव प्रत्येक पुलिस अधिकारी के लिए बहुत ही जरूरी है एवं एक विद्यार्थी और एक पुलिस अधिकारी के रूप में कुंभ से उनका बहुत पुराना नाता रहा है। ओ.पी. सिंह के द्वारा सिविल सर्विस में आने के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि मैं बिहार का रहने वाला हूं और उस समय वहां की सोशियो इकोनामिक स्थिति अच्छी नहीं थी, जिस कारण बिहार के अधिकांश मेधावी छात्र की पहली रुचि सिविल सर्विस हुआ करती थी, जिस कारण मैं भी शुरू से ही सिविल सर्विस में जाने के लिए प्रेरित था ।

अपने अनुभवों एवं उपलब्धियों को पॉडकास्ट के जरिए साझा किया

ओपी सिंह के द्वारा 2014 से 2020 तक के 06 वर्षों में क्रमशः एनडीआरएफ, सीआईएसएफ तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रमुख के रूप में किए गए कार्य को बेहद ही चुनौती पूर्ण बताते हुए इस दौरान के अपने अनुभवों एवं उपलब्धियों को पॉडकास्ट के जरिए साझा किया गया । ओ.पी. सिंह के द्वारा अपनी लिखी हुई पुस्तक Crime, Grime and Gumption: Case Files of an IPS Officer के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि पुलिस का कार्य अनुभव और संवेदनाओं का मिश्रण होता है तथा इसी अनुभव और संवेदनाओं को लोगों के सामने रखने के लिए उनके द्वारा यह पुस्तक लिखी गई है। ओ.पी. सिंह द्वारा चर्चा के दौरान वर्क और लाइफ को बैलेंस करने के लिए ध्यान, योग और व्यायाम के महत्त्व पर बल देते हुए प्रत्येक पुलिस कर्मी को स्वस्थ रहने का सन्देश दिया और कहा कि पुलिस कर्मी जब मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होंगे तो उसकी व्यावसायिक दक्षता भी बेहतर होगी ।

महाशिवरात्रि के दृष्टिगत लखनऊ पुलिस द्वारा कड़े सुरक्षा प्रबंध

लखनऊ । महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट द्वारा शहर में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। शिवभक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। शहर के प्रमुख धार्मिक प्रतिष्ठानो, शिवालयों, जैसे नागेश्वर महादेव मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर, श्री ओंकारेश्वर मंदिर, बुद्धेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य प्रसिद्ध मंदिरों व संवेदनशील स्थानों पर कुल 5 कम्पनी पीएसी व 350 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

सिविल डिफेन्स, डिजिटल वॉलन्टियर भी लगाये गए

इसके अलावा सिविल डिफेन्स, डिजिटल वॉलन्टियर , विशेष पुलिस बल के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था के लिए जन सहयोग,सामुदायिक पुलिसिंग हेतु विशेष प्रबन्ध किये गये है। समस्त स्थानीय पुलिस बल को संवेदनशील स्थानों पर पोस्टर पार्टी के माध्यम से सतत निगरानी हेतु निर्देशित किया गया है। इन मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या को व्यवस्थित करने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है एवं समस्त पुलिस बल को सतर्कता बरतने के लिए निर्देशित किया गया है।

मंदिरों और संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी

महाशिवरात्रि के मद्देनजर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट द्वारा शहर के संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मंदिर परिसरों में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है, जिससे हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। ड्रोन कैमरों की सहायता से प्रमुख मंदिरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी की जा रही है। स्थानीय पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है और पैदल गश्त भी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

यातायात प्रबंधन और ट्रैफिक डायवर्जन

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है, ताकि दर्शन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। प्रमुख मंदिरों के आसपास यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है और अव्यवस्था से बचने के लिए बैरिकेडिंग की गई है। ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त जवानों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में तैनात किया गया है, जिससे दर्शन करने आने वाले भक्तों को परेशानी न हो।

महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान

महाशिवरात्रि पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर विशेष प्रबंध किए गए हैं। प्रमुख मंदिरों पर महिला पुलिसकर्मियों की विशेष तैनाती की गई है, ताकि महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही, मंदिर परिसरों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।

आपातकालीन सेवाएं और प्रशासन की अपील

महाशिवरात्रि के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यूपी 112, एंबुलेंस और दमकल विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें। सोशल मीडिया पर किसी भी भड़काऊ या आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें और महाशिवरात्रि पर्व को शांति एवं सौहार्द के साथ मनाएं।

महाशिवरात्रि: बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

लखनऊ। राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के पौराणिक तीर्थस्थल श्री लोधेश्वर महादेवा में श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा है। अब तक डेढ़ लाख से अधिक कांवड़िए महादेवा पहुंच चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर यातायात में परिवर्तन किया है और हाईवे पर वाहनों का प्रवेश रोक दिया है।

- हाईवे पर बैरियर और यातायात डायवर्जन

महाशिवरात्रि के दिन भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने बाराबंकी-बहराइच हाईवे को कांवड़ियों के लिए विशेष रूप से खोल दिया है, जिसे अब 'शिव पथ' का रूप दे दिया गया है। इस मार्ग से केवल कांवड़िए ही गुजर रहे हैं, जबकि अन्य सभी वाहनों को लखनऊ-अयोध्या हाईवे से डायवर्ट कर दिया गया है। कांवड़िए लखनऊ-अयोध्या हाईवे से बाराबंकी पहुंचने के बाद शहर के भीतर से होते हुए लगभग 40 किमी की यात्रा करते हुए महादेवा जा रहे हैं।

- सुरक्षा और आवागमन में सुविधाएं

यह सुनिश्चित करने के लिए कि कांवड़ियों को कोई असुविधा न हो, प्रशासन ने हाईवे पर बैरियर लगाकर यातायात डायवर्ट किया है। इस मार्ग पर केवल एंबुलेंस, दूध वाहन और अन्य आवश्यक सेवाओं को अनुमति दी गई है। छात्रों और शिक्षकों के लिए विशेष अनुमति भी प्रदान की गई है, ताकि बोर्ड परीक्षाओं में कोई रुकावट न हो।

- एसपी बाराबंकी ने की सहयोग की अपील

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कांवड़ियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस व्यवस्था की जानकारी दी और आम जनता से अपील की कि वे यात्रा के दौरान धैर्य बनाए रखें, यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा करें।

सरकारी कार्यालयों व भवनों में स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश, 31 मार्च तक पूरा करना होगा कार्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों और भवनों में स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश जारी किया है। इस कार्य को 31 मार्च तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

अब तक, स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य मौखिक आदेश के तहत चल रहा था, लेकिन अब इस पर लिखित आदेश जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन ने दावा किया है कि अब तक करीब 2000 से अधिक सरकारी भवनों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं।

जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि इस महत्वपूर्ण कार्य को समय सीमा, यानी 31 मार्च तक, पूरा करना अनिवार्य होगा। हालांकि, अब तक इस योजना की प्रगति अपेक्षाकृत धीमी रही है, जिसके कारण सरकार ने इस काम में तेजी लाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। स्मार्ट मीटर लगाने से सरकारी कार्यालयों व भवनों की ऊर्जा खपत पर बेहतर निगरानी रखी जा सकेगी और बिजली बिलों में पारदर्शिता आएगी।

नगर विकास मंत्री ने वाराणसी से निकाय कार्यों की वर्चुअल समीक्षा कर दिए जरूरी निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने रविवार को वाराणसी से वर्चुअल बैठक के माध्यम से प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में सफाई, जलापूर्ति, कूड़ा प्रबंधन, प्रकाश व्यवस्था और स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने महाशिवरात्रि, महाकुंभ, होली और स्वच्छ सर्वेक्षण के मद्देनजर विशेष दिशा-निर्देश दिए।

श्री शर्मा ने कहा कि सभी नगर निगमों और निकायों को महाशिवरात्रि और महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि शिवालयों के पास साफ-सफाई, जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था और कूड़ा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही, महाकुंभ के मुख्य मार्गों पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण वहां की सफाई, सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई और कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

नगर विकास मंत्री ने सफाई, जलापूर्ति, शौचालय सफाई और कूड़ा प्रबंधन के लिए सभी निकायों को मैन और मशीन का समुचित उपयोग करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी शिकायत पर जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र की साफ-सफाई, जलापूर्ति, शौचालय सफाई और कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखने के लिए निकायों को निरंतर निगरानी रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक शौचालयों के साथ मोबाइल और पोर्टेबल शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। इसके अलावा, स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए सभी निकायों को विशेष निर्देश दिए गए कि वे सफाई कार्यों को प्राथमिकता देते हुए बेहतर प्रबंधन करें ताकि सर्वेक्षण में अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकें। उन्होंने सभी निकायों से कहा कि स्वच्छता से संबंधित किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर नगर निगम और अन्य निकायों के मार्गों से अतिक्रमण हटाया जाए। पार्किंग व्यवस्था को व्यवस्थित किया जाए और अवैध पार्किंग को रोका जाए। इसके साथ ही, गोवंश के संरक्षण के लिए गो आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया जाए और उनकी साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।

नगर विकास मंत्री ने प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और सभी निकायों से कहा कि वे प्लास्टिक के उपयोग को प्रतिबंधित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि जूट बैग और कपड़ों के बैग जैसे विकल्पों का उपयोग बढ़ावा दिया जाए।

समीक्षा बैठक में प्रदेश के विभिन्न नगर निगमों के नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी और अन्य संबंधित कर्मचारी ऑनलाइन उपस्थित थे, और सचिव अनुज कुमार झा ने अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

शादी का दबाव बनाने पर प्रेमी ने की थी प्रेमिका की हत्या, पुलिस ने आरोपित को किया गिरफ्तार

लखनऊ । यूपी की राजधानी के बिजनौर थानाक्षेत्र में पूजा लोधी की हत्या करने वाले प्रेमी सूरज यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया कि पहले दाेनों ने कमरे में साथ बैठक कर शराब पी। इसके बाद पूजा शादी करने के लिए दबाव बनाने लगी । काफी समझाया लेकिन नहीं मानी तो उसकी दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या दी थी।

पूजा लोधी का सूरज से पांच साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग 

थाना प्रभारी अरविंद राणा ने बताया कि पूजा लोधी का पांच साल से प्रेम प्रसंग सूरज से चल रहा था। चुंकि पूजा शादीशुदा होने के चलते पति दिनेश द्वारा प्रताड़ित किये जाने से उसकी नजदीकियां सूरज की ओर ज्यादा बढ़ गई। उसने पति की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर दो साल पहले ही किराये के मकान में आकर रहने लगी थी। दिन में वह काम करके अपने मकान में रुकती और रात होने पर मायके घसियारी मोहल्ला चली जाती थी। उसी कमरे में सूरज पूजा से मिलने जाता था और बर्थ-डे व पार्टियां भी मनाते थे। वे एक-दूसरे से प्रेम करने लगे थे। क्षेत्रीय लोगों को पति-पत्नी बता रखा था इसलिए उन पर कोई शक भी नहीं करता था।

घटना के पहले दोनों कमरे में बैठकर पहले पी शराब 

पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि कुछ दिनों से पूजा दबाव बना रही थी कि उससे शादी कर ले। 15 फरवरी दोनों कमरे में बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान उसने कहा कि अगर वो शादी नहीं करेगा तो उसे फंसवा देगी। दोनों में कहासुनी होने के दौरान गुस्सा आने पर दुपट्टे से गला कसकर पूजा को मार डाला। वह पुलिस से बचने के लिए प्रेमिका की स्कूटी से रिश्तेदारों में घूमता रहा। वह कोर्ट में सरेंडर करने के लिए गया, लेकिन हड़ताल होने की वजह से भी कोशिश की। हड़ताल होने पर वह रास्ता बदलकर घर जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया।

अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दुप्पटा व स्कूटी को किया बरामद 

पुलिस ने अभियुक्त के कब्जे से मृतका पूजा की चोरी की गई स्कूटी बरामद कर लिया गया है। साथ ही अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त काला पट्टीदार दुपट्टा भी घटना स्थल किराये के कमरे बरामद किया गया है। अभियुक्त को 14 दिवस न्यायिक अभिरक्षा रिमांड के लिए न्यायालय भेजा जा रहा है। घटना का सफल अनावरण करने पर डीसीपी दक्षिणी की तरफ टीम को पचीस हजार का इनाम दिया गया है।

दिन दहाड़े कार सवार बदमाशों ने युवक का अपहरण कर लूटी नकदी व मोबाइल

लखनऊ । मलिहाबाद में बेखौफ बदमाशों ने दिनदहाड़े अस्पताल में भर्ती अपने दोस्त को देखकर घर वापस जा रहे युवक का अपहरण कर उसके पास से नकदी व मोबाइल फोन लूटकर जान से मारने की नियय से चलती कार से पुल पर फेंक लुटेरे भाग निकले। जिसकी तहरीर घायल युवक ने मलिहाबाद थाने पर दी है। मलिहाबाद पुलिस जांच करने में जुटी है।

अस्पताल भर्ती दोस्त को देखकर लौट रहा था घर

रहीमाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम गदियाखेड़ा निवासी विपिन कुमार शनिवार शाम करीब 4 बजे कसमंडी स्थित उमा हॉस्पिटल में भर्ती दोस्त को देखने गया था। जहाँ से वह अपने घर वापस जा रहा था । रास्ते मे ग्राम टिकरीहार के निकट युवक ने अपनी बाइक रोक घरेलू सामान लेने लगा तभी पीछे से आये मारुति यूपी 30 एएच 9595 सवार अज्ञात चालक ने उसे किडनैप कर लिया। जिससे युवक अपनी जान बचाकर पीछे से कूद गया।

जान से मारने की नियत से युवक को चलती गाड़ी से फेंका

तभी पीछे से आये ब्रेजा सवार बदमाशों ने उसे जबरन अपनी गाड़ी में डाल उसके पास से 57 हजार रुपयो की नकदी सहित मोबाइल फोन लूटकर उसे मारपीट कर जान से मारने की नीयत से रहीमाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम भतोईया पुल पर चलती कार से फेंक बदमाश फरार हो गये।दिनदहाड़े युवक का अपहरण कर उससे हुई लूट की खबर सुनते ही रहीमाबाद व मलिहाबाद पुलिस के हाँथपांव फूल गये। घायल युवक विपिन कुमार ने मलिहाबाद पुलिस को अज्ञात लुटेरों के विरुद्ध तहरीर दी है। पुलिस ने घटना की जांच करने में जुटी है।

फायरिंग कर जानलेवा हमले की झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने वाला युवक गिरफ्तार

लखनऊ । यूपी की राजधानी में फायरिंग की झूठी सूचना देने वाले युवक को ठाकुरगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में बताया कि पुरानी रंजिश के चलते दो युवकों को फंसाने के लिए जानलेवा हमले की शिकायत पुलिस को दी थी। आरोपी ने यह सारा खेल बदला लेने के लिए किया था। पुलिस आरोपी की पिटाई करने वाले दोनों युवकों भी गिरफ्तार कर लिया है।

पिटाई का बदला लेने के बाद पुलिस को दी झूठी सूचना

बता दें कि 21 फरवरी को राज उर्फ मो. राहिल सिद्दिकी पुत्र मो. रईस सिद्दकी निवासी जनरैलगंज बालागंज थाना ठाकुरगंज द्वारा 112 पर सूचना दी गयी कि पुरानी रंजिश को लेकर अमन सिंह व आदर्श शुक्ला ने मेरे ऊपर जानलेवा फायर किया है।इस सूचना को तत्काल संज्ञान में लेते हुए ठाकुरगंज पुलिस मुस्तैद हुई व आवेदक द्वारा आरोपित बताये गये व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। साक्ष्य संकलन व जांच के क्रम में आवेदक द्वारा बताये गये घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक करने एवं आस पास के स्थानीय निवासियों से घटना के संबंध में पूछताछ करने के आधार आवेदक द्वारा दी गयी फायरिंग की सूचना पूरी तरह असत्य पायी गयी।

पुलिस आरोपी और पिटाई करने वाले को किया गिरफ्तार

कड़ाई से पूछताछ करने पर राज उर्फ राहिल सिद्दिकी द्वारा बताया गया कि 4 फरवरी को यूजी कैफे दुबग्गा में मुझे अमन सिंह व आदर्श शुक्ला ने मारा-पीटा था। उन्ही को फंसाने के लिये मैनें फायरिंग की झूठी कहानी बनाकर 112 डायल कर दिया था। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि झूठी सूचना देने व पुलिस को गुमराह करने लिए आवेदक तथा तनाव के दृष्टिगत विपक्षी को हिरासत में लेकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

लखनऊ । राजधानी के ठाकुरगंज थानाक्षेत्र में कार ने एक युवक को रौंद दिया। आनन-फानन में परिजनों ने घायल युवक को अस्पताल में ट्रामा सेंटर लेकर भागे। जहां पर चिकित्सक ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

सरोजनीनगर में अरबों की सरकारी जमीन की हेरा फेरी करने पर चकबंदी अधिकारी समेत 8 लोगों पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी के वजीरगंज थाना क्षेत्र में करोड़ों की सरकारी जमीन पर हेरा फेरी करने का मामला प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन ने गंभीरता पूर्वक से लेते हुए जांच बैठाई। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद चकबंदी अधिकारी समेत आठ लोगों के खिलाफ वजीरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। बताया जा रहा है कि चकबंदी अधिकारी और तहसील कर्मियों की मिली भगत से यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा था।

जिलाधिकारी से शिकायत के बाद शुरू हुई जांच

बता दें कि सरोजनीनगर तहसील के कल्ली पश्चिम में कई बीघा सरकारी जमीन है। जिसकी कीमत करोड़ों में आकी जा रही है। इस जमीन को कुछ लोगों ने चकबंदी अधिकारी और तहसील कर्मियों की मिली भगत से हड़प लिया है। इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की गई। जिसमें आरोप लगाया गया कि कल्ली पश्चिम गांव में चकबंदी के दौरान बंजर और तालाब की जमीन पर गलत तरीके से प्राइवेट पार्टी सईदुन्निशा पुत्री अब्दुल हमीद, कमरून निशा पत्नी सलीम व नियाज पुत्र जब्बार निवासी ग्राम कल्ली पश्चिम के नाम पर दी गई है।

जांच में दो चकंबदी अधिकारी, दो कानूनगो, एक लेखपाल संलिप्त मिला

सरकारी जमीन पर कब्जा दिलवाने में चकबंदी लेखपाल हंसराज वर्मा, सहायक चकबंदी अधिकारी अरविंद कुमार श्रीवास्तव, चकबंदी कर्ता पारसनाथ, गया प्रसाद और तत्कालीन चकबंदी अधिकारी राजेंद्र शंकर सिंह की अहम भूमिका है। इनके द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार गांव सभा के तालाब और बंजर खाते की भूमि सईदुनिशा, कमरून निशा और निजायज के नाम दर्ज कर दी । इस मामले को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए एडीएम प्रशासन शुभी सिंह से जांच कराई तो इस फर्जीवाड़े में दो चकबंदी अधिकारी, दो कानूनगो, एक लेखपाल दोषी पाये गए।

इनके खिलाफ वजीरगंज थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट

जांच में मामला सही मिलने पर तत्कालीन चकबंदी लेखपाल हंसराज वर्मा, चकबंदीकर्ता पारसनाथ, चकबंदीकर्ता गया प्रसाद वर्मा, सहायक चकबंदी अधिकारी अरविंद कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन चकबंदी अधिकारी राजेंद्र शंकर सिंह, सईदुन्निशा , कमरून निशा और नियाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें तीन प्रॉपर्टी डीजर भी शामिल है। प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि तहसील प्रशासन की तरफ से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।