नाबालिग निकला पांच साल की बच्ची की हत्या का आरोपी, दुष्कर्म का किया था असफल प्रयास

बिलासपुर- सरकंडा क्षेत्र स्थित स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में हुई 5 साल की बच्ची की हत्या का खुलासा पुलिस ने 12 घंटे के भीतर कर दिया है. हत्या का आरोपी नाबालिग निकला है, जिसने लकड़ी के बत्ते से मारकर हत्या करने से पहले बच्ची से दुष्कर्म का असफल प्रयास किया था. 

सुबह-सुबह स्वर्णिम ईरा कॉलोनी के निर्माणाधीन मकान में बच्ची की लाश मिलने की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था. मामले की नजाकत को भांपते हुए बिलासपुर पुलिस ने पूरी शिद्दत के साथ आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी. चंद घंटों में आखिरकार पुलिस आरोपी तक पहुंचने में कामयाब हो गई, जिसका खुलासा एसपी रजनेश सिंह ने किया.

बता दें कि सरकंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत गीतांजली सिटी कॉलोनी के पास ही स्वर्णिम एरा कॉलोनी है. कॉलोनी में बिल्डिंग निर्माण का काम चल रहा है, जिसमें कोनी क्षेत्र के मजदूर परिवार सहित रहकर काम करता है. इन्हीं मजदूरों में से एक मजदूर की बेटी की लाश मंगलवार सुबह निर्माणाधीन मकान के छत पर मिली थी.

घटना की जानकारी मिलते ही एसपी रजनेश सिंह सहित पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. लाश को अपने कब्जे में लेकर फोरेंसिक एक्सपर्ट, डॉग स्क्वॉयड की टीम के जांच शुरू की.

मृत बच्ची की मां ने बताया कि सोमवार शाम 6 बजे के करीब बच्ची चॉकलेट लेने गई थी, लेकिन वह दोबारा लौटी नहीं. बच्ची की हर जगह तलाश की गई, लेकिन नहीं मिली. आज सुबह उसकी लाश मिली है. बच्ची के परिवार ने किसी से दुश्मनी से भी इनकार किया था. बच्ची के सिर और शरीर पर चोट के निशान मिले थे.

बड़ी लापरवाही : अगले हफ्ते से शुरू होगी 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा, 2025 की जगह 2024 की बांट दी उत्तरपुस्तिकाएं

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-  छत्तीसगढ़ में बोर्ड परीक्षा होने में कुछ ही दिन बाकी है. ऐसे में बोर्ड परीक्षा के पहले शिक्षा विभाग में बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां पेंड्रा के स्वामी आत्मानंद शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला पेंड्रा स्थित बोर्ड परीक्षा के समन्वय केंद्र से प्रभारी और प्राचार्य एलपी डाहिरे ने 2025 की जगह 2024 की उत्तर पुस्तिका वितरित कर दी.

प्राचार्य डाहिरे ने बताया कि करीब डेढ़ हजार उत्तर पुस्तिकाएं ऐसी बांट दी गई, जो 2024 के परीक्षा की प्रैक्टिकल कॉफी थी. बांटी गई उत्तर पुस्तिका को अब एक-एक करके वापस मंगाई जा रही है और उसकी जगह 2025 की उत्तर पुस्तिका दी जा रही है. वहीं प्राचार्य की लापरवाही के कारण कई स्कूलों और परीक्षा केंद्रों के प्रभारी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस तरह की लापरवाही कई बड़े सवाल खड़े कर रहे हैं.


वापस मंगाई जा रही उत्तरपुस्तिकाएं


बता दें कि अगले सप्ताह से छत्तीसगढ़ सहित पेंड्रा में दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा का आयोजन होना है और ये लापरवाही सामने आई है. अब प्रभारी ने 2024 की उत्तरपुस्तिका मांगने के आदेश जारी किए हैं. कुछ केंद्रों से 2024 की उत्तर पुस्तिकाएं वापस आने शुरू हो गई है. बोर्ड परीक्षा को लेकर इस तरह की लापरवाही बरतने वाले बोर्ड परीक्षा समन्यवयक और केंद्र प्रभारी के ऊपर शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा किस तरह की कार्यवाही की जाती है, यह देखने वाली बात है.

उपजेल में मारपीट और अवैध वसूली के मामले में हुई सुनवाई, 3 अप्रैल तक हाईकोर्ट ने DGP से शपथपत्र के साथ मांगा जवाब…

बिलासपुर-  छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सारंगढ़ उपजेल में कैदी से पिटाई और अवैध वसूली को लेकर लिए स्वत: संज्ञान लिया था. कोर्ट इस मामले को जनहित याचिका के रूप में स्वीकार याचिका पर लगातार सुनवाई कर रही है. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायाधीश रविन्द्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच में आज सुनवाई हुई, जिसमें प्रदेश सरकार से हलफनामे पर इस पूरे मामले में जेलकर्मियों पर कार्रवाई को लेकर महाधिवक्ता ने जवाब दिया. वहीं पूर्व आदेश के परिपालन में बताया गया कि मामले में अभी तक 3 लोगों की जांच चल रही है. 2 लोगों को बरी किया गया है. अब हाईकोर्ट ने डीजीपी से 3 अप्रैल का समय देते हुए नया शपथ पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया है.

15 जनवरी 2025 को सुनवाई के दौरान शपथपत्र में जवाब में कहा था कि 10 व्यक्तियों के विरुद्ध शुरू की गई जांच में, एक दोषी कर्मचारी के विरुद्ध जांच पूरी हो गई है और उसे दण्डित किया गया है. जबकि 3 मामलों में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ ही 3 मामलों में जांच पूरी हो गई, जिसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है और 3 मामलों में जांच चल रही है. 

राज्य के अधिवक्ता को जांच रिपोर्ट की स्थिति और उठाए गए कदमों के संबंध में मामले में आगे हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था. वहीं कोर्ट ने एक बार फिर सरकार को समय देते हुए 3 अप्रैल 2025 तक नया शपथ पत्र पेश करने निर्देश दिए हैं. 

बता दें, सारंगढ़ उपजेल में वसूली के लिए कैदी को टॉर्चर किये जाने का मामला उजागर हुआ था. जिस पर हस्तक्षेप याचिकाकर्ता दीपक चौहान और दिनेश चौहान ने अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला के माध्यम से अपना पक्ष रखा था. सारंगढ़ उपजेल मामले में संलिप्त आरोपी जेलकर्मियों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस महानिदेशक जेल से शपथपत्र में जवाब प्रस्तुत करने कहा था. अब शुरू हुई विभागीय जांच और कार्रवाई पर लगातार कोर्ट जवाब मांगकर निगरानी कर रहा है.

रायपुर में खेले जाएंगे इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के सेमीफाइनल और फाइनल, सचिन और लारा जैसे दिग्गज बिखेरेंगे जलवा, देखें पूरा शेड्यूल

रायपुर- नवी मुंबई स्थित डीवाई पाटिल स्टेडियम में 22 फरवरी को इंटरनेशनल मास्टर्स लीग का शानदार आगाज हुआ और अब तक इस लीग के 2 मुकाबले खेले जा चुके हैं। इस लीग के ग्रुप स्टेज के मैच नवी मुंबई और वडोदरा में आयोजित किए जाएंगे, जबकि सेमीफाइनल और फाइनल समेत 7 मुकाबले रायपुर में खेले जाएंगे। आइए इस लीग से जुड़ी अहम अपडेट्स और शेड्यूल पर डालते हैं एक नजर।

बता दें कि इस लीग में कुल 6 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिनमें भारत, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। सभी टीमों के बीच लीग के दौरान कुल 18 मैच खेले जाएंगे, जिसमें प्रत्येक टीम राउंड-रॉबिन प्रारूप में पांच टीमों से भिड़ेगी। इसके बाद शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी।

लीग की सभी टीमें सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, युवराज सिंह, यूसुफ पठान और शेन वॉटसन समेत क्रिकेट जगत के कई दिग्गज खिलाड़ियों से लैस है, जो एक बार फिर मैदान पर जलवा बिखेरते नजर आ रहे हैं। टूर्नामेंट का पहला मैच इंडिया मास्टर्स और श्रीलंका मास्टर्स के बीच खेला गया, जिसमें सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली इंडिया मास्टर्स ने श्रीलंका मास्टर्स को 4 रन के करीबी अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 23 फरवरी को दूसरे मुकाबले में वेस्टइंडीज मास्टर्स ने ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के खिलाफ 7 विकेट से जीत दर्ज की। अब आज लीग के तीसरे मुकाबले में इंडिया मास्टर्स और इंग्लैंड मास्टर्स की भिड़ंत होगी।

इंटरनेशनल मास्टर्स लीग 2025: सभी 6 टीमों का स्क्वाड


इंडिया मास्टर्स

सचिन तेंदुलकर (कप्तान), अंबाती रायडू, गुरकीरत सिंह मान, सुरेश रैना, युवराज सिंह, इरफान पठान, स्टुअर्ट बिन्नी, यूसुफ पठान, नमन ओझा (विकेटकीपर), अभिमन्यु मिथुन, धवल कुलकर्णी, पवन नेगी, राहुल शर्मा, शाहबाज नदीम, विनय कुमार।

ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स

शेन वॉटसन (कप्तान), कैलम फर्ग्यूसन, नाथन रियरडन, शॉन मार्श, बेन कटिंग, डैन क्रिश्चियन, बेन डंक (विकेटकीपर), पीटर नेविल (विकेटकीपर), बेन हिल्फेनहास, बेन लॉफलिन, ब्राइस मैकगेन, जेम्स पैटिंसन, जेसन क्रेजा, नाथन कूल्टर-नाइल, जेवियर डोहर्टी।

वेस्टइंडीज मास्टर्स

ब्रायन लारा (कप्तान), क्रिस गेल, किर्क एडवर्ड्स, लेंडल सिमंस, नरसिंह देवनारायण, एश्ले नर्स, ड्वेन स्मिथ, चैडविक वाल्टन (विकेटकीपर), दिनेश रामदीन (विकेटकीपर), विलियम पर्किन्स (विकेटकीपर), फिडेल एडवर्ड्स, जेरोम टेलर, रवि रामपॉल, सुलेमान बेन, टीनो बेस्ट।

इंग्लैंड मास्टर्स

इयोन मोर्गन (कप्तान), इयान बेल, केविन पीटरसन, डैरेन मैडी, दिमित्री मास्कारेनहास, टिम ब्रेसनन, फिल मस्टर्ड (विकेटकीपर), टिम एम्ब्रोस (विकेटकीपर), बॉयड रैनकिन, क्रिस स्कोफील्ड, क्रिस ट्रेमलेट, मोंटी पनेसर, रयान साइडबॉटम, स्टीवन फिन, स्टुअर्ट मीकर।

श्रीलंका मास्टर्स

कुमार संगकारा (कप्तान, विकेटकीपर), असेला गुणरत्ने, लाहिरु थिरिमाने, उपुल थरंगा, आशान प्रियंजन, चतुरंगा डी सिल्वा, चिंताका जयसिंघे, दिलरुवान परेरा, इसुरु उदाना, जीवन मेंडिस, सीकुगे प्रसन्ना, रोमेश कालूविथराना (विकेटकीपर), धम्मिका प्रसाद, नुवान प्रदीप, सुरंगा लकमल।

दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स

जैक्स कैलिस (कप्तान), अल्विरो पीटरसन, फरहान बेहार्डियन, हाशिम अमला, हेनरी डेविड्स, जैक्स रूडोल्फ, जोंटी रोड्स, जेपी डुमिनी, वर्नोन फिलेंडर, डेन विलास (विकेटकीपर), मोर्ने वान विक (विकेटकीपर), एडी लेई, गार्नेट क्रूगर, मखाया एनतिनी, थांडी तशबालाला।

इंटरनेशनल मास्टर्स लीग 2025: पूरा शेड्यूल

नवी मुंबई – डीवाई पाटिल स्टेडियम

मैच 1: 22 फरवरी: इंडिया मास्टर्स Vs श्रीलंका मास्टर्स – डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई, शाम 7:30 बजे.

मैच 2: 24 फरवरी: ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स Vs वेस्टइंडीज मास्टर्स – डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई, शाम 7:30 बजे.

मैच 3:25 फरवरी: इंडिया मास्टर्स Vs इंग्लैंड मास्टर्स – डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई, शाम 7:30 बजे.

मैच 4: 26 फरवरी: दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स Vs श्रीलंका मास्टर्स – डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई, शाम 7:30 बजे.

मैच 5: 27 फरवरी: वेस्टइंडीज मास्टर्स Vs इंग्लैंड मास्टर्स – डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई, शाम 7:30 बजे.

बीसीए स्टेडियम, वडोदरा

मैच 6: 28 फरवरी: श्रीलंका मास्टर्स Vs ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स – बीसीए स्टेडियम, वडोदरा, शाम 7:30 बजे.

मैच 7:1 मार्च: इंडिया मास्टर्स बनाम Vs अफ्रीका मास्टर्स – बीसीए स्टेडियम, वडोदरा, शाम 7:30 बजे.

मैच 8: 3 मार्च: साउथ अफ्रीका मास्टर्स Vs इंग्लैंड मास्टर्स – बीसीए स्टेडियम, वडोदरा, शाम 7:30 बजे.

मैच 9: 5 मार्च: इंडिया मास्टर्स Vs ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स – बीसीए स्टेडियम, वडोदरा, शाम 7:30 बजे.

मैच 10: 6 मार्च: श्रीलंका मास्टर्स Vs वेस्टइंडीज मास्टर्स – बीसीए स्टेडियम, वडोदरा, शाम 7:30 बजे.

मैच 11: 7 मार्च: ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स Vs दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स – बीसीए स्टेडियम, वडोदरा, शाम 7:30 बजे.

रायपुर – शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम

मैच 12: 8 मार्च: इंडिया मास्टर्स Vs वेस्टइंडीज मास्टर्स – शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

मैच 13: 10 मार्च: श्रीलंका मास्टर्स Vs इंग्लैंड मास्टर्स – शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

मैच 14: 11 मार्च: वेस्टइंडीज मास्टर्स Vs दक्षिण अफ्रीका मास्टर्स – शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

मैच 15: 12 मार्च: इंग्लैंड मास्टर्स बनाम ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स – शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

मैच 16: गुरुवार, 13 मार्च: सेमीफाइनल 1 – शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

मैच 17: शुक्रवार, 14 मार्च: सेमीफाइनल 2 – शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

मैच 18: रविवार, 16 मार्च: फाइनल – शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, रायपुर, शाम 7:30 बजे.

चार ईनामी समेत 9 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण, तीन महिलाएं भी शामिल…

बीजापुर-  सुरक्षाबलों के लगातार दबाव के साथ जिले में चलाये जा रहे नियद नेल्ला नार योजना के तहत हो रहे विकास कार्यों और संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक कलह की वजह से नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. इस कड़ी में कुल 23 लाख रुपए के ईनामी 4 माओवादी सहित कुल 9 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. 

आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में PLGA बटालियन क्षेत्र में सक्रिय रूप से प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन में कार्यरत 8 लाख रुपए के ईनामी पार्टी सदस्य, AOB डिवीजन में कार्यरत 5 लाख के ईनामी एसीएम, जगरगुण्डा एरिया कमेटी एवं दक्षिण सब जोनल ब्यूरो में कार्यरत 5 लाख रुपए के ईनामी 2 एसीएम शामिल हैं.

आत्मसमर्पित माओवादियों ने कहा कि वे समाज के मुख्यधारा में जुड़कर स्वच्छंद रूप से पारिवारिक जीवन जीना चाहते है. आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने वाले सभी माओवादियों को प्रोत्साहन स्वरूप 25-25 हजार रुपए नगद राशि प्रदान किया गया.

वर्ष 2024 में माओवादी कैडर के छोटे-बड़े 189 माओवादी का आत्मसमर्पण, 58 माओवादियों का मारे जाने के साथ 503 माओवादियों के गिरफ्तार होने से माओवादी संगठन कमजोर होते जा रहा है. वर्ष 2025 में अब तक 40 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, 101 माओवादी गिरफ्तार हुए हैं, और 56 माओवादी अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए हैं.

साय सरकार का सुशासन…राज्य सरकार के डेयरी विकास कार्यक्रम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आया सुधार

रायपुर-  छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि और पशुपालन है. ग्रामीणों की आय का मुख्य स्रोत भी खेती और पशुपालन ही है. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ग्रामीण विकास को गति देने के लिए बहुत सी योजनाएं संचालित कर रही है, जिनमें डेयरी उद्योग का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है. डेयरी विकास से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त हो रही है, बल्कि किसानों और पशुपालकों की आय भी बढ़ रही है. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार किसानों और पशुपालकों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है. हमें यह सुनिश्चित करना है कि आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के माध्यम से दुग्ध उत्पादन को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए. राज्य सरकार प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। 

सरकार ने डेयरी विकास के लिए उठाए कदम

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपनी इस व्यक्तिगत मंशा को कई बार व्यक्त कर चुके हैं कि छत्तीसगढ़ में श्वेत क्रांति की तर्ज पर डेयरी उद्योग सशक्त हो और किसानों-पशुपालकों की आय दोगुनी हो.. इस दिशा में छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने बहुत से प्रभावी कदम उठाए हैं..मुख्यमंत्री ने कहा है कि “दुग्ध उत्पादन को लाभकारी व्यवसाय बनाने और प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जिसके तहत व्यापक स्तर पर कार्य किया जाएगा..” मुख्यमंत्री साय ने मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित एक बैठक में पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा था कि “दिसंबर 2024 में राज्य सरकार और NDDB के बीच हुए समझौते के बाद छत्तीसगढ़ में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हेतु तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं.

छत्तीसगढ़ की अधिकांश आबादी कृषि से जुड़ी है और अतिरिक्त आय के लिए पशुपालन का कार्य भी करती है.. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की विशेषज्ञता में तैयार पायलट प्रोजेक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार लगभग 5 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है.. इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 6 जिलों को शामिल किया गया है और सफल क्रियान्वयन के बाद इसे पूरे प्रदेश में विस्तारित किया जाएगा..” राज्य में दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का विस्तार किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक किसान और पशुपालक इससे जुड़ सकें..सरकार ने राज्य में नई डेयरी प्रोसेसिंग इकाइयां स्थापित करने की योजना बनाई है, जिससे दूध के मूल्यवर्धन और विपणन को बढ़ावा मिलेगा..किसानों को डेयरी व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार द्वारा अनुदान, रियायती दरों पर ऋण और सब्सिडी प्रदान की जा रही है.

किसानों और पशुपालकों को आधुनिक दुग्ध उत्पादन तकनीकों और पशुपालन की नई विधियों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है..सरकार डेयरी उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर ध्यान दे रही है ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके..मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों से कहा कि “पायलट प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन से छत्तीसगढ़ को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं..” उन्होंने डेयरी विकास, पशु उत्पादकता संवर्धन, पशु प्रजनन और पशु पोषण को बढ़ावा देने के लिए दीर्घकालिक योजना की दिशा में भी पहल किया है.

डेयरी विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

डेयरी उद्योग के विस्तार के साथ ही साथ छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, किसानों को अतिरिक्त आय का साधन मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत होगी.. इसके अलावा दुग्ध प्रसंस्करण इकाइयों के स्थापित होने से दूध के किसानों को उचित दाम मिलेंगे और उनको बाजार की अस्थिरता से राहत मिलेगी. डेयरी उद्योग किसानों को प्रतिदिन आय का एक स्थिर स्रोत प्रदान करता है.. कृषि की तुलना में डेयरी व्यवसाय से किसानों को अधिक, निरंतर और सुनिश्चित कमाई होती है..डेयरी उद्योग में दुग्ध उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन और वितरण से जुड़े कार्यों में लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा..छत्तीसगढ़ में महिलाओं की बड़ी संख्या पशुपालन से जुड़ी हुई है. डेयरी विकास से महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा, जिससे उनके सामाजिक और आर्थिक स्तर में सुधार होगा.

सरकार डेयरी उद्योग को सहकारी मॉडल के माध्यम से संगठित करने पर ध्यान दे रही है, जिससे छोटे किसानों को भी बाजार में उचित मूल्य मिल सके..राज्य सरकार उच्च दुग्ध उत्पादक नस्लों के विकास, पशुओं के लिए पोषण युक्त चारा और आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है.. इससे दुग्ध उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार होगा..
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि “डेयरी उद्योग के विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे.. इसके साथ ही, प्रदेशवासियों के पोषण स्तर में भी सुधार होगा, जिससे बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव आएगा.. दूध उत्पादन से जुड़े किसानों और पशुपालकों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए ताकि वे आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी आय को बढ़ा सकें..” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ, प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता में वृद्धि और सरप्लस दूध के उपयोग को लेकर ठोस कार्य योजना तैयार की जाए.

छत्तीसगढ़ में डेयरी उद्योग की वर्तमान स्थिति

छत्तीसगढ़ में डेयरी उद्योग अभी भी छोटे स्तर पर संचालित हो रहा है.. यहाँ के किसान परंपरागत रूप से दुग्ध उत्पादन करते हैं, लेकिन व्यावसायिक स्तर पर इसे बढ़ाने की आवश्यकता है.. हालाँकि अमूल और अन्य सहकारी समितियों के प्रयासों से यहाँ दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हुई है, फिर भी इसे संगठित रूप देने की जरूरत है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में सरकार इस क्षेत्र में व्यापक सुधार करने और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है.. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के चेयरमैन ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में प्रतिदिन 58 लाख किलोग्राम दूध का उत्पादन किया जा रहा है.. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध संघ की कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन करने के बाद, दुग्ध उत्पादन और मार्केटिंग को बढ़ाने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है… उन्होंने बताया कि प्रदेश में सहकारी समितियों के माध्यम से पशुपालकों को आधुनिक तकनीक और मशीनों से दूध की गुणवत्ता जांच और तत्काल भुगतान की सुविधा प्रदान की जाएगी.. बायोगैस और बायो-फर्टिलाइजर प्लांट की स्थापना से पशुपालकों की अतिरिक्त आय के स्रोत बढ़ेंगे, जिससे पर्यावरणीय संतुलन भी बना रहेगा.

डेयरी विकास से मजबूत होगी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था

छत्तीसगढ़ में डेयरी उद्योग के विकास से राज्य को कई लाभ होंगे. संगठित डेयरी उद्योग से दूध उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार होगा.. दूध और दुग्ध उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए, छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों पर निर्भरता कम कर सकता है.. डेयरी उद्योग से सरकार को कर राजस्व भी प्राप्त होगा, जो राज्य के विकास में सहायक होगा.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में छत्तीसगढ़ का डेयरी उद्योग राज्य में दूध की नदियाँ बहा सकती है..सही नीतियों और योजनाओं के माध्यम से डेयरी उद्योग को और अधिक संगठित और लाभकारी बनाया जा सकता है. इससे छत्तीसगढ़ न केवल आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल पेश बनकर उभरेगा.

छत्तीसगढ़ में डेयरी विकास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, सहकारी दुग्ध समितियों और आधुनिक डेयरी तकनीकों के अपनाने से गोपालक किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है.

डेयरी विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कैसे लाभ हो रहा है?

  1. आय में वृद्धि – दुग्ध उत्पादन और विपणन के बेहतर अवसर मिलने से किसानों की आय पहले की तुलना
  2. में बढ़ रही है।
  3. रोजगार के नए अवसर – दूध उत्पादन, प्रोसेसिंग और विपणन से ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को भी
  4. रोजगार मिल रहा है।
  5. स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता – डेयरी उद्योग के विस्तार से किसान सिर्फ कृषि पर निर्भर न रहकर वैकल्पिक
  6. आय स्रोत भी विकसित कर रहे हैं।
  7. सरकारी सहयोग और योजनाएं – छत्तीसगढ़ सरकार ने गोधन न्याय योजना और राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसी
  8. योजनाओं से डेयरी किसानों को सहायता दी है।
  9. दुग्ध सहकारी समितियों का विस्तार – अमूल, सरस और अन्य सहकारी समितियों के जरिए किसानों को दूध
  10. का उचित मूल्य मिल रहा है।
  11. नई तकनीकों का उपयोग – हाई-ब्रीड गायों और भैंसों का पालन, दूध उत्पादन में वृद्धि और आधुनिक प्रोसेसिंग
  12. यूनिट्स से डेयरी उद्योग को बढ़ावा मिल रहा है।

छत्तीसगढ़ में प्रमुख डेयरी विकास योजनाएं

कृषि व पशुपालन विभाग की सहायता योजनाएं – डेयरी फार्म खोलने और पशु आहार के लिए सब्सिडी प्रदान करना। राष्ट्रीय गोकुल मिशन – उन्नत नस्ल की गायों के संवर्धन के लिए सहायता।

डेयरी विकास के कारण छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है. दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी, सहकारी समितियों के विकास और सरकारी योजनाओं से किसानों की आय दोगुनी हो रही है. आने वाले समय में यह राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

ASI ने जीता सरपंच और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव, राज्य सरकार ने शौर्य पदक से किया था सम्मानित…सोमारू कड़ती ने कहा –

दंतेवाड़ा- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम में दंतेवाड़ा जिले के घोर नक्सलवाद प्रभावित इलाके से बड़ा ही चौंका देने वाला परिणाम सामने आया है। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 08 से निर्दलीय प्रत्याशी सोमारू कड़ती ने सभी को हैरान कर दिया है। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों से समर्थित प्रत्याशियों को हराकर जिला पंचायत में 1100 से अधिक मतों से मात दी। वही सरपंच में 100 से अधिक वोटों से हराया है।

सोमारू कड़ती डीआरजी से एएसआई की नौकरी छोड़ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उतरे थे। उनकी इस जीत से संदेश साफ है कि अंदरूनी इलाके में लोग विकास की बाट जोह रहे हैं। नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य सोमारू कड़ती 2014 में छत्तीसगढ़ पुलिस में शामिल होकर डीआरजी में सेवाएं दे रहे थे और आउटऑफ टर्न प्रमोशन से डीआरजी में एएसआई पर पदोन्नत हुए थे। डीआरजी में सेवाएं देने के दौरान तत्कालीन कांग्रेस सरकार में सोमारू कड़ती को राज्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

मीडिया से चर्चा के दौरान सोमारू कड़ती ने कहा, क्षेत्र का विकास होना चाहिए। वह क्षेत्र के विकास के लिए नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं। जनता ने भरोसा जताया है, उनसे किए वादे पूरे किए जाएंगे। इन वादों को पूरा करने के लिए प्रशासन के साथ भी चलेंगे और यदि कोई समस्या दिखती है तो मुखालफत भी पूरजोर होगा। उन्होंने कहा, नौकरी भी तहे दिल से की थी, अब सेवा के क्षेत्र में आया हूं तो भरोसे को कैसे तोड़ सकता हूं। जनता ने आशीर्वाद दिया है, उनके दिए आशीर्वाद का हमारा कर्तव्य है सम्मान करना। उनके साथ करीब आधा दर्जन से अधिक सरपंच और जनपद सदस्य मौजूद थे। सभी ने मां दतेश्वरी के दर्शन किए।

एनएमडीसी को क्षेत्र का विकास पहले करना होगा

आयरन हिल के आसपास का इलाका आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। जिस तरह से दंतेवाड़ा नगर का विकास हुआ है ठीक उसी तरह का विकास एनएमडीसी को करना होगा। सोमारू कड़ती ने कहा, किसी दल से कोई लेना देना नहीं है। सरकारें विकास कर रही होती तो नौकरी नहीं छोड़नी पड़ती। नौकरी छोड़कर आया हूं, आयरन हिल के इर्द-गिर्द की पंचायतों की तस्वीर बदलनी होगी। खनन यहां से होगा और पैसा दिल्ली तक जाएगा। यहां का विकास पहले एनएनडीसी को करना होगा।

न सत्ता न विपक्ष, विकास में जो मेरे साथ होगा मैं उसका साथी : सोमारू

नौकरी छोड़कर जनप्रतिनिधि बने सोमारू का कहना है कि जिस इलाके से वह आता है वह बेहद पिछड़ा हुआ है। मदाड़ी गांव का रहने वाला हूं। सरपंच पद के लिए भी दावेदार था। दोनों ही पदों पर जीत मिली है। अब न सत्ता की न विपक्ष की जरूरत है। क्षेत्र के विकास के लिए जो मेरे साथ है, मैं उसका साथी हूं। सिर्फ विकास चाहिए। नौकरी करने के दौरान तहे हृदय से काम किया। इसके लिए सरकार ने उसे शौर्य पदक से सम्मानित किया था। अब सेवा के क्षेत्र में आया हूं, यहां सिर्फ सेवा करनी है। 

राजीव भवन में ईडी के छापे पर रार, नेता प्रतिपक्ष महंत का आरोप – ‘केवल हमारे नेताओं को परेशान करने का है काम’, गृह मंत्री विजय शर्मा का पलटवार –

रायपुर- प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे के बाद सियासत गरमा गई है. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि ईडी के पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ नेताओं को परेशान करने का काम है. इस पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ईडी अपनी कार्रवाई कर रही है. जो भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं, सबको जेल जाना चाहिए. 

नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने राजीव भवन में ईडी के छापे पर मीडिया से चर्चा में कहा कि सालभर से छापा ही छापा पड़ रहा है. ईडी के पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ नेताओं को परेशान करने का काम है, यह हमारे लिए दुख के विषय हैं. लोकतंत्र में ऐसी बात नहीं होनी चाहिए, इसकी निंदा करते हैं.

वहीं नेता प्रतिपक्ष के सालभर से छापा पड़ने के आरोपों पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि उन्होंने जितना नोट छापा है, उसके विरुद्ध ये छापा है. शराब घोटाला छत्तीसगढ़ के बच्चे-बच्चे जानते हैं. ईडी का छापा वहां पड़ा है, जहां भ्रष्टाचार का पैसा लगा है. कोई व्यक्ति बड़ा है, तो उसके सामने कानून छोटा नहीं होता.

दो बसों में भिड़ंत, हादसे में 5 यात्री घायल, महिला की हालात गंभीर

रायपुर- शहर के टाटीबंध इलाके में तेज रफ्तार बस ने खड़ी बस को ठोकर मार दी. हादसे में 5 यात्री घायल हुए हैं. वहीं दोनों बसों के बीच एक महिला फंस गई थी, जिसकी हालात गंभीर है. घायलों को एम्स अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. घटना आमानाका थाना क्षेत्र की है. 

मिली जानकारी के मुताबिक, टाटीबंध ब्रिज के निचे सवारी बस खड़ी हुई थी. इस बीच सरोना की ओर से आ रही तेज रफ्तार बस ने खड़ी हुई बस को ठोकर मार दी. हादसे में 5 यात्री घायल हो गए. भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि एक बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. एक महिला दोनों बसों के बीच में फंस जाने से गंभीर रूप से घायल हो गई. सभी घायलों को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

छत्तीसगढ़ के जेलों में गूंजा ‘हर-हर गंगे’, महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से कैदी कर रहे स्नान…

रायपुर- जेल में कैद बंदी कभी सपने में नहीं सोच सकता कि उसे प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में स्नान करने का अवसर मिलेगा, लेकिन छत्तीसगढ़ के सभी 33 जेलों में कैद बंदियों के लिए यह हकीकत साबित हो रहा है. इन कैदियों को उनकी इच्छानुसार प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से सामूहिक स्नान कराया जा रहा है. 

छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रयागराज महाकुंभ से कैदियों के लिए गंगाजल लाए हैं. इस गंगाजल से न केवल रायपुर सेंट्रल जेल के बल्कि राज्य के अन्य 4 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 सब-जेल के कैदी भी स्नान कर रहे हैं. इस स्नान के माध्यम से कैदियों ने मानसिक और आत्मिक शांति की प्राप्ति की आशा जताई.

इस आयोजन को लेकर महानिदेशक (जेल) हिमांशु गुप्ता ने विशेष व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि आज प्रातःकाल छत्तीसगढ़ की सभी 33 जेलों में इच्छुक बंदियों को महाकुंभ संगम स्थल के पवित्र जल से स्नान किया है. इस कार्यक्रम में बंदियों एवं जेल स्टाफ ने हर्षोउल्लास से भाग लिया गया है. यह कैदियों के बीच धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।