बाइक सवार ने पैदल जा रहे युवक को मारी जोरदार टक्कर,मौत

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव, प्रयागराज। कोरांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भोगन में 17 फरवरी दिन सोमवार को शाम लगभग 7 बजे अपने घर से सड़क पर पैदल जा रहे युवक को तेज रफ्तार से आ रहे बाईक सवार ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दिया जिससे पैदल जा रहा युवक गंभीर घायल हो गया। चालक बाईक को मौके पर छोड़कर भाग गया। स्थानीय लोगों द्वारा सड़क पर पड़े युवक को इलाज हेतु सी एच सी कोरांव ले गए।मिली जानकारी के अनुसार चंद्रकांत सिंह पुत्र विजय कांत सिंह उम्र 26वर्ष निवासी भोगन रोज की तरह अपने घर से दुकान पर जा रहा था।

कुछ दूर पहुंचा ही था कि अचानक तेज रफ्तार से आ रहे बाईक सवार ने जोरदार टक्कर मार दिया जिससे युवक गंभीर घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। हालत नाजुक देख स्थानीय लोगों ने आननफानन में युवक के इलाज हेतु अस्पताल ले जा रहे थे कि आधे रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया।मौत की खबर जैसे ही परिजनों को हुई तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया।मां बेसुध हो गई और पत्नी निशा भी अचेत होकर गिर गई और पिता एवं छोटे भाई का रो रो कर बुरा हाल हो गया।बड़ोखर चौकी प्रभारी राजकुमार गुप्ता ने शव का पंचनामा कर अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम हेतु चीर घर के लिए भेज दिया। बाइक का नंबर up70Gv1390 बजाज प्लेटिना है और चालक का नाम मनोज कुमार मिश्रा निवासी तुड़ियार बड़ोखर थाना कोरांव का बताया जा रहा है।

मौसम बदलने से गेहूं की पैदावार को लेकर किसानों की बढ़ी चिंताएं

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव प्रयागराज। मौसम के बदले मिजाज से किसानों में अपनी गेहूं व अन्य फसलों की पैदावार को लेकर काफी चिंताएं बनी हुई है। जैसा कि बताते चलें तो किसानों का मानना है कि इस वर्ष ठंड अपेक्षाकृत कम पड़ने और हाल ही में बदले मौसम के कारण गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। इसी के साथ सरसो के फसल के लिए यह मौसम अनुकूल साबित हो सकता है। किसानों में जहां गेहूं के फसल को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर सरसों के फसल की अच्छी पैदावार को लेकर राहत बनी हुई है।

किसानों का कहना है कि इस बार ठंड देर से आई और जल्दी चली गई जिससे गेहूं की फसल को पर्याप्त ठंड नहीं मिल पाई। गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए ठंड का एक निश्चित समय तक बने रहना जरूरी होता है। अगर तापमान सामान्य से अधिक रहता है तो दानों का भराव कमजोर हो जाता है और फसल की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है। अगर आने वाले दिनों में मौसम ऐसा ही रहा तो पैदावार घट सकती है। हालांकि मौसम में हुए इस बदलाव से सरसों पैदावार अच्छी हो सकती है।

अंतिम दिन दस प्रत्याशियों ने किया नामांकन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव प्रयागराज ।बार एसोसिएशन तहसील कोराव के चुनाव में नामांकन के अंतिम दिन बुधवार को कुल दस प्रत्याशियों ने नामांकन किया तीन दिनों में कुल 39 प्रत्याशियों ने अध्यक्ष समेत अलग अलग पदों पर नामांकन किया।

बता दे कि बार एसोशिएशन तहसील कोराव का चुनाव 7 मार्च को होगा जानकारी देते हुए संयुक्त रूप से निर्वाचन अधिकारी बाल गोविन्द पाण्डेय, मोतीलाल कुशवाहा ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 20 फरवरी को, नामांकन पत्रों की वापसी व वैध प्रत्याशियों की सूची चस्पा 21 फरवरी एवं दक्षता भाषण 24 फरवरी मतदान व मतगणना 7 मार्च को होगी बुधवार को वरिष्ठ कार्यकारिणी पर मणिशंकर शर्मा, उपमंत्री पर वाजिद अली, कनिष्ठ कार्यकारिणी पर विवेक गौतम के अलावा 7 अन्य पदों पर नामांकन पत्र दाखिल हुआ इस दौरान सहायक निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह, गजेंद्र कुमार सिंह के अलावा निर्वाचन सचिव त्रिवेणी प्रसाद यादव और सचिव धर्मेन्द्र सिंह मौजूद रहे।

निर्दयता के अंधकार में सेवा की एक नई रोशनी – प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट का एक प्रेरणादायक प्रयास

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आज एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जब बड़े केछुहा गांव में मात्र पाँच दिन की एक मासूम बछिया को असहाय स्थिति में छोड़ दिया गया। दुर्भाग्यवश, किसी कारणवश उसका जबड़ा टूट चुका था। जब उसके पालक ने यह देखा, तो उसकी पीड़ा को समझने के बजाय उसे त्याग दिया।

लेकिन जहां निर्दयता ने उसे अकेला छोड़ दिया, वहीं प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट के गौ सेवकों की करुणा ने उसे अपनाया। जब गौ सेवक रतन द्विवेदी जी की नज़र इस बछिया पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट के मुख्य गौ सेवक आशीष पांडेय जी को सूचना दी। जो समाज सेवा में हमेशा अग्रणी रहते हैं। उनकी तत्परता से संगठन तक यह बात पहुंची, और गौ सेवकों की टीम ने इस नन्हीं जान के इलाज का बीड़ा उठाया।

डॉ. उमेश मौर्य जी ने बछिया की चिकित्सा का दायित्व संभाला

और बताया कि पूर्ण रूप से ठीक होने में लगभग एक महीना लगेगा। इस सेवा कार्य में ब्लॉक उपाध्यक्ष डॉ. आदर्श द्विवेदी, डॉ. उमेश मौर्य, उनके सहयोगी शैलेश जी, दाऊ जी और गौ सेवक रतन द्विवेदी जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांववासियों ने भी सह्रदयता दिखाते हुए हर संभव सहायता दी, जिसमें

दो छोटे बच्चों का योगदान विशेष रूप से प्रेरणादायक रहा

यह घटना हमें यह सिखाती है कि जब तक समाज में *दयालुता और सेवा की भावना जीवित है, तब तक निर्दयता पर इंसानियत की विजय होती रहेगी। गौ सेवा ही सच्ची मानव सेवा है, और यह प्रयास इसी का एक उज्ज्वल उदाहरण है।

लोगों की पहचान बनी बुद्ध प्रतिमा, फोटो-सेल्फी लेने वालों की होड़

विश्वनाथ प्रतापसिंह

प्रयागराज। महाकुंभ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान के बाद करोड़ों लोग खुद को धन्य समझ रहे हैं। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को विभिन्न शिविरों में लगी देवी- देवताओं की दिव्य प्रतिमाएं आकर्षित कर रही हैं। इन्हीं प्रतिमाओं से एक भगवान बुद्ध की है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है। हिमालय बौद्ध संस्कृति संरक्षण सभा और उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान की ओर से सेक्टर 18 में स्थापित बौद्ध विशेष संगम शिविर के बाहर लगी पीले रंग की गांधार शैली की भगवान बुद्ध की खड़ी प्रतिमा लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।प्रतिमा के साथ फोटो और सेल्फी लेकर लोग अपने फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा कर रहे हैं।

शिविर के संयोजक और दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. चंदन कुमार ने बताया कि गूगल से रिपोर्ट लेने पर पता चला है कि 80 लाख से अधिक लोगों ने इस प्रतिमा को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है, जो निश्चित रूप से भगवान बुद्ध के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था और आकर्षण को दर्शाता है।यह प्रतिमा सेक्टर 18 में एक तरह का लैंडमार्क बनी हुई है और लोग भटकने पर एक-दूसरे को इसी प्वाइंट पर मिलने के लिए बुलाते हैं। पूरे मेले में में चार लाख से अधिक लोगों ने शिविर में आक आकर बुद्ध धर्म और संस्कृति को करीब से जाना-समझा।महाकुंभ के दौरान इस शिविर में 11 देशों के बौद्ध लामा और भिक्षु का आगमन हुआ। डॉ. चंदन कुमार के अनुसार रूस, मंगोलिया, कोरिया, नेपाल, भूटान, बर्मा, वियतनाम, कंबोडिया, तिब्बत, जापान और श्रीलंका से लामा और भिक्षुओं ने आकर बौद्ध और सनातन धर्म के आपसी संबंध को मजबूत बनाने का काम किया।

24 फरवरी से शुरू होंगे 10वीं व 12वीं के एग्जाम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। UP बोर्ड यानी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तैयारी शुरू हो चुकी है। 24 फरवरी से परीक्षा शुरू हो रही है। किसी भी इमरजेंसी जैसी स्थिति में प्रश्न पत्रों के अतिरिक्त सेट भी रखे जाएंगे। इसके लिए प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की ओर से निर्देश भी दिए जा चुके हैं। यह अतिरिक्त सेट सीधे जिला विद्यालय निरीक्षक को कार्यदायी संस्था द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।

प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त सेट के प्रश्न पत्राें को रखने के लिए एक अतिरिक्त डबल लॉक वाली अलमारी की व्यवस्था की जाएगी।एग्जाम के दौरान स्ट्रांग रूम में डबल लॉक वाली अभी तक तीन आलमारियां होती थीं लेकिन अब चार होंगी। यह चौथी आलमारी आक्समिक स्थिति के प्रश्न पत्रों के लिए रखी जाएगी। अतिरिक्त सेट के प्रश्न पत्रों को जिस आलमारी में रखा जाएगा उसे खोलने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव से अनुमति लेना होगा। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि परीक्षा संबंधित तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नकलविहीन परीक्षा कराने पर पूरा फोकस है। परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे, CCTV के जरिए भी मानिटरिंग की जाएगी।

संगम स्नान करने आए पति का अस्पताल में मिला शव


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आगरा से महाकुंभ में स्नान करने आई सीमा का हमेशा के लिए पति का साथ छूट गया। सोमवार को वह संगम में पति के साथ स्नान करने पहुंची थी। दोनों संगम नोज पर साथ पहुंचे थे, लेकिन सामान साथ में होने की वजह दोनों एक-एक कर स्नान करने का प्लान बना लिए। सीमा ने पति को पहले स्नान के लिए संगम में भेजा और खुद कपड़े, मोबाइल आदि लेकर वहीं खड़ी रही।करीब एक घंटे तक जब संगम से पति बाहर नहीं लौटे तो पत्नी की चिंता बढ़ने लगी। वह लोगों से पति के बारे में पूछने लगी। पता चला कि कुछ देर पहले एक व्यक्ति को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।

वहां जाने पर पति की डेडबॉडी देखकर वह अचेत सी हो गई। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।संगम नोज पर पत्नी सीमा पति के आने का इंतजार कर रही थी। उन्हीं के सामने ही एंबुलेंस आती है, और उसमें पति की डेडबॉडी रखी जाती है, लेकिन पत्नी को क्या पता कि एंबुलेंस में उनके ही पति की बॉडी रखी जा रही है। वह तो निश्चिंत थीं कि उनके पति संगम में स्नान कर रहे हैं। सामने से ही पति की डेडबॉडी निकल गई और वह पति की मौत से बेखबर रहीं।आगरा जनपद के सईयां थाना क्षेत्र के अईला गांव निवासी रामनरेश सिंह पुणे में पेठा बेचते हैं। वह महाकुंभ स्नान के लिए यहां आए थे। गांव के वासुदेव बताते हैं कि वह दो मंजिला बस रिजर्व कर हम गांव के करीब 60 लोग एक साथ प्रयागराज आए थे। सुबह बेला कछार पार्किंग पर बस रुकी।

हम लोग यहां से पैदल संगम के लिए रवाना हुए लेकिन रामनरेश किराए की बाइक 600 रुपए में करके संगम चले गए। इसलिए वह हम लोगों से पहले पहुंच गए थे। वहां पर उनकी मौत हो गई। गांव के रघुनाथ सिंह बताते हैं कि वह महाकुंभ आने को लेकर बहुत ज्यादा उत्सुक थे।वहीं, महाकुंभ में बने सेंट्रल हॉस्पिटल के CMS डॉ. मनोज कुमार कौशिक ने बताया कि हॉस्पिटल पहुंचने के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। यह मौत कैसे हुई यह जानकारी नहीं है।

प्रयागराज स्टेशन पर टीसी और पुलिस कर्मी में विवाद

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज स्टेशन पर टीसी और सतना पुलिस के एएसआई के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला रविवार का है, जब सतना ट्रैफिक शाखा में तैनात एएसआई मकरध्वज पांडेय कुंभ स्नान करके वापस लौट रहे थे।घटना के अनुसार, एएसआई पांडेय प्लेटफॉर्म पर आनंद विहार-रीवा ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। स्टेशन पर उस समय काफी भीड़ थी। इसी दौरान एक टीसी ने सभी यात्रियों को आगे बढ़ने का निर्देश दिया। एएसआई पांडेय ने टीसी की बात मान ली और अपना सामान लेकर आगे बढ़ गए। कुछ समय बाद वही टीसी फिर वहां आया और यात्रियों को दोबारा आगे जाने को कहा। इस पर एएसआई पांडेय ने टीसी से सिर्फ इतना पूछा कि क्या अब प्लेटफॉर्म से बाहर चला जाऊं? एएसआई का यह सवाल टीसी को नागवार गुजरा और वह अभद्र व्यवहार करने लगा। दोनों के बीच हुई इस तीखी बहस का वीडियो किसी ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

विक्रमोवर्षीयम नाटक के मंचन पर मंत्र मुग्ध हुए दर्शक

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ में कोलाज कल्चरल सोसायटी ने महाकवि कालिदास रचित विक्रमोवर्षीयम नामक नाटक का मंचन किया गया। महाकुम्भ क्षेत्र से बहुत से श्रद्धालु, दर्शकों ने नाटक का मंचन देखा। इस नाटक का डिजाइन और डायरेक्शन प्रोफेसर विधु खरे दास ने किया है l प्रो. विधु खरे दास लगभग तीस वर्षों से रंगमंच और नाटक का कार्य कर रही हैं। डॉ. राघवेन्द्र मिश्र इस नाटक में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में कार्य किए हैं पोस्टर डिजाइन विवेक ने किया है l इस नाटक में म्यूजिक अनिमेष दास ने दिया है।

झूंसी पुलिस बूथ और जीटी रोड पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, रास्ते जाम

प्रयागराज

S bन्यूज़ से ब्यूरो चीफविश्वनाथ प्रतापसिंह

महाकुम्भ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ झूंसी क्षेत्र में उमड़ पड़ी, जिससे जीटी रोड, झूंसी पुलिस बूथ और रेलवे स्टेशन के आसपास के मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई। सोमवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब झूंसी रेलवे स्टेशन से मेले की ओर बढ़ने लगा। प्रशासन की ओर मार्ग व्यवस्थित करने के प्रयासों के बावजूद कालोनियों के रास्तों और पार्कों में भक्तों की भीड़ ठहर गई। सड़क किनारे ग्रीनरी वाले क्षेत्रों में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में जमा हो गए, जिससे स्थानीय निवासियों को भी आवाजाही में कठिनाई हुई। मौके पर तैनात पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे रहे, लेकिन भारी संख्या में श्रद्धालु होने के कारण कई मार्गों पर आवागमन प्रभावित रहा।