24 फरवरी से शुरू होंगे 10वीं व 12वीं के एग्जाम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। UP बोर्ड यानी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तैयारी शुरू हो चुकी है। 24 फरवरी से परीक्षा शुरू हो रही है। किसी भी इमरजेंसी जैसी स्थिति में प्रश्न पत्रों के अतिरिक्त सेट भी रखे जाएंगे। इसके लिए प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की ओर से निर्देश भी दिए जा चुके हैं। यह अतिरिक्त सेट सीधे जिला विद्यालय निरीक्षक को कार्यदायी संस्था द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।

प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त सेट के प्रश्न पत्राें को रखने के लिए एक अतिरिक्त डबल लॉक वाली अलमारी की व्यवस्था की जाएगी।एग्जाम के दौरान स्ट्रांग रूम में डबल लॉक वाली अभी तक तीन आलमारियां होती थीं लेकिन अब चार होंगी। यह चौथी आलमारी आक्समिक स्थिति के प्रश्न पत्रों के लिए रखी जाएगी। अतिरिक्त सेट के प्रश्न पत्रों को जिस आलमारी में रखा जाएगा उसे खोलने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव से अनुमति लेना होगा। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि परीक्षा संबंधित तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नकलविहीन परीक्षा कराने पर पूरा फोकस है। परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे, CCTV के जरिए भी मानिटरिंग की जाएगी।

संगम स्नान करने आए पति का अस्पताल में मिला शव


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आगरा से महाकुंभ में स्नान करने आई सीमा का हमेशा के लिए पति का साथ छूट गया। सोमवार को वह संगम में पति के साथ स्नान करने पहुंची थी। दोनों संगम नोज पर साथ पहुंचे थे, लेकिन सामान साथ में होने की वजह दोनों एक-एक कर स्नान करने का प्लान बना लिए। सीमा ने पति को पहले स्नान के लिए संगम में भेजा और खुद कपड़े, मोबाइल आदि लेकर वहीं खड़ी रही।करीब एक घंटे तक जब संगम से पति बाहर नहीं लौटे तो पत्नी की चिंता बढ़ने लगी। वह लोगों से पति के बारे में पूछने लगी। पता चला कि कुछ देर पहले एक व्यक्ति को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।

वहां जाने पर पति की डेडबॉडी देखकर वह अचेत सी हो गई। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।संगम नोज पर पत्नी सीमा पति के आने का इंतजार कर रही थी। उन्हीं के सामने ही एंबुलेंस आती है, और उसमें पति की डेडबॉडी रखी जाती है, लेकिन पत्नी को क्या पता कि एंबुलेंस में उनके ही पति की बॉडी रखी जा रही है। वह तो निश्चिंत थीं कि उनके पति संगम में स्नान कर रहे हैं। सामने से ही पति की डेडबॉडी निकल गई और वह पति की मौत से बेखबर रहीं।आगरा जनपद के सईयां थाना क्षेत्र के अईला गांव निवासी रामनरेश सिंह पुणे में पेठा बेचते हैं। वह महाकुंभ स्नान के लिए यहां आए थे। गांव के वासुदेव बताते हैं कि वह दो मंजिला बस रिजर्व कर हम गांव के करीब 60 लोग एक साथ प्रयागराज आए थे। सुबह बेला कछार पार्किंग पर बस रुकी।

हम लोग यहां से पैदल संगम के लिए रवाना हुए लेकिन रामनरेश किराए की बाइक 600 रुपए में करके संगम चले गए। इसलिए वह हम लोगों से पहले पहुंच गए थे। वहां पर उनकी मौत हो गई। गांव के रघुनाथ सिंह बताते हैं कि वह महाकुंभ आने को लेकर बहुत ज्यादा उत्सुक थे।वहीं, महाकुंभ में बने सेंट्रल हॉस्पिटल के CMS डॉ. मनोज कुमार कौशिक ने बताया कि हॉस्पिटल पहुंचने के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। यह मौत कैसे हुई यह जानकारी नहीं है।

प्रयागराज स्टेशन पर टीसी और पुलिस कर्मी में विवाद

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज स्टेशन पर टीसी और सतना पुलिस के एएसआई के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला रविवार का है, जब सतना ट्रैफिक शाखा में तैनात एएसआई मकरध्वज पांडेय कुंभ स्नान करके वापस लौट रहे थे।घटना के अनुसार, एएसआई पांडेय प्लेटफॉर्म पर आनंद विहार-रीवा ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। स्टेशन पर उस समय काफी भीड़ थी। इसी दौरान एक टीसी ने सभी यात्रियों को आगे बढ़ने का निर्देश दिया। एएसआई पांडेय ने टीसी की बात मान ली और अपना सामान लेकर आगे बढ़ गए। कुछ समय बाद वही टीसी फिर वहां आया और यात्रियों को दोबारा आगे जाने को कहा। इस पर एएसआई पांडेय ने टीसी से सिर्फ इतना पूछा कि क्या अब प्लेटफॉर्म से बाहर चला जाऊं? एएसआई का यह सवाल टीसी को नागवार गुजरा और वह अभद्र व्यवहार करने लगा। दोनों के बीच हुई इस तीखी बहस का वीडियो किसी ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

विक्रमोवर्षीयम नाटक के मंचन पर मंत्र मुग्ध हुए दर्शक

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ में कोलाज कल्चरल सोसायटी ने महाकवि कालिदास रचित विक्रमोवर्षीयम नामक नाटक का मंचन किया गया। महाकुम्भ क्षेत्र से बहुत से श्रद्धालु, दर्शकों ने नाटक का मंचन देखा। इस नाटक का डिजाइन और डायरेक्शन प्रोफेसर विधु खरे दास ने किया है l प्रो. विधु खरे दास लगभग तीस वर्षों से रंगमंच और नाटक का कार्य कर रही हैं। डॉ. राघवेन्द्र मिश्र इस नाटक में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में कार्य किए हैं पोस्टर डिजाइन विवेक ने किया है l इस नाटक में म्यूजिक अनिमेष दास ने दिया है।

झूंसी पुलिस बूथ और जीटी रोड पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, रास्ते जाम

प्रयागराज

S bन्यूज़ से ब्यूरो चीफविश्वनाथ प्रतापसिंह

महाकुम्भ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ झूंसी क्षेत्र में उमड़ पड़ी, जिससे जीटी रोड, झूंसी पुलिस बूथ और रेलवे स्टेशन के आसपास के मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई। सोमवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब झूंसी रेलवे स्टेशन से मेले की ओर बढ़ने लगा। प्रशासन की ओर मार्ग व्यवस्थित करने के प्रयासों के बावजूद कालोनियों के रास्तों और पार्कों में भक्तों की भीड़ ठहर गई। सड़क किनारे ग्रीनरी वाले क्षेत्रों में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में जमा हो गए, जिससे स्थानीय निवासियों को भी आवाजाही में कठिनाई हुई। मौके पर तैनात पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे रहे, लेकिन भारी संख्या में श्रद्धालु होने के कारण कई मार्गों पर आवागमन प्रभावित रहा।

महाकुम्भ में आस्था का जनसैलाब, भीषण जाम से हाल बेहाल

प्रयागराज

sb न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुम्भ में आस्था का जनैसलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिना किसी स्नान पर्व के भी रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं। आलम यह है कि भीड़ के दबाव से न सिर्फ मेला क्षेत्र बल्कि सड़कों पर भी यातायात व्यवस्था अस्त- व्यस्त हो गई है। प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर सोमवार को भी जाम की स्थिति देखने को मिल रही है।देश के कोने-कोन से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का महाकुम्भ मेला में आने का क्रम निरंतर जारी है। प्रयागराज-वाराणसी मार्ग, जौनपुर मार्ग, मिर्जापुर मार्ग, कौशाम्बी मार्ग, प्रतापगढ़ मार्ग, रीवा-चित्रकूट मार्ग, कानपुर व लखनऊ मार्ग हर तरफ से वाहनों का रेला प्रयागराज की ओर बढ़ा रहा है। इससे 15-20 तक लंबा जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र से बाहर 36 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। हालांकि वाहनों की संख्या अधिक होने से पार्किंग स्थल भी फुल हो जा रहे हैं। इधर, प्रयागराज शहर के रेलवे जंक्शन, झूंसी रेलवे स्टेशन, नैनी रेलवे स्टेशन सहित अन्य मार्गों पर भी जाम से हाल बेहाल रहा। मेला आने वाले प्रमुख मार्ग शास्त्री मार्ग, अलोपीबाग, नैनी नया पुल, बांघड धर्मशाला, लेप्रोसी चौराहा, बक्शी बांध, बालसन चौराहा सहित रेलवे जंक्शन, झूंसी स्टेशन आदि मार्गों पर पूरे दिन भीषण जाम की स्थिति बनी रही। भीड़ बढ़ते ही मेला पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। इसके बावजूद स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हो सका।

ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित नेपाली मरीज की बचाई गयी जान

महाकुम्भ नगर-

– विश्वनाथ प्रताप सिंह –

प्रयागराज :– ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित नेपाल लुंबनी के रहने वाले रामधनी (85) का एसआरएन अस्पताल में विशेष उपचार करके जान बचाई गयी। 14 जनवरी को गंभीर स्थिति में उन्हें मेला क्षेत्र से इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लाया गया था। रामधनी जांच के बाद पता चला कि उन्हें इस्केमिक स्ट्रोक की समस्थ्या थी। इसलिए न्यूरो फिजीशियन डॉ़ कमलेश सोनकर के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने थ्रॉम्बोलाइसिस की प्रक्रिया शुरू की गयी, जिससे मरीज की जान बचाई जा सकी। ट्रॉमा सेंटर के सह-नोडल अधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी के अनुसार महाकुम्भ में ट्रामा सेंटर की चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाया गया है

महाकुंभ में हादसा: संगम पर पलटी नाव, एमईएस के ठेकेदार समेत दो लापता


- विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :महाकुंभ संगम पर मंगलवार दोपहर बाद स्नानार्थियों से भरी एक नाव पलट गई। इसमें सवार नौ लोग डूबने लगे। जल पुलिस के जवानों और गोताखोरों ने सात लोगों को बचा लिया, लेकिन मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) के ठेकेदार सुरेश कुमार अग्रवाल और उनकी रिश्तेदार ललिता लापता हो गई। चार लोगों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।लापता की तलाश में जल पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। बताया गया है कि देहरादून में हनुमान चौक के पास रहने वाले सुरेश कुमार अग्रवाल एमईएस में ठेकेदार हैं। वह अपनी पत्नी ऊषा देवी, दोस्त महाबीर, बृजलाल, सुरेश चंद्र, गीता देवी के साथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में ठहरे हुए थे।मंगलवार दोपहर बाद सभी लोग अरैल घाट से एक चप्पू नाव पर सवार हुए। उनके साथ ही बेंगलुरू निवासी रवि किरण और उनके माता-पिता भी नाव पर बैठ गए। जब नाव संगम पर पहुंची तो पानी का बहाव काफी तेज था। श्रद्धालु अपनी-अपनी लाइफ जैकेट उतारकर नाव पर रख दिए। इसके बाद नाव से उतरने लगे लेकिन एकाएक सभी लोग खड़े होकर एक तरफ आ गए, जिससे वह पलट गई।चीख-पुकार मचते ही जल पुलिस, गोताखोर, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंच गए और डूबे रहे सात लोगों को किसी तरह पानी से बाहर निकाला। आनन-फानन सभी को वाटर एंबुलेंस की मदद से घाट तक पहुंचाया गया। फिर चार लोगों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई गई है।
उधर, लापता 65 वर्षीय सुरेश कुमार व महाबीर की पत्नी ललिता लापता हो गईं। उनकी तलाश में जल पुलिस प्रभारी जनार्दन साहनी की अगुवाई में अलग-अलग टीमों ने कई घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन कुछ पता नहीं चला। नाव भी पानी में डूबी हुई है। हादसे से परेशान श्रद्धालु ने रिश्तेदारों को बताया तो वह भी चिंतित हो गए।सहारनपुर निवासी सौरभ ने बताया कि संगम पर नाव पलटने के कारण उनके श्वसुर सुरेश व महाबीर की पत्नी के लापता होने का पता चला तो परेशान हो गए। उन्होंने महाकुंभ मेला प्रशासन के टोल फ्री नंबर 1920 पर काल किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। पहले तो प्रशासन ऐसी किसी घटना होने से मना करता रहा। सौरभ का कहना है कि उनका साला आस्ट्रेलिया में रहता है। घटना का पता चलने पर वह भी परेशान हैं।
नितिन गडकरी ने परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाई:बोले– सबको मां गंगा का आशीर्वाद मिले, सरकार ने व्यवस्था अच्छी की


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : –केंद्रीय सड़क, परिवहन और राज्यमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पत्नी और परिवार के साथ महाकुंभ पहुंचे। संगम में स्नान किया और पूजा की। प्रयागराज एयरपोर्ट पर सीएम योगी ने उनका स्वागत किया।उन्होंने कहा– यहां के प्रशासन, पुलिस और कर्मचारियों ने अभूतपूर्व व्यवस्थाएं की हैं। मां गंगा का आशीर्वाद हम सबको प्राप्त हो। निश्चित रूप से विश्व का कल्याण हो, सबका कल्याण हो, यही हमारी भावना है।

गडकरी ने संगम स्नान को लेकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा– महाकुंभ महापर्व देशभर की आस्था का केंद्र है। यही कारण है कि देशभर से लोग यहां गाड़ी लेकर आ रहे हैं। गडकरी ने बताया कि मेरे शहर नागपुर से भी हजारों लोग गाड़ियां लेकर यहां आए हैं। मेरे साथ कैबिनेट के सहयोगी भी साथ आए हैं।गडकरी ने संगम में पत्नी और परिवार के साथ स्नान किया और गंगा जल का आचमन कर सबके कल्याण की प्रार्थना की। घाट पर स्नान करने जुटी स्नानार्थियों की भारी भीड़ का उन्होंने अभिवादन भी किया।

इस दौरान औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह भी मौजूद रहे।गडकरी ने सोशल मीडिया पर भी स्नान व पूजन की वीडियो और तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा, प्रयागराज...हर हर गंगे। प्रयागराज महाकुंभ में आज पवित्र संगम में स्नान और पूजन-अर्चन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। पवित्र निर्मल मां गंगा का आशीर्वाद मिला।उन्होंने कहा– राज्य सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर होने वाले कार्यक्रम के लिए अच्छी व्यवस्था की है जो सरल नहीं है। यह प्रयास कड़ी मेहनत का परिणाम है। उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने काफी मेहनत की है जो स्पष्ट तौर पर दिख रही है। यही कारण है कि देशभर से लोग इस महासमागम में आने को लेकर उत्साहित और आनंदित हैं।

*सत्य ही इस संसार की सर्वोच्च शक्ति है जिसमें समूचे ब्रह्माण्ड का आधार टिका है जिला मंत्री राजेश तिवारी*

सत्य शक्ति के आगे किसी भी प्रकार का बनावटी पन नही चलता।छल की चालें चाहे जितनी चली जाएं पर सत्य पर विजय कभी नही मिलता

प्रयागराज

Sb न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

सत्य ही इस संसार की सर्वोच्च शक्ति है जिसमें समूचे ब्रह्माण्ड का आधार टिका है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जनपद संरक्षक डॉ०जीवनलाल पटेल से उनकी बेटी के शुभ विवाह के अवसर पर शिवगढ़ सोरांव प्रयागराज के राम जानकी वाटिका में कही।संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री हृदयकर्णिका शालिनी पटेल सुपुत्री डॉ०जीवनलाल पटेल के शुभ विवाह के अवसर पर शिवगढ़ सोरांव प्रयागराज पधारे हुए थे।जिला मंत्री ने हृदयकर्णिका शालिनी पटेल सुपुत्री डॉ०जीवनलाल पटेल बढ़ैया सेवइथ,सोरांव प्रयागराज को हृदयवत आशीर्वाद प्रदान करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की बेटी जहाँ भी रहे ताउम्र सदा सुखी रहे एवं दुःख का साया उससे हजारों कोशों दूर रहे और उसका जीवन सदैव खुशियों से भरा रहे।आपसी सौहार्दपूर्ण साहित्यिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य ही इस संसार की सर्वोच्च शक्ति है जिसमें समूचे ब्रह्माण्ड का आधार टिका है क्योंकि सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर में ही इस समूचे संसार का आधार टिका है।जिला मंत्री ने आगे कहा कि इस संसार में वही घटित होता है जो ईश्वर की मर्जी होती है चाहे वह कलयुग हो या सतयुग परन्तु ईश्वर जो करता है वह सही ही करता है।सत्य एवं न्याय पथिक ईश्वर को अत्यन्त प्रिय है और ऐसे व्यक्ति को जो किसी भी प्रकार की हानि पहुँचना चाहता है तो वह ईश्वर के कोपभाजन से बच नही सकता।जिला मंत्री ने आगे कहा कि मनुष्य को चाहिए कि वह अपने समस्त कुरीतियों का त्यागकर सदैव सत्य एवं न्याय के पथ पर चले एवं दूसरे सत्य एवं न्याय पथिक का आदर व सत्कार करे तो मनुष्य का जीवन अत्यन्त ही सुखकर होगा एवं ईश्वर की कृपा भी उस व्यक्ति पर निरन्तर बनी रहेगी।जिला मंत्री ने आगे कहा कि इस संसार में वास्तविकता तो यह है कि मनुष्य खाली हाथ ही आता है और खाली हाथ ही जाएगा।यहाँ तक कि यह नश्वर भौतिक शरीर भी मिट्टी में मिल जाएगी।मनुष्य का मूल जीवन सदैव सत्य एवं न्याय पथगामी होकर दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति को अपने आत्मा में अभिसिंचित करना है जिससे यह प्राप्त मानव जीवन सफल हो सके।जिला मंत्री ने अपने वक्तव्य में यह भी कहा कि सत्य के आगे किसी भी प्रकार का बनावटी पन नही चलता,छल की चालें चाहे जितनी चली जाएं पर सत्य पर विजय कभी नही मिलता। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा सत्य का वर्णन बहुत ही सुन्दर एवं सार्वभौमिक अद्वितीयता वाणी में वर्णित किया गया है।वास्तव में मनुष्य को सत्य एवं न्याय के गुणों को अपने हृदय में परिलक्षित कर सदैव सत्यरुपी ईश्वर का मनन चिंतन हुए अपने प्राप्त मानव जीवन को परिपूर्ण करना चाहिए।यही मनुष्य का वास्तविक जीवन है।इस साहित्यिक एवं मानव कल्याणकारी वार्ता के दौरान जिला मंत्री के साथ वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला, एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज जनपद संरक्षक डॉ०जीवनलाल पटेल,हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी,निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान प्रबन्धक राजेन्द्र राज पटेल सहित आस पास बहुत से क्षेत्रीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।