नितिन बोले..अद्भुत व अविस्मरणीय जनसैलाब*

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : महाकुंभ बॉलीवुड के प्रख्यात गायक नितिन मुकेश महाकुम्भ की भव्यता को देखकर गदगद हुए हैं। वे 16 फरवरी को प्रयागराज पहुंचे। पहुंचने के बाद सीधे संगम पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई। नाव पर बैठकर संगम भ्रमण किया और मां गंगा का पूजन-अर्चन कर उनसे अपने पिता प्रख्यात गायक मुकेश के नाम को रोशन करते रहने का आशीर्वाद मांगा। सोमवार को गंगा पंडाल में सांस्कृतिक प्रस्तुति देने से पहले उन्होंने यहां के अनुभवों को साझा किया, कहा कि दो दिन रहकर मुझे एहसास हुआ कि यहां जनसैलाब उमड़ रहा है। जो अद्भतु, अप्रतिम और अविस्मरणीय है। उन्होंने बताया कि दुनिया में ऐसी समरसता कहीं नहीं देखने को मिलेगी, जैसी लाखों लाख श्रद्धालुओं की आस्था में दिखाई दे रही है। यह हमारी सनातन आस्था और संस्कृति के संस्कार की वजह से संभव हो रहा है। काश कुम्भ के बाद भी देश में ऐसी ही समरसता देखने को मिले। देश के कोने- कोने से जितने भी श्रद्धालु यहां आ रहे हैं, यह उनका सौभाग्य था कि मां गंगा ने उन्हें अपने तट पर बुलाया।नितिन बताते हैं कि वे पहली बार संगम स्नान करने अपने पिता मुकेश के साथ 50 वर्ष पहले आए थे। उसके बाद दो बार और मां गंगा के आशीर्वाद से यहां आने का अवसर मिला था। अंतिम बार वर्ष 2021 में आया था। तब भी डुबकी लगाने का आशीर्वाद मइया ने दिया था और हनुमान जी का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।गायक ने बताया कि एक सपना बहुत दिनों से देख रहा था कि रामचरितमानस को अपने स्वरों में पिरो सकूं। महाकुम्भ में आकर मेरा सपना पूरा करने का आशीर्वाद मां गंगा से मिला है। अब यहां से जाने के बाद अपने सपने को पूरा करने का काम करना है। मइया से यह प्रार्थना है कि जब तक जीवन है, तब तक अच्छा कर्म करता रहूं।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा में मजबूत प्रहरी बने सीआरपीएफ के जवान


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :आपदा प्रबंधन में तत्परता के साथ हर आपात स्थिति के लिए हैं तैयार महाकुम्भ 2025 की भव्यता के बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सेवा के लिए पूरी तत्परता से तैनात है। उनकी सेवा भावना और राष्ट्रप्रेम का अद्वितीय उदाहरण महाकुम्भ में देखने को मिल रहा है।

सीआरपीएफ के जवान 24 घंटे घाटों, मेला परिसर और प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं। आधुनिक तकनीक और सतर्क निगाहों से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है।भीड़ नियंत्रण और मार्गदर्शन में अहम भूमिका श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच सीआरपीएफ के जवान मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर रहे हैं। उनका सौम्य व्यवहार और तत्परता श्रद्धालुओं को सहज अनुभव प्रदान कर रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सीआरपीएफ की आपदा प्रबंधन टीम पूरी मुस्तैदी से तैनात है। कुम्भ मेले में गुमशुदा बच्चों और बुजुर्गों को उनके परिजनों से मिलाने में भी सीआरपीएफ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।राष्ट्र प्रथम: सेवा और समर्पण की मिसाल

सीआरपीएफ से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ का हर जवान महाकुम्भ में 'राष्ट्र प्रथम' की भावना के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहा है। उनकी सेवा और समर्पण का यह जज़्बा महाकुम्भ की आध्यात्मिकता को और भी पवित्र बना रहा है। महाकुम्भ 2025 में सीआरपीएफ की यह अटूट सेवा और समर्पण न सिर्फ सुरक्षा का विश्वास जगा रहा है, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा भी है।

महाकुंभ जाने के लिए पिता-बेटी ने 675 किमी चलाई साइकिल, दिल्ली से संगम डुबकी लगाने

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : महाकुंभ की आस्था के आगे श्रद्धालुओं के लिए हर समस्या आसान हो रही है। कोई ट्रैफिक के कारण 200 किमी से ज्यादा का सफर बोट से तय कर रहा है तो कोई साइकिल से महाकुंभ पहुंच रहा है। 144 साल में हो रहे इस आयोजन पर हर कोई आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम पहुंच रहा है। इनमें से एक हैं दिल्ली के रहने वाले पिता और बेटी। इन्होंने संगम जाने के लिए मुश्किल राह चुनी। ये ट्रेन या बस से नहीं बल्कि दिल्ली से प्रयागराज साइकिल चलाकर पहुंचे हैं। दोनों ने साइकिल पर 675 किमी का सफर तय किया और त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।साइकिल से 675 किमी का सफर पूरा करके त्रिवेणी संगम पहुंची अनुपमा पंत का साथ उनके पिता उमेश पंत ने दिया। दोनों दिल्ली के रहने वाले हैं और दिल्ली से प्रयागराज साइकिल से पहुंचे। उन्होंने एक रिकॉर्ड भी कायम कर लिया है। अपने इस कदम से दोनों पिता और बेटी लोगों को साइकिल चलाने का संदेश देना चाहते हैं। दोनों का मानना है कि साइकिल चलाने से कई समस्याओं का हल होता है और इससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।आम जनता को साइकिल के फायदे को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से निकले पिता बेटी ने संगम स्नान किया और कहा कि साइकिल चलाने से स्वस्थ रहा जा सकता है। अनुपमा और उनके पिता ने कहा कि ज्यादातर लोग अपने कामों के लिए साइकिल से ज्यादा यात्रा करेंगे तो कई समस्याओं का समाधान भी निकल सकता है। उनका कहना है कि साइकिल से यात्रा करने से शरीर तो स्वस्थ होता ही है वहीं हमारा पर्यावरण भी स्वस्थ रहेगा। पिता और बेटी ने अपनी इस पहल से लोगों को साइकिल चलाने की प्रेरणा दी है। इस पहल के जरिए दोनों शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण स्वास्थ्य की ओर भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।

तीर्थराज प्रयाग में कुंभ की आस्था और जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में शुभारंभ

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :तीर्थराज प्रयाग में पूज्य संतों की गरिमा उपस्थिति में कुंभ की आस्था और जलवायु परिवर्तन सम्मेलन आयोजित 16 फरवरी 2025 को भव्य शुभारंभ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी की उपस्थिति मे अरैल घाट सेक्टर 25 मे हुआ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी जी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले 8 वर्षों में 210 करोड़ वृक्षारोपण किया फॅरिस्ट कवर को बढ़ाया गया डीजल से चलने वाली बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों को प्राथमिकता दी गई एवं नदियों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया गया है महाकुंभ 2025 , प्रयागराज का संदेश यही है कि आस्था के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के कारकों पर विचार करते हुए उसके निवारण का उपाय हम सभी को मिलकर करना होगा इस अमृत महा कुम्भ मे 52 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई सम्मेलन से जुड़े हुए सभी गणमान्य जनों का हार्दिक अभिनंदन व इस कार्यक्रम की सफलता ही हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए सभा में वाणी को विराम दिया ।

नैनी के मियावाकी पार्क का भ्रमण कर सकेंगे लोग

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : नैनी औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित दूसरे मियावाकी पार्क की हरियाली लोग करीब से देख सकेंगे। पार्क के अंदर लोगों के आवागमन के लिए मार्ग बनाया जाएगा। नगर निगम औद्योगिक क्षेत्र में पहले पार्क के पास दूसरा मियावाकी पार्क बनाएगा। दूसरे पार्क की लिए योजना बनाई जा रही है। औद्योगिक क्षेत्र में दूसरा मियावाकी पार्क बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस साल जनवरी में तीन करोड़ 94 लाख रुपये स्वीकृत किया है। नगर निगम ने सरकार को डीपीआर भेजकर पार्क निर्माण के लिए चार करोड़ 93 लाख रुपये मांगा था। सरकार से राशि स्वीकृति के बाद नगर निगम ने पार्क निर्माण का काम शुरू किया। सरकार ने नैनी औद्योगिक क्षेत्र के साथ प्रदेश के 21 शहरों में मियावाकी पार्क बनाने के लिए 46 करोड़ रुपये स्वीकृत किया है।नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि नगर निगम ने औद्योगिक क्षेत्र में पहली मियावाकी पार्क बनाया। पार्क को लोग देखना चाहते हैं, लेकिन इसमें आवागमन की सुविधा नहीं है। लोगों की मांग को देखते हुए क्षेत्र के दूसरे पार्क में पथ बनाया जाएगा। नगर निगम औद्योगिक क्षेत्र के अलावा बसवार और झूंसी में भी एक-एक मियावाकी पार्क बना रहा है।

महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर संत गदगद, सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया श्रेय

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों से किया संवाद कथावाचक प्रदीप मिश्र और जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से की मुलाकात

महाकुम्भ की भव्यता-दिव्यता से संतगण अभिभूत, मुख्यमंत्री से की प्रशंसा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को प्रयागराज स्थित महाकुम्भ नगर पहुंचे, यहां उन्होंने विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया और साधु संतों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने यहां जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से भेंट कर महाकुम्भ की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। इसके बाद वे सदाफल आश्रम स्थित स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट पहुंचे, जहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने संत समाज के साथ संवाद कर महाकुम्भ की व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया और संतों ने योगी सरकार की तैयारियों की सराहना की।

मुख्यमंत्री सेक्टर 21 में प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा में शामिल हुए। यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद वे सेक्टर 18 स्थित प्रभु प्रेमी संघ अंबाला शिविर पहुंचे, जहां संतों का सानिध्य प्राप्त किया।

महाकुम्भ 2025 का यह आयोजन 144 वर्षों के पुण्य संयोग में हो रहा है, जिसमें अब तक करीब 52 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं। दिव्य और भव्य महाकुम्भ की सराहना न केवल देशभर के श्रद्धालु कर रहे हैं बल्कि विदेशी पर्यटक भी इसकी भव्यता से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पा रहे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं और साधु-संतों से संवाद करते हुए कहा कि सरकार ने महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए हर प्रयास किए हैं। उन्होंने संत समाज और श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि आने वाले समय में भी धार्मिक आयोजनों को इसी भव्यता और दिव्यता के साथ संपन्न

बड़ा ताजिया मोहर्रम कमेटी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

इंसानियत का संगम

प्रयागराज :– प्रयागराज संगम में स्नान करने के बाद लौटते हुए श्रद्धालुओं को बड़ा ताजिया मोहर्रम कमेटी ने बड़ा ताजिया कंपाउंड में उनके रुकने और सोने की व्यवस्था की सोने के लिए बिस्तर और होडने के लिए चादर दिया गया उनका हर तरह से ख्याल किया जा रहा था बड़ा ताजिया मोहर्रम कमेटी के सदस्यों ने रात भर जागकर श्रद्धालुओं की सेवा की नाश्ते में चाय बिस्किट जलेबी दिया गया खाने में तहरी और पूडी कचोरी दिया गया सेवा कार्य में इमरान खान आमिर खान वसीम खान रेहान खान अकरम अर्शी आसिफ खान आदि ने अपनी सेवा दी ।

उन्माद पैदा कर दिया लोग मर रहे हैं इसका जिम्मेदार कौन हैं-विनय कुशवाहा

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज: अव्यवस्था जाम से लोगों का जीना दूभर हो गया।

जो वाहवाही लूट रहे थे आज मौत पर जिम्मेदारी भी ले त्यागपत्र देकर।

प्रयागराज 16 फरवरी।दिव्य भव्य महाकुंभ 144साल बाद ऐसा सुयोग्य नक्षत्र का मिलन अमृत पान करने के लिए गंगा जमुना के संगम पर आने का आवाहन पूरे देश विदेश में मंत्री संत्री के साथ खूब प्रचार प्रसार किया गया जिससें जनता में एक उन्माद पैदा हो गया बुढ़े बुजुर्ग महिला बच्चे नवजवान सब निकल पड़े अमृत पान करने संगम की ओर जिसका नतीजा यह हुआ कि आज भीड़ रोके नहीं रूक रही हैं हर तरफ भगदड़ से मौत हो रही हैं कुछ पता चलता है कुछ का तो पता ही नहीं।इन सब मौतों की जबाबदेही किसकी हैं और जिम्मेदारी किसकी हैं।उक्त बातें सपा प्रदेश सचिव व सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने कहीं उन्होंने कहा कि किसी को आत्महत्या के लिए उकसाना भी कानूनन अपराध है तो जहाँ सैकड़ों लोगों की मौत हो गई हो भगदड़ की वजह से तो इसकी जिम्मेदारी किसके ऊपर होनी चाहिए जिन्होंने लोगों को उकसाया उन्माद पैसा किया और जो लोग आधी अधुरी तैयारी के बीच भव्य दिव्य महाकुंभ का सपना दिखा कर देशभर को प्रयागराज आने का नेवता दिया पर व्यवस्था कुछ नहीं किया ऐसे लोगों को अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए क्योंकि वो लोगों को बुला तो लिए लेकिन उनकी जान माल की सुरक्षा करने में नाकाम रहे।

मनुष्य का जीवन वृक्ष पर लगे पके फल के समान है ना जाने फल कब वृक्ष से गिर जाए जिला मंत्री राजेश तिवारी

खाली हाथ आया रे वंदे जाएगा खाली हाथ ही।क्यों खोया है यह मेरा वह तेरा कुछ जाएगा साथ नही

प्रयागराज

sb न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

मनुष्य का जीवन वृक्ष पर लगे पके फल के समान है न जाने फल कब वृक्ष से गिर जाए यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने व्यापार मण्डल अध्यक्ष मेजा रोड प्रयागराज विष्णु प्रकाश उपाध्याय(पप्पू) एवं उनके लघु भ्राता समाजसेवी शिव प्रकाश उपाध्याय से उनके पिता स्व०पं० हरिश्चन्द्र उपाध्याय के एकादशाह कार्यक्रम के दिन उनके ग्राम पंचायत बंधवा मेजा रोड प्रयागराज में कही।गौरतलब हो जिला मंत्री एवं व्यापार मण्डल अध्यक्ष मेजा रोड श्री उपाध्याय एक ही साथ के सहपाठी हैं।दोनों ही सम्भ्रान्त जनों की शिक्षा दीक्षा साथ ही साथ बद्रीनाथ तिवारी इण्टर कॉलेज मेजा रोड प्रयागराज में हुई है।शोक संवेदना व्यक्त करते हुए जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनुष्य का जीवन वृक्ष पर लगे पके फल के समान है न जाने फल कब वृक्ष से गिर जाए।जिला मंत्री ने आगे कहा कि मनुष्य को कभी भी अपने धन दौलत एवं शक्ति पर घमण्ड एवं अहंकार नहीं करना चाहिए क्योंकि ना जाने कितने राजा रंक हो गए और ना जाने कितने रंक राजा हो गए।यह समय परिवर्तनशील है।मनुष्य जो कुछ भी पाता है वह यही से और अन्ततः सबकुछ यही पर छोड़कर जाना होता है और अपने किए गए कर्मानुसार ही उसे अगला जन्म प्राप्त होता है परन्तु यह सर्वथा सत्य है कि बुरे काम का बुरा नतीजा एवं सही काम का सही नतीजा होता है।जिला मंत्री ने आगे कहा कि वस्तुतः मनुष्य का जन्म इस धरती पर केवल सत्य एवं न्याय को अपने आत्मा में परिलक्षित करने के लिए हुआ है क्योंकि संसार के अन्य प्राणी सत्य एवं न्याय के बारे में कुछ भी नही जानते।कर्म प्रधान है जो जैसा करता है उसे वैसा ही फल प्राप्त होता है।दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति ही मनुष्य के असली धन हैं यदि यह गुण मनुष्य में नही हैं तो उसका मानव जन्म बिल्कुल ही व्यर्थ है।जिला मंत्री ने मानव हित में एक कवित्य भी कहा कि खाली हाथ आया रे वंदे जाएगा खाली हाथ ही,क्यों खोया है यह मेरा वह तेरा कुछ जाएगा साथ नही।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा कितना ही सुन्दर वर्णन मानव चरित्र में वास्तविक जीवन पर प्रकाश डाला गया।जिला मंत्री के एक एक शब्द सदैव मानव कल्याणकारी होते हैं जो हूबहू पवित्र गीता ग्रन्थ से मिलते जुलते हैं।वास्तव में मनुष्य को अपने जीवन में किस तरह जीवन जीना चाहिए उसकी एक प्रसांगिक रुपरेखा जिला मंत्री द्वारा प्रस्तुत की गयी है।इस मार्मिक शोक संवेदना के अवसर पर जिला मंत्री के साथ भूतपूर्व ब्लॉक प्रमुख मेजा प्रेम शंकर शुक्ला(मुन्नन),व्यापार मण्डल संरक्षक मेजा रोड ई० नित्यानन्द उपाध्याय,समाजसेवी प्रेमशंकर तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,समाजसेवी नीरज तिवारी,वरिष्ठ पत्रकार शशि कान्त तिवारी,समाजसेवी एवं भाजपा नेता दिनेश तिवारी,अध्यक्ष शिक्षक संघ मेजा मनीष तिवारी,अध्यक्ष सहकारी समिति तेंदुआ कलां राहुल तिवारी,नवयुवक भाजपा नेता अजीत मिश्रा,नवयुवक समाजसेवी हर्ष द्विवेदी,समाजसेवी अजीत शुक्ला,अखिलेश मिश्रा एवं शोकाकुल परिवार सहित क्षेत्र के बहुत से गणमान्य लोग मौजूद रहे।

त्रिवेणी संगम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लगाई आस्था की डुबकी, सनातन संस्कृति की भव्यता को किया नमन

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुंभ नगर । त्रिवेणी संगम की पावन धरती पर महाकुंभ 2025 के अंतर्गत केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने श्रद्धा और आस्था के साथ स्नान किया। उन्होंने इसे सनातन सभ्यता, संस्कृति और शाश्वत परंपराओं की जीवंतता का प्रतीक बताया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती की दिव्य धाराओं में स्नान कर आशीर्वाद प्राप्त करना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है। महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा और एकता का सबसे बड़ा संगम है।

धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि यह आयोजन केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन को विश्व पटल पर स्थापित करने वाला अवसर है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का हर क्षण सनातन परंपराओं की भव्यता को दर्शाता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणादायक रहेगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस आयोजन की भव्यता को विश्व स्तरीय बताया और कहा कि यह केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को सशक्त करने वाला मंच है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण भी उपस्थित रहे। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय तथा परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने भी त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। मंत्रियों ने माँ गंगा का विधिवत पूजन कर राष्ट्र और जनकल्याण की कामना की।

मंत्री राकेश सचान ने कहा कि महाकुंभ का यह आयोजन भारतीय संस्कृति की अखंडता और शक्ति का प्रतीक है। यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें आस्था और भक्ति की अविरल धारा प्रवाहित होती है।

मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि यह आयोजन उनके लिए केवल स्नान का अवसर नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति के मूल तत्वों को आत्मसात करने का माध्यम भी है। पूरे विश्व को वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देता है।

मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि महाकुंभ 2025 न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है।