*दो महीने से गायब युवक का शव गांव की पोखरी में मिला,कस्बे में सड़क पर जाम लगा कर परिजनों ने की कार्रवाई की मांग*

खजनी गोरखपुर।।थाना क्षेत्र के पड़ियापार गांव में एक युवक बीते 17 दिसंबर 24 को रात लगभग 8 बजे अपने घर से गांव के ही दो व्यक्तियों के बुलाने पर गया था। परिवार के लोगों ने युवक की हत्या कर शव को पोखरी में फेंकने का आरोप लगाया था। दो महीने बाद आज 17 फरवरी 2025 को लगभग 4.30 बजे युवक का शव उसी पोखरी में बरामद हुआ।

लंबे अरसे से पुलिस के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के पास युवक की तलाश की मांग को लेकर चक्कर लगा रहे परिवारजनों और निकट संबंधियों के सब्र का बांध फूट पड़ा। आज शाम खजनी कस्बे के मुख्य चौराहे पहुंचकर आक्रोशित स्वजनों ने सड़क पर लेट कर रास्ता जाम करने लगे। कस्बे में हंगामा देख कर स्थानीय पुलिस के हांथ पांव फूल गए। थाने के दर्जनों पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। किंतु मृतक के पुत्रों उनके सहयोगी साथियों और परिवार की महिलाओं ने कुछ भी सुनने मानने से इंकार करते हुए पुलिस पर जांच में लापरवाही का आरोप लगाते हुए आरोपितों के विरुद्ध कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाते रहे। इस बीच मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह तहसीलदार नरेंद्र कुमार और थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को समझा बुझाकर सड़क से उठाया कस्बे में यातायात व्यवस्था सामान्य कराते हुए। पीड़ित परिवार के लोगों को सांत्वना देते हुए कार्रवाई शुरू की। तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने गांव के दो संदिग्ध लोगों को थाने में ले आ कर से पूछताछ भी शुरू कर दी।

इस दौरान मृतक मोहन निषाद की पत्नी रीना देवी ने थाने में तहरीर देकर बताया कि गांव के दो व्यक्ति दो महीने पहले 17 दिसंबर 24 को उनके पति मोहन को रात 8 बजे घर से बुलाकर ले गए थे। बीते दो महीने से मोहन निषाद का कहीं कोई पता नहीं चल रहा था। परिवार के लोग मोहन की तलाश में हर संभावित स्थानों पर करते हुए निराश हो गए थे।

आज अपराह्न 4.30 बजे पोखरी में शव मिलने पर गांव के लोगों ने उन्हें सूचना दी थी। मौके पर पहुंची मृतक की पत्नी और बच्चों ने कपड़े और शव‌ देख कर उसकी शिनाख्त कर ली। युवक के शव को कब्जे में लेकर पंचायत नामे के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जिले पर भेज दिया।

बता दें कि बीते 17 दिसंबर 24 को युवक के गांव की पोखरी में डूबने की सूचना पर पहुंची पुलिस उसकी तलाश में घंटों तक हलकान हुई थी।उस दौरान सबेरे लगभग 9 बजे थाने में पुलिस को सूचना दी गई कि पड़ियापार गांव के निवासी मोहन पुत्र रामप्रीत उम्र लगभग 40 वर्ष गांव के पोखरी में डूब गए हैं। मौके पर पहुंचे तत्कालीन थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने देखा तो पोखरी जलकुंभियों से भरी मिली और किनारे पर सिर्फ घुटनों तक पानी था। घटना की सूचना एसडीआरएफ को दी गई किंतु जलकुंभी के कारण पोखरी में प्रवेश करना मुश्किल था। आखिरकार दो दिनों तक जलकुंभी की सफाई के लिए मजदूरों को लगा कर सफाई और तलाश की गई थी। साथ ही पुलिस ने युवक के गायब होने की सूचना पर खजनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कर ली थी, किंतु कुछ दिनों बाद उसकी तलाश और जांच पड़ताल शिथिल पड़ गई थी। मृतक मोहन निषाद पुत्र रामप्रीत मेहनत मजदूरी का काम करके परिवार का भरण-पोषण करता था। आज शाम मृतक के पिता रामप्रीत पुत्र रामदुलारे मां तथा पत्नी रीना देवी पुत्र सूरज, शिवानंद, कृष्णा और बेटी सीता गांव और पट्टीदारी के लोगों के साथ खजनी कस्बे में थाने के सामने पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करने लगे।

जातक कथाओं के माध्यम से छात्रों ने सीखा व्यवसाय प्रबंधन

गोरखपुर। राजकीय बौद्ध संग्रहालय गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत आज दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रशासन विभाग में 'सम्यक प्रबंधन और जातक अट्ठकथाएँ' विषय पर विभागाध्यक्ष व्यवसाय प्रशासन प्रो. श्रीवर्धन पाठक की अध्यक्षता में एक दिवसीय व्याख्यान आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन कर रही विभाग की अध्यापिका डॉ सुरुचि श्रीवास्तव ने अतिथि वक्ता का परिचय दिया तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विभागाध्यक्ष प्रो पाठक ने उद्बोधन के मुख्य वक्ता डॉ जसवीर सिंह चवाला (अध्यक्ष, वॉक चंडीगढ़) को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका औपचारिक स्वागत किया तथा व्याख्यान के महत्व को रेखांकित किया।

डॉ जसवीर सिंह चवाला ने बड़े ही रोचक ढंग से जातक कथाओं के माध्यम से छात्रों को मैनेजमेंट के गुर सिखाए तथा उन्हें मैनेजमेंट सीखने के लिए भारतीय किताबें विशेष कर भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित जातक कथाओं को पढ़ने के लिए प्रेरित किया। डॉ चावला ने अपने उद्बोधन में छात्रों को बहुत सी कहानियां द्वारा सम्यक व्यापार के उद्धरण दिये।

उद्बोधन के अंत में समन्वयक व्यवसाय प्रशासन विभाग प्रोफेसर मनीष कुमार श्रीवास्तव ने अतिथि वक्ता को धन्यवाद ज्ञापित किया। विभाग मे आयोजित कार्यशाला में एमबीए के छात्र - छात्राओं के अतिरिक्त सेवानिवृत प्रो सुशील तिवारी, डॉ कुलदीपक शुक्ला, डॉ इरफान अंसारी, डॉ शेफाली, डॉ कृतिका, श्रीमती तोजस्वी दुबे, डॉ राहुल पाल, डॉ आनन्दवर्धन, डॉ सुशील आदि लोग उपस्थित रहे।

*गोरखपुर विश्वविद्यालय ने 66 शोधार्थियों को दिया अनुसंधान उत्कृष्टता पुरस्कार*

–भौतिकी विभाग के डॉ. अम्बरीश उत्कृष्ट शोधकर्ता पुरस्कार के लिए चयनित

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अनुसंधान उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कल अनुसंधान उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया है। यह पुरस्कार मुख्य रूप से शोधार्थियों द्वारा स्कोपस या वेब ऑफ साइंस में सूचीबद्ध और क्वारटाइल रैंकिंग (Q1-Q4) जर्नल्स में किए गए प्रकाशनों के मूल्यांकन पर केंद्रित है। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उच्च प्रभाव वाले अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशन को प्रोत्साहित करना और गोरखपुर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रतिष्ठा एवं शोध अभिवृति को बढ़ाना है। विश्वविद्यालय इसे अपने हीरक जयंती वर्ष में प्रदान कर रहा है।

विभागवार शोधकर्ताओं के पुरस्कार की सूची

ये पुरस्कार प्लेटिनम, डायमंड, गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज श्रेणियों में विभाजित किए गए थे, जो जर्नल की रैंकिंग के आधार पर विभिन्न स्तरों की सफलता को दर्शाते हैं।

इसमें भौतिकी विभाग के 18, गणित एवं सांख्यिकी के 6, जैवप्रौद्योगिकी के 9, रसायन विज्ञान के 7, वनस्पति विज्ञान के 14, प्राणि विज्ञान के 4 समेत इलेक्ट्रॉनिक्स, औद्योगिक सूक्ष्मजैविकी, वाणिज्य, मनोविज्ञान के शोधकर्ता शामिल हैं। इन 66 शोधकर्ताओं के पुरस्कार की कुल धनराशि लगभग 5 लाख रुपए है। शीर्ष 5 शोधकर्ताओं में क्रमशः भौतिकी विभाग के डॉ. अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव को 51000, गणित एवं सांख्यिकी विभाग के डॉ. राजेश कुमार को 28500, जैवप्रौद्योगिकी विभाग के प्रो. राजर्षि गौर को 22500 एवं प्रो. दिनेश यादव को 21500 तथा प्राणि विज्ञान विभाग के डॉ. महेन्द्र प्रताप सिंह को 16500 की पुरस्कार राशि दी गई है। ज्ञात हो कि डॉ. अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव एवं डॉ. राजेश कुमार के शोधपत्रों के आधार पर विश्वविद्यालय को नेचर इंडेक्स में शीर्ष 100 संस्थानों में स्थान प्राप्त हुआ है।

उत्कृष्ट शोधकर्ता पुरस्कार

इन में सर्वाधिक पुरस्कार भौतिकी विभाग के शोधकर्ताओं ने हासिल किए हैं। वहीं भौतिकी विभाग के ही डॉ. अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव की शोध गतिविधियों के व्यापक विश्लेषण के आधार पर, जिसमें Q1/Q2/Q3/Q4 जर्नल्स में प्रकाशन, पेटेंट (प्रकाशित या स्वीकृत), प्रकाशित पुस्तकें और परियोजनाएं (स्वीकृत और जारी) शामिल हैं, "उत्कृष्ट शोधकर्ता पुरस्कार" दिया गया है। इसमें ₹ 21,000/- की नकद राशि और एक विशेष मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। उत्कृष्ट शोधकर्ता पुरस्कार के लिए कुल 19 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। जिसमें भौतिकी विभाग के डॉ. अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव को सर्वाधिक 347 अंक मिले। वहीं दूसरे एवं तीसरे स्थान पर जैवप्रौद्योगिकी के क्रमशः प्रो दिनेश यादव एवं प्रो. राजर्षि गौर रहे।

कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने दी बधाई

सभी पुरस्कृत शोधकर्ताओं को बधाई देते हुए कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान उनके शोधकर्ताओं, जिनमें शिक्षक एवं छात्र दोनों शामिल हैं, से होती है। हमें आशा ही नहीं वरन पूर्ण विश्वास है कि इस पहल से विश्वविद्यालय के शोध वातावरण में नई ऊर्जा का संचार होगा। आने वाले समय में विश्वविद्यालय की वैश्विक छवि एवं रैंकिंग में बढ़ोत्तरी होगी।

*सपा पार्षद सर्वे के आधार पर टैक्स लगाने का करते रहे विरोध, सदन से किया वाकआउट*


गोरखपुर । सांसद रहते हुए जनता की छोटी छोटी समस्याओं के लिए सड़कों पर उतर जाने वाले सीएम योगी के अपने शहर में जनता को नगर निगम द्वारा मनमाने टैक्स की नोटिस भेजी जा रही है। इस बढ़े हुए टैक्स के बोझ से शहरवासियों की सांसें फूल रही है लेकिन जनता सरकार का विरोध करने का साहस नहीं जुटा पा रही है।

अब इसी मनाने टैक्स की मार झेल रही गोरखपुर नगर निगम क्षेत्र की जनता के हक में समाजवादी पार्टी के पार्षदों ने निगम सदन में बोर्ड की 10वीं बैठक में जमकर हंगामा काटा। जीआईएस सर्वे के आधार पर टैक्स लगाने का विरोध कर रहे सपा पार्षदों ने सदन से वाक आउट किया। बोर्ड की 10वीं बैठक में जीआईएस सर्वे के विरोध में पार्षद धरने पर भी बैठे।

बताते चलें कि गोरखपुर नगर निगम बोर्ड की 10वीं बैठक में सपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे महापौर व नगर आयुक्त के सामने धरने पर बैठ गए। पार्षद जीआईएस सर्वे को रद्द करने की मांग करते रहे। भोजनावकाश हो जाने के बाद तमाम पार्षद भोजन करने चले गए वहीं समाजवादी पार्षद धरने पर बैठे नारेबाजी करते रहे।

नगर आयुक्त पर आरोप लगाते हुए सपा पार्षदों ने कहा कि उनकी बातें भी सदन में अनसुनी कर दी गई। इसके बाद पार्षदों ने वाकआउट कर दिया। सपा पार्षद जियाउल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संगठन और सदन में सपा पार्षद दल के नेता अशोक यादव ने इस सम्बंध में ज्ञापन भी सौंपा था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई न ही एक कमेटी बनाई गई।

ज़ियाउल इस्लाम ने बताया कि नगर निगम अधिनियम की धारा 173, 174, 175 में सम्पत्ति कर में गृह कर व जलकर का निर्धारण किया जाता है। नगर निगम के अधिकारी खुलेतौर पर अधिनियम की अवहेलना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस समय गोरखपुर नगर निगम अधिनियम से नही बल्कि तानाशाही और मनमर्ज़ी से चल रहा है। मुख्यमंत्री जी को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए ।

जिला कांग्रेस कमेटी ने मनाया जननायक पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की 37 वीं पुण्यतिथि

गोरखपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में का लक्ष्मीबाई पार्क में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के पुण्यतिथि 37 वी पुण्यतिथि श्रद्धा सुमन अर्पित कर मनाया गया , जिलाध्यक्ष ने कहा कि सदैव दलित शोषण एवं पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए प्रयत्नशील रहे एवं संघर्ष करते रहे बिहार की जनता इनको सदैव याद करता है एवं इनका सरल जीवन स्वभाव स्पष्ट विचार इच्छा शक्ति लोगों को प्रभावित कर लेती लोग उनके विराट व्यक्तित्व के प्रति आकर्षित हो जाते थे ।

इसी क्रम में जिला उपाध्यक्ष तौकीर आलम, जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र निषाद, जिला महा सचिव निर्मला गुप्ता, जिला महासचिव मुन्ना तिवारी, राम नगीना साहनी, रामसमुझ सवारा, ऋषि चंद गुप्ता ,रईस अहमद, सच्चिदा नंद, वशिष्ठ विश्वकर्मा, दिनेश मौर्या।

*टीबी मुक्त भारत के लिए रेडक्रॉस और बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संगोष्ठी कर रैली निकाली गईं*

टीबी मुक्त भारत अभियान को जन जन तक पहुँचाने में रेडक्रॉस एवं बेसिक शिक्षा का योगदान प्रशंसनीय है- फ़तेह बहादुर सिंह विधायक

गोरखपुर। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी एवं बेसिक शिक्षा गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में टीबी मुक्त भारत हेतु जनजागरण अभियान की शुरुवात कैम्पीयरगंज विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय बगहीभारी क्षेत्र भरोहिया के प्रांगण में संगोष्ठी कर एवं रैली निकाल कर हुवा।

संगोष्ठी में मुख्य अतिथि कैम्पीयर गंज के लोकप्रिय विधायक एवं पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह ने उपस्थित शिक्षकों एवं अभिभावकों से कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर हम सभी को टीबी मुक्त भारत बनाने में सहयोग देना होगा, उन्होंने कहा कि लोगों में टीबी लाइलाज बीमारी के व्याप्त भ्रान्ति को दूर करना होगा, टीबी ग्रसित को पोषण युक्त सामग्री सेवन करने के लिए जागरूक करना होगा। विधायक ने टीबी मुक्त भारत अभियान के जनजागरण कार्यक्रम शुरु करने के लिए इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी की प्रसंशा करते हुवे जन जन तक संदेश पहुँचाने का आवाहन किया । इस अवसर विधायक फ़तेह बहादुर सिंह ने स्मार्ट क्लास एवं विभिन्न विद्यालयों के अतिरिक्त कक्षा कक्ष का भी लोकार्पण किया।

कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि समाज में टीबी के बारे में व्याप्त भ्रान्तियो एवं कुरीतियों को दूर करने में शिक्षक अहम भूमिका निभा सकता है, इसी क्रम में टीबी मुक्त अभियान प्रत्येक ब्लॉक में शिक्षकों और रेडक्रॉस सोसायटी के सहयोग से चलाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के रक्तदान प्रभारी एवं बेसिक शिक्षा के टीबी मुक्त अभियान के नोडल ज्ञानेन्द्र ओझा ने बताया कि रेडक्रॉस के यूपी के महासचिव डा हिमा बिन्दु नायक एवं उपसभापति अखिलेन्द्र शाही के निर्देश पर जिला के सभापति शिवेंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा विभाग के सहयोग से प्रत्येक ब्लॉक एवं गाँव में जनजागरण अभियान चलाया जायेगा।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष एवं प्रधानाध्यापक डा गोविन्द राय ने किया।

कार्यक्रम में पीपीगंज टाउन एरिया के चेयरमैन लक्ष्मण विश्वकर्मा, ब्लॉक प्रमुख अश्विनी जयसवाल, खण्ड शिक्षा अधिकारी लवकुश कुमार एवं श्रीमती नीलम, लक्ष्मी प्रजापति, प्रसिद्ध नारायण पाण्डेय,जोखन पाण्डेय शास्त्री, के के साहनी, कंचनलता पाण्डेय, संगीता भाष्कर,हरीशचंद्र सहित हजारों शिक्षक, अभिभावक, जन प्रतिनिधि, ग्रामीण जन एवं बच्चे उपस्थित थे।

आल इंडिया ट्वेन्टी ट्वेन्टी लक्ष्य चैम्पियंस ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता 2 मार्च से...

गोरखपुर। लक्ष्य स्पोर्ट्स एकेडमी द्वारा आयोजित, मंडल क्रिकेट संघ से सम्बद्ध और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ से मान्यता प्राप्त दसवें आल इण्डिया प्राइज मनी लक्ष्य चैम्पियंस ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 2 से 9 मार्च तक गोरखपुर में किया जा रहा है ।

लक्ष्य स्पोर्ट्स एकेडमी के अध्यक्ष डाक्टर राजेश यादव व लक्ष्य स्पोर्ट्स एकेडमी के सचिव डाक्टर त्रिलोक रंजन प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े पुरस्कार राशि वाले लीग आधारित इस क्रिकेट प्रतियोगिता को रेलवे क्रिकेट ग्राउंड के मैदान पर आयोजित किया जाएगा जिसमें देश भर से लगभग आठ प्रमुख टीमें लक्ष्य चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए एक दूसरे से मुकाबला करेंगी .

सफेद गेंद से रंगीन किट में 20- 20 ओवरों के लीग आधारित इस क्रिकेट प्रतियोगिता में आठ टीमों को दो पुल में बांटा जाएगा जिसमें से प्रत्येक पुल की टीमें एक दुसरे से खेलेंगी और प्रत्येक पुल से दो-दो सर्वश्रेष्ठ टीमें सेमीफाइनल के लिए प्रवेश करेंगी. लक्ष्य स्पोर्ट्स एकेडमी के सचिव डाक्टर त्रिलोक रंजन ने बताया कि आयोजन समिति ने सफल आयोजन के लिए तकनीकी समिति सहित अन्य कई कमेटियों का गठन किया गया है. तकनीकी समिति और अम्पायरों के पैनल द्वारा ही आठ टीमों को दो पुल में बांटा जाएगा. प्रदेश के सबसे बड़े पुरस्कार राशि वाले इस प्रतियोगिता के विजेता टीम को 3 लाख रुपए नकद व लक्ष्य चैम्पियंस ट्राफी व उपविजेता टीम को भी 2 लाख नकद व उपविजेता ट्राफी प्रदान किया जाएगा साथ ही प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को 21000 नक़द, सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज, सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज को भी क्रमशः 11000-11000 नक़द पुरस्कार व ट्राफी दिया जायेगा एवं प्रत्येक मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को पूर्व पत्रकार स्वर्गीय योगेश्वर सिंह के स्मृति में मैन ऑफ द मैच का नक़द पुरस्कार व ट्राफी भी दिया जायेगा.

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा मान्यता प्राप्त इस प्रतियोगिता को सफल बनाने हेतु बीसीसीआई के अम्पायरों के पैनल के द्वारा बीसीसीआई के नियमों के अन्तर्गत प्रतियोगिता को आयोजित कराया जाएगा. पिछले वर्षों के तरह इस वर्ष भी थर्ड अंपायर की व्यवस्था की गई है जो मैच के दौरान मैदान में कैमरों से नज़र रखेगी जिससे कि रन आउट, सहित अन्य निर्णय देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी .

प्रेस वार्ता के दौरान लक्ष्य स्पोर्ट्स एकेडमी के संरक्षक हर्ष सिन्हा, संयुक्त सचिव डाक्टर मुदित गुप्ता , उपाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, शफीक अहमद सिद्दीकी, मनीष सिंह, राजन राव, अजय दूबे, डाक्टर एम पी सिंह, हसन नदीम, अरविंद मिश्रा, पंकज मिश्रा, सर्वेश श्रीवास्तव, निशांत त्रिपाठी, विजय श्रीवास्तव, डाक्टर इब्राहिम, शैलेन्द्र गुप्ता, पारितोष बांगड़, अजय मल्ल, मनोज , प्रेम सहित अन्य खिलाड़ी व पदाधिकारी उपस्थित थे.

मित्रों के बीच विवाद में चली गोली, युवक की मौत

खजनी गोरखपुर।तहसील अंतर्गत बेलघाट थाना क्षेत्र के सोपाई गांव के निवासी पुराने मित्रों के बीच हुई कहासुनी में मित्रों ने ही अपने एक साथी की जान ले ली। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।

बेलघाट थाना क्षेत्र के सोपाई गांव के निवासी प्रदीप शर्मा के दरवाजे पर बिछी चारपाई पर बीती रात 12 बजे के बाद गांव के निवासी अभिषेक सिंह उर्फ चंचल सिंह (32) पुत्र अशोक सिंह का शव मिला, उनके सीने में गोली लगी थी तथा चेहरे और शरीर पर भी चोट के निशान थे। घटना की सूचना तत्काल 112 पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायत नामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिले पर भेज दिया गया।

पुलिस को दी गई तहरीर में मृतक के चचेरे भाई शिवेंद्र सिंह पुत्र सत्येंद्र सिंह निवासी ग्राम सोपाई थाना बेलघाट ने बताया कि बीती रात 12 बजे के बाद जब वो गांव के निवासी प्रदीप शर्मा के घर पहुंचे तो कार की रोशनी में अच्छी तरह से देखा कि गांव के निवासी मानवेन्द्र सिंह पुत्र जगदीश चन्द, ज्ञानेंद्र सिंह पुत्र जयनाथ सिंह, अतुल सिंह उर्फ बिक्कू पुत्र जय किशोर सिंह उर्फ जय सिंह उनके चचेरे भाई अभिषेक सिंह उर्फ चंचल सिंह पुत्र अशोक सिंह को प्रदीप शर्मा के दरवाजे पर

बिछी चारपाई पर लिटा कर भाग रहे थे, उनसे जब पूछा कि कहां जा रहे हो इतनी रात में तो बताए कि तुमसे क्या मतलब। करीब जा कर देखा तो चचेरे भाई मृत पड़े थे उनके सीने में गोली लगी थी और चेहरे पर चोटें थी। बताया गया है कि इन्हीं लोगों ने हत्या की, क्योंकि 15 फरवरी 25 को दिन में मानवेन्द्र सिंह के भाई शैलेन्द्र सिंह उर्फ संजय सिंह से मृत युवक का विवाद हुआ था, जिसमें मानवेन्द्र सिंह ने धमकी दिया था कि मैं इसको जिंदा नहीं छोड़ूंगा जैसे मेरे उपर तमाम मुकदमे हैं एक मुकदमा और देख लूंगा। उन्हें मृत युवक का मोबाइल फोन भी नहीं मिला। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 52/2025 में बीएनएस की धाराओं 103(1) तथा 3(5) में नामजद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के अनुसार बीती रात थाना क्षेत्र के सिंघौंरा गांव से राहुल मौर्या के भाई की शादी में बारात गोरखपुर के सिंघड़िया में स्थित सांईं मैरेज हॉल में बारात गई थी। बारात में ज्ञानेंद्र सिंह (32) पुत्र जयनाथ सिंह, अतुल सिंह उर्फ बिक्कु (29) पुत्र जय किशोर सिंह उर्फ जय सिंह और अभिषेक सिंह उर्फ चंचल सिंह पुत्र अशोक सिंह निवासी गांव सोपाई से एक साथ बारात गए थे। बताया जा रहा है कि अभिषेक और मानवेन्द्र सिंह के बीच गहरी दोस्ती थी। लेकिन बारात में फिर एक बार विवाद हो गया। जिसके बाद दोनों एक बस में सवार होकर अपने गांव सोपाई आ रहे थे। आरोप है कि मानवेन्द्र सिंह ने मृत युवक को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं आरोपित मानवेन्द्र सिंह का आपराधिक इतिहास भी बताया जा रहा है। घटना के बाद से वह घर से फरार है।

थानाध्यक्ष विकास नाथ ने बताया कि घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है, जल्दी ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मदरसा हमीदिया के 15 बच्चों को मिली हाफ़िज़ ए कुरान की उपाधि

गोरखपुर 17 फरवरी 2025 । गोरखपुर के मोहल्ला घासी कटरा स्थित (यतीम ख़ाना) आग़ोशे हमीदिया में दिनांक 16 फरवरी को लगभग डेढ़ दर्जन बच्चों की दस्तारबंदी की गई। यह दस्तारबंदी उस समय की जाती है जब क़ुराने पाक की शिक्षा ग्रहण करने वाला छात्र उसे पूरी तरह हिफ़्ज़ (कंठस्थ) कर लेता है। जब वह पूरी तरह कुरान को कंठस्थ कर लेता है तब उसकी दस्तारबंदी (हाफ़िज़ की उपाधि) किसी बड़े आलिमे दीन के हाथों से कराई जाती है।

16 फ़रवरी 2025 दिन रविवार की रात मदरसा हामिदिया में आयोजित जलसे में, मदरसा अरबिया जौनपुर से आए मौलाना मुफ्ती अहमद शमीम के हाथों 15 हाफ़िज़ ए कुरान की दस्तरबंदी की गई। हाफ़िज़ की उपाधि पाने वालों में हाफ़िज़ मुहम्मद अशहद हाफ़िज़ मुहम्मद ज़ैद, हाफ़िज़ मुहम्मद अब्दुल्लाह, हाफ़िज़ अर्श,हाफ़िज़ शरीक, मुहम्मद हसन,हाफ़िज़ मुहम्मद याहया,हाफ़िज़ मुहम्मद सईद,हाफ़िज़ तनवीर, हाफ़िज़ मुहम्मद रवाहा, हाफ़िज़ मुहम्मद अशहद हाफ़िज़ मुहम्मद नोमान,हाफ़िज़ अज़ीज़, हाफ़िज़ मुहम्मद मोहसिन,हाफ़िज़ मुहम्मद हसन,हाफ़िज़ अब्दुल्लाह के नाम शामिल हैं।

प्रबंध समिति की तरफ से सभी 15 हाफ़िज़ ए कुरान छात्रों को उपहार स्वरूप साइकिल दी गई। इस अवसर पर पत्रकार और साहित्यकार सैयद असिम रऊफ़ और सैयद अल्ताफ़ हुसैन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मुफ्ती मुहम्मद मुनीर ने किया।

इस अवसर पर मुतवल्ली महबूब सईद हारिस ने बताया कि आग़ोशे हमीदिया जिसका पुराना नाम यतीम खाना घासी कटरा अर्थात अनाथालय था। आज इस आग़ोशे हमीदिया में ज़िला गोरखपुर के अतिरिक्त प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छात्र दीनी तालीम के साथ-साथ स्कूली शिक्षा भी ग्रहण कर रहे हैं। वर्तमान समय में लगभग 60 बच्चे आग़ोशे हमीदिया में रहते हैं। जिनका एडमिशन महानगर के एम एस आई इंटर कॉलेज बख़्शीपुर में कराया गया है। यह सभी बच्चे कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थी हैं। साथ ही मदरसा हमीदिया में दीनी तालीम प्राप्त कर रहे हैं। महबूब सईद हारिस ने बताया कि इसके पीछे संस्थान का उद्देश्य है कि जो बच्चे मदरसे से दीनी तालीम प्राप्त कर रहे हैं। उनके पास दीन की शिक्षा के साथ स्कूली शिक्षा की भी डिग्री हो, ताकि वह अपने आगे के जीवन में सफलतापूर्वक आगे बढ़ सकें। यही कारण है कि बच्चों की शिक्षा की उत्तम व्यवस्था की गई है।मदरसा हमीदिया कंप्यूटर लैब एवं आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस है। मदरसा की देखभाल करने वाले उस्ताद(अध्यापक) काफ़ी कुशल हैं, और प्रबंध समिति ने जिस प्रकार इस मदरसे को सुंदर एवं आधुनिक बनाया है वह अपने आप में एक मिसाल है।

यतीम खाना से नाम बदलकर आग़ोशे हमीदिया क्यों पड़ा इस संबंध में मुफ्ती मुहम्मद दाऊद फ़ारूक़ी ने बताया कि इसका नाम यतीम खाना था अर्थात अनाथालय था, तो कोई यहां अपने बच्चों को पढ़ाना पसंद नहीं करता था। यहां मदरसा भी था लेकिन कोई अभिभावक अपने बच्चों को यहां इसलिए नहीं भेजते थे कि लोग समझेंगे कि उनका बच्चा अनाथालय में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। कुछ अनाथ बच्चे भी मदरसे में रहते थे। लेकिन जब से इस यतीमखाने का आधुनिकीकरण किया गया है इसका नाम यतीम खाना घासीकटरा से बदलकर आग़ोशे हमीदिया रखा गया है। तब से बड़ी संख्या में छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने आ रहे हैं। अब अभिभावकों के दिलों में जो असमंजस की स्थिति थी कि यतीम खाने में बच्चों को किस तरह शिक्षा के लिए भेजे वह असमंजस की स्थिति अब समाप्त हो चुकी है।

लगभग 60 बच्चे तो वह है जो आग़ोशे हमीदिया ( पुराना नाम यतीम खाना) में रहते हैं। जिनकी शिक्षा एवं खानपान का इंतजाम प्रबंध समिति के द्वारा किया जाता है। इसके अतिरिक्त आसपास के मोहल्ले के वह छात्र जो दिन में कॉन्वेंट स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करते हैं। शाम को आग़ोशे हमीदिया के मदरसे में अरबी और दैनिक शिक्षा भी ग्रहण करने के लिए आते हैं।

स्कूल के वार्षिकोत्सव में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखेरी

खजनी गोरखपुर।कस्बे में स्थित केपी मेमोरियल इंटरकॉलेज में 26 वें वार्षिकोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया जिसमें बच्चों ने गीत, नृत्य, नाटक आदि दर्जनों की संख्या में रंगारंग मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि शैलेश मणि त्रिपाठी मोबाइल बाबा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने माता-पिता और गुरुजनों की बात मानें तथा अपनी रूचि के अनुसार क्षेत्र का चयन करते हुए मनोयोग से परिश्रम करें तो निश्चित ही सफलता मिलेगी।

विशिष्ट अतिथि डाॅक्टर प्रियंका तिवारी ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। आयोजन को नवीन श्रीवास्तव, आप पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव, सच्चिदानंद पांडेय आदि ने भी संबोधित किया, इससे पूर्व इंटरकॉलेज के डायरेक्टर प्रदीप तिवारी प्रबंधक कंचन तिवारी ने मां सरस्वती की पूजा और धूप, दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की संचालन गुलाब तिवारी और देवप्रताप पांडेय ने किया। इस दौरान सभी अतिथियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय में आयोजित सामान्य ज्ञान परीक्षा में उत्तीर्ण 50 विद्यार्थियों को पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान निवर्तमान भाजपा मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी, नरेन्द्र पांडेय, गिरीश उपाध्याय, लवकुश पांडेय

के.पी. गौंड़, अभिषेक, रीता श्रीवास्तव, निशा श्रीवास्तव,

आरके पांडेय, सेजल, बबिता, डीके शर्मा, दिलीप कुमार स्कूल के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं समेत बड़ी संख्या में अभिभावक और विद्यार्थी मौजूद रहे।