माउंट हेरा इंटरनेशनल एकेडमी द्वारा तीन से दस वर्ष के आयु के बीच छात्रों का फैंसी ड्रेस कंपटीशन का हुआ आयोजित

गोरखपुर। माउंट हेरा इंटरनेशनल एकेडमी के सौजन्य से इस्लामिया कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स बक्शीपुर गोरखपुर के ऑडिटोरियम में आज तीन से दस वर्ष के आयु के बीच छात्रों का एक फैंसी ड्रेस कंपटीशन आयोजित किया गया। जिसमें महानगर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने रंग बिरंगी पोजीसन और मनमोहक वेशभूषा में ड्रेस पहन कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

3 से 5 वर्ष की आयु में होने वाले फैंसी ड्रेस कंपटीशन में अफीफा ने प्रथम स्थान दक्ष ने द्वितीय और एलिशबा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 6 से 8 आयु वर्ग में हुजैफा ने प्रथम स्थान अनंत ने दृष्टि स्थान और अमर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जबकि 9 वर्ष से 10 वर्ष की आयु में होने वाले फैंसी ड्रेस कंपटीशन में अलीशा ने प्रथम स्थान अन्य ने द्वितीय स्थान और अनुश्री और रोशन तृतीय स्थान पर रहे।

इसी क्रम में बच्चों का फेयरवेल भी रखा गया जिसमें प्रश्नोत्तरी, रैंप वॉक , रैपिड फायर और विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रमों के द्वारा बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।

उर्दू के मशहूर शायरों का कलाम पढ़कर बच्चों तमसीली मुशायरे में बांधा समा....

गोरखपुर के इस तमसीली मुशायरे ने एक नया इतिहास रचा है ... महबूब सईद "हारिस"

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के साहित्यिक इतिहास में पहली बार तमसीली मुशायरे का सफल आयोजन, साजिद अली मेमोरियल कमेटी और हामिद अली एजुकेशनल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

एम.एस.आई इण्टर कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित तमसीली मुशायरे में महानगर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने उर्दू के मशहूर शायरों का कलाम अपने अंदाज बेहतरीन अंदाज़ में पेश किया ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मदरसा आग़ोशे हमीदिया के छात्र मोहम्मद हाशिम ने तिलावत कुरान से किया। इसके बाद मोहम्मद नसीम ने नाते पाक पढ़ा।

इस अवसर पर साजिद अली मेमोरियल कमेटी के सेक्रेटरी महबूब सईद हारिस ने कहा कि हमारी यही कोशिश होती है कि एक नई सोच के साथ उर्दू जबान को नई नस्लों तक पहुंचने का काम किया जाए और आज का यह तमसीली मुशायरा उसी सोच का एक नतीजा है। उन्होंने कहा कि उर्दू मोहब्बत और अम्न की ज़ुबान है। उर्दू ज़ुबान ने हमेशा दिलों को जोड़ ने का काम किया है। हमारी यह कोशिश रहती है कि नई नस्ल को उर्दू ज़ुबान से रुबरु कराया जाए। मुझे उम्मीद है आज का यह अज़ीमुश्शान तमसीली मुशायरा एक नया इतिहास रचा है

अंतर्राष्ट्रीय नाज़िमे मुशायरा और शायर डॉ.कलीम क़ैसर ने मुशायरे में आए हुए बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्टेज पर जितने भी शायर मौजूद हैं उन्होंने उन सब के साथ कहीं ना कहीं उन्होंने कलाम पढ़ा है। उन्होंने कहा कि इन शायरों के बीच आकर मेरी बहुत सारी यादें ताज़ा हो गई।

तमसीली मुशायरे के आयोजक मुहम्मद फ़र्रुख़ जमाल कहा कि लगभग तीन महीनों की कड़ी मेहनत के बाद बच्चों को आज के इस ऐतिहासिक तमसीली मुशायरे के लिए बच्चों को तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि तमसीली मुशायरा का यह मंच पूर्वांचल के बच्चों के लिए एक सुनहरा मौका था। जहां उन्होंने अपनी बेहतरीन कला का प्रदर्शन किया है।

मोहम्मद अनवर ज़िया ने कहा कि ने कहा कि इस तरह के मुशायरा का आयोजन महाराष्ट्र और मुल्क के दूसरे एक दो शहरों हुआ है। लेकिन जिस प्रकार से गोरखपुर में तमसीली मुशायरा आयोजित किया गया। उसकी मिसाल कहीं और नहीं मिलती।

पूर्वांचल के मशहूर रंगकर्मी ऐहतेशाम सिद्दीकी ने कहा कि बच्चों के प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। बड़े ही सुंदर ढंग से बच्चों ने उर्दू के मशहूर शायरों का कलाम ख़ूबसूरत अंदाज़ में पेश देश किया है।

मुशायरे का आग़ाज़ हुदा सुहेल ने दानिश ग़ज़ल का कलाम पढ़ कर किया। इसी तरह मारिया निसार ने परवीन शाकिर का कलाम, मुहम्मद उस्मान ने साग़र आज़मी का कलाम, रियाज़ अली ने आदिल लखनवी का कलाम, उम्मे हबीबा ने अंजुम रहबर का कलाम, ज़िकरा परवीन ने शबीना अदीब का कलाम, फ़िरदौसिया सलमान ने शाइस्ता सना का कलाम, मुहम्मद कामरान ने इमरान प्रतापगढ़ी का कलाम, ज़िकरा फातिमा ने लता हया का कलाम, मुहम्मद अशअर ने इक़बाल अशअर का कलाम, सय्यद उनैज़ा ने सबा बलरामपुरी का कलाम, मोहम्मद शाहिद ने अल्ताफ ज़िया का कलाम और मोहम्मद आज़म ने ख़ुमार बाराबंकी का कलाम अपनी अपनी आवाज़ में पेश किया।

कार्यक्रम के अंत में मुशायरे में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों में प्रथम पुरस्कार उम्मे हबीबा को जिन्होंने अंजुम रहबर का कलाम पढ़ा था। द्वितीय पुरस्कार मोहम्मद आज़म को जिन्होंने ख़ुमार बाराबंकी का कलाम पढ़ा और तृतीय पुरस्कार मारिया निसार को दिया गया जिन्होंने परवीन शाकिर का कलाम पढ़ा था।

कार्यक्रम में विशेष रूप से, कामिल खान, प्रवीण श्रीवास्तव,आसिफ सईद, मुहम्मद नदीमुल्लाह अब्बासी, ज़फर अहमद खान, डॉ दरख़्शां ताजवर, ज़फर अमीन डक्कू,क़ाज़ी, कलीम उल हक,ख़्वाजा नासिर अली, ग़ुलाम हसन,रहमा सरवत, डॉ सलमा शाहीन,डॉ रूशदा कुदसिया समेत शहर के गणमन और साहित्यिक लोग उपस्थित थे।

*एसएसपी के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन का सुरक्षा व्यवस्था का लिया गया जायजा*

गोरखपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर के नेतृत्व में गोरखपुर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का लिया गया जायजा संबंधित अधिकारियों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दिया आवश्यक दिशा निर्देश यात्रियों से एसएसपी ने लिया जानकारी इस दौरान पुलिस अधीक्षक जीआरपी संदीप कुमार पुलिस अधीक्षक नगर अभिनव त्यागी पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक संजय कुमार क्षेत्राधिकारी कैंट योगेंद्र कुमार सिंह सहित जीआरपी, आरपीएफ पुलिस सिविल पुलिस रही मौजूद।

*स्कूल जा रहे शिक्षक से मारपीट, थाने में शिकायत*

खजनी गोरखपुर।।इलाके के उरूवां थानाक्षेत्र के हाटा बुजुर्ग प्राथमिक स्कूल के शिक्षक अमरेश कुमार सबेरे अपने गांव जगदीशपुर थाना गीडा से स्कूल की ओर जा रहे थे रास्ते में बांसगांव थाने के यशवंतपुर पेट्रोल पंप पर पहुंचते ही चार पहिया गाड़ी से पहुंचे लोगों ने उन्हें घेर लिया और किसी पुराने मामले में मारने पीटने लगे। पुलिस को दिए गए प्रार्थनापत्र में शिक्षक ने बताया कि चार पहिया से पहुंचे उनके गांव के चार नामजद और दो अज्ञात लोगों ने उन्हें घेर कर अचानक लाठी डंडे से हमला कर दिया।

सड़क पर अचानक मारपीट होते देख लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों के पहुंचने पर हमलावर जान माल की धमकी देते हुए भाग निकले। गंभीर रूप से घायल शिक्षक को इलाज अस्पताल ले जाया गया। मामला किसी पुराने विवाद से संबंधित बताया गया है। अपने सहयोगियों के साथ शिक्षक पहले शिकायत लेकर उरूवां थाने में पहुंचे जहां उन्हें घटना बांसगांव थाना क्षेत्र की बता कर वापस भेज दिया गया।

थानाध्यक्ष बांसगांव इंस्पेक्टर प्रेमपाल सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है केस दर्ज किया जा रहा है।

उर्दू विभाग में तमसीली मुशायरे का हुआ आयोजन

गोरखपुर। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में 15 फ़रवरी को हीरक जयंती वर्ष के अंतर्गत एक तमसीली मुशायरे का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने उर्दू के विभिन्न कवियों एवं कवित्रियों के रूप में अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विभाग के अध्यक्ष प्रो एम आर रहमान ने कहा कि ऐसे आयोजन से हमारे छात्र एवं छात्राओं की प्रतिभा निखरेगी। उर्दू मुशायरों ने देश में गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा दिया है। ज़रूरत इस बात की है कि इस परंपरा को और मज़बूत किया जाए।

विभाग के सहायक आचार्य डॉ महबूब हसन और डॉ साजिद हुसैन अंसारी ने भी छात्र एवं छात्राओं की प्रस्तुति को सराहते हुए अपने विचार व्यक्त किए। डॉ महबूब हसन ने कहा कि तमसीली मुशायरा अभिनय का आर्ट है। विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने बेहद खूबसूरत अंदाज में अपने कला का प्रदर्शन किया। डॉ साजिद हुसैन अंसारी ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से छात्र एवं छात्राओं के अंदर साहित्य के प्रति रुचि बढ़ेगी। भविष्य में भी इस तरह का आयोजन होता रहेगा।

ये कार्यक्रम डॉ महबूब हसन के संयोजन और मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले तीन प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार आगामी 18 फरवरी को आयोजित होने वाले विभागीय पुरातन छात्र समागम के अवसर पर दिया जाएगा। छात्र एवं छात्राओं ने अल्लामा इकबाल, मोमिन खां मोमिन, ग़ालिब, अना देहलवी, परवीन शाकिर, राहत इंदौरी, लता हया, शबीना अदीब, मालिक जादा मंजूर, अबरार काशिफ़ आदि कवियों के कलाम को अभिनय के साथ पेश किया। इस आयोजन में सलमान, संजू वर्मा, रिशबा खातून, उम्मे हानी, सिमरन अंसारी, मुहम्मद अयान, गुल अफ़्शा और फरहीन ज़ैदी, वगैरह ने भाग लिया।

इस आयोजन का संचालन एम. ए. के छात्र मुहम्मद राफे ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अनवर हुसैन ने दिया। इस मौक़े पर विभाग के शोधार्थी, स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र एवं छात्राओं की बड़ी संख्या उपस्थित रहीं।

*समाधान दिवस में उप जिलाधिकारी ने सुनीं जनसमस्याएं*

खजनी गोरखपुर।।फ़रवरी महीने के आखिरी तहसील समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे नवागत उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह एवं तहसीलदार नरेंद्र कुमार ने अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे पीड़ितों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुन कर जांच और निस्तारण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आदेशित किया।

इस दौरान कुल 49 लोग अपने मामले लेकर अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत हुए जिनमें से 3 मामलों को मौके पर निस्तारित कर दिया गया, शेष बचे 46 मामलों में एसडीएम ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जांच और प्रभावी कार्रवाई का आदेश दिया।

इस दौरान सबसे अधिक भूमि विवाद तथा पुलिस विभाग से संबंधित मामले पेश हुए। मौके पर खण्ड विकास अधिकारी खजनी रमेश शुक्ला नायब तहसीलदार राकेश शुक्ला, रामसूरज प्रसाद तथा अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*महाविद्यालय में खेल प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन*

खजनी गोरखपुर।।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के 75 वीं वर्ष गांठ पूरी होने पर हीरक जयंती समारोह के अवसर पर नोडल केंद्र वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज हरनहीं महुरांव गोरखपुर में दूसरे दिन भी खेल कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

इस दौरान छात्राओं द्वारा कबड्डी प्रतियोगिता, 100 मीटर 200 मी. 400 मी. दौड़ प्रतियोगिता, खो-खो प्रतियोगिता, ऊंची कूद एवं लंबी कूद आदि खेलों का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रतिभाग किया।दौड़ में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं का चयन किया गया। बालक/बालिका कबड्डी और खो-खो टीम के विजेता प्रतिभागियों का चयन किया गया।

इस कार्यक्रम का संचालन डा.इन्द्रजीत सिंह लीडर तथा युसूफ आजाद द्वारा किया गया। मौके पर संस्थान के प्राचार्य डा.के.पी.चौरसिया प्राध्यापिका डॉक्टर पुष्पा पांडे, डॉक्टर निलांबर सिंह, शिव नारायण त्रिपाठी, डॉक्टर अरुण कुमार नायक, नसीम बानो, शैलेंद्र कुमार, अभिमन्यु, राजन, गणेश श्रीवास्तव,पुष्पा मिश्रा,सौम्या मौर्या, अरुण कुमार सिंह तथा महाविद्यालय के विद्यार्थी और प्रतिभाग कर रहे सभी बच्चे मौजूद रहे।

*दहेज के लिए विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला, केस दर्ज*

खजनी गोरखपुर।।थानाक्षेत्र के पल्हीपार बाबू गांव के निवासी कृष्णमुरारी त्रिपाठी की बेटी संजना त्रिपाठी 25 वर्ष की शादी बीते वर्ष 2018 में 18 अगस्त को कोर्ट मैरिज से सहसीं गांव के निवासी घनश्याम शुक्ला के पुत्र अमनदीप शुक्ला के साथ हुई थी। किंतु संजना के ससुराल पहुंचने के बाद बीते 8 महीने से उसके पति बाहर रहते हैं।

खजनी थाने में दी गई तहरीर में पीड़िता ने बताया कि ससुराल के लोग उसे मायके से वापस नहीं बुला रहे हैं। 10 लाख रूपए दहेज की मांग करते हुए पति तथा सास श्वसुर ने ससुराल से उसे मारपीट कर और अपशब्द कहते हुए मायके वापस भेज दिया गया।

पीड़िता की शिकायत पर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह के निर्देश पर आरोपितों अमनदीप शुक्ला, घनश्याम शुक्ला, रागिनी शुक्ला के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 49/2025 में बीएनएस की धारा 173 के तहत भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं 498 ए,323, 504 और 3/4 डीपी एक्ट में केस दर्ज कर लिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।

तहसील में एक दिवसीय आपदा राहत प्रशिक्षण शिविर लगा

खजनी गोरखपुर।।राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण (एसडीआरएफ) उ.प्र. के निर्देशानुसार जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण गोरखपुर व जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश के मार्गदर्शन में एडीएम वित्त एवं राजस्व विनित कुमार सिंह मुख्य कार्यपालक अधिकारी आपदा एवं गौतम गुप्ता जिला आपदा विशेषज्ञ गोरखपुर के मार्गदर्शन में शुक्रवार को तहसील सभागार में आपदा विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण स्वयं सहायता समूह अर्थात सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) की महिलाओं को प्रदान किया गया।

जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित आपदाओं के संदर्भ में मास्टर प्रशिक्षक विवेक तिवारी एवं राणा प्रताप सिंह ने महत्वपूर्ण जानकारियां देकर प्रशिक्षण को पूरा कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह नायब तहसीलदार व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

अग्निशमन अधिकारी रमेश चंद्र एवं उनके सहयोगियों ने अग्नि आपदा विषय पर चर्चा करते हुए महिलाओं को घरेलू गैस सिलेंडर की आग से अपने बचाव से संबंधित जानकारियां दीं तथा प्रशिक्षण प्राप्त करने का प्रमाणपत्र दिया गया।

*गुजरात के मुख्यमंत्री ने दी गोरखपुर के युवा लेखक राजल को उनकी पुस्तक राजल नीति के लिए शुभकामनाएं*

गोरखपुर- युवा लेखक राजल की पुस्तक राजल नीति टाइम मैनेजमेंट के गुजराती संस्करण को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पत्र के माध्यम से शुभकामनाएं दी है। जिसमें उन्होंने राजल को पुस्तक के लिए बधाई दी और पुस्तक की सफलता के लिए कामना की है।

राजल नीति पुस्तक वर्तमान में 7 भाषा हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, मराठी, गुजरती, ओड़िया और पंजाबी भाषा में उपलब्ध है। टाइम मैनेजमेंट पर राजल सबसे ज्यादा अनुवाद किये जाने वाले भारतीय लेखक हैं। उन्होंने अब तक 6 पुस्तकें लिखी हैँ जिनमें राजल नीति टाइम मैनेजमेंट, राजल नीति स्ट्रेस मैनेजमेंट, राजल नीति लोकव्यवहार प्रमुख हैं।

इस अवसर पर राजल ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के प्रति आभार व्यक्ति किया और बताया की वो जो कुछ भी हैं अपने स्वर्गीय दादाजी राधेश्याम गुप्त जी की वजह से हैं और उनकी यह सफलता उन्हें ही समर्पित है। उनकी वजह से ही वो कक्षा 6 फेल और पढ़ाई छोड़ने से 9 डिग्री/सर्टिफिकेट की यात्रा तय कर पाए जिसमे एल. एल. बी, जर्नालिज्म, पी. जी. डी. बी. ए और बी लेवल जैसी 4 प्रोफेशनल डिग्रियां भी शामिल हैँ साथ ही साथ उन्होंने डायमंड बुक्स के निदेशक नरेन्द्र वर्मा के मार्गदर्शन के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया।

राजल नीति पुस्तकों का विमोचन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला कर चुके हैँ।