उर्दू विभाग में तमसीली मुशायरे का हुआ आयोजन

गोरखपुर। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में 15 फ़रवरी को हीरक जयंती वर्ष के अंतर्गत एक तमसीली मुशायरे का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने उर्दू के विभिन्न कवियों एवं कवित्रियों के रूप में अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विभाग के अध्यक्ष प्रो एम आर रहमान ने कहा कि ऐसे आयोजन से हमारे छात्र एवं छात्राओं की प्रतिभा निखरेगी। उर्दू मुशायरों ने देश में गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा दिया है। ज़रूरत इस बात की है कि इस परंपरा को और मज़बूत किया जाए।

विभाग के सहायक आचार्य डॉ महबूब हसन और डॉ साजिद हुसैन अंसारी ने भी छात्र एवं छात्राओं की प्रस्तुति को सराहते हुए अपने विचार व्यक्त किए। डॉ महबूब हसन ने कहा कि तमसीली मुशायरा अभिनय का आर्ट है। विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने बेहद खूबसूरत अंदाज में अपने कला का प्रदर्शन किया। डॉ साजिद हुसैन अंसारी ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से छात्र एवं छात्राओं के अंदर साहित्य के प्रति रुचि बढ़ेगी। भविष्य में भी इस तरह का आयोजन होता रहेगा।

ये कार्यक्रम डॉ महबूब हसन के संयोजन और मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वाले तीन प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार आगामी 18 फरवरी को आयोजित होने वाले विभागीय पुरातन छात्र समागम के अवसर पर दिया जाएगा। छात्र एवं छात्राओं ने अल्लामा इकबाल, मोमिन खां मोमिन, ग़ालिब, अना देहलवी, परवीन शाकिर, राहत इंदौरी, लता हया, शबीना अदीब, मालिक जादा मंजूर, अबरार काशिफ़ आदि कवियों के कलाम को अभिनय के साथ पेश किया। इस आयोजन में सलमान, संजू वर्मा, रिशबा खातून, उम्मे हानी, सिमरन अंसारी, मुहम्मद अयान, गुल अफ़्शा और फरहीन ज़ैदी, वगैरह ने भाग लिया।

इस आयोजन का संचालन एम. ए. के छात्र मुहम्मद राफे ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अनवर हुसैन ने दिया। इस मौक़े पर विभाग के शोधार्थी, स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र एवं छात्राओं की बड़ी संख्या उपस्थित रहीं।

*समाधान दिवस में उप जिलाधिकारी ने सुनीं जनसमस्याएं*

खजनी गोरखपुर।।फ़रवरी महीने के आखिरी तहसील समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे नवागत उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह एवं तहसीलदार नरेंद्र कुमार ने अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे पीड़ितों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुन कर जांच और निस्तारण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आदेशित किया।

इस दौरान कुल 49 लोग अपने मामले लेकर अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत हुए जिनमें से 3 मामलों को मौके पर निस्तारित कर दिया गया, शेष बचे 46 मामलों में एसडीएम ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जांच और प्रभावी कार्रवाई का आदेश दिया।

इस दौरान सबसे अधिक भूमि विवाद तथा पुलिस विभाग से संबंधित मामले पेश हुए। मौके पर खण्ड विकास अधिकारी खजनी रमेश शुक्ला नायब तहसीलदार राकेश शुक्ला, रामसूरज प्रसाद तथा अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*महाविद्यालय में खेल प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन*

खजनी गोरखपुर।।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के 75 वीं वर्ष गांठ पूरी होने पर हीरक जयंती समारोह के अवसर पर नोडल केंद्र वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज हरनहीं महुरांव गोरखपुर में दूसरे दिन भी खेल कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

इस दौरान छात्राओं द्वारा कबड्डी प्रतियोगिता, 100 मीटर 200 मी. 400 मी. दौड़ प्रतियोगिता, खो-खो प्रतियोगिता, ऊंची कूद एवं लंबी कूद आदि खेलों का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रतिभाग किया।दौड़ में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं का चयन किया गया। बालक/बालिका कबड्डी और खो-खो टीम के विजेता प्रतिभागियों का चयन किया गया।

इस कार्यक्रम का संचालन डा.इन्द्रजीत सिंह लीडर तथा युसूफ आजाद द्वारा किया गया। मौके पर संस्थान के प्राचार्य डा.के.पी.चौरसिया प्राध्यापिका डॉक्टर पुष्पा पांडे, डॉक्टर निलांबर सिंह, शिव नारायण त्रिपाठी, डॉक्टर अरुण कुमार नायक, नसीम बानो, शैलेंद्र कुमार, अभिमन्यु, राजन, गणेश श्रीवास्तव,पुष्पा मिश्रा,सौम्या मौर्या, अरुण कुमार सिंह तथा महाविद्यालय के विद्यार्थी और प्रतिभाग कर रहे सभी बच्चे मौजूद रहे।

*दहेज के लिए विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला, केस दर्ज*

खजनी गोरखपुर।।थानाक्षेत्र के पल्हीपार बाबू गांव के निवासी कृष्णमुरारी त्रिपाठी की बेटी संजना त्रिपाठी 25 वर्ष की शादी बीते वर्ष 2018 में 18 अगस्त को कोर्ट मैरिज से सहसीं गांव के निवासी घनश्याम शुक्ला के पुत्र अमनदीप शुक्ला के साथ हुई थी। किंतु संजना के ससुराल पहुंचने के बाद बीते 8 महीने से उसके पति बाहर रहते हैं।

खजनी थाने में दी गई तहरीर में पीड़िता ने बताया कि ससुराल के लोग उसे मायके से वापस नहीं बुला रहे हैं। 10 लाख रूपए दहेज की मांग करते हुए पति तथा सास श्वसुर ने ससुराल से उसे मारपीट कर और अपशब्द कहते हुए मायके वापस भेज दिया गया।

पीड़िता की शिकायत पर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह के निर्देश पर आरोपितों अमनदीप शुक्ला, घनश्याम शुक्ला, रागिनी शुक्ला के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 49/2025 में बीएनएस की धारा 173 के तहत भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं 498 ए,323, 504 और 3/4 डीपी एक्ट में केस दर्ज कर लिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।

तहसील में एक दिवसीय आपदा राहत प्रशिक्षण शिविर लगा

खजनी गोरखपुर।।राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण (एसडीआरएफ) उ.प्र. के निर्देशानुसार जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण गोरखपुर व जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश के मार्गदर्शन में एडीएम वित्त एवं राजस्व विनित कुमार सिंह मुख्य कार्यपालक अधिकारी आपदा एवं गौतम गुप्ता जिला आपदा विशेषज्ञ गोरखपुर के मार्गदर्शन में शुक्रवार को तहसील सभागार में आपदा विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण स्वयं सहायता समूह अर्थात सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) की महिलाओं को प्रदान किया गया।

जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित आपदाओं के संदर्भ में मास्टर प्रशिक्षक विवेक तिवारी एवं राणा प्रताप सिंह ने महत्वपूर्ण जानकारियां देकर प्रशिक्षण को पूरा कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह नायब तहसीलदार व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

अग्निशमन अधिकारी रमेश चंद्र एवं उनके सहयोगियों ने अग्नि आपदा विषय पर चर्चा करते हुए महिलाओं को घरेलू गैस सिलेंडर की आग से अपने बचाव से संबंधित जानकारियां दीं तथा प्रशिक्षण प्राप्त करने का प्रमाणपत्र दिया गया।

*गुजरात के मुख्यमंत्री ने दी गोरखपुर के युवा लेखक राजल को उनकी पुस्तक राजल नीति के लिए शुभकामनाएं*

गोरखपुर- युवा लेखक राजल की पुस्तक राजल नीति टाइम मैनेजमेंट के गुजराती संस्करण को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पत्र के माध्यम से शुभकामनाएं दी है। जिसमें उन्होंने राजल को पुस्तक के लिए बधाई दी और पुस्तक की सफलता के लिए कामना की है।

राजल नीति पुस्तक वर्तमान में 7 भाषा हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, मराठी, गुजरती, ओड़िया और पंजाबी भाषा में उपलब्ध है। टाइम मैनेजमेंट पर राजल सबसे ज्यादा अनुवाद किये जाने वाले भारतीय लेखक हैं। उन्होंने अब तक 6 पुस्तकें लिखी हैँ जिनमें राजल नीति टाइम मैनेजमेंट, राजल नीति स्ट्रेस मैनेजमेंट, राजल नीति लोकव्यवहार प्रमुख हैं।

इस अवसर पर राजल ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के प्रति आभार व्यक्ति किया और बताया की वो जो कुछ भी हैं अपने स्वर्गीय दादाजी राधेश्याम गुप्त जी की वजह से हैं और उनकी यह सफलता उन्हें ही समर्पित है। उनकी वजह से ही वो कक्षा 6 फेल और पढ़ाई छोड़ने से 9 डिग्री/सर्टिफिकेट की यात्रा तय कर पाए जिसमे एल. एल. बी, जर्नालिज्म, पी. जी. डी. बी. ए और बी लेवल जैसी 4 प्रोफेशनल डिग्रियां भी शामिल हैँ साथ ही साथ उन्होंने डायमंड बुक्स के निदेशक नरेन्द्र वर्मा के मार्गदर्शन के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया।

राजल नीति पुस्तकों का विमोचन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला कर चुके हैँ।

*भागवत कथा सुनने से दूर होते हैं सभी संताप-ब्रह्मांश दास ब्रह्मचारी*

खजनी गोरखपुर।। श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा सुनने से सभी प्रकार दैहिक, दैविक और भौतिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।

खजनी कस्बे के पास रूद्रपुर गांव में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के पहले दिन व्यास पीठ से हनुमान गढ़ी अयोध्या धाम से पधारे कथाव्यास ब्रह्मांश दास ब्रह्मचारी ने उपस्थित श्रोताओं को मंगलाचरण की कथा सुनाई। उन्होंने श्रीमद्भागवत कथा सुनने से होने वाले प्रत्यक्ष लाभ की जानकारी देते हुए बताया कि कलियुग में मनुष्य को अन्य किसी भी प्रकार का भय नहीं रहता उसे सिर्फ मृत्यु का भय लगा रहता है। किंतु भागवत कथा सुनने से मनुष्य को अपनी मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है और वह धर्म तथा सत्कर्म हेतु प्रेरित होकर अपना शेष जीवन सहजता से आत्म कल्याण के मार्ग पर चल कर व्यतीत करता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में मानव जीवन में तीन प्रकार के संतापों का वर्णन किया गया है। जिसमें दैहिक अर्थात शारीरिक दैविक अर्थात प्राकृतिक दैविय आपदाओं तथा भौतिक अर्थात सुख, समृद्धि, धन, भोजन, वस्त्र, आवास आदि से संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती है। भागवत कथा सुनने के ऐ सभी प्रत्यक्ष लाभ हैं जो कि श्रद्धा पूर्वक कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं को सहज ही प्राप्त हो जाते हैं।

संगीतमय् कथा के शुभारंभ में विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि श्रद्धा और प्रेम ही वह मानवीय गुण हैं जिससे मानवों के भीतर दैविय (देवताओं) के गुण प्रकट होते हैं। उन्होंने आत्मदेव ब्राह्मण उनकी धर्मपत्नी धुंधली, धुंधकारी और गोकर्ण भगवान की कथा सुनाई। सायं 6 बजे से देर रात तक चली संगीतमय कथा में उपस्थित श्रद्धालु श्रोता भक्ति रस में सराबोर होते रहे। इस दौरान मुख्य यजमान प्रेम शंकर मिश्र,असमावती मिश्रा, डॉक्टर उदय प्रकाश मिश्र, गिरीवर मिश्र, बेनीमाधव राम त्रिपाठी, हरिनारायण शर्मा, जनार्दन द्विवेदी, रामकिशोर, बल्लभाशरण मिश्र, शुभम, ओमप्रकाश मिश्र, रामप्रकाश मिश्र, अश्वनी, अमर, हर्ष, राम सजीवन , जयप्रकाश तिवारी, समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और श्रद्धालु श्रोता उपस्थित रहे।

भोजपुरी-हिन्दी के सशक्त हस्ताक्षर रविंद्र श्रीवास्तव जुगानी भाई का 79 वर्ष की आयु में निधन

गोरखपुर। भोजपुरी व हिन्दी के सशक्त हस्ताक्षर साहित्यकार व आकाशवाणी के उद्घोषक रवींद्र श्रीवास्तव उर्फ जुगानी भाई का 79 वर्ष की उम्र में निधन. आज सुबह 9 बजे ली अंतिम सांस. फेफड़े के संक्रमण के चलते कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. सोशल मीडिया पर सेहत की लगातार अपडेट दे रहे थे।

4 फरवरी को पोस्ट में मास्क पहनने में लापरवाही की वजह से फेफड़े में संक्रमण का जिक्र किये थे. 28 मई 1945 को जन्मे रविन्द्र श्रीवास्तव उर्फ जुगानी भाई उम्र के आखिरी पड़ाव पर भी साहित्यिक गतिविधियों में सक्रिय रहे. 28 दिसम्बर 1973 से साल 2022 तक उन्होंने आकाशवाणी में सेवाएं दीं. गोरखपुर आकाशवाणी में पंचो जय जवान-जय किसान कार्यक्रम के जरिए जनमानस में लोकप्रिय हुए. भोजपुरी में कविताओं को पढ़ने की उनकी खास शैली ने उन्हें अलग पहचान दिलाई. उनकी कई भोजपुरी कविताओं ने उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाई. जीवनभर वो भोजपुरी को आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय रहे।

उन्हें राहुल सांस्कृत्यायन पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिंदी अकादमी भिखारी ठाकुर सम्मान, उत्तर प्रदेश हिंदी अकादमी लोकभूषण सम्मान, विद्या निवास मिश्र सम्मान, सरयू रत्न, भोजपुरी रत्न सम्मान मिल चुका है. उनके निधन की खबर से साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई. जुगानी भाई के नाम से प्रसिद्धि पाने वाले रविन्द्र श्रीवास्तव अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने पुलवामा के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

गोरखपुर। अटेवा पेंशन बचाओ मंच जनपद शाखा गोरखपुर के समस्त शिक्षक कर्मचारियों ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद 43 जवानों को गोरखपुर विश्वविद्यालय के सामने पंत पार्क में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि अर्पित किया गया शहीदों को नमन कर सभा को संबोधित करते हुए अटेवा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि अर्धसैनिक बलों के जवानों के हम सभी कर्जदार है और हम अपना कर्ज अर्धसैनिक बलों को उनके बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन दिलवाकर ही उतार सकते हैं ।पुलवामा में शहीद हुवे जवानों को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। साथ ही सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि माननीय न्यायालय के आदेश के बावजूद भी अर्धसैनिक बालों को पुरानी पेंशन व्यवस्था से वंचित रखा गया है जो की असंवैधानिक है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि शीघ्र ही पुरानी पेंशन बहाल किया जाए क्योंकि लोकतंत्र में हठ धर्मिता ठीक नहीं है। अटेवा के जिला महामंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह एवं वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षक कर्मचारियों की बुढ़ापे की लाठी है और उनके आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा का अधिकार है। जिला उपाध्यक्ष राजकुमार व संतोष पाठक ने कहा कि सरकार शीघ्र पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करें अन्यथा समस्त शिक्षक कर्मचारी विवश होकर आंदोलन को बाध्य होंगे श्रद्धांजलि सभा में समस्त विभिन्न विभागों के शिक्षक कर्मचारी एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे । सुनील कुमार दुबे राजकुमार, संतोष कुमार पाठक, ज्ञान प्रकाश सिंह, अर्जुन गुप्ता, किरन शर्मा, सीमा राय, प्रियमबदा, अवधेश कुमार, अजय कुमार भास्कर, मेवा लाल मौर्य आदि शामिल रहे

इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड एवं समाधान अभियान द्वारा स्पेशली एबल्ड बच्चों की कार्यशाला "

गोरखपुर। चुप्पी तोड़ हल्ला बोल कार्यक्रम के अंतर्गत दृष्टिबाधित एवं स्पेशली एबल्ड बच्चों तथा उनके अध्यापकों के लिए' बाल यौन शोषण 'से बचाव एवं पोक्सो एक्ट 2012 की जागरुकता के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों, शिक्षकों, स्टाफ एवं गार्जियंस को बाल यौन शोषण से बचाव की जानकारी दी गई।

इसका आयोजन राजकीय मुकद्दीर विद्यालय नॉर्मल कैंपस तथा राष्ट्रीय दृष्टिहीन बालिका इंटर कॉलेज नॉर्मल कैंपस में आयोजित किया गया ।

कार्यक्रम में संस्था की निदेशिका श्रीमती शीलम बाजपेई ने 'चुप्पी तोड़ हल्ला बोल 'कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि स्पेशली एबल्ड बच्चों में बाल यौन शोषण का खतरा बहुत अधिक है और बचाव की जागरुकता उनको सुरक्षित रख सकते है। निदेशिका श्रीमती सौम्या द्विवेदी ने दृष्टिबाधित बच्चों एवं उनके अध्यापकों को, विशेष रूप से डिजाइन किए गए कार्यक्रम के माध्यम से बाल यौन शोषण से बचाव और पाक्सो एक्ट 2012 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह और जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी कमलेश वर्मा ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल होने का आशीर्वाद प्रदान किया एवं चुप्पी तोड़ हल्ला बोल कार्यक्रम की प्रशंसा की।