कौन हैं प्रवेश वर्मा? जिन्होंने नई दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से जीत छीनी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. चुनाव में राज्य की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की जमानत जब्त हो गई है. राज्य की 70 सीटों में बीजेपी 48 सीटों पर जीत दर्ज करती हुई नजर आ रही है. चुनाव में सबसे बड़ा नई दिल्ली विधानसभा सीट पर देखने को मिली है जहां, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हार झेलनी पड़ी है. इस सीट से बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा को जीत मिली है. चुनाव में वर्मा को 30088 वोट मिले हैं जबकि अरविंद केजरीवाल को 25999 वोट मिले. हार और जीत के बीच अंतर 4089 वोट का रहा है. नई दिल्ली की सीट पर केजरीवाल की हार उनके साथ-साथ पार्टी के लिए भी बड़ी हार मानी जा रही है क्योंकि वो पिछले तीन बार से इस सीट से जीत हासिल कर रहे थे.
कौन हैं प्रवेश वर्मा?
प्रवेश वर्मा का सियासी से पुराना नाता है. वो दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रहे साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. उनकी मां का नाम रामप्यारी वर्मा है. उनकी शादी स्वाति सिंह से हुई है. प्रवेश वर्मा एक बेटे और दो बेटियों के पिता हैं. बेटे और दोनों बेटियां फिलहाल पढ़ाई कर रही है. प्रवेश वर्मा की बात करें तो उनका जन्म 1977 में हुआ. उनकी शिक्षा दीक्षा भी दिल्ली में ही हुई है. आरके पुरम में स्थिति दिल्ली पब्लिक स्कूल उन्होंने स्कूलिंग की है. इसके बाद किरोड़ीमल कॉलेज से आर्ट में ग्रेजुएट भी हैं. वहीं, हायर एजुकेशन की बात करें तो प्रवेश वर्मा ने 1999 में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया से इंटरनेशनल बिजनेस सब्जेक्ट में एमबीए किया हुआ है.
पिता की जीत पर क्या बोलीं बेटियां?
पिता की जीत पर प्रवेश वर्मा की बेटियां त्रिशा और सानिधी ने कहा कि हम नई दिल्ली से लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं. दिल्ली के लोग झूठ बोलकर सरकार चलाने वाले व्यक्ति को दूसरा मौका देने की गलती कभी नहीं करेंगे. हम जानते थए कि हमारी जीत होगी. हम बस सही समय का इंतजार कर रहे थे. इस बार दिल्ली के लोगों ने झूठ को जीतने नहीं दिया.
प्रवेश वर्मा का सियासी सफर
प्रवेश वर्मा के सियासी करियर की बात करें तो उन्होंने साल 2013 में मुख्यधारा की राजनीति में कदम रखा. उस समय उन्होंने दिल्ली की महरौली विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के सीनियर नेता रहे योगानंद शास्त्री को हराया था. इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिमी दिल्ली सीट से मैदान में उतारा और इस चुनाव में भी प्रवेश वर्मा हाईकमान के उम्मीदों पर खरा उतरे. इसके बाद पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने इसी सीट से कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 5 लाख से अधिक वोटों से मात देते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
बीजेपी ने लोकसभा में नहीं उतारा, अब केजरीवाल की दी मात
बीजेपी ने 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रवेश वर्मा को मैदान में नहीं उतारा था क्योंकि उनके विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा तेज हो गई थी. अब दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली विधानसभा सीट से मैदान में उतारा. इस सीट पर एक तरह आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल थे तो दूसरी ओर कांग्रेस ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को टिकट दिया था. चुनाव में प्रवेश वर्मा और केजरीवाल के बीच कांटे की टक्कर रही और अंत में बीजेपी यह सीट निकालने में सफल रही. प्रवेश वर्मा 4 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल करने में सफल रहे.
केजरीवाल के खिलाफ मुखर आवाज बनकर उभरे थे प्रवेश वर्मा
दिल्ली की सियासत में पिछले कुछ समय से अगर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अगर कोई नेता मुखर आवाज बनकर उभरा तो वो प्रवेश वर्मा ही हैं. दिल्ली की राजनीति में प्रवेश वर्मा की छवि एक हिंदूवादी नेता के रूप में भी रही है. 2025 के दिल्ली चुनाव से पहले, प्रवेश वर्मा ने ‘केजरीवाल हटाओ, देश बचाओ’ अभियान शुरू किया था. वर्मा ने AAP सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया था कि यह पार्टी अपनी प्राथमिक प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं कर रही है.
कितनी है प्रवेश वर्मा की संपत्ति?
प्रवेश वर्मा ने जब विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया था तो उन्होंने अपनी संपत्ति के बारे में बताया था. उनके नॉमिनेशन में दी गई जानकारी के अनुसार उनके पास कुल 95 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसमें करीब 77 करोड़ 89 लाख रुपए चल संपत्ति है. वहीं, पत्नी की चल संपत्ति 17 करोड़ 53 लाख रुपए बताया था. अचल संपत्ति की बात करें तो प्रवेश वर्मा के पास 11 करोड़ 25 लाख है और उनकी पत्नी के पास 6 करोड़ 91 लाख रुपए की अचल संपत्ति है. नामांकन में उन्होंने यह भी बताया है कि उन पर 62 करोड़ रुपए का कर्ज भी है.
Feb 08 2025, 18:19