अमेरिका द्वारा भारतीय प्रवासियों के साथ अमानवी व्यवहार को लेकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन

गोरखपुर। प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में गोलघर गांधी प्रतिमा से इंदिरा गांधी की मूर्ति तक भारी भीड़ के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि अमेरिका द्वारा प्रवासी भारतीय जबरन और अन्यायपूर्ण अमानवीय निष्कासन से आर्थिक संकट का शिकार हुए।हिरासत में उन्हें अपमानजनक व्यवहार झेलना पड़ा, और पूरी यात्रा के दौरान हथकड़ियों बेड़ियों, में रखा गया। यह हमारे नागरिकों की गरिमा पर सीधा हमला है।

केंद्र में भाजपा सरकार पूरी तरह विफ़ल रही है। इस अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने के बजाय इसे सही ठहराने में लगी है। यह हमारे नागरिकों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा में सरकार की अक्षमता को दर्शाता है मोदी का 56 इंच का सीन कहां है सिर्फ गरीबों को दबाने के लिए इनके 56 इंच का सीना है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने प्यारे दोस्त से क्यों नहीं पूछ रहे हैं कि हमारे भारतीयों का अपमान क्यों किया गया नरेंद्र मोदी इस्तीफा दें इसी क्रम में जिला उपाध्यक्ष महेंद्र नाथ मिश्रा, तौकीर आलम ने कहा कि अमेरिका ,भारत के नागरिकों को बंधक बनाकर कैदियों की तरह लाना शर्मनाक है यह हमारे देश को कमजोर करने की साजिश है नरेंद्र मोदी जवाब दें। इसी क्रम में प्रदेश सचिव दिलीप निषाद, गुलाब साहनी, निशक्त पोस्ट, सच्चिदानंद त्रिपाठी, राम समर, रामस्वरूप सांवरा, अभिनंदन द्विवेदी, निर्मला गुप्ता, राजकुमार यादव, मुन्ना तिवारी, शिवाकांत यादव, पंकज पासवान, पिंटू भारद्वाज, रंगेश पासवान, अमन पासवान ध्रुव पासवान, सुमेरनाथ पांडे, देवेंद्र धनुष, गोपाल पांडे रंगनाथ त्रिपाठी दिनेश मौर्य, वशिष्ठ मुनि विश्वकर्मा सैकड़ो कांग्रेस जन की उपस्थिति रही।

बीडीसी पद पर उपचुनाव, नामांकन 8 से 19 को मतदान

खजनी गोरखपुर।ब्लाॅक क्षेत्र के बीडीसी और ग्रामसभा सदस्य के खाली पदों के लिए उपचुनाव होंगे। अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित क्षेत्र पंचायत सदस्य वार्ड संख्या 34 के एक पद के लिए तथा गाजर जगदीश व हरदीचक गांव के वार्ड संख्या 1 डुमरैला गांव के वार्ड संख्या 2 के ग्रामसभा सदस्य 8 फरवरी से नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे और 19 फरवरी को वोट डालें जाएंगे।

एडीओ पंचायत राजीव दूबे ने बताया कि क्षेत्र पंचायत सदस्य के एक पद तथा तीन गांवों के ग्रामसभा सदस्य के चार पदों के लिए उपचुनाव होना है। इसके लिए आठ फरवरी को नामांकन की अंतिम तिथि दस फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच 11 फरवरी को नाम वापसी तथा चुनाव चिन्ह का आवंटन किया जाएगा 19 फरवरी को मतदान तथा 21 फरवरी को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।

शनिवार को ब्लॉक के नवनिर्मित गेट का लोकार्पण

खजनी गोरखपुर।ब्लाॅक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहे स्व.सुरेंद्र बहादुर सिंह उर्फ गुड्डू सिंह की स्मृति में क्षेत्र पंचायत कार्यालय (ब्लॉक) के नवनिर्मित मुख्यद्वार का लोकार्पण शनिवार 8 फरवरी को मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायकों श्रीराम चौहान एवं प्रदीप शुक्ल के द्वारा किया जाएगा। इस दौरान खजनी ब्लॉक परिसर में स्थानीय लोकगायकों द्वारा रामचरित मानस सुंदरकांड पाठ का आयोजन भी किया गया है।

लोकार्पण के अवसर पर सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों, ग्राम प्रधानों एवं क्षेत्र के गणमान्य संभ्रांत जनों को भी आमंत्रित किया गया है।

उक्त जानकारी खजनी ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह के प्रतिनिधि के द्वारा दी गई।

इलाज में लापरवाही का आरोप , शव रख कर परिजनों ने किया हंगामा

गोरखपुर। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतका के परिजन शव को प्रसव कक्ष के सामने रखकर हंगामा करने लगे । इस दौरान आक्रोशित परिजन प्रसव कक्ष में रखे सामानों और सरकारी कागजातों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया । सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस परिजनों को समझाई बुझाई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी । मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार का है ।

मिली जानकारी के अनुसार विकास खण्ड खोराबार के लक्ष्मीपुर गाँव निवासी लगभग 27 वर्षीय सुनीता पत्नी अजय गौड़ को बीते 3 फरवरी को प्रसव पीड़ा होने लगी । परिजन स्थानीय आशा के साथ सुनीता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार लेकर पहुचे जहा देर शाम महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया । बीते 4 फरवरी को स्वस्थ जच्चा बच्चा को डॉक्टर ने जरूरी सुझाव और दवा देकर घर के लिए डिस्चार्ज कर दिया । बीते 5 फरवरी को परिजन पुनःमहिला को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार पहुचे जहा महिला ने डॉक्टर को बताया कि उसके पेट मे दर्द और सिर में चक्कर हो रहा है । ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने जाँच पड़ताल करने के बाद महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया ।

जिला अस्पताल के डॉक्टर महिला को मेडिकल कालेज रेफर कर दिए । मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान शुक्रवार को लगभग 11 बजे महिला की मौत हो गयी । आक्रोशित परिजन शव को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार पहुचे और प्रसव कक्ष के सामने शव को रख कर दहाड़े मारकर चीखपुकार करने लगे । इस दौरान परिजनों द्वारा प्रसव कक्ष में जमकर हंगामा करते हुए तोड़फोड़ और सरकारी अभिलेखों को क्षतिग्रस्त किया गया । मृतका के घर के महिलाओ का आरोप था कि पेट मे कपड़ा छूटा हुआ था । घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुची खोराबार पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी ।

मृतका का पति बाहर रह कर पेंट पालिस मजदूरी करता है । मृतका की एक तीन वर्षीय बेटी और एक नवजात बेटा है । महिला के मौत को लेकर जहा एक ओर परिजनो में चीख पुकार मची हुई थी वही कुछ छूट भईया नेता बार बार परिजनों को बवाल के लिए उतेजित करने में लगे हुए थे । मामले में प्रभारीचिकित्साधिकारी खोराबार डॉ ओबैदुल हक्क ने कहा कि सामान्य डिलेवरी हुआ है जो आरोप परिजनों द्वारा लगाया जा रहा है उसकी जाँच किया जाएगा अगर किसी प्रकार का दोष निकल कर आया तो सम्बंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही किया जाएगा । उन्होंने कहा कि परिजनों द्वारा प्रसव कक्ष में तोड़फोड़ और सरकारी अभिलेख को क्षतिग्रस्त किया गया है । घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है ।

मामले में थाना प्रभारी खोराबार इत्यानन्द पांडेय ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम भेजा गया है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के असली कारण का पता चल पायेगा ।

जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में मासिक बैठक के दौरान जिले की विभिन्न समस्याओं पर की गई विस्तार पूर्वक चर्चा

गोरखपुर। जिला समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक पार्टी के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर हुई संचालन जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि पीडीए जन पंचायत 27 जनवरी से सभी विधानसभा क्षेत्रों में अनवरत चल रही है समापन 27 फरवरी को होगा सभी विधानसभा क्षेत्रों के अध्यक्षगण व संगठन प्रभारी गण / सहप्रभारी गण कार्यक्रम की रिपोर्ट जिला पार्टी कार्यालय को लिखित रूप से प्रस्तुत करें। जिलाध्यक्ष ने कहा कि N H 28 नेशनल हाईवे 28 लखनऊ कुशीनगर मार्ग पर सिक्टौर चौराहे के पास अंडरपास की बहुत आवश्यकता है व गोरखपुर लखनऊ मार्ग पर सहजनवा थाने के पास फ्लाई ओवर की नितांत आवश्यकता है वहीं गोरखपुर देवरिया मार्ग पर चौरीचौरा चौराहे से नई बाजार ब्रह्मापुर ब्लाक की तरफ जाने के लिए फ्लाई ओवर की बहुत आवश्यकता है तथा पिपराइच रेलवे स्टेशन क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज बनने की आवश्यकता है लेकिन यह सरकार जनहित के मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहीं हैं।

हमारी मांग है कि सरकार इन जनहित के मुद्दों पर ध्यान दें बैठक के अन्त में कुंभ स्नान के लिए गए श्रद्धालुओं के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मांग किया गया कि सरकार मृतकों के सही आंकड़े दें तथा सभी मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद करें जिलाध्यक्ष ने सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से घर-घर पीडीए पर्चा पहुंचाने की अपील करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं 2 बच्चों की तथा गगहा में युवती की सिर कूच कर नृशंस हत्या बहुत ही दुःखद है भाजपा सरकार में अपराध चरमोत्कर्ष पर है इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम रामनाथ यादव प्रहलाद यादव नगीना प्रसाद साहनी यशपाल रावत मनुरोजन यादव मुन्नीलाल यादव रामजतन यादव मिर्जा कदीर बेग राजेंद्र यादव गिरीश यादव सुरेंद्र निषाद दयाशंकर निषाद डाक्टर जयप्रकाश यादव हरेंद्र यादव कृष्ण कुमार त्रिपाठी राघवेंद्र तिवारी राजू मैना भाई सिंहासन यादव कपिल मुनि यादव आशुतोष गुप्ता सुनील श्रीवास्तव शकील अंसारी अरविंद शुक्ला एजाज अंसारी अनारकली मौर्य विंदा देवी सुशीला भारती नमिता सिंह दयानंद विद्रोही मनीष कमांडो सुरेंद्र मौर्य संजय यादव रामनिरंजन यादव अम्बरीष यादव मारकंडेय यादव रफीउल्लाह सलमानी मृत्युंजय यादव विट्टू राहुल गुप्ता फुलचंद विश्वकर्मा अवधनारायण यादव श्रीराम सिंह यादव आजम लारी राहुल यादव पुजारी यादव सोहराब खान तारकेश्वर पाल सन्तोष यादव बल्लभ सहाय विक्रान्त उपाध्यक्ष रामजीत यादव शादाब सामानी अर्जून यादव करूणानिधान नवाज़ लारी महेंद्र निषाद गणेश प्रजापति श्रीकांत यादव बीएल साहनी साधु यादव हेमंत यादव राकेश कुमार भृगुनाथ निषाद अनिल भारती महिमा गौतम राधिका राजन गुप्ता लालजी यादव छोटे लाल राजभर शैलेन्द्र यादव रामप्रसाद शर्मा इन्द्रावती भारती दिलिप जायसवाल राजेश मनोज राजकुमार रियाज दुर्गेश मास्टर गोरख विनोद आदि मौजूद रहे।

सीआरसी ने एपेक्स कॉलेज ऑफ़ फिजियोथैरेपी वाराणसी में आयोजित किया जन-जागरूकता कार्यक्रम

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर और एपेक्स कॉलेज ऑफ़ फिजियोथैरेपी वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में दिव्यांगजनों के लिए सरकारी सुविधाएं और रियायत विषय पर एक दिवसीय जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कॉलेज की निदेशक डॉ अंकिता पटेल ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अच्छय दीक्षित ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

सीआरसी गोरखपुर के भौतिक चिकित्सा विभाग के प्रवक्ता डॉ विजय गुप्ता और पुनर्वास अधिकारी राजेश कुमार यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिव्यांगजनों हेतु उपलब्ध सरकारी सुविधाओं और रियायतों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया। वक्तागण ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय दिव्यांगजनों हेतु अनेक प्रकार की सरकारी रियायतें जैसे यूडीआईडी कार्ड, निरामया हेल्थ स्कीम, फ्री कोचिंग, एंप्लॉयबिलिटी स्किल जैसे कार्यक्रम सीआरसी गोरखपुर में संचालित है। सीआरसी गोरखपुर में दिव्यांगों के लिए निःशुल्क उपकरण वितरण की भी सुविधा है। जिसे कोई भी दिव्यांगजन सीआरसी गोरखपुर से आकर के प्राप्त कर सकता है।

सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कार्यक्रम की सफलता पर अपनी शुभकामनाएं प्रदान की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पैरामेडिकल छात्र एवं एपेक्स कॉलेज आफ फिजियोथैरेपी के अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद रहे।

घर छोड़ कर प्रेमी के साथ गई युवती बरामद, पुलिस ने ससुराल वालों को सुपुर्द किया

खजनी गोरखपुर।।थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी युवती परिवारजनों की मर्जी के खिलाफ बीते जनवरी माह में अपने प्रेमी के साथ चली गई थी। बेटी के बिना बताए घर से चले जाने पर परेशान परिवारीजनों ने संभावित स्थानों पर तलाश के बाद जब बिटिया का कहीं पता नहीं चला तो परिजनों ने खजनी थाने में पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई थी।

पुलिस ने गूमशूदगी दर्ज कर युवती की तलाश शुरू कर दी थी। जांच पड़ताल के दौरान पहले उसकी लोकेशन अहमदाबाद गुजरात की मिल रही थी, पुलिस तलाश में वहां जाने की तैयारी कर ही रही थी कि उसकी लोकेशन प्रयागराज मेला क्षेत्र दर्शाने लगी थी। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने युवती को उसके प्रेमी के साथ बरामद कर लिया।

इस बीच युवती ने अपने प्रेमी के साथ एसएसपी गोरखपुर कार्यालय में पहुंचकर प्रार्थनापत्र देकर अवगत कराया कि वह स्वेच्छा से अपने प्रेमी के साथ गई थी, दोनों ने विवाह कर लिया है वह गर्भवती है तथा अपने पति के साथ रहना चाहती है।

आज अपराह्न युवती के खजनी थाने में पहुंचते ही युवती के भाई मां एवं अन्य परिवारजनों ने उसे समझा बुझाकर अपने साथ ले जाने का प्रयास किया। सामाजिक प्रतिष्ठा मान मर्यादा का हवाला देते हुए बिटिया के पांव पकड़ कर उसे वापस घर लौट आने के लिए मनाते रहे, किंतु युवती ने मायके वालों के सभी अनुरोध ठुकरा दिए और अपने पति तथा ससुराल के लोगों के साथ चली गई।

इस दौरान खजनी थाने में युवती को मनाने का प्रयास और नाटकीय घटनाक्रम घंटों तक चलता रहा।

थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि युवती बालिग थी इसलिए विधिक औपचारिकताएं पूरी कराने के बाद उसे पति और ससुराल वालों के साथ भेज दिया गया है।

खजनी एसडीएम का स्थानांतरण नवागत उप जिलाधिकारी ने पदभार संभाला

खजनी गोरखपुर।प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित रखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश के निर्देश पर निवर्तमान उप जिलाधिकारी खजनी कुंवर सचिन कुमार सिंह को जिले की सदर तहसील का उप जिलाधिकारी बनाया गया वहीं गोला तहसील में कार्यरत रहे उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह को खजनी तहसील का उप जिलाधिकारी बनाया गया।

आज खजनी तहसील मुख्यालय में पहुंचे उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह पदभार संभाला।

पदभार ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने तहसील के अपने अधिनस्थ कर्मचारियों से औपचारिक मुलाकात की और क्षेत्रीय जनों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के निर्बाध क्रियान्वयन तथा पीड़ितों को त्वरित एवं निष्पक्ष न्याय का भरोसा दिलाया कार्यभार संभाले जाने पर दर्जनों की संख्या में क्षेत्र के तहसील के अधिवक्ताओं गणमान्य जनों, ग्रामप्रधानों और अधिकारियों ने प्रसन्नता जताई है।

*दवाओं के अन्वेषण में हो रहे हैं नए प्रयोग : डॉ. रामा द्विवेदी*


गोरखपुर, 5 फरवरी। जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय, वाशिंगटन डीसी, यूएसए के प्रो. (डॉ.) रामा एस. द्विवेदी ने कहा कि वर्तमान दौर में दवाओं के अन्वेषण में नए प्रयोग हो रहे हैं। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की तरफ से इस पर खासा जोर दिया जा रहा है।

डॉ. रामा बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के पंचकर्म सभागार में ‘दवा अनुमोदन प्रक्रिया और कैंसर’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। दवा अनुमोदन प्रकिया पर अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन में अन्वेषकीय दृष्टि से अनंत चुनौतियां और संभावनाएं हैं। उच्च स्तरीय गुणवत्ता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में दवाओं पर शोध कार्य किया गया है जिससे दवाओं और वैक्सीन के अच्छे परिणाम आए हैं। यूएस एफडीए के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. रामा ने दवा विकास के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं के बारे महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए बताया कि दोनों प्रकार की दवाओं में समान तत्व होते हैं और वे समान औषधीय प्रभाव दिखाते हैं। हालांकि, जेनेरिक दवाएं ब्रांड नाम वाली दवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं।

डॉ. रामा ने एफडीए द्वारा दवा अनुमोदन की प्रक्रिया को भी विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि एफडीए कर्मचारी दवाओं की सुरक्षा और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। व्याख्यान में डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने सामान्य कैंसर, स्तन कैंसर, मुंह के कैंसर और ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) का परिचय दिया। डॉ. अनुराग ने कैंसर के प्रभाव उसके उपचार और रोकधाम पर सभी का मार्गदर्शन किया। अतिथि स्वागत फार्मेसी संकाय के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, संचालन सहायक आचार्य पीयूष आनंद व धन्यवाद ज्ञापन आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरिधर वेदान्तम ने किया।

इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरविंद सिंह कुशवाहा, संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो . सुनील कुमार सिंह, कृषि विज्ञान के अधिष्ठाता डाॅ. विमल कुमार दुबे, पैरामेडिकल संकाय के प्राचार्य डॉ रोहित श्रीवास्तव, बीबीए लॉजिस्टिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. तरुण श्याम, डॉ अमित दुबे, डॉ अनुपमा ओझा, डॉ संदीप कुमार श्रीवास्तव, डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव, धनंजय पाण्डेय, डॉ अमित उपाध्याय, डॉ अभिषेक कुमार सिंह, प्रवीण कुमार सिंह समेत सभी शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है आयुष विश्वविद्यालय*

गोरखपुर, 6 फरवरी। चिकित्सा क्षेत्र को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक और प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की ओपीडी का क्रेज बढ़ रहा है। लोग आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी जैसी हानिरहित चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञों के परामर्श और यहां मिल रही मुफ्त दवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। विश्वविद्यालय का निर्माण फिनिशिंग लेवल पर है और इसके पूर्ण होते ही यहां आईपीडी की सुविधा मिलने लगेगी।

भटहट के पिपरी में 52 एकड़ क्षेत्रफल में निर्माणाधीन महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां आकर कई बार निर्माण कार्य का जायजा ले चुके हैं। अब इसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। फिनिशिंग से संबंधित जो कुछ कार्य शेष हैं, वह भी जल्द पूर्ण हो जाएंगे। विश्वविद्यालय के औपचारिक उद्घाटन से पूर्व ही ओपीडी की सेवाएं मिल रही हैं।

आयुष विश्वविद्यालय में आयुष ओपीडी का शुभारंभ 15 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। तब से प्रतिदिन यहां आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी की ओपीडी में बड़ी संख्या में मरीज परामर्श लेते हैं। काय चिकित्सा, शल्य चिकित्सा के विशेषज्ञों के परामर्श के साथ ही मरीजों को पंचकर्म चिकित्सा की भी महत्वपूर्ण सुविधा प्राप्त हो रही है। ओपीडी शुभारंभ के बाद अब तक करीब एक लाख आयुष चिकित्सकों से परामर्श लाभ ले चुके हैं।

आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह बताते हैं कि आयुष विश्वविद्यालय में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी विधाओं की पर्याप्त गुणवत्तापूर्ण औषधियां उपलब्ध हैं जिनका भंडारण व्यवस्थित तरीके से किया जाता है। सभी रोगियों को चिकित्सकों के परामर्श के अनुरूप ये दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाती हैं। यह ध्यान दिया जाता है कि एक भी रोगी मुफ्त दवा पाने से वंचित न रहे। कुलपति के अनुसार आयुष विश्वविद्यालय में अंतरंग रोगियों की सेवा के लिए भी युद्ध स्तरीय प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही अंतरंग रोगियों को भी गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी।

आयुष कॉलेजों का नियमन भी करता है आयुष विश्वविद्यालय

प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने से पहले आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा, योग, सिद्धा की चिकित्सा पद्धति, जिन्हें समन्वित रूप में आयुष कहा जाता है, के लिए अलग-अलग संस्थाएं रही हैं। पर, सत्र 2021-22 से प्रदेश के सभी राजकीय और निजी आयुष कॉलेजों का नियमन अब आयुष विश्वविद्यालय से ही होता है। वर्तमान सत्र 2024-25 में प्रदेश के 97 आयुष शिक्षण (आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी) के कॉलेज/संस्थान इस विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं।

सृजित होंगे रोजगार के नए अवसर

आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने से आयुष हेल्थ टूरिज्म में रोजगार की संभावनाएं भी सृजित होंगी। इस पर गंभीरता से काम किया गया तो प्रदेश के इस पहले आयुष विश्वविद्यालय के आसपास के गांवों के लोगों को रोजगार के किसी न किसी स्वरूप से जोड़ा जा सकता है। आयुष विश्वविद्यालय के पूर्णतः क्रियाशील होने से किसानों की खुशहाली और नौजवानों के लिए नौकरी-रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा। लोग आसपास उगने वाली जड़ी बूटियों का संग्रह कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे। किसानों को औषधीय खेती से ज्यादा फायदा मिलेगा। आयुष विश्वविद्यालय व्यापक पैमाने पर रोजगार और सकारात्मक परिवर्तन का कारक बन सकता है।