ट्रांसफर पोस्टिंग का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए खुशखबरी, शिक्षा विभाग ने जारी किया नया गाइडलाइन

डेस्क : बिहार के शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर है। लंबे समय से ट्रांसफर पोस्टिंग का इंतजार की उनकी घड़िया खत्म होने वाली है। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों का ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर नया गाइडलाइन जारी कर दिया है। नई गाइडलाइन के मुताबिक, चार चरण में शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की जाएगी।

पहले चरण में उन शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा जो असाध्य रोग, गंभीर स्वास्थ्य समस्या, दिव्यांगता, मानसिक दिव्यांगता और विधवा एवं परित्यक्ता की श्रेणी में आते हैं। जबकि दूसरे चरण में पति-पत्नी के पदस्थापन के आधार पर शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा।

वहीं तीसरे चरण में वैसे महिला शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा जिन्होंने ऐच्छिक स्थान से पदस्थापन की दूरी को कारण बताते हुए ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है जबकि चौथे चरण में वैसे पुरुष शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा जिन्होंने ऐच्छिक स्थान से पदस्थापन की दूरी को कारण बताते हुए ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है। 1 दिसंबर 2024 से 15 दिसंबर 2024 तक कुल 1 लाख 90 हजार शिक्षकों ने विशेष समस्या के तहत ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।

ऐसे शिक्षक जिनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही, निलंबन, निगरानी जांच, फर्जी नियुक्ति से संबंधित जांच, अन्य तरह के आरोपों की जांच, बिना सूचना के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित की शिकायत, सरकारी राशि का बकाया है तो इसकी जानकारी ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर शिक्षक के प्रोफाइल में की जाएगी। ऐसे शिक्षकों के लिए भी शिक्षा विभाग की तरफ से गाइडलाइन जारी किए गए हैं। विशेष समस्या के कारण शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के स्क्रूटनी के लिए 16 पदाधिकारियों को नियुक्त किया गया है।

प्रगति यात्रा के तहत आज जमुई का दौरा किए सीएम नीतीश कुमार, जिले को दिए 890 करोड़ रुपये से अधिक विकास योजनाओं की सौगात

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चौथे चरण की यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। जिसके तहत वे बीते गुरुवार को लखीसराय और शेखपूरा जिले का दौरा किए। इस दौरान उन्होंने दोनो जिलों में कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की। शेखपुरा जिले को 133 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी. साथ ही 172 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। वहीं आज वे जुमई जिले के दौरे पर है। जहां उन्होंने जिले को 890 करोड़ रुपये से अधिक के विकास योजनाओं की सौगात दी है।

सीएम नीतीश कुमार ने जमुई जिले के आदर्श महिला थाना परिसर में 89088.02776 लाख रुपये की कुल 74 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 7640.52698 लाख रुपये की 58 योजनाओं का उद्घाटन और 81447.50076 लाख रुपये की 16 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जमुई जिला में विभिन्न जगहों पर विकासात्मक योजनाओं का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खैरा प्रखंड के लघुआर मंदिर का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण के पश्चात् वे ढावांटाँड़ ग्राम में बने हेलीपैड पर उतरे। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने गरही डैम में जलाश्य मात्सियिकी विकास योजना के अंतर्गत केज-कल्चर का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित अपर किउल जलायश योजना के विस्तारीकरण एवं पक्कीकरण तथा प्रस्तावित गरही लघुआर सड़क एवं पुल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से विस्तृत जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री ने गरही डैम के पास इको पर्यटन स्थल को विकसित करने हेतु प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे इको पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करें और इसका बेहतर ढंग से सौंदर्गीकरण करायें ताकि यहां आने वाले लोग पर्यटकीय सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

मुख्यमंत्री ने ग्राम शिकहरिया के मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के उद्घाऔटन का निरीक्षण किया एवं बच्चों से मिलकर उनका उत्साहवर्द्धन किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम सोनपै में 9.90 लाख रुपए लागत से बने खेल मैदान का उदघाट्न किया। उद्घाटन के पश्चात् खेल मैदान के निरीक्षण करने के दौरान वहां उपस्थित खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मैदान बहुत अच्छा बना है। आप लोग पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद में भी भाग लें।

सीएम नीतीश कुमार ने खेल मैदान के बगल में 35.50 लाख रुपए लागत से जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत निर्मित तालाब का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने तालाब का निरीक्षण करते हुये कहा कि तालाब की गहराई को और बढ़ाएं, इसके सौंदर्गीकरण को मेंटेन रखें। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने ग्राम सोनपै में 467.76 लाख रुपए लागत से नवनिर्मित संयुक्त श्रम भवन का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर इसका उद्घाटन किया और इसके विभिन्न भागों का निरीक्षण भी किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने आदर्श महिला थाना परिसर में नवनिर्मित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिला थाना का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया और नवनिर्मित थाना भवन के विभिन्न भागों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने 554.54 लाख रुपए की लागत से राजकीय महिला डिग्री कॉलेज, जमुई का शिलापट्ट अनावरण कर एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने राजकीय महिला डिग्री कॉलेज के विभिन्न भागों का जायजा लिया और इसके संबंध में जानकारी ली।

आदर्श महिला थाना परिसर में विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, श्रम संसाधन विभाग, समाज कल्याण विभाग, परिवहन विभाग और शिक्षा विभाग के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, स्टार्टअप योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, जिला गव्य विकास योजना, देशी गौ पालन योजना, मुख्यमंत्री निःशक्त विवाह प्रोत्साहन योजना, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (अत्याचार) निवारण अधिनियम, आयुष्मान कार्ड और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लाभार्थियों को सांकेतिक चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल की चाबी भी प्रदान की। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभार्थियों को 2 करोड़ रुपये तथा बिहार लघु उद्यमी योजना के 164 लाभार्थियों को 1 करोड़ 64 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत अनुदानित ई-रिक्शा के लाभुकों को भी चाबी प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदियों द्वारा जीविकोपार्जन हेतु की जा रही विभिन्न गतिविधियों एवं उत्पादों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने 2,314 स्वयं सहायता समूह को 8 करोड़ 85 लाख रुपये, 9,010 स्वयं सहायता समूह को 61 करोड़ 32 लाख रुपये तथा 933 जीविका दीदी लाभार्थियों को 4 करोड़ 27 लाख रुपए का सांकेतिक चेक प्रदान किया। साथ ही जीविका दीदियों के स्टॉल पर लगाए गए विभिन्न उत्पादों को देखा और उनसे बातचीत की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब हमलोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला तो हमने देखा कि यहां स्वयं सहायता समूहों की संख्या नाम मात्र की थी। हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम जीविका दिया, जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसका नाम आजीविका किया। हमने जीविका से जुड़ी महिलाओं को जीविका दीदी नाम दिया। शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का विस्तार किया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बन रही हैं, इससे बिहार की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है। उनके पहनावे और बोलचाल में भी काफी बदलाव आया है। जीविका दीदियां लोगों से बेहिचक होकर बातें करने लगी हैं। मैं आप सभी जीविका दीदियों को बेहतर कार्य करने के लिए बधाई देता हूं। आपलोग बहुत आगे बढ़ें, खूब तरक्की करें। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपकी बदौलत हमलोगों का जीवन सुधरा है, हमलोगों को नई पहचान मिली है। हमलोगों की पारिवारिक और सामाजिक स्थिति में भी काफी सुधार आया है, यह सब आपकी देन है।

पटना जिलाधिकारी ने दिया सख्त आदेश, प्राथमिकता के आधार पर लंबित म्यूटेन के मामलों को जल्द निष्पादित करे

डेस्क : जिलाधिकारी डॉ। चन्द्रशेखर सिंह ने गुरुवार को नवसृजित अंचलों- पटना सदर, पटना सिटी, पाटलिपुत्र एवं दीदारगंज का औचक निरीक्षण किया। पदाधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर 75 दिन से ज्यादा लंबित मामलों को शीघ्र निष्पादित करने एवं कर्मियों की समय से कार्यालय आने का आदेश दिया।

ई- म्यूटेशन के पटना सदर में 317, पटना सिटी में 544, दीदारगंज में 1,367 और पाटलिपुत्र अंचल में 572 मामले 75 दिन से ज्यादा समय से लंबित हैं। डीएम ने बताया कि डिजिटायज्ड जमाबंदी में सुधार के 3,206 मामले तथा ऑनलाइन अनुपलब्ध जमाबंदी का डिजिटायजेशन के 3,832 मामले लंबित हैं। संबंधित अंचलों के सीओ प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र निष्पादन करें। दूसरी तरफ कुम्हरार स्थित प्रखंड सह अंचल कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी ने सबसे पहले लोक सेवा केन्द्र (आरटीपीएस काउंटर) का निरीक्षण किया।

इसके बाद उन्होंने चारों अंचल कार्यालयों का पदाधिकारी प्रकोष्ठ एवं कार्यालयों का निरीक्षण किया। पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। सुझावों के साथ समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली गई। पदाधिकारियों व कर्मियों ने कुछ तकनीकी समस्याओं एवं स्टाफ की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। जिसका शीघ्र समाधान करने की बात कही गई।

राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले बिहार के लाल कामेश्वर चौपाल का निधन, पीएम मोदी और सीएम नीतीश ने जताया शोक

डेस्क : राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले और आरएसएस की ओर से प्रथम कार सेवक का दर्जा प्राप्त करने वाले बिहार के लाल कामेश्वर चौपाल का आज शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया। बिहार मूल के कामेश्वर चौपाल ने 68 वर्ष की उम्र में आज दिल्ली के गंगाराम अस्पताल अंतिम सांस ली। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया है।

अपने शोक संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि 'भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति'

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संवेदना जाहीर करते हुए अपने शोक संदेश में कहा कि वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे। स्व० कामेश्वर चौपल राम जन्म भूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी भी थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करें।

गौरतलब है कि कामेश्वर चौपाल ने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने उन्हें प्रथम कार सेवक का दर्जा दिया था। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई, लेकिन कामेश्वर चौपाल ने राम मंदिर आंदोलन के दौरान 9 नवंबर 1989 को पहली बार राम मंदिर के लिए आधारशिला रखी थी। संयोग से 9 नवंबर 2019 को ही राम मंदिर के पक्ष में फैसला आया था।

कामेश्वर चौपाल ने वर्ष 1991 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने 1991 में रोसड़ा लोकसभा सीट चुनाव लड़ा जबकि 1995 में उन्हें बेगूसराय की बखरी विधानसभा से भाजपा ने टिकट दिए लेकिन दोनों ही चुनावों में उनकी हार हुई। बाद में 2002 में कामेश्वर चौपाल को बिहार विधान परिषद का सदस्य बनाया गया। 2014 तक वे विधान परिषद के सदस्य ही रहे। 2024 लोकसभा चुनाव में सुपौल से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें जीत नहीं मिल पाई।

बिहार में बीजेपी नेता समेत 9 लोगों के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी, मचा हड़कंप

डेस्क : बिहार के पुलिस जिला बगहा से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां बीते गुरुवार को सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया दरअसल, यह कार्रवाई बड़े बीजेपी नेता के घर और ऑफिस पर हुई। दरअसल, गुरुवार को सीबीआई ने 9 लोगों के 18 ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई ने बिहार के पश्चिम चंपारण, दिल्ली, मुंबई, ठाणे, बेंगलुरु, और कोट्टायम (केरल) समेत 18 स्थानों पर छापेमारी की।

बता दें कि, वाल्मिकीनगर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ चुके दिनेश कुमार अग्रवाल, आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर, दो इंस्पेक्टर, और पांच चार्टर्ड अकाउंटेंट शामिल हैं। छापेमारी के दौरान, सीबीआई ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज, अनुचित लेन-देन से जुड़े कागजात, और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई की 6 सदस्यीय टीम ने बिहार के बगहा में स्वाभिमान ट्रस्ट और काली स्थान रोड स्थित दिनेश अग्रवाल के आवास पर छापा मारा। जैसे ही सीबीआई की टीम बगहा पहुंची पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सर्च वारंट के साथ दिनेश अग्रवाल के कार्यालय और आवास की गहन जांच की गई। छापेमारी के दौरान सम्पत्तियों से जुड़े कागजात, नगदी और जेवरात की भी जांच की गई, जिसके बाद टीम वापस लौट गई।

सीबीआई के अनुसार दिनेश कुमार अग्रवाल खुद को आयकर विभाग का अधिकारी बताता था और जीएसटी एवं कस्टम विभाग का लाइजन अधिकारी होने का भी दावा करता था। जांच के दौरान आयकर विभाग के कुछ अधिकारी भी शक के घेरे में आए, जिनके ठिकानों पर भी छापेमारी की गई।

सीबीआई ने 9 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। भारत सरकार की फेसलेस स्कीम ऑफ असेसमेंट को विफल करने की कोशिश के आरोप में आयकर विभाग के एक डिप्टी कमिश्नर, दो इंस्पेक्टर, पांच चार्टर्ड अकाउंटेंट और एक निजी व्यक्ति समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ जांच जारी है।

बिहार एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, पटना समेत अन्य जिलों के चार कुख्यात को दबोचा

डेस्क : बिहार एसटीएफ की टीम इनदिनों प्रदेश के जिलों में टॉप टेन अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए अभियान चला रखा है। इस अभियान में एसटीएफ को सफलता भी मिल रही है। बीते कुछ दिनों में एसटीएफ ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब उसके हाथ एकबार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ की टीम ने पटना, मुंगेर, अरवल और बेगूसराय के कुख्यात अपराधी और नक्सली को धर दबोचा है।

एसटीएफ ने पटना जिला के कुख्यात अपराधी विनीत कुमार उर्फ रितेश कुमार को कंकड़बाग थाना क्षेत्र से छापेमारी करके गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ पटना के मसौढ़ी समेत अन्य थानों में हत्या, आर्म्स एक्ट समेत अन्य कई संगीन जुर्म में अनेक मामले दर्ज हैं। 16 अक्टूबर 2022 को मसौढ़ी के कुम्हार टोली में वार्ड संख्या 23 के पार्षद रणविजय सिंह उर्फ पप्पू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना से संबंधित एफआईआर मसौढ़ी थाना में दर्ज है। जिला पुलिस को काफी समय से उसकी तलाश थी। वह मूल रूप से मसौढ़ी थाना के दहिभत्ता का रहने वाला है।

वहीं एसटीएफ ने मुंगेर के अपराधी कारू सिंह उर्फ गिरिश कुमार को जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र से छापेमारी करके गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ जिले के कोतवाली समेत विभिन्न थानों हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन मामलों में कई कांड दर्ज हैं। दिसंबर 2024 ने इसने मुंगेर में व्यवसायी से अपने सहयोगी के साथ मिलकर रंगदारी मांगी थी। वह मूल रूप से जिले के कोतवाली थाना के गुमटी संख्या 2 के पास सुभाष नगर का रहने वाला है।

बेगूसराय जिला का टॉप-10 वांछित अपराधी रवि कुमार यादव को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से हथियार और गोलियां भी बरामद हुई हैं।

वहीं अरवल के वांछित नक्सली बंगाली मांझी उर्फ चंद्रदीप मांझी को पटना जिले के पालीगंज के सिगोड़ी थाना क्षेत्र से एसटीएफ न गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ पटना, अरवल, जहानाबाद और नवादा के विभिन्न थानों में नक्सल कांड समेत हत्या, रंगदारी के 12 से अधिक कांड दर्ज हैं। दिसंबर 2024 में लेवी नहीं मिलने पर नक्सलियों ने अरवल में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में लगी जेसीबी मशीन को आग लगा दी थी। इस घटना में यह नक्सली मुख्य रूप से शामिल है। यह नक्सली किंजर थाने के आजाद नगर का रहने वाला है।

निगरानी के हत्थे चढ़ा पटना के इस थाने का दो दारोगा, 50 हजार रुपये घूस लेते रंगे गिरफ्तार

डेस्क : बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां निगरानी ब्यूरो की टीम ने बीते गुरुवार को पटना के रूपसपुर थाना के दो दारोगा को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों दारोगा शास्त्रीनगर स्थित हड्डी अस्पताल के पास शिकायतकर्ता तुषार कुमार पांडेय से घूस ले रहे थे, तभी निगरानी टीम ने उन्हें दबोचा।

गिरफ्तार दोनो दारोगा का नाम एसआई फिरदौस आलम और एसआई रंजीत कुमार हैं। दोनों दारोगा 2019 बैच के हैं। इन्हें गिरफ्तार कर फिलहाल निगरानी की हाजत में रखा गया है। आज शुक्रवार को विशेष अदालत में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।

बताया जा रहा है कि तुषार पांडेय ने बुधवार को निगरानी ब्यूरो में यह लिखित शिकायत दी थी कि रूपसपुर थाने में राहुल कुमार नामक एक शख्स ने उनके खिलाफ रुपये लेने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी है। इसी शिकायत को मैनेज करने के लिए थानेदार के दारोगा फिरदौस आलम व रंजीत कुमार 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इसके बाद निगरानी ब्यूरो के डीएसपी अरुणोदय पांडेय को जांच और कार्रवाई करने की जिम्मेदारी दी गयी।

डीएसपी पांडेय ने पूरे मामले की सत्यता जांच की और शिकायत को सही पाया। इसके बाद उन्होंने एक धावा दल का गठन किया, जिसने गुरुवार की रात दोनों दारोगा को शास्त्रीनगर स्थित एलएनजेपी हड्डी अस्पताल के पास अंधेरे में तुषार पांडेय से रिश्वत की रकम लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। दोनों दारोगाओं से पूछताछ हो रही है़ शुक्रवार को इन्हें निगरानी की विशेष न्यायालय में पेश किया जायेगा।

मौसम का हाल : राजधानी पटना समेत प्रदेश के 32 शहरों के तापमान में गिरावट, सर्द पछुआ हवा से बढ़ी कनकनी

डेस्क : बिहार में एकबार फिर से मौसम का मिजाज बदल गया है। दिन में अच्छी धूप निकलने के बाद बावजूद तापमान में गिरावट आई है। सर्द पछुआ हवा के कारण कनकनी बढ़ गई है। वहीं आज से मौसम में बदलाव की संभावना जताई गई है। आज शुक्रवार को राज्य के उत्तरी ग्रामीण इलाकों में कोहरे के असर से ठंड बढ़ने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश के तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। हालांकि धूप निकलने के बावजूद पछुआ हवाओं की तेज़ी के कारण दिन में भी हल्की ठंड बनी रहेगी। वहीं शनिवार को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है।

पटना सहित राज्य के 32 शहरों के अधिकतम तापमान में कमी आई है। गुरुवार को मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान में कमी बक्सर में 5.1 डिग्री की आई। भोजपुर के अधिकतम तापमान में 4.3 डिग्री की कमी आई है। राज्य के 12 शहरों के न्यूनतम तापमान में भी आंशिक कमी आई। सबसे कम न्यूनतम तापमान छह डिग्री मोतिहारी में दर्ज हुआ।

मौसमविदों के अनुसार प्रदेश के तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। धूप निकलने के बावजूद पछुआ की गति में तेजी आने से दिन में भी आंशिक ठंड रहेगी। शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिम हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने के आसार हैं। है।

इन शहरों का गिरा अधिकतम तापमान

बीते गुरुवार को पटना में 3.6 डिग्री, जीरादेई में 2.2, गोपालगंज में 3.6, वैशाली में तीन, नालंदा में 3.3, शेखपुरा में 3.5, मधेपुरा में 2.4, मधुबनी में 1.9 डिग्री, गया में दो, अरवल में चार डिग्री अधिकतम तापमान में कमी आई। अन्य शहरों में भी एक से दो डिग्री तक की कमी दर्ज की गई। वहीं पटना सहित अन्य जिलों में तेज पछुआ हवा का प्रवाह बने होने से सुबह-शाम हल्की ठंड का प्रभाव बना रहा। पटना सहित 12 शहरों के न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री तो अधिकतम 25.0 डिग्री सेल्सियस रहा। 28.1 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद प्रदेश में सबसे गर्म रहा।

बिहार एसटीएफ को मिली बड़ी सफलता, बेगूसराय जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल इस कुख्यात को हथियार के साथ दबोचा

डेस्क : बिहार एसटीएफ की टीम इनदिनों प्रदेश के जिलों में टॉप टेन अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए अभियान चला रखा है। इस अभियान में एसटीएफ को सफलता भी मिल रही है। बीते कुछ दिनों में एसटीएफ ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब उसके हाथ एक और सफलता लगी है।

एसटीएफ को इसबार बेगूसराय जिले में में बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ की टीम ने बेगूसराय जिला का टॉप-10 वांछित अपराधी रवि कुमार यादव को गिरफ्तार किया है। उसके पास से हथियार और गोलियां भी बरामद हुई हैं।

इस बात की जानकारी आज गुरुवार को पुलिस ने देते हुए बताया कि 5 फरवरी को बिहार एस०टी०एफ० की विशेष टीम द्वारा बेगूसराय जिला का टॉप-10 वांछित अपराधी रवि कुमार यादव को साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र से अवैध आग्नेयास्त्र के साथ छापामारी कर गिरफ्तार किया गया। रवि कुमार यादव जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के हीरा टोल निवासी राजीव रंजन कुमार उर्फ कांगो यादव का पुत्र है।

गिरफ्तार रवि यादव के खिलाफ साहेबपुर कमाल थाना में विभिन्न धाराओं के आर्म्स एक्ट दर्ज किया गया है। वहीं आरोपी के पास से एक देशी पिस्टल, 2 जिंदा कारतूस, एक खोखा और एक मोबाईल जब्त किया गया। उक्त अपरधी के विरूद्ध बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल थाना में रंगदारी, डकैती एवं आर्म्स एक्ट सहित 09 कांड दर्ज है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का प्रदेश की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, कहा-बिहार में सीएम और मंत्री नही ये लोग चला रहे सरकार

डेस्क : बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद की ओर से प्रदेश की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला गया है। तेजस्वी और उनकी पार्टी राजद ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त होने का आरोप लगाया है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष और राजद ने प्रदेश के दो अलग-अलग जिलों सहरसा में पेट्रोलपंप पर लूट और मुजफ्फरपुर में थाना हाजत में बंद एक युवक की संदिग्ध मौत को लेकर यह निशाना साधा है।

तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया के एक्स पर सहरसा के एक वीडियो को शेयर किया है जिसमें हथियारबंद अपराधी पेट्रोल पंप कर्मी से लूटपाट करते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को तेजस्वी यादव ने शेयर करते हुए लिखा है कि .."सहरसा में हथियारबंद अपराधियों ने पेट्रोल पंप लूटा। कमजोर और बेबस मुख्यमंत्री के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है। बिहार की बदहाल विधि व्यवस्था के कारण प्रदेश में हत्या, गोलीबारी, बलात्कार, लूट, चोरी, छिनतई, अपहरण व रंगदारी की घटनाएं सामान्य हो गयी है। सरकार में बेचारे मंत्री और मुख्यमंत्री सिर्फ़ मुकदर्शक है। रिटायर्ड अधिकारी और अपराधी एनडीए सरकार चला रहे है।

वही उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल muzaffarpur ने एक्स पर ट्वीट किया है भाजपा-नीतीश की निकम्मी सरकार में पुलिसिया अत्याचार लगातार बढ़ता ही जा रहा है! मुजफ्फरपुर जिले के कांटी में बाइक चोरी के इल्ज़ाम में गिरफ्तार किए गए एक युवक की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई है। परिजनों का आरोप है की पुलिस वालों ने युवक की हत्या कर दी है! हैवानियत के सभी हदें पार कर चुकी है की पुलिस! और निर्लज्जता और थेथरई की सभी हदें पार चुकी है BJP-नीतीश सरकार! राष्ट्रीय जनता दल ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि "मुजफ्फरपुर के कांटी थाना में शिवम झा को बाइक चोरी के इल्जाम में हाजत में बंद किया गया और चंद घंटे बाद शिवम की लाश इस अवस्था में मिली!

इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल ने ट्वीट किया था कि "बिहार में कानून व्यवस्था का यह हाल है कि पहले सरस्वती पूजा के चंदे के लिए मुजफ्फरपुर में दलितों के छात्रावास पर गोलियां बरसाईं गई थीं और अब पटना में मुख्यमंत्री के नाक के नीचे, की मौजूदगी में दुकानदारों और महिलाओं को पीटा गया, दुकानों में तोड़फोड़ की गई, वाहनों को निशाना बनाया गया। नीतीश कुमार की तरह बिहार पुलिस भी 'धृतराष्ट्र मोड' में हैं इसीलिए हत्या, बलात्कार, गुंडागर्दी... अब बिहार में आम घटनाएं मान ली गई हैं।"