निकाय चुनाव 2025 : भाजपा ने छत्तीसगढ़ी और हिन्दी में लॉंच किया थीम सॉंग ‘घर-घर में कमल खिलाएंगे’…
रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने अपना थीम सॉन्ग “घर-घर में कमल खिलाएंगे” लॉन्च किया. विधायक अनुज शर्मा ने हिंदी और छत्तीसगढ़ी में गीत को अपना स्वर दिया है.

रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने अपना थीम सॉन्ग “घर-घर में कमल खिलाएंगे” लॉन्च किया. विधायक अनुज शर्मा ने हिंदी और छत्तीसगढ़ी में गीत को अपना स्वर दिया है.

EOW कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की, 18 फरवरी तक जेल में रहेंगे लखमा

रायपुर- छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को राहत नहीं मिल रही है। EOW की कोर्ट ने लखमा की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। बता दे की EOW की कार्रवाई से बचने के लिए लखमा के वकील ने कोर्ट ने अग्रिम जमानत पर मंगलवार को सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने आज फैसला सुनाया है।

गौरतलब है कि ईडी कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान 14 दिन के लिए न्यायिक रिमांड बढ़ा दी है। इस मामले में अगली सुनवाई 18 फरवरी को होगी। लखमा के वकील ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, EOW ने FIR के आधार गिरफ्तारी की है। कवासी लखमा विधायक है। उनकी गिरफ्तारी से पहले सरकार की मंजूरी लेनी थी। लेकिन 17 ए के तहत बिना सरकारी अनुमति के पुलिस कार्रवाई कर रही है।

EOW ने कहा हर महीने मिलते थे 50 लाख

EOW ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए बताया कि तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को हर महीने 50 लाख रुपए शराब कार्टल से कमिशन दिया जाता था। साथ ही उनके पद में रहते हुए उन्होंने विभाग में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। इसलिए उनकी अग्रिम जमानत याचिका स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। जिसके बाद दोनों पक्षों की तर्क सुनने के बाद जमानत आवेदन खारिज कर दिया है।

21 जनवरी को न्यायिक रिमांड पर भेजा था जेल

इस मामले में आखिरी सुनवाई 21 जनवरी को हुई थी। लखमा को 7 दिन के ED रिमांड के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। जहां ED की ओर से कवासी लखमा न्यायिक रिमांड पर भेजने की मांग की गई थी। कोर्ट ने 4 फरवरी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा था।

ED का आरोप- लखमा सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे

ED का आरोप है कि, पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक कवासी लखमा सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे। लखमा के निर्देश पर ही सिंडिकेट काम करता था। इनसे शराब सिंडिकेट को मदद मिलती थी। वही शराब नीति बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिससे छत्तीसगढ़ में FL-10 लाइसेंस की शुरुआत हुई। ED का दावा है कि लखमा को आबकारी विभाग में हो रही गड़बड़ियों की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

कल आचार्य विद्यासागर के प्रथम समाधि स्मृति महोत्सव में शामिल होंगे केंद्रीय गृहमंत्री, जैन समाज के लोगों से करेंगे मुलाकात

डोंगरगढ़- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर आने वाले हैं. शाह 6 फरवरी को राजनांदगांव जिले के धार्मिक नगरी डोंगरगढ़ में प्रसिद्ध जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि स्मृति महा महोत्सव में भाग लेंगे. बताया जा रहा कि 18 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी डोंगरगढ़ आएंगे. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है.

कार्यक्रम के आयोजकों और प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, अमित शाह का आगमन 6 फरवरी को दोपहर 12:55 बजे डोंगरगढ़ में प्रस्तावित है. वे सीधे चंद्रगिरी तीर्थ पहुंचेंगे, जहां आयोजित समारोह में शामिल होकर आचार्य विद्यासागर महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. आचार्य विद्यासागर महाराज जैन धर्म के एक प्रतिष्ठित संत थे, जिनके जीवन और शिक्षाओं ने लाखों लोगों को प्रभावित किया. उनके समाधी स्मृति महोत्सव में देशभर से श्रद्धालु और अनुयायी एकत्र हो रहे हैं. अमित शाह की उपस्थिति से इस आयोजन का महत्व और भी बढ़ जाएगा

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करते हुए जैन समाज का प्रतिनिधिमंडल

 

कार्यक्रम के दौरान अमित शाह संत समाज और स्थानीय गणमान्य नागरिकों से भी मुलाकात करेंगे और आचार्य विद्यासागर महाराज के आदर्शों पर आधारित अपने विचार साझा कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त जैन समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है.

मां बम्लेश्वरी मंदिर में करेंगे दर्शन

चंद्रगिरी तीर्थ में आयोजित कार्यक्रम के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोपहर 2:50 बजे डोंगरगढ़ के प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर में माता के दर्शन करेंगे. यह मंदिर छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं. अमित शाह यहां पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम, प्रशासनिक तैयारियां पूरीकेंद्रीय मंत्री के दौरे को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. डोंगरगढ़ पुलिस, जिला प्रशासन और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरे इलाके में चौकसी बरत रही है. एसपी और कलेक्टर स्वयं तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं. चंद्रगिरी तीर्थ और मां बम्लेश्वरी मंदिर के आसपास सुरक्षा के लिए विशेष बल तैनात किए गए हैं. जिला प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल और मंदिर परिसर की साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर विशेष तैयारी की है. साथ ही यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

18 फरवरी को आ सकते हैं प्रधानमंत्री मोदी

अमित शाह के दौरे को लेकर डोंगरगढ़ के स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है. धार्मिक आयोजन के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री के आगमन को लेकर शहर में विशेष सजावट की जा रही है. कई लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस दौरे के दौरान क्षेत्र के विकास से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है. वहीं विद्यासागर महराज के समाधि स्थल पर 18 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी पहुंचने की जानकारी मिली है. इसकी तैयारी में पुलिस प्रशासन जुटा हुआ है.

रायपुर पुलिस ने चाकूबाजों की निकाली हेकड़ी, उठक-बैठक कराकर शांति बनाए रखने की दी चेतावनी…

रायपुर- राजधानी रायपुर की पुलिस ने आज सभी चाकूबाजों की इकट्ठे क्लास ली है. पुलिस ने क्राइम ब्रांच थाने में कुल 50 नए और पुराने सभी चाकूबाजों को लाकर उनसे उठक-बैठक और पुश-अप कराकर उनकी हेकड़ी निकाली दी है. इस दौरान पुलिस ने बदमाशों को शहर में मारपीट या चाकूबाजी न करने और शहर में शांती रखने की सख्त चेतावनी दी है.

बता दें, प्रदेश में आगामी निकाय चुनाव और होली त्यौहार को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. वहीं त्यौहारों और चुनाव के साथ ऐसी आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए रायपुर पुलिस लगातार बदमाशों की क्लास ले रही है.

बागियों पर भाजपा का चला हंटर : 22 नेताओं को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता, 6 साल के लिए किया निष्कासित

जांजगीर-चांपा-  नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रचार में राजनीतिक दलों के प्रत्याशी प्रचार में पूरा जोर लगा रहे हैं. इस बीच समीकरण बिगाड़ने वाले बागियों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है. जांजगीर चांपा जिले में भारतीय जनता पार्टी का बागियों पर हंटर चला रहा है. पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने के आरोप और अनुशासन भंग करने के मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने 22 कार्यकर्ताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित किया हैं।

इन बागियों पर हुई कार्रवाई

जांजगीर जिला में नगर पालिका, नगर पंचायत में बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों पर निष्काशन की गाज गिरी है. इनमें पार्षद के लिए 19 और अध्यक्ष के लिए 3 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. नगर पालिका अकलतरा के आलावा नगर पंचायत नवागढ़ और पामगढ़ में 1-1 बागी प्रत्याशी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.

चुनाव से पहले भाजपा एक्शन मोड में नजर आ रही है. बता दें कि इससे पहले कांकेर जिले में भाजपा ने 14 भाजपाइयों पर निष्कासन की कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई में कांकेर नगर पालिका से जागेश्वरी साहू, चारामा नगर पंचायत से 4 और पखांजूर नगर पंचायत 9 प्रत्याशीयो को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित किया गया. इनमें 5 नेता ऐसे भी हैं जो पूर्व में पार्षद भी रहे हैं. 

नगरीय निकाय चुनाव: गौरेला में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मंत्री जायसवाल ने किया प्रचार, कांग्रेस के घोषणा पत्र को बताया ‘गुमराह करने वाला’

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-  नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। मंगलवार को स्वास्थ्य एवं प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल गौरेला नगर पालिका पहुंचे, जहां उन्होंने भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी मुकेश दुबे के समर्थन में रैली निकालकर जनता से समर्थन मांगा। मंत्री जायसवाल ने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा को सफलता मिल रही है और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में भी भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि “हम ट्रिपल इंजन की सरकार बनाएंगे, जिससे विकास की गति और तेज होगी।”

मंत्री जायसवाल ने कांग्रेस पर साधा निशाना

मंत्री जायसवाल ने नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणदास महंत के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में एक-दूसरे को “मामू” बनाने की परंपरा पुरानी है। उन्होंने कहा, “कभी ढाई-ढाई साल, कभी कुछ और… कांग्रेस में बस ख्याली पुलाव पकाए जाते हैं। टीएस सिंहदेव को बार-बार चने के झाड़ पर चढ़ाया जाता है, लेकिन जब मौका मिलेगा, तो चरणदास महंत खुद आगे कूद जाएंगे। कांग्रेस में समर्पण की कमी है।”

कांग्रेस के घोषणा पत्र को बताया ‘गुमराह करने वाला’

कांग्रेस के घोषणा पत्र पर टिप्पणी करते हुए मंत्री जायसवाल ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अध्यक्ष को चेक पावर देने की बात करना सिर्फ जनता को गुमराह करने की कोशिश है। बिना सरकार के ये निर्णय कैसे कर सकते हैं? कांग्रेस सिर्फ झूठे वादों के सहारे चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन जनता अब इनके बहकावे में नहीं आने वाली।”

CGMSC घोटाले पर मंत्री जायसवाल ने बोले- कोई भी बख्शा नहीं जाएगा

CGMSC घोटाले पर बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार पिछली सरकार के भ्रष्टाचारों को उजागर कर रही है। उन्होंने कहा, “हमने कठोर फैसला लिया है और EOW से जांच कराने का निर्णय लिया है। यह 400 करोड़ रुपये का दवा घोटाला है और इसमें जो भी दोषी होगा, चाहे कोई भी हो, उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। छत्तीसगढ़ की जनता का पैसा लूटने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”

भूपेश बघेल की ट्रैक्टर रैली को नहीं मिली अनुमति, कांग्रेस ने जिला प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप…

बिलासपुर-  नगरीय निकायों चुनाव में मतदान की तारीख करीब आते-आते प्रचार जोर पकड़ने लगा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के बिलासपुर में प्रचार अभियान को झटका लगा है. जिला प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ट्रैक्टर रैली को अनुमति नहीं दी है. 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की रैली को अनुमति नहीं मिलने पर कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मंत्री और बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल के इशारे पर जिला प्रशासन के काम करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही एडीएम, एसडीएम और एएसपी को तत्काल हटाने की मांग की है.

बता दें कि आज सकरी से सिरगिट्टी तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ट्रैक्टर रैली प्रस्तावित था. जिला प्रशासन की मनाही के बाद अब कांग्रेस नेताओं ने बगैर अनुमति के भी ट्रैक्टर रैली निकालने का दावा किया है.

BJP-कांंग्रेस के बागियों ने बिगाड़ा समीकरण : भाजपा ने बगावत करने वाले 26 भाजपाइयों को पार्टी से किया निष्कासित, कांग्रेस में भी कलह

गरियाबंद-  नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 26 भाजपाइयों को भाजपा ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. गरियाबंद पालिका में 5, राजिम नगर पंचायत से 5, कोपरा नगर पंचायत से 4, देवभोग से 5 व फिंगेश्वर नगर पंचायत से 7 बागी भाजपाइयों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

बता दें कि गरियाबंद जिला पंचायत में कुल 11 सीट है. यहां 69 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है. भाजपा कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों की संख्या की तुलना में बागियों की संख्या ज्यादा है. इस बार बागी प्रत्याशी भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टी का समीकरण बिगाड़ दिया है.

जानिए कांग्रेस में कहां हो रही कलह

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 3 में कांग्रेस ने प्रकाश साहू को अधिकृत प्रत्याशी बनाया है, लेकिन यहां से कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष आनंद मतावले, यूथ कांग्रेस के राजिम विधानसभा अध्यक्ष योगेश साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी राघोबा महाडीक के सुपुत्र इंद्रजीत ने पर्चा दाखिल किया है. क्रमांक 7 में कांग्रेस प्रत्याशी संजय नेताम को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी, क्योंकि इस सीट से मैनपुर ब्लॉक महिला कांग्रेस कमेटी की प्रियंका कपिल मैदान में हैं. हैरानी की बात तो यह है कि ब्लॉक महामंत्री गेंदू यादव प्रियंका का प्रस्तावक बनकर गुटबाजी को हवा दे दिया है. क्षेत्र क्रमांक 11 में भी जिला उपाध्यक्ष धनसिंह मरकाम ने दावेदारी ठोका है.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष भावसिंह साहू का कहना है कि पार्टी के ज्यादातर पदाधिकारी अधीकृत सूची जारी करने से पहले नामांकन भर चुके थे. कुछ बाद में भी भरे हैं. नाराजगी दूर करने का प्रयास किया जाएगा. बातचीत से रास्ता निकल जाए, ऐसा कोशिश किया जा रहा है.

भाजपा में भी नाराज पदाधिकारी पड़ेंगे भारी

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 में भाजपा की सबसे ज्यादा भिड़ंत देखने को मिला है. पार्टी ने यहां एससी वर्ग के युवा नेता गौरी शंकर को मैदान में उतारा है. सूत्रों का दावा है कि जीते तो गौरी जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रबल दावेदार होंगे, लेकिन गौरी के इस सफर में पार्टी के ही बड़े नेता रोडा बन गए हैं. भाजपा के जिला पदाधिकारी बोधन नायक, मंडल पदाधिकारी अरुण ठाकुर, दुर्योधन सोनवानी, चंद्र किशोर कश्यप, शांति लाल मालू जैसे भाजपाई ने नामांकन भर दिया है. क्षेत्र क्रमांक 10 में भाजपाई एवं पूर्व सदस्य धनमती यादव ने नामांकन भरा है. वहीं क्षेत्र क्रमांक 11 में अब तक लगातार पंचायत चुनाव में अपना परचम लहराने में सफल रहे भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष देशबंधु नेताम व पूर्व मंडल अध्यक्ष के सुपुत्र विवेक यदु ने नामांकन भर भाजपा के प्रत्याशी शोभाचन्द्र पात्र के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है.

भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल चंद्राकर का कहना है कि नाराज नेताओं को मनाकर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को समर्थन दिलाने स्थानीय वरिष्ठ नेताओं को जवाबदारी दी गई है. भाजपा परिवार से हैं, नाराजगी होगी तो दूर किया जाएगा. नाम वापसी के समय तक उम्मीद है परिवार के सभी सदस्य मान जाएंगे.

ये हैं भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 से नंदिनी कोमल ढीढ़ी, क्षेत्र क्रमांक 02 से नंदिनी ओंकार साहू, 03 से चंद्रशेखर साहू, 04 से लेखूराम ध्रुवा, 05 से शिवानी अभिषेक चतुर्वेदी, 06 से लालिमा पारस ठाकुर, 07 से मुकेश बीसेन, 08 से श्रुति ध्रुवा ,09से गौरीशंकर कश्यप ,10 से नेहा सिंघल, 11से शोभा चंद्र पात्र को भाजपा से अधिकृत किया गया है।

ये हैं कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी

क्षेत्र क्रमांक 1 से होमा देवी सांग, क्षेत्र क्रमांक 2 से मालती साहू, क्रमांक 3 से प्रकाश साहू, क्रमांक 4 से पुनारद ठाकुर, क्रमांक 5 से रजनी चौरे, क्रमांक 6 से सुरेखा नागेश, क्रमांक 7 से संजय नेताम, क्रमांक 8 से सरस्वती नेताम, क्रमांक 9 से उमेश डोंगरे, क्रमांक 10 से छाया देवी नेताम, क्रमांक 11 से राजकुमार प्रधान को कांग्रेस से अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया है.

भाजपा ने इन नेताओं को पार्टी से किया निष्कासित

निकाय चुनाव 2025 : कई नेताओं के रिश्तेदार चुनावी मैदान में, सीएम साय के समधि को भी मिला टिकट

रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का दंगल शुरू हो गया है. इस चुनाव में परिवारवाद भी दिख रहा है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही दलों में कई बड़े नेताओं के रिश्तेदार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समधि और स्वास्थ्य मंत्री की बहू भी मैदान में हैं. एक मंत्री के भाई निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. वहीं कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री के परिवार का सदस्य चुनाव लड़ रहा है. कांग्रेस मेयर के पति पूर्व विधायक और एक पूर्व महापौर की पत्नी चुनावी मैदान में हैं.

सीएम विष्णुदेव साय के समधि टीकाराम कंवर जिला पंचायत का चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें धमतरी जिले के क्षेत्र क्रमांक 9 से भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल की बहू चंपा जायसवाल नगर पंचायत झगराखांड से अध्यक्ष के लिए चुनावी मैदान हैं. इसके अलावा बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता चुनावी मैदान में दम दिखा रहे हैं. सबकी नजरें इन सीटों पर है.

सीएम के समधि की आपत्ति चुनाव अधिकारी ने की खारिज

धमतरी जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 में कांग्रेस प्रत्याशी उत्तम मरकाम मारागांव के नामांकन पर मुख्यमंत्री के समधि व भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने आपत्ति जताई थी, जिसे रिटर्निंग अधिकारी ने खारिज कर दिया है. आपत्ति थी कि 2005 में गरियाबंद के गांव पथरामोहंदा में सरपंच रहते उत्तम के खिलाफ शासकीय देनदारी है. यह शिकायत 28 जनवरी को सूचना के अधिकार के तहत की थी. इसी आधार पर उत्तम का आवेदन निरस्त करने की मांग की थी, लेकिन इस मामले में भाजपा कोई सत्यापित प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सकी. इसके चलते चुनाव अधिकारी ने आपत्ति को खारिज कर दिया.

चुनावी प्रचार में जुटे भाजपा-कांग्रेस के नेता

नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रचार में बड़े नेता जुट गए हैं. सीएम विष्णुदेव साय आज से चुनावी प्रचार में जुट रहे हैं. वे रायगढ़ में रोड शो कर भाजपा के पक्ष में जनता से समर्थन मांगेंगे. वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी लगातार चुनावी प्रचार कर कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांग रहे. बघेल आज पांडातराई कबीरधाम, पंडरिया, कुनकुरी मेंं जनसभा को संबोधित करेंगे. वहीं बिलासपुर, अकलतरा और जांजगरी में रोड शो करेंंगे.

इन नेताओं के रिश्तेदार लड़ रहे चुनाव

सीएम विष्णुदेव साय के समधी टीकाराम कंवर जिला पंचायत का चुनाव लड़ रहे हैं.

मंत्री लखनलाल देवांगन के भाई नरेंद्र देवांगन कोरबा जिले में निर्विरोध पार्षद का चुनाव जीत गए हैं.

स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल की बहू चंपा जायसवाल नगर पंचायत झगराखांड से अध्यक्ष चुनाव लड़ रहीं.

रायपुर में भाजपा ने मीनल चौबे को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया है, जिनके पति छगन चौबे हैं, जो पार्षद रह चुके हैं. 

पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी विधायक रेणुका सिंह की बेटी मोनिका सिंह भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं. जबकि यहां भाजपा ने वेद प्रकाश सिंह को अधिकृत प्रत्याशी बनाया है. 

पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की बहू जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ी रही हैं. 

रायपुर के मेयर रहे कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे रायपुर नगर निगम में महापौर का चुनाव लड़ रही हैं. 

चिरमिरी नगर निगम में महापौर रही कंचन जायसवाल के पति विनय जायसवाल मेयर का चुनाव लड़ रहे हैं. वे कांग्रेस से विधायक भी रह चुके हैं. 

कांग्रेस के पूर्व विधायक गुलाब कमरो की बहन भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं, जबकि वह जिला पंचायत सदस्य भी हैं. 

बीजेपी विधायक आशाराम नेताम की पत्नी सुरेखा नेताम जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं. वे पहले सरपंच भी रह चुकी है. 

कांकेर जिले में भाजपा विधायक लता उसेंडी की बहन किरण नरेटी भी चुनावी मैदान में हैं. 

निकाय चुनाव 2025 : भाजपा-कांग्रेस के घोषणा पत्र में कई वादे रिपीट, BJP ने बताया काॅपी पेस्ट, कांग्रेस ने कहा – जमीन आसमान का है अंतर

रायपुर-  नगरीय निकाय चुनाव के लिए बीजेपी ने अटल संकल्प पत्र और कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र जारी कर दिया है. बीजेपी ने जनता से सुझाव लेकर 20 तो वहीं कांग्रेस ने भी लोगों की आवश्यकताओं को ध्यान में 36 बिंदुओं में घोषणा पत्र तैयार किया है. इनमें कई सारी घोषणाएं ऐसी है, जो दोनों ही दलों में समान है. भाजपा ने 2019 में लाए घोषणा पत्र में से कई सारे बिंदुओं को शामिल किया है. वही कांग्रेस के घोषणा पत्र में बीजेपी के 2019 और 2025 की घोषणा पत्र के कई वादे रिपीट किए गए हैं. कई वादे ऐसे भी शामिल किए गए हैं, जिसे 2019 के चुनाव में घोषणा किए थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं. आइए जानते हैं कौन से ऐसे वादे हैं, जो दोनों ही दलों के घोषणा पत्र में शामिल हैं.

कांग्रेस और बीजेपी के घोषणा पत्र में ये है समानता

श्रद्धांजलि योजना के तहत दिए जाने वाले 4 हजार को बढ़ाकर 5 हजार किया गया है.

महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का वादा.

जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण और विवाह प्रमाण पत्र का घर पहुंच सेवा.

यूज़र चार्ज का युक्तियुक्त करण.

बीजेपी ने प्रमुख निकायों में तो वहीं कांग्रेस ने हर निकाय में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सर्वसिविधायुक्त निःशुल्क लाइब्रेरी की घोषणा की है.

शहरी सार्वजनिक स्थानों में महिलाओं के लिए टॉयलेट्स

विवाह और शोक कार्यक्रमों में मुफ़्त पानी टैंकर

शासकीय भूमि पर काबिज भूमिहीन व्यक्तियों को भूमि अधिग्रहण का अधिकार

विश्वविद्यालय और स्कूलों में मुफ़्त सेनेटरी नैपकिन्स

स्वासहायता समूहों की महिलाओं को रोज़गार देने का वादा

सार्वजनिक स्थानों में मुफ़्त Wi- Fi


नियमित भुगतान पर संपत्ति कर में छूटकांग्रेस ने पूरे नहीं किए 2019 के ये वादे

कांग्रेस ने 2019 के चुनाव में तालाबों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण, घाटों और तालाबों में महिलाओं के लिए चेजिंग रूम बनाने का वादा किया था. हालांकि ये धरातल पर नजर नहीं आया. इसके अलावा इंदिरा गांधी हरित अभियान, राजीव गांधी ज्ञानोदय केंद्र योजना के तहत ऑनलाइन रीडिंग, लायब्रेरी की सुविधा मिलनी थी, महात्मा गांधी सम्मान पुरस्कार के तहत नगर भूषण अवॉर्ड, नगर शिक्षक अवॉर्ड, नगर खिलाड़ी अवार्ड दिए जाने की घोषणा की गई थी, ये वादे अब भी अधूरे हैं.

कांग्रेस का घोषणा पत्र BJP के ‘अटल संकल्प पत्र’ का कॉपी पेस्ट : सीएम

नगरीय निकाय चुनाव के लिए जारी कांग्रेस के घोषणा पत्र को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भाजपा के ‘अटल संकल्प पत्र’ का कॉपी-पेस्ट बताया है. उन्होंने कांग्रेस पर पिछले नगरीय निकाय चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.

बीजेपी-कांग्रेस के घोषणा पत्र में जमीन आसमान का अंतर : दीपक बैज

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि बीजेपी और कांग्रेस के घोषणा पत्र में जमीन आसमान का फर्क है. हमारी घोषणा पत्र सीधी, स्पष्ट और सरल जनता के लिए है, लेकिन बीजेपी का घोषणा पत्र जनता को गोल-गोल घुमाने, जनता को ठगने और भटकाने के लिए है.