कर्नाटक मंत्रिमंडल ने बेंगलुरु के पास नए सैटेलाइट टाउनशिप को दी मंजूरी

बेंगलुरु: बेंगलुरु में बढ़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कर्नाटक मंत्रिमंडल ने ग्रेटर इंटिग्रेटेड सैटेलाइट टाउनशिप बनाने को मंजूरी दी है। 

30 जनवरी को मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि बेंगलुरु में सैटेलाइट टाउनशिप बिदादी और हारोहल्ली के बीच बनायी जाएगी।.

इस बारे में मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक के मंत्री एच के पाटिल ने बताया कि पहला ग्रेटर बेंगलुरु इंटिग्रेटेड टाउनशिप बिदादी और हारोहल्ली के बीच बनाया जाएगा। 

इसे ग्रेटर बेंगलुरु विकास प्राधिकरण (GBDA) के अधीन तैयार किया जाएगा।

मीडिया से बात करते हुए पाटिल ने बताया कि सैटेलाइट टाउनशिप को 10 गांवों में लगभग 8,032 एकड़ के क्षेत्र में तैयार किया जाएगा। 

बता दें, बिदादी और हारोहल्ली बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के पास रामनगर जिले में मौजूद है। यह बेंगलुरु मुख्य शहर से करीब 30-50 किमी की दूरी पर मौजूद है। इससे पहले उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी कहा था कि रामनगर का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण रख दिया जाए रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार रामनगर जिले के जिन 10 गांवों को मिलाकर ग्रेटर बेंगलुरु इंटीग्रेटेड सैटेलाइट टाउनशिप को बनाया जाएगा, उनमें बिदादी का बैरामंगला और बन्नीगेरे, होसुर, केजी गोल्लरपल्या, कांचुगरनहल्ली, अरलालसुन्दरा, केम्पैयानपल्या, कांचुगरनहल्ली कवलु, मंडलाहल्ली और हारोहल्ली में वडेराहल्ली शामिल है। 

बताया जाता है कि कर्नाटक मंत्रिमंडल ने देवनहल्ली, नेलमंगला, होस्कोट, डोड्डाबल्लपुर, मगडी, बिदादी में सैटेलाइट टाउनशिप का विकास सड़क व रेल संपर्क के साथ करने का प्रस्ताव भी दिया है, ताकि बेंगलुरु में बढ़ी भीड़ को नियंत्रित किया जा सकें।

मीडिया से बात करते हुए एच के पाटिल का कहना है कि सैटेलाइट टाउन बेंगलुरु में भीड़ को कम करेंगे। वे सड़क व रेल परिवहन से अच्छी तरह से जुड़े होंगे। यहां न सिर्फ नौकरी के मौके मिलेंगे बल्कि यहां लोगों को रहने के लिए भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

बताया जाता है कि यहाँ निर्माण की योजनाओं को बनाने के लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है। टाउनशिप परियोजनाओं के पूरा होने तक उनकी देखरेख के लिए कर्नाटक सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाएगी, जिसमें सक्षम प्राधिकारी, विभाग और संबंधित संस्थान शामिल होंगे।

महाकुंभ की मोनालिसा की फिल्मों की शूटिंग शुरू, नीली साड़ी में समंदर किनारे बिखेरीं अदाएं


प्रयागराज- महाकुंभ में अपने परिवार के साथ माला बेचने आई मोनालिसा की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है। जैसे कि मोनालिसा का दावा था कि उनकी मलाएं नहीं बिकी हैं उनका नुकसान हुआ है, लेकिन भले ही मोनालिसा की मालाएं ना सेल हुई हों, लेकिन वह रातों रात पॉपुलर हो गई हैं। अपनी आंखों की वजह से खास चर्चाओं में रहने वाली मोनालिसा आज सोशल मीडिया सनसेशन बन चुकी हैं। हर कोई मोनालिसा की ही बात कर रहा है।

बता दें कि महाकुंभ में मोनालिसा को फिल्मों का ऑफर भी मिली था। वहीं लगता है कि अब मोनालिसा ने फिल्मों में काम करना भी शुरू कर दिया है। महाकुंभ वायरल गर्ल मोनालिसा इन दिनों अपनी आने वाली फिल्मों की वजह से खास चर्चाओं में बनी हुई हैं। जिस वजह से उनके आए दिनों कोई ना कोई वीडियो वायरल हो रहे हैं।

वहीं हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है इस वीडियो को देख अच्छे-अच्छों के होश उड़ गए हैं। जी हां, वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मोनालिसा ब्लू कलर की साड़ी पहने समंदर किनारे अदाएं बिखेरती दिख रही हैं।

मोनालिसा के इस लुक को देख अच्छे-अच्छों के होश उड़ गए हैं। मोनालिसा के इस लुक को देख हर कोई तारीफ की लंबी लाइन लगा रहा है। जी हां, एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- वाह क्या बात है मोनालिसा तो पहचान में भी नहीं आ रही है।

वहीं दूसरे यूजर ने कहा- मानना पड़ेगा मोनालिसा है तो खूबसूरत। वहीं तीसरे ने लिखा- लोग ऐसे फीचर्स फिलर करवाकर लेते हैं मोनलिसा के नेचुरल हैं। आपको बात दें कि मोनालिसा का साड़ी में वायरल हो रहा यह वीडियो रियल नहीं है। बल्कि यह AI द्वारा जनरेट किया गया वीडियो है जो सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो रहा है।

प्रोफेसर पायल बनर्जी की कहानी: 13 किताबें, कई डिग्रियां और एक विवादित शादी


कोलकाता : प्रोफेसर पायल बनर्जी के पास कई डिग्री-पुरस्कार हैं. यूजीसी में उनके कई रिसर्च पेपर हैं. प्रोफेसर पायल बनर्जी पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से ग्रेजुएशन हैं. गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन है. कलकत्ता विश्वविद्यालय से पोस्ट पीजी डिप्लोमा उनके पास है. फिलहाल वह छात्र से शादी को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं.

महिला प्रोफेसर पायल बनर्जी ने क्लास रूम में छात्र से की शादी

पश्चिम बंगाल में नदिया जिले के हरिणघाटा स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की महिला प्रोफेसर पायल बनर्जी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो उनकी शादी का है. अब आप सोच रहे होंगे कि ये वीडियो अगर उनकी शादी का है तो हैरान करने वाली बात कौन सी है. दरअसल, हैरान करने वाली बात यह है कि उन्होंने क्लासरूम में अपने ही छात्र से शादी रचा ली. बकायदा छात्र ने उनकी मांग में सिंदूर भरा. अब छात्र से शादी करने को लेकर उनकी आलोचना हो रही है, लेकिन प्रोफेसर पायल बनर्जी की क्वालिफिकेशन सुनकर आप हैरान रह जाएंगे.

बता दें कि प्रोफेसर पायल बनर्जी मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय साइकोलॉजी विभाग की चीफ हैं. पायल बनर्जी के पास कई डिग्री और पुरस्कार हैं. 

यूजीसी में उनके कई रिसर्च पेपर हैं. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री ली है. गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. कलकत्ता यूनिवर्सिटी से पोस्ट पीजी डिप्लोमा किया है. वहीं एडम्स यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में पीएचडी की है.

13 किताबें लिख चुकी हैं प्रोफेसर पायल बनर्जी

प्रोफेसर पायल बनर्जी 13 किताबें लिख चुकी हैं. उनके 14 रिसर्च पेपर यूजीसी में जमा हैं. 2009-10 सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नई दिल्ली में साइकोलॉजिस्ट इंटर्न के रूप में छह महीने तक एक कंपनी में बाइकर्स इंडस्ट्रियलिस्ट काउंसलर के रूप में काम किया. तीन महीने के लिए कलकत्ता के एक संस्थान में स्कूल काउंसलर के रूप में काम किया. दो साल 10 महीने के लिए एक प्रतिष्ठित स्कूल में साइकोलॉजी टीचर के रूप में काम किया. 

उन्होंने कोलकाता में नामजादा ग्रुप में भी पढ़ाया. उसके बाद अक्टूबर 2022 से वह मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MAKAUT) में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम कर रही हैं.

प्रोफेसर को मिल चुके हैं कई अवॉर्ड

प्रोफेसर पायल बनर्जी को कई अवॉर्ड मिले हैं. उन्हें यंग अचीवर अवॉर्ड, रिसर्च एक्सीलेंस अवॉर्ड मिल चुका है. वह इंडियन स्कूल साइकोलॉजी एसोसिएशन और इंडियन साइंस कांग्रेस की सदस्य हैं. शादी के बाद हो रही आलोचना को लेकर प्रोफेसर पायल बनर्जी ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपने बारे में ढेर सारी बातें कीं, लेकिन अगर आप उनके सोशल मीडिया पेजों पर नजर डालें तो आप समझ सकते हैं कि उनका छात्रों के साथ काफी दोस्ताना रिश्ता है.

छुट्टी पर भेजी गईं प्रोफेसर पायल बनर्जी

हालांकि, प्रोफेस पायल बनर्जी ने इस शादी को एक नाटक बताया. प्रोफेसर ने कहा कि एक फ्रेशर्स छात्र के नाटक की ये क्लिपिंग थी, जिसे जानबूझकर वायरल किया गया. लाइव वीडियो में पायल बनर्जी ने हाथ जोड़कर विनती की कि इस वीडियो को ज्यादा शेयर मत करें. अगर कुछ सच्चाई होती तो अलग बात होती. लोग फेक वीडियो को शेयर कर समय बर्बाद कर रहे हैं.

 वहीं विश्वविद्यालय के कार्यवाहक प्रिंसिपल और रजिस्ट्रार ने कहा कि ये महिला प्रोफेसर के पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है. हालांकि इसकी जांच की जा रही है. जांच होने तक प्रोफेसर पायल बनर्जी को छुट्टी पर भेज दिया गया है।

हरियाणा के फतेहाबाद में भाखड़ा नहर में क्रूजर गिरने से 9 की मौत, 3 लापता

फतेहाबाद : हरियाणा के फतेहाबाद ; के रतिया के गांव सरदरेवाला में बड़ा हादसा हो गया है. यहां पर एक क्रूजर गाड़ी धुंध के चलते भाखड़ा नहर में जा गिरी है. बताया जा रहा है कि क्रूजर में 14 लोग सवार थे जिनमें से 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है.

धुंध के चलते नहर में गिरी क्रूजर : फतेहाबाद में एक परिवार पंजाब से शादी समारोह में शामिल होकर अपने गांव सरदारे वाला की ओर आ रहा था. धुंध ज्यादा होने के कारण और नहर पर सेफ्टी वॉल ना होने के चलते गाड़ी सीधे भाखड़ा नहर में जा गिरी. गाड़ी में 14 लोग सवार थे. वहां से गुजर रहे ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान एक बच्चा अरमान गाड़ी का शीशा टूटने पर बाहर निकल आया, वहीं एक बुजुर्ग को भी बचा लिया गया.

9 लोगों की डेड बॉडी निकाली : गांव के लोगों ने प्रशासन को हादसे की ख़बर दी जिसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. मौके से एक 55 वर्षीय बुजुर्ग बलबीर सिंह की डेड बॉडी को बाहर निकाला गया. वहीं सिरसा के गांव कालांवाली में 8 लोगों की भी डेड बॉडी मिली है जिसकी पुष्टि फतेहाबाद प्रशासन ने की है. बताया जा रहा है कि मृतकों में दो महिलाएं, 2 बच्चे और एक शख्स शामिल है. अब तक कुल मिलाकर 9 लोगों की डेड बॉडी भाखड़ा नहर से बाहर आ चुकी है. 2 लोग जिंदा बच गए हैं और 3 लोग अभी भी लापता हैं. फिलहाल NDRF और SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है.

3 लोगों की तलाश जारी : हादसे के बाद लोग खासे नाराज़ नज़र आए. उन्होंने कहा कि भाखड़ा नहर के किनारे किसी तरह की सेफ्टी वॉल नहीं थी जिसके चलते ये हादसा हुआ है. वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए रतिया के एसडीएम जगदीश चंद्र और रतिया के डीएसपी संजय बिश्नोई ने बताया कि प्रशासन लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहा है. पानी का लेवल कम करवा दिया गया है. 3 लोगों की तलाश जारी है।

मोदी सरकार का बजट: भारत बनेगा दुनिया का फूड बास्केट, MSME सेक्टर को मिलेगी मजबूती


नई दिल्ली:- मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट विकसित भारत की दिशा में एक ठोस कदम है, लेकिन 2047 तक इसे हासिल करने के लिए विकास के साथ-साथ सुधारों की गति और तेज करने की जरूरत है।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबी को पूरी तरह से खत्म करने, हर बच्चे को उच्चस्तरीय शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराने, भारत को दुनिया का फूड-बास्केट बनाने, युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराकर विकास में भागीदार बनाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और अर्थव्यवस्था में आधी आबादी की भागीदारी सुनिश्चित करने का तो प्रविधान किया है।

श्रम सुधारों पर चुप्पी

लेकिन निवेश और विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा बने श्रम सुधारों पर चुप्पी साध ली है। खुद वित्त मंत्रालय के आर्थिक सर्वेक्षण में विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए अगले 10 सालों तक हर साल आठ फीसद की दर से विकास करने की बात कही गई है।लेकिन निर्मला सीतारमण के अनुसार अगले वित्त वर्ष में विकास दर 6.3 से 6.8 फीसद तक रहेगी। आठ फीसद विकास दर का लक्ष्य कब हासिल होगा यह अभी साफ नहीं है।

2047 तक हासिल करना होगा लक्ष्य

जाहिर है 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए विकास दर की गति को और तेज करने की जरूरत होगी और इसके लिए बड़े सुधारों और कड़े फैसलों की जरूरत है, जिसका संकेत बजट में नहीं दिख रहा है।

वैसे आयकर छूट की सीमा को 12 लाख तक बढ़ाकर मध्यम वर्ग व नौकरी पेशा के हाथ में हर साल एक लाख करोड़ रुपये देने की व्यवस्था की गई है। इससे मध्यम वर्ग में बचत के साथ-साथ उपभोग बढ़ने की उम्मीद है, जो अंतत: विकास दर को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।

लेकिन आठ फीसद सालाना का लक्ष्य हासिल करने में भी यह नाकाफी साबित हो सकता है। वैसे बजट में भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा मूल समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस कदमों का प्रविधान जरूर किया गया है, जिसके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।

फूड बास्केट बनाने पर जोर

भारत को दुनिया का फूड बास्केट बनाने के लिए कम उत्पादकता वाले 100 जिलों की पहचान कर वहां सिंचाई व आधारभूत संरचना में भारी निवेश का प्रविधान किया गया है। साथ ही किसानों को उन्नत बीज, सस्ता कर्ज और खाद्य प्रसंस्करण जैसे कई प्रविधान किये गए हैं।

इसी तरह से एमएसएमई सेक्टर को मजबूत करने की दिशा में ठोस पहल की गई है। मैन्यूफैक्चरिंग मिशन, क्लीन टेक, टॉय, लेदर, फुटवेयर और पर्यटन जैसे क्षेत्रों पर जोर से युवाओं में रोजगार समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।

मैन्यूफैक्चरिंग हब बनेगा भारत

लेकिन मेक इन इंडिया से लेकर पीएलआई स्कीम तक की सफलता सिर्फ कुछ सेक्टर तक ही सीमित रही है। साफ है कि भारत को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए छोटे-छोटे सुधारों और छूट से बात नहीं बनेगी, इसके लिए बड़े और कड़े कदम उठाने होंगे, जिसका बजट में अभाव दिखता है।

बजट में शत प्रतिशत अच्छे स्तर की स्कूली शिक्षा, बेहतरीन, सस्ती और सर्वसुलभ स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच. शत-प्रतिशत कुल कामगार के साथ सार्थक रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में 70 फीसद महिलाओं की भागीदारी को विकसित भारत के लिए अहम बताया गया है।

बजट में कई बड़े एलान

इसके लिए सभी जिला अस्पतालों में कैंसर के इलाज की सुविधा, मेडिकल कॉलेजों और आईआईटी में सीटें बढ़ाने, अटल टिंकरिंग लैब, सरकारी माध्यमिक स्कूलों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने, वैश्विक स्तर के कौशल विकास के लिए सेंटर आफ एक्सेलेंस खोलने जैसी की घोषणाएं की गई हैं।

लेकिन इनके सफल क्रियान्वयन की जरूरत होगी। शिक्षण संस्थाओं में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षकों की कमी और कौशल विकास योजनाओं का अभी तक प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं रहा है।

बजट 2025: स्मार्टफोन और गैजेट्स होंगे सस्ते, चीन को सबक सिखाने का भी है प्लान

नई दिल्ली। केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोबाइल फोन से जुड़े कुछ कंपोनेंट पर इंपोर्ट ड्यूटी हटाने का एलान किया है। इससे देश में लोकर प्रोडक्शन बढ़ने की उम्मीद है। इस कदम से सीधा फायदा Apple और Xiaomi जैसी विदेशी कंपनियों के साथ देसी कंपनियों को भी होगा। पिछले छह सालों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्शन दोगुना बढ़कर 115 बिलियन डॉलर (करीब 99,41,100 रुपये) हो गया है। इसके साथ ही भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर बन गया है।

Counterpoint की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में भारत के स्मार्टफोन मार्केट के कुल रेवेन्यू में एपल की हिस्सेदारी 23 प्रतिशत है। इसके बाद सैमसंग 22 फीसदी के साथ दूसरे पायदान पर है।

इन कंपोनेंट से हटाया टैक्स

बजट में मोबाइल को जिन कंपोनेंट से टैक्स हटाया गया है। उनमें प्रिंटेट सर्किट बोर्ड असेंबली, कैमरा मॉड्यूल और यूएसबी केबल शामिल हैं। इन कंपोनेंट पर पहले 2.5 प्रतिशत टैक्स लगता था।

PCBA के पार्ट्स

कैमरा मॉड्यूल

कनेक्टर

वायर्ड हेडसेट के रॉ मैटेरियल

माइक्रोफोन

रिसीवर

USB केलब 

फिंगरप्रिंट रीडर

मोबाइल फोन सेंसर

इसके साथ ही LCD और LED पैनल्स पर भी कस्टम ड्यूटी को घटाकर शून्य कर दिया गया है। इससे टीवी, स्मार्ट टीवी, लैपटॉप और स्मार्टफोन की कीमतें कम होंगी।

भारत को क्या फायदा होगा

डोनाल्ड ट्रंप 'अमेरिका फर्स्ट' पॉलिसी अपना रहे हैं। वे अधिक से अधिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को अमेरिका की ओर लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। ऐसे में भारत ड्यूटी में कटौती करके अमेरिका और चीन के टैरिफ वॉर का फायदा उठाने की स्थिति में रहना चाहता है। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी भी बढ़ने की गुंजाइश रहेगी।

चीन को सबक सिखाएगा भारत

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी मंत्रालय ने चेतावनी दी थी अगर सरकार ने विदेशी कंपनियों को लुभाने के लिए टैरिफ में कटौती नहीं की तो हम स्मार्टफोन एक्सपोर्ट की रेस में चीन और वियतनाम से पिछड़ सकते हैं। इससे पहले पिछले साल निर्मला सीतारमण में कस्टम ड्यूटी को तर्कसंगत और सरल करने का एलान किया था। भारत की जटिल टैरिफ स्ट्रैक्चर के चलते कई मोर्चों पर आलोचना होती आई है।

टैरिफ में कटौती के एलान के बाद देश में इलेक्ट्रॉनिक सामान का प्रोडक्शन सस्ता हो जाएगा। इससे भारत स्मार्टफोन, टीवी और दूसरे गैजेट्स के प्रोडक्शन में चीन और वियतनाम जैसे देशों को आसानी से टक्कर दे पाएगा।

अमेरिका में बड़ा विमान हादसा: फिलाडेल्फिया में घरों पर गिरा प्लेन, भीषण आग लगी

नयी दिल्ली : अमेरिका में एक और भीषण विमान हादसा हुआ है। वाशिंगटन DC के बाद पेंसिल्वेनिया राज्य के फिलाडेल्फिया फिलाडेल्फिया में एक छोटा प्लेन क्रैश हुआ है, जो विस्फोट होने के बाद रिहायशी इलाके में गिर गया, जिससे कई घरों और इमारतों में आग लगी गई।

मीडिया के हवाले से विमान हादसे की जानकारी दी और बताया कि छोटे विमान में 2 लोग सवार थे, लेकिन यह विमान एक शॉपिंग मॉल के पास क्रैश हो गया और घरों-इमारतों के ऊपर गिर गया। हादसे में कई लोगों के हताहत होने की खबर है, लेकिन अभी तक मृतकों-घायलों के बारे में पता नहीं चला है।

फिलाडेल्फिया ऑफिस ऑफ इमरजेंसी मैनेजमेंट ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके हादसा कंफर्म किया है। फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीमें कॉटमैन में रूजवेल्ट मॉल और पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया में बुलेवार्ड के पास हादसा स्थल पर मौजूद हैं।

पाकिस्तान में अनोखे तरीके से मनाया जा रहा है महाकुंभ, हिंदू समुदाय के लिए खुशखबरी!

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नयी दिल्ली: पाकिस्तान के हिंदू वीजा की वजह से भारत नहीं आ सकते, लेकिन उन्होंने अपने यहां ही महाकुंभ आयोजित कर लिया। यहां के हिंदुओं ने एक कुंड तैयार किया गया है, जहां वो गंगा स्नान कर सकते हैं। 

भारत के प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेला चल रहा है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन कहते हैं। इसमें करोड़ों की संख्या में लोग संगम में डुबकी लगाने पहुंचते हैं। यही नहीं दूसरे देशों से भी श्रद्धालु और पर्यटक महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए आते हैं। लेकिन इन देशों में एक देश ऐसा भी है, जो वीजा कारणों की वजह से यहां आ नहीं पाता।

हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की जो वीजा कारणों से महाकुंभ में शामिल नहीं हो सकता।

और इसी वजह से पाकिस्तान के हिंदुओं ने अपना एक अलग महाकुंभ आयोजित किया है, जिसमें वे गंगा जल से स्नान कर अपनी आस्था दिखा रहे हैं। चलिए आपको आगे बताते हैं, आखिर ये पर्व यहां कैसे मनाया जा रहा है। 

कुछ ऐसे कर रहे हैं गंगा नदी में स्नान

पाकिस्तान यूट्यूबर हरचंद राम ने अपने ब्लॉग में इस अनोखे आयोजन की एक झलक पेश की। रहीमयार खान जिले में हुए महाकुंभ मेले में शामिल पुजारी ने कहा कि हम भारत के प्रयागराज में नहीं जा सकते, इसलिए हमने यही महाकुम्भ मना लिया। ये पर्व 144 साल बाद आया है, और शायद हमारे जीवन का पहला और आखिरी महाकुंभ होगा। मेले में गंगा स्नान का खास महत्व है। चूंकि पाकिस्तानी हिंदू गंगा नदी तक नहीं जा सकते, इसलिए गंगा जल को खासतौर पर लाया गया है और स्थानीय लोग इसे पानी में मिला रहे हैं और फिर स्नान कर रहे हैं

पाकिस्तान में चल रही है कुंड स्नान विधि

पाकिस्तान में गंगा नदी के पानी से नहाने के लिए एक कुंड तैयार किया गया है, जिसके अंदर नॉर्मल पानी में गंगाजल मिलाकर रखा है। श्रद्धालु उसमें खड़े होकर स्नान कर रहे हैं। पुजारी उनके ऊपर जल डालते हैं, जिससे वे गंगा स्नान का अनुभव ले सकें।

भक्तों के लिए प्रसाद भी बांटा जा रहा है

स्नान के बाद भक्तों के लिए प्रसाद का भी इंतजाम किया गया है। सभी के लिए दलिया खिचड़ी बनाई गई है, जिसे श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिया जा रहा है। धार्मिक अनुष्ठानों के समय भक्तों ने अपने गुरु का आशीर्वाद भी लिया। छोटे स्तर पर आयोजित इस महाकुंभ में भक्तों का उत्साह भी देखने को मिल रहा है। स्नान करते समय, एक भक्त ने कहा कि हम प्रयागराज नहीं जा सकते, लेकिन गंगाजल के साथ स्नान करके हमें ऐसा ही लग रहा है कि हम वहीं हैं।

बन गई एक नयी परंपरा

पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की ये पहल उनकी आस्था और विश्वास को दर्शाती है। पाकिस्तान में इस आयोजन को देख हर किसी का यही कहना है कि महाकुंभ धर्म और श्रद्धा की सीमाओं से परे है। अगर आप प्रयागराज नहीं जा सकते, तो खुद यहां के हिंदुओं ने अपना महाकुंभ बना लिया।

दिल्ली में लाडली योजना की असफलता का खुलासा, CAG रिपोर्ट में AAP सरकार की बेरुखी उजागर


नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर शीला दीक्षित सरकार द्वारा शुरू की गईं लाडली योजना को लेकर निशाना साधा है। 

उन्होंने कहा कि लाडली योजना को लेकर AAP सरकार ने बेरुखी दिखाई है. नतीजा है कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को देने के लिए करोड़ों रुपए पड़े हैं मगर सरकार इसे देने में गंभीर नहीं है. इसका जिक्र सीएजी की रिपोर्ट में भी हुआ है.

मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अजय माकन ने कहा कि महिला सम्मान योजना के तहत आम आदमी पार्टी सरकार ने 2100 रुपये देने का चुनावी वादा किया है. सरकार महिलाओं के सम्मान, बच्चियों के बारे में इतनी ही सजग होती तो आज लाडली योजना को लेकर बेरुखी नहीं दिखाती. 

अजय माकन बोले, भारतीय संस्कृति में बेटियों को न केवल उसका हक दिया जाता है बल्कि उसके प्रति जीवन ही सेवा का भाव मन में रहता है. बेटियों का हक जो खा जाए वह पाप और श्राप दोनों का भागी होता है.

अजय माकन ने कहा उत्तर भारत के अंदर कई राज्यों के अंदर लिंगानुपात सही नहीं है. उसमें फीमेल की संख्या बहुत कम है और उसका एक कारण भ्रूण हत्या है. इसको रोकने के लिए वर्ष 2008 में दिल्ली में कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने लाडली योजना शुरू की. 

शीला दीक्षित द्वारा शुरू नई योजना की चर्चा पूरे विश्व के अंदर हुई. अजय माकन बोले, इस योजना के तहत एक गरीब परिवार के अंदर जैसे ही बच्ची पैदा होती है तो 10 हज़ार रुपये सीधे उस परिवार को दे दिया जाता है. बच्ची अगर हॉस्पिटल में कहीं पैदा हुए तो 11 हज़ार रुपए देने का प्रावधान था.

अजय माकन बोले, जैसे ही बच्ची पैदा होती थी उसके परिवार को राशि दिया जाता था. बच्ची की फर्स्ट क्लास में एडमिशन होती थी 5000 रुपये उसके खाते में जमा हो जाते थे. छठी क्लास में 5000 रुपये और दे दिए जाते थे. 9 वीं क्लास में 5000 और दे दिए जाते थे. दसवीं जैसे पास करती पांच हज़ार रुपये और दे दिए जाते हैं और जब 12वीं में एडमिशन लेती तो 5000 रुपये दे दिए जाते हैं. जैसे ही वह बच्ची 18 वर्ष की होती थी, बच्ची के नाम पर एक लाख रुपये ट्रांसफर हो जाते थे. अजय माकन बोले इस तरह की स्कीम बनाई गई थी, जिसकी चर्चा देश ही नहीं विदेश में भी की जाती थी.

आप सरकार ने योजना को लागू करने में नहीं दिखाई दिलचस्पी

अजय माकन बोले, वर्ष 2008 में जब इस योजना की शुरुआत हुई तो पहले साल 2008 में कुल 20,212 पंजीकरण हुए, दूसरे साल 2009 में 23,871, तीसरे साल 20,793 पंजीकरण और सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2013 से लगातार इसमें कमी दर्ज की गई. रिपोर्ट में वर्ष 2020-21 में 3,153 पंजीकरण होने का जिक्र है. जो बताता है आम आदमी पार्टी सरकार ने इस योजना के प्रचार प्रसार में ध्यान नहीं दिया. जिस स्कीम की पूरी दुनिया में चर्ची होती थी उस पर केजरीवाल सरकार ने सुध नहीं ली. 700 परसेंट की गिरावट इसमें आ गई. इतना ही नहीं 3.20 लाख पंजीकृत बच्चियों को देने के लिए 618 करोड़ रुपये सरकार के पास बैंक में पड़ें हैं, लेकिन उस योजना के तहत पंजीकृत बच्चियों की उम्र 25-26 साल हो गयी है, उसे भी सरकार ने पैसा नहीं दिया. इस पर सीएजी की रिपोर्ट में भी सवाल उठाए गए हैं।

ओयो रूम में अवैध गतिविधियों पर एसटीएफ का शिकंजा,कपल की गड़बड़ी पकड़ने में एसटीएफ की बड़ी भूमिका


ओयो रूम्स पूरे देश में प्रेमियों, युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए एक डेस्टिनेशन है. कई कपल यहां मस्ती करने जाते हैं तो कई कपल समय बिताने जाते हैं. हालांकि जब कोई कहीं फैमिली के साथ जाता है तो भी वह ओयो रूम्स में रुकता है. क्योंकि इसकी सर्विस लेना आसान माना जाता है. लेकिन हैदराबास से एक ऐसी घटना सामने आई है. जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. यहां एक कपल बार-बार OYO रूम्स जाते थे. वह वहां ऐसा काम करते थे जो वह खुले में नहीं कर सकते थे.

दरअसल कपल को पैसा कमाने की चाहत थी. वह अपना जिंदगी काफी लग्जरी रूप से जीना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने एक प्लान बनाया. और दोनों बार-बार ओयो रूम्स में रुकने लगे. अब इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उन्हें वो करते हुए पकड़ा है. जो उन्हें नहीं करना चाहिए था. यह घटना हैदराबाद शहर के कोंडापुर स्थित ओयो रूम्स की है.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के कवाली के देवेंदुला राजू (25), मध्य प्रदेश की संजना मांजा (18) के रूप में की गई है. एक-दूसरे से मिलने के कुछ ही दिनों में इस जोड़ी को प्यार हो गया. बाद में उसने पैसे कमाने का प्लान बनाया और OYO रूम किराये पर लेकर गांजा बेचने लगे. ये दोनों कोंडापुर में OYO रूम में रहकर कई दिनों से गांजा का कारोबार कर रहे थे.

क्यों करते थे ये काम?

शुक्रवार की रात STF की टीम ने निरीक्षण कर छापेमारी की. बताया जाता है कि दोनों अलग-अलग जगहों से गांजा लाते थे और ओयो के रूम से गांजा बेचते थे. दो अंतरराज्यीय प्रेमियों ने ढेर सारा पैसा कमाने और विलासितापूर्ण जीवन जीने की योजना के साथ गांजा का कारोबार शुरू किया है. चोरों की यह जोड़ी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए OYO रूम में रहती थी. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मामले को सुलझाने में कामयाब रही और अब STF पुलिस ने युवक और युवती को गिरफ्तार कर जांच में लिया है.