बिहार सरकार पर जमकर बरसे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम विजय को लेकर इस विवादित शब्द का किया इस्तेमाल

डेस्क : बिहार में इस साल होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर सभी पार्टी की ओर से तैयारी शुरु हो चुकी है। सीएम नीतीश कुमार जहां इनदिनों प्रगति यात्रा के तहत जिलों का दौरान कर विकास योजनाओं की सौगात दे रहे है। वहीं जनता को अपने शासन काल के कामों को याद दिला रहा है। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम पर हैं। इस दौरान तेजस्वी मीडिया कर्मियों से भी रूबरू होते हैं।

वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के तहत आज सारण जिले में हैं। जहां मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने कई बातों को लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधा है। वहीं इस दौरान सूबे के उपमुख्यमंत्री को लेकर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के लिए विवादित शब्द का इस्तेमाल उन्हें 'लोल उपमुख्यमंत्री' कहा।

दरअसल तेजस्वी यादव बीते दिन महात्मा गांधी के पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश के द्वारा ताली बाजे जाने को लेकर बयान दे रहे थे। इसी दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि "एक ऐसा लोल उपमुख्यमंत्री बनाए हैं जो बिना सोचे-समझे ताली बजाने जा रहा था।

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के व्यवहार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महात्मा गांधी जी के शहादत दिवस पर जब मुख्यमंत्री ताली बजा रहे थे, तब विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा, जो पूरी तरह नीतीश कुमार का अनुसरण करते हैं, बिना सोचे-समझे ताली बजाने वाले थे। जैसे ही मुख्यमंत्री ने ताली बजाना बंद किया, विजय सिन्हा ने भी हाथ रोक लिया।

तेजस्वी यादव ने कहा कि अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य चलाने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश जैसा बयान दे रहे हैं या जो व्यवहार कर रहे हैं उससे साफ जाहिर हो रहा है कि सीएम नीतीश से अब बिहार चलने वाला नहीं है। इसके साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार सरकार से कुंभ मेले में मारे गए बिहार के लोगों के लिए मुआवजा देने की मांग की।

राजधानी पटना के ज्वेलरी दुकान में दिन-दहाड़े लूट, ग्राहक बनकर आए बदमाशों ने घटना को दिया अंजाम

डेस्क : बिहार में अपराधी बेखौफ हो गए है। पुलिस की लाख सक्रियता के बाद भी बदमाश हत्या, लूट जैसी बड़ी वारदात को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे है। ताजा मामला राजधानी पटना से सामने आया है। जहां आज शुक्रवार की दोपहर एक ज्वेलरी शॉप में लूट की घटना को बदमाशो ने अंजाम दिया है। हथियारबंद बदमाशों ने दुकान में घुसकर करीब 40 लाख के सोने-चांदी के जेवरात लूट लिए है। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा ले रही है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के मुताबिक,दानापुर इलाके के सगुना मोड़ के पास जीवा ज्वेलरी शॉप में अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। आज शुक्रवार दोपहर बाद जब दुकान मालिक अपनी दुकान में ग्राहकों को गहने दिखा रहे थे, तभी बाइक पर सवार बदमाश वहां पहुंचे। उसके बाद इनलोगों ने लूट की घटना को अंजाम दिया गया है। इस लूट की रकम में कुछ कैश भी शामिल होने कि बात कही जा रही है।

बताया जा रहा है कि आरोपी ग्राहक बनकर दुकान के अंदर आए और उन्होंने कुछ रिंग दिखाने की बात कही। इसके बाद दुकान के स्टाफ में उनका रिंग दिखाना शुरू कर दिया। इसी बीच एक आरोपी ग्राहक ने कहा कि मैं अपनी भाभी को लेकर आता हूं और वह बाहर गया और उसके बाद तीन चार लोग अचानक से दूकान अंदर आए और रिवॉल्वर दिखाकर लूट की घटना को अंजाम दिया है। इतना ही लूटरे चांदी के आभूषण भी अपने साथ ले जाने लगे,लेकिन बाद में यह आभास हुआ कि इसकी कीमत अधिक नहीं है तो उसे छोड़ गए।

इधर, इस मामले में दानापुर के एसपी भानु प्रताप सिंह ने कहा कि फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है। अभी तक इसको लेकर आवेदन नहीं दिया गया है। यह लोग आवेदन देते हैं उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार इस घटना को पांच लोगों ने अंजाम दिया है। फिलहाल पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है। जल्द ही इस मामले में पुलिस आरोपी को अरेस्ट कर लेगी।

नालंदा के स्कूल में औचक निरीक्षण को पहुंचे शिक्षा विभाग ने ACS डॉ. एस सिद्धार्थ बच्चों के साथ प्रार्थना में हुए शामिल, स्कूल के व्यवस्थाओं का


डेस्क : बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी डॉ. एस सिद्धार्थ ने जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का पदभार संभाला है, तब से वे अपने ढंग से राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं। सरल और सौम्य स्वभाव के लिए चर्चित बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ का आज एक नया रुप सामने आया। शिक्षा विभाग के एसीएस नालंदा के नूरसराय के सरदार बिगहा स्कूल में बिना किसी सरकारी तामझाम के अकेले पहुंच गए और सामान्य व्यक्ति के रूप में स्कूल के बच्चों के सा प्रार्थना की कतार में शामिल हो गए। हालांकि, कुछ शिक्षकों ने उन्हें पहचान लिया। उसके बाद एसीए बच्चों और शिक्षकों से रूबरू हुए और विद्यालय में पठन पाठन समेत सभी प्रकार की व्यवस्था का जायजा लिया। 

बताया जा रहा है कि एसीएस ने स्कूल तक पहुंचने से कुछ दूर पहले ही अपने सरकारी वाहन को रोक दिया और वह अकेले पैदल सरदार बिगहा स्कूल पहुंचे गए। इस वजह से एसीएस के आने का पता किसी को नहीं चला। लेकिन स्कूल में मौजूद शिक्षक द्वारा पहचान लिया। 

इस दौरान उन्होंने बच्चों से शिक्षा, सुविधा, एमडीएम, नया मेनू, अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी छात्रों के साथ साथ शिक्षकों से ली। सफाई कम होने पर इसकी महत्ता बतायी। साथ ही, नियमित रूप से सफाई करने व कराने का आदेश दिया।

कांग्रेस विधायक मनोज कुमार पर हुए हमले पर शुरु हुई सियासत, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने प्रदेश की नीतीश सरकार पर बोला बड़ा हमला

डेस्क : बीते दिन सासाराम के कांग्रेस सांसद मनोज कुमार पर जानलेवा हमला हुआ था। कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के नाथोपुर गांव के पास यह घटना हुई। कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के नाथोपुर गांव के पास स्थित सासाराम संसदीय क्षेत्र के सांसद मनोज कुमार के भाई के स्कूल सेंट जॉन इंटरनेशनल के पास पैक्स चुनाव जीतने के बाद जुलूस लेकर जा रहे लोगोंऔर विद्यालय के बस चालको बीच भिड़ंत हो गई। बीच बचाव करने आए सांसद मनोज कुमार को भी बदमाशों द्वारा मारपीट कर घायल कर दिया गया। जिसमें बताया जा रहा है की सांसद को सर में चोट आई है।

अब इस मामले पर मामले पर सियासत शुरु हो गई है। इस मामले को लेकर विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं और इसे जंगलराज बता रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मामले में अब बिहार सरकार पर बड़ा हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने ट्विट कर नीतीश सरकार को घेरा है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया के ट्वीट किया है "बिहार में गुंडों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि एक दलित वर्ग के सांसद पर लाठी-डंडों और पत्थरों से जानलेवा हमला कर उनका सिर फोड़ दिया। जातिवादी मीडिया और कथित जंगलराज अलापने वाले शास्त्रियों के शास्त्रों में इसे जंगलराज नहीं कहा जाएगा क्योंकि अपराध भी अपराध करने वालों की सामाजिक पृष्ठभूमि देख कर ही तय होता है"।

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि, इन्द्रियातीत CM की अगुवाई में अब सांसद पर हमला भी एक सामान्य घटना हो गयी। बिहार के CM बेसुध और अचेत अवस्था में है उन्हें प्रशासन, विधि व्यवस्था, न्याय और लोकलाज का अब कोई बोध ही नहीं रहा। उन्होंने कहा कि, प्रतिदिन बिहार में सैकड़ों राउंड गोलियां चल रही है। हत्याएं हो रही है लेकिन किसी को कोई सरोकार, ज़िम्मेवारी और जवाबदेही तय नहीं। 3-4 लोग मिलकर केवल CM की देह को आगे कर शासन-प्रशासन व जनतंत्र का मखौल उड़ा सिर्फ़ बिहार को लूटने में लगे है।

अपराध कर अब भाग निकलना बदमाशों के लिए होगा मुश्किल, शुरु होने जा रहा यह सिस्टम

डेस्क : बिहार के भागलपुर जिले में अपराधियों को पकड़ने के लिए अब नई व्यवस्था शुरु होगी। जिससे घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाना अपराधियों के लिए मुश्किल होगा।

दरअसल शहरी क्षेत्र में घटनाओं को अंजाम देने के बाद भाग निकलना अपराधियों के लिए फिलहाल आसान दिख रहा है। वे निकल जाते हैं और पुलिस उनकी तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगालती दिखती है। पर आने वाले समय में ऐसा नहीं होगा। चोरी, छिनतई और लूट की घटनाओं को अंजाम देने के बाद भाग निकलना आसान नहीं होगा। शहर में वायरलेस सिस्टम शुरू होगा। सूचनाओं का आदान-प्रदान तेज होगा और अपराधियों का बच निकलना मुश्किल होगा।

वायरलेस सिस्टम शुरू होने के बाद शहर के किसी कोने में किसी प्रकार की घटना होने के बाद वायरलेस के द्वारा चंद सेकेंड में ही सूचना चौक-चौराहों पर मौजूद गश्ती पदाधिकारी तक पहुंच जाएगी। एसएसपी हृदय कांत ने बताया कि किसी प्रकार की घटना होने पर उसकी सूचना वायरलेस के माध्यम से विभिन्न थानों के गश्ती वाहनों तक पहुंचेगी जिससे अपराधियों को पकड़ना आसान होगा।

फर्जी कॉल पर लगाम लगाने की दिशा में दूरसंभार विभाग की बड़ी कार्रवाई, 10.20 लाख नंबर को किया ब्लॉक

डेस्क : विदेश से आने वाली फर्जी कॉल पर लगाम लगाने की दिशा में दूरसंभार विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। दूर संचार विभाग ने संचार साथी एप से लोगों की मदद से लाखों की संख्या में फर्जी कॉल की पहचान की है। जिसके बाद बिहार के लोगों के पास ठगी के लिए विदेशों से आए ऐसे ही 10.20 लाख कॉल नंबर को एक दिन में ब्लॉक किया गया है। ऐसी कॉल को ट्रेस करके दूर संचार विभाग ने तुरंत इन मोबाइल नंबरों को ब्लॉक कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक ऐसी कार्रवाई अब नियमित तौर पर होगी।

बता दें कि ठगी से जुड़े कॉल को पकड़ने के लिए दूर संचार विभाग ने राज्य के उन सभी लोगों का नंबर अपने पास रखना शुरू किया है जो विदेश जाते हैं। क्योंकि विदेश जाने वाले अपने नंबर को विदेशी कॉल के लिए सक्रिय करवाते हैं।

अब जब भी विदेशों से कॉल आती है तो नंबर का मिलान किया जाता है। अगर नंबर मिल जाता है तो उसे आगे बढ़ाया जाता है वर्ना उस कॉल को ब्लॉक कर दिया जाता है। 24 जनवरी को इन दस लाख 20 हजार ठगी वाली कॉल को एक साथ ब्लॉक किया गया है।

बिहार के अतिथि शिक्षकों को लिए बड़ी खुशखबरी, हाईकोर्ट ने शिक्षकों को सेवा से हटाने के सरकार के आदेश को किया निरस्त

डेस्क : बिहार के अतिथि शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। पटना हाईकोर्ट ने अतिथि शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। शिक्षकों को सेवा से हटाने के सरकारी आदेश को हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया। न्यायमूर्ति पूर्णेन्दु सिंह की एकलपीठ ने राजेश कुमार सिंह, तपन कुमार सिंह, विशाल प्रसाद और सावित्री कुमारी की ओर से दायर अर्जी पर सुनवाई के बाद माध्यमिक शिक्षा के निदेशक की ओर से 30 मार्च 2024 को जारी आदेश को रद्द कर दिया।

कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि सुनवाई का उचित अवसर दिए बिना आवेदकों की सेवा को समाप्त नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राज्यपाल के अनुमोदन के बाद जारी अधिसूचना को कार्यकारी आदेश से समाप्त नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने अतिथि शिक्षकों का पक्ष जानने के लिए सक्षम अधिकारियों को उचित अवसर देने का आदेश दिया। वहीं सक्षम अधिकारी को तत्काल प्रभाव से अपने कार्यवाही में सुधार कर कानून के तहत सभी प्रभावितों की बात सुनने के बाद तर्कसंगत आदेश जारी करें।

गौरतलब है कि 1 अप्रैल 2024 से राज्य के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षक की सेवा नहीं लेने का निर्देश जारी किया गया था।इसके बाद छपरा के साधु लाल पृथ्वी चंद प्लस 2 स्कूल के अतिथि शिक्षक के पद से तैनात आवेदकों की सेवा बिना किसी नोटिस व अवसर के समाप्त कर दी गई। जिन्हें कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को पढ़ाने के लिए अस्थायी आधार पर नियुक्त किया गया था।

इनकी नियुक्ति राज्य सरकार की नीति के तहत स्वीकृत पद पर अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, रसायन, जीव और वनस्पति विज्ञान में कुल 4257 शिक्षकों की अस्थायी नियुक्ति की गई थी। अतिथि शिक्षकों को प्रति माह भुगतान किए जाने के लिए पारिश्रमिक राज्य सरकार ने बजटीय शीर्ष में निर्धारित किया था और संविधान के अनुच्छेद 166 व 162 के तहत अधिसूचना जारी की गई थी।

मौसम का हाल : अगले 48 घंटों के लिए बिहार के इन 19 जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी

डेस्क : बिहार में बीते कुछ दिनों से अच्छी धूप निकली हुई है, जिसके कारण अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। आगामी दो दिनों तक तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि, दो दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड में इजाफा होने के आसार हैं और इस दौरान प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश भी हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को पटना सहित प्रदेश के अधिकतर शहरों के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 7.5 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर और सबसे गर्म शहर 7.4 डिग्री सेल्सियस के साथ गया रहा। पूर्णिया एवं भागलपुर में घना कोहरा छाया रहा। जबकि अन्य जिलों में हल्के से मध्यम स्तर का कुहासा छाया रहा। वहीं पटना के अधिकतम तापमान में 0.3 और न्यूनतम में 0.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 25.4 और न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसी कारण राजधानी में जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वैसे-वैसे तापमान में बढ़ोतरी होती गई। इस कारण दिन में लोगों को हल्की गर्मी का एहसास हो रहा था।

इसी बीच पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 48 घंटों के लिए बिहार के 19 जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार शामिल हैं। इन जिलों में घना कोहरा छाने से यातायात प्रभावित हो सकता है, जिससे यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, 31 जनवरी से 4 फरवरी के बीच उत्तर-पश्चिमी भारत में बारिश होने की संभावना है, जिससे बिहार में भी बारिश की स्थिति बन सकती है। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में घना कोहरा रहने की चेतावनी दी गई है। हालांकि, आज का मौसम शुष्क रहेगा और दिन में धूप खिली रहेगी।

1 फरवरी से शुरु होने जा रहे बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा 2025 एक फरवरी से शुरू होनेवाली है। इसके लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने तैयारी पूरी कर ली है। 15 फरवरी तक चलने वाली इस परीक्षा के लिए बोर्ड ने 38 जिलों में 1677 केंद्र बनाये हैं। इस बार 154 परीक्षा केंद्र पिछले बार से अधिक बनाये गये हैं। 2024 में जहाँ 1,523 केंद्र बनाये गए थे, जिसमें 13,04,352 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। वहीँ 2025 में 12,92,313 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें 6,41,847 छात्राएं व 6,50,466 छात्र हैं। वहीं पटना जिले में 75,917 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें 37,174 छात्राएं एवं 38,743 छात्र 85 परीक्षा केंद्रों पर दोनों पाली में शामिल होंगे। पहले दिन प्रथम पाली (9:30 बजे से 12:45 बजे तक) में एक फरवरी को बायोलॉजी (साइंस) व फिलॉसफी (आर्ट्स) की परीक्षा होगी। वहीं, द्वितीय पाली में इकोनॉमिक्स(आर्ट्स व कॉमर्स) की परीक्षा दो बजे से शुरू होगी, जो 5:15 तक चलेगी।

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षार्थियों को कहा है कि परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर लेना आवश्यक है। देर से आने वाले परीक्षार्थी को उस पाली की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जायेगी। प्रथम पाली के परीक्षार्थी को परीक्षा शुरू होने के समय 9:30 बजे से 30 मिनट पहले अर्थात नौ बजे तक तथा द्वितीय पाली के परीक्षार्थी को द्वितीय पाली की परीक्षा शुरू होने के समय दो बजे से 30 मिनट पहले यानी 1:30 बजे तक ही परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी। इसके बाद विलंब से आने वाली परीक्षार्थी को परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। पहली पाली के लिए केंद्र के अंदर 8:30 बजे से प्रवेश शुरू हो जायेगा। वहीं, द्वितीय पाली के लिए प्रवेश एक बजे से शुरू हो जायेगा।

पटना में 75,917 परीक्षार्थी इंटर परीक्षा में शामिल होंगे। इसके लिए 85 सेंटर बनाये गये हैं। इसमें 37,174 छात्राएं एवं 38,743 छात्र शामिल होंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इंटर वार्षिक परीक्षा 2025 में भी स्टूडेंट्स के हित में ऑब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव प्रश्नों में 100 प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जायेगा। अर्थात जितने प्रश्नों का हल विद्यार्थियों द्वारा किया जाना है, उससे दोगुने संख्या में प्रश्न पूछे जायेंगे।

आनंद किशोर ने कहा कि वैसे परीक्षार्थी जिनका प्रवेश पत्र गुम हो गया हो, या घर पर छुट गया हो, तो ऐसी स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैंड फोटो से उसे पहचान कर और रॉल शीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की औपबंधिक अनुमति दी जायेगी। जिनके प्रवेश पत्र में फोटो की त्रुटि हो गयी है, उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गयी है। जिन स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड के फोटो में अगर गड़बड़ी हो या किसी अन्य की तस्वीर छपी हो तो छात्रों को पहचान पत्र के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। छात्र आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आइडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस अथवा फोटोयुक्त बैंक का पासबुक लेकर परीक्षा केंद्र पर आयें। इसके साथ ही पहचान पत्र की छायाप्रति राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित करा कर परीक्षा केंद्र पर जमा करना होगा। मूल पहचान पत्र के साथ परीक्षार्थी को स्वयं उपस्थित होना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्राधीक्षक चेहरे का मिलान कर उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति देंगे। इसके बाद ही छात्र को ओएमआर शीट व डाटारहित उत्तर पुस्तिका उपलब्ध करायेंगे।

इंटर परीक्षा 2025 में प्रत्येक विद्यार्थी को बीएसइबी की ओर से यूनिक आइडी जारी किया गया है, जो व्यवस्था वर्ष 2023 से ही समिति द्वारा लागू किया गया है। सभी विषयों में प्रश्न पत्र 10 सेट कोड में उपलब्ध रहेगा।

परीक्षा को लेकर सभी केंद्रों पर धारा 144 लगा दी गयी है। स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं कड़ाई के साथ परीक्षा के आयोजन के लिए समिति द्वारा राज्य के सभी जिला पदाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दे दिये गये हैं। परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जायेगा। 500 परीक्षार्थी पर एक वीडियोग्राफर की व्यवस्था भी करनी होगी। हर 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक की प्रतिनियुक्ति होगी। परीक्षा कक्ष में कोई भी परीक्षार्थी एवं वीक्षक मोबाइल फोन लेकर नहीं जायेंगे। सभी वीक्षक प्रत्येक दिन प्रत्येक पाली की परीक्षा शुरू होने के पूर्व अपने प्रभार के अंतर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच करते हुए इस आशय का घोषणा-पत्र देंगे कि उनके प्रभार के अंतर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच उनके द्वारा कर ली गयी तथा उनके पास कोई अवांक्षित सामग्री नहीं पायी गयी है।

परीक्षा केंद्रों पर केंद्राधीक्षक 31 जनवरी को सभी वीक्षकों की बैठक करेंगे और सभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट इस दौरान उपस्थित रहेंगे ताकि परीक्षा के दिन पूर्व परीक्षा के सभी व्यवस्थाओं एवं नियमों से वे भी ससमय अवगत हो सकेंगे। साथ ही सभी वीक्षक अपने निर्धारित परीक्षा केंद्र पर 31 जनवरी को ही योगदान करेंगे।

इंटर वार्षिक परीक्षा 2025 के दौरान स्टूडेंट्स जूता-मोजा पहन कर एग्जाम में शामिल होने की अनुमति दे दी गयी है। यह व्यवस्था एक से पांच फरवरी तक जारी रहेगा. पांच के बाद इस संबंध में अधिक जानकारी दी जायेगी. परीक्षा एक से 15 फरवरी तक आयोजित होने वाली परीक्षा में परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा भवन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी थी, लेकिन ठंड के मौसम को देखते हुए समिति ने पांच फरवरी तक इंटर परीक्षा में जूता-मोजा पहन कर परीक्षा देने की अनुमति दे दी है।

प्रगति यात्रा के तहत आज मधेपुरा पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, जिले को दिए 29956.49 लाख रुपये की 69 विकास योजनाओं की सौगात

डेस्क : प्रगति यात्रा के तहत आज गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा पहुंचे, जहां उन्होंने चौसा प्रखंड की रसलपुर धुरिया पंचायत स्थित गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, उदाकिशुनगंज परिसर से कुल 29956.49 लाख रुपये की कुल 69 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 10317.007 लाख रुपये की 40 योजनाओं का उद्घाटन और 19639.48 लाख रुपये की 29 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने चौसा प्रखंड स्थित रसलपुर धुरिया पंचायत में विभिन्न विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने चौसा प्रखंड स्थित आईटीआई, उदाकिशुनगंज के परिसर में लगे विभिन्न विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने 5251 स्वयं सहायता समूह को 33 करोड़ 98 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, 7685 स्वयं सहायता समूह को 82 करोड़ 55 लाख रुपये का सांकेतिक चेक और 1232 जीविका दीदियों के परिवार को 6 करोड़ 55 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों द्वारा लगाए गए शैक्षणिक कार्यों से संबंधित स्टॉलों को देखा और उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में बनाए गए सेंटर फॉर एक्सीलेंस का फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने वहां वर्कशॉप का निरीक्षण किया और आधुनिक तकनीक पर आधारित लगायी गयी मशीन एवं उनकी कार्य पद्धति की जानकारी ली।

गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के बगल के मैदान में मुख्यमंत्री ने 5652.42 लाख रुपये की लागत से बनने वाले बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को डिजाइन के माध्यम से अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण अच्छे ढंग से कराएं ताकि बगल में खेल मैदान का स्वरूप भी बना रहे और छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद में किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने रघुनाथ विद्या मंदिर प्लस 2 विद्यालय, क्लासन के परिसर से 9.94 लाख रुपये लागत के खेल मैदान (गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के बगल में) का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खेल मैदान का जायजा लिया और खिलाड़ियों से बातचीत कर उन्हें प्रोत्साहित किया।