महाकुम्भ में दुःखद हादसे के बाद रूका अमृत स्नान, संतों ने की अपील
महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ में मंगलवार की रात संगम तट पर भगदड़ से हुए दुःखद हादसे के बाद मेला प्रशासन ने दूसरे अमृत स्नान को रोक दिया है। अखाड़े अमृत स्नान के लिये तैयार हैं। हादसे के बाद जारी राहत कार्य और भीड़ के मद्देनजर मेला प्रशासन ने अखाड़ों के स्नान को रोक रखा है। वहीं पीएम मोदी ने हादसे की जानकारी सीएम योगी से ली है।

भगदड़ में कई के मौत होने की खबर

गौरतलब है कि, संगम में रात 2 बजे के करीब मची भगदड़ में कई लोगों के मरने की खबर है। कई घायल हैं। फिलहाल, मेला प्रशासन ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है।मौनी अमावस्या स्नान के लिये मंगलवार की सुबह से मेला क्षेत्र में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे थे। शाम 8 बजे तक 4.83 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी।

मेला प्रशासन ने राहत कार्यों के चलते अमृत स्नान को रोका

संगम पर हुए दुखद हादसे के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने  बताया कि, अखाड़े अमृत स्नान के लिये तैयार हैं। मेला प्रशासन ने राहत कार्यों के चलते अमृत स्नान को रोका है। मेला प्रशासन से बातचीत करके अखाड़े अमृत स्नान के लिये संगम की ओर बढ़ेंगे।जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरि जी महाराज ने बताया कि, मेला प्रशासन ने दो घंटे के लिये अमृत स्नान रोका है। अखाड़े अमृत स्नान के लिये तैयार हैं।अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि, संगम में मंगलवार की रात को मची भगदड़ के बाद अखाड़ों को अमृत स्नान के लिये रोका गया है।

श्रद्धालु जहां भी हैं, वहीं स्नान करें

जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि जी महाराज ने मंगलवार की रात को संगम में हुए हादसे के बाद श्रद्धालुओं से अपील की है कि, लोग दो-चार लोगों के झुण्ड में स्नान के लिये जाएं। श्रद्धालु जहां भी हैं, वहीं स्नान करें। प्रयागराज की 40 किमी की परिधि में श्रद्धालु जहां भी स्नान करेंगे, उन्हें मौनी अमावस्या के पुण्य का लाभ मिलेगा।

13 अखाड़ों का अमृत स्नान में क्रम और समय

मौनी अमावस्या पर सबसे पहले श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा स्नान करेगा। दूसरे स्थान पर श्रीतपोनिधि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा एवं श्रीपंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान करेगा। तीन संन्यासी अखाड़े श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा एवं श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा तथा श्रीपंचाग्नि अखाड़ा स्नान करेगा।

तीन बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा स्नान करेगा। अखिल भारतीय श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा स्नान करेगा। इसके बाद अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी, श्रीपंचायती नया उदासीन अखाड़ा, श्रीपंचायती अखाड़ा बडा उदासीन निर्वाण और सबसे अंत में श्रीपंचायती निर्मल अखाड़ा स्नान करेगा।

मेला प्रशासन ने संयम बरतने की अपील

मौके से सामने आए वीडियो के अनुसार कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है।  बताया जाता है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के मरने की बात कही जा रही है। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। अभी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

भगदड़ के बाद सीएम योगी ने की श्रद्धालुओं से अपील

महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद सीएम योगी ने  श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह संगम नोज जाने के बजाय निकट के घाट पर स्नान कर लें। सीएम योगी ने कहा है कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। लोग वहां स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं।

महाकुंभ में भगदड़ पर पीएम मोदी ने सीएम योगी से ली जानकारी

महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई। 15 लोगों के हताहत होने की खबर है और कुछ बेहोश हुए हैं। मौके पर मुस्तैद प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव का काम शुरू किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मेले में मची भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़े ने स्नान जुलूस रोक दिया है। फिलहाल अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। पीएम मोदी ने हादसे की जानकारी सीएम योगी से ली है।
आत्म अनुशासन बनाए रखें, अपने नजदीकी घाट पर ही करें स्नानः सीएम योगी


महाकुम्भ नगर। मौनी अमावस्या के पावन स्नान पर्व पर प्रयागराज सनातनियों का महासागर बन चुका है। संगम में पवित्र डुबकी की आस लिये महाकुम्भ नगर पहुंचे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित प्रमुख संतों ने अपील जारी की है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है। उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भाी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें
सीएम योगी के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें। लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया।

आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें
बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामनाा की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें। वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
महाकुम्भ : संगम में भगदड़ से कई श्रद्धालुओं के मौत की सूचना, घायलों का केंद्रीय अस्पताल में चल रहा इलाज

महाकुम्भनगर। मंगलवार की रात को संगम नगरी से अमंगल समाचार सामने आया। महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिये भीड़ का दबाव इतना बढ़ा कि संगम तट पर भगदड़ मच गई। सूत्रों के अनुसार हादसे में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई, हालांकि मरने वालों की संख्या कहीं अधिक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के घायल होने की भी सूचना है। मेला प्रशासन ने अभी मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। घायलों का इलाज महाकुम्भ नगर के केंद्रीय अस्पताल में जारी है।

महाकुम्भ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ। राहत कार्य करीब 1 घंटे बाद शुरू हुआ।

जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका

महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही अपार जन समूह उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए।

अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई।

इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया। मेला कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया।

हादसे की सूचना मिलने पर पैरामिलिट्री फोर्स, एबुंलेंस को अलग-अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया। इसके बाद एंबुलेंस में तमाम श्रद्धालुओं को भरकर लाया गया। केंद्रीय अस्पताल में कई लोगों को जमीन पर लिटाया गया था, जिनके बारे में एक अस्पताल कर्मी ने कहा कि उनकी मौत हो गई है।

संगम पर न आने की अपील

भगदड़ हादसे के बाद सभी तीर्थयात्रियों से विनम्र आग्रह किया जा रहा है कि संगम की ओर आने की कोशिश ना करें। अन्य घाटों पर स्नान करें और अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें। महाकुंभ क्षेत्र में लगे सैकड़ों माइक पर यही आवाज गूंज रही है, जो भगदड़ की दिल दहलाने वाली तस्वीर की गवाही भी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुम्भ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है।

कृपया बच्चों को कंधे पर बैठाएं

यह भी बार-बार माइक से अनाउंस किया जा रहा है कि श्रद्धालु अपने बच्चों को कंधे पर बैठा कर चलें, किसी को धक्का न मारें। धीरे-धीरे बढ़ें।
महाकुंभ के अद्भुत,अलौकिक,अनुपम आनंद को प्राप्त करे-सरदार पतविंदर सिंह

प्रयागराज : Sb न्यूज़ से ब्यूरो चीफ विश्वनाथ प्रताप सिंह

सम्मानित प्रयागराज वासियों,जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि 144 वर्षों के बाद इस पावन पुनीत महाकुंभ मेले का अद्भुत संयोग बना है; इस शेष जीवन में हम इस अद्भुत संयोग का आनंद लाभ नहीं ले पाएँगे और हमारी आने वाली कई पीढ़ियाँ भी इस अद्भुत, अलौकिक,अनुपम आनंद को प्राप्त नहीं कर पाएँगी…

अतएव,सरदार पतविंदर सिंह अत्यंत विनम्रतापूर्वक आप सभी से अनुरोध करता है कि आप लोग नकारात्मक विचारधारा वाले लोगों से दूर रहिए, नकारात्मक वातावरण बना रहे लोगों से दूर रहिए… अफ़वाह फैलाने वाले लोगों से भी दूर रहिए… ना तो अफ़वाह फैलाइए और ना ही किसी को फैलाने दीजिए…

सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि अद्भुत,अलौकिक,अनुपम आनंद को प्राप्त करने हेतु करोड़ों की संख्या में विशाल जनसमूह उमड़ पड़ा है, हम नगर वासियों को महान सेवा,निस्वार्थ सेवा का अवसर मिला है,पुण्य कर्म कर लीजिए,ध्यान दीजिए,हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं…

उन्होंने कहा कि तमाम स्वयंसेवी,सामाजिक कार्यकर्ता इस आपदा,भीड़ प्रबंधन में नवीनता लाकर पूरी दुनिया के सामने एक ऐसी मिसाल पेश करें, कि आपकी आने वाली पीढ़ियाँ आपको याद करेंगी…

मां दुर्गा जनसेवा आश्रम ट्रस्ट की ओर से महाकुंभ मेले में वितरित किया गया भोजन प्रसाद व कम्बल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ मेला में हर्षवर्धन मार्ग सेक्टर-18 स्थित माँ दुर्गा जनसेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा पौष पूर्णिमा से प्रतिदिन भोजन प्रसाद का वितरण किया जा रहा है। 27, जनवरी 2025 को प्रसाद के साथ-साथ कम्बल वितरण किया गया। ट्रस्ट की अध्यक्ष लाल देवी त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिदिन प्रात: बेला में ठण्ड को देखते हुए काढ़ा एवं दोपहर से पूड़ी, खीर, बूँदी दमालू का वितरण किया जा रहा है।

मौनी अमावस्या के पर्व पर मेला क्षेत्र के साथ साथ ट्रस्ट के प्रधान कार्यालय दुर्गा कोठी बाघम्बरी रोड से पेठा, बिस्कुट के साथ श्रद्धालुओं को पेय जल उपलब्ध कराया जायेगा। ट्रस्ट के संरक्षक राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त अवकाश प्राप्त शिक्षक राम रंगीले त्रिपाठी, डॉ प्रभाकर त्रिपाठी, शशांक शेखर त्रिपाठी, ओम प्रकाश त्रिपाठी, प्रभन्जन त्रिपाठी, ई प्राकाम्य त्रिपाठी, एडवोकेट प्रशांत त्रिपाठी, ई प्रवीण त्रिपाठी, प्रकर्ष, प्रज्ञान आदि सेवा भाव से श्रद्धांलुओं की सेवा करते रहें गें। ट्रस्ट द्वारा मेला क्षेत्र में स्वछता एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग न करने के प्रति जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाता रहेगा।

महाकुंभ में स्काउट एंड गाइड्स के रोवर और रेंजर्स द्वारा किया जा रहा सेवा कार्य

विश्वनाथप्रताप सिंह

प्रयागराज।महाकुंभ,भारत स्काउट और गाइड के कैंप कार्यालय सेक्टर 6 से प्रदेशिक मुख्यालय के नेतृत्व में चल रहे शिविर सेवा से संपूर्ण मेला क्षेत्र के 25 सेक्टर में स्काउट और गाइड के रोवर और रेंजर्स द्वारा ड्यूटी पॉइंट पर ड्यूटी की जा रही है।

जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं डीआईओएस प्रयागराज पी एन सिंह व बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के द्वारा की जा रही है। मौनी अमावस्या से पूर्व सभी भीड़भाड़ वाले एरिया को ध्यान में रखते हुए जगह-जगह रोवर एंड रेंजर्स को तैनाती कर दिया गया है। जिससे देश और विदेश से आ रहे हैं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।भूले-भटके श्रद्धालुओं को शिविर तक पहुंचाने और सही मार्ग बताने, विकलांग श्रद्धालुओं तथा ज्यादा उम्र के श्रद्धालुओं को प्रत्येक समस्याओं का सुगमता पूर्वक समस्या समाधान किया जा रहा है। जिला सचिव कमलेश द्विवेदी ने बताया कि मौनी अमावस्या पर होने वाली भीड़ भाड़ के मद्दे नजर माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा विभाग के स्काउट मास्टर और गाइड कैप्टन की ड्यूटी पॉइंट पर लगा दी गई है।

कैंप कार्यालय पर कार्य कर रहे जिला नोडल डॉ आकांक्षा केसरी, तीर्थराज पटेल, सुरेंद्र कुमार सिंह,फिरोज खान,वेद प्रकाश भगत,के मार्गदर्शन में सभी प्रभारी अपने ड्यूटी क्षेत्र में अपने कार्य को कुशलता से संपादित कर रहे हैं।

मौनी अमावस्या पर विशेष इंतजाम, संगम नोज पर भीड़ नियंत्रित करने को उठाए जाएंगे

-शविश्वनाथ प्रतापसिंह

प्रयागराज।27-29 जनवरी को संगम नोज पर अत्यधिक मूवमेंट को नियंत्रित करने के लिए मेला प्रशासन ने कसी कमर।

जिस सेक्टर या जोन में श्रद्धालु आ रहे हैं उसी सेक्टर या जोन में स्नान के बाद उन्हें वापस भेजने की तैयारी।

घाटों पर भीड़ जमा होने से रोकेंगे इवैक्युएशन गैंग, भीड़ की सुरक्षित निकासी प्राथमिकता।

एडीएम, एडिशनल एसपी, सीओ, एसडीएम और सेक्टर मजिस्ट्रेट को व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश।

मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान, सुविधा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान...

भ्रष्टाचार के खिलाफ होगा बड़ा आंदोलन जिलाध्यक्ष-राजू सिह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कौशांबी, प्रयागराज। भारतीय किसान यूनियन भानु संगठन के कौशम्बी केंद्रीय कार्यालय में किसानों द्वारा धूमधाम से गनतंत्र दिवस मनाया गया ।जिलाध्यक्ष राजू सिंह और महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ने राज़ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया।

संगठन के पदाधिकारियों ने राष्ट्र गीत गाया।लोगो मे मिठाईया बाटी गई।संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

जिलाध्यक्ष राजू सिंह ने कहा कि भानु संगठन सदैव भ्रस्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया है और लड़ाई लडता रहा है और हमे कौशम्बी जिले से भ्रस्टाचारियो को भागना है इसके जहा तक हो सकेगा संगठन लड़ाई लडता रहेगा।जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले में कोई भी विभाग हो सभी को भ्रस्टाचारी रूपी दानवो ने जकड़ रखा है हमे इन्हें भागकर कौशम्बी जिले को स्वक्ष बनाना है और रास्ट्रीय अध्यक्ष श्री ठाकुर भानु प्रताप सिंह की मनसा को पूर्ण करने है।जिलाध्यक्ष म0 मो0 अरुण कन्या ने भी भ्रस्टसचार के खिलाफ जमकर बोली।अरुण कन्या ने कहा कि हम आजाद होते हुए भी भ्रस्टाचारियो के गुलाम बन हुए है।जिसके कारण गरीब किसानों को सरकारी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है।

कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव , कोषाध्यक्ष अयोधया प्रसाद यादव,तहसील अध्यक्ष शारदा प्रसाद , ब्लाक अध्यक्ष तीरथ सिंह,दिवाकर कुशवाहा,दसरथ लाल,आदि सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय एकता,अखंडता और सद्भावना के लिए एक डुबकी राष्ट्र के नाम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र पीपा पुल संख्या 6 के समीप हिन्दू,मुस्लिम,सिख और ईसाई भाइयों ने संगम स्नान किया।

एक डुबकी राष्ट्र के नाम (स्नान-ध्यान) सफलतापूर्वक संपन्न हुआl सभी ने एक स्वर से भारत माता की जय,वंदे मातरम के जयकारे लगाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।

इस अवसर पर मुस्लिम स्कॉलर एम.ए.खान,प्रसिद्ध वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सरदार पतविंदर सिंह, असीम मसीही,योगआचार्य लक्ष्मीकांत,हरमनजी सिंह, कौशल किशोर,रमाकांत रमन सहित कई श्रद्धालु स्वयंसेवक रहे।

मौनी अमावस्या पर प्रयागराज आने वालों को नहीं देना होगा टोल टैक्स

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।प्रयागराज महाकुंभ को भव्य, दिव्य और नव्य बनाने में जुटी डबल इंजन की सरकार मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र सरकार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने पर सभी सात टोल प्लाजा पर टैक्स मुक्त करने का निर्णय लिया है।

27 जनवरी की रात आठ बजे से 30 जनवरी यानि प्रमुख स्नान पर्व के दौरान 72 घटे तक तक कुंभ नगरी में प्रवेश करने पर टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से प्रक्रिया टोल फ्री किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रमुख स्नान पर करोड़ों लोग स्नान करने आते हैं ऐसे में उनके ऊपर किसी भी तरह का अतिरिक्त खर्च न पड़े, इसके अलावा जाम की समस्या से भी लोग बचें, जिसको लेकर यह निर्णय लिया गया है।

प्रयागराज में लाला नगर, मुंगेरी, हर्रो,उमापुर, हंडिया, सहसो, सोरांव, नवाबगंज, कोखराज,रामनगर घसियारी पर टोल टैक्स लिया जाता है।सोमवार की रात आठ बजे से इन 10 स्थानों से टोल टैक्स वसूलने की प्रक्रिया पूरी तरह से बंद कर दी गई है। बताया कि बसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा पर भी टैक्स नहीं लिया जाएगा।महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है। शनिवार को उमड़ी भीड़ के चलते मेला क्षेत्र में पैदल चलना भी दूभर हो गया था। तीर्थ यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में सभी तरह के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं से संबंधित वाहनों और साधु-संतों के वाहनों को प्रवेश की अनुमति रहेगी, लेक‍िन ऐसे साधु संत के वाहन ही मेले में जाएंगे जो वहां रह रहे हैं। इस दौरान मीडिया को छोड़कर अन्य किसी के पास मान्य नहीं रहेंगे।महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि यह व्यवस्था मौनी अमावस्या (29 जनवरी) तक लागू रहेगी। उन्होंने कहा, यातायात नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह कदम उठाया गया है। केवल आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहन और मेला क्षेत्र में रुके हुए साधु-संतों के वाहन ही मेला क्षेत्र में प्रवेश कर पाएंगे।