पिंगली वेंकैया ने किया तिरंगे का डिजाइन, जानें इसके रंगों और चक्र का रहस्य


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भारत का राष्ट्रीय ध्वज न केवल हमारे देश की स्वतंत्रता का प्रतीक है, बल्कि यह देश की एकता, विविधता और सांस्कृतिक विरासत को भी दर्शाता है। आइए जानते हैं इसके डिजाइन, रंगों का अर्थ और इसके इतिहास के बारे में विस्तार से।

1. राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन किसने तैयार किया?

भारत के राष्ट्रीय ध्वज का वर्तमान स्वरूप पिंगली वेंकैया ने तैयार किया था।

पिंगली वेंकैया एक स्वतंत्रता सेनानी और कृषि वैज्ञानिक थे।

उन्होंने 1916 में भारतीय ध्वज के लिए कई डिजाइनों पर काम किया।

1931 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने उनके डिजाइन को संशोधित रूप में स्वीकार किया।

22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने इसे स्वतंत्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया।

2. ध्वज का स्वरूप और रंगों का रहस्य

राष्ट्रीय ध्वज को "तिरंगा" कहा जाता है क्योंकि इसमें तीन क्षैतिज पट्टियां हैं। हर रंग का अपना विशेष महत्व है:

केसरिया रंग (ऊपरी पट्टी)

यह साहस, बलिदान और शक्ति का प्रतीक है।

यह देशवासियों को निस्वार्थ सेवा और समर्पण का संदेश देता है।

सफेद रंग (मध्य पट्टी)

यह शांति, सच्चाई और पवित्रता का प्रतीक है।

यह देश में शांति और सद्भाव बनाए रखने का संदेश देता है।

हरा रंग (निचली पट्टी)

यह समृद्धि, हरियाली और प्रगति का प्रतीक है।

यह पर्यावरण और कृषि के महत्व को दर्शाता है।

3. अशोक चक्र का महत्व

सफेद पट्टी के केंद्र में अशोक चक्र स्थित है।

यह सम्राट अशोक के सारनाथ स्तंभ से लिया गया है।

चक्र में 24 तीलियां हैं, जो समय, प्रगति और सतत विकास का प्रतीक हैं।

यह धर्म, न्याय और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।

4. राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास

1906: पहला भारतीय ध्वज (वंदे मातरम ध्वज) कोलकाता में फहराया गया।.

1921: महात्मा गांधी ने पिंगली वेंकैया के डिजाइन को कांग्रेस के अधिवेशन में प्रस्तुत किया।

1931: तिरंगे को स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक बनाया गया।

1947: भारत के स्वतंत्र होने पर इसे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया।

5. राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े नियम

राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार किया जाना चाहिए।

इसे हमेशा सम्मान के साथ फहराया जाना चाहिए।

ध्वज को जमीन पर गिराना, फाड़ना या किसी अनुचित तरीके से इस्तेमाल करना अपराध है।

इसे केवल खादी या हाथ से बुने कपड़े से बनाया जा सकता है।

6. राष्ट्रीय ध्वज का महत्व

राष्ट्रीय ध्वज न केवल भारत की आजादी का प्रतीक है, बल्कि यह हर भारतीय के गर्व, एकता और देशभक्ति का प्रतीक भी है। यह हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।

निष्कर्ष:

भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी आजादी और राष्ट्रीयता का प्रतीक है। इसके रंग और अशोक चक्र हमें साहस, शांति और सतत विकास की प्रेरणा देते हैं। तिरंगा हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है।

वॉकिंग या घरेलू काम जानें किसमें होती हैं ज्यादा कैलोरी बर्न


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फिटनेस और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग अक्सर यह सवाल पूछते हैं कि वॉकिंग और घरेलू कामों में से कौन-सी गतिविधि ज्यादा कैलोरी बर्न करती है। दोनों ही एक्टिविटीज़ आपके शरीर को सक्रिय रखने में मदद करती हैं, लेकिन इनमें कैलोरी बर्न करने की क्षमता अलग-अलग होती है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

1. वॉकिंग से कैलोरी बर्न

वॉकिंग एक लो-इंटेंसिटी एक्सरसाइज है, जो हर उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त है।

औसत कैलोरी बर्न:

30 मिनट की सामान्य गति से (4-5 किमी/घंटा) चलने पर 120-150 कैलोरी बर्न होती है।

तेज वॉकिंग (ब्रिस्क वॉक):

अगर आप तेज़ी से चलते हैं, तो यह आंकड़ा 200 कैलोरी तक पहुंच सकता है।

फायदे:

हृदय स्वास्थ्य में सुधार

वजन घटाने में मदद

मांसपेशियों की मजबूती

2. घरेलू कामों से कैलोरी बर्न

घरेलू काम जैसे झाड़ू-पोंछा, बर्तन धोना, खाना बनाना, या कपड़े धोना भी कैलोरी बर्न करने में सहायक होते हैं।

औसत कैलोरी बर्न:

झाड़ू-पोंछा: 150-200 कैलोरी/घंटा

बर्तन धोना: 100-120 कैलोरी/घंटा

खाना बनाना: 80-100 कैलोरी/घंटा

फायदे:

. पूरे शरीर की गतिविधि होती है

 

. घर साफ-सुथरा रहता है

. मानसिक संतोष मिलता है

3. कौन बेहतर है?

यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस उद्देश्य से गतिविधि कर रहे हैं।

अगर फिटनेस और वजन घटाना प्राथमिकता है, तो वॉकिंग ज्यादा प्रभावी है।

तेज वॉकिंग या हाइकिंग जैसी गतिविधियां ज्यादा कैलोरी बर्न करती हैं और हृदय को स्वस्थ रखती हैं।

अगर समय की कमी है और मल्टीटास्किंग करना चाहते हैं, तो घरेलू काम बेहतर विकल्प हैं।

ये आपको सक्रिय रखते हैं और साथ ही घर को व्यवस्थित भी करते हैं।

4. दोनों को कैसे संतुलित करें?

सुबह या शाम को 20-30 मिनट की वॉक को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

दिन के दौरान घरेलू काम करते समय खुद को एक्टिव रखें।

झाड़ू-पोंछा जैसे काम करते समय तेज़ी से मूव करें, ताकि अधिक कैलोरी बर्न हो सके।

वॉकिंग और घरेलू काम, दोनों ही अपने-अपने तरीके से फायदेमंद हैं। अगर आप ज्यादा कैलोरी बर्न करना चाहते हैं, तो वॉकिंग को प्राथमिकता दें। लेकिन अगर आप समय का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं, तो घरेलू काम भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। दोनों को मिलाकर करने से आप फिट और स्वस्थ रह सकते हैं।

याद रखें: कोई भी गतिविधि तभी असरदार होगी, जब आप इसे नियमित रूप से करेंगे।

झारखंड सहित विभिन्न राज्यों के पुलिस और सुरक्षा बलों को मिले गणतंत्र दिवस 2025 पर वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय पदक

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गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर विभिन्न राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में पुलिस, अग्निशमन, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा के कार्मिकों को दिए गए पदकों की सूची है, जिसमें वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा के लिए प्राप्त पदकों की संख्या दी गई है। यहाँ राज्यवार विवरण दिया गया है।

अरुणाचल प्रदेश:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 02

असम:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक 

(पीएसएम): 14

बिहार:

वीरता पदक (जीएम): 02

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक

 ;(पीएसएम): 07

छत्तीसगढ़:

वीरता पदक (जीएम): 11

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 01

सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम): 10

दिल्ली:

वीरता पदक (जीएम): 03

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक

 ;(पीएसएम): 17

गोवा:

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 01

गुजरात:

वीरता पदक (जीएम): 02

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 09

हरियाणा:

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 01

सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम): 08

झारखंड:

वीरता पदक (जीएम): 01

कर्नाटका:

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 02

सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम): 19

केरल:

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 01

सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम): 10

मध्य प्रदेश:

वीरता पदक (जीएम): 04

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 17

महाराष्ट्र:

वीरता पदक (जीएम): 04

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 39

मणिपुर:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 07

मेघालय:

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 03

मिजोरम:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 03

नगालैंड:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 03

ओडिशा:

वीरता पदक (जीएम): 06

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 02

सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम): 11

पंजाब:.

वीरता पदक (जीएम): 02

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 15

राजस्थान:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 16

सिक्किम:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 01

तमिलनाडु:

वीरता पदक (जीएम): 02

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 21

तेलंगाना:

वीरता पदक (जीएम): 02

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 12

त्रिपुरा:

वीरता पदक (जीएम): 01

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 06

उत्तर प्रदेश:

वीरता पदक (जीएम): 17

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 05

सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम): 73

उत्तराखंड:

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम): 05

पश्चिम बंगाल:

वीरता पदक (जीएम): 02

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति 

पदक (पीएसएम): 20

यह सूची गणतंत्र दिवस के मौके पर पुलिस सेवा के कर्मचारियों को दी जाने वाली विभिन्न श्रेणियों में प्राप्त पदकों के वितरण का विवरण प्रस्तुत करती है.

26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उपराजधानी दुमका में करेंगे झंडोत्तोलन

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झा. डेस्क 

रांची गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम हेमंत सोरेन राज्य की उपराजधानी दुमका के पुलिस लाइन में झंडोत्तोलन

 करेंगे.

वहीं गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड का फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया.

 गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम हेमंत सोरेन के आगमन को लकरे जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां कर ली गई है.

मसानजोर डैम में बने गेस्ट हाउस का वे उद्घाटन करेंगे.

अपने दो दिवसीय कार्यक्रम को लेकर 25 जनवरी की शाम को ही हेमंत सोरेन दुमका पहुंचेंगे. और उसी शाम वे दुमका के मयूराक्षी नदी पर अवस्थित मसानजोर डैम के समीप वन विभाग द्वारा बनाए गए गेस्ट हाउस का उद्घाटन करेंगे.

जिसके बाद दूसरे दिन यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा फहराएंगे. इस अवसर पर आयोजित परेड 14 प्लाटून भाग लेंगे. जिसमें झारखंड सशस्त्र पुलिस (JAP), आईआरबी(IRB) के साथ प्रमंडल के सभी जिलों के पुलिस बल के अलावा एनसीसी कैडट शामिल होंगे.

परेड को प्रशिक्षु आईपीएस डॉ सैयद मुस्तफा हाशमी कमांड करेंगे. सेकेंड इन कमांड में प्रशिक्षु डीएसपी आकाश भारद्वाज शामिल होंगे. इस मौके पर अलग-अलग विभागों द्वारा बनाई गई झांकियां को भी प्रदर्शित किया जाएगा.

वहीं दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि सीएम के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की बेहतर व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल उपलब्ध कराए गए हैं.

भारत ने फिल्म 'इमरजेंसी' की स्क्रीनिंग पर रोक के लिए ब्रिटेन से की मांग


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नई दिल्ली:- यूनाइटेड किंगडम (यूके) में अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' की स्क्रीनिंग के दौरान खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों ने जमकर हंगामा किया। कट्टरपंथियों ने फिल्म की स्क्रीनिंग को रोकने की कोशिश की। अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। मंत्रालय ने यूके से ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

यूके के सामने अपनी जिंता जाहिर कर चुके

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने कई रिपोर्ट देखी हैं कि किस तरह कई हॉलों में फिल्म 'इमरजेंसी' को रोका जा रहा है। हम लगातार यूके सरकार के समक्ष भारत विरोधी तत्वों द्वारा हिंसक विरोध और धमकी से जुड़ी चिंता जाहिर कर चुके हैं। 

मंत्रालय ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को चुनिंदा रूप से लागू नहीं किया जा सकता है। फिल्म को बाधित करने में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

उचित कार्रवाई करेगा यूके

विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि यूके की सरकार जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि लंदन में हमारा उच्चायोग हमारे समुदाय के लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए नियमित रूप से संपर्क में है। उम्मीद करते हैं कि यूके इस मामले में सख्त और उचित कार्रवाई करेगा।

अमेरिका सामने उठाया जाएगा पन्नू का मामला

सोशल मीडिया पर अमेरिकी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो वायरल हो रहा है। मीडिया में वह डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में दिख रहा है। जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से पूछा गया कि क्या भारत ने अमेरिका के साथ इस मुद्दे को उठाया है।

रणदीप जायसवाल ने कहा कि जब भी कोई भारत विरोधी गतिविधि होती है तो हम ऐसे मामलों को अमेरिका के साथ उठाते हैं। इसलिए हम अमेरिकी सरकार के साथ ऐसे मुद्दे उठाते रहेंगे, जिनका हमारी सुरक्षा पर असर पड़ता है, जिनका भारत विरोधी एजेंडा है।

झारखंड सरकार के वित्त वाणिज्य कर योजना एवं विकास मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने किया अपना मोबइल नंबर जारी


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कहा सरकार के किसी योजना में गड़बड़ी होता है तो लोग दें जानकारी

झारखंड डेस्क 

झारखंड सरकार के वित्त वाणिज्य कर योजना एवं विकास मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सार्वजनिक रूप से अपना मोबाइल नंबर जारी किया है. 

सार्वजनिक रूप से नंबर जारी करते हुए मंत्री राधा कृष्णकिशोर ने कहा कि सरकार की योजनाओं की क्रियान्वयन में किसी प्रकार की गड़बड़ी हो रही हो या समस्या या शिकायत है तो उन्हें कॉल करें या व्हाट्सएप करें. मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अपना मोबाइल नंबर 9431135292 को आम लोगों के लिए जारी किया है.

पलामू के सतबरवा प्रखंड के मलय डैम में जिला स्तरीय पंचायत सशक्तिकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसी कार्यशाला में पलामू में संचालित विकास योजनाओं समेत कई बिंदुओं पर समीक्षा की गयी. इस बैठक में झारखंड सरकार के मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भाग लिया. लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना रेवड़ी नहीं है बल्कि यह माता बहनों की आराधना है.

मंत्री ने कहा कि पंचायत या जिला के विकास में पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण. शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना बेहद ही जरूरी है, इसमें पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम है. पंचायत जनप्रतिनिधि नियमित रूप से मध्यान भोजन का निरीक्षण करें. अबुआ आवास योजना का लाभ सीरियल के अनुसार ही मिलना चाहिए.

 अगर क्षेत्र में किसी भी प्रकार की समस्या हो या विकास योजनाओं की क्रियान्वयन में दिक्कत हो रही हो बेहिचक लोग उन्हें कॉल कर सकते हैं या व्हाट्सएप कर सकते हैं.

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पलामू डीसी शशिरंजन ने कहा कि प्रत्येक तीन महीने में पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यशाला आयोजित होगी. इस कार्यशाला में जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिमा कुमारी, उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, नगर आयुक्त जावेद हुसैन, उप विकास आयुक्त शब्बीरअहमद मौजूद रहे.

झारखंड में अगले कुछ दिनों में तापमान में आएगी गिरावट,कई जगहों पर हल्का और मध्यम कोहरा भी छाया रहा

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झारखंड डेस्क 

झारखंड में ठंड फिर एक बाऱ बढ़ने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट देखी जाएगी। राज्य के उत्तरी हिस्सों में अगले तीन दिनों में तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। बाकी हिस्सों में भी दो दिन बाद तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है।25 जनवरी को कई जगहों पर हल्का और मध्यम कोहरा भी छा सकता है।

क्या है मौसम विभाग का आकलन

रांची मौसम केंद्र के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में ठंड से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन अब फिर से सर्दी का सितम बढ़ने के आसार हैं। अभी ज्यादातर जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद लोगों को ठंड से बचाव के इंतजाम करने की जरूरत है।

 3 से 4 डिग्री तापमान में आएगी कमी

मौसम विभाग ने बताया कि 25 जनवरी से ठंड बढ़ेगी। राज्य के उत्तरी इलाकों में अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इन इलाकों में गढ़वा, पलामू, चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, देवघर, गोड्डा, दुमका, पाकुड़, साहिबगंज, और जामताड़ा जिले शामिल हैं। बाकी जिलों में भी दूसरे दिन से अगले तीन दिनों में तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। इसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नहीं है

30 जनवरी तक कुछ जगहों पर रहेगी कोहरा

राज्य के कई हिस्सों में शनिवार सुबह हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रहा। इसके बाद आसमान साफ हो गया। 26 जनवरी और 30 जनवरी को सुबह के समय कोहरा या धुंध छाई रह सकती है, लेकिन बाद में आसमान साफ रहेगा।

मौसम विभाग ने बुजुर्गों और बच्चों के लिये किया अलर्ट 

मौसम विभाग के अनुसार इस बदलते मौसम में लोगों को खास ध्यान रखने की जरूरत है। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें, खासकर सुबह और शाम के समय। गरम पेय पदार्थों का सेवन करें और ठंडी चीजों से परहेज करें। बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखें।

देवघर में छह पेटी विदेशी शराब के साथ युवक पकड़ाया, ऐसे आया उत्पाद विभाग की गिरफ्त में
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* देवघर : उत्पाद विभाग की विशेष टीम ने गुप्त सूचना पर नाटकीय तरीके से जसीडीह थाना क्षेत्र के परमेश्वर चौक के समीप रोहिणी तालाब के पास छापेमारी की और छह कार्टून अवैध विदेशी शराब के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया. इस संबंध में दी गयी जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग की टीम ने ग्राहक बनकर युवक से अवैध शराब खरीदने की बात की. इसके बाद एक व्यक्ति को लेने भेजा तो वह परमेश्वर चौक के समीप तालाब के पास झाड़ी में अवैध शराब की डिलिवरी देने ले गया. उसी क्रम में घात लगाये उत्पाद विभाग की छापेमारी टीम ने अवैध शराब के साथ आरोपित को दबोच लिया. आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया इस संबंध में उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित का नाम अभिषेक कुमार सिंह है. बरामद अवैध शराब के साथ उसे कोर्ट में पेश कराया गया. कोर्ट के आदेश पर आरोपित को उप्ताद विभाग द्वारा न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. बरामद छह कार्टून अवैध शराब में इंपीरियल ब्लू नाम का 173 बोतल 375 एमएल है, जिसकी बोतलाें पर फॉर सेल इन पंजाब ऑनली लिखा हुआ है. छापेमारी टीम में उत्पाद एसआई मणिकांत कुमार, किशोर कुमार, मिथिलेश कुमार के अलावे अन्य उत्पाद कर्मी व सशस्त्र बल शामिल थे.
बाबा बैद्यनाथ मंदिर कॉरिडोर को लेकर तैयारी शुरू,कंसल्टेंट कम्पनी और भवन निर्माण विभाग के बीच शुरू*
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, *आर्किटेक्ट पहले मकान, दुकान व खाली जगहों का करेंगे सर्वे* देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर कॉरिडोर को लेकर कंसल्टटेंट कंपनी के निदेशक व भवन निर्माण निगम के अधिकारियों के बीच बात चीत शुरू हो गयी है। जानकारी के अनुसार भवन निर्माण निगम ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर कॉरिडोर की डीपीआर बनाने वाली छत्तीसगढ़ की राजहंस कंसल्टेंट कंपनी को प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। पहले चरण में कंसल्टेंट कंपनी एक्सपर्ट आर्किटेक्ट कॉरिडोर एरिया का सर्वे कर प्लॉन बनायेगी। कंसल्टटेंट कंपनी के निदेशक व भवन निर्माण निगम के अधिकारियों के बीच बातचीत हो चुकी है। प्रस्तावित कॉरिडोर एरिया में सर्वे करने से पहले भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता व राजहंस कंसल्टेंट कंपनी के अधिकारी डीसी से मिलकर मार्गदर्शन मांगेंगे। डीसी को प्रस्तावित डिजाइन से अवगत कराया जायेगा, उसके बाद ही एरिया का सर्वे शुरू होगा। सूत्रों के अनुसार कॉरिडोर प्लॉन में शिवगंगा व मानसरोवर से मंदिर प्रवेश द्वार तक कितनी चौड़ी सड़क होगी, इसका सर्वे प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा। चौड़ी सड़क में कितनी जगहें खाली हैं, कितने कॉमर्शियल मकान, आवासीय भवन व दुकान है, इसका सर्वे डोर टू डोर किया जायेगा। इसके साथ ही कॉरिडोर में प्रवेश के बाद निकास का भी सर्वे किया जायेगा। कॉरिडोर का एप्रोच रोड को भी चिह्नित किया जायेगा. बैद्यनाथ कॉरिडोर में किस स्थान पर वैदिक केंद्र, संस्कार भवन, उपनयन भवन, दुकानें व सुविधा केंद्र बनाये जायेंगे, उस जगह को भी चिह्नित किया जायेगा। *मंदिर के आसपास खाली जगह को लेकर बनाया जा सकता है लैंड बैंक* बताया जाता है कि सर्वे में मंदिर के आसपास खाली जगह का एक लैंड बैंक बनाया जा सकता है, जिसे कॉरिडोर में अटैच कर उपयोग में लाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार भवन निर्माण निगम की देखरेख में कंसल्टेंट कंपनी द्वारा डीपीआर तैयार किये जाने के बाद पर्यटन विभाग को इसे सौंप दिया जायेगा, जिसके बाद राज्य सरकार के स्तर से इस पर निर्णय लिये जायेंगे। निर्णय के बाद ही कोई प्रक्रिया आगे बढ़ायी जा सकती है। करीब 900 करोड़ रुपये के इस प्रस्ताव में 300 करोड़ रुपये जमीन, मकान, दुकान व अन्य कॉमर्शियल संपत्ति के मुआवजे के भुगतान पर खर्च होंगे. वहीं शेष 600 करोड़ रुपये निर्माण कार्य में खर्च करने की तैयारी है। क्या कहते हैं अधिकारी चुनाव की वजह से बैद्यनाथ कॉरिडोर का डीपीआर बनाने के लिए नियुक्त राजहंस कंसल्टेंट कंपनी की कोई गतिविधि अभी आगे नहीं बढ़ पायी थी. कंसल्टेंट कंपनी पहले चरण में एरिया का सर्वे कर बैद्यनाथ कॉरिडोर का प्लॉन बनायेगी, लेकिन सारी प्रक्रिया उपायुक्त से अनुमति मिलने के बाद ही आगे बढ़ेगी. कंपनी के कोई अधिकारी अभी देवघर नहीं आये हैं. अभी इस मामले में अभी काफी देर है. प्रक्रिया बढ़ने पर जानकारी दी जायेगी. – बीके कुशवाहा, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण निगम, देवघर
साढ़े सात करोड़ से देवघर, मोहनपुर व देवीपुर में बनेंगे तीन पुल

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रांची : ग्रामीण विकास विभाग के विशेष प्रमंडल से देवघर, मोहनपुर व देवीपुर में कुल साढ़े सात करोड़ की लागत से तीन पुलों का निर्माण होगा. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के निर्देश पर विभागीय सचिव ने तीन पुलाें की स्वीकृति दी है. विभाग ने पुलों की स्वीकृति देने के बाद टेंडर निकाल दिया है.

ग्रामीण विकास विभाग ने दी स्वीकृति

ग्रामीण विकास विभाग के विशेष प्रमंडल से देवघर, मोहनपुर व देवीपुर में कुल साढ़े सात करोड़ की लागत से तीन पुलों का निर्माण होगा. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के निर्देश पर विभागीय सचिव ने तीन पुलाें की स्वीकृति दी है. विभाग ने पुलों की स्वीकृति देने के बाद टेंडर निकाल दिया है. इसमें देवघर प्रखंड में गौरीपुर पंचायत स्थित गम्हरिया व कर्णकोल गांव के बीच जोरिया में 2.27 करोड़ की लागत से पुल बनेंगे. देवीपुर प्रखंड में पिपराटोला गांव के जोरिया में 1.68 करोड़ की लागत से पुल बनेंगे व मोहनपुर प्रखंड में विश्वानी से मीनीडीह जाने वाले रास्ते में छातमी नदी के मनीडीह घाट पर 3.51 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया जायेगा. 

तीनों पुल का निर्माण कार्य 15 से 18 महीने में पूरा हो जायेगा. टेंडर प्रक्रिया भी 12 दिसंबर तक पूरे हो जायेंगे. तीनों पुल का निर्माण होने से ग्रामीणों को एक छोर के गांव से दूसरे छोर के गांव तक जाने में चार से पांच किलोमीटर की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी. हजारों लोगों को आवागमन में सुविधा हो जायेगी.

चुनाव के दौरान ही देवघर, मोहनपुर व देवीपुर प्रखंड के ये तीन गांवों के ग्रामीणों ने पुल की इस समस्या से अवगत कराया था. विभागीय सचिव को जल्द पुल की स्वीकृति का निर्देश दिया गया था. पुल का टेंडर हो गया है. जनवरी से पुल का निर्माण कार्य चालू करा दिया जायेगा. पुल बन जाने से दर्जनों गांव के लोगों को राहत मिलेगी.