नमो ड्रोन दीदी योजना: कृषि में नवाचार और महिला सशक्तिकरण का संगम

गोण्डा। कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहन देने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई "नमो ड्रोन दीदी योजना" जनपद गोंडा में सकारात्मक और प्रभावशाली परिणामों के साथ आगे बढ़ रही है।

इस योजना के तहत जिले के सात संकुल स्तरीय संघों का चयन किया गया है। साथ ही, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत "नमो ड्रोन दीदी" के लिए ड्रोन पायलट और सहायक की चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चयनित महिलाओं को प्रयागराज के फूलपुर स्थित इफको ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने योजना की जानकारी देते हुए बताया, “नमो ड्रोन दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को तकनीकी ज्ञान और रोजगार के नए अवसर प्रदान करना है। चयनित महिलाएं ड्रोन तकनीक के माध्यम से किसानों की सहायता करेंगी, जिससे कृषि पद्धतियों में सुधार होगा। यह योजना महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में नवाचार की दिशा में अहम कदम है।”

चयनित संकुल स्तरीय संघ

योजना के अंतर्गत निम्नलिखित सात संकुल स्तरीय संघों का चयन किया गया है:

1. बभनजोत: हौसला प्रेरणा संकुल स्तरीय संघ

2. करनैलगंज: संघर्ष प्रेरणा संकुल संघ

3. बेलसर: आयांश संकुल स्तरीय संघ

4. नवाबगंज: दीप प्रेरणा संकुल संघ

5. कटरा बाजार: सौभाग्य प्रेरणा संकुल संघ

6. मनकापुर: उड़ान प्रेरणा संकुल संघ

7. मुजेहना: एकता प्रेरणा संकुल संघ

प्रत्येक संघ से एक ड्रोन पायलट और एक सहायक का चयन किया जाएगा, जिन्हें प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आधुनिक कृषि में ड्रोन तकनीक का उपयोग करके किसानों की मदद करनी होगी।

योजना की मुख्य विशेषताएं

1. वित्तीय सहायता:

o ड्रोन और सहायक उपकरणों की लागत का 80% सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।

o शेष 20% लागत के लिए आसान ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

2. तकनीकी उपयोग:

o ड्रोन तकनीक का उपयोग कीटनाशक और उर्वरक छिड़काव, मिट्टी और फसल का विश्लेषण, और सिंचाई प्रबंधन के लिए किया जाएगा।

3. महिला सशक्तिकरण:

o महिलाएं नवीनतम तकनीकों में दक्षता हासिल करेंगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।

उपायुक्त स्वतः रोजगार जेएन राव ने कहा, “नमो ड्रोन दीदी योजना, महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और रोजगार के अवसर प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं न केवल कृषि क्षेत्र में योगदान देंगी, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेंगी।” यह योजना न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के नए अवसर प्रदान करेगी, बल्कि कृषि पद्धतियों को आधुनिक और कुशल बनाएगी।

27 को होगी निष्प्रयोज्य भवनों की नीलामी

गोण्डा। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्या ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा गठित नीलामी समिति की संस्तुति पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोंडा के परिसर में निर्मित जर्जर भवन संख्या एक और दो को नीलाम किया जाना है।

निष्प्रयोज्य भवनों की नीलामी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोंडा में 27 जनवरी को प्रातः 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी। नीलामी की शर्तों की जानकारी एनआईसी की वेबसाइट व विद्यालय के कार्यालय से ली जा सकती है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा का बड़ा कदम: चकमार्ग अतिक्रमण समस्या का निकाला स्थायी समाधान

गोंडा । जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद में चकमार्गों पर बढ़ते अतिक्रमण की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने का निर्णय लिया है। डीएम ने 1 फरवरी से 15 फरवरी तक विशेष अभियान चलाने का निर्देश जारी किया है। इस अभियान के तहत चकमार्ग न केवल अतिक्रमणमुक्त किए जाएंगे बल्कि इन्हें सुरक्षित और उपयोगी भी बनाया जाएगा।

जिलाधिकारी ने जिले के सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कम से कम 25 ऐसे चकमार्गों की पहचान करें, जिनसे संबंधित शिकायतें बार-बार मिल रही हैं। इन चकमार्गों को सूचीबद्ध करते समय राजस्व अभिलेखों और नक्शों के आधार पर उनकी वास्तविक लंबाई और चौड़ाई का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। साथ ही, अतिक्रमण की वर्तमान स्थिति और प्रभावित क्षेत्र का विवरण भी दर्ज किया जाएगा।

मनरेगा से पुनर्वास कार्य की शुरुआत

डीएम ने स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण हटाने के बाद इन चकमार्गों पर तुरंत पुनर्वास कार्य शुरू किया जाएगा। खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे मनरेगा के तहत वर्क आईडी जनरेट कर मिट्टी पटाई और मरम्मत कार्य सुनिश्चित करें। इस पहल का उद्देश्य चकमार्गों को न केवल सुरक्षित करना है बल्कि ग्रामीण विकास कार्यों को भी गति प्रदान करना है।

संयुक्त टीमें और सख्त कार्रवाई

अभियान के लिए राजस्व और पुलिस कर्मियों की संयुक्त टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें ग्रामवार तिथियों का निर्धारण कर संबंधित स्थानों पर पहुंचेंगी और अतिक्रमण हटाएंगी। अभियान के बाद दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में अतिक्रमण की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। इस अभियान की निगरानी के लिए अपर जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी चकमार्गों की सूची 31 जनवरी तक तैयार कर जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। अभियान का कार्य 1 फरवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक पूरा किया जाना सुनिश्चित है।

स्थायी समाधान की दिशा में मजबूत पहल

जिलाधिकारी ने कहा कि यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधाओं को बहाल करने और चकमार्ग अतिक्रमण की पुरानी समस्या को स्थायी रूप से खत्म करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। ग्राम पंचायत स्तर पर सूचना बोर्ड लगाने का निर्देश भी दिया गया है, ताकि जनता पारदर्शिता देख सके और अभियान की प्रगति से अवगत हो सके। इस अभियान से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।

नेताजी की जयंती पर गोंडा में यातायात जागरूकता का अनूठा प्रयास

गोंडा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर जनपद गोंडा में यातायात जागरूकता हेतु विशाल मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। यह श्रृंखला अम्बेडकर चौराहे से गुरुनानक चौक, झूलेलाल चौराहा होते हुए जयनारायण चौक तक बनाई गई।

कार्यक्रम में जिला प्रशासन एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी और छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक श्री मनोज रावत, संभागीय परिवहन अधिकारी देवीपाटन श्री उमाशंकर यादव, प्रवर्तन अधिकारी श्री आर के सरोज, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी श्री आर सी भारतीय, जिला विद्यालय निरीक्षक श्री रामचन्द्र, यात्री कर अधिकारी शैलेन्द्र सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत सड़क सुरक्षा की शपथ से हुई, जहां सभी अधिकारियों और प्रतिभागियों ने सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और करवाने का संकल्प लिया। इसके साथ ही जनपद के विभिन्न विद्यालयों में भी छात्रों ने अपने-अपने विद्यालय के सामने मानव श्रृंखला बनाकर यातायात जागरूकता का संदेश दिया।

यात्री कर अधिकारी शैलेन्द्र तिवारी ने बताया कि यह पहल आमजन में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए की गई है। छात्र-छात्राओं ने पोस्टरों और नारों के माध्यम से सड़क सुरक्षा का प्रचार किया, जिससे यातायात नियमों के महत्व को जन-जन तक पहुँचाया जा सके।

यह कार्यक्रम समाज में सड़क सुरक्षा की गंभीरता को स्थापित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ। अधिकारियों ने इसे आगे भी जारी रखने और सड़क सुरक्षा के प्रति जनजागृति बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

यातायात जागरुकता हेतु मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया

गोण्डा। जनपद गोण्डा में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर यातायात जागरुकता हेतु मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक मनोज रावत, संभागीय परिवहन अधिकारी , देवीपाटन उमाशंकर यादव,संभागीय परिवहन अधिकारी(प्रवर्तन) देवीपाटन आर के सरोज,सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आर सी भारतीय, जिला विद्यालय निरीक्षक श्री रामचन्द्र, यात्री कर अधिकारी शैलेन्द्र व अन्य विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के दौरान सभी को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। शहर में इस मानव श्रृंखला अम्बेडकर चौराहे से गुरुनानक चौक, झूलेलाल चौराहा होते हुये जयनारायण चौक तक बनाई गई। इसके अतिरिक्त पूरे जनपद में सभी विद्यालयों के छात्र/छात्राओं ने अपने विद्यालयों के सामने श्रृंखला का निर्माण कर आम जनमानस के बीच सड़क सुरक्षा की अलख जगाई।

अर्यमा ने मेहनत व लगन से डाक्टर बनने का सपना किया साकार

गोण्डा। जीवन में मेहनत, हिम्मत और लगन से बड़ी से बड़ी कल्पना साकार होती है। सच्ची लगन तथा सच्चे उद्देश्य से किया हुआ प्रयास कभी निष्फल नहीं होता है। बिना कठिन परिश्रम के सफलता पाना असंभव है।

यह चरितार्थ कर दिखाया शहर के महराजगंज निवासी अरविंद श्रीवास्तव एवं रोली श्रीवास्तव की पुत्री अर्यमा श्रीवास्तव ने।

विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने के बाद भारत में विदेशी विश्वविद्यालय से मेडिकल की डिग्री लेने वाले छात्रों को फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (एफएमजीई )पास करना जरूरी होता है। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन की आंकड़ों के मुताबिक औसतन करीब 20 फ़ीसदी छात्र यह परीक्षा पास कर पाते हैं। विदेश से मेडिकल डिग्री हासिल करने वालों को भारत में प्रेक्टिस करने के लिए यह परीक्षा पास करना जरूरी है।

यह परीक्षा एनबीई लेती है

अर्यमा ने प्रथम प्रयास में ही मेडिकल काउंसिल के द्वारा आयोजित एफएमजीई की परीक्षा पास कर ली। इन्होंने प्राथमिक शिक्षा शहर के प्रतिष्ठित फातिमा स्कूल में की है। इनके पिता समाजसेवी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के संस्थापक हैं एवं मां फातिमा स्कूल में शिक्षिका है।अर्यमा की सफलता पर परिवार के साथ सभी सगे संबंधियों में हर्ष व्याप्त है।

सभी ट्रांसजेंडर को दिया जाए सरकारी योजनाओं का लाभ - आयुक्त

देवीपाटन मण्डल गोण्डा। बुधवार को विकास भवन सभागार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मत्रांलय भारत सरकार द्वारा विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से ट्रान्सजेण्डरों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मण्डलायुक्त देवीपाटन मण्डल गोण्डा शशि भूषण लाल सुशील, मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन मण्डल, उप निदेशक समाज कल्याण देवीपाटन मण्डल, क्षेत्राधिकारी सदर, जिला पंचायज राज अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहें। कार्यशाला में दिये गये सुझाव के उपरान्त आयुक्त द्वारा अधिकारियों के साथ बैठक की गयी, जिसमें आयुक्त द्वारा निर्देश दिये गये कि जनपदों में ट्रान्सजेण्डरों का चिन्हीकरण कराकर उनके प्रमाण पत्र को निर्गत कराया जाय तथा समस्त अस्पतालों में अगल वार्ड एवं समस्त सार्वजनिक स्थानों पर अगल शौचालय बनवाने के साथ-साथ तथा अन्य सरकारी योजनाओं से नियमानुसार उन्हें लाभान्वित कराया जाय। ट्रांसजेंडर को मुख्य धारा में लाया जाए। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाया जाए।

*जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने "नागरिक संगम" में सुनवाई कर जनसमस्याओं का मौके पर किया समाधान*

गोण्डा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासन और जनता के बीच बेहतर संवाद और समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए "नागरिक संगम" कार्यक्रम की शुरुआत बुधवार को आवास विकास प्रथम तिकोना पार्क से की।

जनपद में तीसरी बार आयोजित इस तरह के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और खुलकर अपनी बात को जिलाधिकारी के समक्ष रखा।

जिलाधिकारी ने व्यक्तिगत रूप से लोगों की शिकायतें सुनीं और ज्यादातर समस्याओं का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल प्रशासन को आमजन के करीब ला रही है। उनके त्वरित निर्णय और समाधान प्रक्रिया ने गोंडा में एक नई प्रशासनिक कार्य संस्कृति को जन्म दिया है।

प्रमुख मुद्दों पर त्वरित समाधान के निर्देश

जिलाधिकारी ने आवास विकास द्वितीय एवं पटेल नगर घोसियाना में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण के आदेश दिए। साथ ही अतिक्रमण करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

आवास विकास प्रथम में स्थित तिकोना पार्क का सौन्दर्यीकरण करने का ईओ नगरपालिका गोण्डा को निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के उपरांत वहां पर पहुंच कर मौके का निरीक्षण कर ईओ को कार्यवाही के निर्देश दिये।

डीएम ने साफ तौर पर कहा, “सभी समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी ढंग से होना चाहिए। स्वच्छता और जनसुविधाओं को बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

कार्यक्रम के दौरान “जनता की समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है। पारदर्शिता और तत्परता के साथ प्रशासन को हर संभव सुविधा उपलब्ध करानी है,”।

कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशासनिक पारदर्शिता लाना और जनसुविधाओं को प्राथमिकता देना था।

जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की हर समस्या को गंभीरता से लें और शीघ्र समाधान करें। इस दौरान नगर पालिका, स्वास्थ्य, शिक्षा, विद्युत और समाज कल्याण सहित कई विभागों के शिविर लगे, जिनमें नागरिकों की शिकायतों का निस्तारण किया गया।

"नागरिक संगम" की पहल से लोगों में उत्साह देखा गया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पहली बार कोई जिलाधिकारी इतनी गंभीरता से हमारी समस्याएं सुन रही हैं और उनका समाधान कर रही हैं। यह पहल प्रशासन और जनता के बीच विश्वास का सेतु है।”

नागरिक संगम कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा अवगत कराया गया कि आवास विकास कॉलोनी में मकान के बगल खाली पड़े प्लांट में लोगों के द्वारा काफी गंदगी किया जा रहा है। जिसे संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए ईओ नगर पालिका एवं आवास विकास के अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि कॉलोनी में खाली पड़े प्लांट के मालिकों को नोटिस भेज कर बाउंड्री करने के निर्देश दिया जाय। साथ ही उन्होंने आवास विकास के अधिकारी को यह भी निर्देश दिए हैं कि कॉलोनी में जितने भी प्लांट या मकान खाली पड़े हैं उन पर शीघ्र कार्रवाई करते हुए निस्तारण करायें।

संवाद के बाद स्थल निरीक्षण

कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने आवास विकास द्वितीय, पटेल नगर घोसियाना, अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि जलभराव और स्वच्छता की स्थिति कैसी है, और अधिकारियों को कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ सफाई एवं अतिक्रमण को तत्काल प्रभाव से खाली करने की निर्देश दिए।

इस जनसंवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकार नगर, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका गोण्डा संजय कुमार मिश्र, प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी, एक्सईएएन विद्युत राधेश्याम भाष्कर, डीपीएम नगरीय निकाय गोण्डा नितेश राठौर, तथा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। उनकी सक्रियता ने "नागरिक संगम" को सफल और प्रभावी बनाया।

*नंदिनी कृषक समृद्धि योजना में पांच लाभार्थियों का हुआ चयन*

गोण्डा । बुधवार को नन्द बाबा दुग्ध मिशन अन्तर्गत _नंदनी कृषक समृद्धि योजना_ में 5 लाभार्थियों का चयन किया गया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन अंतर्गत गौवंशीय पशुओं के नस्ल सुधार व दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने के लिए यह महत्वांकाक्षी योजना चलाई जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी के प्रतिनिधि जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता में सभी 14 लाभार्थियों के समक्ष लॉटरी प्रक्रिया पूर्ण की गई, इसमें लक्ष्य के अनुरूप 5 लाख भारतीयों का चयन किया गया, जबकि जो लाभार्थियों को प्रतीक्षा श्रेणी में रखा गया है, की लॉटरी के दौरान जिला एग्जीक्यूटिव कमिटी सदस्य उपदुक्त शाला विकास अधिकारी, लीड बैंक मैनेजर एवं नोडल अधिकारी नंद बाबा दुग्ध मिशन उपस्थित रहे। ई लॉटरी के माध्यम से हर्ष सिंह निवासी परसपुर, दशरथ सिंह निवासी तरबगंज, प्रदीप कुमार पांडे निवासी तरबगंज, सुनीता शर्मा निवासी परसपुर एवं रंजीत सिंह निवासी झंझरी का चयन किया गया।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल: "नागरिक संगम" से समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान

गोण्डा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासन और जनता के बीच बेहतर संवाद और समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए "नागरिक संगम" कार्यक्रम की शुरुआत शुरुआत मंगलवार को मालवीय नगर गुरुद्वारा मैदान से की।

 जनपद में दूसरी बार आयोजित इस तरह के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और खुलकर आपनी बात को जिलाधिकारी के समक्ष रखा।  

जिलाधिकारी ने व्यक्तिगत रूप से लोगों की शिकायतें सुनीं और ज्यादातर समस्याओं का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल प्रशासन को आमजन के करीब ला रही है। उनके त्वरित निर्णय और समाधान प्रक्रिया ने गोंडा में एक नई प्रशासनिक कार्य संस्कृति को जन्म दिया है।

प्रमुख मुद्दों पर त्वरित समाधान के निर्देश

जिलाधिकारी ने पुरानी सब्जी मंडी में स्थित सार्वजनिक शौचालय में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण के आदेश दिए। 

मालवीय नगर में स्थित सार्वजनिक शौचालय की सफाई की शिकायत पर जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के उपरांत वहां पर पहुंच कर मौके का निरीक्षण कर ईओ को कार्यवाही के निर्देश दिये।

 

डीएम ने साफ तौर पर कहा, “सभी समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी ढंग से होना चाहिए। स्वच्छता और जनसुविधाओं को बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

कार्यक्रम के दौरान “जनता की समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है। पारदर्शिता और तत्परता के साथ प्रशासन को हर संभव सुविधा उपलब्ध करानी है,”। 

कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशासनिक पारदर्शिता लाना और जनसुविधाओं को प्राथमिकता देना था। जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की हर समस्या को गंभीरता से लें और शीघ्र समाधान करें। इस दौरान नगर पालिका, स्वास्थ्य, शिक्षा, विद्युत और समाज कल्याण सहित कई विभागों के शिविर लगे, जिनमें नागरिकों की शिकायतों का निस्तारण किया गया।

"नागरिक संगम" की पहल से लोगों में उत्साह देखा गया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पहली बार कोई जिलाधिकारी इतनी गंभीरता से हमारी समस्याएं सुन रही हैं और उनका समाधान कर रही हैं। यह पहल प्रशासन और जनता के बीच विश्वास का सेतु है।”

संवाद के बाद स्थल निरीक्षण

कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पुरानी सब्जी मंडी सार्वजनिक शौचालय एवं चौक बाजार एवं अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि जलभराव और स्वच्छता की स्थिति कैसी है, और अधिकारियों को कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी। 

इस जनसंवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका गोण्डा संजय कुमार मिश्र, तथा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। उनकी सक्रियता ने "नागरिक संगम" को सफल और प्रभावी बनाया।