*Mirzapur: मंदिर से अष्टधातु की बेशकीमती चोरी गई मूर्तियों के साथ सपा नेता समेत चार गिरफ़्तार*
मिर्ज़ापुर- उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्राचीन मंदिर से चोरी गई तीस करोड़ की मूर्तियों संग मंदिर के बाबा सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आश्चर्य कि बात है कि चोरी के इस मामले में समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व जिला पंचायत सदस्य राम बहादुर पाल को भी गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी सपा नेता ने मंदिर के महंत बंसीदास उर्फ बन्सीबाबा के साथ मिलकर श्रीराम जानकी मंदिर में सैकड़ों वर्ष से लगी अष्टधातु की मूर्ति की चोरी की थी। मिर्ज़ापुर जिले के पडरी थाना क्षेत्र के कठिनई गांव में सैकड़ों वर्ष पुराने भगवान श्री राम, लक्ष्मण और मां जानकी की मूर्ति मंदिर में लगी हुई थी। बीते 14 जनवरी 2025 को अष्टधातु की लगी तीनों मूर्ति मंदिर से गायब हुई थीं।
मामले में FIR दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस ने चोरी की घटना का खुलासा किया। शनिवार को को दोपहर में पुलिस लाइन स्थित सभागार में एएसपी ऑपरेशन ओपी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा किया है। दरअसल, पूरा मामला यह है कि मिर्ज़ापुर जिले के पड़री थाना क्षेत्र अंतर्गत कठिनई गांव में प्राचीन श्री राम जानकी का मंदिर है मंदिर में अष्टधातु की श्रीराम लक्ष्मण एवं माता जानकी की प्रतिमा स्थापित रही है। यह मंदिर अति प्राचीन होने के साथ ही साथ इसका काफी महत्व भी बताया जाता है जहां से लाखों भक्तों की आस्था जुडी हुई है। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था कि अचानक 13 /14 जनवरी की रात में मंदिर से बेसकीमती श्रीराम, लक्ष्मण और माता जानकी के अष्टधातु की अति प्राचीन मूर्ति चोरी हो जाती है। जिसकी जानकारी सुबह होते ही गांव में हड़कंप मच जाता है। भक्तों में आक्रोश बढ़ने के साथ ही साथ चोरी की इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा भी शुरू हो जाती है। सूचना पर पहुंची पुलिस भी मौके का मौका मुआयना करती है। इस संदर्भ में मंदिर के पुजारी बंशीधर गुरु महामंडलेश्वर श्री जय रामदास जी महाराज द्वारा चोरी के संबंध में पडरी थाना पुलिस को तहरीर दी जाती है, जिसे दर्ज कर पुलिस विवेचना प्रारंभ करती है।
प्राचीन मंदिर में हुई करोड़ों की अष्टधातु की मूर्ति चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए जनपद के नवागत पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा द्वारा घटना के खुलासा एवं चोरी गई मूर्तियों के बारामती के लिए अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन आप सिंह एवं क्षेत्राधिकार सदर अमर बहादुर के नेतृत्व में सर्विलांस, एसओजी व थाने तक पादरी को भी निर्देश देते हुए टीम गठित कर दी गई थी। एसपी के कड़े निर्देश पर पुलिस टीम लगातार मंदिर में हुई करोड़ की मूर्ति चोरी को गंभीरता से लेते हुए गंभीरतापूर्वक छानबीन और जांच पड़ताल किया जा रहा था कि इसी दौरान मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने पड़री थाना क्षेत्र अंतर्गत हाईमाई मंदिर के पास से बोलेरो सवार चार लोगों को संदिग्ध परिस्थितियों में देख दबोच लिया। जिनमें सवार लोगों की पहचान कराई गई तो मंदिर के पुजारी बंशीदास जिन्होंने इस चोरी के प्रकरण की तहरीर दी थी तथा उनके अलावा लवकुश पाल, मुकेश कुमार सोनी व राम बहादुर पाल के रुप में पहचान हुई। जिनके कब्जे से बोलेरो के अंदर से चोरी गई बेस कीमती अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति, कपड़ा श्रृंगार सहित श्री राम, जानकी माता व लक्ष्मण की प्रतिमा बरामद हुई जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में तकरीबन 30 करोड़ आंकी गई है। पुलिस टीम ने चोरी की इस घटना में प्रयुक्त बोलेरो वाहन को भी बरामद कर लिया है।
पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
शनिवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह एवं क्षेत्राधिकार सदर अमर बहादुर ने संयुक्त रूप से मीडिया के लोगों को मूर्ति चोरी में पकड़े गए लोगों के हवाले से जो जानकारी दी है वह काफी चौंकाने वाला है। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार बाबा बंशीदास ने बताया कि वह लगभग 3 वर्षों से कठिनई मंदिर की देखरेख कर रहा था। मंदिर के स्वामित्व को लेकर उसके गुरु महाराज जयरामदास व सतुआ बाबा के बीच पूर्व से ही विवाद चल रहा है। जब इस विवाद की उसे जानकारी हुई तो वह जयरामदास की मदद में आ गया और जयरामदास ने ही उससे वादा किया था कि सतुआ बाबा से विवाद खत्म होने पर सारी संपत्ति का स्वामी उसे वह बना देंगे, लेकिन डोम पहले बंशीधर को यह जानकारी हुई कि जयरामदास या गाड़ी उसे न देकर अपने भतीजे को देना चाहते हैं तभी उसने प्लान बना लिया कि मंदिर की अष्टधातु की बेश कीमती मूर्ति को चोरी कर बेचकर वह कहीं दूर जाकर अपना एक अलग मठ बना लेगा।
फिर ऐसे बनाया चोरी का प्लान
जयराम दास से निराश होने के बाद बाबा बंशीदास ने चोरी की इस वारदात से कुछ दिनों पूर्व अपने वाहन बोलेरो चालक लवकुश पाल के साथ मुकेश कुमार सोनी, रामबहादुर पाल सहित अन्य साथियों को श्रीराम जानकी मंदिर कठिनई दर्शन के बहाने लाकर मूर्तियों को दिखाया और मूर्ति की पहचान अष्टधातु के रूप में होने के उपरांत बंसीदास ने अपने साथियों के साथ मिलकर मूर्तियों को मंदिर से चोरी कर हाई माई पहाड़ी मंदिर के पीछे छुपा दिया था। पुलिस के मुताबिक जिसे लेने के लिए वह आज आए हुए थे कि तभी पुलिस के बिछाए जाल में फंस गए।
बाबा-सपा नेता सहित सभी पर है कई आरोप
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार मंदिर के पुजारी बंसीदास उर्फ बृजमोहन दास उर्फ वंसीवटानंद उर्फ मंगल पाल 27 वर्ष पुत्र नारायण पाल निवासी दसोपुर थाना कोइरौना जनपद भदोही हाल पता वंशीवट श्री दाम जी का मंदिर छारीमाठ, थाना माठ जनपद मथुरा, लवकुश पाल 22 वर्ष पुत्र गिरधारी लाल निवासी दसोपुर डीह थाना कोइरौना जनपद भदोही, मुकेश कुमार सोनी 42 वर्ष पुत्र शिव शंकर सोनी निवासी पुरे नान्हाशुक्ल थाना महेशगंज जनपद प्रतापगढ़ एवं राम बहादुर पाल 30 वर्ष पुत्र कल्लू निवासी डुबकी खुर्द जुड़ईपुर थाना हंडिया जनपद प्रयागराज का आपराधिक इतिहास भी है। बाबा बंसीदास पर जहां पड़री थाने में ही धोखाधड़ी सहित दो मुकदमे दर्ज हैं वहीं मुकेश कुमार सोनी पर प्रतापगढ़ में गिरोबंध समाज विरोधी सहित दो मुकदमे कायम है जबकि राम बहादुर पाल प्रयागराज के सिविल लाइंस थाने में मुकदमा कायम होना बताया जा रहा है। राम बहादुर पाल पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं समाजवादी पार्टी का युथ सभा का राष्ट्रीय महासचिव बताया जा रहा है।
गनर को हटाकर यूं दिया वारदात को दिया अंजाम
बाबा बंशीधर उर्फ बृजमोहन दास को महाकुंभ मेला 2025 के तहत सुरक्षा की दृष्टि से गनर प्राप्त हुआ है, आश्चर्य की बात है कि बाबा ने करोड़ों की मूर्ति चोरी को अंजाम देने के लिए गनर को इधर-उधर कर चोरी के इस वारदात को अंजाम दे डाला था जिसे जानकर पुलिस भी दंग है।
Jan 20 2025, 20:34