दिल्ली की हवा ‘खतरनाक’, 25 इलाकों में AQI 300 के पार

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है. अधिकतर इलाकों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर श्रेणी में बनी हुई है. आनंद विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सबसे ज्यादा 393 दर्ज किया गया है. वहीं, सबसे कम AQI इहबास (दिलशाद गार्डन) का 197 दर्ज किया गया है. एक तरफ ठंड और कोहरे ने दिल्ली के लोगों की मुसीबतें बढी रखी हैं. वहीं, दूसरी तरफ AQI का बढ़ता स्तर भी लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.

इन दिनों दिल्ली में भीषण ठंड पड़ रही है. ठंड और कोहरे के साथ-साथ प्रदूषण के स्तर ने भी लोगों की चिंता बढ़ा रखी है. रविवार को दिल्ली के 25 इलाके AQI के रेड अलर्ट में हैं. वहीं, 10 इलाके ऑरेंज अलर्ट में हैं. इसी के साथ केवल एक ही इलाके में AQI का येलो अलर्ट है. बढ़ते प्रदूषण की स्थिति के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानियां हो रही हैं. आज दिल्ली का ओवरऑल AQI 319 रिकॉर्ड किया गया है.

25 इलाकों में 300 के पार पहुंचा AQI

दिल्ली के 37 प्रदूषण जांच केंद्र में से 25 जांच केंद्रों का AQI 300 पार से ज्यादा दर्ज किया गया है, जिसमें अलीपुर-330, आनंद विहार-393, अशोक विहार-363, बावाना-379, बुराड़ी-312, चांदनी चौक-304, डॉ करनी शूटिंग रेंज-303, द्वारका सेक्टर 8- 351, आईटीओ-318, जहांगीरपुरी-368, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम-305, लोधी रोड़ आईआईटीएम- 316, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम-357, मंदिर मार्ग-337, मुंडका-380, नरेला-353, नेहरू नगर-376, नोर्थ केंपस- 307, ओखला फेस 2- 347, पटपड़गंज- 373, पूसा रोड-309, आरके पुरम- 349, रोहिणी-379, विवेक विहार-388 और वजीरपुर का AQI-389 दर्ज किया गया हैं.

10 इलाकों में ऑरेंज अलर्ट

इसी के साथ दिल्ली के 10 इलाकों में AQI का ऑरेंज अलर्ट रिकॉर्ड किया गया है, जिसमें आया नगर-227, मथुरा रोड-255, डीटीयू-292, आईजीआई एयरपोर्ट-226, लोधी रोड-251, नजफगढ़-260, NSIT द्वारका-238, शादीपुर-296, सोनिया विहार-293 और श्री औरोबिन्दो मार्ग का AQI-221 दर्ज किया गया हैं. बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्लीवासियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण दिल्ली के लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. आंखों में जलन हो रही है. साथ ही इन सब परेशानियों से सबसे सांस की बीमारी वाले मरीज, बच्चे और बुजुर्गों को समस्याएं उठानी पड़ रही है.

क्या WhatsApp इंडिया में बंद कर देगी अपने कुछ फीचर्स?

भारत में व्हाट्सएप इस्तेमाल करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसके हर एक अपडेट्स लोगों की नजर रहती हैं. हाल ही में व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी मेटा को कॉम्पिटीशन रेगुलेशन के फैसले का सामना करना पड़ा. इसके कारण मेटा को व्हाट्सएप यूजर्स का डेटा शेयर करने से रोक दिया गया. रॉयटर्स के अनुसार, मेटा भारत में कुछ फीचर्स को वापस ले सकता है. कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने मेटा पर व्हाट्सएप के डेटा को फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ शेयर करने पर पाबंदी लगाई है. इससे मेटा को पर्सनलाइज्ड एड देने में मुश्किल हो सकती है.

गलत तरीके से यूजर्स का डेटा किया इस्तेमाल

CCI ने नवंबर में एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि मेटा ने गलत तरीके से यूजर्स का डेटा इस्तेमाल किया है. मेटा ने व्हाट्सएप यूजर्स को एक नई प्राइवेसी पॉलिसी एक्सेप्ट करने के लिए मजबूर किया था. इस पॉलिसी के तहत यूजर्स का डेटा मेटा के साथ ज्यादा शेयर किया जा रहा था. इसके कारण, CCI ने मेटा पर 24.5 मिलियन डॉलर का जुर्माना भी लगाया और पांच साल तक डेटा शेयरिंग पर रोक लगा दी.

डेटा शेयरिंग पर लगाया रोक

अब मेटा इस फैसले को चुनौती दे रहा है. कंपनी ने अदालत में कहा कि व्हाट्सएप और मेटा के बीच डेटा शेयरिंग पर रोक लगाने से पर्सनलाइज्ड एड देने में दिक्कतें आएंगी. मेटा का कहना है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सही तरीके से यूजर्स को टारगेट करने में परेशानी होगी. मेटा ने यह भी कहा कि उसकी डेटा शेयरिंग पॉलिसी से डेटा कलेक्शन नहीं बढ़ा है, बल्कि यह फीचर्स को बेहतर तरीके से इंटीग्रेट करने में मदद करती है. हालांकि CCI ने इस बात से सहमति नहीं जताई.

CCI का कहना है कि व्हाट्सएप की पॉलिसी ने यूजर्स को यह शर्तें मानने के लिए मजबूर किया है. अब CCI चाहता है कि व्हाट्सएप यूजर्स को यह ऑप्शन मिले कि वे अपना डेटा मेटा के साथ शेयर करना चाहते हैं या नहीं.

आप CM हैं Women Fashion Designer नहीं… नीतीश कुमार के बयान पर तेजस्वी का तंज

राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की, जिन्होंने दावा किया था कि दो दशक पहले सत्ता संभालने के बाद राज्य में महिलाओं की पहनावे की पसंद में सुधार हुआ है. मुख्यमंत्री ने इस आशय की टिप्पणी उस समय की, जब वह राज्यव्यापी “प्रगति यात्रा” के तहत बेगूसराय जिले में थे. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि वह राज्य के मुख्यमंत्री हैं. कोई महिला फैशन डिजाइनर नहीं. महिलाओं को लेकर इस तरह की टिप्पणी करना बंद करें.

पूर्व उप मुख्यमंत्री यादव ने फेसबुक पर एक वीडियो क्लिप साझा की, जिसमें जदयू सुप्रीमो की ओर से लड़कियों के कपड़े पहनने को लेकर टिप्पणी की जा रही है.

बिहार की आधी आबादी का अपमान: तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने अपने फेसबुक पोस्ट पर शेमऑननीतीश का हैशटैग करते हुए नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि साल 2005 से पहले भी बिहार की बेटियां कपड़ों के साथ-साथ स्वावलंबन, स्वाभिमान और सम्मान भी पहनती थीं.

उन्होंने सीएम से सचेत करते हुए कहा कि वह खुद स्त्री परिधान वैज्ञानिक नहीं बनें और वह राज्य के मुख्यमंत्री हैं, कोई महिला फैशन डिजाइनर नहीं. उन्होंने कहा कि स्त्री परिधान एक्सपर्ट बनकर वह अपनी घटिया सोच का प्रदर्शन करना बंद कर दें. उन्होंने कहा कि यह बयान बिहार की आधी आबादी की अपमान है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो उन्हें मासिक भत्ता दिया जाएगा.

महिलाओं पर लालू की टिप्पणी से मचा था विवाद

बता दें कि नीतीश कुमार का बयान उस समय आया है, जब नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा शुरू करने का ऐलान किया था और तेजस्वी के पिता और राजद के संरक्षक लालू प्रसाद यादव ने नीतीश पर एक भद्दी टिप्पणी थी थी. उन्होंने कथित रूप से कहा था कि वह नयन सेंकने जा रहे हैं.

नीतीश की ‘महिला संवाद यात्रा’ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था, “नयन सेंकने जा रहे हैं.” इस टिप्पणी की एनडीए नेताओं ने व्यापक आलोचना की थी, जिन्होंने इसे महिलाओं पर अपमानजनक हमला माना और लालू यादव से माफी की मांग की.

महाकुंभ में अव्यवस्था पर फूटा गुबार, धरने पर बैठी जूना अखाड़ा की महिला संन्यासी, लगाए ये आरोप

सेक्टर 6-7 में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया था, उन्होंने पीने का पानी नहीं होने की शिकायत की थी. अब शनिवार को जूना अखाड़ा की महिला साधु सामने आई हैं और प्रदर्शन किया है. महिला साधुओं ने आरोप लगाया है कि जहां मेला अधिकारी तक शिकायत पहुंचाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने अपने अखाड़े में प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है.

जानकारी के मुताबिक सन्यासिनी श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा की महिला संन्यासियों ने आज महाकुंभ मेले में अपने अखाड़े में विरोध प्रदर्शन किया है. महिला संन्यासियों का कहना है कि उनके अखाड़े में प्रशासन ने पुख्ता व्यवस्थाएं नहीं उपलब्ध कराई हैं. उन्होंने कई तरह की असुविधाओं की शिकायत भी की है. महिला संन्यासियों ने बताया कि जहां पर वह रुकी हुई हैं, वहां पर उन्हें नीचे जमीन पर सोना पड़ रहा है. गद्दों की व्यवस्था नहीं की गई है.

नहीं हैं ये व्यवस्थाएं

पंच दशनाम जूना अखाड़ा की महिला संन्यासियों ने कहा कि जहां पर रह रही हैं वहां पर उन्हें जमीन पर सोना पड़ रहा है, उन्हें गद्दे की व्यवस्था नहीं की गई. साथ ही सर्दियों में लकड़ी की व्यवस्था भी नहीं है. बाथरूम की व्यवस्था भी नहीं और टीन शेड भी नहीं दिया गया जिससे ऊपर से पानी भी चू रहा है. उन्होंने कहा कि यह सारी अव्यवस्थाएं अब बर्दाश्त के बाहर हो गई हैं. पहले अमृत स्नान के दिन भी अव्यवस्था होने की वजह से कई महिला साधु स्नान के वक्त चोटिल हो गईं थीं.

अगले अमृत स्नान में नहीं लेंगी हिस्सा

महिला संन्यासियों ने कहा है कि उन्होंने इन अव्यवस्थाओं की शिकायत मेला अधिकारी विजय किरन से की है. विजय किरन ने आश्वासन तो दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद भी मेला अधिकारी ने उनकी सुनवाई नहीं की. महिला संन्यासियों ने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह अगले अमृत स्नान में हिस्सा नहीं लेंगी.

महाकुंभ मेला में आयोजित की जाने वाली संगोष्ठी में शामिल नहीं होंगे,जस्टिस यादव

इलाहाबाद होई कोर्ट के जज शेखर यादव महाकुंभ मेला में आयोजित की जाने वाली संगोष्ठी में शामिल नहीं होंगे. आयोजक की तरफ से इसकी जानकारी दी गई. दरअसल, जस्टिस शेखर यादव ने विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में एक भाषण दिया था. बाद में ये भाषण काफी विवादों के घेरे में रहा. हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए इनके बयान का समर्थन किया था.

पिछले साल दिसंबर के महीने में उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में भाषण दिया, जिसके बाद उनपर तमाम तरह के आरोप लगाए गए. अब महाकुंभ 2025 में 22 जनवरी को एक संगोष्ठी के आयोजन में मुख्य भाषण देना था, इसके लिए उन्हें बुलाया गया था लेकिन, अब वह इसमें भाग नहीं लेंगे.

क्या बताया कारण?

आयोजकों ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि जस्टिस यादव ने 22 जनवरी के दिन को एक जरूरी काम होने की बात कही है. इस कारण से वो राष्ट्रीय संगोष्ठी राम मंदिर आंदोलन और गोरक्षपीठ के सेमिनार में शामिल नहीं हो पाएंगे.

इस संगोष्ठी के संयोजक शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि आयोजन समिति के कुछ सदस्यों ने पहले जस्टिस यादव के इस कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति ली थी. लेकिन अब इस दिन उनका अहम कार्य दिवस पर है इसलिए वो कुंभ मेला क्षेत्र में नहीं जा पाएंगे.

इसके बारे में उन्होंने संगोष्ठी के आयोजकों को सूचना दे दी है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ के अवसर पर यह संगोष्ठी आयोजित की जा रही है. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक अशोक बेरी और विहिप के वरिष्ठ नेता बड़े दिनेश सिंह संगोष्ठी को संबोधित करेंगे. उन्होंने बयान में कहा था कि समान नागरिक संहिता का मुख्य उद्देश्य सामाजिक सद्भाव, लैंगिक समानता और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना है.

अगले दिन, जस्टिट के संबोधन के वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुए, जिस पर कई हलकों से तीखी प्रतिक्रिया हुई और विपक्षी नेताओं ने उनके कथित बयान पर सवाल उठाए और इसे घृणा भाषण करार दिया.

6 मिनट में 12 करोड़ की लूट…भागते वक्त कैसे पुलिस को दिया चकमा?

कर्नाटक के मंगलुरु में चार से पांच बदमाशों ने बैंक से डकैती की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया. हथियारों से लैस बदमाशों ने कोटेकर सेवा कोऑपरेटिव बैंक से 12 करोड़ रुपये की नकदी लूटकर फरार हो गए. वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि पुलिस की जांच को भटकाने के लिए आरोपी दो एक जैसी गाड़ी लेकर आए थे, जिसमें एक कार मंगलुरु की तरफ चली गई थी. वहीं, दूसरी कार केरल की ओर चली गई थी.

लूट की घटना उस समय हुई जब एक तरफ शहर में सीएम का कार्यक्रम चल रहा था. वहीं, दूसरी ओर शुक्रवार की नमाज चल रही थी. पुलिस की जांच में सामने आया है कि पांच साल पहले भी कोटेकर सेवा कोऑपरेटिव बैंक में डकैती हो चुकी है. जिस समय बदमाशों से बैंक से डकैती की उस समय बैंक के CCTV कैमरे रिपेयरिंग के लिए गए हुए थे. पुलिस को शक है कि इस डकैती को एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. जांच में सामने आया है कि केवल 6 मिनट के अंदर ही बदमाश 12 करोड़ रुपये लूट कर भाग गए थे.

चकमा देने के लिए दो कार लेकर आए थे बदमाश

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस डकैती की घटना बैंक का कोई अधिकारी शामिल हो सकता है. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी डकैती की घटना को अंजाम देने और पुलिस को चकमा देने के लिए दो एक जैसी कार लेकर आए थे. हाईवे पर पहुंचते ही बदमाशों की एक कार मंगलुरु की ओर चली गई, जबकि दूसरी कार केरल की ओर चली गई थी.

हथियार की नोक पर 12 करोड़ लूटे

इस प्रकार लुटेरे दो कारों में अलग हो गये. इसके अलावा लुटेरों ने वारदात को अंजाम देते हुए बैंक स्टाफ के मोबाइल फोन भी छीन लिए थे. लुटेरों का एक ग्रुप मंगलुरु शहर की ओर आया और मोबाइल फोन फेंक कर भाग गया. लुटेरों ने मोबाइल फोन को मंगलुरु -उडुपी सीमा क्षेत्र हेजमाडी के पास फेंक दिया था. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है. आरोपी हथियार की नोक पर बैंक से 12 करोड़ रुपये की नकदी और सोना लूट कर ले गए हैं

CCTV कैमरे की जांच में जुटी पुलिस

घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार के लिए दो टीमों का गठन किया गया है, जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस ने राज्य और जिले की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है. बैंक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की पुलिस जांच कर रही है.

बैंक मैनेजर ने गर्लफ्रेंड की बेवफाई से दुखी होकर दी जान, पुलिस ने दर्ज किया केस

बिहार के मुजफ्फरपुर में बैंक मैनेजर की सुसाइड से हड़कंप मच हुआ. गर्लफ्रेंड से मिली बेवफाई की कारण बैंक मैनेजर ने फांसी लगाकर जान दे दी. दोनों की शादी तय हो चुकी थी. लेकिन ऐन वक्त पर लड़की पक्ष की ओर से रिश्ता तोड़ दिया गया, जिसके बाद बैंक मैनेजर डिप्रेशन का शिकार हो गया और घातक कदम उठा लिया. जानकरी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.

पुलिस को शव के पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आत्महत्या की वजह लड़की समेत 6 लोग बताए गए हैं. पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर केस दर्ज किया है. मामले की जांच की जा रही है. पुलिस ने कटिहार जिले के बरसोई इलाके की एक युवती, उसके पिता, बहनोई समेत छह लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. इन सभी पर साजिश के तहत शादी तय करके तोड़ने व सुसाइड के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है.

बैंक में पोस्टिंग के दौरान हुआ लड़की से प्रेम

सुसाइड की घटना भगवानपुर इलाके की है. जानकारी देते हुए मृतक विशु प्रियदर्शी के भाई ने बताया कि विशु की कटिहार में पोस्टिंग के दौरान एक लड़की से प्रेम हो गया था. दोनो एक दूसरे से खूब बात करते थे. उन्होंने बताया कि उनका भाई मुजफ्फरपुर के भगवानपुर स्थित सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यलय में मैनेजर था. पूर्व में वह कटिहार के बारसोई में शाखा प्रबंधक के पद पर नवंबर 2020 से अप्रैल 2022 तक कार्यरत था. इस दौरान युवती ने उन्हें प्रेम जाल में फंसा लिया. उनका भाई युवती के प्यार में इतना पागल हो गया था कि लड़की जो बोलती थी वह खरीदकर दे देता था.

शादी का झांसा देकर ऐंठे रुपये

इसके बाद परिवार की ओर से शादी की सहमति दे दी गई थी. आरोप है कि शादी का झांसा देकर युवती ने उनके भाई से रुपये ऐंठे. बाद में आरोपितों ने अंतरजातीय विवाह करने से इनकार कर दिया. मृतक के भाई ने बताया कि जब उसके परिवारवालों ने लड़की के पिता से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वो रिटायर्ड शिक्षक हैं और सामाजिक व्यक्ति हैं. बेटी का अंतरजातीय विवाह नहीं करेंगे. मृतक के भाई ने बताया कि उसके परिवार को मनाने के लिए कटिहार स्थित घर पर भी गए, लेकिन लड़की के बहनोई के हस्तक्षेप के बाद शादी से इंकार कर दिया गया.

मरने से पहले लिखा सुसाइड नोट

मृतक के भाई ने बताया कि इस विवाह के रिजेक्ट होने पर विशु डिप्रेशन में चला गया. वह मानसिक रूप से बीमार रहने लगा. शादी नहीं होने से वो इस कदर आहत था कि उसने सुसाइड नोट लिखा और अपनी जान दे दी. वहीं थानेदार अस्मित कुमार ने बताया कि घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

महिलाओं को लेकर फिसली नीतीश कुमार की जुबान, जानें क्या कहा गए

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीसरे चरण की प्रगति यात्रा पर आज बेगूसराय पहुंचे हैं. यहां उन्होंने जनता से बातचीत की. इसी दौरान उन्होंने महिलाओं को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया, जिसके बाद एक बार फिर विवाद छिड़ गया है.

जीविका दीदियों से बातचीत के दौरान उन्होंने पूछा कि पहले लड़कियां कपड़ा पहनती थी जी? अब कितना बढ़िया हो गया है. सब कितना अच्छा पहन रही हैं और बोलती है कितना बढ़िया हैं. पहले यह बात नहीं बोल पाती थी. अब बहुत अच्छा हो गया है. अब कितना अच्छा लग रहा है. जब महिलाएं बढ़िया कपड़ा पहनकर कार्यक्रम में उपस्थित हो रही हैं.

इस बयान को कैसे काउंटर करेंगे नीतीश

नीतीश के इस बयान को लेकर अब कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. लोग नीतीश के इस बयान पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं. लोगों की माने तो एक मुख्यमंत्री को इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए. पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए अपनी बात रखनी चाहिए. जिससे किसी भी भावनाएं आहत न हों. अब देखना हो कि नीतीश अपने इस बयान का काउंटर कैसे करते हैं.

नीतीश की इस यात्रा को लेकर RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार यात्रा पर नहीं, बल्कि ‘आंख सेंकने’ जा रहे हैं.

कैसा है नीतीश की प्रगति यात्रा का रूट

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तीसरे चरण की प्रगति यात्रा का शुभारंभ खगड़िया जिले से हुआ. तीसरे चरण में 20 जनवरी, 21 जनवरी, 22 जनवरी, 27 जनवरी और 28 जनवरी को मधेपुरा में रात्रि विश्राम करेंगे. इस फेज में सीएम की 29 जनवरी तक कुल 9 जिलों में प्रगति यात्रा होगी.

प्रधानमंत्री मोदी ने की पिक्सेल स्पेस की सराहना, देश का पहला प्राइवेट सैटेलाइट लॉन्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर भारत की पहली प्राइवेट सैटेलाइट कॉन्स्टेलेशन को लॉन्च करने के लिए पिक्सल स्पेस की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह भारतीय युवाओं की असाधारण प्रतिभा और स्पेस इंंडस्ट्री में निजी क्षेत्र की बढ़ती क्षमताओं को बताता है. बेंगलुरु की कंपनी ने लॉन्च किया देश का पहला प्राइवेट सैटेलाइट पिक्सेल ने अप्रैल 2022 में अपना स्पेस सफर शुरू किया.

बेंगलुरु की एक स्पेस स्टार्टअप कंपनी पिक्सेल ने बुधवार को देश का पहला निजी इमेजिंग सैटेलाइट कॉन्स्टेलेशन लॉन्च किया. इस कॉन्स्टेलेशन को अमेरिका के कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया. ‘फायरफ्लाई’ कॉन्स्टेलेशन के तीन सैटेलाइट्स को पृथ्वी की ऑर्बिट में 550 किलोमीटर नीचे स्थापित किया गया है.

बिरला इंस्टीट्यूट के छात्रों की पहल

पिक्सेल की स्थापना 2019 में अवैस अहमद और क्षितिज खंडेलवाल ने की थी, दोनों उस समय बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी में पढ़ाई कर रहे थे. उन्होंने शुरुआती दौर में 95 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया, जो इस कंपनी के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है. पिक्सेल के इन सैटेलाइट्स का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी की ऑर्बिट में मौजूद अंतरिक्षीय वस्तुओं की निगरानी करना और पृथ्वी के महत्वपूर्ण डेटा को सटीकता से रिकॉर्ड करना है.

पूर्व इसरो प्रमुख ने भी की सराहना

पूर्व इसरो प्रमुख डॉ. सोमनाथ ने पिक्सेल की इस सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि ‘हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग क्षमता का यह प्रभाव इस क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात साबित होगा.’ पिक्सेल के इन सैटेलाइट्स को महत्वपूर्ण जलवायु डेटा और पृथ्वी से संबंधित जानकारी के लिए डिजाइन किया गया है. ‘फायरफ्लाई’ कॉन्स्टेलेशन उन्नत स्पेक्ट्रल क्षमताओं, रीयल-टाइम डेटा संग्रह और व्यापक अनुप्रयोगों से लैस है.

अब तक भारत में सटीक पृथ्वी इमेजिंग सैटेलाइट्स का संचालन मुख्य रूप से इसरो करता रहा है, जिसके पास मौजूदा समय में लगभग 52 सैटेलाइट्स हैं. लेकिन पिक्सेल जैसी कंपनियां प्राइवेट सेक्टर में स्पेस लॉन्चिंग को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं.

गुजरात: स्कूल में घुस गया शेर, किसका किया शिकार? पहुंची वन विभाग की टीम

गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के एक निजी स्कूल में शेर के घूमने का मामला सामने आया है. बच्चे स्कूल आने की तैयारी कर रहे थे कि अचानक उन्हें सूचना मिली कि स्कूल के अंदर शेर आ गया है. इस कारण से उनकी छुट्टी कर दी गई है. मौसम के बदलते स्वरूप और शिकार की तलाश में जंगली जानवर अक्सर जंगलों से बाहर निकलकर शहरों की तरफ आ जाते है. स्कूल में शेर के घूमने का वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है.

गिर सोमनाथ के ऊना के हरसिद्धि नगर स्थित एक निजी स्कूल में शिकार की तलाश में एक शेर घुस गया. सौभाग्य से, जब शेर स्कूल में आया, तो शिक्षकों ने स्कूल आने वाले बच्चों को बाहर ही रोक दिया. उनाना देलवाड़ा रोड पर हाई स्कूल के पीछे हरसिद्धि नगर स्थित गायत्री स्कूल में शेर शिकार की तलाश में आया. शिकार की तलाश में एक शेर ने एक बछड़े को मार डाला और स्कूल की बिल्डिंग के पीछे उसे खा रहा था. इसके बाद शेर आराम से स्कूल के ग्राउंड में घूम रहा था.

स्कूल में दिखा शेर

स्कूल में प्रवेश करते हुए, शेर स्कूल के ऊपरी हिस्से की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर चढ़ गए, लेकिन ऊपर जाने वाले रास्ते के बंद होने के कारण वह नीचे उतर आया. सुबह जब स्कूल के शिक्षकों को स्कूल के मैदान में शेर की मौजूदगी की जानकारी मिली तो स्कूल आने वाले छात्रों को बाहर एंट्री करने से पहले ही रोक दिया गया और कुछ छात्रों की छुट्टी भी कर दी गई. बाद में शिकार की तलाश में शेर स्कूल के मैदान से बाहर आ गया.

वन विभाग ने चलाया ऑपरेशन

इस पूरी घटना का वीडियो स्कूल के सामने रहने वाले लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया. ऐसे में सुबह जब रिहायशी इलाके में शेर आ गया तो लोगों की सांसें थम सी गई थी. स्कूल प्रशासकों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी, जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारी स्कूल पहुंचे और शेर को वहां से हटाने के लिए ऑपरेशन चलाया. गौरतलब है कि गिर सोमनाथ, अमरेली और जूनागढ़ में ऐसे दृश्य समय-समय पर देखने को मिलते रहते हैं. शेर, शेरनी और तेंदुए जैसे जानवरों का डर लोगों को लगातार सताता रहता है.