गुजरात: स्कूल में घुस गया शेर, किसका किया शिकार? पहुंची वन विभाग की टीम

गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के एक निजी स्कूल में शेर के घूमने का मामला सामने आया है. बच्चे स्कूल आने की तैयारी कर रहे थे कि अचानक उन्हें सूचना मिली कि स्कूल के अंदर शेर आ गया है. इस कारण से उनकी छुट्टी कर दी गई है. मौसम के बदलते स्वरूप और शिकार की तलाश में जंगली जानवर अक्सर जंगलों से बाहर निकलकर शहरों की तरफ आ जाते है. स्कूल में शेर के घूमने का वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है.

गिर सोमनाथ के ऊना के हरसिद्धि नगर स्थित एक निजी स्कूल में शिकार की तलाश में एक शेर घुस गया. सौभाग्य से, जब शेर स्कूल में आया, तो शिक्षकों ने स्कूल आने वाले बच्चों को बाहर ही रोक दिया. उनाना देलवाड़ा रोड पर हाई स्कूल के पीछे हरसिद्धि नगर स्थित गायत्री स्कूल में शेर शिकार की तलाश में आया. शिकार की तलाश में एक शेर ने एक बछड़े को मार डाला और स्कूल की बिल्डिंग के पीछे उसे खा रहा था. इसके बाद शेर आराम से स्कूल के ग्राउंड में घूम रहा था.

स्कूल में दिखा शेर

स्कूल में प्रवेश करते हुए, शेर स्कूल के ऊपरी हिस्से की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर चढ़ गए, लेकिन ऊपर जाने वाले रास्ते के बंद होने के कारण वह नीचे उतर आया. सुबह जब स्कूल के शिक्षकों को स्कूल के मैदान में शेर की मौजूदगी की जानकारी मिली तो स्कूल आने वाले छात्रों को बाहर एंट्री करने से पहले ही रोक दिया गया और कुछ छात्रों की छुट्टी भी कर दी गई. बाद में शिकार की तलाश में शेर स्कूल के मैदान से बाहर आ गया.

वन विभाग ने चलाया ऑपरेशन

इस पूरी घटना का वीडियो स्कूल के सामने रहने वाले लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया. ऐसे में सुबह जब रिहायशी इलाके में शेर आ गया तो लोगों की सांसें थम सी गई थी. स्कूल प्रशासकों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी, जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारी स्कूल पहुंचे और शेर को वहां से हटाने के लिए ऑपरेशन चलाया. गौरतलब है कि गिर सोमनाथ, अमरेली और जूनागढ़ में ऐसे दृश्य समय-समय पर देखने को मिलते रहते हैं. शेर, शेरनी और तेंदुए जैसे जानवरों का डर लोगों को लगातार सताता रहता है.

मौसम अलर्ट: दिल्ली में बारिश की संभावना, MP-बिहार में कोल्ड डे, यूपी में कोहरे का अलर्ट

दिल्ली समेत देश भर के मौसम में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. ठंड के साथ साथ कभी लोगों पर कोहरा सितम ढा रहा है तो कभी बारिश परेशान कर रही है. मौसम विभाग के मुताबिक,पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है.मौसम विभाग ने कहा कि अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने का अनुमान नहीं है और इसके बाद यह धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री तक बढ़ जाएगा.

विभाग के अनुसार दिल्ली में 18 जनवरी को सुबह और रात के वक्त हल्का से घना कोहरा छाया रह सकता है , जिसकी वजह से येलो अलर्ट जारी किया गया है. दिल्ली में 18 जनवरी को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. वहीं 17 जनवरी को न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.2 डिग्री अधिक था. विभाग के अनुसार, दिल्ली में 22 जनवरी और 23 जनवरी को एक बार फिर बारिश होने का अनुमान है.

ठंड से नहीं मिलेगी राहत

उत्तर प्रदेश में फिलहाल अभी एक हफ्ते तक ठंड से राहत रहने नहीं मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार 18 जनवरी को राज्य के कई इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की उम्मीद है. इसके अलावा दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है. इसके अलावा यूपी में 19 और 20 जनवरी को मौसम शुष्क रह सकता है. बिहार मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगले तीन दिनों तक राज्य के अधिकांश जिलों में कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी.साथ ही न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने का पूर्वानुमान है, जिस वजह से येलो अलर्ट जारी है.

हल्की बारिश होने की संभावना

राजस्थान में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और शुक्रवार को अनेक इलाकों में सुबह घने कोहरे के साथ हुई.राज्य में कई जगह न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को भी कहीं-कहीं ‘शीत दिवस’ दर्ज होने और आने वाले दिनों में 2-3 दिन कहीं-कहीं घना कोहरा छाने की संभावना है.इसके साथ ही 21-22 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से राज्य के उत्तर-पश्चिमी व उत्तर-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है.

तापमान में होगी गिरावट

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले एक से दो दिन तापमान में बदलाव देखने को मिल सकता है.साथ ही दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है.इसके अलावा ग्वालियर, रीवा और उज्जैन संभाग के जिलों में बारिश और कोहरे की संभावना जताई है.हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में 17 जनवरी को पारा एक से पांच डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में तापमान 6-10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया.

मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान

कश्मीर में बर्फबारी के बाद अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और मौसम विभाग ने यहां अगले तीन दिनों में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के बाद कश्मीर में शीतलहर और तेज हो गई तथा अधिकतर स्थानों पर रात के समय तापमान में गिरावट दर्ज की गई. कश्मीर के पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.

सैफ पर हमले के 50 घंटे बाद कहां तक पहुंची जांच, पुलिस को क्या मिला?

बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हमले के करीब 50 घंटे हो गए लेकिन पुलिस अभी तक खाली हाथ है. 50 घंटे बाद भी हमलावर फरार है. मुंबई पुलिस में अपनी जांच में जुटी हुई है. अब तक 40-50 लोगों से पूछताछ की गई है. पुलिस सीसीटीवी के आधार पर संदिग्ध की तलाश कर रही है. वहीं, इस बीच मुंबई पुलिस ने लीलावती अस्पताल जाकर सैफ अली खान और करीना कपूर का बयान दर्ज किया है.

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर कब सुलझेगी इस केस की गुत्थी, हमलावर की गिरफ्तारी कब होगी, कहां तक पहुंची पुलिस की जांच? सैफ पर हमले को लेकर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस को कुछ अहम सबूत मिले हैं. जल्द केस का खुलासा होगा.

उस रात को क्या हुआ?

15-16 जनवरी की देर रात एक अनजान शख्स सैफ अली खान के घर में घुस गया. वह उनके बेटे जेह की तरफ बढ़ रहा था. उसके घुसने की आहट सुनकर उनकी नौकरानी जाग उठी और चिल्लाने लगी. नौकरानी की चिल्लाने की आवाज सुनकर सैफ बाहर आए. इस दौरान सैफ और हमलावर में झड़प हो गई है. इसके बाद हमलावर ने सैफ पर चाकू से हमला कर दिया. उसने सैफ पर चाकू से 6 वार किए. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. सैफ के घर हमलावर के जाने और आने का वीडियो सीसीटीवी कैद है.

वारदात के वो 55 मिनट!

हमलावर ने सीढियों के जरिए रात के एक बजकर 38 मिनट पर सैफ के घर एंट्री ली जबकि 2 बजकर 33 मिनट पर वह उनके घर से एग्जिट हुआ. हमला इसी दौरान हुआ. एंट्री और एग्जिट के बीच 55 मिनट का अंतर रहा. जब वह सीढ़ियों पर चढ़ा और जब सीढ़ियों से उतरा तो इसके बीच का अंतर लगभग 55 मिनट का था. इसी बीच इस हमलावर ने सैफ पर इतना बड़ा हमला कर दिया.

वह बच्चे के कमरे तक पहुंच गया था. स्टाफ नर्स के मुताबक, वह बाथरूम में भी छुपा रहा फिर नर्स से उसका झगड़ा हुआ. इस दौरान सैफ पहुंच गए. सैफ से उसकी हाथापाई हुई. उसने सैफ पर 6 वार भी कर दिए और बड़ी आसानी से वहां से भाग भी निकला. सीसीटीवी फुटेज में ये सारी चीजें रिकॉर्ड हैं. मुंबई पुलिस की 20 टीमें इस मामले की जांच कर रही है. इसके अलावा क्राइम ब्रांच की कई टीमें भी जांच में जुटी हैं.

सैफ खतरे से बाहर, 7 दिन का रेस्ट

लीलावती अस्पताल के डॉक्टरों ने आज यानी शुक्रवार को सैफ अली खान का हेल्थ बुलेटिन जारी किया. डॉक्टरों ने कहा कि सैफ को आईसीयू से बाहर निकाल कर उन्हें स्पेशल रूम में शिफ्ट किया गया है. वो खून से लथपथ आए थे. मगर अब वो अब खतरे से बाहर हैं. उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है. उन्हें एक हफ्ते आराम की जरूरत है.

कहां तक पहुंची पुलिस की जांच?

पुलिस सीसीटीवी के आधार पर संदिग्ध की तलाश कर रही है. जो सीसीटीवी सामने आया है, उसके मुताबिक संदिग्ध की उम्र 35 से 40 साल के बीच है. उसका रंग सांवला है और शरीर पतला. उसकी हाईट करीब 5 फीट 5 इंच है. गले में गमछा डाल रखा था. गहरे रंग की शर्ट और गहरे रंग की पैंट पहन रखी थी. सैफ पर हमला करने वाले संदिग्ध की नई तस्वीर सामने आई है, जिसमें संदिग्ध आरोपी हुलिया बदलकर घूम रहा था. बताया जा रहा है कि संदिग्ध ने हमले के बाद कपड़े बदले थे. तस्वीर में आरोपी आसमानी कलर का शर्ट पहने हुए नजर आ रहा है. उसने कंधे पर एक काले रंग का बैग भी लटका रखा है. इससे पहले एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी.

चोरी या इरादा कुछ और…?

सवाल उठ रहा है कि क्या हमलावर सिर्फ चोरी के इरादे से आया था? सैफ अली खान के शरीर में से जो चाकू का टुकड़ा निकला है, उससे से ऐसा नहीं लगता. इसका मतलब यही है कि हमलावर ने पूरी ताकत से सैफ पर हमला किया था, जिससे ये टूट-कर शरीर में जा धंसा. सवाल ये है कि क्या कोई चोर इस कदर हमला कर सकता है या फिर वो कोई पेशेवर हत्यारा था, जिसका मकसद सैफ की जान लेना था? लीलावती अस्पताल में सैफ की गुरुवार को सर्जरी की गई थी. कल यानी शुक्रवार को उन्हें आईसीयू से स्पेशल रूम में शिफ्ट किया गया था.

सैफ-करीना के बयान दर्ज

सैफ अली खान केस को लेकर मुंबई पुलिस ने करीना का बयान दर्ज किया है. पुलिस ने लीलावती अस्पताल जाकर सैफ का भी बयान दर्ज किया. वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूदगी में उनका बयान दर्ज किया गया. वारदात के करीब 50 घंटे बाद भी पुलिस खाली हाथ है. उसे अब तक इस केस जुड़े कोई सुराग नहीं मिले हैं. अब तक 40-50 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. इसके अलावा जिन लोगों से पूछताछ हुई है, उन लोगों में 3 गार्ड, सैफ का स्टॉफ, सोसाइटी के 4 लोग शामिल हैं.

इसके अलावा डॉक्टर्स की टीम से भी जानकारी ली गई है. 2 संदिग्ध लोगों से पूछताछ हुई है. 5 अनजान लोग और परिवार के लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. जिन दो संदिग्ध को हिरासत में लिया गया था. कल यानी शुक्रवार को जिस एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया था, वह सैफ केस में शामिल नहीं था इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया था.

इस एंगल पर भी जांच जारी

क्या सीसीटीवी में दिखा शख्स ही हमलावर है?

हमलावर की घर में एंट्री में मदद किसने की?

घर की रेकी हुई तो कब और किसने की ?

चाकू का एक टुकड़ा मिला है दूसरा हिस्सा कहां है?

हमलावर पर पुलिस का खुलासा

मुंबई पुलिस सूत्रों से हमलावर पर बड़ा खुलासा हुआ है. इसके मुताबिक, सैफ अली खान के घर रेकी का शक है. हमलावर पहले भी सैफ के घर जा चुका था. वह सैफ के घर से अच्छी तरह से वाकिफ था. वह घर में एंट्री का रास्ता जानता था. उसका भागने का प्लान तैयार था. हमालर को फायर एग्जिट सीढ़ियों का पता था. वह सीसीटीवी के ब्लाइंड स्पॉट का पता था. पुलिस का कहना है कि हमलावर के और भी मददगार हो सकते हैं. उसके मददगारों की भी तलाश जारी है. सभी विजिटर्स की जांच हो रही है.

WhatsApp पर रेलवे के तीन नंबर कर लें सेव, खाने से लेकर डॉक्टर और टिकट बुकिंग कर देंगे सब

अक्सर ट्रेन से सफर करते हैं. ये तीन वॉटसऐप नंबर आपके काम आ सकते हैं. ये तीनों नंबर आपकी जान और समय दोनों बचा सकते हैं. इनमें आपको ट्रेन की टिकट बुक करने से लेकर ट्रेन में बैठे-बैठे खाना ऑर्डर करना हो या तबीयत खराब होने पर डॉक्टर को बुलाना हो सब कुछ वॉट्सऐप के जरिए हो जाएगा. यहां इन तीनों नंबर की डिटेल्स जानें और इन्हें आप कैसे काम में ला सकते हैं. इसके बारे में सब कुछ यहां पढ़ें. इसके बाद आपका ट्रेन का सफर मजे से गुजरेगा.

वॉट्सऐप पर ये तीन नंबर करेंगे कमाल

1-- 9881193322: अगर आप वॉट्सऐप के जरिए ही ट्रेन की टिकट बुक करना चाहते हैं तो इस नंबर को फोन में सेव कर लें. इस नंबर से आप ट्रेन की टिकट बुक कर सकते हैं. ट्रेन का पीएनआर स्टेट्स चेक कर सकते हैं. ट्रेन का लाइव स्टेटस देख सकते हैं. इसके अलावा ट्रेन का शेड्यूल आदि चेक कर सकते हैं.

2--8750001323: ट्रेन में बैठे-बैठे भूख लग जाए तो परेशान ना हों आप अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही अपना खाना ऑर्डर कर सकते हैं. इसके लिए बस आपको फोन में ये नंबर सेव करना होगा. इसके बाद वॉट्सऐप पर मैसेज करना होगा. ऑन स्क्रीन आने वाले इंस्ट्रक्शन और सवालों का जवाब देकर फूड ऑर्डर कर सकते हैं.

3- 138: ट्रेन में आपकी या किसी और की तबीयत खराब हो जाए तो आप इस नंबर के जरिए डॉक्टर सर्विस हासिल कर सकते हैं. आपको अगले ही स्टेशन पर डॉक्टर की टीम मिल जाएगी. जो आपकी जरूरत और सिचुएशन के हिसाब से आपको हैंडल करेगी.

ये है प्रोसेस

इन नंबर को सेव करने के बाद आपको वॉट्सऐप पर चैट सेक्शन में जाकर हाय का मैसेज सेंड करना होगा. इसके बाद आपको सर्विस ऑप्शन का मैसेज आएगा. उसमें से जो सर्विस आपको चाहिए वो सलेक्ट करें. आपको ऑन स्क्रीन इंस्ट्रक्शन को फॉलो करना है इसके बाद आपका काम पूरा हो जाएगा.

कोलकाता रेप-मर्डर केस: ट्रेनी महिला डॉक्टर मामले में फैसला कल, CBI ने आरोपी के लिए मांगी फांसी की सजा

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित कथित दुष्कर्म और हत्या के मामले में बहुप्रतीक्षित फैसला शनिवार को सुनाया जाएगा. आरजी कर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए इस घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया था. इस घटना के कारण देश भर में आक्रोश फैल गया था और लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन हुए थे. वहीं, इस मामले में मुकदमा दर्ज होने के 57 दिन बाद कल इसका फैसला आने वाला है.

नागरिक स्वयंसेवक के रूप में कार्यरत संजय रॉय पर पिछले साल 9 अगस्त को उत्तर कोलकाता के सरकारी अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर पर अपराध करने का आरोप लगाया गया था. मुकदमा दर्ज होने के 57 दिन बाद सियालदह अदालत के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिर्बन दास की अदालत में शनिवार को फैसला सुनाया जाएगा. आरोपी संजय रॉय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था.

CBI ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की है

अस्पताल के सेमिनार हॉल से महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. महिला के शरीर पर कई तरह के चोट के निशान मिले थे. वहीं, शव मिलने के एक दिन बाद 10 अगस्त को पुलिस ने कथित आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को ट्रांसफर कर दिया और एजेंसी ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की है.

लेडी ड़ॉक्टर से दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले की बंद कमरे में सुनवाई 12 नवंबर को शुरू हुई और 50 गवाहों से पूछताछ की गई. वहीं, आरोपी संजय रॉय के मुकदमे की सुनवाई 9 जनवरी को पूरी हुई थी. पीड़िता के माता-पिता ने कहा कि अपराध में अन्य लोग भी शामिल थे. उन्हें उम्मीद है कि अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने मामले की आगे जांच की मांग करते हुए अदालत में एक आवेदन भी दायर किया है.

इस अपराध के बाद कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने पीड़िता के लिए न्याय और सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाने की मांग करते हुए लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने इस जघन्य अपराध का विरोध किया, लेकिन पीड़िता के लिए न्याय की मांग करने वाले गैर-राजनीतिक आंदोलन अधिक सक्रिय रहे.

सुप्रीम कोर्ट ने एनटीएफ का किया था गठन

कोलकाता और राज्य के कुछ अन्य शहरों में नागरिकों ने पीड़ित डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए आधी रात में रैलियां निकालीं. पीड़ित डॉक्टर को कुछ लोगों ने ‘अभया’ जबकि अन्य ने ‘तिलोत्तमा’ नाम दिया. दुष्कर्म पीड़िता की पहचान उजागर करना कानून द्वारा निषिद्ध है. वहीं, कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन चलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने खुद इस मामले पर संज्ञान लिया था.

सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर राष्ट्रीय कार्य बल (एनटीएफ) का गठन किया था. कोर्ट ने देश भर में डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा के लिए एक ‘प्रोटोकॉल’ सुझाने के लिए इसका गठन किया था. वहीं, एनटीएफ ने पिछले साल नवंबर में शीर्ष अदालत के समक्ष एक रिपोर्ट दायर की थी.

दिल्ली विधानसभा चुनाव: कांग्रेस नेता विनेश फोगाट ने बीजेपी और AAP पर साधा निशाना, जानें क्या कहा

दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब 20 दिन से भी कम का समय बचा है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी है. दिल्ली में इस बार त्रिकोणीय मुकाबले के असार हैं. 10 साल से अधिक केंद्र और दिल्ली की सत्ता से बाहर रहने के बाद कांग्रेस भी पूरे दम खम के साथ मैदान में है. इस बीच पूर्व ओलंपियन और कांग्रेस नेता विनेश फोगाट ने शुक्रवार को बीजेपी के संकल्प पत्र पर निशाना साधा है. साथ ही आम आदमी पार्टी को भी निशाने पर लिया है.

हरियाणा के जुलाना से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि, ‘शिला दीक्षित जी ने भी दिल्ली के लिए काम किया. हम बीजेपी और AAP दोनों को देख चुके हैं. ये केवल एक दूसरे से झगड़ते हैं. जब दिल्ली में शिला दीक्षित की सरकार थी तब भी केंद्र में बीजेपी सत्ता में थी. लेकिन उन्होंने दिल्ली वासियों के लिए काम करके दिखाया.

‘हमारी पार्टी के लोगों ने बहुत खून पसीना बहाया है’

विनेश फोगाट ने कहा कि शिला दिक्षित ने जो काम करके दिखाया और पार्टी की जो विचारधारा हैं हम उसी को लेकर वोट मांग रहे हैं. लोगों को देखना चाहिए कि जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार है वहां सरकार ने सभी वादे पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास मजाक का नहीं रहा है. हमारी पार्टी के लोगों ने बहुत खून पसीना बहाया है. लोग जेल में रहे हैं तब जाकर पार्टी बनी है. पार्टी का इतिहास देखना हैं तो कांग्रेस के नए वाले मुख्यालय में जाकर देख सकते हैं.

उन्होंने कहा कि जाट समाज के लिए OBC आरक्षण सबसे पहले दिल्ली में शीला दीक्षित की कांग्रेस सरकार ने लागू किया था. आम आदमी पार्टी और बीजेपी एक झूठा प्रोपगेंडा फैलाने की कोशिश कर रही है. इनकी कथनी और करनी में हमेशा ही फर्क रहा है. जब मोदी सरकार तीन काले कृषि कानून लेकर आई थी, तब अरविंद केजरीवाल ने इसे स्वीकार कर लिया था. इससे साफ पता चलता है कि ये किसान और जाट के हितैषी नहीं हैं.

सिर्फ कॉपी पेस्ट का स्कीम चला रही BJP- फोगाट

विनेश फोगाट ने दिल्ली चुनाव के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो 2500 रुपए महिलाओं को देने का वादा कर रहे हैं वो कांग्रेस से कॉपी पेस्ट किया गया. ये लोग सिर्फ कॉपी पेस्ट का स्कीम चला रहे हैं. वहीं, बीजेपी द्वारा 5 रुपए में भरपेट खाने देने के वादे पर फोगाट ने कहा कि ये तो हंसी का पात्र है. आज की मंहगाई को देखें तो 5 रुपए में पानी की बोतल भी नहीं आती है.

रेसलर जैसी बॉडी, 7 फीट हाइट… महाकुंभ में आए रूस के रहने वाले ‘मस्कुलर बाबा’


उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में दुनियाभर से लाखों लोग भाग लेने पहुंच रहे हैं. यहां भारत के अलावा विदेशों से भी तीर्थयात्री और साधुओं का आगमन हो रहा है. हर बार की तरह इस बार भी कई संतों ने अपने तंबू स्थापित किए हैं. जिनमें से एक प्रमुख संत हैं जिनका नाम है आत्म प्रेम गिरि महाराज. ये संत अपने कद-काठी की वजह से ‘मस्कुलर बाबा’ के नाम से भी प्रसिद्ध हो गए हैं.

आत्म प्रेम गिरि महाराज की हाइट सात फीट है और वह केसरिया वस्त्र पहनते हैं. शरीर पर ‘रुद्राक्ष की माला’ धारण की हुई है. उनके महाकुंभ मेला में आगमन ने लोगों के बीच जिज्ञासा पैदा की है. उन्हें कई लोग भगवान परशुराम का आधुनिक रूप मान रहे हैं. परशुराम को योद्धा के रूप में पूजा जाता है. वह भगवान विष्णु के दशावतारों में से एक हैं.

प्रेमि गिरी महाराज मूल रूप से रूस के रहने वाले हैं. प्रेम गिरी महाराज ने 30 साल पहले सनातन धर्म को अपनाया था. इसके बाद से ही उन्होंने सनातन के प्रचार-प्रसार में अपना जीवन समर्पित कर दिया. पहले वह शिक्षक थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपने पेशेवर करियर को छोड़कर आध्यात्मिक यात्रा शुरू की. वर्तमान में वह नेपाल में निवास करते हैं और हिन्दू धर्म का प्रचार करते हैं. वह जूना अखाड़ा के सदस्य भी हैं, जो हिंदू संतों का एक प्रमुख संगठन है.

सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

इंस्टाग्राम पर एक यूज़र ने आत्म प्रेम गिरि महाराज की एक तस्वीर शेयर की है. इसमें उनकी प्रभावशाली कद-काठी को दिखाया गया है. इस पोस्ट को बहुत व्यूज मिले हैं और कमेंट सेक्शन में ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष से वह और भी चर्चित हो गए. आत्म प्रेम गिरि के अलावा महाकुंभ में कई और संतों की चर्चा हो रही है. इन्हीं में से एक हैं अभय सिंह जो पहले एयरोस्पेस इंजीनियर थे और अब ‘आईआईटी बाबा’ के नाम से प्रसिद्ध हैं. हरियाणा के निवासी अभय सिंह ने अपने करियर को छोड़कर आध्यात्मिक मार्ग पर चलने का फैसला किया.

और भी संतों की चर्चा

महंत राजपुरी जी महाराज भी आकर्षण का केंद्र हैं जिन्हें ‘कबूतर वाले बाबा’ के नाम से जाना जाता है. महंत राजपुरी जी के साथ एक अनोखा साथी है एक कबूतर जिसका नाम ‘हरी पुरी’ है और जो उनके सिर पर शांति से बैठा रहता है. उनके लिए यह कबूतर उनके जीवन के सिद्धांत – सभी जीवों के प्रति सहानुभूति और सद्भाव का प्रतीक है.

लखनऊ में जल्द शुरू होगी 'मुफ्त बिजली योजना', जानें क्या हैं इसके फायदे और कैसे मिलेगा लाभ

लखनऊ शहर वासियों को अब जल्दी ‘मुफ्त बिजली योजना’ का लाभ मिलने वाला है. बता दें कि शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय में महापौर और नगर आयुक्त के नेतृत्व में ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस योजना से आने वाले समय में लोग लाभान्वित होंगे. इस योजना के तहत दो किलोवाट तक 90 हजार की सब्सिडी मिलेगी. तीन किलोवाट पर एक लाख 90 हजार की सब्सिडी मिलेगी. साथ ही विभाग के साथ मिलकर वेंडर भी बन सकते हैं.

पंकज सिंह, सचिव यूपी नेडा ने बैठक में आए सभी पार्षदों से इस योजना में सक्रियता दिखाने और लोगों के जागरूक करने के लिए कहा. सचिव यूपी नेडा द्वारा बताया गया कि दो किलो वाट पर 90 हजार की सब्सिडी और तीन किलोवाट पर एक लाख 90 हजार की सब्सिडी मिलेगी. हमारे यहां वेंडर भी बन सकते हैं और अन्य लोग भी इसके साथ जुड़कर लाभ उठा सकते हैं. पूरी जानकारी के लिए अगर चाहें तो पीएम फोल्डर पर जाकर सर्च कर सकते हैं.

सचिव यूपी नेडा ने बताया कि इसमें सभी वर्ग के लोगों का ध्यान रखा गया है. इसमें जनसंपर्क फोल्डर भी जोड़ा गया है, जो तीन किलो वाट तक अगर लोन चाहते हैं तो उनको भी लोन दिया जा सकता है. उनके लिए स्टेट लेबर बैंकर्स की कमेटी बनाई गई है, जो सुनिश्तिच करेंगे कि सभी को लोन दिया जाए.

60 हजार का लोन होगा

जो पहला सेंटर प्रतिनिधि है, उसको 30000 और 15000 रुपए के हिसाब लोन मिलेगा और जो 15000 का एमी है, उसको आगे देना होगा. यह सुगम तरीके से बनाया गया है, जिससे पीएम सुविधा पोर्टल पर जाकर जानकारी कर सकते हैं. जानकारी के लिए ‘155243’ टोल फ्री नंबर जारी किया गया है. लखनऊ में हमारा विभूति खंड ऑफिस है. ऑफिस में भी आकर जानकारी ले सकते हैं.

भारत सरकार द्वारा इस योजना को लॉन्च किया गया है. सभी जगह सोलर रेडिएशन किया जा रहा है. पार्कों में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. सोलर पैनल को सभी जगह बढ़ावा दिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार लगातार सूचना को बढ़ा रही है. सभी सरकारी बिल्डिंग में भी सोलराइजेशन का प्रावधान दिया गया है. उसमें भी चयन करते हुए जल्दी लगाया जाएगा. लखनऊ में 654 बिल्डिंग हैं. चयन किया गया है, जिनका सर्वे किया जा रहा है. बहुत जल्द बात करके यहां भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे

जम्मू कश्मीर के राजौरी में रहस्यमयी बीमारी से 16 लोगों की मौत, जांच में जुटी एसआईटी

जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले के एक छोटे से गांव में अब तक एक-एक कर कुल 16 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, मौत की असली वजह क्या है इस अभी तक रहस्य बना हुआ है. इस रहस्यमयी बीमारी को लेकर गांव वालों के साथ अधिकारी तक हैरान हैं. वे पहली मौत के दो महीने बाद भी इसके कारणों के बारे में कुछ नहीं बता पाए हैं. करीब 2 हजार से ज्यादा सैंपल भी लैब भेजे गए लेकिन किसी भी वायरल या संक्रमण की कोई पुष्टि नहीं हुई.

सूत्रों ने बताया कि जट्टी बेगम नामक बुजुर्ग महिला की शुक्रवार को अज्ञात कारणों से मौत हो गई. उनकी उम्र 60 साल के करीब थी. इसके अलावा एक अन्य लड़की अब भी अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने बताया कि पीड़ित राजौरी जिले के कोटरंका उप-मंडल के बदहाल गांव के हैं. जहां पिछले साल दिसंबर से 3 परिवारों के 16 सदस्यों की मौत हो चुकी है. इनमें सात की मौत रविवार से अब तक हुई है.

मोहम्मद असलम के 6 बच्चों में से पांच की मौत

अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों के तीन घरों को सील कर दिया है. जबकि उनके 21 करीबी रिश्तेदारों को कड़ी निगरानी में रखने के लिए सरकारी देखभाल केंद्र में स्थानांतरित कर दिया है. अतिरिक्त उपायुक्त दिल मीर के नेतृत्व में एक टीम ने अभियान चलाया, जिसमें सुरक्षाकर्मी मौके पर तैनात थे. इस बीच, बधाल के पुलिस अधीक्षक (अभियान) वजाहत हुसैन की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जो मौत के मामलों की जांच करेगी.

जट्टी बेगम के पति मोहम्मद यूसुफ की तीन दिन पहले एक अस्पताल में मौत हो गई. वही, अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद असलम की 15 साल की बेटी यास्मीन कौसर की हालत गंभीर बनी हुई है. वह जम्मू के एसएमजीएस अस्पताल में जीवन रक्षक उपकरणों पर है. वहीं, एसएमजीएस अस्पताल में भर्ती मोहम्मद असलम के 6 बच्चों में से पांच की मौत हो गई है.

12 जनवरी को मोहम्मद असलम की बेटी नवीना कौसर (9) और बेटे जहूर अहमद (14) की एसएमजीएस अस्पताल जम्मू में मौत हुई थी. वहीं, 13 जनवरी असलम के तीसरे बच्चे मोहम्मद मारूफ (10) की और 14 जनवरी उनकी बेटी सफीना कौसर (12) की मौत हो गई थी. वहीं, 15 जनवरी को असलम की ही बेटी जबीना की मौत हो गई उसकी उम्र केवल 10 साल थी.

मौतों की वजह बनी पहेली, नहीं मिले कोई सबूत

मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू में संवाददाताओं से कहा, ‘स्थिति पर सभी पहलुओं से नजर रखी जा रही है. इन मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए कई स्वास्थ्य एजेंसियां पहले से ही जांच कर रही हैं.’ उन्होंने कहा कि अब तक वायरल, जीवाणु जनित या फंगल संक्रमण का कोई सबूत नहीं मिला है. कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है. किसी भी संभावित आपराधिक पहलू की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि जांचकर्ता फजल, मोहम्मद रफीक और मोहम्मद असलम के परिवारों द्वारा खाए गए सभी खाद्य पदार्थों और दवाओं की जांच करेंगे. साथ ही उसके नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा. हालांकि, पिछले दो महीनों में स्वास्थ्य कर्मियों ने गांव से सैकड़ों नमूने जांच के लिए देश के प्रतिष्ठित लैब में भेजे गए हैं लेकिन निगेटिव रहे. स्वास्थ्य विभाग के लिए अभी तक मौतों की वजह पहेली बनी हुई है और गांव के लोगों में डर हैं.

उल्टा मास्क लगाकर खेती कर रहे किसान, देख आप भी हो जाएंगे हैरान

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में गुलदारों के हमलों से गांववालों को बचाने के लिए अब वन विभाग मुखौटे बांट रहा है. किसान और मजदूर गुलदारों को चकमा देने के लिये सिर के पीछे मुखौटे पहन कर खेतों पर काम कर रहे हैं. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गुलदार घात लगा कर पीछे से हमला करता है. हमला करने वाले गुलदार के मुखौटे को देख कर भ्रम होता है कि इंसान उसे देख रहा है.

अब तक पांच हजार मुखौटे बांटे जा चुके है. वन विभाग पांच हजार मुखौटे 31 जनवरी तक और बांटेगा. मुखौटा लगाकर खेती करने के कॉन्सेप्ट को सुंदरवन मॉडल कह जाता है. इससे पहले सुंदरवन नेशनल टाइगर रिजर्व पार्क के आस-पास खेतों पर काम करने वाले ग्रामीण मुखौटा सिर के पीछे लगा कर खेती कर रहे हैं. जिससे टाइगर के इंसानों पर होने वाले हमलों में कमी आई है. बिजनौर में बढती गुलदारों की संख्या और ग्रामीणों पर हो रहे हमलों की वजह से बिजनौर वन विभाग ने मुखौटा कॉन्सेप्ट लागू किया है.

गन्ना खेतों में हो रहे हमले

गन्ना बाहुल्य बिजनौर जिले में गन्ने के खेतों में रह रहे गुलदारों के हमलों से दो साल में अब तक पचास से ज्यादा इंसानों की जान जा चुकी है. दौ सौ से ज्यादा लोग घायल हुऐ हैं. सौ पिंजरे गांवों में लगा कर करीब एक सौ बारह गुलदार पकड़ कर जंगलों और चिडियाघरों में छोड़े जा चुके हैं. तीस से ज्यादा गुलदारों के बच्चे भी खेतों से बरामद किये जा चुके हैं.

500 गुलदार अभी भी मौजूद

वन विभाग के आंकडों के अनुसार पांच सौ से ज्यादा गुलदार गन्ने के खेतों में डेरा डाले हुए हैं. बिजनौर के सौ गांवों को गुलदार बाहुल्य होने की वजह से संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. वन विभाग की टीमें गांव-गांव जागरूकता अभियान चला रही हैं. गाड़ियों में लाउड स्पीकर लगा कर ग्रामीणों को गुलदारों से बचाव के लिये सुझाव दिये जा रहे हैं.

जागरूक करने में जुटा वन विभाग

बिजनौर के डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि सौ वनकर्मियों और सौ वन वालेंटियर की बीस टीमें रात दिन गश्त कर रही हैं. गांवों में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. बिजनौर तीन तरफ से वनों से और अमानगढ टाइगर रिजर्व पार्क, राजा जी नेशनल पार्क और जिम कार्बेट नेशनल पार्क से घिरा हुआ है. बिजनौर में गन्ने की बहुत अधिक मात्रा में खेती की जाती है. जिसमें गुलदार यहीं रहने लगते है इसीलिए गुलदारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. वन विभाग ने गुलदारों से बचाव के लिये एडवायजरी भी जारी कर रखी है. किसी भी घटना-दुर्घटना के होने की सूचना पर क्विक रेस्पांस टीम मदद को पहुंच जाती है