महाकुंभ में कुलपति ने किया मुक्त विश्वविद्यालय के जागरूकता शिविर का भूमि पूजन
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प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के सेक्टर 7, अनंत माधव मार्ग, महाकुंभनगर में स्थित दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर का शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने सपत्नीक विधिवत मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने महाकुम्भ मेला के सकुशल आयोजन की मां गंगा से कामना की। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि इस विशाल कुंभ क्षेत्र में हम सबको मानवता की सेवा करने का अवसर मिला है।
जिसकी सफलता के लिए विश्वविद्यालय के शिविर कार्यालय का आज भूमि पूजन किया गया। शीघ्र ही यह कार्यालय मेले में आने वाले श्रद्धालुओं एवं स्नानार्थियों की सहायता में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएगा। इसी शिविर कार्यालय से विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा का प्रचार प्रसार कर लोगों को विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों से अवगत कराएगा। उन्होंने कहा कि जनवरी सत्र की प्रवेश प्रक्रिया के रजिस्ट्रेशन का कार्य भी कुंभ क्षेत्र के शिविर कार्यालय से संपादित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुंभ गाइड कुम्भ मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के आवागमन को सुलभ बनाने के लिए उन्हें सहायता प्रदान करेंगे।
उन्होंने कुंभमेला की व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व के इतिहास में पहली बार इतने सुंदर आयोजन से यहां आने वाले श्रद्धालु रूबरू होंगे। प्रारम्भ में कुलपति एवं अन्य अधिकारियों का स्वागत दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल विनय कुमार, वित्त अधिकारी श्रीमती पूनम मिश्रा, निदेशक प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता, प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी, प्रोफेसर पीके स्टालिन, प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता, प्रोफेसर छत्रसाल सिंह, प्रोफेसर श्रुति, प्रोफेसर मीरा पाल, प्रोफेसर ए के मलिक आदि शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन दूरस्थ शिक्षा जागरूकता प्रकोष्ठ के सदस्य तथा जनसंपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने किया।





महाकुम्भ नगर, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित 'मां की रसोई' का उद्गाटन किया। मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए संस्थान की ओर से शुरू की गई इस सेवा पर प्रसन्नता जाहिर की और खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता के साथ ही यहां दी जा रही सुविधाओं की भी सराहना की। यही नहीं उन्होंने थाली परोसकर सेवा भी की और मां की रसोई के किचन का भी अवलोकन किया। स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे सीएम प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्होंने फीता काटकर नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित मां की रसोई का शुभारंभ किया। शुभारंभ करने के बाद सीएम डाइनिंग रूम में भी पहुंचे, जहां लोगों को बैठाकर खाना खिलाने का प्रबंध किया गया है। यहां मुख्यमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से थाली लगाकर वहां उपस्थित लोगों की सेवा की। इसके बाद औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी उन्हें लेकर सीधे किचन पहुंचे, जहां खाना तैयार किया जाता है। मुख्यमंत्री ने रसोई का किया निरीक्षण यहां उन्होंने खाने की गुणवत्ता से लेकर अन्य सभी प्रबंधों के विषय में सीएम योगी को जानकारी दी।मुख्यमंत्री ने रसोई का निरीक्षण करते हुए वहां साफ-सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सेवा भाव से शुरू की गई इस रसोई की सीएम योगी ने भूरि भूरि प्रशंसा की। इस दौरान पूरे प्रांगण में जय श्री राम का उद्घोष भी होता रहा। 9 रुपए में मिलेगी थाली आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नंदी सेवा संस्थान द्वारा यह सेवा शुरू की गई है। इसमें मात्र ₹9 में लोगों को भरपेट भोजन मिलेगा। थाली में दाल, 4 रोटी, सब्जी, चावल, सलाद और मिठाई दी जाएगी। इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और जगदगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) उपस्थित रहे।
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के पहले दिन साधु संतों के साथ रात्रि भोज किया और उन्हें उपहार भी भेंट किया। इस रात्रि भोज में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के पूज्य संत उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री की ओर से आयोजित इस भोज के बाद सभी संतों को उपहार भी भेंट किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी संतों का भोज में सम्मिलित होने के लिए आभार भी जताया। इस अवसर पर सभी साधु संतों ने सीएम योगी को धन्यवाद दिया और महाकुम्भ के सकुशल और भव्य संपन्न होने की कामना की। संतों का सीएम योगी ने शॉल ओढ़ाकर किया सम्मान प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित रेडियो ट्रेनिंग हॉल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आयोजित इस रात्रि भोज कार्यक्रम में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा समेत प्रयागवाल के कुल 20 साधु संत सम्मिलित हुए। इनमें जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल,तीनों वैष्णव अखाड़े (निर्मोही, दिगंबर, निर्वाणी), अग्नि, आवाहन, अटल, आनंद, निरंजनी अखाड़े के पूज्य संत शामिल रहे। खाकचौक से महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) भी उपस्थित रहे। सीएम योगी के आग्रह पर आए इन साधु संतों को सात्विक भोजन परोसा गया। भोज में सम्मिलित संतों के अनुसार, निर्धारित जिसमें मूंग और अरहर की दाल, चने का साग, पनीर की सब्जी, आलू-मेथी सोया, मलाई कोफ्ता, मटर निमोना एवं मूंग का हलवा था। भोज के बाद मुख्यमंत्री ने सभी साधु संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनका आभार जताया। सीएम योगी के दौरे के बीच भी श्रद्धालुओं की सुविधा का रहा पूरा ध्यान महाकुम्भ की तैयारियों का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दो दिनी दौरे पर महाकुम्भनगर पहुंचे। सीएम के दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह चौकस नजर आईं। हालांकि, इस दौरान श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और बिना किसी समस्या के जारी रही। मुख्यमंत्री के दौरे के बावजूद संगम स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के न सिर्फ जाने दिया गया, बल्कि ये भी ख्याल रखा गया कि उन्हें किसी तरह की समस्या न हो। प्रशासन और पुलिस ने महाकुम्भ क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही प्रशासन और पुलिस ने महाकुम्भ क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी। डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने पुलिसकर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। साथ ही श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी ध्यान रखने के लिए कहा गया था। इसी को देखते हुए सीएम योगी के दौरान सुरक्षा और सुगमता दोनों का ख्याल रखा गया। सुरक्षा इंतजामों के बावजूद श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने पाई। जगह-जगह पुलिस की टीम ने निगरानी रखी पुलिस अफसरों ने यह पहले ही सुनिश्चित कर लिया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए और वे सहज रूप से अपनी यात्रा पूरी कर सकें। जगह-जगह पुलिस की टीम ने निगरानी रखी और लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा, ताकि उनका महाकुम्भ अनुभव यादगार बने। सिर्फ उन्हीं स्थानों पर बैरीकेडिंग की गई, जहां से सीएम का काफिला निकलना था। इसके बाद सभी को उनके गंतव्य तक जाने के लिए छूट दी गई, जिससे श्रद्धालु अपनी तीर्थ यात्रा पूरी कर सके। बैरिकेडिंग और पुलिस की कड़ी निगरानी महाकुम्भ के दौरान पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है। बाहर से आने वाले वाहनों की जांच के लिए पुलिस ने विशेष चेक पोस्ट लगाए हैं। सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए बैरिकेडिंग पर पुलिस टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है। पुलिस यहां हर संदिग्ध गतिविधि और व्यक्ति पर नजर रख रही है, ताकि किसी भी तरह की असामान्य घटना को रोका जा सके। खुफिया एजेंसियों की तैनाती और हाई अलर्ट खुफिया एजेंसियों को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में विशेष रूप से अलर्ट किया गया है। संदिग्ध गतिविधियों और संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की अनहोनी से पहले उसे रोका जा सके। पुलिस और खुफिया एजेंसियों के समन्वय से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। साथ ही इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

Jan 13 2025, 19:13
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