मुंबई में योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ लगे पोस्टर, अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या को चेतावनी

मुंबई के अंधेरी और जोगेश्वरी इलाके में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के खिलाफ चेतावनी भरे पोस्टर लगे हुए दिखाई दिए. पोस्टर में बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है घुसपैठियों बांग्लादेशियों , रोहिंग्या अगर यहां हो तो हमारी बस्ती , हमारा नगर हमारा जिला, हमारा राज्य, हमारा देश, हमारा स्कूल-कॉलेज, हमारा दुकान धंधा, व्यापार नौकरी, मकान जमीन खाली करो.

यह पोस्टर विश्वबंधु राय नामके भाजपा कार्यकर्ता ने लगाए हैं. महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे नारे को लेकर भी विश्वबंधु राय ने कई पोस्टर लगाए थे. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के खिलाफ लगातार पुलिस और सेंट्रल एजेंसी की ओर से कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ इस तरह का पोस्टर मुंबई में दिखाई दिया.

टोल फ्री नंबर जारी करें

मुम्बई भाजपा के सचिव ने लिखा मुम्बई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा कि बांग्लादेशियों के खिलाफ मुम्बई पुलिस एक टोल फ्री नंबर जारी करें. जिसपर आम नागरिक अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिमों के बारे में जानकारी दे सकें. ताकि, पुलिस समय पर एक्शन लें. ये विदेशी नागरिक भारतीयों के अन्न, बिजली, पानी और सभी सुविधाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं और समाज में आपराधिक घटनाओं को बढ़ा रहे हैं.

यहां के दो शहरों में अलग-अलग एसआईटी की जांच चल रही है. इसके दायरे में कई सरकारी अफसर,नेता, पॉलिटिशियन और फेक डॉक्यूमेंट बनाने वाले सिंडिकेट शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वोट बैंक बढ़ाने के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिमों का बर्थ सर्टिफिकेट और बाकी डॉक्यूमेंट बनवाया जाता है. बर्थ सर्टिफिके के बनते ही आधार कार्ड, पैन कार्ड ,डोमिसाइल सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस आसानी से बन जाता है.

इसके बाद वोटिंग कार्ड, बैंक में बैंक एकाउंट खुलवाए जाते थे. इतना ही नहीं एसआईटी की जांच में ये बात भी सामने आई है कि इनमें से कई बांग्लादेशी नागरिकों के भारतीय पासपोर्ट भी बन गए थे. बड़ी बात ये है कि नासिक के मालेगांव में जिनका रेसिडेंस प्रूफ फर्जी तरीके से बनाया गया उनके पासपोर्ट गुजरात के सूरत पासपोर्ट आफिस से बनवाये गए.

बिहार के मुजफ्फरपुर में लव मैरिज के 10 दिन बाद पति की संदिग्ध मौत, फांसी के फंदे से लटका मिला शव

बिहार के मुजफ्फरपुर में लव मैरिज के 10 दिन बाद पति का संदिग्ध परिस्थिति में शव मिलने से हड़कंप मच गया. मृतक की पत्नी और उसकी सास का कहना है कि युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड किया है. जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस पहुंच गई और शव को कब्जे में लिया. युवक शादी के बाद अपनी पत्नी के साथ किराए के मकान में रह रहा था. वह नाश्ते की दुकान चलाता था, जिसमें उसकी पत्नी भी सहयोग करती थी. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

घटना मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के चांदनी चौक के पास की है. मृतक की पहचान शाहिद अंसारी के रूप में हुई. वह मूलरूप से सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी गांव का रहने वाला था. 10 महीने पहले उसने चांदनी चौक की रहने वाली युवती से शादी की थी. पुलिस ने मृतक के ससुरालीजनों से पूछताछ की है. सुबूत जुटाने के लिए एफएसएल की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया. जिस कमरे में युवक ने फांसी लगाई है उसकी भी गहनता से छानबीन की जा रही है.

नाश्ते की दुकान करता था युवक

पुलिस के मुताबिक, शाहिद ने किसी बात पर अपने कमरे में फांसी लगा ली. उसने सुसाइड क्यों की इसकी वजह तलाशी जा रही है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. घटना की जांच की जा रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया है. वहीं, मृतक की सास का कहना है की उसने अपनी बेटी से शाहिद की शादी राजी-खुशी कराई थी. शादी के बाद शाहिद यहीं चांदनी चौक पर नाश्ते की दुकान करता था, जिसमें उनकी बेटी भी साथ दिया करती थी. लेकिन अचानक क्या हुआ जिससे शहीद ने सुसाइड कर ली.

शादी के लिए नहीं थे परिजन राजी

जानकारी के मुताबिक, शाहिद के परिजन उसकी शादी के लिए राजी नहीं थे. लेकिन उसने उनकी मर्जी के खिलाफ शादी कर ली और अपनी ससुराल में ही रहने लगा. बाद में उसने किराए पर कमरा ले लिया. घटना की जानकारी मिलते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया. पुलिस का कहना है कि अभी उसके परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है. आवेदन मिलते ही कार्रवाई की जाएगी.

मध्य प्रदेश के देवास में एक दिल दहला देने वाला मामला: 10 महीने तक फ्रिज में रखी मिली महिला की लाश, लिव-इन पार्टनर ने की थी हत्या

मध्य प्रदेश के देवास में बंद कमरे में रखे फ्रिज से महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई. महिला की 10 महीने पहले हत्या कर शव को फ्रिज में रखा गया था. वह लिव इन रिलेशन में रह रही थी. उसकी हत्या उसके लिव इन पार्टनर ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसका साथी एक अन्य अपराध में राजस्थान की जेल में बंद है. पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. वारदात का खुलासा तब हुआ जब कमरे का ताला तोड़ा और अंदर जाकर फ्रिज को बंद किया गया.

मामला देवास शहर की बाईपास रोड पर स्थित वृंदावन धाम कॉलोनी का है. शुक्रवार सुबह किराएदार बलवीर सिंह ने बंद पड़े कमरे से बदबू आने की पुलिस से शिकायत की थी. इसके बाद बैंक नोट प्रेस थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कमरा खुलवाकर शव को फ्रिज से बरामद किया. मौके पर पहुंची एफएसएल की टीम ने बारीकी से जांच पड़ताल कर साक्ष्य जुटाए. शुक्रवार से पहले बुधवार रात को पहली बार बलवीर ने परिवार के साथ बंद पड़े मकान का ताला तोड़कर कमरों की साफ सफाई की थी और फ्रीज को बंद कर दिया था. बुधवार रात से ही फ्रिज बंद था और इसी वजह से उससे बदबू आना शुरू हुई.

किराया देना किया बंद, कमरे को किया लॉक

पुलिस के मुताबिक, मकान मालिक धीरेंद्र श्रीवास्तव ने जुलाई 2023 में यह मकान संजय पाटीदार को किराए पर दिया था. संजय ने जून 2024 में मकान खाली कर दिया, लेकिन दो कमरे में अपना कुछ सामान छोड़ दिया था, इसमें एक फ्रिज भी है. इसी में महिला की लाश मिली. इस दौरान संजय यहां आना जाना करता था, लेकिन मकान को पूरी तरह न तो खाली कर रहा था और न ही किराया दे रहा था.

फ्रिज बंद करने पर आई बदबू

बैंक नोट प्रेस पुलिस थाने पर मीडिया से बातचीत में एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि इंदौर में रहने वाले धीरेंद्र श्रीवास्तव के मकान में संजय पाटीदार द्वारा मकान खाली किये जाने के बाद जुलाई से बलवीर सिंह राजपूत अपने परिवार के साथ किराए से रह रहे थे. बलवीर के पहले इस मकान में रहने वाले किराएदार ने दो कमरे लॉक कर रखे थे. बुधवार रात को बलवीर ने इन कमरों को खोलकर साफ-सफाई की और फ़्रिज बंद कर दिया था. शुक्रवार सुबह जब एक बार फिर कमरा खोला तो उसमें से बदबू आने लगी. इसके बाद पुलिस को खबर दी गई.

उज्जैन का रहने वाला है आरोपी

बलवीर की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आस-पड़ोस में पूछताछ की. पड़ताल में पता चला कि उक्त मकान में बलवीर से पहले इंगोरिया थाना क्षेत्र जिला उज्जैन निवासी संजय पाटीदार रहता था. संजय के साथ प्रतिभा उर्फ पिंकी प्रजापति मकान में रहती थी. पड़ोसियों ने बताया कि प्रतिभा को मार्च 2024 के बाद से किसी ने नहीं देखा. संजय पाटीदार ने बताया था कि प्रतिभा मायके गई है. इसका पता चलते ही एएसपी जयवीर भदौरिया के साथ एक टीम संजय को पकड़ने उज्जैन पहुंची.

पांच साल से थी लिव इन रिलेशन में

उज्जैन से गिरफ्त में आए संजय पाटीदार ने बताया कि प्रतिभा के साथ वह पांच साल से लिव इन में रह रहा था. तीन साल तक प्रतिभा को उज्जैन में रखने के बाद दो साल पहले वह उसे देवास लेकर आया था. यहां किराए से रखा था. संजय ने बताया कि जनवरी 2024 से प्रतिभा ने उस पर शादी के लिए दबाव बनाना शुरू किया. वह उससे परेशान हो चुका था. संजय पहले से शादीशुदा भी है.

गला घोंटा और लाश को रख दिया फ्रिज में

आरोपी ने बताया कि उसने इंगोरिया के ही रहने वाले अपने दोस्त विनोद दवे के साथ उसकी हत्या की प्लानिंग की. मार्च महीने में प्रतिभा का किराए के मकान पर गला घोंटा और लाश को फ्रिज में डाल दिया. फ्रिज को कपड़े से बांधकर ढंक दिया. सामान को जमाकर कमरे को लॉक कर दिया था.पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी संजय पाटीदार का दोस्त विनोद दवे पर राजस्थान के टोंक में एक अपराध दर्ज हुआ था, जिस मामले में वह अभी राजस्थान की जेल में बंद है. वहां की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है. संजय को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. महिला के बारे में अभी ज्यादा डिटेल नहीं मिल पाई है. पुलिस पड़ताल कर रही है. वहीं. महिला के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया है.

डीआरडीओ ने विकसित किया हिमकवच क्लोदिंग सिस्टम, -60°C तापमान में भी सैनिकों को मिलेगी सुरक्षा

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने हिमकवच मल्टी-लेयर क्लोदिंग सिस्टम पेश किया है, जिसे विशेष रूप से अत्यधिक ठंड के मौसम में सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसने 20°C से -60°C तक के तापमान में काम करने के लिए डिजाइन की गई सिस्टम ने ऑपरेशन्स सेटिंग्स में सभी यूजर टेस्ट को पास कर लिया है.

हिमकवच कई परतों से बनी है, इसको इन्सुलेशन, सांस लेने की क्षमता और आराम के लिए तैयार किया गया है. मॉड्यूलर डिजाइन सैनिकों को मौसम के आधार पर परतें जोड़ने या हटाने की अनुमति देता है. इस सुविधा को हिमालय में सक्रिय सैनिकों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, जहां तापमान तेजी से गिर सकता है.

एक्सट्रीम कोल्ड वेदर क्लोथिंग सिस्टम

हिमकवच से पहले, भारतीय सेना एक्सट्रीम कोल्ड वेदर क्लोथिंग सिस्टम (ECWCS) का उपयोग करती थी, जो DRDO के डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ फिजियोलॉजी एंड अलाइड साइंसेज द्वारा विकसित एक तीन-स्तरीय संगठन है. हिमकवच से पहले की प्रणाली की तुलना में ज्यादा सुरक्षा देने की उम्मीद है. इसकी क्षमता का उद्देश्य तापमान रेंज में काम करने की उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों की सुरक्षा में सुधार करना है.

सेना की तैयारी को मजबूत करने में मदद

हिमकवच की शुरूआत तब हुई है जब भारत हिमालय की सीमाओं पर चल रही सुरक्षा चिंताओं का सामना कर रहा है. यह गियर सैनिकों को कठिन से कठिन परिस्थितियों में प्रभावी ढंग से काम करने और सेना की तैयारी को मजबूत करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. नया क्लोदिंग सिस्टम की तैनाती जल्द ही शुरू होने की संभावना है. इससे कठोर वातावरण में तैनात सैनिकों के लिए गतिशीलता, स्थायित्व और समग्र दक्षता में सुधार होने की उम्मीद है.

सीएम योगी ने पीएम मोदी से की मुलाकात, महाकुंभ के लिए किया आमंत्रित

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान महाकुंभ मेले की तैयारियों पर चर्चा हुई. वहीं मुख्यमंत्री योगी ने पीएम मोदी को महाकुंभ के लिए आमंत्रित किया. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी शेयर करते हुए लिखा कि यूपी के सीएम योगी ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है.

वहीं सीएम योगी ने मुलाकात के बाद एक्स पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और प्रेरणा से सनातन गर्व का प्रतीक महाकुंभ-2025, प्रयागराज अपने दिव्य, भव्य और डिजिटल स्वरूप से दुनिया को ‘नए भारत’ का दर्शन करा रहा है. अपना बहुमूल्य समय देने के लिए पीएम मोदी का हार्दिक आभार.

महाकुम्भ का यह अवसर यूपी की ब्रांडिंग का समय

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां कहा कि महाकुम्भ का यह अवसर उत्तर प्रदेश की संभावनाओं के प्रदर्शन और ब्रांडिंग का सर्वोत्तम समय है. महाकुम्भ मेला सेक्टर तीन स्थित भव्य डिजिटल कुम्भ एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी से प्रारंभ होने जा रहे प्रयागराज महाकुम्भ में त्रिवेणी स्नान का पुण्य लाभ लेने के लिए पूरी दुनिया में अपूर्व उत्साह है और देश के भीतर न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि कई अन्य राज्यों की पूरी कैबिनेट संगम स्नान करने की तैयारी कर रही है.

महाकुम्भ की दिव्यता और भव्यता

उन्होंने कहा कि डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर सही मायनों में महाकुम्भ की दिव्यता और भव्यता को डिजिटल रूप से प्रदर्शित करता है. सीएम ने डिजिटल एक्सपीरिएंस सेंटर में वीआर तकनीक के माध्यम से दिखाई जा रही समुद्र मंथन की गाथा की अनुभूति कर इसकी प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने डिजिटल एक्सपीरियेंस सेंटर की अन्य सभी गैलरी का निरीक्षण भी किया और इसे नई पीढ़ी को भारत की प्राचीनतम संस्कृति से परिचित करवाने का सबसे उपयुक्त केंद्र बताया.

डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर

उन्होंने कहा कि हमारी भावी पीढ़ी जो महाकुम्भ में संगम स्नान के लिए आएगी, उसे डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर पर जरूर आना चाहिए. इस सेंटर के माध्यम से भावी पीढ़ी को प्राचीनतम भारत की झलक देखने को मिलेगी. वह अपनी जड़ों को महसूस कर पाएंगे और सनातन धर्म के प्रति उनकी आस्था और प्रगाढ़ होगी. विदेशी पर्यटक भी भारत की संस्कृति और इसकी प्राचीनता को महसूस करेंगे.

गूगल लाएगा 10 बड़े अपडेट, सुंदर पिचाई ने बताया प्लान, जानें क्या है खास

नए साल की शुरुआत के साथ बड़े-बड़े धमाके करने की तैयारी में है. इस साल आपको गूगल पर एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट और प्रोग्राम देखने को मिलेंगे. इनसे गूगल सर्विस यूजर्स के लिए पहले से बेहतर हो जाएगी. अल्फाबेट और गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने गूगल के एंप्लॉयज को एक मेल में इसकी जानकारी शेयर की है. पिचाई ने मेल में उन चीजों का जिक्र किया है जो इस साल कंपनी के फोकस में रहने वाले हैं. इसमें इनोवेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कई फीचर्स शामिल हैं.

2025 में गूगल लाएगा 10 बड़े अपडेट

2025 की शुरुआत से ही गूगल ने उन डिवाइस और प्रोडक्ट को रिव्यू करना शुरू कर दिया है, जिन्हें आने वाले कुछ महीनों में पब्लिक डोमेन में लाया जाएगा.

कंपनी ने पिछले साल आखिर में लेटेस्ट AI मॉडल जैमिनी 2.0 के साथ अपनी क्वांटम कंप्यूटिंग चिप विलो को लॉन्च किया था. इसे ‘एजेंटिक एरा’ के लिए डिजाइन किया गया है. अब इससे आगे तक ले जाने की तैयारी है.

पिचाई के मुताबिक, कंपनी जल्द ही गूगल पिक्सल अपग्रेड, क्वांटम AI, डेली लिसन, हार्डवेयर प्रोडक्ट्स (ट्रिलियम TPU, विलो क्वांटम चिप), एक्सटेनडेड रियल्टी प्रोडक्ट्स (एंड्रॉयड XR), नए AI सॉफ्टवेयर के साथ और भी नए प्रोडक्ट लॉन्च किए जाएंगे.

2025 में गूगल जैमिनी 2.0 एजेंटिक एरा के लिए पहले से बेहतर मल्टी मॉडेलिटी के साथ नेक्स्ट जनरेशन AI मॉडल लॉन्च करने वाली है. इसके अलावा जैमिनी API के जरिए अवेलेबल हाई परफॉर्मेंस, फास्ट वर्जन भी लॉन्च किया जाएगा.

पिछले साल गूगल ने विलो चिप लॉन्च किया था. ये क्वांटम चिप मुश्किल से मुश्किल टास्क आसानी से कर सकती है. अब गूगल इसमें और नए फीचर ऐड करने वाली है.

गूगल ने सैमसंग और क्वालकॉम की पार्टनरशिप में एक नए प्लेटफॉर्म ‘एंड्रॉइड XR’ से भी पर्दा उठा दिया है. Android XR अब हेडसेट्स और ग्लासेज में AI असिस्टेंस के साथ लाया जाएगा.

गूगल नोटबुकLM पर भी अपडेट लाने की तैयारी में है. इसमें गूगल बिलकुल नया इंटरफेस, बेहतर ऑडियो कनेक्टिविटी के साथ प्रीमियम वर्जन लेकर आएगा. इस नोटबुकLM प्लस नाम दिया जाएगा.

Veo 2 और Imagen 3 को भी लॉन्च किया जाएगा. ये वीडियो और इमेज जनरेशन मॉडल्स का एक नया वर्जन साबित होगा.

कंपनी Whisk नाम से दूसरी फोटो को इनपुट के तौर पर यूज कर के नई इमेज जनरेट करने वाला टूल भी लाएगी.

गूगल ने डीप रिसर्च लॉन्च किया जो कि जेमिनी एडवांस्ड में एक नया फीचर है. ये रिसर्च असिस्टेंट के लिए एडवांस रीजनिंग और लॉन्ग टेक्स्ट का यूज करता है. डीप रिसर्च ने जेमिनी 2.0 फ्लैश का एक एक्सपेरिमेंटल वर्जन भी शुरू किया है. ये एक बेहतर परफॉर्मेंस और स्पीड वाला मॉडल है.

कतरनी चूरा के स्वाद का दीवाना है बिहार, जानें कैसे होता है तैयार

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती”, यह महज गाने के बोल नहीं बल्कि किसानों के जीवन को चलाने वाला चरखा है. इसी धरती पर उपजे अनाज से बिहार ही नहीं बल्कि देश के कई राज्य सुगंधित हो रहे हैं. बात मकरसंक्रांति के त्योहार की हो तो सबसे पहले चूरा दही का नाम सुनकर मुंह में पानी आ जाता है. ऐसे में भागलपुर का कतरनी चूरा अपनी सौंधी खुशबू से लोगों को दीवाना बना देता है. इसके स्वाद के लोग कायल हैं. भागलपुर व बांका के क्षेत्र में कतरनी धान से तैयार किए गए चूरे को विदेशों में भी भेजा जाता है.

भागलपुरी कतरनी चूरे की खासियत इसकी सौंधी खुशबू और मीठा स्वाद है जो केवल यहां की मिट्टी से ही मिलता है. भागलपुर के जगदीशपुर और सुलतानगंज में 1200 एकड़ व बांका में 1050 एकड़ में कतरनी धान की खेती होती है. सुल्तानगंज के आभा रतनपुर गांव पहुंचकर कतरनी चूरा के तैयार होने की विधि को जानने का प्रयास किया. चूरा मील में मौजूद किसान प्रणीत उर्फ सोना जी ने बताया कि हमारे यहां प्रदेश की मिट्टी से खुशबू वाला चावल और चूरा तैयार होता है. महाभारत काल में धृतराष्ट्र को यहां प्रदेश से ही सुगंधित चावल भेजा जाता था. हमारे यहां की मिट्टी की यह गुणवत्ता है कि यह इतनी खुशबू करती है, इसमें किसी भी फ्लेवर का इस्तेमाल नहीं किया जाता. चूरा पहले स्टीम में जाने के बाद चिपडे होने वाले मशीन में जाकर बाहर निकलता है.

क्यों बड़ी डिमांड?

किसान प्रणीत ने कहा कि यहां के कतरनी में खुशबू होती है. बाकी अन्य जगहों पर भी लोग कतरनी लगाते हैं लेकिन उसमें खुशबू कम होती है. हमारे यहां लोगों की भीड़ लगी है यह इतना टेस्टी चूरा है कि इसका वर्णन नहीं किया जा सकता. खाते ही ये मुंह में घुल जाता है. यही गुणवत्ता के कारण लोग कतरनी चूरा खरीदने के लिए उमड़ पड़े हैं. पिछले साल कतरनी चूड़ा 130 रुपए किलो बिकता था इस बार उसमें 10 रुपए की बढ़ोतरी हो गई है.

ये है बनाने का प्रोसेस

किसान प्रणीत ने बताया कि हमारे पास एपीओ है. उसके तहत महिलाएं खेत से धान को काटकर लाती है, फिर हम लोग उसे मशीन से तैयार करते हैं. पहले ड्रायर में हवा से उसे साफ किया जाता है फिर पानी में कुछ घंटे फूलाने के बाद उसे धोते हैं. 4 घंटे पानी में फूलता है फिर 12 घंटे हम उसे आराम देते हैं. उसके बाद बॉयलर के थ्रू मशीन में जाता है, भट्टी में बालू के बीच उसे भूंजा जाता है जिसे हम लोग स्टीम कहते हैं. फिर मशीन में चूरा पंच होता है और उसकी पैकेजिंग होती है और उसके बाद मार्केट में भेजा जाता है.

राहुल गांधी को पुणे की अदालत से मिली जमानत, मानहानि मामले में अगली सुनवाई 18 फरवरी को

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली है. शुक्रवार को पुणे की एक अदालत ने मानाहनि के एक मामले में कांग्रेस नेता को जमानत दे दी है. इसी के साथ अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 18 फरवरी की तारीख मुकर्रर की है. राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का यह केस वीडी सावरकर के पोते ने किया है. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस सुनवाई में शामिल हुए.

राहुल गांधी पर आरोप है कि उन्होंने मार्च 2023 में लंदन में सावरकर के खिलाफ कथिथ तौर पर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके बाद वीडी सावरकर के पोते ने कांग्रेस नेता के खिलाफ पुणे में मानहानि का मामला दर्ज कराया. इसके बाद अब अदालत सुनवाई कर रही है.

विदेश दौरे पर हैं राहुल गांधी

बताया जा रहा है कि वकील की ओर से राहुल गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर दिया था. इसके बाद राहुल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए और अदालत ने कांग्रेस नेता को जमानत दे दिया.

दरअसल, राहुल गांधी नए साल मनाने के लिए विदेश दौरे पर हैं. ऐसे स्थिति में कोर्ट में उनकी फिजिकल पेशी संभव भी नहीं थी. इसलिए माना जा रहा है कि वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए. गांधी ने अपने भाषण में स्वतंत्रता सेनानी द्वारा लिखी गई एक किताब का हवाला देते हुए उन पर कुछ टिप्पणियां की थीं.

दूसरे मानहानि मामले में सुनवाई टली

दूसरी ओर से यूपी के सुल्तानपुर में भी रायबरेली से सांसद राहुल गांधी से संबंधित मानहानि मामले की शुक्रवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते यह टल गई. हड़ताल के कारण सांसद-विधायक के लिए विशेष अदालत के मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 22 जनवरी की तारीख तय की है.

बीजेपी नेता ने 2018 में दर्ज कराया था केस

एक बीजेपी नेता विजय मिश्रा ने साल 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का परिवाद सांसद-विधायक (एमपी/एमएलए)अदालत में दर्ज कराया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अभद्र टिप्पणी की थी जिससे वह आहत हुए थे. अदालत में पांच साल तक लंबी प्रक्रिया चली, राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन न्यायाधीश ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था. तब फरवरी 2024 को राहुल गांधी अदालत में पेश हुए थे.

गुजरात में एचएमपीवी का तीसरा मामला आया सामने, 8 साल के बच्चे में संक्रमण की पुष्टि

चीन से निकला ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (HMPV) धीरे-धीरे भारत में अपना पैर पसारने लगा है. देश में एचएमपीवी के मामले बढ़ रहे हैं. अकेले गुजरात से अब तक इसके तीन मामले सामने आए हैं. शुक्रवार को गुजरात के साबरकांठा जिले में 8 साल के एक लड़के के एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल, लड़का वेंटिलेटर पर है.

इस नए मामले की पुष्टी के बाद राज्य में एचएमपीवी मामलों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है. अधिकारी ने बताया कि 8 साल के यह बच्चा प्रांतिज तालुका के खेतिहर मजदूर परिवार से ताल्लुक रखने वाला है. इसके एक निजी प्रयोगशाला द्वारा किए गए परीक्षण में एचएमपीवी से संक्रमित पाया गया था. इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि के लिए उसके रक्त के नमूने एक सरकारी प्रयोगशाला भेजे थे.

बच्चे की हालत स्थिर है- जिलाधिकारी

अधिकारियों के मुताबिक, बच्चा वर्तमान में हिम्मतनगर शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. इस मामले को अब तक संदिग्ध एचएमपीवी मामला माना जा रहा था. वहीं, सरकारी प्रयोगशाला को भेजे गए बल्ड सैंपल के आधार पर इसके एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टी हो गई है. साबरकांठा जिलाधिकारी रतनकंवर ने कहा, ‘सरकारी प्रयोगशाला ने शुक्रवार को पुष्टि की कि लड़का एचएमपीवी से संक्रमित है.’

उन्होंने आगे कहा कि, फिलहाल बच्चे का इलाज हो रहा है और उसकी हालत स्थिर है. वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि लड़का वेंटिलेटर पर है. गुजरात में एचएमपीवी का पहला मामला 6 जनवरी को दर्ज किया गया था. जब राजस्थान से संबंध रखने वाला दो महीने का एक शिशु इस बीमारी से पीड़ित पाया गया

दो महीने के नवजात शिशु को बुखार, नाक बंद होना, नाक बहना और खांसी जैसे लक्षण थे. इसके बाद उसे इलाज के भर्ती कराया गया. जहां अस्पताल में इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई थी. बाद में पता चला कि वह एचएमपीवी से संक्रमित है. वहीं, गुरुवार को अहमदाबाद शहर में 80 साल के एक व्यक्ति के संबंधित वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. अस्थमा से पीड़ित मरीज फिलहाल एक निजी अस्पताल में भर्ती है.

स्वास्थ्य मंत्रालय भी अर्लट

देश में बढ़ते एचएमपीवी के मामले को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी अर्लट है. मंत्रालय की ओर बताया गया है कि यह संक्रमण पहली बार 2001 में सामने आया था. यह कोई नया वायरस नहीं है लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. वो अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें. संक्रमन को लेकर मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन भी जारी की गई है.

एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या, पति-पत्नी और बेटे को कुल्हाड़ी से काटा

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर ब्लॉक के जगन्नाथपुर डुबकापारा में जमीन विवाद को लेकर तीन लोगों की हत्या कर दी गई. जानकारी के मुताबिक, 20 से 30 लोगों ने कुल्हाड़ी, लाठी-डंडे से एक परिवार पर हमला कर दिया. जिसमें 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

दरअसल पूरा मामला जमीन विवाद को लेकर है. डुबकापारा में माधे टोप्पो के परिवार की 7 एकड़ जमीन है. जिसके बंटवारे को लेकर उसके भाई से विवाद चल रहा था. इसी बीच आज फसल लगाने को लेकर दोनों भाइयों और उनके परिवार के बीच मारपीट हुई. जानकारी के मुताबिक, विवाद इतना बढ़ गया कि माधे टोप्पो के भाई ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. जिसमें उसकी पत्नी और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं माधे टोप्पो गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया. मामले को लेकर खड़गवां पुलिस जांच में जुटी गई है.

तीन लोगों की हत्या

थाना प्रतापपुर के खड़गावा चौकी अंतर्गत केरता पंचायत के डूबका पारा में दो परिवारों में जमीन विवाद में खूनी संघर्ष देखने को मिला. इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. मृतकों में बसंती टोप्पो (53), नरेश टोप्पो (31), और माघे टोप्पो (60) शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, मृतक परिवार ने दो महीने पहले जिला सत्र न्यायालय और एसडीएम कोर्ट में साढ़े सात एकड़ जमीन का केस जीता था. शुक्रवार को मृतक परिवार खेत की जुताई करने पहुंचा था. इसी दौरान आरोपी, जो करीब 30-40 की संख्या में बताए जा रहे हैं, वहां पहुंचे और परिवार के साथ बेरहमी से मारपीट कर उनकी हत्या कर दी. घटना में आरोपी जगरनाथपुर और केरता गांव के निवासी बताए जा रहे हैं.

जमीनी विवाद में किया हमला

इस हत्याकांड के बाद से एक बार फिर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. भरी संख्या में लोग पहुंचकर दिन दहाड़े खेत में 3 लोगों पर जानलेवा हमला कर हत्या कर देते हैं. जिसकी भावनक पुलिस को घंटों बाद लगती है. पुलिस यदि सही समय पर घटना स्थल पहुंचती तो शायद मृतकों को बचाया जा सकता था. सवाल यह भी है कि भरी भीड़ में पहुंचे लोग क्या गुंडे, बदमाश या हत्यारे थे.

पुलिस पर उठ रहे सवाल

इस हत्याकांड के बाद से एक बार फिर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. भरी संख्या में लोग पहुंचकर दिन दहाड़े खेत में 3 लोगों पर जानलेवा हमला कर हत्या कर देते हैं. जिसकी भावनक पुलिस को घंटों बाद लगती है. पुलिस यदि सही समय पर घटना स्थल पहुंचती तो शायद मृतकों को बचाया जा सकता था. सवाल यह भी है कि भरी भीड़ में पहुंचे लोग क्या गुंडे, बदमाश या हत्यारे थे.