70वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाले याचिकाकर्ता को सुप्रीम झटका, सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई करने से किया इनकार

डेस्क : 70वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर मचे घमासान के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों को सुप्रीम झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने आज मंगलवार को याचिकाकर्ता को बड़ा झटका दिया। परीक्षा रद्द वाली याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है।

13 दिसम्बर को हुई 70वीं बीपीएससी परीक्षा में अनियमितता के दावों के साथ बिहार BPSC प्रिलिम्स परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोट में याचिका दायर दी गई थी। लेकिन कोर्ट ने बड़ा झटका दिया।

सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को पटना हाईकोर्ट जाने को कहा। साथ ही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से इनकार कर दिया। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने इस मामले में बड़ा फैसला देते हुए सुनवाई से ही इनकार कर दिया।

बताते चले कि 13 दिसम्बर को पटना के परीक्षा केंद्र पर अनियमितता की शिकायत को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। इसके विरोध में अभ्यर्थियों के एक समूह ने पटना के गर्दनीबाग में 15 दिसबर से लगातार प्रदर्शन और धरना दिया। हालाँकि BPSC ने परीक्षा में धांधली के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। वहीं पटना केंद्र की परीक्षा को 4 जनवरी को दोबारा ली गई। राज्य के अन्य जिलों में हुई परीक्षा को फिर से लेने से इनकार कर दिया।

बिहार विधान परिषद् के एक सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर जदयू ने प्रत्याशी के नाम का किया एलान, जानिए किसे बनाया उम्मीदवार

डेस्क : विधान परिषद में राजद के एमएलसी सुनिल सिंह की सदस्यता समाप्त होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। 23 जनवरी को विधानसभा में वोटिंग होगी और उसी दिन गिनती भी हो जाएगी। रिजल्ट भी उसी दिन घोषित कर दिया जाएगा। इस चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 6 जनवरी से शुरू हो चुकी है। नामांकन की अंतिम तिथि 13 जनवरी है।

वहीं आज इस सीट के लिए राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की ओर से जदयू प्रतत्याशी की तौर पर ललन प्रसाद के नाम का एलान किया है। जदयू नेता ललन प्रसाद शेखपुरा जिला से आते हैं। जदयू ने भाजपा और अन्य घटक दलों से आपसी सहमति के बाद ललन प्रसाद के नाम पर मुहर लगाई है।

ललन प्रसाद धानुक जाति से आते हैं। इस जाति को बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग में रखा गया है। ललन प्रसाद को सीएम नीतीश के करीबी नेता के रूप में जाना जाता है। 52 साल के ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के 2001 से 2005 तक घाट कुसुंबा प्रखंड के जेडीयू अध्यक्ष रहे। वहीं वर्ष 2009 से 2013 तक शेखपुरा में जेडीयू के जिला उपाध्यक्ष भी रहे। शेखपुरा में जदयू को मजबूत करने के लिए वे जदयू के शुरुआती दौर से ही सक्रिय रहे हैं। खासकर नीतीश कुमार के नजदीकी के तौर पर इलाके में उनकी पहचान रही है।

विधानसभा कोटे की सीट होने के कारण संख्याबल के गणित से राजग के खाते में यह सीट जाना तय है। राजग के पास निर्दलीय लेकर 131 विधायक (मत) हैं। वहीं, आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के पास 111 विधायक हैं। एआइएमआइएम (आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन) का एक विधायक है।

बता दें आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और मिमिक्री करने आरोप लगा था। इसे लेकर विधान परिषद की आचार समिति ने बड़ा फैसला लिया था। जुलाई 2024 में सभापति को आचार समिति अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इसमें एमएलसी पर लगाए गए आरोपों को सही करार दिया गया और अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा कर उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी।

बड़ी खबर : राजधानी पटना में पुलिस और डकैतों के बीच हुई मुठभेड़ में दो अपराधी ढेर, पुलिस का एक जवान घायल

डेस्क : राजधानी पटना में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने डकैती की बड़ी घटना को अंजाम देने की मंशा को विफल करते हुए डकैतों के साथ हुई मुठभेड़ में दो अपराधियों को मार गिराया है। वहीं इस घटना में एक पुलिस का जवान घायल हुआ है। जिसे इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।

पटना पश्चिमी के टाउन एसपी शरत आर एस ने बताया कि पटना में डकैतों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया था। बीते सोमवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि करीब 10 की संख्या में डकैत पटना के फुलवारी शरीफ के हिंदूनी इलाके में जमावड़ा लगाए है। सूचना पर पुलिस ने जब हिंदूनी इलाके में कार्रवाई की तो डकैतों की ओर से भी फायरिंग किया गया। जिसके जवाब में पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई। इस घटना में दो डकैत मारे गए। वहीं डकैतों की गोली लगने से एक पुलिस का जवान घायल हो गया। जिसे इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।

उन्होंने बताया कि एनकाउंटर में मारे गए दोनों बदमाश की पहचान नालंदा जिले के निवासी के रूप में हुई है। वहीं नालंदा के ही रहने वाले मंटू कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया गया है। हालाँकि एनकाउंटर के क्रम में अँधेरे अक फायदा उठाकर शेष बदमाश वहां फरार हो गये। पुलिस सूत्रों के अनुसार नालंदा के रहने वाले सभी डकैतों का जमावड़ा हिंदूनी गांव में स्थित धान के गोदाम में डकैती करने के लिए लगा था। लेकिन पुलिस ने समय रहते बड़ी कार्रवाई कर दी।

ठंड का सितम : पांच दिनों में ब्रेन हैमरेज के मरीजों की बढ़ी संख्या, बच्चों में बढ़ी निमोनिया और सांस की तकलीफे

डेस्क : ठंड और कोहरे से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बर्फिली पछुआ हवा से लोगों के हाड़ कांप रहे है। वहीं भीषण ठंड से ब्रेन हैमरेज पीड़ितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। राजधानी पटना के आईजीआईएमएस में पिछले पांच दिनों में 35 मरीज इमरजेंसी में भर्ती कराए गए हैं। दूसरी तरफ बेड की कमी के कारण 50 से ज्यादा मरीज लौटाए जा चुके हैं।

अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल के अनुसार सोमवार को दिनभर में पांच नए ब्रेन हैमरेज पीड़ित भर्ती कराए गए है। अस्पताल का इमरजेंसी आईसीयू ऐसे ही मरीजों से भरा पड़ा है। पीएमसीएच में भी 60 बेड के मेडिकल इमरजेंसी में 35 से ज्यादा मरीज ब्रेन हैमरेज और ठंड पीड़ितों से भरे पड़े हैं। कुछ मरीज कोल्ड डायरिया और सांस की तकलीफ से भी भर्ती कराए गए हैं।

ठंड में बच्चों में निमोनिया और सांस की तकलीफ काफी बढ़ गई है। शिशु रोग विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी, खांसी और निमोनिया पीड़ित बच्चे बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं। खांसी भी ठीक होने में सामान्यत 10 दिन से ज्यादा समय लग रहा है।

चीनी वायरस एचएमपीवी को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सभी जिलों को कोरोना के तर्ज पर इंतजाम रखने का दिया निर्देश

डेस्क : चीन में फैले कोरोना जैसे वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) की भारत में भी एंट्री हो गई है, जिससे लोग डर गए हैं. लोगों के जेहन में कोरोना वायरस संक्रमण की बुरी यादों को ताजा कर दिया है। देश में अब तक 6 केस सामने आ चुके हैं। इसमें से 2 मामले कर्नाटक से सामने आएं हैं, जिनमें एक तीन महीने की बच्ची6 और एक 8 महीने का बच्चा है। दो केस तमिलनाडु में और अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे में एचएमपीवी वायरस पाया गया है।

इधर इस वायरस को लेकर बिहार स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। इस वायरस से मुकाबले को लेकर कोविड-19 की तर्ज पर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में इंतजाम होंगे। बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद सभी जिलों के डीएम, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक, सिविल सर्जनों को इस वायरस से बचाव के लिए कोरोना की तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश दिया है।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक यह एक श्वसन तंत्र से जुड़ा हुआ वायरस है। इसके संक्रमण से बचने के लिए कोई विशेष एंटी वायरल या वैक्सीन अबतक उपलब्ध नहीं है। इसलिए इससे बचाव के लिए लक्षण आधारित इलाज जैसे खूब पानी पीना, आराम करना, दर्द अथवा श्वसन संबंधी लक्षण को कम करने के लिए निर्धारित दवा लेना एवं गंभीर मामलों में ऑक्सीजन की सहायता देना है।

स्वास्थ्य सचिव संजय सिंह ने निर्देश दिया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा इंफ्लूएंजा के समान बीमारी एवं सिवियर एक्यूट रिसपेरेट्री न्यूमोनिया (सारी) का सर्विलांस सुनिश्चित करते हुए इसको आईएचआईपी पोर्टल पर प्रतिदिन रिपोर्ट दी जाए। कोविड-19 से संबंधित दवा, किट, वेटिलेटर, ऑक्सीजन, मास्क इत्यादि की उपलब्ध सुनिश्चित की जाए। स्वास्थ्य संक्रमण के लक्षण और बचाव के उपाय भी बताए हैं।

15 घंटे के बाद प्रशांत किशोर हुए रिहा, कोर्ट ने बिना शर्त दी जमानत

डेस्क : बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में जिला प्रशासन की मनाही के बावजूद गांधी मैदान में अनशन पर बैठने के आरोप में गिरफ्तार जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर को बीते सोमवार की देऱ शाम करीब 15 घंटे के बाद रिहा कर दिया गया।

बता दें बीते सोमवार को जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर को पुलिस ने सुबह लगभग 3:45 बजे हिरासत में लिया था। उसके बाद सुबह करीब चार बजे उन्हें गिरफ्तार कर उनका मेडिकल चेकअप कराया। दोपहर में अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी आरती उपाध्याय के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 25 हजार के निजी मुचलके पर इस शर्त के साथ रिहा करने का आदेश दिया कि वह वह फिर से धरना-प्रदर्शन नहीं करेंगे।

लेकिन, प्रशांत किशोर ने शर्त मानने से इनकार कर दिया और मुचलका नहीं भरा। बाद में कोर्ट ने शर्त हटाई तो प्रशांत किशोर ने निजी मुचलका भरा। इसके बाद शाम सात बजे उन्हें रिहा कर दिया गया। उन्होंने अनशन जारी रखने की घोषणा की है। इससे पहले प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों की गांधी मैदान से गिरफ्तारी और कोर्ट में पेशी के बाद जेल जाने की आशंका को लेकर पूरे दिन गहमागमी रही। कोर्ट परिसर में भी बड़ी संख्या में प्रशांत किशोर के समर्थक जुट गए और जमकर नारेबाजी की।

मौसम का हाल : बिहार में अभी ठंड से नहीं मिलेगी निजात, पटना में बर्फीली पछुआ से आज और बढ़ेगी कनकनी

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों हाड़ कंपा देने वाली ठंड की चपेट में है। हालांकि बीते सोमवार को तीन दिनों के बाद दिन में सूर्य भगवान के दर्शन होने से शीतलहर जैसे हालात से राहत मिली। वैसे सुबह में घना कोहरा छाया रहा। जिस कारण क्षैतिज दृश्यता लगभग 150 से 200 मीटर के बीच रहा। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, वैसे-वैसे आसमान साफ होता गया और दोपहर में सूरज के तल्ख तेवर से लोगों को राहत मिली। सीधे सूर्य के नीचे रहने से हल्की गर्मी का एहसास हो रहा था।

इसी बीच मौसम विभाग के अनुसार बर्फीली पछुआ के कारण सूबे के ठंड में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। सोमवार देर रात से प्रदेश में पछुआ हवा का प्रवाह शुरू हुआ, जो आज मंगलवार से जोर पकड़ेगा। इसके प्रभाव से अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। हालांकि सोमवार की तरह दिन चढ़ने के साथ ही कोहरा छटेगा और धूप निकलने के आसार हैं।

सोमवार को प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। दिन का पारा 7.7 डिग्री तक चढ़ा। इससे तीन दिनों के बाद लोगों को भीषण ठंड से राहत मिली। प्रदेश का सबसे गर्म शहर 27.1 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी का पुपरी और सबसे ठंडा शहर 7.7 डिग्री सेल्सियस के साथ छपरा रहा।

बड़ी खबर : भूंकप के झटकों के साथ बिहार में सुबह की हुई शुरुआत, राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में डोली धरती

डेस्क : बिहार में आज सुबह की शुरुआत भूकंप के झटकों के साथ हुई। राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सुबह 6.37 बजे धरती डोलने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। पटना, गोपालगंज, बेतिया, मुंगेर समेत अन्य जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल और चीन की सीमा पर था। भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और चीन में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, यह झटके लगभग पांच सेकंड तक जारी रहे। भूकंप का केंद्र नेपाल की सीमा के पास था। लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया। वहीं मंगलवार सुबह दिल्ली-एनसीआर और पश्चिम बंगाल में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई, और इसका केंद्र नेपाल में स्थित था।

राजधानी पटना में सुबह 6:32 बजे से हल्के झटकों की शुरुआत हुई, जो बाद में तेज हो गए। झटके इतनी तीव्रता के थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। सुबह के समय नींद में सो रहे कई लोग भूकंप के झटकों से जाग गए। घटनास्थल पर फिलहाल किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लोग भयभीत हैं।

रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई, और इसका केंद्र नेपाल के गोकर्णेश्वर क्षेत्र में था। सुबह करीब 6:37 बजे जब लोग अपने दिन की शुरुआत कर रहे थे, तभी अचानक धरती हिलने लगी। झटके तेज थे, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। झटकों के कारण लोगों में थोड़ी देर के लिए डर और खौफ का माहौल बन गया। विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप का असर सीमावर्ती क्षेत्रों में भी महसूस किया गया। हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।

सीएम नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के तीसरे चरण का शिड्यूल जारी, जानिए किन-किन जिलों का करेंगे दौरा

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनदिनों अपने प्रगति यात्रा पर है। प्रगति यात्रा का उनका दूसरा चरण चल रहा है। जिसमें आज उन्होंने वैशाली जिले का दौरा किया। इस बीच उनके प्रगति यात्रा के तीसरे चरण का कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के तीसरे चरण की 16 जनवरी से शुरुआत होगी और 29 जनवरी को खत्म होगी। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार नौ जिलों में पहुंचेंगे। जिसमें पहले दिन 16 जनवरी को वह खगड़िया जाएंगे। वहीं 29 जनवरी को वह मधेपुरा पहुंचेगे।

तीसरे चरण के यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार का रात्रि विश्राम मधेपुरा में रखा गया है। जहां वह छह रातें गुजारेंगे।

*यह है तीसरे चरण में प्रगति यात्रा का पूरा कार्यक्रम*

16 जनवरी - खगड़िया
18 जनवरी - बेगूसराय
20 जनवरी - सुपौल
21 जनवरी - किशनगंज
22 जनवरी - अररिया
23 जनवरी - सहरसा
27 जनवरी - पूर्णिया
28 जनवरी - कटिहार
29 जनवरी - मधेपुरा
प्रगति यात्रा के क्रम में आज वैशाली जिले का दौरा किए सीएम नीतीश कुमार, कुल 125 योजनाओं का किए शिलान्यास और उद्घाटन


* डेस्क : प्रगति यात्रा क्रम में मुख्मंत्री नीतीश कुमार आज सोमवार को वैशाली जिला का दौरा किए। इस दौरान सीएम ने जिले के नगवां गांव में जलजीवन हरियाली योजना के अंतर्गत निर्मित तालाब का सौंदर्यीकरण के उद्घाटन के साथ-साथ कुल 125 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किए। वहीं उन्होंने विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा और स्थानीय लोगों से मिलकर उनके विचारों को जाना। मुख्यमंत्री ने मनरेगा भवन और डब्लूपीयू भवन का उद्घाटन किया, साथ ही विवो बिल्डिंग और पीएसस का शिलान्यास किया। वे जिले के विभिन्न विभागों की योजनाओं का शिलान्यास करने के लिए भी उपस्थित रहे। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नगवां के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में जीविका और 12 अन्य विभागों के स्टॉल का निरीक्षण किए। इसके पश्चात, वे गांव का दौरा करते हुए स्थानीय विधायक सिद्धार्थ पटेल के निवास के निकट जलकुंभी प्रसंस्करण और मछली पालन के स्टॉल का अवलोकन किया। यात्रा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सख्त व्यवस्था की गई थी। सभी मुख्य मार्गों पर बैरिकेडिंग और पुलिस बल तैनात किया गया था। यातायात को सुगम बनाए रखने के लिए कुछ मार्गों पर सुबह 7 बजे से कार्यक्रम के समापन तक प्रतिबंध लागू किए गए थे।