महाकुंभ 2025: 9 साल से एक हाथ ऊपर उठाए खड़े हैं महाकाल गिरी बाबा, जानें उनकी अनोखी कहानी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मेले का नजारा देखने लायक है. आस्था के इस महाकुंभ में देश और दुनिया से साधु संत आ रहे हैं. यहां आने कुछ साधु संत ऐसे भी हैं जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. इन्हीं में से एक बाबा हैं महाकाल गिरी बाबा जिन्होंने अपने संकल्प को लेकर सुर्खियों में छाए हैं.
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महाकाल गिरी बाबा मध्य प्रदेश से महाकुंभ में आकर धुनि रमा रहे हैं. बाबा ने अपने संकल्प के लिए पिछले 9 सालों से अपना एक हाथ ऊपर उठाकर रखा है. बाबा ने गौ रक्षा और धर्म रक्षा के लिए आजीवन संकल्प ले रखा है. खास बात ये है कि 9 सालों से एक बार भी उन्होंने अपने हाथ को नीचे नहीं किया है.
आकर्षण का केंद्र बने बाबा
महाकाल गिरी बाबा अपने इस संकल्प की वजह से हठयोगी बाबा के नाम से भी जाने जाते है. महाकुंभ में ये हठयोगी अब लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए है. लोग उन्हें देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक महाकाल गिरी बाबा राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं. पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से वो साधु का जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
हाथ में लिए भगवान भोलेनाथ की पिंडी
जब वह करीब 10-12 साल के थे तभी उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था. इसके बाद वो साधु-संतों के साथ रहने लगे और भगवान की भक्ति में डूब गए. पिछले 9 साल से वो अपना एक हाथ ऊपर उठाकर रखे हैं. उनका कहना है कि वो जिंदगीभर हाथ को ऐसे ही रखेंगे. बाबा जिस हाथ को ऊपर रखें हैं उस हाथ की मुट्ठी में भगवान भोलेनाथ की पिंडी लिए हैं. उनका कहना है कि इस काम में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती, ये सब भगवान की तपस्या और साधना से संभव हुआ है.
9 साल से नहीं काटे नाखून
महाकाल गिरी महाराज का कहना है कि लोक कल्याण के लिए वह ये तप कर रहे हैं. उनकी तपस्या सनातन धर्म के लिए है, जो उनके पिंडदान के साथ ही पूरी होगी. बाबा ने बताया कि जब से उन्होंने हाथ ऊपर उठाया तब से अपने हाथ के नाखून नहीं काटे. उन्होंने बताया कि वह हर बार कुंभ मेले में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने आते हैं.









Jan 05 2025, 20:21
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