*डीएम की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय दिव्यांगता समिति की बैठक*

गोण्डा- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील सदर के सभागार में जिला स्तरीय दिव्यांगता समिति, दिव्यांग पुनर्वास संबंधित जिला प्रबंधकीय समिति एवं लोकल लेवल समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी गौरव स्वर्णकार ने उपस्थित अधिकारीगणों को जनपद स्तरीय दिव्यांगता समिति के उद्देश्यों के बारे में बताया कि शासन द्वारा दिव्यांगजनों के सहयोगार्थ दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के माध्यम से विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख पेंशन योजना सहायक उपकरण योजना दिव्यांग हितैषी विद्यालय, राज्य स्तरीय दिव्यांग पुरस्कार योजना, दिव्यांग शादी विवाह योजना, दिव्यांग दुकान निर्माण योजना, मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल योजना आदि का विस्तृत रूप में विचार विमर्श किया गया। जिसमें जिलाधिकारी ने जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी को दिव्यांग संबंधी योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार हेतु निर्देशित किया। जिससे जनपद के सभी दिव्यांगजनों को योजनाओं का व्यापक लाभ देना सुनिश्चित किया जा सके।

बैठक के दौरान विधायक गोंडा सदर श्री प्रतीक भूषण द्वारा विधायक निधि से दिव्यांगजनों के लिए 200 मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल वितरित करने के संबंध में सकारात्मक प्रस्ताव तैयार करने के लिए सुझाव प्रस्तुत किया गया। साथ ही विधायक द्वारा अपनी विधानसभा के साथ-साथ जनपद की अन्य विधानसभाओं के मा० विधायकगणों से सकारात्मक सहयोग के लिए आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि मुख्य विकास अधिकारी के साथ विधायक गोंडा सदर द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव के संबंध में व्यापक रूप रेखा तैयार कर दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल दिए जाने के संबंध में तैयारी सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया।

साथ ही जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी गौरव स्वर्णकार ने दिव्यांगजनों के पुनर्वास से संबंधित जिला प्रबंधकीय समिति के बारे में विस्तृत विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। जिसमें बताया कि जनपद गोंडा में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र का संचालन किया जा रहा था, किंतु पुनर्वास केंद्र के कर्मचारियों को पिछले 5 वर्षों से मानदेय न मिलने के कारण वर्तमान में केंद्र संचालित नहीं हो रहा है, जिसके क्रम में जिलाधिकारी ने जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी को निर्देशित किया की जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र से संबंधित कर्मचारियों के मानदेय का प्रस्ताव को जनपद स्तरीय समिति की सहमति से निदेशालय भेजा जाए।

इसके बाद जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी ने उपस्थित सदस्यों को दिव्यांगों के हितैषी लोकल लेवल कमेटी के बारे में बताया, जिसका प्रमुख उद्देश्य है की अनाथ हुए दिव्यांगजनों के अभिभावक चयन के संदर्भ में निर्णय लेना एवं निरामया योजना के तहत दिव्यांगजनों का बीमा कराया जाना, जिसके क्रम में जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित दिव्यांग एनजीओ गौतम बुद्ध शिक्षण संस्थान के प्रमुख को निर्देशित किया कि दिव्यांगजनों के सहयोगार्थ व्यापक कैंप लगाएं जाएं। साथ ही जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी से समन्वय स्थापित कर जनपद के दिव्यांगों के लिए कल्याणार्थ बेहतर व्यापक प्रयास सुनिश्चित किया जाए। 

बैठक के दौरान विधायक गोंडा सदर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्साधिकारी, ,जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक के अंत में जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी द्वारा उपस्थित सभी महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक समाप्त हुई।

*विधायक, डीआईजी, डीएम व एसपी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में सुनी फरियादियों की समस्याएं*

गोण्डा- जनपद के समस्त तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें तहसील गोण्डा सदर में माननीय विधायक सदर गोण्डा, पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने आये हुए फरियादियों की समस्याओं को सुना तथा शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को प्रेषित किया गया।

जनसुनवाई के दौरान तहसील सदर गोण्डा में कुल 141 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें 15 प्रार्थना पत्रों का मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया है शेष को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत प्रकरण का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करते हुये आख्या तहसील में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि समाधान दिवस में प्राप्त होने वाले शिकायतों के निस्तारण के लिए टीम गठित किया जाय तथा टीम के द्वारा शिकायत का मौके पर स्थलीय जांचकर गुणवत्ता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाय।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण के मामले में संयुक्त रूप से राजस्व एवं पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर निस्तारित कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि तालाब जमीन की पैमाइश, अवैध कब्जा, चकरोड, नाली, अवैध अतिक्रमण आदि को पुलिस फोर्स के साथ हटवाने का कार्य करें। शिकायतकर्ताओं को मौके पर बुलाएं। उसके आने पर लिखित रूप से उल्लेख करें और निस्तारण के प्रकरण का फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी भी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण मौके पर जाकर पूरी गुणवत्ता के साथ करें अन्यथा संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

संपूर्ण समाधान दिवस के अंत में जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी संबंधित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

जनसुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता गीता देवी पत्नी बलराम निवासी मधईपुर ने अवगत कराया कि हमारे बैनामे की जमीन पर विपक्षी के द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया है, बात करने पर मार फौजदारी करने को तैयार हो जाते हैं, प्रकरण का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर गोंडा को निर्देश दिए हैं कि तत्काल जांच कराकर मामले का समाधान कराया जाए।

वहीं जनसुनवाई के दौरान कृपाला पत्नी हरीराम निवासी तेलिया कोट माफियनपुरवा ने बताया कि हमारे भूमि पर कुछ लोगों ने जबरन अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। मामले को संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर गोंडा को निर्देश दिए हैं कि एक संयुक्त टीम भेज कर अवैध कब्जा को मुक्त कराया जाए।

शिकायतकर्ता अयोध्या प्रसाद निवासी पेड़ारन थाना मोतीगंज में बताया कि पत्थर नसब का आदेश हो गया है, परंतु राजस्व निरीक्षक के द्वारा मौके पर पत्थर नसब नहीं कराया जा रहा है, मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने तहसीलदार सदर गोंडा को निर्देश दिए हैं कि मौके पर टीम भेज कर तीन दिवस के अंदर पत्थर नसब कराकर शिकायत का निस्तारण कराया जाए।

वहीं समाधान दिवस के अंत में पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र ने जनपद के समस्त थाना प्रभारी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि राजस्व मामले में एक बार मौके पर टीम जाकर पत्थर नसब, पैमाइश, अवैध कब्जा, डबल बैनामा सहित अन्य मामलों का निस्तारण कर दिया है, उसके बाद विपक्षी के द्वारा यदि किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप किया जा रहा है, तो उपरोक्त विपक्षी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करके कड़ी कार्यवाही करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही कदापि ना की जाए।

*एमएलए की शिकायत पर मंडलायुक्त ने गठित की तीन सदस्यीय जांच समिति, भ्रष्टाचार के आरोपों की होगी जांच*

गोण्डा- बाढ़ कार्यों में हुए कथित भ्रष्टाचार और अधोमानक कार्यों को लेकर उन्नाव के सदर विधायक पंकज गुप्ता द्वारा की गई शिकायत पर मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील ने तत्काल कार्यवाही करते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है।

उन्नाव विधायक पंकज गुप्ता ने मण्डलायुक्त को दिये अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि गण्डक बाढ़ मंडल बस्ती के अधीक्षण अभियंता सुरेन्द्र मोहन वर्मा ने ठेकेदारों से मिलीभगत करके बाढ़ के अधोमानक कार्य करवाए, जिसके कारण सरकारी धन की भारी बर्बादी हुई। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि अभियंता ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ठेकेदारों से अनुचित तरीके से कमीशन लेकर राजकीय धन का गबन किया तथा अपने अधीनस्थ खण्डों में कर्मचारियों से साथ गांठ करके मासिक वेतन में घपला करके धन का बंदरबांट किया है।

शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि विक्रमजोत ब्लॉक के अंतर्गत विक्रमजोत तटबंध की सुरक्षा हेतु बनाए गए स्पर और लॉन्चिंग एप्रन में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिससे कई जगहों पर यह कार्य क्षतिग्रस्त हो चुका है। विधायक द्वारा आरोप लगाया गया है कि अधीक्षण अभियंता ने एग्रीमेंट करते समय संबंधित ठेकेदार से मोटी रकम वसूली है अभियंता इस ठेकेदार के साथ मिलकर पार्टनरशिप में ठेकेदारी करते हैं जिस ठेकेदार ने बाढ़ जैसे संवेदनशील कार्य को घटिया क्वालिटी का कराकर सरकारी धन की वृहद स्तर पर लूट की है। अधीक्षण अभियंता ने अपने संवैधानिक पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी धन की बंदरबाट की है।

जनप्रतिनिधि की शिकायत पर मंडलायुक्त द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी में संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन मंडल, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, परिमंडल देवीपाटन मंडल, प्राविधिक परीक्षक प्राविधिक संपरीक्षा प्रकोष्ठ देवीपाटन मंडल को सदस्य नामित किया गया है। समिति सूक्ष्म और गहन जांच कर 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। शिकायत में सुरेन्द्र मोहन वर्मा के पास कई बंगलों और महंगी गाड़ियों के मालिक होने का भी आरोप लगाया गया है, जो कथित रूप से भ्रष्टाचार के माध्यम से अर्जित की गई संपत्ति बताई गई है। इस प्रकरण की भी गहन जांच कराए जाने की मांग की गई है।

*युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर दी जान*

वजीरगंज- थानाक्षेत्र अंतर्गत एक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फाँसी लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर अपने कब्जे में लिया,उसके बाद अन्य जरूरी कार्यवाहियों के बाद उसके पोस्टमार्टम के लिये मुख्यालय भेज दिया।

जानकारी के मुताबिक,मृतक युवक पंकज (27) अपने माँ-बाप के साथ मुंबई में रहता था। उसके पिता बैजनाथ चौहान मूलरूप से बस्ती जिले के रहने वाले थे और माँ थानाक्षेत्र के कटरा गाँव की थीं। शादी के बाद वह पति के साथ मुंबई चली गईं थी। जहाँ पंकज का जन्म हुआ था। मुंबई से ही कुछ वर्ष पूर्व उसके पिता गायब हो गये थे। जिसके बाद वह पंकज और उसकी बहन को लेकर तरबगंज थानाक्षेत्र के दुखड़िया गाँव किसी और के पास आकर उसके साथ रहने लगी।

कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई तो पंकज कटरा गाँव में अपने मामा राजकरन के पास आकर रहने लगा। वहीं से वह काम के सिलसिले में फिर मुंबई चला गया। जहाँ से वह कुछ समय पूर्व ही लौटा था। बीते शुक्रवार को वह वजीरगंज बाजार आया था। उसके बाद शनिवार सुबह गाँव के समीप रास्ते में एक आम के पेड़ से झूलता उसका शव संदिग्ध अवस्था में मिला था। बताया जाता है कि वह नशा भी करता था।

इस संबंध में थानाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि,मृतक युवक का शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकेगा।

आम नागरिकों को साइबर अपराध से बचाव हेतु किया जागरूक

गोण्डा। साइबर अपराध को इंटरनेट और कंप्यूटर के अवैध उपयोग के रूप में उल्लेखित किया जा सकता है। तकनीकी के विकास के चलते अपराधी भी अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर रहे है। आजकल प्रत्येक व्यक्ति मोबाइल व इण्टरनेट बैकिंग का प्रयोग कर रहा है। इंटरनेट के प्रयोग किये जाने से जानकारी के अभाव में कई लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा जनपद गोण्डा में आमजन को साइबर अपराध से बचाव एवं इससे निपटने के लिये बरती जाने वाली सावधानियों के प्रचार प्रसार हेतु जनपद में ऑपरेशन “साइबर कवच’’ अभियान की शुरूआत की गई है।

इस अभियान के अन्तर्गत जनपद के सभी थानों द्वारा प्रतिदिन विद्यालयों, प्रतिष्ठित संस्थाओं एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर वर्कशॉप एवं गोष्ठियां कर इंटरनेट के माध्यम से हो रहे इन अपराधों के बारे में जानकारी दे रहे है और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में पम्पलेट वितरित कर महत्वपूर्ण स्थानों पर पम्पलेट/पोस्टर चस्पा किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

आज 03 जनवरी को थानों पर गठित साइबर हेल्पडेस्क द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में जाकर गाँव/मोहल्लो में आमजनमानस के साथ साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। जागरूकता के दौरान साइबर जागरूकता टीम द्वारा सभी को साइबर अपराध की जानकारी दी गयी और बताया कि इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है ।

इसी क्रम में ATM में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे OTP, CVV नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(X), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है।

इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें। डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी ऑफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है।

मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। अन्त में सभी से आग्रह किया गया की दी गई जानकारी को अपने परिवार, आस-पड़ोस में अधिक से अधिक लोगों को बतायें जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो। जागरूकता के दौरान में उपस्थित आमजन को पम्पलेट वितरित किये गये तथा जनपदीय पुलिस द्वारा ATM, बैंक व वित्तीय संस्थान के आस पास साइबर पोस्टर/पम्पलेट चस्पा किया गया।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।

11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।

डीएम ने जनपद में लंबित राजस्व वादों के निस्तारण की समीक्षा की

गोण्डा। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद के राजस्व वादों के निस्तारण की समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने तहसीलवार लंबित सभी राजस्व वादो के निस्तारण हेतु जनपद के समस्त तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के स्तर पर लंबित वादों के संबंध में समीक्षा की।

उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धारा 24, 33, 34 तथा धारा-80 आदि के अंतर्गत जनपद में वादों के निस्तारण के संबंध में कड़े निर्देश दिये हैं कि न्यायालय पर बराबर समय से बैठक कर सभी वादों की सुनवाई करके समय से निस्तारित करें।

समीक्षा बैठक के दौरान न्यायालय पर लंबित पुराने वादों की विस्तृत समीक्षा करें तथा विस्तार में हो रही कठिनाइयों को जल्द दूर करते हुए वाद का निस्तारण करायें।

डीएम ने कहा कि राजस्व परिषद के दिशा निर्देशों के क्रम में ही सभी वादों का निस्तारण किया जाए यदि किसी प्रकार में कोई आपत्ति करता है और जांच में कोई विशेष बात नहीं है तो उसकी सुनवाई करके वाद का निस्तारण कर दिया जाय। बैठक में उन्होंने यह भी कहा है कि 3 से 5 वर्ष से अधिक पुराने वादों की बराबर सुनवाई करके जल्द से जल्द निस्तारित किया जाय।

समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, मुख्य राज्य अधिकारी महेश प्रकाश, तहसीलदार, तहसीलदार न्यायिक, नायब तहसीलदार तथा पेशकार उपस्थित रहे।

पुलिस ने एटीएम लगवाने के नाम पर जालसाजी करने के वांछित अभियुक्त को किया गिरफ्तार

गोण्डा । पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर आनन्द कुमार राय के नेतृत्व में गठित थाना कोतवाली नगर पुलिस टीम द्वारा मु0अ0सं0-269/24, धारा 420, 467, 468, 471, 406 भादवि थाना कोतवाली नगर से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त विपिन सिंह पुत्र जैन ब्रह्मा सिंह निवासी जानकी नगर कालोनी निकट मार्डन मैरेज लान थाना कोतवाली नगर जनपद गोण्डा को बस स्टैण्ड गोण्डा से गिरफ्तार किया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

वादी विशाल मित्तल पुत्र राम औतार मित्तल निवासी 504, आवास विकास कालोनी थाना कोतवाली नगर जनपद गोण्डा ने थाना को0 नगर पर सूचना दिया उडान पेमेंट सर्विस लिमिटेड कम्पनी के डायरेक्टर आदि 07 लोगो द्वारा जालसाज, बेइमानी, छलकपट व धोखाधड़ी करके ATM व AEPS(आधार इनेबल पेमेन्ट सर्विस) लगवाने के नाम पर 15 लाख रूपये फ्राड कर लिए है। इसी प्रकार उक्त कम्पनी द्वारा 24 लोगो से और सम्पर्क करके रू0 65,64,400/- का फ्राड किया गया है। जिसके सम्बन्ध में थाना को0नगर में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत हुआ था । पूर्व मे 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेला भेजा जा चुका है। आज दिनांक 03.01.2025 को थाना को0नगर पुलिस द्वारा अभियुक्त विपिन सिंह पुत्र जैन ब्रह्मा सिंह निवासी जानकी नगर कालोनी निकट मार्डन मैरेज लान थाना कोतवाली नगर जनपद गोण्डा को बस स्टैण्ड गोण्डा से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना को0नगर पुलिस द्वारा विधिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय रवाना किया गया।

चोरी की घटना पर आयुक्त ने दिए एसपी को जांच के निर्देश

गोण्डा । एडवोकेट शेर बहादुर सिंह व रावेन्द्र सिंह आदि अधिवक्ताओं ने आयुक्त न्यायालय कार्यालय प्रांगण के पूरब तरफ स्थित अधिवक्ता चैम्बर का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों द्वारा बीती रात कुर्सी तथा पत्रावलियों की चोरी की घटना के सम्बन्ध जॉच कराकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने को लेकर आयुक्त देवीपाटन को प्रार्थना पत्र दिया। इस पर आयुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील ने पुलिस अधीक्षक गोण्डा को चोरी के सम्बन्ध में जॉच कराकर नियमानुसार कार्यवाही कर अतिशीघ्र अवगत कराने के निर्देश दिए है

गरीबों की सेवा यज्ञ के समान

मनकापुर (गोंडा)। गरीबों की सेवा भगवान की सच्ची सेवा है जो लोग गरीबों की मदद करते हैं उनको भगवान का आशीर्वाद मिलता है। उक्त उद्गार बृहस्पतिवार को शास्त्री नगर मोहल्ले में मानस मंगल दल सेवा समिति के बैनर तले बाल सामाजिक कार्यकर्ता संघ मनकापुर की नशा मुक्ति अभियान नेत्री शिवा प्रियदर्शनी ने व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा यज्ञ के समान है। इस दौरान लमती, बल्लीपुर, देवरहना, हरसिंहवा, भरहूं आदि गांव के बदायूं, राजकरन, जानकी, अनसुइया, सीता, राधा, उर्मिला, शांति, गीता आदि लोगों में कंबल वितरण किया गया। बाल सामाजिक कार्यकतार्ओं ने घूम-घूम कर ठंड से कांप रहे जरूरतमंदों में राहगीरों को भी कंबल वितरित किया। डॉ चरन सिंह, पूजा मनमोहिनी, दिव्या दिव्यदर्शनी, राकेश भरहूं, अमित बैटरी, प्रभाशंकर मिश्रा, भीषम वर्मा, रामचंद्र जायसवाल, कामता मिश्रा, आर के नारद, आकाश, विकास आदि ने सहयोग किया।

साइबर सेल टीम ने पीड़ितों की फ्राड गयी 74,717/- रुपए की धनराशि करायी वापस

गोण्डा । जनपद गोण्डा में साइबर फ्रॉड अपराध की रोकथाम के संबंध में त्वरित कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा दिये गये निदेर्शों के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के मार्गदर्शन में साइबर सेल टीम द्वारा पीड़ित के फ्रॉड गयी धनराशि को सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए धनराशि 74,717/- रुपए पीड़ित के खाते में वापस करायी गयी।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

आवेदक 01. आलोक कुमार शर्मा पुत्र अमरनाथ शर्मा निवासी ग्राम चाँदारत्ती, पोस्ट खम्हरिया गोण्डा, 02. अरविन्द कुमार तिवारी निवासी माधोजोत गांव इटियाथोक, गोण्डा, 03. अभिषेक कुमार निवासी मोतीगंज जनपद गोण्डा, 04. राजे खान निवासी करनैलगंज, जनपद गोण्डा के अलग अलग तरीके से साइबर फ्राड के माध्यम से रुपए फ्राड हो जाने की तुरंत शिकायत आवेदकों द्वारा साइबर क्राइम की वेबसाइड पर तत्काल आनलाइन शिकायत दर्ज करायी तथा साइबर सेल पोर्टल पर शिकायत अपलोड किया। जिसके जांच के क्रम में साइबर सेल टीम द्वारा सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए पीड़ितों के 74,717/- रू0 की धनराशि वापस करायी गयी। पीड़ितों द्वारा अपने रुपए वापस पाकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए गोण्डा पुलिस को धन्यवाद दिया गया।

नोट- साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल 1930 पर सूचना अंकित कराये, सूचना विलम्ब से देने पर साइबर अपराधियों द्वारा धन निकाल लिया जाता है। धन निकलने के उपरान्त पैसे वापस होने की सम्भावना बहुत कम होती है। लोगो को साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओ0टी0पी0, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थाना पर गठित साइबर सेल को सूचना दें एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएँ।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. आॅनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. आॅनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. आॅनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साइबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. आॅनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।