पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में बनी नई खेल संस्कृति : सीएम योगी

गोरखपुर, 3 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में देश के अंदर एक नई खेल संस्कृति बनी है। पीएम मोदी ने खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट, सांसद खेल स्पर्धा के माध्यम से खेल की नई संस्कृति को आगे बढ़ाया है तो प्रदेश में राज्य सरकार भी खिलाड़ियों और खेल की गतिविधियों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है।

सीएम योगी शुक्रवार को दोपहर बाद महानगर के भाटी विहार कॉलोनी में बने गोरखपुर के पहले मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के क्रम में राज्य सरकार ने ग्रामीण खेल लीग शुरू किया है। युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों के जरिये गांवों में खेलों का माहौल तैयार किया जा रहा है। हर गांव में खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं। ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बनाने के लिए जमीन व धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गोरखपुर में एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने जा रही है। इसके अलावा कुछ माह में राप्ती नगर क्षेत्र में 33 एकड़ में एक बड़ा स्पोर्ट्स सेंटर भी बनना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सहजनवा में एक मिनी स्टेडियम का निर्माण चल रहा है। अन्य क्षेत्रों में भी मिनी स्टेडियम बनाने की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाटी विहार के मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का संचालन पीपीपी मोड पर कराया जाएगा। यहां खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण और अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी।

खेल बेहतरीन करियर का माध्यम भी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेल करियर बनाने का भी बेहतरीन माध्यम है। प्रदेश सरकार ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप के पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी देती है। उन्होंने बताया कि 2022 के टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को सीधे डिप्टी एसपी बनाया गया है। इस बार की ओलंपिक पदक विजेता हॉकी टीम के खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी सरकार डिप्टी एसपी बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को यूपी पुलिस और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दी जा चुकी है।

खिलाड़ियों पर धनवर्षा करती है सरकार

सीएम योगी ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों पर धनवर्षा करने के तथ्य को स्थापित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ओलंपिक की एकल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ी को 6 करोड़, सिल्वर मेडल जीतने वाले को 4 करोड़ तथा ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को 2 करोड़ रुपये की धनराशि देती है। टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3 करोड़, 2 करोड़ और 1 करोड़ रुपये होती है। एशियाड, कामनवेल्थ गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप के पदक विजेता को भी नकद पुरस्कार दिए जाते हैं। साथ ही इन स्पर्धाओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।

जिन्हें लोग भूल गए, उन्हें पीएम मोदी ने याद किया

खेल पुरस्कारों के लिए चुने गए खिलाड़ियों का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस बार चार बड़े खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए चुना गया है। इनमें उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी और पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रवीण कुमार भी हैं। अर्जुन पुरस्कार में एक ऐसे खिलाड़ी मुरलीकांत पेटकर को चुना गया जिन्होंने सत्तर के दशक में पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। लोग उन्हें भूल गए थे लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें याद किया।

स्वस्थ जीवन के लिए खेल आवश्यक

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए खेलकूद आवश्यक है। कोरोना की चपेट में ज्यादातर वही लोग आए जो आरामतलब थे। स्वस्थ जीवन के लिए परिश्रम जरूरी है और खेलकूद इसका बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा कि एक फिट युवा ही स्वस्थ और सशक्त समाज एवं राष्ट्र की आधारशिला रख सकता है। फिट युवा की ऊर्जा का लाभ राष्ट्र को मिलता है।

मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण कर खुश हुए सीएम

मुख्यमंत्री ने बाबा राघव दास के नाम पर बने मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कॉम्प्लेक्स में इंडोर गेम्स के लिए जिम, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, बैडमिंटन कोर्ट, राइफल व पिस्टल शूटिंग रेंज, मल्टी परपज हाल आउटडोर गेम्स के लिए 300 मीटर का सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, लॉन टेनिस कोर्ट आदि जायजा लिया। वह यहां की व्यवस्था देखकर खुश हुए कि शासन की निधि का खिलाड़ियों के हित में अच्छा इस्तेमाल किया गया है। खासतौर पर शूटिंग रेंज की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अब शूटिंग के खिलाड़ियों को कौशल निखारने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा 2 एकड़ भूमि पर कराया गया। इस पर 5.96 करोड़ रुपये की लागत आई है जिसमें से 3 करोड़ रुपये सीएम योगी ने अपनी विधायक निधि (विधानमंडल क्षेत्र विकास निधि) से दिए हैं। शेष धनराशि जीडीए ने दिया है। लोकार्पण समारोह को महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। अंत मे मंडलायुक्त अनिल ढींगरा और जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इस अवसर पर एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, सरवन निषाद, स्थानीय पार्षद धर्मदेव चौहान, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, जीडीए बोर्ड के सदस्य राधेश्याम श्रीवास्तव, दुर्गेश बजाज, पवन त्रिपाठी समेत, ब्लॉक प्रमुख संजय सिंह ज़ संजय यादव, प्रशासन, जीडीए और पुलिस के अधिकारी, खिलाड़ी और बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित रहे।

खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट वितरित किए सीएम योगी ने

मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट वितरित किए। मुख्यमंत्री के हाथों स्पोर्ट्स किट प्राप्त करने वालों में शगुन, अनिका गौतम, परी गुप्ता, हर्षित बंसल, अंशुमन मल्ल, अजहर अली, उत्कर्ष श्रीवास्तव, रिया त्रिपाठी, मालविका द्विवेदी और आकांक्षा पांडेय शामिल रहीं।

शिक्षक की अलख जगाने वाली देवी क्रान्तिज्योति माता सावित्री बाई फुले जी अमर रहें....

गोरखपुर। आज नगर पंचायत गोला के बेवरी अम्बेडकर चौराहे पर *देश की प्रथम महिला शिक्षिका क्रान्तिज्योति माता सावित्रीबाई फुले जी के जयंती के अवसर पर गौतम बुद्धा सेवा समिति के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया, जहाँ कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि के रूप में विनय सैनी सभासद जी व विशिष्ट अतिथि पप्पू माली तथा विशाल सैनी जी व समिति के सदस्यों ने उनके चित्र के सामने दीपप्रज्वलित व पुष्प अर्पित कर की। इस अवसर पर गब्बूलाल पूर्व जिला पंचायत सदस्य, कन्हैया लाल, बबलू गौतम, विनय सैनी व रणविजय ने बताया कि सावित्रीबाई फुले न सिर्फ पहली महिला शिक्षिका थी, बल्कि महान समाजसेविका और नारी मुक्ति आंदोलन की प्रणेता भी थीं। उनका पूरा जीवन समाज के वंचित तबके खासकर महिलाओं और दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष में बीता। उनका नाम आते ही सबसे पहले शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में उनका योगदान हमारे सामने आता है। वे हमेशा महिलाओं और वंचितों की शिक्षा के लिए जोरदार तरीके से आवाज उठाती रहीं। वे अपने समय से बहुत आगे थीं और उन गलत प्रथाओं के विरोध में हमेशा मुखर रहीं। शिक्षा से समाज के सशक्तिकरण पर उनका गहरा विश्वास था। सावित्रीबाई फुले एक महान समाज सुधारक, दार्शनिक, कवयित्री और शिक्षाविद् भी थीं। उनके पति ज्योतिराव फुले भी एक प्रसिद्ध चिंतक और लेखक थे। जब महाराष्ट्र में अकाल पड़ा तो सावित्रीबाई और महात्मा फुले ने जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने घरों के दरवाजे खोल दिए थे। सामाजिक न्याय का ऐसा उदाहरण विरले ही देखने को मिलता है। जब वहां प्लेग का भय व्याप्त था तो उन्होंने खुद को लोगों की सेवा में झोंक दिया। इस दौरान वे खुद इस बीमारी की चपेट में आ गईं। मानवता को समर्पित उनका जीवन आज भी हम सभी को प्रेरित कर रहा है।

इस अवसर पर अरुण कुमार रामजी वकील अजय कुमार रामकिशुन यादव एजाज मालिक रणजीत गोलू उर्फ प्रधान दीपू नारायण विनोद गौतम सतपाल रामभजन अशोक सुरेश अश्वनी गिरजेश विशाल गोविंद बालेन्द्र अमन अमित बृजेश संदीप रामानंद प्रिंस मौर्या अमरजीत देव नारायण चंदन सम्मी आर्या व अक्षय प्रताप सहित इत्यादि लोग भारी संख्या में मवजूद थें। क्रान्तिज्योति महात्मा ज्योतिबा राव फुले जी अमर रहें क्रांतिज्योति माता सावित्री बाई फुले जी अमर रहें बाबा साहब अमर रहें

अभाविप के 64वें प्रांत अधिवेशन के लिए गोरखपुर महानगर में भव्य तैयारियां

गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के गोरखपुर महानगर में आयोजित होने जा रहे 64वें प्रांत अधिवेशन के निमित्त अभाविप प्रांत कार्यालय बेतियाहाता में पत्रकार वार्ता आयोजित हुई।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 64वें प्रांत अधिवेशन के निमित्त प्रांत मंत्री मयंक राय, प्रांत सह-मंत्री अर्पित कसौधन व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुश्री सौम्या गुप्ता पत्रकार वार्ता में उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का गोरखपुर महानगर में आयोजित यह प्रांत अधिवेशन विद्यार्थियों के लिए प्रवेश, परीक्षा, परिणाम जैसे विषयों पर विभिन्न मुद्दों पर संवाद का प्रमुख मंच है। पूर्वांचल में शैक्षिक विसंगतियों पर लगे अंकुश, यातायात नियमों का कठोरता से हो पालन और पूर्वांचल में स्वास्थ्य सेवाओं का गिरता स्तर व बाजारीकरण जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण प्रस्ताव इस अधिवेशन में भाग ले रहे प्रतिनिधियों के समक्ष रखा जाएगा, जिसपर विस्तृत चर्चा के उपरांत इन्हें पारित किया जाएगा। श्री राय ने आगे बताया कि प्रांत अधिवेशन के लिए योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह को पूरा भव्य बनाया गया है जहां भारतीय विचार से जुड़े विभिन्न प्रतीक चिन्ह रहेंगे। इस अधिवेशन के पहले दिन 04 जनवरी को हनुमान प्रसाद पोद्दार प्रदर्शनी का उद्घाटन जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के कुलपति प्रोफेसर संजीत गुप्ता जी करेंगे तथा 5 जनवरी को यूजीसी के पूर्व चेयरमैन व टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) के कुलपति प्रोफेसर धीरेंद्र पाल सिंह जी उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि रहेंगे।

अभाविप का 64वां प्रांत अधिवेशन गोरखपुर महानगर में हो रहा है, यह आतिथ्य गोरखपुर धर्म और संस्कृति की पावन धरा है ऐसे स्थान पर प्रांत के अलग-अलग क्षेत्रों से प्रतिभाग कर रही छात्रशक्ति के समागम से एकता में अनेकता का भाव‌ स्पष्ट दिखाई देगा। विद्यार्थी परिषद के 76 वें वर्ष की ध्येय यात्रा देश के विद्यार्थियों की सशक्त आवाज रही है। अभाविप का उद्देश्य है सभी को साथ लेकर चलना।‌ विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में देश में अनेक परिवर्तनकारी काम हुए हैं। पत्रकार वार्ता में विशेष रूप से राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद सदस्य सुश्री सौम्या गुप्ता और प्रांत सह मंत्री अर्पित कसौधन रहे।

*सीएम योगी का सटीक निशाना, पहली ही बार ‘बुल्स आई’*

गोरखपुर, 3 जनवरी। गोरखपुर के भाटी विहार कॉलोनी में नवनिर्मित मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके शूटिंग रेंज में राइफल से लक्ष्य पर निशाना भी साधा। उनकी सटीक निशानेबाजी देख साथ में मौजूद लोग हतप्रभ रह गए। मुख्यमंत्री ने पहली ही बार में ‘बुल्स आई’ टारगेट कर दिया, यानी सौ फीसद सटीक लक्ष्य पर ही निशाना।

मुख्यमंत्री की खेलों के प्रति खासी दिलचस्पी है। इसमें भी पारंपरिक भारतीय खेलों के साथ निशानेबाजी से उनका लगाव कई बार सार्वजनिक देखा जाता है। जब भी वह सैन्य प्रदर्शनियों और खेल एकेडमी या खेल केंद्रों में जाते हैं तो निशानेबाजी के अभ्यास से खुद को नहीं रोक पाते। शुक्रवार को गोरखपुर के भाटी विहार कॉलोनी में मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री जब मल्टीपर्पज हाल में बने शूटिंग रेंज में आए तो उन्होंने दस मीटर रायफल शूटिंग के रेंज पर निशानेबाजी में हाथ आजमाया। उनका पहला शॉट ही बुल्स आई रहा। उनके सटीक निशाने पर वहां मौजूद सभी लोग आश्चर्य चकितहोकर मुस्कराने लगे।

अंतिम पायदान के व्यक्ति तक सुविधा पहुंचाने को सरकार प्रयत्नशील : सीएम योगी

गोरखपुर, 3 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में अंतिम पायदान के व्यक्ति तक सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास होना चाहिए। सरकार इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से प्रयत्नशील है। सरकार का यह संकल्प है कि भीषण शीतलहर में कोई भी व्यक्ति खुले में सोने और ठंड से ठिठुरने को मजबूर न हो। इसके लिए आश्रय गृहों की व्यवस्था, कंबल वितरण सहित सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं।

सीएम योगी शुक्रवार पूर्वाह्न ट्रांसपोर्ट नगर में नगर निगम द्वारा 2 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से बनाए गए नवीन आश्रय गृह (रैन बसेरा) का लोकार्पण करने और गरीबों-असहायों के बीच कंबल व भोजन पैकेट वितरित करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रैन बसेरे के लोकार्पण और यहां उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण शीतलहर में आश्रयविहीन को आश्रय मिल जाए, यह सबसे बड़ा पुण्य है। ट्रांसपोर्ट नगर के रैन बसेरे से पहले शहर में कई आश्रय गृह पहले से संचालित हैं।

कंबल वितरण के लिए हर जिले में पर्याप्त धनराशि जारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में जरूरतमंद लोगों को भीषण ठंड से बचाने के लिए राजस्व विभाग के माध्यम से सभी जिलों को कंबल वितरण के लिए पर्याप्त धनराशि जारी की गई है। हर जिले में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पर्याप्त संख्य में कंबल वितरण हो रहे हैं। इसमें धर्मार्थ संस्थाएं भी आगे आई हैं। यह सबकी जिम्मेदारी होती है कि हम हर जरूरतमंद व्यक्ति की विपत्ति में उसके साथ खड़े रहें। सीएम योगी ने कहा कि कुछ दिनों तक शीतलहर का यह दौर जारी रह सकता है। ऐसे में हमें स्वस्थ जीवन के लिए सबको सावधानी और बचाव के उपायों के प्रति लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है।

खुले में कोई न सोए, इसे नागरिक भी देखें

मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन-प्रशासन ने आश्रय गृहों की व्यवस्था दी है। खुले में आसमान के नीचे, सड़क के किनारे फुटपाथ पर कोई खुले में न सोए, यह देखना जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। यदि कोई बाहर से आया आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति, मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति या शहर में काम की तलाश में आए कामगार-मजदूर, रिक्शा वाले खुले में सोते मिले तो पूरी सम्वेदना से उसे आश्रय गृह पहुंचाने की पहल होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा के समय, भीषण सर्दी, बाढ़, भीषण गर्मी जैसी स्थितियों में आश्रय गृह बेहद उपयोगी साबित होते हैं। इस अवसर पर उन्होंने सुरक्षा के ध्यान को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन तो सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा ही रहे हैं, समाज के लोगों को भी देश के दुश्मनों से सावधान रहना होगा।

जो लोग बच जाएं, उन्हें भी उपलब्ध कराएं कंबल

रैन बसेरे के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में करीब एक हजार लोगों के बीच कंबल और भोजन के पैकेट वितरित किए गए। कई लोगों को मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथों से कंबल और भोजन के पैकेट प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने बच्चों को चॉकलेट और दुलार कर आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां जो लोग भी कंबल पाने से बच जाएं, उनके नाम नोट कर लिए जाएं। कार्यक्रम के बाद उन तक भी कंबल पहुंचना सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, महानगर के कई पार्षद, जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।

व्हीलचेयर पर बच्चे को देख भावुक हो गए सीएम योगी

कंबल वितरण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर जैसे ही मेवातीपुर से आई अनीता रानी और उनके साथ व्हीलचेयर पर बैठे उनके पुत्र 11 वर्षीय अर्जित पर पड़ी तो वह भावुक हो गए। उनके यह पूछने पर कि बच्चे को क्या हो गया है, अनीता ने बताया कि बचपन से ही न्यूरो की प्रॉब्लम होने से अर्जित चल फिर या बोल नहीं पाता है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर को दिखाइए, इलाज कराइए। हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

प्राकृतिक विधि के जल शोधन से नदी की शुद्धि के साथ करोड़ों की बचत : मुख्यमंत्री

गोरखपुर, 3 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राप्ती नदी में गिरने वाले नालों के प्राकृतिक विधि (फाइटोरेमिडीएशन तकनीकी) से जल शोधन की 2 करोड़ 70 लाख रुपये की नगर निगम की परियोजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक विधि से जल शोधन से नदी की शुद्धि के साथ करोड़ों रुपए की बचत भी होगी। इसमें न तो बिजली का खर्च आएगा और न ही मेंटिनेंस का।

तकियाघाट पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में राप्ती नदी अविरल एवं निर्मल रहे, उसका जल स्वच्छ एवं सुदर रहे, इसके लिए जो प्रयास नगर निगम ने किया है वह सराहनीय है। यह बहुत बड़ा काम हुआ है। यह कार्य उर्वरता और जीवन को बचाने के लिए हुआ है। सीएम ने कहा कि महापुरूषों ने जल को जीवन माना है। प्रदूषित जल के कारण गोरखपुर के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1977 से लेकर 2017 तक 50 हजार मासूम बच्चे इंसेफेलाइटिस एवं वेक्टरजनित बीमारियों के कारण काल के गाल में समा गए। विषाणुजनित बीमारियों से होने वाली मौतों का कारण प्रदूषित जल और गंदगी था। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से स्वच्छ भारत मिशन पूरे देश में लागू हुआ। हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए शहरी क्षेत्र में अमृत मिशन और ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन प्रारम्भ हुआ। हर घर नल योजना के माध्यम से घर-घर तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया गया।

पीएम मोदी की प्रेरणा से प्रारम्भ हुआ नदी संस्कृति को बचाने का कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज नामामि गंगे परियोजना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से नदी संस्कृति को बचाने का कार्य प्रारम्भ किया गया है। आज उसका परिणाम है कि दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक व आध्यात्मिक समागम उत्तर प्रदेश की धरती प्रयागराज में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी पर महाकुम्भ के रूप में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में भी हमारी सभ्यता एवं संस्कृति नदी के तट पर बसी है। गोरखपुर राप्ती नदी व रोहिन नदी के तट पर बसा है। जो नदी हमारी सभ्यता व संस्कृति की जननी है, उसे शुद्ध करने का कार्य किया जा रहा है।

350 था बीओडी लेवल, अब 22 हुआ

मुख्यमंत्री ने कहा कि राप्ती नदी में प्रदूषित पानी गिरने के कारण पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल नगर निगम पर लगातार जुर्माना कर रहा था। नगर निगम ने 110 करोड रुपये की लागत से एसटीपी बनने की तैयारी की थी। तब हमने कहा कि जल शोधन के लिए प्राकृतिक तरीका अपनाया जाए। आज उसका सुखद परिणाम सबके सामने है। पहले यहां पानी का बीओडी (बायो केमिकल ऑक्सीजन डिमांड) लेवल 350 तक पहुंच गया था और खतरनाक जहर से भी बदतर होकर वह खेतों में सिंचाई के लायक भी नहीं था। प्राकृतिक विधि से जल शोधन के बाद अब बीओडी लेवल शुद्ध स्थिति में आ गया है। इस परियोजना में अंतिम छोर पर गिरने वाले पानी का बीओडी लेवल 22 आया है।

सिर्फ एक बार का खर्च और फिर बचत ही बचत

सीएम योगी ने कहा कि प्राकृतिक विधि से जल शोधन की इस परियोजना में सिर्फ एक बार 2 करोड़ 70 लाख रुपये लगे हैं। और, अब इससे करोड़ों रुपए की बिजली और मेंटिनेंस खर्च की बचत होगी। उन्होंने कहा कि इस विधि को और भी अच्छे ढंग से आगे बढ़ा सकते हैं। यह सतत विकास का एक मॉडल है। इसको हम हर नाले के साथ जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी ड्रेनेज और सीवर से जुड़े हुए जितने भी नाले हैं, उन सबको इसी रूप में आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे तो एक प्राकृतिक मॉडल के माध्यम से कम खर्चे में बेहतर परिणाम देकर जीवन की सबसे बुनियादी आवश्यकता जल की शुद्धता को बनाये रखने में हम सफल हो पायेंगे।

समारोह को महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और विधायक विपिन सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक भोला अग्रहरि, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

नाले के शोधन कार्य का सीएम योगी में लिया जायजा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नगर निगम की प्राकृतिक विधि (फाइटोरेमिडीएशन तकनीकी) से जल शोधन परियोजना का शुभारंभ करने से पूर्व इसका जायजा भी लिया। उन्होंने प्रोजेक्ट की डिजाइन का अवलोकन करने के साथ मौके पर जाकर शोधित जल की स्थिति भी देखी। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने उन्हें बताया कि महानगर से निकलने वाला दूषित जल मुख्य 15 नालों के माध्यम से राप्ती और रोहिन नदी में गिरता है। नदी के जल को दूषित होने से बचाने के लिए इलाहीबाग रेगुलेटर से तकिया घाट होते हुए राप्ती नदी में गिरने वाले नाले पर नगर निगम द्वारा 2 करोड़ 70 लाख रुपये की लागत से प्राकृतिक विधि (फाइटोरेमिडीएशन तकनीकी) से जल शोधन का कार्य कराया जा रहा है। इस विधि के तहत मुख्य नाले एवं उसमें गिरने वाले चार ब्रांच नालों और दो अन्य ब्रांच नालों पर प्री फिल्टर लगाया गया है। साथ ही प्रति 30 से 40 मीटर पर प्राकृतिक स्टोन से गैबियन वाल बनाई गई है। नाले में एक्वेटिक प्लांट भी लगाए गए हैं। इन प्रक्रियाओं से होकर गुजरने वाला जल शोधित होकर नदी में गिरता है। इस परियोजना की क्षमता प्रतिदिन 15 मेगा लीटर जल शोधन की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अन्य नालों को भी इंटरसेप्ट कर प्राकृतिक विधि से जल शोधन का सुझाव दिया।

नागरिकों से किया आत्मीय संवाद, बच्ची से पूछा- कैसी चल रही पढ़ाई

तकियाघाट पर जल शोधन परियोजना का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने कक्षा तीन में पढ़ने वाली आशिया नाम की एक बच्ची से पूछा कि पढ़ाई कैसी चल रही है। मुख्यमंत्री में आशिया और अन्य बच्चों को आशीर्वाद देते हुए चॉकलेट भी गिफ्ट किया।

5 साल तक पत्नी बना कर किया दुष्कर्म, कर ली दूसरी शादी

खजनी गोरखपुर।महिला सशक्तिकरण के तमाम बड़े दावों के बावजूद समाज में युवतियां लगातार यौन शोषण और धोखे का शिकार हो रही हैं। जिले के गगहां थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी युवती ने आज खजनी थाने में पहुंच कर प्रार्थनापत्र देकर गुहार लगाई कि थाना क्षेत्र के उनवल नगर पंचायत के वार्ड संख्या 1 के निवासी एक युवक ने बीते 5 साल पहले उससे शादी की और पति-पत्नी दोनों किराए का कमरा लेकर जिले के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र में रहते थे। गुजर बसर के लिए युवती शहर के एक रेडिमेड कपड़े की दुकान में काम करती थी।

युवती ने बताया कि इस बीच वह 5 बार गर्भवती हुई जिसमें 3 बार उसके पति ने जबरन एबार्शन

(गर्भपात) करा दिया और दो बार दवा खिलाकर गर्भ नष्ट करा दिया। पीड़ित युवती ने बताया कि माता पिता ने पहले जहां उसकी शादी कराई थी वह पति बहुत अधिक शराब पीता था और उसे मारता पीटता था तंग आकर वह आत्मनिर्भर बन कर शहर में रह कर नौकरी करने लगी इस बीच उनवल के युवक से उसकी जान पहचान हुई। दोनों की मुहब्बत परवान चढ़ी तो युवती ने अपने मां बाप की सहमति से मंदिर में युवक के साथ शादी कर ली और दोनों साथ रहने लगे 5 वर्षों तक युवक उसका यौन शोषण करता रहा। इस दौरान दोनों के बीच अनबन हुई तो युवक नाराज़ हो कर बैंगलुरू मेहनत मजदूरी करने चला गया। बेंगलुरु में रहते हुए लगभग दो महीने तक दोनों के बीच बातचीत होती रही ।

फिर अचानक युवक का फोन बंद रहने लगा परेशान युवती अपने पति का पता लगाती रही। इस बीच उसे जानकारी मिली कि 4 महिने पहले युवक ने दूसरी शादी कर ली है। खजनी थाने में शिकायत लेकर पहुंची युवती ने थानाध्यक्ष से युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की किंतु थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि घटना शहर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र की है अतः उसकी शिकायत रामगढ़ताल थाने में ही दर्ज होगी। अपनी सहेली के साथ थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंची पीड़िता युवती मायूस हो कर लौट गई।

थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि मामला रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र का था जीरो एफआईआर दर्ज करने पर भी हमें विवेचना संबंधित थाने को भेजनी पड़ती अतः पीड़िता की सुविधा के लिए उसे संबंधित थाने पर भेज दिया गया है।

रुद्राभिषेक कर सीएम योगी ने की राष्ट्र कल्याण की कामना

गोरखपुर। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार प्रातः बेला में गोरखनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक कर भगवान भोलेनाथ से राष्ट्र कल्याण और सभी नागरिकों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। पौष माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी (विनायक चतुर्थी) के मान में हुए रुद्राभिषेक अनुष्ठान की पूर्णता सीएम योगी ने हवन करके की।

गोरखनाथ मंदिर स्थित पीठाधीश्वर आवास के प्रथम तल पर शक्तिपीठ में सीएम योगी ने देवाधिदेव महादेव को विल्व पत्र, कमल पुष्प, दूर्वा, अनेकानेक पूजन सामग्री अर्पित करने कर बाद दूध, दही, घी, शर्करा और कई तीर्थ स्थलों के पवित्र जल से रुद्राभिषेक किया। मठ के विद्वत पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कराया। रुद्राभिषेक के बाद मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन किया। विधि विधान से पूर्ण हुए अनुष्ठान के उपरांत उन्होंने भगवान भोलेनाथ से राष्ट्र के कल्याण की प्रार्थना और समस्त नागरिकों के आरोग्यमय, सुखमय, समृद्धमय व शांतिमय जीवन की मंगलकामना की।

जनता की समस्याओं पर तत्काल हो कार्रवाई : सीएम योगी

गोरखपुर। शुक्रवार को कड़ाके की ठंड के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नए साल के पहले जनता दर्शन में गोरखनाथ मंदिर पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और त्वरित व संतुष्टिपरक समाधान का भरोसा दिया। सबको आश्वस्त किया कि किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि हर पीड़ित की समस्या पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।

गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में करीब 150 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। प्रतिकूल मौसम को देखते हुए इस बार जनता दर्शन का आयोजन मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सभागार में किया गया। यहां कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और एक-एक फरियादी से मिले।

मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। राजस्व व पुलिस से जुड़े मामलों को उन्होंने पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ निस्तारित करने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए। यदि कोई किसी की भूमि पर जबरन कब्जा कर रहा हो तो उसे कानून सम्मत सबक सिखाया जाए।

गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में सीएम योगी ने की गोसेवा

गोरखपुर प्रवास के दौरान गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शुक्रवार सुबह दिनचर्या परंपरागत रही। उन्होंने प्रातःकाल गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर जाकर मत्था टेका। सीएम योगी जब भी गोरखनाथ मंदिर में होते हैं तो गोसेवा उनकी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा रहती है। शुक्रवार सुबह भी वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला में पहुंचे और वहां कुछ समय व्यतीत किया। गोशाला में सीएम योगी ने चारों तरफ भ्रमण करते हुए गोवंश को उनके नामों से पुकारा। उनकी आवाज इन गोवंश के लिए जानी पहचानी है। प्यार भरी पुकार सुनते ही कई गोवंश दौड़ते-मचलते हुए उनके पास आ गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके माथे पर हाथ फेरा, उन्हें खूब दुलारा और अपने हाथों से उन्हें गुड़ खिलाया। मुख्यमंत्री ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से सभी गोवंश के स्वास्थ्य व पोषण की जानकारी ली और ठंड के मौसम में विशेष देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए।

दो दिवसीय मधुरम् फुटबाल फेस्टिवल का हुआ शुभारंभ

गोरखपुर। दो दिवसीय मधुरम् फुटबाल फेस्टिवल के अन्तगत आयोजित फुटसल फुटबाल प्रतियोगिता के प्रथम दिन उद्‌घाटन मैल सेन्ट यूट्यू स्कूल का मुकाबला ओम स्पौर के मध्य हुआ जिसमें ओम स्फे ० विजेता रही। आज इस फेस्टबल समारोह के मुख्य अतिशि अवधेश पाण्डेय 2-04 (गुरुजी) वि० अ० दिनेश सिंहानिया रहे जिन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। फुटसल फुटबल, फुटबाल का ही प्रारूप है जिसमे एक टीम में कुल 7 खिलाड़ी सेते हैं, 5 मैदान में तथा अतिरिक्त, जिन्हें टीम कोच रोटेशन के आधार पर खेल के दौरान बदलता रहता है। इस आयोजन में लगभग पुर्वांचल की पचास हीमों ने भाग लिया है, नाक आउट आधार पर खेले जा रहे इस प्रतियोगिता में तीन समूहों में टीमे प्रतिभाग कर रही है, सिनियर वालक, सिनियर बालिका तथा 0-15 बालक/ इस खेल का मुख्य अभिप्राय इस छोटे प्रारुप में अधिक से अधिक खिलाड़ियों को खेलने का अवशर प्राप्त हो, फुटवाल के प्रति कचि जागृत हो तथा फुटबाल को बढ़ा‌वा मिले। अपस्थित अतिमियों के प्रति आयोजन सचिव मधुर सिंहानि तथा कनविनर ओम प्रकाश गौड़ उर्फ के ०डी० में आभार व्यक्त किया, अन्य उपस्थित प्रमुख लोगो में गोरखपुर फुटबाल संघ के उपाध्यक्ष तथा सेन्ट जूट्स क्लब के प्रधानाचार्य डेविड सिरिल अनुपम खेतान, सिंहालिया, उत्तम क्षेत्री, सेते बहादुर, मल्ल, हमजा खान, अरविन्द सिंह, सौरभ सिंह, चित्र बहादुर राना आदि उपस्थित रहे। संचालन एन०पी० गौड़ने विया । इस आयोजन थे मुख्य प्रायोजक ब डी. कैथालान एव मधुरम् डेबलपर्स रहे