बदमाशों ने घर में घुसकर महिला पर ढाया कहर, लाखों की लूटपाट

वजीरगंज(गोण्डा) । थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर गाँव में बीती देर रात्रि एक घर में घुसे करीब आधा दर्जन बदमाशों ने, घर के अंदर एक कमरे में सोई हुई महिला और उसके तीन वर्ष के मासूम बच्चे को मारपीट कर बेहोश कर दिया तथा आलमारी में रखे हुये लाखों के सोने-चाँदी के जेवरों समेत 1 लाख 75 हजार की नगदी उठा ले गये।अपने खेत की रखवाली कर रहे जब गृहस्वामी को इसकी जानकारी हुई तो उसने इस घटना की सूचना पुलिस को दी।जिसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने बदमाशों के हमले में घायल महिला व उसके बच्चे को बेहोशी की हालत में सीएचसी वजीरगंज पहुँचाया।जहाँ उनकी गंभीर हालत को देखते हुए वहाँ से उसे मेडिकल कॉलेज गोण्डा रेफर कर दिया।वहाँ भी हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया।

आधी रात को हुई इस बड़ी घटना से गाँव समेत पूरे इलाके में हड़कंप मच गया,जहाँ लोग बदमाशों की इस वारदात से सन्न हैं वहीं इससे पुलिस गस्त पर बड़ा सवाल पैदा हो रहा है।थानाक्षेत्र के मोहनपुर गाँव निवासी पुरूषोत्तम शुक्ला पुत्र विंदेश्वरी शुक्ला ने बताया कि,रोज की भांति बीते मंगलवार की रात वह छुट्टा पशुओं से अपने आलू और गन्ने की फसल की रखवाली कर रहे थे। इस दौरान घर के अंदर उसकी बहू सोनी शुक्ला अपने पति रमाशंकर शुक्ला और तीन वर्षीय बच्चे अयान के साथ सो रहे थे। रात में करीब एक बजे बरामदे में अपनी माँ के बगल चारपाई पर सो रहे उनके दूसरे बेटे संदीप शुक्ला की तबियत खराब हुई और उसे उल्टी होने लगी,जिसपर रमाशंकर अपने कमरे से आये और उसका मुँह धुलाया तथा उसके बाद वह बरामदे के बगल कमरे में सो गये।

लगभग ढाई बजे रात में आधा दर्जन के करीब बदमाश सामने से बरामदे में आये तथा चैनल खोलकर अंदर बहू के कमरे में घुस गये तथा उसे जगा कर उससे कमरे में रखे आलमारी की चाबी माँगने लगे।बहू के चाबी न देने पर उसे वह मारने लगे इस दौरान उसकी कनपटी पर किसी भारी चीज से मार दिया,जिससे उसकी कनपटी फट गई और वह बेहोश हो गई।इसी बीच बहू के साथ सो रहा ढाई वर्षीय मासूम जाग कर रोने लगा तो, बदमाशों ने उसे भी मारकर बेहोश कर दिया और आलमारी खोलकर उसमें रखा चार थान चाँदी व आठ थान सोने के जेवर के साथ 1 लाख 75 हजार रूपये लूटकर बाहर निकलने लगे,तभी उसकी पत्नी की आँख खुल गई तो बदमाशों ने उनपर सरिये से हमला बोल दिया,इस पर जैसे ही वह चिल्लाते हुये अपने बेटे को आवाज लगाई तो बदमाशों ने उनका मुँह दबा दिया।माँ की आवाज सुन जबतक रमाशंकर बाहर निकले तबतक बदमाश भागकर जा चुके थे। उनकी पत्नी ने रमाशंकर से कहा कि,किसी ने उनके सिर और शरीर पर सरिये से मारा है।इसकी सूचना करीब 2:30 बजे खेत में जाकर संदीप ने उन्हें दी।इस पर वह भागते हुये घर पत्नी के पास पहुँचे।जिसपर उनकी पत्नी ने कहा कि उनका हाथ टूट गया है तेल लगा दो फिर कहीं जाओ। इस दौरान रमाशंकर अपनी पत्नी के पास गये तो वहाँ उन्हें इस हाल में देख उसके होश उड़ गये। पुत्र रमाशंकर ने अंदर की घटना पिता को बताई तो आनन-फानन में उन्होंने पुलिस को सूचित किया।

एएसपी और सीओ ने जाँच कर दिये एसओ को निर्देश।

वजीरगंज में हुई इस घटना की जानकारी होने पर एएसपी पश्चिमी राधेश्याम राय व सीओ तरबगंज उमेश प्रताप सिंह ने मोहनपुर पहुँच कर जाँच-पड़ताल की व परिजनो और आसपास के लोगों से बातचीत कर डाॅग स्क्वाड एसओजी और सर्विलांस टीमो को बुलाया टीमो की जाँचोपरान्त घटना के अतिसीघ्र खुलासे और बदमाशों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये हैं।

गाँव के अधिकांश लोग रात में करते हैं खेतों की रखवाली।

मोहनपुर गाँव के लोगों के मुताबिक गाँव के अधिकांश ग्रामीण रात में क्षेत्र में घूम रहे आवारा पशुओं से अपने खेतों की रखवाली करते हैं।

जिससे गाँव में अधिकांश महिलायें ही घर में रहतीं हैं।शायद बदमाशों को इस बात की जानकारी थी,तभी इतनी बड़ी वारदात को यहाँ उन्होंने अंजाम दिया।

पुलिस की गश्त पर खड़े हुये सवाल

वजीरगंज के मोहनपुर गाँव में हुये इस बड़ी वारदात पर वहाँ के लोगों ने पुलिस की गश्त पर सवाल उठाये हैं।

जबकि,अभी हाल ही में एसपी विनीत जायसवाल के जनपद की पुलिस को सर्दी के इस मौसम में पुलिस गश्त को चुस्त बनाने के निर्देश दिये थे। जिसे स्थानीय स्तर पर पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया ,जिसकी वजह से इस तरह की बड़ी वारदात को बदमाश आसानी से अंजाम देने में कामयाब हो गये।

कमिश्नर ने देर शाम रैन बसेरे का किया निरीक्षण, रिक्शा और ठेला चालकों को बांटें कंबल

देवीपाटन मण्डल गोण्डा। गोण्डा जिले में मंगलवार की देर शाम कमिश्नर देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील द्वारा जिले में बढ़ती ठंड को देखते हुए प्रशासन द्वारा शीतलहर से बचाव को लेकर किए गए व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। आयुक्त ने कई रैन बसेरों का निरीक्षण कर प्रमुख चौराहों और रेलवे स्टेशन पर असहाय और जरूरतमंदों को कंबल भी वितरित किया। राहत कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है। महिला अस्पताल चौराहा, जिला अस्पताल और रेलवे स्टेशन के पास भी कंबल वितरित किए गए। अम्बेडकर चौराहा से लेकर रेलवे स्टेशन तक पैदल रिक्शा चालकों, ठेलेवालों और असहाय लोगों को कम्बल बांटे गए। इसके अलाव,मेवातियन रैन बसेरे में ठहरने वाले लोगों के लिए सोलर हीटर की व्यवस्था की गई और 07 बेड पर 03 लोग ठहरे थे। इन सभी स्थानों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव की भी व्यवस्था की गई। आयुक्त ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीतलहर के कारण सभी प्रमुख स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की जाए ताकि ठंड से बचाव सुनिश्चित हो सके। गोंडा मेवातियन रैन बसेरे के संचालन में कम्बल की कमी पाई गई, जिस पर प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाई गई और सभी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए आदेश दिए गए। साथ ही जिलाधिकारियों,उप जिलाधिकारियों और तहसीलदारों को भी अपने-अपने क्षेत्र में जरूरतमंदों को कंबल देने और अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इस मौके पर एडीएम आलोक कुमार और नायब तहसीलदार सदर उपस्थित रहे।

जनपद के सभी ट्रैक्टर एवं ट्राली का आगामी 15 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन कर इनका नंबर जारी किया जाय-जिलाधिकारी

गोण्डा। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा प्रशासन की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इसकी जिम्मेदारी शिक्षण संस्थानों एवं अभिभावकों की भी होगी, अतः यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

जिलाधिकारी ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ऑन रोड सेफ्टी द्वारा दिए गए नवीनतम दिशा निर्देशों के अनुपालन में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्देश दिए कि संयुक्त भ्रमण करते हुए दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किया जाय, साथ ही वहां पर दुर्घटनाओं को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए होर्डिंग एवं बैनर के माध्यम से जो कार्यवाही की है उसका सत्यापन कराए जाने के निर्देश दिए।

बैठक में नगरपालिका परिषद गोण्डा के ईओ संजय कुमार मिश्र को निर्देश दिये हैं कि झूलेलाल चौराहा का सौन्दर्यीकरण नगरपालिका के द्वारा कराया जाय।

साथ ही बैठक के दौरान उन्होंने पीटीओ परिवहन विभाग शैलेंद्र त्रिपाठी को निर्देश दिये हैं कि जनपद के सभी ट्रैक्टर एवं ट्राली को आगामी 15 जनवरी,2025 तक रजिस्ट्रेशन कर इनका नंबर जारी किया जाय। इसके लिए सभी ट्रैक्टर चालक मालिकों को पत्र भेज कर अवगत करा दिया जाय।

बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि शहर चौक बाजार में जाने वाले लोगों के गाडियों की पार्किंग चुन्गी गोदाम के परिसर में कराया जाय, ताकि बाजार में वाहनों के कारण होने जाम को खत्म किया जा सके।

बैठक में नगर मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी, ट्रैफिक स्पेक्टर, ईओ नगरपालिका गोण्डा तथा पीटीओ को निर्देश दिये हैं कि संयुक्त रूप से एक टीम के साथ निरीक्षण कर शहर में रोड की पटरियों पर दुकान लगाने वालों को हटवा कर पीछे किया जाय, साथ ही नगरपालिका से चालान कर कार्यवाही की जाय।

बैठक में जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में जनपद के समस्त विद्यालयों के प्रबंधकों एवं संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द सभी लोग अपने-अपने स्कूली वाहनों का परमिट एवं फिटनेस कराकर परिवहन विभाग को अवगत कराये अन्यथा की दशा में ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन तत्काल निरस्त करते हुए कार्यवाही की जायेगी। साथ ही जांच करने के बाद गलत पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

जिलाधिकारी ने सड़क सुरक्षा के दृष्टि से की जाने वाली प्रवर्तन कार्यवाही जैसे वाहनों में बैकलाइट, हैडलाईट एवं इण्डीकेटर, दो पहिया वाहनों में हैलमेट का प्रयोग, चार पाहिया वाहनों में सीट बेल्ट का प्रयोग तथा व्यवसायिक वाहनों /गन्ना ढोने वाले ट्रेक्टर ट्रालियों में तत्काल रिफ्लेक्टर लगाने जनपद के सभी चिनी मिल एवं पीटीओ शैलेंद्र त्रिपाठी को निर्देश दिये हैं।

उन्होंने कहा की हाइवे किनारे स्थित ढाबों पेट्रोल पंप आदि पर यातायात नियमों के प्रति जागरूकता फैलाई जाए।

इस दौरान अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार वर्मा, सीओ सिटी आनंद राय, ट्रैफिक स्पेक्टर, एक्सईएएन प्रांतीय खंड प्रमोद त्रिपाठी, सीडी-1, एआरटीओ प्रशासन, एआरटीओ प्रवर्तन (पीटीओ) शैलेन्द्र त्रिपाठी, रोडवेज विभाग, ईओ नगरपालिका गोण्डा संजय कुमार मिश्र, प्राधानाचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोंडा, चिनी मिल्स पदाधिकारी, सहित सभी संबंधित आधिकारी उपस्थित रहे।

प्रभावी पैरवी कर अधिक से अधिक दोषियों को सजा दिलायें कि एक नजीर बनें-डीएम

गोण्डा। मंगलवार को डीएम नेहा शर्मा की अध्यक्षता में अभियोजन कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। समीक्षा बैठक में डीएम ने निर्देश दिये हैं कि गम्भीर प्राकृति के वादों में प्रभावी पैरवी कर अधिक से अधिक दोषियों को सजा दिलायी जाय।

डीएम ने कहा कि अपराधी किस्म के लोगों को यह मैसेज जाये कि छोटा से छोटा अपराध करने पर भी वे सजा से बच नहीं सकते हैं। उन्हें ऐसी सजा दिलाई जाए कि वह एक नजीर बनें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि न्यायालय में साक्ष्य के लिए आने वाले गवाहों से शत प्रतिशत परिक्षित कराया जाय तथा दोषमुक्त मामलों में नियमानुसार अपील की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाय।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों और शासकीय अधिवक्ताओं से कहा कि अभियोजन के कार्य को गंभीरता से लें। सभी सम्बन्धित विभाग के द्वारा अपने शासकीय कार्यों के साथ साथ अभियोजन के कार्यों में गंभीरता दिखायें।

इस दौरान अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी, अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन अजीत कुमार मिश्र, जिला पूर्ति अधिकारी, समस्त शासकीय अधिवक्ता व संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

*नव वर्ष 2025: गोंडा जिला प्रशासन का विकास लक्ष्य*

गोण्डा। गोंडा जिला प्रशासन ने नव वर्ष 2025 के लिए शिक्षा, बुनियादी ढांचे और शहरी विकास के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन विकास योजनाओं का उद्देश्य जिले की प्रगति को गति देना और नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना है।

गोंडा प्रशासन की ये योजनाएं जिले के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। शिक्षा, स्वच्छता और यातायात में सुधार से जिले के नागरिकों का जीवन स्तर बेहतर होगा। नव वर्ष 2025 में इन लक्ष्यों को पूरा करना जिले की प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम है।

1. गोंडा में तीन मॉडल वेंडिंग जोन बनेंगे

गोंडा शहर में तीन मॉडल वेंडिंग जोन बनेंगे।

पहला जोन सिंचाई विभाग ऑफिसर्स फील्ड हॉस्टल से बाउंड्री तक बनेगा, जहां 40 पटरी दुकानदारों को स्थान मिलेगा। दूसरा जोन गांधीपार्क के मेन गेट से एलबीएस चौराहे की ओर बनेगा, जिसमें 34 दुकानदारों को स्थान दिया जाएगा। तीसरा जोन नेकी की दीवार से जीआईसी गेट तक बहराइच रोड पर बनेगा, जहां 31 दुकानदारों को जगह मिलेगी।दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत वेंडिंग जोन की मंजूरी मिली है। इसका संचालन वेंडर मैनेजमेंट कमेटी और नगर पालिका परिषद की देखरेख में होगा। यह योजना स्ट्रीट फूड और यातायात सुधार में मददगार साबित होगी।

2. राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोंडा में शुरू होगी पढ़ाई

गोंडा स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में इस वर्ष से छात्रों की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 तक कॉलेज का नियमित संचालन सुनिश्चित किया जाए। इसके तहत सभी आवश्यक संसाधनों और सुविधाओं को और मजबूत किया जाएगा। कॉलेज के शुरू होने से गोंडा और आसपास के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा मिलेगी, जिससे उन्हें दूसरे शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह संस्थान न केवल छात्रों के लिए शिक्षा का केंद्र बनेगा, बल्कि क्षेत्र के विकास और रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।

कृषि महाविद्यालय: कृषि प्रधान जिले के किसानों को उन्नत तकनीकों और नई कृषि विधियों की जानकारी देने के उद्देश्य से यह महाविद्यालय स्थापित किया जा रहा है। इससे कृषि उत्पादकता बढ़ेगी और किसानों की आय में सुधार होगा।

3. गोंडा शहर में ट्रैफिक सुधार के लिए नई योजना

गोंडा शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए जिला प्रशासन ने एक व्यापक योजना तैयार की है। इस योजना के तहत प्रमुख चौराहों और सड़कों पर यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए तकनीकी और संरचनात्मक सुधार किए जाएंगे।

प्रशासन ने ट्रैफिक लाइटों की मरम्मत और नए संकेतकों की स्थापना का निर्देश दिया है। प्रमुख बाजार क्षेत्रों में पार्किंग की समस्या हल करने के लिए मल्टी-लेवल पार्किंग सुविधाओं की योजना भी बनाई गई है। साथ ही, जाम की समस्या से निपटने के लिए अतिक्रमण हटाने और सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। स्कूल और कार्यालय के समय पर विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस की संख्या बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।

जिला अधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य शहरवासियों को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध कराना और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। इस कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की तैयारी की जा रही है।

4. अमृत मिशन के तहत गोंडा में सीवर लाइन परियोजना पर कार्य शुरू

अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत) के तहत गोंडा में सीवर लाइन परियोजना पर कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर की जल निकासी व्यवस्था को सुधारना और स्वच्छता को बढ़ावा देना है। गोंडा में अभी तक सीवर लाइन की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिससे जलभराव और स्वच्छता की समस्याएं आम थीं। सीवर लाइनों के निर्माण से जल निकासी की समस्या हल होगी और शहर को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, स्वच्छता में सुधार से जलजनित बीमारियों को रोकने में भी सहायता मिलेगी। जिला प्रशासन ने वर्ष 2025 तक इस परियोजना पर काम करने का लक्ष्य रखा है। प्रशासन ने इसके लिए आवश्यक संसाधन जुटाने और तेजी से कार्य करने का निर्देश दिया है। इस परियोजना के पूरा होने से शहरवासियों को बेहतर जीवन स्तर मिलेगा और गोंडा स्वच्छ एवं विकसित शहर की दिशा में एक कदम आगे बढ़ेगा।

सघन चेकिंग अभियान : बैंक/एटीएम/ग्राहक सेवा केन्द्रों की चेकिंग

गोण्डा। सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने हेतु पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल के निर्देशन में आज दिनांक 30.12.2024 को समस्त क्षेत्राधिकारीगण द्वारा अपने-अपने सर्किल क्षेत्र में व समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्षों/चौकी प्रभारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में बैंक, ए0टी0एम0, ग्राहक सेवा केंद्रों व अन्य वित्तीय संस्थानों की प्रभावी चेकिंग कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया व ड्यूटीरत पुलिस कर्मी / बैंक सुरक्षा कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। चेकिंग के दौरान बैंक, ए0टी0एम0, ग्राहक सेवा केन्द्रों व अन्य वित्तीय संस्थानों के सी0सी0टी0वी0 कैमरा, सायरन आदि को चेक कर संस्थानों के आस-पास संदिग्ध अनावश्यक खड़े व्यक्तियों की चेकिंग की गयी साथ ही साथ बैंक में उपस्थित लोगो को सुरक्षा सम्बन्धी जानकारी देकर जागरूक रहने हेतु प्रेरित किया गया।

पुलिस अधीक्षक निमार्णाधीन विधि विज्ञान प्रयोगशाला का किया निरीक्षण

गोण्डा । पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा पुलिस लाइन गोण्डा में निमार्णाधीन विधि विज्ञान प्रयोगशाला का निरीक्षण किया गया तथा मानक के अनुरूप उच्च कोटि की सामग्री का प्रयोग करने व फेज -02 का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराने के लिए कार्यदायी संस्था (राजकीय निर्माण निगम) को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

बताया गया कि जनपद गोण्डा के रिजर्व पुलिस लाइन में 02 एकड़ जमीन में विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निर्माण का कार्य प्रगति पर है, जिसका फेज 01 का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा फेज -02 का कार्य प्रगति पर है। जनपद में फोरेंसिक लैब की स्थापना होने से अपराध स्थलों, संदिग्धों और पीड़ितों से एकत्र किये गये साक्ष्यों का विश्लेषण किया जा सकेगा साथ ही साथ डी0एन0ए0 या फिंगर प्रिन्ट से लेकर मानव अवशेषों या संदिग्ध पदार्थों तक किसी भी चीज का विश्लेषण भी किया जा सकेगा। इस मौके पर फोरेंसिक विभाग के उपनिदेशक,प्रतिसार निरीक्षक, पी आर ओ व राजकीय निर्माण निगम के अधिकारी/कर्मचारीगण मौजूद रहे।

विभागीय कार्यों में रुचि न दिखाने वाले अधिकारियों के खिलाफ डीएम करें कार्रवाई - आयुक्त

गोण्डा । सोमवार को मण्डलायुक्त सभागार में आयुक्त, देवीपाटन ने मंडल में चल रहे विकास प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने नवम्बर माह में मंडल में कराए गए विकास कार्यक्रमों की बारी-बारी से समीक्षा की।

आयुक्त द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, मनरेगा, पीएम कुसुम योजना, दिव्यांग पेंशन योजना, ऑपरेशन कायाकल्प, निराश्रित गोवंश, शादी अनुदान योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना, निराश्रित महिल पेंशन योजना तथा वृद्धावस्था पेंशन योजना सहित सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विकास सभी कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।

बैठक के दौरान आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को जनपद स्तर पर विकास कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारियों द्वारा बताया गया कि जिन अधिकारियों के पास दो या तीन जिलों का अतिरिक्त प्रभार है वह अक्सर बैठकों में उपस्थित नहीं होते हैं, इस पर आयुक्त ने निर्देश दिए कि समीक्षा बैठक में सभी अधिकारी नियमित रूप से उपस्थित हो यदि किसी अधिकारी द्वारा बिना स्वीकृति के अनुपस्थित होते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा जाए, साथ ही मंडल स्तर पर भी अवगत कराया जाए।।

बैठक में बलरामपुर के जिलाधिकारी ने बताया कि बलरामपुर के पर्यटन सूचना अधिकारी मनीष श्रीवास्तव अक्सर बैठकों में गायब रहते हैं, इस पर आयुक्त ने गहरी नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि स्पष्टीकरण संतोषजनक न पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाए।

आयुक्त ने टीबी मुक्त भारत अभियान की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए। प्रत्येक व्यक्ति को इसके प्रति सचेत किया जाए। टीबी से ग्रसित व्यक्तियों के पहचान कर उनका समुचित उपचार कर उन्हें मुख्य धारा में वापस लाया जाए। उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाए, टीबी रोग से पूरे प्रदेश को मुक्त किया जाए। उन्होंने विद्यालयों में बच्चों के नामांकन बढ़ाने तथा उन्हें बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान कराए जाने को लेकर की जा रही कार्यवाही की भी समीक्षा की उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में बच्चे कम उपस्थित होते हैं वहां के शिक्षक को अच्छी ट्रेनिंग दी जाए साथ ही अभिभावकों से अनुरोध कर बच्चों की उपस्थिति शतप्रतिशत सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय का रोस्टर के अनुसार निरीक्षण किया जाए। निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां पाए जाए उसको दूर कराया जाए

बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन, वन संरक्षक देवीपाटन, जिलाधिकारी गोंडा, मुख्य विकास अधिकारी गोंडा, अपर निदेशक स्वास्थ्य, सभी विभागों के मंडलीय अधिकारी सहित अन्य जिलों के अधिकारी ऑनलाइन के माध्यम से जुड़े रहे।

परिवार परामर्श केन्द्र में 03 जोड़ा एक साथ रहने को हुआ राजी

गोण्डा। रविवार को जनपद गोण्डा के रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र में पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल के निर्देशन में परामर्शदाताओं द्वारा बिछुडे जोड़ो की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण किया गया तथा 03 जोड़े को समझा बुझाकर सुखी जीवन जीने हेतु राजी कर लिया गया ।

*शपरिवार परामर्श केन्द्र में उपस्थिति सदस्यगण- गंगाधर शुक्ला, शाशी कुमार भारती, राजमंगल मौर्या, यशोदानन्दन त्रिपाठी, महिला थाना उ0नि0 श्रीमती रूद्धावती देवी, म0का0ज्योती राजभर आदि मौजूद रही ।

*पुलिस अधीक्षक गोण्डा ने थाना समाधान दिवस पर की जनसुनवाई, समस्याओं के निस्तारण के लिए को दिए आवश्यक निर्देश*

गोण्डा- थाना समाधान दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा थाना परसपुर में जनसुनवाई की गई। उन्होंने जनता की समस्याओं को सुना तथा समस्याओं के त्वरित एवं गुणवक्तापूर्ण निस्तारण हेतु सम्बन्धित राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया। थाना परसपुर में जनसुनवाई के दौरान 11 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए है। प्राप्त प्रार्थना पत्रों के निस्तारण हेतु राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर मौके पर भेजा गया है।

पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना समाधान दिवस के अवसर पर ऑपरेशन “साइबर कवच’’ अभियान के तहत राजस्व टीम व उपस्थित जनता को साइबर अपराध की जानकारी दी गयी और बताया कि इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है। इसी क्रम में एटीएम में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे सी0सी0वी0/पिन नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(एक्स), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है। इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें।

डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी ऑफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। अन्त में सभी से आग्रह किया गया की दी गई जानकारी को अपने परिवार, आस-पड़ोस में अधिक से अधिक लोगों को बतायें जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो। जागरूकता के दौरान में उपस्थित आमजन को पम्पलेट वितरित किये गये।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।

11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।

इस दौरान राजस्व एवं पुलिस के अधि0/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।