पत्रकारिता के माध्यम से आजीवन समाज के लिए समर्पित थे संतु बाबू: अमर शंकर

गया/वजीरगंज। पूर्व प्रधानाध्यापक सह पत्रकार मीरगंज गांव निवासी स्व सत्यनारायण प्रसाद सिंह उर्फ संतु बाबु की 7वीं पुण्यतिथि बुधवार को उनके आवास परिसर में मनायी गई। इस अवसर पर स्थानीय पत्रकार समूह एवं मुख्य पार्षद प्रतिनिधि सहित दर्जनों समाजसेवियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजली अर्पित कर नमन किया एवं उनके सामाजिक योगदान को याद कर अनुकरणीय बताया।

नगर पंचायत मुख्य पार्षद प्रतिनिधि अमर शंकर ने कहा कि उन्होंने मध्य विद्यालय मीरगंज की स्थापना में अहम भूमिका निभाई तथा उसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक रहकर अच्छे ढंग से संचालन भी किया। अपने पद से इस्तीफा देकर वे चुनाव लड़े और मुखिया बनकर समाजसेवा की। उसके बाद आजीवन पत्रकारिता के माध्यम से सामाजिक उत्थान का कार्य करते रहे। रामाशीष सिंह की अध्यक्षता में संचालित समारोह का संचालन पत्रकार रविभूषण सिन्हा ने की।

जिसमें संतु बाबु के बड़े पुत्र पत्रकार मदन मोहन नारायण, पत्रकार ललन कुमार, अमित कुमार, राजेश कुमार, अमरेंद्र कुमार, समाजसेवी तपेश्वर पुरी, सच्चिदानंद पांडेय, मुरारी पांडेय, वृजलाल भगत, रमेन्द्र कुमार, श्रवण कुमार, नरेश प्रसाद सिंह, कृष्ण गोपाल, कृष्ण कुणाल एवं अन्य ने श्रद्धांजली अर्पित करते हुए संबोधित किया।

गया में युवा बिग्रेड ने शौर्य दिवस मनाया, गुरु गोविंद सिंह के चार साहेबजादो की बलिदान को याद किया

गया। गया शहर के गांधी मैदान स्थित धरना स्थल पर बुधवार को युवा बिग्रेड के बैनर तले शौर्य दिवस मनाया गया। इस दौरान युवा बिग्रेड के सदस्य ने गुरु गोविंद सिंह के चार साहेब जादो की बलिदान को याद किया गया।

इस दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा बिग्रेड के सचिव अतुल कुमार और नितिन कुमार ने किया। इस मौके पर सचिव अतुल कुमार और नितिन कुमार ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के चार साहेब जादो की बलिदान को हमने याद किया है और वह वैसे वीर थे जो वह अपनी बलिदान को स्वीकार किये।

उसी को हम युवा बिग्रेड के सभी सदस्य मिलजुल कर उनके बलिदान को याद कर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर मनाया। मौके पर नैतिक कुमार, विक्रम जी, राहुल कुमार, सत्यजीत कुमार, अंकुश कुमार आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया के पूर्व सांसद सह राज्य महादलित आयोग के सदस्य कृष्णा कुमार चौधरी का 12वीं पुण्यतिथी मनायी गई

गया। मानपुर मल्लाह टोली में गया के पूर्व सांसद, राज्य महादलित आयोग के सदस्य कृष्णा कुमार चौधरी का 12वीं पुण्यतिथी मनायी गई। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष छोटे भाई और मेयर प्रत्याशी प्रमोद चौधरी ने किया.

कार्यक्रम में उनके प्रतिमा को स्थापित करने का निर्णय लिया गया और गया मानपुर को जोड़ने वाले सिक्स लेन ब्रिज का नाम कृष्णा चौधरी सेतु करने का मांग राज्य सरकार से किया गया. भाजपा मानपुर नगर अध्यक्ष बालाजी ने उनके सासंद कार्यकाल का जिक्र किया और बताया कि गया जिला में पहली बार पीसीसी सड़क का निर्माण ऊन्ही के कार्यकाल से प्रारम्भ हुआ।

समाजसेवी गोपाल पटवा ने बताया कि पूर्व सासंद कृष्णा चौधरी के अथक प्रयास से ही बिथो बियार बान्ध की मांग संसद भवन में रखें तथा बोधगया में होने वाले बौद्ध महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय महोत्सव का दर्जा दिलाने में ऊनकी महती भूमिका रही।

इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बालाजी, प्रमोद चौधरी, गोपाल पटवा, नरेंद्र सिंह, सतीश कुमार सिन्हा, संतोष ठाकुर, विक्की साहनी, प्रदीप चंचल, पंकज लोहानी, पप्पू सिंह, दीपक स्वर्णकार, सूर्यदेव प्रसाद, सुजीत कुशवाहा, देवकी चौधरी, कन्हैया कुमार चौधरी, आदित्य साहनी, दुखन पटवा, मुन्ना पाल, धीरज पासवान, अनुज चौधरी, चुन्नु मालाकार, सतीश साहनी, मनीष तिवारी आदि लोग स्थापित हैं।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया पुलिस केंद्र में IMA के द्वारा पूर्व से स्थापित अस्पताल का पुनरुद्धार किया गया, SSP ने फीता काटकर किया उद्घाटन

गया। गया शहर के गया पुलिस केंद्र में मंगलवार को आईएमए के सहयोग से पूर्व से स्थापित अस्पताल का पुनरुद्धार किया गया। जिसका फीता काट कर उद्घाटन किया गया। अब यहाँ नियमित रूप चिकित्सक बैठेंगे। 

इस चिकित्सालय से पुलिस कर्मियों को त्वरित और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी, इस व्यवस्था से पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को सामान्य समस्याओं का निराकरण यहीं पर हो सकेगा, जिससे उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। 

एसएसपी ने इस अवसर पर सभी गणमान्य चिकित्सक गण को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक, गया, अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), पुलिस उपाधीक्षक (रक्षित) एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया रेलवे स्टेशन पर May I Help You का खुला सेंटर: Gaya SSP ने फीता काटकर किया उद्घाटन

गया। गया रेलवे स्टेशन के समीप में May I Help You सेंटर का एसएसपी आशीष भारती ने फीता काटकर उद्घाटन किया है। इस केंद्र का उद्देश्य है कि यात्रियों और आम जनता को त्वरित सहायता और सुरक्षा प्रदान करना है। 

इस अवसर पर एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि यह केंद्र यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्थापित किया गया है। इस केंद्र पर पुलिस कर्मी 24x7 उपलब्ध रहेंगे और किसी भी प्रकार की सहायता के लिए तत्पर रहेंगे। गया शहर एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है, जो महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर और अन्य ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। 

यहां काफी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं, जिनकी सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए May I Help You सेंटर की स्थापना की गई है। इस मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), कोतवाली थानाध्यक्ष एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी-कर्मी भी मौजूद रहे। गया पुलिस आम जनता और पर्यटकों की सेवा और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बोधगया नहीं आयेंगे बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा, उदास-उदास है बोधगया का पर्यटन उद्योग, कम से कम 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित

गया. बिहार के बोधगया में इस बार बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नहीं आए हैं. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से बोधगया के पर्यटन सीजन कारोबार की कमर टूट गई है. यहां हर तरह का व्यवसाय प्रभावित हुआ है. तकरीबन 200 करोड़ से अधिक का व्यवसाय प्रभावित बताया जाता है. होटल एसोसिएशन और टूरिस्ट गाइड के अध्यक्ष की माने, तो इस बार बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के नहीं आने से बोधगया पर्यटन कारोबार को बड़ी क्षति हुई है.

बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नहीं आए, उदास-उदास है बोधगया

बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा पिछले 10 सालों से अधिक समय से लगातार बोधगया आ रहे थे. बोधगया का पर्यटन व्यवसाय चक्र चकाचौंध था. किंतु इस बार दिसंबर से शुरू होने वाला 3 महीने का 2024- 25 का पर्यटन सीजन फीका-फीका है. इसका कारण है, कि बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा इस बार बोधगया प्रवास पर नहीं है. उनके बोधगया प्रवास पर होने और टीचिंग कार्यक्रम होने से देश के अलावा काफी संख्या में विदेश से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया को आते थे. किंतु इस बार बोधगया उदास- उदास है.

दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी और उदासी

इस बार दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी और उदासी के भाव देखे जा सकते हैं. इसका साफ कारण है, कि बोधगया का पर्यटन सीजन इस बार बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के नहीं आने से पूरी तरह से आर्थिक तौर पर चौपट हो गया है. यहां पिछले साल की तस्वीर देखे, तो देश और विदेश के बौद्ध श्रद्धालुओं से बोधगया पटा हुआ था. किंतु इस बार स्थिति बिलकुल उल्ट है. इस बार विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या के बजाए छिटपुट ही आ रहे हैं. वहीं, देश से भी पर्यटकों का आना काफी कम हो गया है. इससे बोधगया के पर्यटन कारोबार को बड़ा झटका लगा है.

लाखों पर्यटक आते थे, इस बार सूनापन

इस संबंध में बोधगया टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन एवं व्यवसाय बिहार के अध्यक्ष राकेश कुमार बताते हैं, कि बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के नहीं आने से पर्यटन सीजन के कारोबार की बङी क्षति हुई है. उनका आगमन नहीं होने से इस बार लाखों पर्यटक जो आते थे, उनका आना काफी कम हो गया है. इससे हर तरह के व्यवसाय प्रभावित हुए हैं. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से ठेला व्यवसाय, फुटपाथ व्यवसाय, ई रिक्शा व्यवसाय, ट्रैवल एजेंट व्यवसाय, होटल व्यवसाय, तिब्बती रेस्टोरेंट व्यवसाय, रिफ्यूजी मार्केट व्यवसाय, गेस्ट हाउस व्यवसाय और होम स्टे व्यवसाय सब कुछ प्रभावित हो गया है. इस बार फायदा क्या हर कोई घाटे में चला गया है. इसके कारण बोधगया के हर व्यवसाय से जुड़े लोग उदास- उदास हैं.

200 करोड़ से अधिक का पर्यटन कारोबार प्रभावित 

राकेश कुमार बताते हैं, कि बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के नहीं आने से पर्यटन सीजन पूरी तरह से टूट गया है. 200 करोड़ से अधिक का पर्यटन कारोबार प्रभावित हुआ है. अनुमान है, कि करीब 200 करोड़ का जो कारोबार हर साल चलता था, वह इस बार नहीं होगा. बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के आने से बोधगया गुलजार हो जाता था और पर्यटन कारोबार बड़े पैमाने पर चलता था, लेकिन इस बार सब कुछ फीका फीका हो गया है. यहां तक कि लोग पर्यटन सीजन के बाद अपने बेटा- बेटी की शादी करते थे, लेकिन इस बार उन पर आर्थिक तंगी की मार पड़ेगी. काफी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो अपने घरों में होम स्टे की सुविधा देश-विदेश के यात्रियों को देते हैं. ऐसे घरों की संख्या काफी तादाद में है. वे लोग सीधे प्रभावित हो रहे हैं. मध्यम वर्ग के लोग सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. इस बार कारोबार की क्या कहें, नुकसान में हम लोग हैं. छिटपुट यात्री देश और विदेश से आ रहे हैं.

5000 से 50000 तक खर्च करते हैं पर्यटक 

टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन एवं व्यवसाय बिहार के अध्यक्ष राकेश कुमार बताते हैं, कि एक टूरिस्ट आते हैं, तो कम से कम ₹5000 से लेकर 50000 तक खर्च करते हैं. न्यूनतम खर्च 5000 तक जरूर होता है. ऐसे में बिहार के बोधगया का पर्यटन कारोबार गुलजार हो जाता है. हर किसी के चेहरे पर खुशी होती है, जो भी किसी व्यापार से जुड़े होते हैं, उनके लिए पर्यटन सीजन वरदान से कम नहीं होता है. किंतु इस बार हर किसी के चेहरे पर उदासी और चिंता है. बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के आगमन के बाद बोधगया के पर्यटन कारोबार से वे लोग भी जुड़ जाते थे, जिन्हें जिन्हें दूर-दूर तक सरोकार नहीं होता था. इस बार एक लंबे अरसे के बाद बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नहीं आ रहे हैं, जिससे बोधगया का पर्यटन व्यवसाय काफी मंदा पड़ गया है. वही, सबसे बड़ी बात यह है, कि बौद्ध धर्म गुरू का आगमन नहीं होने से विदेश के बौद्ध श्रद्धालु का आगमन एकदम कम हो रहा है.

सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया कि एक दिन भी टूरिस्ट रूक सके 

वही, इस संबंध में होटल एसोसिएशन बोधगया के अध्यक्ष जय सिंह बताते हैं कि सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया है, कि एक दिन भी टूरिस्ट यहां रूक सके. बताते हैं, कि इस बार बौद्ध धर्म गुुरू के नहीं आने से 200 करोड़ का पर्यटन कारोबार प्रभावित होगा. वहीं, दूसरी बात यह है, कि जो भी सालों भर विदेशी पर्यटक आते हैं, वह संबंधित मोनेस्ट्री में रुक जाते हैं. ऐसे मॉनेस्ट्री की संख्या 100 है. ऐसे में यहां का होटल कारोबार पूरी तरह से बिखरता जा रहा है. मॉनेस्ट्री धर्म का पालन करें, व्यवसाय न करें. सरकार से अपील करते हैं, कि सरकार अगर इस पर रोक नहीं लगाई तो व्यापारी की स्थिति बदतर हौ जाएगी. यहां न तो ड्रेनेज सिस्टम है और न ही सीवरेज सिस्टम. पर्यटकों के आवागमन की भी सुविधा नहीं है. पर्यटक ढुंगेश्वरी जाना चाहते हैं, जहानाबाद जाना चाहते हैं, लेकिन पर्यटन का आवागमन का ऐसा कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे वे वहां से घूम कर एक दिन में लौट सके. ऐसे में वे आते हैं और तुरंंत लौट जाते हैं. महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध व कुछ अन्य दर्शनीय स्थान के दर्शन कर वापस लौट जाते हैं. इस तरह सालों भर पर्यटक जो आते हैं, वे यहां एक दिन भी नहीं रूकते. इस बार जब बौद्ध धर्धरगुरू दलाई लामा लंबे अरसे के बाद बोधगया प्रवास पर नहीं आ रहे, उनका टीचिंग कार्यक्रम नहीं है, तो ऐसे में यह बड़ा झटका है और तकरीबन 100 करोड़ से अधिक का कारोबार जो होता था, इस बार वह नहीं होगा. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से यह बड़ा कारोबार होता था.

बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से पर्यटन सीजन का कारोबार ठप हो गया है. 200 करोड़ से अधिक की क्षति है. यहां के पर्यटन कारोबार से जुड़े लोग नुकसान में जा रहे हैं. सरकार ऐसी व्यवस्था करें, कि सालों भर यहां पर पर्ययक काफी तादाद में आ सके और एक दिन के लिए रूक सकें, ताकि यहां के पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिल सके.

राकेश कुमार, टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन एवं व्यवसाय, बिहार के अध्यक्ष.

200 करोड़ का नुकसान 

होटल कारोबार समेत और कारोबारों को जोड़ने तो 100 करोड़ से अधिक का नुकसान इस बार के पर्यटन सीजन में हो रहा है. बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के आने से इतने से अधिक का कारोबार होता था, लेकिन इस बार काफी प्रभाव पड़ा है. 

जय सिंह, होटल एसोसिएशन बोधगया के अध्यक्ष.

पिछले बार दिसंबर माह तक हजारों पीस मूर्तियां बेच चुके थे, लेकिन इस बार मूर्तियों के खरीददार नहीं आ रहे

इस बार दिन भर जो मेहनत कर रहे हैं, वह भी भारी पड़ जा रहा है. कमाई नहीं हो रही है. घर से घाटा जा रहा है. हम जैसे मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा का नहीं आना काफी नुकसान वाला साबित हो रहा है. 

डीएम ने की आपूर्ति विभाग की मासिक बैठक: हर माह हर सप्ताह नियमित रूप से पीडीएस दुकानों की जांच करने का निर्देश

गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभागार में सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एव खाद्य निरीक्षक (एमओ), सभी सहायक आपूर्ति पदाधिकारी के साथ आपूर्ति विभाग की मासिक बैठक की गई। डीएम ने सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एव खाद्य निरीक्षक पदाधिकारी को निर्देश दिया है हर माह हर सप्ताह नियमित रूप से जन वितरण प्रणाली दुकानों की जांच करें।

निर्धारित मात्रा के कम अनाज या अधिक शुल्क लेना या हर माह अनाज न वितरण करना, अनाज का स्टॉक एंट्री के साथ साथ प्रदर्शित न करने वाले जन वितरण प्रणाली दुकानों के विरुद्ध कार्रवाई करे।  नए राशन कार्ड के समीक्षा में डीएम ने कहा कि जो राशन कार्ड बन गए हैं उन कार्डो को विकास मित्र के माध्यम से डोर टू डोर वितरित करवाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा जिस पंचायत में अधिक संख्या में राशन कार्ड हैं उसे स्थिति में उस पंचायत में कैंप लगाकर राशन कार्ड का वितरण करवाये साथ ही यह सुनिश्चित करवाये की राशन कार्ड वितरण की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता रहे।

डीएम ने अभी अनुमण्डल पदाधिकारी एव एमओ को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र के अनुसूचित टोलो में विशेष रूप से कैम्प लगाकर राशन कार्ड निर्माण हेतु आवेदन प्राप्त करें। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि आपके क्षेत्र के वैसे सलम एरिया जहां राशन कार्ड नहीं बना है उन क्षेत्र को चिन्हित कर इस क्षेत्र में कैंप लगाकर उन्हें राशन कार्ड जोड़ने की कार्रवाई करें। बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सभी अनुमण्डल पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में एसएसपी का लगा जनता दरबार: 40 आम जनों की सुनी गई समस्या

गया। बिहार के गया में गया एसएसपी कार्यालय में सोमवार को दोपहर 3 बजे एसएसपी आशीष भारती के द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया गया। 

आयोजित जनता दरबार में जिले के दूर दराज से 40 आमजनों अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे। आम जनों ने अपनी-अपनी समस्याओं को एसएसपी के समक्ष रखा। इस दौरान एसएसपी ने सभी मामले को गंभीरता पूर्वक सुने और संबंधित पुलिस अधिकारी को जांच कर कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिए।

गया के एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि आम जनों की आज समस्या सुनी गई और समस्याओं का निष्पादन के लिए संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यालय में भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जयंती समारोह मनाया गया

गया। गया शहर के नूतन नगर स्थित राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश कार्यालय में सोमवार को भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जयंती समारोह मनाया गया।

सर्वप्रथम उनके चित्र पर माला पुष्प चढ़कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनीष पंकज उर्फ पंकज मिश्रा ने नमन करते हुए कहा कि भारतीय राजनीति के एक ऐसे व्यक्तित्व थे। जिन्होंने किसानों और ग्रामीण भारत की आवाज को राष्ट्रीय मंच पर सशक्त रूप से प्रस्तुत किया।

23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में जन्मे चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके संघर्षशील और सादगीपूर्ण जीवन ने उन्हें किसानों का मसीहा बना दिया।चौधरी चरण सिंह ने 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने अपने कार्यकाल में कृषि क्षेत्र और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दी। उन्होंने गरीब किसानों के कर्ज़ माफी और भूमि सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए।

उनकी नीतियां कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए जानी जाती हैं।चौधरी चरण सिंह ने आर्थिक नीतियों में संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया, जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच आर्थिक असमानता को कम करना उनका प्रमुख लक्ष्य था। उन्होंने 'अंत्योदय' का नारा देकर समाज के सबसे गरीब वर्ग के उत्थान पर जोर दिया। उनकी "जमींदारी उन्मूलन अधिनियम और भूमि सुधार के प्रयासों ने भारतीय किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न प्रदान करने के लिए हृदय से आभार। यह निर्णय देश के किसानों और गरीबों के प्रति उनकी सेवा और योगदान की सच्ची श्रद्धांजलि है। एक छोटे से कस्बा से आकर देश के प्रधानमंत्री पद का गौरव प्राप्त किया किसानों के उत्थान के लिए संघर्षील करते रहे जयंती पर उन्हें कहा कि उनकी नीतियां और दृष्टिकोण आज भी प्रासंगिक हैं।

उन्होंने समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाने और न्यायपूर्ण व्यवस्था स्थापित करने के लिए अपने जीवन को समर्पित किया। उनके आदर्शों को आत्मसात करने की अपील की, ताकि समाज में समानता और विकास का संदेश फैलाया जा सके। नमन करने वालों में राणा रणजीत सिंह, संतोष ठाकुर, दीपक पांडेय, अनिल यादव, अजय भट्टाचार्य, ललन कुमार प्रसादी कुमार, नीरज सिंह, धर्मेंद्र पांडे, हीरा यादव, महेश यादव, मंटू कुमार बबलू गुप्ता मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

शेरघाटी में वाहन चेकिंग के दौरान चोरी की दुपहिया वाहन के साथ एक शख्स गिरफ्तार

गया/शेरघाटी। शेरघाटी थाना की पुलिस द्वारा चलाई गई विशेष वाहन चेकिंग के दौरान चोरी की दुपहिया वाहन के साथ एक शख्स को गिरफ्तार किया है। चेकिंग थाना क्षेत्र के गांव कठार के समीप की गई थी।

उक्त दौरान पुलिस ने फेक नम्बर वाली अपाची नामक दुपहिया वाहन समेत एक शख्स को गिरफ्तार किया था। जिसके निशानदेही पर एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किए गये रमेश कुमार नामक बदमाश गुरूआ प्रखंड के झरहा गांव जबकी दुसरे ने अपनी पहचान रवि कुमार श्रीवास्तव निवासी विष्णुपद थाना के तौर पर उजागर की है। संबधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों लोगों को जेल भेजा गया है और पुलिस मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।