नवदिवसीय श्रीमद् बाल्मीकि रामायण कथा का हुआ आयोजन
गोरखपुर। श्री राम कथा सेवा समिति दिव्य नगर कॉलोनी गोरखपुर के तत्वाधान में श्री राम पार्क में आयोजित नवदिवसीय श्रीमद् बाल्मीकि रामायण कथा के द्वितीय दिवस में अयोध्या धाम से पधारे श्री हरेंद्र त्रिपाठी जी महाराज ने वर्णन करते हुए बताया तपस्वी वाल्मीकि जी ने तपस्वी नारद जी से 16 गुणों से समन्वित महापुरुष के विषय में प्रश्न किया। आचार्य श्री ने कहा जहां गुरु भी तपस्वी हो शिष्य भी तपस्वी हो, वहां बड़ी से बड़ी समस्या का निदान संभव है। नारद जी ने महर्षि वाल्मीकि जी 16 गुणों से समन्वित श्री राम के बारे में बताया और ब्रह्मा जी के आदेश- नुसार महर्षि ने 24000 श्लोकों, पांच सौ सर्गों और सात काण्डों से मुक्त श्रीमद् वाल्मीकि रामायण का निर्माण किया। और कुश एवं लव को अधिकारी समझ इसका अभ्यास कराया। कुश लव ने सर्वप्रथम मुनियों को राम कथा श्रवण कराई। तत्पश्चात अयोध्या में श्री राम जी के समक्ष राम कथा का गायन किया, श्री राम कथा को कुश और लव के मुखारविंद से श्रवण कर स्वयं श्री राम भी अपने आप को रोक नहीं पाए और सिंहासन से उतरकर श्रोताओं के मध्य बैठकर श्री राम कथा का श्रवण किया। आचार्य हरेंद्र त्रिपाठी ने बताया की लव कुश ने आर्यावर्त, अयोध्यापुरी, सरयू एवं सूर्यवंश का इतना मार्मिक वर्णन किया कि सभी श्रोता मंत्र मुक्त हो गए। आज के मुख्य अजमान श्री भुवनेश्वर राय और टुन्नी राय रहे। आज की कथा का शुभारंभ गुलाब चन्द चौधरी अपर जिला सहकारी अधिकारी संत कबीर नगर और विनोद कुमार द्विवेदी सेवा निवृत संयुक्त निदेशक अभियोजन ने दीप प्रज्वलित कराकर किया। आज की आरती में सत्य प्रकाश सिंह उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा गोरखपुर ने ठाकुर जी की आरती किया।आज की कथा में समिति के सहयोगी अध्यक्ष ध्यान प्रकाश तिवारी, उपाध्यक्ष हीरालाल यादव, सचिव इंदु शेखर पांडे, कोषाध्यक्ष राधेश्याम मौर्य, सदस्य अनिल कुमार उपाध्याय, संतोष कुमार त्रिपाठी, हरिनारायण पांडे सपत्नीक, चंद्रधर पांडे, प्रेम शंकर ओझा, भरत मौर्य, प्रेम कुमार श्रीवास्तव, चंद्र मोहन गुप्ता, श्याम सुंदर तिवारी, सन्त श्री हरिदास जी गायत्री नगर, सरोज गुप्ता, सन्ध्या रानी, सिंधु मिश्रा, उर्मिला पाण्डेय आदि मौजूद रहे। श्रवण करने के लिए भारी संख्या में माताएं और बहने एवं श्रोता गण उपस्थित रहे।
Dec 24 2024, 18:02