मेसर्स एमएसपी स्टील एंड पावर लिमिटेड में जांच के बाद की गई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई

रायगढ़- मेसर्स एमएसपी स्टील एंड पावर लिमिटेड ग्राम जामगांव, रायगढ़ में बीते दिनों हुई दुर्घटना में एक व्यक्ति की मृत्यु के संबंध में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने प्लांट की जांच की. जांच में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर इंतेजाम में खामियां पाए जाने पर श्रमिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कारखानें के रोलिंग मिल (टीएमटी मिल) को निर्माण प्रक्रिया संचालित करने के लिए उपयोग में लिए जाने प्रतिबंधित किया गया है. कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने उद्योगों में श्रमिकों की सुरक्षा में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

इस संबंध में जानकारी देते हुए मनीष श्रीवास्तव उप संचालक, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा ने बताया कि औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा एवं उप मुख्य कारखाना निरीक्षक, छग शासन रायगढ़ द्वारा कारखाने के अधिभोगी प्रदीप कुमार डे एवं कारखाना प्रबंधक बीके सिंह को कारखाने के रोलिंग मिल (टीएमटी मिल) को निर्माण प्रक्रिया संचालित करने के लिए उपयोग में लिए जाने के प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है. यह आदेश तब जक जारी रहेगा जब तक कि रिपीटर से मिस रोल होने वाले मटेरियल के मूव्हमेंट पर नियंत्रण के लिए एक समूचित व्यवस्था सुनिश्चित नहीं कर ली जाती है. रोलिंग मिल की चलायमान स्थिति में स्टैण्ड के समीप श्रमिकों के नियोजन को प्रतिबंधित नहीं कर दिया जाता है. रोलिंग मिल में विभिन्न कार्यों के लिए एक स्टैण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर निर्धारित नहीं कर लिया जाता है तथा इसका प्रशिक्षण रोलिंग मिल में कार्यरत सभी श्रमिकों को प्रदान किया जाना सुनिश्चित नहीं कर लिया जाता है. कार्यवाही की जानकारी दस्तावेजी प्रमाण के साथ कारखाना निरीक्षक के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर दी जाती है.

मुख्यमंत्री श्री साय नवागढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय पंथी नृत्य एवं गुरू घासीदास लोककला महोत्सव के समापन समारोह में हुए शामिल

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बेमेतरा जिले के विकासखंड मुख्यालय नवागढ़ में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता एवं गुरु घासीदास लोक कला महोत्सव 2024 के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने नवागढ़ में बाबा गुरु घासीदास जैतखम में पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर 209 करोड़ 12 लाख 57 हजार रूपये के 74 विभिन्न विकास कार्याे का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। उन्होंने नवागढ़ के कोदूराम दलित महाविद्यालय में एमकाम और साइंस विषय की 40-40 सीट और अनुसूचित जाति बाहुल्य 10 ग्रामों में 10-10 लाख रूपये की सीसी रोड का निर्माण कराए जाने की घोषणा की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल और राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ का समाज एक समतामूलक समाज है। इस समाज के निर्माण में बाबा गुरु घासीदास जी के विचारों की छाया स्पष्ट नजर आती है। मनखे-मनखे एक समान के अपने संदेश से यही बात उन्होंने कह दी। जब एक दूसरे को समानता के दृष्टिकोण से देखना शुरू कर देंगे तो बैरभाव स्वतः ही समाप्त हो जाएगा। उनका यह संदेश केवल समाज ही नहीं अपितु देश-दुनिया को एकजुटता के सूत्र में बांधता है। ऐसे समय में जब विघटनकारी तत्व देश की एकता को तोड़ने की साजिश में लगे हैं, बाबा गुरु घासीदास जी के संदेश प्रकाश स्तंभ की तरह हमें रास्ता दिखा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है। धान के कटोरे की पहचान जिन किसान भाइयों से है, वे सुखी समृद्ध रहें इसके लिए हम किसान भाइयों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीद रहे हैं। पिछली बार हमने 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा, इस बार उम्मीद है कि धान खरीदी का यह आंकड़ा 160 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच जाएगा। बाबा जी ने महिला और पुरुषों के बीच समानता का संदेश भी दिया है। यह समानता तब आयेगी जब आर्थिक रूप से भी हमारी माताएं-बहनें पूरी तरह से सशक्त हों, इसके लिए ही नरेंद्र मोदी ने हमारी माताओं-बहनों को महतारी वंदन योजना के रूप में हर महीने एक हजार रुपए की गारंटी दी। शपथ ग्रहण के पहले दिन से ही हमने महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन के लिए काम करना आरंभ कर दिया था। तीन महीने के भीतर ही हमने 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रुपए की राशि देनी आरंभ कर दी। अब तक हम योजना की दस किश्त दे चुके हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं को रोजगार के उचित अवसर मिल सकें, परीक्षाओं में पूरी तरह पारदर्शिता हो, इसके लिए भी हमने कार्य किया। पीएससी परीक्षा की जांच सीबीआई को सौंपी गई। इस साल पीएससी की परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित हुई। मैं पीएससी के टापर्स से मिला, उन्होंने मुझे बताया कि पिछली सरकार में जमकर हुए भ्रष्टाचार के चलते बहुत से युवाओं का पीएससी से भरोसा उठ गया था, इस बार साफसुथरी परीक्षा हुई तो भरोसा फिर से कायम हुआ। अनुसूचित जाति, जनजाति के युवा कलेक्टर, एसपी बन सकें, इसके लिए हमने दिल्ली में ट्राइबल यूथ हास्टल में युवाओं के लिए 135 सीटें बढ़ाई हैं। हम लोग युवाओं के लिए नालंदा की तर्ज पर 13 लाइब्रेरी भी नगरीय निकायों में आरंभ करने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार का पूरा फोकस अनुसूचित जाति-जनजाति के विकास पर है। इसके लिए हमने बजट प्रावधान में भी उल्लेखनीय वृद्धि की है। हमने नई उद्योग नीति तैयार की है। इस उद्योग नीति में हमारे अनुसूचित जाति-जनजाति के उद्यमियों के लिए विशेष प्रावधान रखे गये हैं। जो लोग उद्यमशीलता के क्षेत्र में बढ़ना चाहते हैं, उनके लिए काफी अच्छे अवसर हैं। मुझे खुशी है कि हम बाबा गुरु घासीदास के शांतिपूर्ण और समतामूलक समाज के संदेश के अनुरूप छत्तीसगढ़ को संवार रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए लगातार कड़ी मेहनत करते रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर वहां विभागों द्वारा लगायी गयी विकास प्रदर्शनी के स्टॉल का अवलोकन किया और प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास की चाबी सौपीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक साल में प्रदेश की जनता से किए गए वादों को पूरा करके दिखाया है। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया और नवागढ़ क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा की गई घोषणा के लिए उनका आभार जताया।

समारोह में विधायक किरण सिंह देव, पुन्नूलाल मोहले, दीपक साहू, ईश्वर साहू, अवधेश चंदेल, लाभचंद बाफना सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

100 से अधिक चाकूबाजों और हिस्ट्रीशीटरों को क्राईम ब्रांच में किया गया हाजिर, SSP ने दी कड़ी समझाईश…

रायपुर-  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. आज 21 दिसंबर को, क्राईम ब्रांच ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 100 से अधिक चाकूबाजों, हिस्ट्रीशीटरों और अपराधिक तत्वों को हाजिर किया. SSP द्वारा स्वयं इन अपराधियों की परेड ली गई और उन्हें कड़ी समझाईश दी गई.

पुलिस ने अपराधियों को चेतावनी दी कि वे किसी भी प्रकार के अपराधिक कार्यों में संलिप्त न रहें और उनके साथियों के बारे में पुलिस को जानकारी देने की हिदायत दी. इसके अलावा, इन अपराधियों से कहा गया कि वे सप्ताह में एक बार अपने संबंधित थानों में जाकर हाजिरी दें और शांति-पूर्वक जीवन यापन करें. पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि जब भी उन्हें बुलाया जाए, तो वे तुरंत उपस्थित हों. साथ ही, अपने क्षेत्र में होने वाली घटनाओं की सूचना पुलिस को देने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने को कहा गया.

सोशल मीडिया पर चाकू, तलवार, पिस्टल जैसी वस्तुओं के साथ फोटो और वीडियो पोस्ट करने वाले अपराधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने ऐसे लोगों को चेतावनी दी कि वे इस प्रकार की गतिविधियाँ बंद करें और किसी भी अपराध में लिप्त न रहें. साइबर सेल की टीम ने इन अपराधियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को डिलीट करना शुरू कर दिया है.

यह कार्रवाई 18 दिसंबर 2024 को 50 से अधिक चाकूबाजों और हिस्ट्रीशीटरों के हाजिर किए जाने के बाद अब तक 150 से अधिक अपराधियों के खिलाफ की जा चुकी है. SSP के दिशा-निर्देशों में यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. इस दौरान क्राईम ब्रांच के प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय और अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे.

प्रथम अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस पर केन्द्रीय जेल रायपुर में ध्यान एवं योग शिविर का आयोजन

रायपुर- केन्द्रीय जेल रायपुर में आज प्रथम अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर ध्यान एवं योग शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का संचालन योग आयोग के पूर्व सदस्य एवं आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ प्रशिक्षक श्री अजय सिंह ने किया। शिविर में लगभग 200 बंदियों एवं जेल के अधिकारी-कर्मचारियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर प्रशिक्षक अजय सिंह ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है ताकि ध्यान के लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके। उन्होंने कहा कि ध्यान मानसिक स्पष्टता, भावनात्मक शांति और शारीरिक विश्राम प्रदान करने का प्रभावी साधन है। यह तनाव कम करने, भावनात्मक संतुलन सुधारने और बेहतर नींद के लिए सहायक होता है। उन्होंने बंदियों को ध्यान और योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की सलाह दी।

प्रशिक्षक अजय सिंह ने यह भी बताया कि इस ऐतिहासिक दिवस पर पूज्य गुरुदेव श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित होंगे। इस कार्यक्रम से 180 देशों के लोग ऑनलाइन जुड़ेंगे। इसी क्रम में केन्द्रीय जेल रायपुर में यह शिविर आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य बंदियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करना है।

जेल अधीक्षक अमित शांडिल्य ने ध्यान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ध्यान को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, भले ही यह कुछ मिनटों के लिए हो। यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है बल्कि तनाव कम करने में भी सहायक होता है।

शिविर के अंत में अजय सिंह ने बंदियों के उत्साह को देखते हुए भविष्य में योग, प्राणायाम, ध्यान, सुदर्शन क्रिया और जीवन जीने की कला से जुड़े विशेष शिविर आयोजित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास बंदियों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगा। शिविर के दौरान बंदियों ने ध्यान और योग अभ्यास में उत्साहपूर्वक से भाग लिया।

भाजपा ने कबीरधाम जिला में की मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति, जानिए किस महिला को मिली कवर्धा शहर की जिम्मेदार…

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी एक-एक कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपने मंडल पदाधिकारियों की नियुक्ति कर रही है. इस कड़ी में कबीरधाम जिले के मंडलों में अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है. सतविंदर पाहुजा को कवर्धा शहर की, बीरसिंग पटेल को कवर्धा ग्रामीण जिम्मेदारी दी गई है.

देखिए पूरी सूची…

भाजपा ने की मुंगेली जिले में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति, जानिए किसे मिली मुंगेली शहर की जिम्मेदारी…

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के विभिन्न जिलों में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति कर रही है. इस कड़ी में मुंगेली जिले में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है. सौरभ बाजपेयी को मुंगेली शहर की तो राजीव श्रीवास को मुंगेली ग्रामीण की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा अन्य मंडलों में नियुक्ति की गई है.

यह नियुक्ति भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी खूबचंद पारख के निर्देशानुसार भाजपा जिला मुंगेली के जिला निर्वाचन अधिकारी मधुसूदन यादव के अनुमोदन और पार्टी द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक निरंजन सिन्हा की सहमति से की गई है. देखिए पूरी सूची…

 
आत्मविश्वास और उत्साह के साथ मेहनत करने से मिलती है सफलता : उप मुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर-     अपनी मंजिल तय करते वक्त खुद को किसी सीमा में न बांधें, आत्मविश्वास के साथ शत प्रतिशत मेहनत करें। जो युवा आत्मविश्वास और उत्साह से भरा होता है वही सफल होता है और इतिहास बनाता है। असफलता से कभी निराश नहीं होना चाहिए, प्रयत्न करने से सफलता अवश्य मिलती है। उक्त बातें उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने डागा कन्या महाविद्यालय के वार्षिक उत्सव में कही।

उप मुख्यमंत्री श्री साव आज राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित प्रमिला गोकुलदास डागा कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल हुए। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के लिए वार्षिक उत्सव का विशेष महत्व होता है। कार्यक्रम के आयोजन से विद्यार्थियों के अंदर छुपी हुई विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं के प्रदर्शन का अवसर मिलता है एवं उनमें आत्मविश्वास की वृद्वि होती है।

इस दौरान कार्यकम की अध्यक्षता राष्ट्रीय विद्यालय समिति के अध्यक्ष अजय तिवारी ने की। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. संगीता घई के द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिये छात्राओं के द्वारा एक से बढ़कर एक नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया।

कार्यक्रम में उपाध्यक्ष गोवर्धन दास डागा मदन लाल तालेडा, सचिव अनिल कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष राज किशोर नत्थानी, देवीचंद श्रीमाल, रूपचंद श्रीमाल, सुरेश शुक्ला, डागा महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. संगीता घई के साथ अन्य प्राध्यापकगण के अलावा कॉलेज की छात्राएं उपस्थित थी।

2 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस शुरू, इन्टर डिसीप्लीनरी इन्नोवेशन इन साईंस एड्रेसिंग ग्लोबल इन्वायरमेंटल एंड हेल्थ चैलेंजेस विषय पर हुआ मंथन

अम्बिकापुर- वर्तमान में पर्यावरण के प्रति लोगों की सोच बदली है। अब जल-जंगल-जमीन को बचाने के लिए शोधोन्मुख हो रहे हैं। नवाचार से हमारा जीवन सुधरेगा। यह बातें शनिवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में लाइफ साईंस संकाय के तत्वावधान में दो दिवसीय इन्टर डिसीप्लीनरी इन्नोवेशन इन साईंस एड्रेसिंग ग्लोबल इन्वायरमेंटल एंड हेल्थ चैलेंजेस विषय पर आयोजित इन्टरनेशनल कान्फ्रेंस के दौरान मुख्य अतिथि संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.पी. सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि रचनात्मकता विज्ञान के कंधे पर आयी है। डॉ. सिंह ने पॉवर प्वाईंट के माध्यम से प्रस्तुति देते हुए जेनेटिक इंजीनियरिंग, अंतरिक्ष विज्ञान, मालीक्यूलर बायोलॉजी, जीनोम टेक्नालॉजी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कोविड-१९ का मुकाबला वैज्ञानिक, डॉक्टर और शोधार्थियों ने मिल कर एक साथ किया। उन्होंने डिजीटल सेल्फ रिप्रोडक्शन की आधुनिक तकनीकी से अवगत कराया। विकसित भारत के साथ दुनिया को आधुनिक बनाने के लिय कार्बन उत्सर्जन से बचना होगा। पर्यावरण, कृषि, स्वास्थ्य के साथ अर्थनीति से समाज में विकास होगा। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर और बैच लगा कर किया गया।

अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि विज्ञान आदिकाल से है। हमारे ऋषि, महर्षि, मुनियों ने जो ज्ञान की धारा प्रवाहित की है, वह विज्ञान ही है। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड-१९ के दौरान विज्ञान, चिकित्सा, पर्यावरण, प्रबंधन एक मंच पर आये जिससे दुनिया को बचाया जा सका। उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय सेमिनार से शोध अध्येताओं के साथ प्राध्यापक और विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। विषय प्रवर्तन करते हुए क्रान्फ्रेंस के कन्वीनर अरविन्द तिवारी ने कहा कि विज्ञान, पर्यावरण, तकनीकी को एक मंच पर लाने से शाोधार्थियों को लाभ मिलेगा। यह क्रान्फ्रेंस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में चल रहा है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले ने कहा कि कर्तव्य और सिद्धांत को एक साथ जीने वालों के बीच इस कान्फ्रेंस की महत्ता बढ़ जाती है। उम्मीद है कि इस कान्फ्रेंस से पर्यावरण, चिकित्सा, मौसम, प्रदूषण की चुनौतियों से सामना करने में सम्बल मिलेगा।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए होली क्रॉस वीमेन्स कॉलेज के बायोटेक्नॉलाजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अशोक शुक्ला ने कहा कि विद्यार्थियों में शोध प्रवृत्ति बढ़नी चाहिए। भौतिकता की दौड़ में प्रोफेशनल भाग रहे हैं। अब अच्छे नवाचार करने वालों को विज्ञान की तरफ जोड़ना होगा। महाविद्यालय की शोध पत्रिका रिसर्च जोन के १४वें अंक और सोवेनियर का लोकर्पण अतिथियों ने किया।

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी और पल्लवी द्विवेदी ने किया। कान्फ्रेंस के सह संयोजक डॉ. श्रीराम बघेल ने उद्घाटन सत्र का आभार प्रकट किया। अतिथियों को शाल, श्रीफल और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। छह तकनीकी सत्रों में शोध पत्रों का वाचन हुआ। ऑनलाइन मोड में अमेरिका के रोवान विश्वविद्यालय से डॉ. लालचंद विश्वकर्मा, पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय से डॉ. पवन झा, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी से डॉ. आरएन विश्वकर्मा, गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर से डॉ. आशीष बंजारा, डॉ. डीके श्रीवास्तव आदि जुड़ रहे।

क्रान्फ्रेंस के दौरान फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष राकेश सेन, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष दिनेश शाक्य, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष विवेक कुमार गुप्ता, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान के डॉ. एच.डी महार तथा देश के विश्वविद्यालयों से आये शोधार्थी और प्राध्यापकों के साथ विद्यार्थी उपस्थित रहे।

प्रदेश के सभी स्कूलों में मनाया जाएगा वीर बाल दिवस, राज्य सरकार ने जारी किया आदेश

रायपुर-  शासन ने वीर बाल दिवस के अवसर पर 26 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के स्कूलों के लिए आदेश जारी किया है. सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को इस दिन विद्यार्थियों के लिए वीर बाल दिवस पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित करने के आदेश दिए हैं.

देखें आदेश की कॉपी:

नेशनल होम्योपैथी सेमिनार में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल

रायपुर-   सैकड़ो किताबें पढ़ने से जो ज्ञान नहीं मिल पाता वो विशेषज्ञों के वक्तव्य से मिल जाता है। जिन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी चिकित्सा के क्षेत्र को समर्पित कर दिया, रोगों को समझने में अपना बहुमूल्य समय दिया और रोगियों के उपचार में जिनका जीवन व्यतीत हुआ, सेमिनार के जरिए उनका अनुभव सुनने को मिलता है। लोगों के बीच भ्रांति है कि होम्योपैथी जल्दी असर नहीं करती, लेकिन ऐसा नहीं है। होम्योपैथी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर रोगों को ठीक करने में सक्षम है। होम्योपैथी में बिना साइड इफेक्ट के सस्ते में अच्छा इलाज उपलब्ध है। बस हमें इसे प्रचारित करने की आवश्यकता है। उक्त बाते मेडिकल स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने राजधानी रायपुर के सिंधु पैलेस में होम्योपैथी रिसर्च एवं डेवलपमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित नेशनल होम्योपैथी सेमिनार में कही। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल उपस्थित थे।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती और भगवान राम का ननिहाल है। यहां की संस्कृति और परंपरा की अलग पहचान है और सांस्कृतिक, पौराणिक और ऐतिहासिक रूप से छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति का उल्लेख मिलता है। श्री साव ने कहा कि देश के अच्छे रिसर्च एवं मेडिकल संस्थान का अध्ययन करके हम छत्तीसगढ़ में भी होम्योपैथी का एक अच्छा मेडिकल कॉलेज और रिसर्च सेंटर छत्तीसगढ़ में स्थापित करने का मजबूत प्रयास करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास और विस्तार हमारा उद्देश्य है। होम्योपैथी चिकित्सा के बारे में लोगों के मन में एक धारणा बनी हुई है, लोग जान एलोपैथी के इलाज से थक जाते हैं तब वह होम्योपैथी की ओर आते हैं। होम्योपैथी, नैचुरोपैथी, एलोपैथी सभी के बीच होम्योपैथी का अपना महत्व है। हमें होम्योपैथी का तात्कालिक और लम्बे समय तक लाभ मिल सकता है। इस अवसर पर पवन साय, डॉ सुनील कुमार दास, डॉ विजय शंकर मिश्रा, डॉ संजय शुक्ला, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप के. पात्रा, डॉ. जेपी शर्मा, डॉ. सुशील हरीरमानी, डॉ. धीरेंद्र तिवारी सहित एशोसिएसन के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।