नए साल का जश्न मनाने जा रहे हैं राजस्थान! जानें कैसा रहेगा मौसम का हाल

राजस्थान में इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. राज्य के कई इलाके शीतलहर और कोहरे की चपेट में हैं. मौसम विभाग की माने तो नए साल तक इससे राहत मिलते नहीं दिख रही है. अगले सप्ताह एक पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग ने इस बारे में जानकारी दी है और साथ ही शीतलहर के जारी रहने का भी अनुमान व्यक्त किया है.

मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में नए साल के पहले सप्ताह मौसम में बदलाव होने की संभावना है. जयपुर मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ राज्य में आ सकता है, जिसके कारण राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. विशेष रूप से, 25 दिसंबर को दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है.

ठंड और शीतलहर का असर

मौसम विभाग ने बताया कि राज्य में शीतलहर का असर लगातार बना रहेगा, जिससे ठंड और अधिक बढ़ सकती है. न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट का अनुमान है. पिछले चौबीस घंटों के दौरान, मौसम मुख्यत: शुष्क रहा, लेकिन पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया. राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस फतेहपुर (सीकर) में दर्ज किया गया है.

मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग ने राज्य के लोगों से नए साल में मौसम के बदलते मिजाज के हिसाब से अपनी तैयारियों को पूरा करने की सलाह दी है. शीतलहर के चलते विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को सर्दी से बचाव के उपायों की आवश्यकता है. सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना, गर्म खाना और गर्म पानी का सेवन करना महत्वपूर्ण रहेगा. इसके अलावा, बाहरी गतिविधियों को कम से कम रखने और शरीर को गर्म रखने की सलाह दी जा रही है.

किसानों के लिए चेतावनी

राजस्थान में बारिश के अनुमान के चलते किसान भी अपनी फसलों को लेकर सतर्क हो गए हैं. किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी जा रही है. इस मौसम में हल्की बारिश से खेतों में नमी तो आएगी, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण फसलें प्रभावित हो सकती हैं. 26 और 27 दिसंबर को माउंट आबू, उदयपुर, अजमेर, कोटा, जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.

यातायात पर भी पड़ेगा असर

मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में सर्दी और बारिश के कारण यातायात पर असर पड़ने का भी अनुमान जताया है. खासकर पहाड़ी इलाकों में बारिश और ठंडी हवाओं के कारण सड़क पर फिसलन बढ़ सकती है, जिससे वाहन चालकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है.

कुल मिलाकर, राजस्थान में नए साल में मौसम का मिजाज बदल सकता है, जिसमें बारिश और शीतलहर का प्रभाव प्रमुख रहेगा. ऐसे में, राजस्थान के लोग सर्दी से बचने के लिए जरूरी उपायों के साथ तैयार रहें और मौसम के बदलाव के मुताबिक अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करें.

नए साल पर कैसा रहेगा लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या समेत यूपी के शहरों का मौसम, कहां होगी बारिश?

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में साल के आखिरी हफ्ते में बारिश होने की संभावना है. यूपी के कुछ इलाकों में दिन में तापमान सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की संभावना है. वहीं रात में तापमान के गिरने का सिलसिला जारी रहेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों में मौसम में कोई बड़े बदलाव होने के आसार नजर नहीं आ रहें है. हवा की स्पीड औसत गति से 1.5 किमी प्रति कम चल रही है. यही कारण है कि पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं का असर यूपी समेत कई राज्यों में ज्यादा पड़ नहीं पा रहा है.

हवा की गति धीमी होने की वजह से यूपी में शीतलहर चलने की संभावना कम हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, साल के आखिरी हफ्ते में मौसम का मिजाज बदल सकता है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नोएडा समेत कई इलाकों में बारिश हो सकती है. बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में मौसमी बदलाव हो रहे हैं. दिसंबर के आखिरी हफ्ते तक बंगाल की खाड़ी से उठकर बादल पश्चिमी यूपी तक पहुंच जाएंगे. यहां जोरदार बारिश की संभावना साल के आखिरी हफ्ते में जताई जा रही है.

नए साल पर कहां होगी बारिश?

पश्चिमी यूपी के शहर यानी नोएडा, मेरठ और गाजियाबाद में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इन इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. बारिश की वजह से यूपी के इन इलाकों में ठंड के बढ़ने की संभावना है. यानी नए साल पर पश्चिमी यूपी के जिलों में कंपकपी बढ़ सकती है.

लखनऊ में कैसा रहेगा मौसम?

राजधानी लखनऊ और कानपुर में भी पहाड़ी राज्यों की बर्फबारी का असर देखने को मिलेगा. नए साल पर नवाबों की नगरी में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है. यही नहीं, धुंध की वजह से भी लोगों को नए साल पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

पूर्वांचल में छाया रहेगा कोहरा

पूर्वांचल यानी बरेली, गोरखपुर, अयोध्या, प्रतापगढ़, देवरिया और वाराणसी तक कोहरे की चादर दिख सकती है. ऐसे में नए साल का जश्न फीका रह सकता है. वर्तमान में दिल्ली-मुंबई समेत अन्य बड़े शहरों से यूपी को जाने वाली ट्रेनें कोहरे की वजह से लेट चल रही हैं. नए साल तक ये सिलसिला जारी रह सकता है.

एक्टिव हो रहा पश्चिमी विक्षोभ

ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि साल के आखिरी हफ्ते में यूपी में 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हवाएं चलेगी. मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव रहेगा. इसका असर यूपी के कई इलाकों में दिखेगा. पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होगी, जो कि उत्तर भारत के मैदानी इलाके में सर्दी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी.

ठंड के साथ बढ़ेगा प्रदूषण

साल के आखिरी हफ्ते में यूपी के लोगों को शीतलहर का प्रकोप झेलना पड़ सकता है. ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि ठंड के साथ प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी होगी. दिल्ली से सटे इलाके में AQI 400 पार दर्ज किया गया है.

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़, कई श्रद्धालु गिरे, मौके पर पुलिस तैनात।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़ मच गई. भगदड़ में कई श्रद्धालु गिर गए और दब गए. आज पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का छठा दिन था. मौके पर पुलिस पहुंची है और बचाव कार्य में जुटी है. बताया जा रहा है कि इनकी कथा को सुनने करीब एक लाख से अधिक लोग मेरठ पहुंचे थे. कल कथा का अंतिम दिन है.

जानकारी के मुताबिक, महिलाएं और बुजुर्ग कथा सुनने के लिए आए थे. इसी बीच, बाउंसर्स ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी. लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. इस कथा को सुनने कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे थे. इस कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दीनगर में हो रहा है.

इस कथा का आयोजन शताब्दीनगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति की ओर से किया जा रहा है. 15 दिसंबर से ही कथा हो रही है. कथा दोपहर 1 बजे से शुरू होती है और 4 बजे तक चलती है. हर दिन कथा को सुनने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. आयोजकों की ओर से वाहनों को खड़ा करने के लिए 7 पार्किंग बनाई गई है. वहीं, लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की मौके पर तैनाती है.

कालाष्टमी के दिन क्या करें और क्या नहीं, जानें सही नियम और महत्व

हिंदू धर्म में कालाष्टमी व्रत का बहुत अधिक महत्व है. इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप कालभैरव की पूजा करने और व्रत रखने का विधान है. जो भक्त इस दिन विधि-विधान से व्रत रखकर काल भैरव की पूजा करता है तो उन पर भगवान काल भैरव की कृपा बनी रहती है और जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. कालाष्टमी का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति को भय, संकट, रोग और शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है.

पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की 22 दिसंबर को दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर होगी. और अगले दिन 23 दिसंबर को शाम 05 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगी. काल भैरव देव की पूजा निशा काल में की जाती है. ऐसे में 22 दिसंबर को पौष महीने की कालाष्टमी मनाई जाएगी.

कालाष्टमी के दिन क्या करें?

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए कालाष्टमी के दिन व्रत रखना चाहिए.

इस दिन सुबह जल्दी उठकर काल भैरव की विधिवत पूजा करें.

अपने घर के पास काल भैरव के मंदिर में जाकर दर्शन करें.

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए शिव पुराण का पाठ अवश्य करें.

गरीबों की दुआएं पाने के लिए उनको भोजन कराएं या दान दें.

कालाष्टमी के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाना शुभ माना जाता है.

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाएं.

काल भैरव के मंत्रों का जाप करें.

कालाष्टमी के दिन क्या न करें?

किसी से झगड़ा न करें: कालाष्टमी के दिन किसी से झगड़ा या विवाद न करें.

नकारात्मक विचार न रखें: मन में नकारात्मक विचार नहीं लाने चाहिए.

मांस-मदिरा का सेवन न करें: कालाष्टमी के दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.

किसी को कष्ट न दें: किसी को कष्ट या दुःख न दें.

नशीले पदार्थों का सेवन न करें: नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए.

कालाष्टमी के उपाय

कालाष्टमी के दिन काले तिल का दान करने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं.

कालाष्टमी के दिन शमी के पेड़ की पूजा करने से भी लाभ मिलता है.

काल भैरव मंत्र का नियमित जाप करने से मन शांत होता है और दिल को सुकून मिलता है.

कालाष्टमी का महत्व

कालाष्टमी का दिन भगवान काल भैरव की कृपा पाने का एक विशेष अवसर है. इस दिन व्रत करके और पूजा-अर्चना करके हम सभी संकटों से मुक्ति पा सकते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. यह व्रत सभी प्रकार के संकटों से लोगों को मुक्ति दिलाता है.

कालाष्टमी के व्रत से रोगों से भी मुक्ति मिलती है और शत्रुओं का नाश होता है.

राहुल गांधी पर बीजेपी सांसदों के साथ धक्का-मुक्की का आरोप, संसद परिसर में हंगामे को लेकर केस दर्ज, जानें राहुल गांधी पर कब कितने मुकदमे?

आंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी के बाद संसद परिसर में हंगामे को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. राहुल पर बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत के साथ धक्का-मुक्की का आरोप है. राहुल पर मुकदमा दर्ज होने के बाद कांग्रेस पार्टी हमलावर हो गई है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक यह केस मुद्दे को डायवर्ट करने के लिए किया गया है.

वेणुगोपाल के मुताबिक राहुल पर बीजेपी की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाना कोई नई बात नहीं है. 2014 से अब तक राहुल पर 20 से ज्यादा मुकदमा दर्ज हो चुके हैं. साल 2019 में राहुल पर सबसे ज्यादा 5 मुकदमे दर्ज किए गए थे. 2024 में 4 और 2021 में राहुल गांधी के खिलाफ 3 मुकदमे दर्ज हुए थे.

राहुल 2019 में दर्ज एक केस में दोषी भी पाए जा चुके हैं. वहीं कई मुकदमों का ट्रायल कोर्ट में जारी है. राहुल के दो मुकदमे की सुनवाई हाई कोर्ट में हो रही है.

राहुल गांधी पर कब कितने मुकदमे?

साल 2014 में राहुल गांधी पर पहला कोर्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था. यह केस महाराष्ट्र के भिवंडी स्थित जॉइंट सिविल जज की अदालत में दर्ज किया गया था. राहुल पर यह केस गांधी की हत्या में आरएसएस की भूमिका बताने को लेकर किया गया था. यह केस क्रिमिनल और सिविल मानहानि से जुड़ा है.

2016 में राहुल गांधी पर असम की राजधानी गुवाहाटी में मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया था. यह केस चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत में दर्ज किया गया था. राहुल पर यह मुकदमा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर की गई एक टिप्पणी को लेकर की गई थी. राहुल ने हत्या से जुड़े एक मामले में संघ पर विवादित टिप्पणी की थी.

साल 2018 में राहुल गांधी पर 3 मुकदमे दर्ज किए गए. पहला मुकदमा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और दूसरा मुकदमा सुल्तानपुर में दर्ज किया गया. तीसरा मुकदमा झारखंड के रांची में दर्ज किया गया था. राहुल गांधी पर दोनों मुकदमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर विवादित टिप्पणी को लेकर किया गया था. यह मुकदमा भी मानहानि से जुड़ा हुआ है.

2019 में राहुल गांधी पर सबसे ज्यादा 5 मुकदमे दर्ज किए गए. यह केस देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज किया गया. मामला मोदी सरनेम से जुड़ा था. राहुल ने एक रैली में सवाल उठाते हुए कहा था कि सारे मोदी सरनेम के लोग ही चोर क्यों हैं?

राहुल पर मोद सरनेम मामले में सूरत, पटना, रांची, अहमदाबाद और नई दिल्ली में केस किया गया था. सूरत केस में उन्हें दोषी भी ठहराया जा चुका है. बाकी मामलों की सुनवाई चल रही है. सूरत केस की वजह से ही 2023 में राहुल गांधी की सदस्यता गई थी.

2021 में राहुल गांधी पर 3 मुकदमे दर्ज हुए. पहला मुकदमा झारखंड के चाईबासा, दूसरा मुकदमा दिल्ली और तीसरा मुकदमा मुंबई में दर्ज किया गया. दिल्ली वाला मुकदमा रेप विक्टिम को लेकर किए गए दावों की वजह से किया गया था. इसमें राहुल पर पोक्सो की धारा भी लगाई गई है. मामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही है. यह गंभीर मामला है और राहुल गांधी अगर इसमें दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें दो साल या उससे ज्यादा की सजा मिल सकती है.

वहीं चाईबासा और मुंबई का मामला मानहानि से जुड़ा है. दोनों केस में मोदी और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर राहुल ने टिप्पणी की थी.

2022 में राहुल गांधी पर दो मुकदमे दर्ज किए गए. पहला मुकदमा बेंगलुरु में दर्ज किया गया. यह केस कॉपीराइट उल्लंघन से जुड़ा है. राहुल पर आरोप है कि उन्होंने बिना परमिशन अपनी यात्रा का थीम सॉन्ग तैयार करने के लिए कॉपीराइट का उल्लंघन किया. राहुल पर दूसरा मामला लखनऊ में दर्ज है. राहुल पर इस केस में वीर सावरकर पर विवादित टिप्पणी का आरोप है.

2023 में राहुल गांधी पर सूरत में एक मुकदमा फिर से दर्ज किया गया. यह मुकदमा सूरत के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज के पास दर्ज किया गया. राहुल पर मोदी समाज को अपमानित का आरोप था.

2024 में अब तक राहुल गांधी पर 4 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. जनवरी 2024 में असम में राहुल पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में केस दर्ज किया गया था. इसी महीने राहुल पर कर्नाटक के बेंगलुरु में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लेकर विवादित टिप्पणी के आरोप में केस दर्ज किया गया.

सितंबर महीने में राहुल गांधी ने अमेरिका में सिख समुदाय और आरक्षण को लेकर टिप्पणी की थी. इस केस में राजधानी दिल्ली में राहुल के खिलाफ 3 जगहों पर केस दर्ज किया गया था. अब राहुल पर संसद में मारपीट के आरोप में केस दर्ज हुआ है.

जितनी संपत्ति नहीं उससे ज्यादा का जुर्माना, कैसे भरेंगे संभल के सांसद?

बिजली चोरी के मामले में संभल एमपी जियाउर रहमान बर्क पर बिजली विभाग ने बड़ा ऐक्शन लिया है. सपा सांसद पर उनकी संपत्ति से ज्यादा जुर्माना लगाया है. जियाउर्रहमान बर्क को 1 करोड़ 91 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा. उनकी कुल संपत्ति 1 करोड़ 89 लाख 67 हजार 476 रुपए है, जिसमें उनकी पत्नी के गहने, जमीन, कैश आदि की रकम भी शामिल है. 19 दिसंबर को बिजली विभाग की टीमें भारी सुरक्षा बलों के साथ एमपी जियाउर रहमान बर्क के घर पर पहुंचीं थी.

उनके घर लगे बिजली के मीटर में जीरो रीडिंग पाई गई. घर में डेली जरूरतों के हिसाब से सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मौजूद थे. एसी, पंखे, इंडक्शन, फ्रीज आदि सभी सामान होने के बावजूद जीरो रीडिंग आना मीटर से छेड़छाड़ वाले पहलू सामने लाया. बिजली विभाग ने मौजूदा तथ्यों के हिसाब से बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज किया है. इसके बाद उनके खिलाफ ये बड़ी कार्रवाई की गई. हालांकि, जुर्माने की राशि इतनी तय की गई, जितनी उनकी संपत्ति नहीं है. बिजली विभाग ने कार्रवाई करते हुए उनकी घर के लाइट कनेक्शन को भी काट दिया है. भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में बिजली विभाग ने कनेक्शन काटने की कार्रवाई की है.

कितनी है इनकम?

सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क के ओर से दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक, 2023 -24 में कुल सालाना आय 4 लाख 230 रुपए हैं. 2022-23 में 4 लाख 88 हजार 790 रुपए, 2021-22 में 4 लाख 74 हजार 70 रुपए, 2020-21 में 4 लाख 90 हजार, 2019-20 में 3 लाख 18 हजार 960 रुपए सालाना आय रही है. यानी पिछले 5 सालों में मिली कुल आय से ज्यादा उनपर जुर्माना लगाया गया.

एफिडेविट के मुताबिक, उनकी कुल रियल स्टेट की संपत्ति 12 लाख 44 हजार 5 सौ रुपए और पत्नी की 27 लाख 33 हजार रुपए है. क्रय के पश्चात उनकी स्थावर संपत्ति का विकास 60 हजार और पत्नी का 19 हजार रुपए है. उनकी पत्नी के आय का जरिया ट्यूशन पढ़ाना है. उनके पास कैश के रूप में 70 हजार रुपए हैं.

बिजली चेकिंग के दौरान उनके पिता पर भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने बिजली कर्मचारियों को धमकाया है. उनके इस काम की वजह से सरकारी काम में बाधा पहुंचा है. इस कारण से उनके पिता के खिलाफ भी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है कि सपा सांसद के बड़े और आलीशान मकान के बिजली का बिल जीरो आया है. सरकार की तरफ से उनसे एक करोड़ से ज्यादा का वसूला जाएगा.

जयपुर में भीषण हादसा: सीएनजी टैंकर में ब्लास्ट, 6 लोगों की मौत, 39 घायल, कई वाहन जलकर खाक।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में बड़ा हादसा हुआ है. यहां भांकरोटा इलाके में जयपुर-अजमेर हाईवे पर सीएनजी टैंकर में ब्लास्ट हो गया. इसकी चपेट में हाइवे से गुजर रहे 40 वाहन आ गए और उनमें आग लग गई. हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई. घटना में करीब 39 लोग घायल हुए हैं. उन्हें इलाज के लिए सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हादसे में हाइवे किनारे पाइप फैक्ट्री जलकर खाक हो गई, एक पेट्रोल पंप का भी हिस्सा इसकी चपेट में आया है. ब्लास्ट की जानकरी पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं.

घटना के बाद हाईवे को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं. मौके पर डीएम व एसपी मौजूद हैं. घटना को लेकर बताया जा रहा है कि टैंकर में ब्लास्ट के बाद हाइवे पर एक के बाद एक कई वाहनों के आपस में टकराने से आग लग गई. जयपुर डीएम, जितेंद्र सोनी ने आधिकारिक रूप से 4 लोगों की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि हादसे में करीब 40 वाहन आग की चपेट में आ गए. फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई हैं. राहत कार्य जारी है. आग बुझा दी गई है और अब सिर्फ 1-2 वाहन ही बचे हैं.

भीषण ब्लास्ट से दहल उठा इलाका

घटना शुक्रवार सुबह की है. जयपुर-अजमेर नेशनल हाईवे पर एक टैंकर जैसे ही भांकरोटा इलाके में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने तभी ट्रक की टक्कर से उसमें भीषण ब्लास्ट हो गया. जोरदार धमाके के बाद वहां आग लग गई, जिसकी चपेट में हाइवे किनारे पाइप की फैक्ट्री आ गई. आग से वह पूरी तरह जलकर खाक हो गई. समीप में मौजूद पेट्रोल पंप का कुछ हिस्सा आग की जद में आ गया. ब्लास्ट के बाद आग तेजी से फैलनी लगी, जिससे हाइवे पर गुजर रहे वाहनों में भी आग लग गई. इस बीच इलाके में भारी धुआं छा गया, साफ न दिखाई देने पर एक-एक कर कई वाहन आपस में टकराने लगे.

हाईवे को किया अस्थायी रूप से बंद

जानकारी मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने में जुट गईं. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने हाईवे के दोनों ओर वाहनों को रुकवा दिया. हाईवे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. वाहनों को दूसरे रूट से निकाला जा रहा है. इस बीच गैस और आग की वजह से बचाव कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पुलिस -प्रशासन ने लोगों को हाईवे से दूर रहने की अपील की है. हादसा कैसे हुआ इसकी जांच के आदेश जयपुर प्रशासन ने दिए हैं. पुलिस का कहना है कि इस मामले में केस दर्ज किया गया है.

मौसम का हाल : कल शनिवार से बिहार में फिर कड़ाके ठंड पड़ने के आसार, इन जिलों में घना कोहरा का येलो अलर्ट

डेस्क : बिहार में एकबार फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। बीते तीन-चार दिनो से ठंड से मिल राहत के बाद एकबार फिर कड़ाके के ठंड की मार झेलनी पड़ सकती है। कल शनिवार से ठंड बढ़ने के आसार हैं। इस दौरान पूरे प्रदेश में घना से मध्यम कोहरा छाया रहेगा।

मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से प्रदेश में रात के तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। वहीं शनिवार को 12 जिलों में घना कोहरा छाए रहने को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। वहीं शुक्रवार को पूरे प्रदेश में हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाया रह सकता है।

बीते गुरुवार को राजधानी पटना सहित प्रदेश के 19 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट और 25 शहरों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। पटना के न्यूनतम तापमान में 0.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट और अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान 26.5 और न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

वहीं प्रदेश का सबसे ठंडा शहर सात डिग्री सेल्सियस के साथ सासाराम का डेहरी और सबसे गर्म शहर 30.3 डिग्री सेल्सियस के साथ नालंदा का राजगीर रहा। इस दौरान एक-दो शहरों में सुबह के समय हल्का कोहरा छाया रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहा। हालांकि प्रदेश के अधिकतर शहरों में दिन में धूप निकलने के कारण लोग राहत महसूस कर रहे हैं।

प्रदेश के ज्यादातर शहरों में पिछले कुछ दिनों के दौरान रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई थी। इस कारण सुबह के समय आंशिक तौर पर ही कोहरा देखा जा रहा था। जबकि शाम में कोहरा का कोई असर नहीं था। कल से लोगों को एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट आने के कारण कोहरे का सामना करना होगा।

AI बताएगा आपकी हेल्थ से जुड़ी सारी डिटेल, गूगल ने की ये बड़ी डील

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप कंपनी सुकी ने गूगल क्लाउड के साथ एक नई पार्टनरशिप की है. इस पार्टनरशिप के जरिए सुकी गूगल क्लाउड के वर्टेक्स एआई प्लेटफॉर्म का उपयोग करके पेशेंट समरी और क्यूश्चन आंसर में मदद मिलेगी.

सुकी का मेन एआई सुकी असिस्टेंट कहा है. जो डॉक्टरों को मरीजों के साथ अपनी मुलाकातों को रिकॉर्ड करने और उन्हें डेली आधार पर नोट्स में बदलने की सुविधा देता है, जिससे चिकित्सकों को सारी जानकारी मैन्युअल रूप से लिखने के सिरदर्द से बचने में मदद मिलती है. सुकी ने पार्टनरशिप पर कहा कि गूगल क्लाउड की नई सुविधाओं से सुकी को मरीजों की देखभाल करते समय चिकित्सकों को अधिक टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी. इससे न केवल डॉक्टरों को मदद मिलेगी बल्कि मरीजों का भी समय बचेगा.

क्लीनिकल हिस्ट्री का पूरा ब्यौरा

इस पर सुकी के संस्थापक और सीईओ पुनीत सोनी ने कहा कि हम कभी भी केवल क्लिनिकल डॉक्यूमेंटेशन टूल नहीं बना रहे थे. यह असिस्टेंट आपको डॉक्यूमेंटेशन में मदद कर सकता है, लेकिन वह अन्य काम भी करना शुरू कर सकता है. उदाहरण के लिए, डॉक्टर सुकी के प्लेटफॉर्म का उपयोग कर मरीजों से प्रश्न पूछ सकेंगे और रोगी के क्लीनिकल हिस्ट्री के बारे में जरूरी बातें जान सकेंगे

एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी

सुकी के नए समरी फीचर से चिकित्सकों को एक क्लिक पर मरीज की बुनियादी जीवनी संबंधी जानकारी मिल जाएगी. समरी में उसकी उम्र, पुरानी बीमारियां, पिछले नुस्खे और अन्य समस्याओं, के बारे में जानकारी एक क्लिक पर डॉक्टर के सामने होगी. सोनी ने कहा कि सभी डेटा को स्वचालित रूप से एकत्र करने से डॉक्टरों को 15 से 30 मिनट की बचत हो सकती है.

कब से काम करेगा फीचर

कंपनी ने कहा कि सुकी की पेशेंट समरी की सुविधा बुधवार से चुनिंदा चिकित्सकों के समूह के लिए उपलब्ध है और अगले साल की शुरुआत में यह आम तौर पर उपलब्ध होगी. नई Q&A सुविधा भी अगले साल की शुरुआत में आम तौर पर उपलब्ध होगी. सोनी ने कहा कि मेरे लिए यह वास्तव में स्वास्थ्य देखभाल के एआई डिजाइन या एआई-इफिकेशन का एक बड़ा रुझान है. कंपनी ने कहा कि सुकी की तकनीक का इस्तेमाल अमेरिका में 350 स्वास्थ्य प्रणालियों और क्लीनिकों द्वारा किया जाता है, और इस साल स्टार्टअप ने अपने क्लाइंट बेस को तीन गुना बढ़ा दिया है.

आप एक दिन जरूर मुख्यमंत्री बनेंगे… CM फडणवीस ने अजित पवार से कही ये बात, जानें क्यों

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार से कहा कि वह एक दिन जरूर राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे. फडणवीस गुरुवार को नागपुर में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब देते हुए ये बातें कहीं.

सीएम ने कहा कि वह और उनके डिप्टी अजित पवार और एकनाथ शिंदे शिफ्ट में 24/7 काम करेंगे. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अजित पवार जल्द उठने वालों में से हैं. इसलिए वह सुबह काम करेंगे.

सीएम फडणवीस ने कहा कि वह दोपहर 12 बजे से आधी रात तक ड्यूटी करेंगे, लेकिन आप सभी जानते हैं कि देर रात तक काम करने वाले कौन हैं? उन्होंने शिंदे का जिक्र करते हुए कहा कि वे देर रात तक काम करने वाले जाने जाते हैं.

अपने वक्तव्य के दौरान फडणवीस ने अजित पवार की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि आपको ‘स्थायी उपमुख्यमंत्री’ कहते हैं, लेकिन मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं… आप एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत के बाद अजित पवार ने 5 दिसंबर को छठी बार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.

मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षाओं को लेकर मुखर रहे हैं अजित पवार

एनसीपी नेता अजित पवार मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षाओं को लेकर लगातार मुखर रहे हैं. विधानसभा चुनाव से पहले भी वो अपनी महत्वाकांक्षा जता चुके हैं. साल 2023 में शरद पवार के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अजित पवार ने नाता तोड़ लिया था और भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में शामिल हो गए थे. एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था.

इस बीच, अपने चाचा शरद पवार के साथ पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न घड़ी को लेकर कानूनी लड़ाई हुई. इस लड़ाई में अजित पवार को जीत मिली और पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न घड़ी उन्हें मिल गए.

चुनाव में जीत के बाद फिर उपमुख्यमंत्री बने हैं अजित पवार

लेकिन लोकसभा चुनाव में एनडीए को शिकस्त मिली. एनसीपी को केवल एक सीट से ही संतोष करना पड़ा. हालांकि हाल में हुए विधानसभा चुनाव में अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने जोरदार तरीके से वापसी की. उनकी पार्टी ने 57 सीटों पर चुनाव लड़ा और 41 पर जीत हासिल की.

जबकि बीजेपी ने 230 सीटों पर जीत हासिल की और महाविकास अघाड़ी को केवल 46 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. चूंकि चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. इस कारण चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस राज्य के सीएम बने और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं.